राष्ट्रीय
नयी दिल्ली, 7 अप्रैल आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के विरोध में पार्टी के प्रमुख नेता एक दिन के अनशन के लिए रविवार को यहां जंतर-मंतर पर एकत्र हुए।
पार्टी नेताओं ने कहा कि अन्य राज्यों के साथ-साथ विदेश में भी भारतीय नागरिक इस प्रकार का विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, जिनमें बोस्टन में हार्वर्ड स्क्वायर, लॉस एंजिलिस में हॉलीवुड साइन, वाशिंगटन में भारतीय दूतावास के बाहर, न्यूयॉर्क टाइम्स स्क्वायर और टोरंटो, लंदन तथा मेलबर्न समेत कई स्थान शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि ‘आप’ शासित पंजाब में मुख्यमंत्री भगवंत मान स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह के गांव खटकर कलां में सामूहिक अनशन में शामिल हुए।
दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष राम निवास गोयल, उपाध्यक्ष राखी बिड़लान, मंत्री आतिशी, गोपाल राय और इमरान हुसैन सहित ‘आप’ के कई वरिष्ठ नेता सुबह 11 बजे से राष्ट्रीय राजधानी के जंतर मंतर पर दिन भर के 'सामूहिक अनशन' पर बैठे।
‘आप’ की दिल्ली इकाई के संयोजक गोपाल राय ने लोगों से केजरीवाल की गिरफ्तारी के विरोध में अनशन में शामिल होने की अपील की।
उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली आबकारी नीति से जुड़े घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा केजरीवाल की गिरफ्तारी ‘आप’ को खत्म करने की भाजपा की साजिश का हिस्सा है।
केजरीवाल 15 अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में हैं। (भाषा)
नयी दिल्ली, 7 अप्रैल भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि भारत के मौसम वैज्ञानिकों ने मौसम पूर्वानुमान को और अधिक सटीक बनाने के लिए कृत्रिम मेधा (एआई) एवं ‘मशीन लर्निंग’ का इस्तेमाल शुरू कर दिया है।
यहां ‘पीटीआई’ के संपादकों के साथ बातचीत में महापात्र ने कहा कि अगले कुछ वर्षों में उभरती प्रौद्योगिकियां ‘संख्यात्मक मौसम पूर्वानुमान मॉडल’ की भी पूरक होंगी, जिनका फिलहाल मौसम का पूर्वानुमान जताने के लिए व्यापक तौर पर इस्तेमाल किया जाता है।
उन्होंने कहा कि मौसम विभाग पंचायत स्तर या 10 वर्ग किलोमीटर से अधिक क्षेत्र में मौसम का पूर्वानुमान लगाने के लिए अवलोकन प्रणाली बढ़ा रहा है।
महापात्र ने कहा कि आईएमडी ने 39 डॉपलर मौसम रडार का एक नेटवर्क तैनात किया है, जो देश के 85 प्रतिशत भू-भाग को कवर करता है और प्रमुख शहरों के लिए प्रति घंटे का पूर्वानुमान बताता है।
आईएमडी प्रमुख ने कहा, “हमने कृत्रिम मेधा का उपयोग सीमित तरीके से करना शुरू कर दिया है, लेकिन अगले पांच वर्षों के भीतर एआई हमारे मॉडल और तकनीकों में काफी सुधार करेगा।”
महापात्र ने कहा कि आईएमडी ने 1901 से देश के मौसम रिकॉर्ड को डिजिटल कर दिया है और इसके जरिये विश्लेषण कर मौसम के मिजाज के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए कृत्रिम मेधा का उपयोग किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि कृत्रिम मेधा मॉडल डेटा विज्ञान मॉडल है जो मौसम संबंधित घटना की भौतिकी में नहीं जाते हैं, बल्कि जानकारी उपलब्ध कराने के लिए पिछले डेटा का उपयोग करते हैं, जिसका इस्तेमाल बेहतर पूर्वानुमान लगाने के लिए किया जा सकता है।
महापात्र ने कहा कि कृत्रिम मेधा का उपयोग करने के लिए पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय और आईएमडी में विशेषज्ञ समूह गठित किए गए हैं।
आईएमडी प्रमुख के मुताबिक, पूर्वानुमान की सटीकता में सुधार के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता और संख्यात्मक पूर्वानुमान मॉडल दोनों एक दूसरे के पूरक होंगे और दोनों साथ मिलकर काम करेंगे और कोई भी दूसरे की जगह नहीं ले सकता।
स्थानीय स्तर पर मौसम का पूर्वानुमान उपलब्ध कराने की जरूरत पर महापात्र ने विशिष्ट खतरों के लिए ग्राम-स्तरीय पूर्वानुमान देने में आईएमडी की चुनौतियों को स्वीकार किया।
उन्होंने कहा, “हमारा लक्ष्य पंचायत या ग्रामीण स्तर पर पूर्वानुमान प्रदान करना है... कृषि, स्वास्थ्य, शहरी नियोजन, जल विज्ञान और पर्यावरण में क्षेत्र-विशिष्ट आवश्यकताओं के लिए मौसम की जानकारी उपलब्ध कराना है।”
आईएमडी प्रमुख ने आसानी से सूचना उपलब्ध होने वाले युग में डेटा के आधार पर निर्णय लेने के महत्व पर जोर दिया।
महापात्र ने कहा, “एआई और ‘मशीन लर्निंग’ को शामिल करने से हम मूल्यवान अंतर्दृष्टि प्राप्त करने के लिए पिछले डेटा का उपयोग कर पाते हैं और पारंपरिक भौतिकी-आधारित मॉडलों पर निर्भर रहे बिना पूर्वानुमान सटीकता में सुधार कर पाते हैं।”
‘मशीन लर्निंग’ (एमएल) एआई और कंप्यूटर विज्ञान की एक शाखा है, जो डेटा के उपयोग पर केंद्रित है।
मौसम के पूर्वानुमान पर जलवायु परिवर्तन के प्रभाव के बारे में आईएमडी प्रमुख ने भीषण गर्मी की वजह से मध्य स्तर पर संवहनी बादलों के छाने जैसी मौसम संबंधी घटनाओं का उल्लेख किया, जो स्थानीय समुदायों को प्रभावित कर रही हैं।
उन्होंने कहा कि इससे निपटने के लिए आईएमडी ने डॉपलर मौसम रडार तैनात किए हैं, जो देश के 85 प्रतिशत हिस्से को कवर करते हैं।
महापात्र ने कहा कि 350 मीटर प्रति पिक्सेल के रिज़ॉल्यूशन वाला यह उन्नत रडार डेटा संवहनी बादलों का पता लगाने में सक्षम है जिससे भारी वर्षा और चक्रवात जैसी चरम घटनाओं को लेकर पूर्वानुमान की सटीकता काफी बढ़ जाती है। (भाषा)
इंदौर 7 अप्रैल । आधुनिक चिकित्सा संसाधनों वाले इंदौर शहर में नेत्र शिविर में ऑपरेशन कराने वाले मरीजों में से आठ की रोशनी कम होने का मामला सामने आया है। इसके बाद चोइथराम अस्पताल के ऑपरेशन थिएटर को सील कर दिया गया है और कलेक्टर आशीष सिंह ने जांच के आदेश दिये हैं।
पिछले दिनों चोइथराम नेत्रालय में एक शिविर का आयोजन किया गया था और उसमें 79 मरीजों की आंखों के ऑपरेशन हुए थे। इनमें से आठ मरीजों ने कम दिखाई देने की शिकायत की। इसके बाद ऑपरेशन थिएटर को सील कर दिया गया।
एक तरफ जहां ऑपरेशन थिएटर को सील किया गया है, वहीं कलेक्टर आशीष सिंह ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं और तीन सदस्यीय जांच समिति का गठन भी किया है।
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 7 अप्रैल । दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ उनकी कैबिनेट के सदस्य, आम आदमी पार्टी के विधायक, सांसद और कार्यकर्ता रविवार को सामूहिक उपवास कर रहे हैं। गौरतलब है कि ईडी ने दिल्ली सीएम को कथित आबकारी नीति घोटाले से जड़े मनी लाउंड्रिंग के एक मामले में गिरफ्तार किया है।
ईडी की इस कार्रवाई के खिलाफ दिल्ली के जंतर-मंतर और पंजाब में शहीद भगत सिंह के गांव खटखड़कलां में ‘आप’ के विधायक, मंत्री, सांसद, पार्षद और पदाधिकारी उपवास कर रहे हैं। जंतर-मंतर पर दिल्ली कैबिनेट के मंत्रियों के अलावा सुबह से ही आम आदमी पार्टी के छोटे-बड़े नेताओं का जुटना जारी है।
दिल्ली कैबिनेट में मंत्री और आम आदमी पार्टी के दिल्ली प्रदेश के संयोजक गोपाल राय ने बताया कि दिल्ली के अलावा उत्तर प्रदेश, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, आंध्र प्रदेश समेत देश के 25 राज्यों की राजधानियों, जिला तथा ब्लॉक मुख्यालयों, गांव व कस्बों में सामूहिक उपवास का कार्यक्रम रखा गया है।
गोपाल राय ने बताया कि भारत के अलावा अमेरिका के न्यूयार्क, बोस्टन, लॉस एंजिल्स, वाशिंगटन डीसी; कनाडा में टोरंटो; ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न; ब्रिटेन में लंदन समेत विदेशों में भी कई स्थानों पर सामूहिक उपवास हो रहा है।
जंतर-मंतर पर आयोजित उपवास कार्यक्रम में शामिल दिल्ली की शिक्षा मंत्री आतिशी ने कहा कि अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी को लेकर दिल्ली वासियों में बहुत रोष है। वे नाराज हैं। लोग जानना चाहते हैं कि मुख्यमंत्री जेल से कब बाहर आएंगे। आतिशी का कहना है कि केजरीवाल ने दिल्ली में बच्चों को अच्छी शिक्षा, लोगों को अच्छी स्वास्थ्य सेवाएं और निःशुल्क बिजली उपलब्ध कराई है। यही कारण है कि लोग उन्हें पसंद करते हैं। दिल्ली समेत पूरे देश के लोग उनकी गिरफ्तारी का जवाब अपने वोट से देंगे।
गौरतलब है कि इससे पहले अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल उनके समर्थन में 'केजरीवाल को आशीर्वाद' नाम से एक अभियान शुरू कर चुकी हैं। इसके लिए उन्होंने बकायदा एक व्हाट्सएप नंबर जारी किया। लोगों से केजरीवाल को आशीर्वाद देने के लिए इस व्हाट्सएप नंबर पर संदेश भेजने की अपील की गई थी।
इसके अलावा आम आदमी पार्टी के नेताओं कार्यकर्ताओं और लोकसभा प्रत्याशियों ने केजरीवाल के समर्थन में कई कैंडल मार्च भी निकले हैं।
(आईएएनएस)
ग्वालियर, 7 अप्रैल । मध्य प्रदेश की ग्वालियर संसदीय सीट की पहचान सिंधिया राज परिवार के गढ़ के तौर पर है। इस बार के चुनाव में कांग्रेस और भाजपा ने ऐसे उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है जो अभी हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में हार चुके हैं।
ग्वालियर से भारतीय जनता पार्टी ने इस बार भारत सिंह कुशवाहा को उम्मीदवार बनाया है। उन्हें विवेक नारायण शेजवलकर के स्थान पर मैदान में उतारा गया है। कुशवाहा अभी हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में ग्वालियर ग्रामीण से पराजित हुए थे। वहीं, कांग्रेस ने प्रवीण पाठक को उम्मीदवार बनाया है जो विधानसभा चुनाव में ग्वालियर दक्षिण से पराजित हुए थे। दोनों उम्मीदवार पहली बार लोकसभा का चुनाव लड़ रहे हैं।
ग्वालियर संसदीय क्षेत्र के इतिहास पर गौर करें तो अब तक यहां कुल 19 लोकसभा के चुनाव हुए हैं जिनमें से सिंधिया परिवार के सदस्यों ने आठ बार जीत दर्ज की है। यहां से माधवराव सिंधिया कांग्रेस और मध्य प्रदेश विकास कांग्रेस के उम्मीदवार के तौर पर पांच बार निर्वाचित हुए जबकि भाजपा के उम्मीदवार के तौर पर यशोधरा राजे सिंधिया दो बार यहां से निर्वाचित हुईं। इसके अलावा विजयाराजे सिंधिया भी एक बार यहां से चुनाव जीती हैं। यहां 19 बार हुए चुनाव में कांग्रेस आठ बार विजयी रही है।
इस संसदीय क्षेत्र में कांग्रेस ने अंतिम बार 2004 में जीत दर्ज की थी जब रामसेवक सिंह निर्वाचित हुए थे। सवाल पूछने के बदले पैसे लेने के आरोप में उन्हें इस्तीफा देना पड़ा था। इस बार कांग्रेस ने नए चेहरे को मैदान में उतारा है। भाजपा की ओर से भी नया चेहरा है।
राज्य में लोकसभा की कुल 29 सीटें हैं और यहां चार चरणों में चुनाव होने वाले हैं। ग्वालियर में तीसरे चरण में सात मई को मतदान होगा ।
(आईएएनएस)
पटना, 7 अप्रैल । बिहार में इस बार के लोकसभा चुनाव में अपने दलों को मझधार से निकालने वाले खुद भंवर में फंसे नजर आ रहे हैं। कई राजनीतिक दलों के नेताओं की साख भी दांव पर लगी हुई है। वैसे तो ये नेता पार्टी संभालते रहे हैं, लेकिन इस चुनाव में वे खुद चुनावी समर में योद्धा बनकर ताल ठोंक रहे हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि इस चुनाव के परिणाम से कई दलों के प्रमुखों के राजनीतिक भविष्य भी तय होंगे।
राष्ट्रीय लोक मोर्चा (रालोमो) के प्रमुख और पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा इस चुनाव मैदान में एकबार फिर से काराकाट से चुनावी मैदान में भाग्य आजमा रहे हैं। पिछले चुनाव में ये उजियारपुर और काराकाट सीट से चुनाव लड़े थे, लेकिन दोनों सीटों पर इन्हें हार का मुंह देखना पड़ा था। पिछले चुनाव में हालांकि कुशवाहा की पार्टी विपक्षी दलों के महागठबंधन में थी, जबकि इस बार वह एनडीए में शामिल हैं।
हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के संरक्षक जीतनराम मांझी के लिए यह लोकसभा चुनाव काफी अहम माना जा रहा है। मांझी गया (सुरक्षित) लेाकसभा सीट से चुनावी मैदान में हैं। मांझी का मुख्य मुकाबला महागठबंधन में शामिल राजद के कुमार सर्वजीत से है। पिछले चुनाव में भी मांझी गया से चुनाव मैदान में थे, लेकिन गया के मतदाताओं ने एनडीए के प्रत्याशी विजय कुमार मांझी को इस क्षेत्र का ’मांझी’ बनाकर यहां के नाव की सवारी करने की जिम्मेदारी सौंपी थी। लेकिन इस बार परिस्थितियां बदली हैं। जीतनराम मांझी की पार्टी इस बार एनडीए के साथ चुनावी मैदान में है।
इधर, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान तो अपने चाचा पशुपति कुमार पारस से हाजीपुर सीट लेकर बढ़त बना ली है। लेकिन यह सीट उनके लिए प्रतिष्ठा का सवाल बन गया है। चिराग के पिता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान इस क्षेत्र का कई बार लोकसभा में प्रतिनिधित्व कर चुके थे। पिछले चुनाव में यहां से लोजपा के टिकट पर पशुपति कुमार पारस चुनाव लड़े थे और विजयी हुए थे।
इस चुनाव से पहले अपनी जन अधिकार पार्टी का कांग्रेस में विलय कर चुके पूर्व सांसद पप्पू यादव भी बतौर निर्दलीय पूर्णिया से चुनावी मैदान में ताल ठोंक रहे हैं। महागठबंधन में यह सीट राजद के कोटे में चली गई और राजद ने यहां से बीमा भारती को चुनावी मैदान में उतारा है। ऐसे में यह चुनाव पप्पू यादव के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बन गया है।
उधर, विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के महागठबंधन में शामिल होने और राजद कोटे से तीन सीट - गोपालगंज, मोतिहारी और झंझारपुर वीआईपी को मिलने के बाद माना जा रहा है कि पार्टी के प्रमुख मुकेश सहनी भी खुद चुनाव लड़ने के लिए मैदान में उतर सकते हैं। हालांकि पार्टी ने अब तक अपने उम्मीदवारों की आधिकारिक घोषणा नहीं की है।
बहरहाल, सभी राजनीतिक दल के कार्यकर्ता अपने प्रमुखों और पार्टी के सर्वेसर्वा को विजयी बनाने के लिए हर हथकंडे अपना रहे हैं, मगर चार जून को चुनाव परिणाम आने पर ही पता चलेगा कि मतदाताओं ने पार्टी के किस ’खेवैया’ को अपना ’खेवनहार’ बनाया। बिहार में लोकसभा चुनाव के सभी सात चरणों में मतदान होना है।
(आईएएनएस)
कुशीनगर, 7 अप्रैल । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले के नन्हू मुंडेरा गांव के पास आवारा कुत्तों ने मानसिक रूप से विक्षिप्त 35 साल की एक महिला को नोच-नोचकर मार डाला।
पुलिस चौकी प्रभारी विक्रम अजीत राय के मुताबिक, शनिवार को नान्हू मुंडेरा गांव में नहर के पास स्थानीय लोगों ने आंशिक रूप से खाया हुआ एक शव देखा।
शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और मामले की जांच की जा रही है। मृतक महिला की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है।
अधिकारियों ने पुष्टि की कि उसके पूरे शरीर, विशेषकर उसकी आंखों और गर्दन पर गहरे घाव थे।
स्थानीय लोगों ने बताया कि महिला तीन दिन पहले इलाके में आई थी और गांव के बाहर नहर के किनारे रह रही थी।
ग्राम प्रधान सुरेश कुशवाह ने कहा कि आवारा कुत्तों के आतंक को लेकर कई बार आवेदन दिया गया लेकिन अधिकारियों ने कोई कार्रवाई नहीं की।
क्षेत्राधिकारी (सीओ) कैप्टनगंज राजकुमार बरनवाल ने कहा कि मांस और मुर्गी पालन के प्रचलन के कारण कुत्ते मांस खाकर आक्रामक हो जाते हैं और लोगों पर हमला कर देते हैं।
(आईएएनएस)
गढ़वा (झारख्ंड), 7 अप्रैल । जहां कभी दहशत का माहौल था, वहां अब लोकतंत्र के उत्सव में भाग लेने की खुशियां हैं। जी हां, देश की आजादी के बाद पहली बार बूढ़ा पहाड़ के लोग आगामी लोकसभा चुनाव में अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। प्रशासन की ओर से यहां के लोगों को मतदान के प्रति जागरूक किया जा रहा है। जिले के डीसी और एसपी खुद यहां पहुंचकर लोगों को उनके मताधिकार के महत्व व उसके प्रयोग की जानकारी दे रहे हैं। लोगों में भी अपने इस अधिकार के प्रयोग को लेकर उत्साह है।
एक वर्ष पूर्व सुरक्षा बलों ने गढ़वा जिले में स्थित बूढ़ा पहाड़ को नक्सलियों के चंगुल से आजाद कराया था। बताया जाता है कि अभी तक दहशत में रहे यहां के लोगों ने अब तक कभी मतदान ही नहीं किया है। इस बार लोकसभा चुनाव मे यहां मतदान कराने को लेकर डीसी, एसपी और सीआरपीफ के अधिकारियों ने विशेष तैयारी की है। यहां 13 मई को मतदान होना है।
चुनाव आयोग के निर्देश पर डीसी और एसपी यहां खुद पहुंचे और ग्रामीणों से बगैर किसी भय के मतदान की अपील की। कभी दिन रात नक्सलियों की बंदूकों की तड़तड़ाहट और बम धमाकों की आवाजें सुनने वाले यहां के बच्चों को अब कविताएं सुनाई जा रही हैं। दहशत का स्थान अब पेंसिल ने ले लिया है।
स्कूलों में जा रहे बच्चेे अब बड़े प्यार से पढ़ाई कर रहे हैं। बच्चों के मुख से क से कबूतर ए से एप्पल और टू वन जा टू, टू टू जा फोर आदि सुनकर अधिकारियो ने भी ख़ुशी जाहिर की। एसपी ने बताया कि उन्होंने बगैर किसी भय के लोगों से मतदान की अपील की है। उन्हें हर प्रकार की सुरक्षा उपलब्ध कराई जाएगी। डीसी ने कहा कि कभी नक्सलियो के कैद में रहे इस इलाके मेें अब विकास कार्य हो रहे हैं। हमने सभी से लोकसभा चुनाव मे मतदान की अपील की है।
कभी भाकपा माओवादियों के इस गढ़ में आज शांति का संगीत सुनाई दे रहा है। हालांकि अभी भी सुरक्षा जवान 24 घंटे अलर्ट पर रहतेे हैं। लोगों में लोकतंत्र के महापर्व में शामिल होने को लेकर उत्साह व उमंग है।
(आईएएनएस)
चेन्नई, 7 अप्रैल। तमिलनाडु के मायलादुथुराई के सीमानकुलम में 2 अप्रैल की रात को स्थानीय लोगों द्वारा देखा गया तेंदुआ पांच दिन बाद भी पकड़ से बाहर है।
वन विभाग ने निगरानी बढ़ा दी है और अतिरिक्त प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) वी नागनाथन अभियान का नेतृत्व कर रहे हैं।
तमिलनाडु वन विभाग की कुल 13 टीमें तलाशी अभियान में शामिल हैं और मायलादुथुराई में कई जगहों पर कैमरा ट्रैप लगाए गए हैं।
वन विभाग ने कैमरा ट्रैप में कैद हुई तेंदुए की तस्वीर जारी की है। तस्वीर से पता चलता है कि यह एक बड़ा तेंदुआ है।
नागापट्टिनम वन्यजीव वार्डन अभिषेक तोमर ने एक बयान में कहा कि विभाग ने जानवर को पिंजरे में फंसाने के प्रयास तेज कर दिए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि तेंदुए को पकड़ने के लिए वन विभाग पूरी तरह से सक्रिय है।
तेंदुए का पता लगाने के लिए कैमरों और ड्रोन कैमरों का इस्तेमाल किया जा रहा है।
अनामलाई टाइगर रिजर्व और श्रीविलपुथुर मेगामलाई टाइगर रिजर्व से हाई-टेक उपकरण के साथ विशेष रूप से प्रशिक्षित कर्मचारी मयिलादुथुराई पहुंच गए हैं।
बयान में यह भी कहा गया है कि दो पशु चिकित्सक, कलैवनन और विजयराघवन, तेंदुए को पकड़ने में मदद कर रहे हैं।
वन्यजीव वार्डन ने बयान में कहा कि तेंदुए आमतौर पर बकरियों जैसे छोटे जानवरों को खाते हैं और इंसानों से बचते हैं। उन्होंने लोगों से न घबराने और गलत सूचना फैलाने वाले अनावश्यक संदेश न फैलाने का भी आह्वान किया। हालांकि, बच्चों को घरों से बाहर नहीं जाने देने की सलाह दी गई है।
-- (आईएएनएस)
पटना, 6 अप्रैल । पूर्व केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (रालोजपा) के प्रमुख पशुपति कुमार पारस ने शनिवार को कहा कि उनकी पार्टी एनडीए के साथ मजबूती से है और आगे भी रहेगी। बिहार की सभी 40 लोकसभा सीटों पर एनडीए उम्मीदवारों के लिए रालोजपा के कार्यकर्ता प्रचार करेंगे।
रालोजपा और दलित सेना के प्रदेश पदाधिकारियों और जिला अध्यक्षों की शनिवार को पटना में बैठक बुलाई गई थी। बैठक के बाद पारस ने कहा कि राष्ट्रहित एवं राज्यहित में उनकी पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए गठबंधन का समर्थन करने का फैसला लिया है और बिहार की सभी 40 लोकसभा सीटों पर हमलोग एनडीए के प्रत्याशी का समर्थन करेंगे।
उन्होंने कहा कि इस बार एनडीए सांसदों की संख्या 400 के पार होगी और बिहार में भी निश्चित रूप से एनडीए गठबंधन सभी 40 सीटों पर विजय प्राप्त करेगा। उन्होंने हाजीपुर की जनता को भरोसा दिलाते हुए कहा कि राजनीति में सब दिन एक जैसे नहीं होते। हमने ईमानदारी से हाजीपुर की सेवा की। लोकसभा चुनाव के बाद पार्टी संगठन को और मजबूत किया जाएगा। पार्टी संगठन इतना मजबूत होगा कि विधानसभा चुनाव के समय एनडीए गठबंधन हमारी पार्टी को समुचित सम्मान एवं स्थान देने के लिए मजबूर होगें।
पार्टी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सूरजभान सिंह ने कहा कि चाचा के पास हो या भतीजा के पास हो, इससे फर्क नहीं पड़ता, दोनों एनडीए परिवार का हिस्सा है, हम लोग एनडीए उम्मीदवारों के समर्थन के लिए पूरे दमखम से मैदान में उतरेगें।
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सांसद प्रिंस राज ने कहा कि हम लोगों ने भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के सामने अपनी बातें रखी थी। भाजपा के आश्वासन पर ही हमने एनडीए को समर्थन देने का फैसला लिया है। आज की बैठक कार्यकर्ताओं की भावना जानने के लिए आयोजित की गई थी और कार्यकर्ताओं ने पार्टी के फैसले पर अपनी मुहर लगा दी।
(आईएएनएस)
गाजियाबाद, 6 अप्रैल । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गाजियाबाद में रोड शो के लिए तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। पीएम मोदी पहली बार गाजियाबाद में रोड शो कर रहे हैं। इससे पहले उन्होंने कई बार गाजियाबाद में जनसभाओं को संबोधित किया, बड़ी-बड़ी रैलियां की, लेकिन, अपने कार्यकाल में आज तक रोड शो नहीं किया था।
रोड शो के दौरान अलग-अलग ब्लॉक बनाए गए हैं। जहां पर गाजियाबाद में रहने वाले अलग-अलग राज्यों के लोग अपने-अपने ब्लॉक में अपने-अपने परिधानों में खड़े होकर प्रधानमंत्री मोदी का अभिनंदन कर सकेंगे।
गाजियाबाद में भाजपा कार्यकर्ताओं की तैयारी कुछ ऐसी है कि रोड शो का नजारा बिल्कुल ही अलग दिखाई देगा। रोड शो के दौरान उत्तराखंड, बंगाल, बिहार समेत अन्य राज्यों के ब्लॉक बनाए गए हैं, जहां पर कोशिश की जा रही है कि अन्य राज्यों के रहने वाले लोग जो गाजियाबाद में रहते हैं, वह अपने ब्लॉक में अपनी पारंपरिक वेशभूषा में मौजूद रहें।
इसके साथ-साथ दिव्यांगों के लिए भी अलग से ब्लॉक बनाया गया है ताकि उन्हें भीड़ में खड़े होकर प्रधानमंत्री मोदी को देखने में दिक्कत ना हो। इसके साथ-साथ विशेष तौर पर मुस्लिम समुदाय के लोगों के लिए भी एक ब्लॉक बनाया गया है, जहां पर लोग मौजूद रहेंगे।
अलग-अलग ब्लॉक बनाने का उद्देश्य है कि प्रधानमंत्री मोदी का रोड शो जिस तरफ से गुजरे, वहां पर खड़े लोग अपनी वेशभूषा के चलते आसानी से पहचान में आएं और ये भी पता चले कि गाजियाबाद में अलग-अलग राज्यों के लोग कितनी एकजुटता के साथ रहते हैं।
इस रोड शो के जरिए प्रधानमंत्री मोदी लोगों तक यह संदेश पहुंचाना चाहते हैं कि आगामी चुनाव में भी पूरे देश के साथ गाजियाबाद को भगवा रंग में रंग दिया जाए। प्रधानमंत्री मोदी के रोड शो के रथ पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और गाजियाबाद के भाजपा प्रत्याशी अतुल गर्ग मौजूद रहेंगे। रोड शो को देखने के लिए गाजियाबाद के हर ब्लॉक और मंडल से लोगों की भीड़ जमा हो गई है। अनुमान लगाया जा रहा है कि करीब 1 लाख से ज्यादा लोग रोड शो में शामिल होंगे।
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 6 अप्रैल । भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की तेलंगाना विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) के. कविता ने दिल्ली आबकारी नीति घोटाले से संबंधित कथित धन शोधन मामले में तिहाड़ जेल में उनसे पूछताछ करने और बयान दर्ज करने की मांग करने वाली सीबीआई की याचिका का विरोध करते हुए शनिवार को दिल्ली की एक अदालत का दरवाजा खटखटाया।
गौरतलब है कि अदालत ने शुक्रवार को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को तिहाड़ जेल में कविता से पूछताछ करने की अनुमति दे दी थी।
कविता के वकील नितेश राणा ने शनिवार को अदालत को बताया कि जांच एजेंसी ने "उसकी पीठ पीछे" याचिका दायर करके कानून की उचित प्रक्रिया को विफल कर दिया।
राणा ने अदालत से कहा, "मुझे गंभीर आशंका है कि सीबीआई ने अदालत से अनुकूल आदेश प्राप्त करने के लिए सही तथ्यों का खुलासा नहीं किया होगा।" उन्होंने कविता का पक्ष सुनने तक आदेश को स्थगित रखने का आग्रह किया।
अदालत उनकी याचिका पर शनिवार को बाद में सुनवाई कर सकती है।
कविता पर आबकारी नीति घोटाले में 100 करोड़ रुपये की रिश्वत के भुगतान में सक्रिय रूप से शामिल होने का आरोप लगाया गया है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उन्हें 'घोटाले' का सरगना करार दिया है। वर्तमान में वह 9 अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में हैं।
ईडी, जो राष्ट्रीय राजधानी में कथित शराब नीति घोटाले से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले की भी जांच कर रहा है, ने कविता को हैदराबाद में उनके आवास पर तलाशी के बाद 15 मार्च को गिरफ्तार किया था।
यह दावा किया गया है कि कविता अपने प्रॉक्सी के माध्यम से मनी लॉन्ड्रिंग इकोसिस्टम यानी मेसर्स इंडो स्पिरिट्स की स्थापना में शामिल थीं, जिससे 192.8 करोड़ रुपये की अपराध आय उत्पन्न हुई।
(आईएएनएस)
चंडीगढ़, 6 अप्रैल । पंजाब पुलिस ने शनिवार को 55 वर्षीय महिला के साथ कथित तौर पर मारपीट करने और उसे अर्धनग्न घुमाने के आरोप में एक अधेड़ उम्र की महिला समेत परिवार के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है।
आरोपी पीड़ित महिला के बेटे की ससुराल के लोग हैं। महिला के बेटे ने एक लड़की के साथ भागकर उसके परिवार की इच्छा के विरुद्ध शादी की थी।
अपराध का एक कथित वीडियो शुक्रवार को सोशल मीडिया पर सामने आया। पुलिस ने बताया कि यह घटना तरनतारन जिले के एक गांव में 31 मार्च को हुई।
शिकायत के अनुसार, पीड़िता जब अपने घर पर अकेली थी तब उसके बेटे के ससुराल वालों ने कथित तौर पर उसके साथ मारपीट की और उसके कपड़े फाड़ दिए। पांच लोगों पर केस दर्ज किया गया है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अश्वनी कपूर ने कहा, "गिरफ्तार लोगों की पहचान कुलविंदर कौर मणि, शरणजीत सिंह शन्नी और गुरचरण सिंह के रूप में हुई है। प्रथम दृष्टया पीड़िता के कपड़े फाड़ने के लिए कुलविंदर कौर जिम्मेदार है।"
अश्वनी कपूर ने कहा कि आईपीसी की कई धाराओं के तहत 3 अप्रैल को पहली एफआईआर दर्ज की गई थी।
(आईएएनएस)
गोड्डा, 6 अप्रैल । गोड्डा से बीजेपी सांसद डॉ निशिकांत दुबे ने एक बार फिर चौंकाने वाला बयान दिया है। हमेशा से ही रहस्यमयी और विस्फोटक बयान देने वाले निशिकांत दुबे ने इस बार कहा है कि 2025 में झारखंड मुक्ति मोर्चा टुकड़ों में बंट जाएगा।
दुमका दौरे पर पहुंचे निशिकांत दुबे ने सार्वजिनक रूप से कहा कि झामुमो कुनबा पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन को मुख्यमंत्री बनाने का प्रयास कर रहा है। इसका असर झामुमो की अंदरूनी राजनीति पर भी दिखेगा।
उन्होंने यह भी कहा कि जिस प्रकार सीता सोरेन ने परिवार का साथ छोड़ दिया, उसी प्रकार शिबू सोरेन के छोटे बेटे बसंत सोरेन जून-जुलाई में पार्टी छोड़ देंगे। उपचुनाव जीतने के बाद मुख्यमंत्री चंपई सोरेन को धक्के मार कर जेएमएम निकाल फेंकेगी और कल्पना सोरेन अगली मुख्यमंत्री बनेगी।
उन्होंने कहा की उनकी कही सारी बातें सच होती हैं और आगे भी सच साबित होगा।
गोड्डा सांसद ने साथ ही यह भी कहा कि राज्य में भाजपा की सरकार बनने के बाद शिबू सोरेन के बड़े बेटे दुर्गा सोरेन की मौत की निष्पक्ष जांच कराई जाएगी।
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 6 अप्रैल । विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा है कि अयोध्या में बने राम मंदिर का असर लोकसभा चुनाव में जरूर पड़ेगा और लोगों को हिंदुत्व और राष्ट्रीयता का समर्थन करने वाले दल को वोट देना चाहिए।
देशवासियों को विक्रमी संवत-2081 के नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए उन्होंने कहा कि आने वाला दशक हिंदुस्तान के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण रहने जा रहा है।
लोकसभा चुनाव का जिक्र करते हुए विहिप नेता ने कहा कि विश्व हिंदू परिषद वैसे तो गैर राजनीतिक रूप से कार्य करता है, लेकिन, चुनावों का असर तो देश पर पड़ता है। सरकारें अगर प्रतिकूल होती है तो बहुत असर पड़ता है इसलिए उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं से कहा है कि नागरिक के नाते अपनी जिम्मेदारी पूरी करनी है, लोगों को ज्यादा से ज्यादा वोट देने के लिए प्रोत्साहित करना है।
आलोक कुमार ने अयोध्या में बने राम मंदिर का असर लोकसभा चुनाव में जरूर पड़ने की बात कहते हुए मतदाताओं से हिंदुत्व और राष्ट्रीयता का समर्थन करने वाले दल को वोट करने की अपील भी की।
उन्होंने आगे कहा कि लोगों को पिछले दस साल के सरकार के आचरण को देखना चाहिए। राम मंदिर का समर्थन किसने किया और इसका विरोध किसने किया? राम मंदिर बनने की खुशी किन लोगों को हुई और किन लोगों ने इसका बहिष्कार किया? सीएए कौन लेकर आया और इसका विरोध कौन कर रहा है? लोगों को इन सब बातों का विचार करना चाहिए और इन सब बातों के आधार पर ही वोट करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि उनकी सूची में धार का भोजशाला नहीं था। लेकिन, धार के लोगों ने मुकदमा किया और वहां सर्वे का काम जारी है। उन्होंने दावा किया कि वैज्ञानिक सर्वे के आधार पर काशी, मथुरा और धार में यह जल्द ही सामने आ जाएगा कि इन तीनों का मूल स्वरूप क्या है?
उन्होंने कहा कि महज कुछ ही महीनों के अंदर इन मामलों में ट्रायल अदालत से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक फैसला आ गया और अब सर्वे हो रहा है और उन्हें उम्मीद है कि नए साल में इन तीनों के मुकदमे काफी आगे बढ़ जाएंगे।
उन्होंने कहा कि राम मंदिर का आंदोलन अपनी परिणीति तक पहुंच गया है। उन्होंने बिना नाम लिए कांग्रेस द्वारा रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के निमंत्रण को ठुकराने के लिए कांग्रेस की आलोचना भी की।
(आईएएनएस)
गुमला, 6 अप्रैल । झारखंड के गुमला में स्वास्थ्य सुविधा का सबसे बड़ा केंद्र सदर अस्पताल खुद बीमार है। इसकी सुध लेने वाला कोई नहीं। अस्पताल प्रबंधन पल्ला झाड़ रहा है। सदर अस्पताल में लाखों की लागत से मच्छरदानी खरीदी गई, लेकिन स्थिति ये है कि एक भी मरीज को मच्छरदानी नहीं दी गई।
इतना ही नहीं, तपिश भरी गर्मी से लोगों का हाल बेहाल है। वहीं, अस्पताल के वार्ड में लगे पंखे टूटे और खराब पड़े हैं। मरीजों का दुखड़ा सुनने वाला कोई नहीं।
मच्छरदानी की डिमांड करने पर कहा जाता है कि मच्छरदानी नहीं है।
दूसरी ओर सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉक्टर अनुपम किशोर सब कुछ जानते हुए भी अनजान बनते हैं और कहते हैं ऐसी बात नहीं है। पर्याप्त मात्रा में मच्छरदानी है। पंखे की खराबी पर कहते हैं, जल्द ही दुरुस्त करा दिया जाएगा।
अब सवाल यह उठता है कि अगर मच्छरदानी है, तो वार्ड में एक भी मरीज को मच्छरदानी क्यों नहीं मिल रही। आखिर इसकी जवाबदेही लेगा कौन?
वहीं अस्पताल में इलाजरत मरीज व उसके परिजन या तो अपने घर से मच्छरदानी लेकर आते हैं या दुकान से खरीद कर लाते हैं। इसके बाद परिजन बरामदे में मच्छरदानी लगाकर सोते हैं। कारण पूछने पर बताया जाता है कि वार्ड में पंखा खराब है। गर्मी, उमस और बदबू के चलते बाहर सोना पड़ता है।
मच्छरों के प्रकोप से मरीजों का रात तो दूर, दिन में भी जीना मुहाल है। जरूरत है, लचर स्वास्थ्य सुविधा पर सुधार की, लेकिन पहल करेगा कौन?
(आईएएनएस)
शिवमोग्गा, 6 अप्रैल । शिवमोग्गा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में लोकसभा चुनाव लड़ने पर अड़े कर्नाटक भाजपा के बागी नेता के.एस. ईश्वरप्पा ने चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर का उपयोग करने के संबंध में जिला अदालत में एक कैविएट याचिका दायर की है।
उन्होंने शुक्रवार को कैविएट याचिका दायर की क्योंकि उन्हें लग रहा था कि यदि भाजपा नेता इस संबंध में अर्जी दायर करते हैं तो अदालत बागी नेता को पीएम मोदी की तस्वीरों का इस्तेमाल न करने का निर्देश दे सकती है।
इस संबंध में भाजपा के शिवमोग्गा उम्मीदवार और सांसद बी.वाई. राघवेंद्र तथा ईश्वरप्पा के बीच पहले से ही जुबानी जंग जारी है।
राघवेंद्र ने चुनाव प्रचार के दौरान पीएम मोदी की तस्वीरें इस्तेमाल करने पर ईश्वरप्पा का मजाक उड़ाया था। इस पर ईश्वरप्पा ने कहा था कि पीएम मोदी राघवेंद्र के पिता की संपत्ति नहीं हैं।
ईश्वरप्पा अपने बेटे के.ई. कंथेश को हावेरी लोकसभा सीट से टिकट नहीं देने के भाजपा के फैसले से नाराज हैं। हालाँकि, वह भाजपा उम्मीदवार राघवेंद्र को हराने के लिए शिवमोग्गा से चुनाव लड़ रहे हैं, जो पूर्व मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा के बेटे हैं। ईश्वरप्पा ने कहा है कि येदियुरप्पा ने उन्हें धोखा दिया है। ईश्वरप्पा ने येदियुरप्पा के एक और बेटे बी.वाई. विजयेंद्र को कर्नाटक भाजपा अध्यक्ष पद से हटवाने की भी कसम खाई है।
ईश्वरप्पा ने घोषणा की थी कि वह 12 अप्रैल को अपना नामांकन दाखिल करेंगे। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बेंगलुरु दौरे के दौरान व्यक्तिगत रूप से उनसे फोन पर बात की थी।
ईश्वरप्पा ने कहा था, "गृह मंत्री अमित शाह ने मुझसे मुलाकात नहीं की। उनके कार्यालय ने मुझे बताया कि वह अनुपलब्ध हैं। मैं मानता हूं कि यह उनकी ओर से संकेत है कि मैं एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने के अपने फैसले पर आगे बढ़ सकता हूं।"
ईश्वरप्पा ने कहा, "अगर अमित शाह ने मुझसे एक निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अपनी उम्मीदवारी वापस लेने के लिए कहा होता, तो मैं वापस लेने के लिए मजबूर हो जाता। उन्होंने अन्य नेताओं से मेरी उम्मीदवारी और मेरे द्वारा उनके सामने उठाए गए सवालों के बारे में बात की होगी। उन्हें इस बात पर यकीन हो गया होगा कि मेरा संघर्ष विवेकपूर्ण है।
"मैं एक निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ूंगा। भाजपा शिवमोग्गा संसदीय क्षेत्र को छोड़कर सभी 28 सीटें जीतने जा रही है। वहां मैं एक निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में विजयी होऊंगा। अगर मैं प्रधानमंत्री मोदी का समर्थन नहीं करता हूं तो मैं बेकार महसूस करूंगा। अपनी जीत हासिल करने के बाद शिवमोग्गा से मैं अपनी जीत प्रधानमंत्री मोदी को समर्पित करूंगा।"
(आईएएनएस)
बिजनौर, 6 अप्रैल । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को चांदपुर के हिंदू इंटर कॉलेज खेल मैदान में आयोजित जनसभा में बिजनौर से भाजपा और राष्ट्रीय लोकदल के संयुक्त लोकसभा प्रत्याशी चंदन चौहान के पक्ष में वोट की अपील की।
इस दौरान उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में दो वर्षों में 20 आतंकवादी मारे गये हैं। इसका जिक्र दो दिन पहले ब्रिटेन के प्रतिष्ठित समाचार पत्र 'द गार्डियन' में किया गया है। इसका स्त्रोत वही बता सकते हैं, लेकिन एक बात तय है कि भारत आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस नीति के तहत काम कर रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुलवामा की घटना के बाद कहा था कि भारत माता के सपूतों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। आज दुनिया देख रही है कि भारत दुश्मनों के घर में घुस करके उन्हें ठिकाने लगाना जानता है। भारत ने इसे एयर स्ट्राइक के माध्यम से करके दिखाया है।
उन्होंने कहा कि इतना ही नहीं, आज दुनिया के तमाम देश भारत का अनुसरण कर रहे हैं, क्योंकि भारत दुनिया में सबसे तेजी से उभरती हुई अर्थव्यवस्था वाला देश बन रहा है।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि पहले 10-10 साल गन्ना किसानों को भुगतान नहीं होता था। ऐसे में वे साहूकारों से सूद पर पैसा लेने के लिए मजबूर थे। आज प्रदेश में 120 चीनी मिलों में से 105 चीनी मिलें एक सप्ताह के अंदर गन्ना मूल्य का भुगतान कर रही हैं। शेष 15 चीनी मिलों को जल्द से जल्द भुगतान करने के निर्देश दिए जा रहे हैं। अगर वह समय पर गन्ने का भुगतान नहीं करेंगी तो उसे नीलाम करके अन्नदाता किसानों को चीनी मिल का मालिक बनाएंगे।
उन्हाेंने कहा कि पिछले 10 वर्षों में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भाजपा की सरकार ने देश हित में जो कार्य किए हैं, उसकी वजह से आज देश और दुनिया में डंका बज रहा है। पहली बार अन्नदाता किसान किसी सरकार के एजेंडे का हिस्सा बना है। इसकी पुष्टि प्रधानमंत्री किसान बीमा योजना, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, ऋण माफी योजना और प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि आदि योजनाएं बखूबी करती हैं।
(आईएएनएस)
देहरादून, 6 अप्रैल । भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शनिवार को अपना 45वां स्थापना दिवस मनाया। इस अवसर पर देहरादून के पार्टी कार्यालय में कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जहां मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट, सांसद नरेश बंसल समेत तमाम नेता मौजूद रहे।
पार्टी के 45वें स्थापना दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि आज भाजपा के सभी कार्यकर्ताओं के लिए ऐतिहासिक दिन है। आज भाजपा सबसे बड़ा संगठन बन गया है। इस बार का स्थापना दिवस महत्वपूर्ण है, क्योंकि, लोकतंत्र का महापर्व है।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि इस अवसर पर हम कार्यकर्ता संकल्प लेते हैं कि इस स्थापना दिवस पर तीसरी बार हम प्रचंड बहुमत से भाजपा की सरकार बनाएं और नरेंद्र मोदी को फिर प्रधानमंत्री बनाने में योगदान दें। पार्टी के सभी कार्यकर्ता एकजुट होकर इस बार 2014 और 2019 में जो विजय मिली थी, उससे बड़ी विजय दिलाएंगे।
इस मौके पर कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने भी बधाई दी और कहा कि इस स्थापना दिवस पर हम संकल्पित हैं कि भाजपा की सरकार तीसरी बार आए और पीएम मोदी एक बार फिर प्रधानमंत्री के रूप में जीत हासिल करें।
(आईएएनएस)
कोलकाता, 6 अप्रैल । पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के कर्मियों पर भूपतिनगर में स्थानीय महिलाओं को परेशान करने का आरोप लगाया।
मुख्यमंत्री ने दक्षिण दिनाजपुर जिले के बालुरघाट में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा, “भूपतिनगर में महिलाओं ने किसी पर हमला नहीं किया। असल में एनआईए ने सबसे पहले हमला किया। यदि वे किसी के घर पर असमय जाते हैं और महिलाओं को परेशान करते हैं, तो वे क्या करेंगी? क्या वे घर पर बैठेंगी और अपना चेहरा छिपाएंगी?”
सीएम ने कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले एनआईए की कार्रवाई मूल रूप से पूर्वी मिदनापुर जिले में भाजपा को लाभ पहुंचाने के लिए है।
मुख्यमंत्री ने कहा, “भूपतिनगर में कुछ पटाखे फूटे थे। एनआईए तड़के वहां गई, और वह भी चुनाव से पहले।''
उन्होंने भारतीय निर्वाचन आयोग (ईसीआई) की निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए कहा, “हम भाजपा-नियंत्रित आयोग नहीं चाहते। हम एक स्वतंत्र और निष्पक्ष आयोग चाहते हैं। चुनाव से पहले तृणमूल के नेताओं और कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी, जैसे नई दिल्ली में अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी स्वीकार्य नहीं है।”
इससे पहले मुख्यमंत्री ने ईडी अधिकारियों पर संदेशखाली में स्थानीय लोगों को भड़काने का आरोप लगाया था। मुख्यमंत्री ने कहा था, ''वे शाहजहां को निशाना बनाकर संदेशखाली गए थे।''
एनआईए टीम पर शनिवार को पूर्वी मिदनापुर जिले के भूपतिनगर में स्थानीय लोगों के एक समूह ने हमला किया। एजेंसी दिसंबर 2022 में हुए एक विस्फोट की जांच करने के लिए वहां गई थी, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई थी।
पश्चिम बंगाल में तीन महीने से भी कम समय में केंद्रीय जांच एजेंसी पर यह दूसरा हमला है।
संदेशखाली में 5 जनवरी को स्थानीय लोगों ने ईडी और सीएपीएफ जवानों पर हमला किया था। इस मामले में तृणमूल नेता शेख शाहजहां को गिरफ्तार कर लिया गया है।
(आईएएनएस)
हुबली, (कर्नाटक) 6 अप्रैल। केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी ने शनिवार को कांग्रेस के 'न्याय' घोषणापत्र पर प्रतिक्रिया दी और कहा कि कांग्रेस ने कभी भी देश को 'न्याय' नहीं दिया।
केंद्रीय मंत्री ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, "राहुल गांधी ने 'न्याय' पत्र की घोषणा की है। वे यह अच्छी तरह से जानते हैं कि वो सत्ता में नहीं आएंगे, लेकिन पार्टी मनमर्जी से घोषणाएं करने में लगी हुई है।"
जोशी ने सवाल किया कि कांग्रेस ने 'गरीबी हटाओ' और 'रोटी, कपड़ा और मकान' जैसे नारे गढ़े थे। क्या वे सफल हुए? 2004 में कांग्रेस ने एक और नारा दिया 'कांग्रेस का हाथ गरीब लोगों के साथ'। लेकिन आखिरकार उन्होंने क्या किया?
जोशी ने कहा कि कांग्रेस शासन के दौरान उन्होंने 12 लाख करोड़ का भ्रष्टाचार किया। उन्होंने गरीबों को कुछ नहीं दिया। उन्होंने देश के साथ न्याय भी नहीं किया। 'न्याय' नारे की उनकी घोषणा हास्यास्पद है।
यदि वे 'न्याय' नारे या यात्राएं निकालेंगे तो भी लोग उन पर विश्वास नहीं करेंगे। बता दें कि जोशी कर्नाटक की धारवाड़ लोकसभा सीट से चुनावी मैदान में हैं।
(आईएएनएस)
चेन्नई, 6 अप्रैल । तमिलनाडु भाजपा अध्यक्ष के. अन्नामलाई कोयंबटूर लोकसभा सीट पर इंडिया गठबंधन और अन्नाद्रमुक गठबंधन को कड़ी टक्कर दे रहे हैं।
त्रिकोणीय मुकाबले में अन्नामलाई द्रमुक के गणपति पी. राजकुमार और अन्नाद्रमुक के सिंगाई जी. रामचंद्रन से टकरा रहे हैं।
आईपीएस अधिकारी से राजनेता बने इस युवा ने भ्रष्टाचार के खिलाफ राज्य में एक अच्छी छवि बनाई है। उन्होंने तमिलनाडु में सत्तारूढ़ पार्टी के खिलाफ 'डीएमके फाइल्स' नाम से कई कथित भ्रष्टाचार के आरोपों को सार्वजनिक डोमेन में लाकर डीएमके (द्रमुक) पर हमला बोला है।
अन्नामलाई की छह महीने लंबी पदयात्रा, 'मेरी भूमि, मेरे लोग' ने तमिलनाडु में लोगों के बीच एक बड़ा प्रभाव पैदा किया है।
अन्नामलाई ने कल्याणकारी कार्यक्रमों समेत केंद्र सरकार की योजनाओं को जनता के सामने रखा। उन्होंने द्रमुक पर उसके 'खराब' शासन के लिए हमला किया और भाजपा के तत्कालीन सहयोगी अन्नाद्रमुक के खिलाफ भी हमला बोला।
2019 के लोकसभा चुनाव में माकपा नेता पीआर नटराजन ने द्रमुक गठबंधन के हिस्से के रूप में ये सीट जीती थी। उन्होंने भाजपा नेता सीपी राधाकृष्णन को 1,79,143 वोटों के अंतर से हराया था।
ज्ञात हो कि भाजपा 2019 के लोकसभा चुनाव और 2021 के विधानसभा चुनाव में अन्नाद्रमुक के साथ गठबंधन में थी। इस बार पार्टी ने अन्नाद्रमुक से नाता तोड़ लिया है और उसके साथ केवल पीएमके है।
आगामी लोकसभा चुनाव के लिए, द्रमुक ने माकपा से कोयंबटूर सीट ली है और इसे डिंडीगुल निर्वाचन क्षेत्र आवंटित किया है। राजनीतिक पर्यवेक्षकों के अनुसार, यह निर्णय निर्वाचन क्षेत्र में भाजपा के खिलाफ मजबूत लड़ाई लड़ने के लिए था।
राजनीतिक जानकार के. सेंथिलनाथन ने आईएएनएस को बताया, "कोयंबटूर सीट द्रमुक के लिए प्रतिष्ठा का विषय बन गई है। पार्टी यह सुनिश्चित करना चाहती है कि वह इस सीट को बरकरार रखे। यही वजह है कि द्रमुक ने इसे माकपा से ले लिया और उसे डिंडिगुल भेज दिया।
(आईएएनएस)
मुंबई, अप्रैल 6 । आखिरकार, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने शनिवार को मौजूदा सांसद और उनके बेटे श्रीकांत शिंदे को कल्याण निर्वाचन क्षेत्र से फिर से उम्मीदवार बना दिया।
श्रीकांत शिंदे 2014 से कल्याण का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। उन्हें शिवसेना-यूबीटी उम्मीदवार वैशाली दरेकर के खिलाफ खड़ा किया गया है।
श्रीकांत शिंदे के दोबारा नामांकन की घोषणा उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने की। उन्होंने घोषणा की कि श्रीकांत शिंदे भाजपा, शिवसेना, एनसीपी, राष्ट्रीय समाज पक्ष, आरपीआई (आठवले) वाली महायुति के उम्मीदवार होंगे।
देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि महायुति के साथी श्रीकांत शिंदे की अधिक अंतर से जीत के लिए कड़ी मेहनत करेंगे।
भाजपा विधायक गणपत गायकवाड़ के समर्थकों द्वारा शुक्रवार को श्रीकांत शिंदे के लिए काम नहीं करने का प्रस्ताव पारित करने के एक दिन बाद श्रीकांत शिंदे के पुनर्नामांकन की घोषणा की गई, खासकर तब जब गणपत गायकवाड़ कल्याण से शिवसेना नेता और श्रीकांत शिंदे के करीबी महेश गायकवाड़ पर गोलीबारी करने के बाद फिलहाल जेल में हैं।
छह विधानसभा क्षेत्रों में से, शिवसेना का प्रतिनिधित्व केवल अंबरनाथ क्षेत्र में है, जबकि उल्हासनगर, कल्याण पूर्व और डोंबिवली पर भाजपा का कब्जा है। मुंब्रा कलवा क्षेत्र पर एनसीपी (सपा) का कब्जा है, जबकि कल्याण ग्रामीण पर मनसे का कब्जा है।
2019 के चुनाव में श्रीकांत शिंदे को एनसीपी उम्मीदवार बाबाजी पाटिल के खिलाफ 5,59,723 वोट मिले थे। 2014 के चुनाव में श्रीकांत शिंदे को 4,40,892 वोट मिले थे, उन्होंने एनसीपी उम्मीदवार आनंद परंजपे को हराया था, जिन्हें 1,90,143 वोट मिले थे।
(आईएएनएस)
पटना, 6 अप्रैल । बिहार भाजपा ने शनिवार को जाति की राजनीति को लेकर विरोधियों को निशाने पर लिया। बिहार के मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता हरि सहनी ने कहा कि बिहार की जनता जाति की राजनीति से ऊब चुकी है और अब विकासवाद और राष्ट्रवाद की बात करेगी। इस स्थिति में जब विकासवाद और राष्ट्रवाद की बात होती है तो नरेंद्र मोदी के अलावा कोई और नाम नहीं दिखता है।
पटना के भाजपा मीडिया सेंटर में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए हरि सहनी ने विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के नेता मुकेश सहनी पर निशाना साधते हुए कहा कि किसी खास व्यक्ति के किसी खास व्यक्ति के साथ जाने से एनडीए को कोई फर्क नहीं पड़ेगा।
उन्होंने वीआईपी के नेता पर इशारों ही इशारों में मंत्री बनने के बाद मछुआ समाज के लिए कोई काम नहीं करने का आरोप लगाते हुए कहा कि जब इन्हें समाज के लिए कुछ करने का समय मिला था, तब तो कुछ नहीं किया, अब क्या करेंगे। इनके पास मछुआ समाज को बताने के लिए कोई उपलब्धि नहीं है। भाजपा तो मछुआ समाज के उत्थान के लिए चिंतन करती है।
उन्होंने वीआईपी के नेता को निशाने पर लेते हुए कहा कि ये समाज के नाम पर सहयोग लेते हैं लेकिन, व्यक्तिगत भावना से जीते हैं, इस कारण उनके कहीं जाने से कोई फर्क नहीं पड़ेगा। भाजपा सरकार में बिहार में मछुआ आयोग का गठन किया तो मत्स्य संपदा योजना से मछुआ समाज के विकास के कई काम किए गए। आज पूरा समाज एनडीए और पीएम मोदी के साथ है।
मंत्री हरि सहनी ने कहा कि राजनीति करने के लिए लोग कुछ भी बोल सकते हैं, लेकिन मोदी सरकार में सबसे अधिक लोगों को रोजगार दिया गया, यह विरोध में बोलने वाले भी मानेंगे। आज जनमानस का विचार पीएम मोदी हैं।
उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को वीआईपी के नेता मुकेश सहनी महागठबन्धन के साथ चले गए। उन्हें राजद ने अपने कोटे से तीन सीट दी है।
(आईएएनएस)
श्रीनगर, 6 अप्रैल। सेना ने शनिवार को कहा कि उरी सेक्टर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर घुसपैठ की कोशिश का उद्देश्य कश्मीर में शांति और चुनाव प्रक्रिया को बाधित करना था।
रक्षा मंत्रालय के एक बयान में कहा गया, ''भारतीय सेना के नेतृत्व में एक संयुक्त अभियान में 5 अप्रैल को उरी सेक्टर में नियंत्रण रेखा पर आतंकवादियों की घुसपैठ की कोशिश को नाकाम कर दिया गया।
"उरी सेक्टर में एलओसी के पार घुसपैठ की योजना बनाने और इरादा रखने वाले आतंकवादी समूहों के बारे में खुफिया एजेंसियों से कई इनपुट प्राप्त हुए थे। इन इनपुट के आधार पर, निगरानी और घुसपैठ-रोधी ग्रिड की समीक्षा की गई और उसे मजबूत किया गया।"
''5 अप्रैल की तड़के, एलओसी के करीब घात लगाकर बैठे आतंकवादियों के एक समूह को एलओसी की ओर बढ़ते हुए देखा गया। भारतीय सेना की उन पर नज़र थी। इसके परिणामस्वरूप दोनों के बीच भारी गोलीबारी हुई।
"जब ऑपरेशन चल रहा था, तो नियंत्रण रेखा के आसपास पाकिस्तान की अग्रिम चौकियों से भी रुक-रुक कर गोलीबारी हो रही थी।
“ऑपरेशन के परिणामस्वरूप दो आतंकवादियों को मार गिराया गया और उनसे दो एके राइफलें, तीन मैगजीन, चार हथगोले, गोला-बारूद और अन्य युद्ध सामग्री बरामद की गई।
(आईएएनएस)