अंतरराष्ट्रीय
बर्लिन, 10 अक्टूबर (आईएएनएस)| जर्मन टेक फर्म सॉफ्टवेयर एजी को बड़े पैमाने पर हैकर्स के अटैक का सामना करना पड़ा है। हैकर्स ने कर्मचारियों की जानकारी और कंपनी के दस्तावेज चुराने के बाद 2.3 करोड़ डॉलर की फिरौती मांगी है। हैकर्स ने अपनी एक वेबसाइट पर कंपनी के डेटा के स्क्रीनशॉट डिस्प्ले किए हैं। इन स्क्रीनशॉट्स में कंपनी के इंटरनल नेटवर्क से कर्मचारियों के पासपोर्ट और आईडी स्कैन, कर्मचारियों के ईमेल और वित्तीय दस्तावेज नजर आ रहे हैं।
सॉफ्टवेयर एजी ने कहा है कि हैकर्स के हमले ने उनके केवल आंतरिक नेटवर्क को प्रभावित किया है, जबकि ग्राहक क्लाउड सेवाओं पर कोई असर नहीं आया है।
कंपनी ने एक बयान में कहा है, "सॉफ्टवेयर एजी का आईटी इंफ्रास्ट्रक्चर 3 अक्टूबर 2020 की शाम से हैकर्स के हमले से प्रभावित है। हालांकि, क्लाउड-आधारित सेवाओं समेत ग्राहकों को दी जाने वाली सभी सेवाएं अप्रभावित हैं। कंपनी के इंटरनल सिक्योरिटी रेगुलेशंस के तहत सॉफ्टवेयर एजी ने अपने इंटरनल सिस्टम को बंद कर दिया है।"
सॉफ्टवेयर एजी से मांगी गई फिरौती की एक प्रति इस सप्ताह की शुरुआत में सुरक्षा शोधकर्ता मालवेयरहंटरटीम ने खोजी थी।
बता दें कि सॉफ्टवेयर एजी 70 से अधिक देशों में 10,000 से अधिक इंटरप्राइज कस्टमर्स को सेवाएं देने वाली सॉफ्टवेयर कंपनी है। यह जर्मनी की दूसरी सबसे बड़ी और यूरोप की सातवीं सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर विक्रेता कंपनी है।
सॉफ्टवेयर एजी के ग्राहकों में सरकार, बैंकिंग, परिवहन, बीमा, खुदरा और अन्य क्षेत्रों के संगठन शामिल हैं।
--आईएएनएस
लंदन, 10 अक्टूबर (आईएएनएस)| ब्रिटेन के विदेश सचिव डॉमिनिक राब ने शनिवार को कहा कि 9 अगस्त के राष्ट्रपति चुनाव के बाद पूर्वी यूरोपीय देश में बढ़ती अशांति के बीच ब्रिटेन ने बेलारूस में अपने राजदूत को वापस बुला लिया है। बीबीसी के रिपोर्ट अनुसार, राब ने एक बयान में कहा कि ब्रिटेन अस्थायी रूप से पोलैंड और लिथुआनिया की एकता के लिए तैनात राजदूत जैकलिन प*++++++++++++++++++++++++++++र्*न्स को वापस बुला लिया है।
राब की यह घोषणा बेलारूस द्वारा दो देशों के 35 डिप्लोमेट्स को निष्कासित करने के एक दिन बाद हुई।
विदेश सचिव ने कहा कि बेलारूसी द्वारा लिया गया यह निर्णय पूरी तरह से अनुचित है और वह वेलारूसवासियों को आगे एकदम से 'आइसोलट' कर देंगे।
इस बीच, जर्मनी, रोमानिया और चेक गणराज्य सहित सात अन्य यूरोपीय देशों ने भी अपने राजदूतों को वापस बुला लिया है।
बीबीसी के रिपोर्ट के अनुसार, इस सप्ताह बेलारूस पुलिस ने 317 लोगों को हिरासत में लिया और पिछले 26 वर्षो से सत्ता में रहे लुकाशेंको के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों पर वाटर कैनन चलाया गया।
इस विराध प्रदर्शन में कम से कम 4 लोग मारे गए, जबकि सौकड़ों लोग घायल हो गए थे।
--आईएएनएस
पेशावर, 10 अक्टूबर (आईएएनएस)| पेशावर हाईकोर्ट ने शहर में भाई बेबा सिंह प्राचीन गुरुद्वारे के एक भाग के ऑक्शन पर रोक लगा दी है। डॉन न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, शुक्रवार को, एक पीठ ने ऑक्शन को अवैध घोषित कर दिया। इस बाबत याचिका संयुक्त रूप से पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक समिति, साहिब सिंह और गुरुद्वारा भाई बेबा सिंह की पांच सदस्यीय समिति से प्राप्त हुआ था।
याचिकाकर्ताओं ने दावा किया कि इवक्यू ट्रस्ट प्रॉपर्टी बोर्ड(ईटीपीबी), पेशावर के डिप्यूटी एडमिनिस्ट्रेटर ने 18 जुलाई 2016 को गुरुद्वारा भाई बेबा सिंह ने एक भाग की बोली लगाई थी और स्थानीय पुलिस को 20 नवंबर 2018 को एक पत्र जारी किया था। साथ ही कहा था प्राप्त करने वाले (अलॉटी) को उस भाग के पजेशन को सुनिश्चित किया जाए।
याचिकाकर्ता ने कहा कि जब पुलिस अधिकारी पोजेशन के लिए गुरुद्वारा गए, उन्हें पता चला कि बताया गया भाग तो गुरुद्वारा के बाउंड्री वाल के अंदर है और इसलिए यह परिसर का भाग है।
उन्होंने कोर्ट से ऑक्शन और पुलिस को इस संबंध में लिखे पत्र को अवैध घोषित करने की मांग की। साथ ही कहा कि गुरुद्वारा सिखों के लिए ऐतिहासिक स्थल है।
दिसंबर 2018 में एक पीठ ने स्टे ऑर्डर जारी किया था और आगे के आदेश तक अधिकारियों को उक्त भाग से सिख समुदाय के लोगों को बाहर नहीं निकालने का आदेश दिया था।
300 वर्ष पुराना यह गुरुद्वारा शहर के चक्का गली में स्थित है और इसे महाराजा रंजीत सिंह के शासन काल में बनाया गया था।
महुआ वेंकटेश
नई दिल्ली, 10 अक्टूबर (आईएएनएस)| चीन अपने बहु-प्रचारित बेल्ट एंड रोड इनीशिएटिव (बीआरआई) के जरिए श्रीलंका, जाम्बिया, लाओस, मालदीव, कांगो गणराज्य, टोंगा, पाकिस्तान और किर्गिस्तान जैसे कई देशों को अपने कर्ज के जाल में फंसाकर गंभीर वित्तीय खतरे में ढकेल रहा है।
चीन ने बीआरआई के जरिए इन देशों में खासा निवेश किया है और इन देशों को सपने दिखाए हैं कि इससे उनके बुनियादा ढांचे में सुधार आएगा, जो उन्हें आर्थिक विकास में मदद करेगा।
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग द्वारा नियंत्रण में किए जाने के बाद ही बीआरआई प्रोजेक्ट में बंदरगाहों, सड़कों, रेलवे, हवाईअड्डों और बिजली संयंत्रों के विकास को शामिल किया गया था। इसके बाद यह प्रोजेक्ट सैकड़ों अरबों डॉलर का हो गया है।
पिछले 7 साल में इस प्रोजेक्ट ने 70 से ज्यादा देशों में अपना काम फैलाया है। श्रीलंका ने अपने प्रतिष्ठित हंबनटोटा पोर्ट होल्डिंग्स कंपनी को 99 साल के लिए चीन को लीज पर देने के बाद कर्ज में डूबे कई देशों पर चिंता के बादल घिर आए हैं।
ऐसे देशों की सूची खासी लंबी है। मालदीव पर चीन का लगभग 1.4 अरब डॉलर बकाया है। मालदीव के लिए कर्ज बहुत बड़ा है, क्योंकि उसकी जीडीपी ही 5.7 बिलियन डॉलर की है। वहीं जॉन्स हॉपकिन्स विश्वविद्यालय में चाइना अफ्रीका इनीशिएटिव के एक अध्ययन के मुताबिक चीन का जाम्बिया पर कुल ऋण 2017 के अंत में लगभग 6.4 बिलियन डॉलर था।
सीएचआर माइकलसन इंस्टीट्यूट ने एक रिपोर्ट में कहा, "अगर यह आंकड़ा सही है, तो जाम्बिया पर कुल 14.7 बिलियन डॉलर (राज्य गारंटेड लोन सहित) का कर्ज हो सकता है, जिसमें चीनी लोन 44 फीसदी का है।"
उधर, पाकिस्तान की हालत भी खराब है। वहां बीआरआई के अलाचवा चीन पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (सीपीईसी) भी चल रहा है।
ईवाय के मुख्य आर्थिक सलाहकार डी.के.श्रीवास्तव कहते हैं, "चीन आक्रामक रूप से उधार दे रहा है, वो भी खासकर गरीब देशों को। यह उन देशों के लिए अधिक समस्याएं और चुनौतियां पैदा करता है जो बीआरआई में शामिल हैं।"
स्वदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय सह-संयोजक अश्वनी महाजन कहते हैं, "जब हम गहराई से विश्लेषण करते हैं तो पता चलता है कि चीन द्वारा चलाए जा रहे सभी प्रोजेक्ट्स चीन पर ही केंद्रित हैं। ये कंपनियां आम तौर पर चीनी सरकार के स्वामित्व में हैं।"
सुमी खान
ढाका, 10 अक्टूबर (आईएएनएस)| बांग्लादेश में महिलाओं के खिलाफ दुष्कर्म, यौन उत्पीड़न और हिंसा की बढ़ती घटनाओं के खिलाफ 16 अक्टूबर को ढाका से नोआखाली तक विरोध मार्च निकाला जाएगा।
इसमें विभिन्न राजनीतिक संगठनों के नेताओं और कार्यकर्ताओं सहित सभी क्षेत्रों के लोग शामिल होंगे।
आयोजकों के अनुसार, 17 अक्टूबर को नोआखाली में एक बड़ी रैली होगी।
शुक्रवार को 'बांग्लादेश अगेंस्ट रेप एंड टॉर्चर' के बैनर तले ढाका में राष्ट्रीय संग्रहालय के बाहर एक विरोध प्रदर्शन किया गया।
नोआखाली में एक महिला के साथ मारपीट और सिलहट के एमसी कॉलेज में एक अन्य के साथ दुष्कर्म को लेकर मंगलवार से ढाका के शाहबाग और देश के अन्य हिस्सों में विभिन्न संगठन विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
इस बीच, पुलिस ने देश में अलग-अलग जगहों पर दुष्कर्म की घटनाओं के आरोप में करीब 22 लोगों को गिरफ्तार किया है।
कानूनी अधिकार समूह आईन ओ सलिश केंद्र के अनुसार, इस साल जनवरी और अगस्त के बीच बांग्लादेश में कम से कम 889 महिलाओं के साथ दुष्कर्म किया गया।
इस अवधि में 192 अन्य को दुष्कर्म के प्रयासों और यौन उत्पीड़न का सामना करना पड़ा, जबकि नौ पीड़िताओं ने आत्महत्या कर ली।
वाशिंगटन, 10 अक्टूबर (आईएएनएस)| अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार को व्हाइट हाउस में एक कार्यक्रम आयोजित करने की योजना बनाई है। 2 अक्टूबर को यह घोषणा करने के बाद कि वह और प्रथम महिला कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं, यह व्हाइट हाउस में पहला कार्यक्रम होगा। कोरोना के इलाज के लिए ट्रंप कुछ दिन अस्पताल में भी भर्ती रहे थे और बाद में व्हाइट हाउस लौट आए थे। व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने शुक्रवार को द हिल न्यूज वेबसाइट को बताया कि राष्ट्रपति ब्लू कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को संबोधित करेंगे, साथ ही कहा गया कि वह किसी के करीबी संपर्क में नहीं आएंगे।
एबीसी न्यूज के अनुसार, इवेंट में राष्ट्रपति द्वारा कानून और व्यवस्था के लिए शांतिपूर्ण प्रदर्शन के संबंध में भी टिप्पणी की जाएगी।
जानकार सूत्रों ने एबीसी न्यूज को बताया, "इसमें शामिल होने वाले सभी लोगों को मास्क लाना होगा और व्हाइट हाउस कॉम्प्लेक्स में इसे पहनने का निर्देश दिया जाएगा।"
आगे कहा गया कि सभी उपस्थित लोगों को स्क्रीनिंग भी करानी होगी।
सूत्र ने कहा, "सभी उपस्थित लोगों की सेहत और सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है और सीडीसी दिशानिर्देशों का दृढ़ता से पालन किया जाएगा।"
ट्रंप कैम्पेन ने शुक्रवार को यह घोषणा भी की थी कि राष्ट्रपति 12 अक्टूबर को फ्लोरिडा में एक रैली करेंगे।
इसकी पुष्टि राष्ट्रपति ने एक ट्वीट में की। उन्होंने कहा, " बहुत बड़ी रैली के लिए सोमवार को फ्लोरिडा के सैनफोर्ड में मौजूद रहूंगा।"
व्हाइट हाउस के आयोजन और फ्लोरिडा रैली की घोषणाओं पर प्रतिक्रिया देते हुए, डेमोक्रेटिक राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जो बाइडन के डिप्टी डायरेक्ट रिस्पॉन्स कोआर्डिनेटर माइक ग्विन ने कहा कि "ट्रंप एक वैकल्पिक वास्तविकता में रह रहे हैं, जहां वह कोविड-19 से बीमार और संक्रमित नहीं हैं।"
गुरुवार को, व्हाइट हाउस के चिकित्सक शॉन कॉनले ने कहा था कि ट्रंप शनिवार तक सार्वजनिक कार्यक्रमों में 'सुरक्षित वापसी' करने में सक्षम होंगे।
ज़्यूरिख़ 10 अक्टूबर (स्पुतनिक) माली में आतंकवादियों की कैद में चार वर्षों से बंद स्विज़रलैंड की एक महिला नागरिक की हाल ही में हत्या कर दी गई।
स्विज़रलैंड के विदेश मंत्रालय ने यह जानकारी दी। मंत्रालय ने शुक्रवार को बयान जारी कर कहा, "फ्रांस के अधिकारियों ने शुक्रवार को स्विस अधिकारियों को बताया कि माली में आतंकवादियों की कैद में बंधक स्विस महिला की मौत हो गई हैं। महिला का इस्लामिक आतंकवादी संगठन जमात नज़र अल इल्ज़ाम वल मुस्लिम के आतंकवादियों ने चार साल पहले अपहरण कर लिया था और करीब एक महीना पहले हत्या कर दी थी।"
संघीय पार्षद इग्नाजियो कैसिस ने बंधक की मौत पर खेद व्यक्त किया है। उन्होंने कहा , "मैं इस क्रूर कृत्य की निंदा करता हूं और रिश्तेदारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं।" स्विस अधिकारी मारे गए बंधक के अवशेषों को संभालने की मांग कर रहे हैं।
क़िरक़ीज़िस्तान के पड़ोसी देशों के राष्ट्रपतियों ने इस देश में व्याप्त अशांति से चिंतित होकर ख़त लिखा है।
क़िरक़ीज़िस्तान के पड़ोसी देशों ने इस देश की वर्तमान स्थिति पर चिंता जताते हुए इसकी समाप्ति की मांग की है। क़िरक़ीज़िस्तान के पड़ोसी देशों क़ज़ाकि़स्तान, ताजिकिस्तान, तुर्कमनिस्तान और उज़बेकिस्तान के राष्ट्रपतियों ने एक संयुक्त बयान जारी करके इस देश की तनावपूर्ण स्थिति पर अफसोस जताया है।
क़िरक़ीज़िस्तान के चार पड़ोसी देशों के राष्ट्रपतियों के संयुक्त बयान में आया है कि हम इस देश की जनता से मांग करते हैं कि वे अपने देश में शांति की स्थापना के लिए बुद्धिमानी से काम लें। बयान में कहा गया है कि वर्तमान स्थति क़िक़ीजिस्ताना की लोकतांत्रिक व्यवस्था में व्यवधान डाल रही है। इस संयुक्त बयान में हिंसा को तत्काल रोकने की मांग की गई है।
क़िरक़ीज़िस्तान के चार पड़ोसी देशों के राष्ट्रपतियों का यह संयुक्त बयान इस देश में 5 अक्तूबर को संपन्न हुए संसदीय चुनावों के परिणामों पर असंतुष्ट लोगों की प्रतिक्रिया के बाद आया है। इन परिणामों के सामने आने के बाद व्यापक स्तर पर विरोध प्रदर्शन किया गया। इन विरोध प्रदर्शनों के बाद क़िरक़ीज़िस्तान के चुनाव आयोग ने चुनावी परिणामों को रद्द कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने कई सरकारी इमारतों पर क़ब्ज़ा कर लिया और यहां के पूर्व राष्ट्रपति को जेल से आज़ाद करा लिया। इन घटनाओं में 590 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं जबकि कम से कम एक की मृत्यु का समाचार है।(parstoday)
वाशिंगटन, 9 अक्टूबर (आईएएनएस)| अमेरिका में रहने वाले भारतीय मूल के एक उद्यमी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के समर्थक डैनी गायकवाड़ ने 'ट्रंप है तो सेफ हैं' नामक एक अभियान शुरू किया है। एक रिपोर्ट में यह जानकारी मिली है।
फ्लोरिडा में रहने वाले धारावाहिक उद्यमी ने गुरुवार को अमेरिकन बाजार न्यूज आउटलेट को बताया, मैंने देखा कि राष्ट्रपति ट्रंप रेस में घायल हैं। इसलिए मैं उन्हें अपना समर्थन देने के लिए अपना पैसा खर्च कर रहा हूं।
उन्होंने कहा, हाल के महीनों में मुझे राष्ट्रपति और उपाध्यक्ष माइक पेंस से व्यक्तिगत रूप से इंगेज होने के अवसर मिले हैं।
भारतीय मूल के अमेरिकी उद्यमी ने कहा, मुझे विश्वास है कि ट्रंप अमेरिका का नेतृत्व करने के लिए सही व्यक्ति हैं और वे एक आर्थिक सुधार का नेतृत्व कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, पेन्सिलवेनिया, फ्लोरिडा, मिशिगन और ओहियो जैसे युद्ध के मैदानों (चुनावी रणभूमि) में भारतीय-अमेरिकी वोट महत्वपूर्ण होने जा रहे हैं।
गायकवाड़, जिनका जन्म गुजरात के बड़ौदा में हुआ था, उन्होंने कहा, मेरा मानना है कि भारतीय टेलीविजन चैनल समुदाय से पहली पीढ़ी के कई मतदाताओं तक पहुंचने का सबसे अच्छा तरीका है।
उद्यमी के अभियान का नारा भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए चुनावी मौसम में खूब उपयोग होने वाले 'मोदी है तो मुमकिन है' पर आधारित है।
अमेरिकी बाजार की रिपोर्ट के अनुसार, एक अन्य मोदी के नारे को अपनाते हुए, एक टीवी विज्ञापन, जिसका शीर्षक है, 'एक बार और ट्रंप सरकार' में गायकवाड़ मतदाताओं को बताते हैं, ट्रम्प क्यों? यह बहुत आसान है। वह भारत के मित्र हैं। उन्होंने खुद को साबित किया है, वह भारत के दोस्त हैं।
लाहौर, 9 अक्टूबर (आईएएनएस)। लाहौर में एक 17 वर्षीय लड़की की उसके भाई ने गोली मारकर हत्या कर दी। जानकारी के अनुसार युवती एक व्यक्ति के साथ चली गई थी और यह मामला ऑनर किलिंग का है। घटना की सूचना पुलिस अधिकारी ने दी।
डॉन न्यूज ने अधिकारियों के हवाले से बताया कि युवती के परिवारवालों ने उसकी शादी उसके प्रेमी से कराने का आश्वासन देकर उसे वापस बुलाया था। जैसे ही लड़की वापस घर आई उसके भाई ने गोलीमारकर उसकी हत्या कर दी और अपने हथियार के साथ मौके से फरार हो गया।
अधिकारी ने कहा कि घटना में परिवार के अन्य सदस्य शामिल थे या नहीं, इसका पता नहीं लगाया जा सका है।
नयी दिल्ली 09 अक्टूबर (वार्ता)। मछलियों के बाद पक्षियों की प्रजातियां सबसे तेजी से कम हो रही हैं तथा आवास एवं प्रवास स्थान पर मानवीय कब्जा और भोजन, शिकार आदि के लिए इन जीवों के इस्तेमाल से पक्षियों की कई प्रजातियों के, विशेषकर प्रवासी प्रजातियों के, निकट भविष्य में विलुप्त होने का खतरा पैदा हो गया है।
प्रवासी वन्य जीवों के संरक्षण के लिए काम करने वाली संयुक्त राष्ट्र की इकाई ‘सीएमएस’ की कार्यकारी सचिव एमि फ्रेंकल ने 10 अक्टूबर को विश्व प्रवासी पक्षी दिवस की पूर्व संध्या पर ईमेल के माध्यम से साक्षात्कार में ‘यूनीवार्ता’ को बताया कि प्रवासी पक्षियों के संरक्षण की स्थिति दुनिया भर में पहले से खराब हो रही है। प्रवासी जीवों की स्थिति पर इस साल फरवरी में जारी पहली रिपोर्ट का हवाला देते हुये उन्होंने कहा “सीएमएस के पहले अनुबंध में शामिल प्रजातियों में से 80 प्रतिशत की आबादी घट रही है। इस अनुबंध में ऐसे जीव हैं जिनकी आबादी विलुप्त होने की कगार पर है। दूसरे अनुबंध में शामिल प्रजातियां जिनकी संरक्षण की स्थिति अनुकूल नहीं है उनमें से 50 प्रतिशत की आबादी कम हो रही है। मछलियों के बाद पक्षियों की प्रजातियां सबसे तेजी से घट रही हैं।”
उन्होंने कहा कि इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजर्वेशन ऑफ नेचर की लाल सूची के संकेतकों से यह पता चलता है कि वैश्विक और क्षेत्रीय स्तर पर पिछले 30 साल में प्रवासी पक्षियों के विलुप्त होने का खतरा बढ़ा है।
प्रवासी पक्षियों के लिए मुख्य संकट आवास पर इंसानी कब्जा और घरेलू इस्तेमाल तथा अंतरराष्ट्रीय व्यापार के लिए उन्हें बड़ी संख्या में मारे जाने का है। हम इस समय दुराहे पर खड़े हैं और यदि हम भविष्य में कोविड-19 जैसी संक्रामक महामारियों का जोखिम कम करना चाहते हैं तो हमें प्रकृति का हद से अधिक दोहन बंद कर स्वस्थ एवं मजबूत पारिस्थितिकी का संरक्षण और जहां जरूरत हो पुनर्निमाण करना होगा।
श्रीमती फ्रेंकल ने कहा कि कोविड-19 महामारी ने भविष्य में नये संक्रामक रोगों के बढ़ते खतरे और वन्य जीवों के अधिक दोहन तथा उनके प्राकृतिक आवासों के नष्ट होने के बीच संबंध को उजागर किया है। सीएमएस प्रमुख ने कहा “इसमें कोई आश्चर्य नहीं कि वन्यजीवों का अत्यधिक दोहन और प्रकृति को नष्ट करना प्रवासी प्रजातियों की घटती संख्या के प्रमुख कारण हैं। प्रकृति के साथ हमारा अन्योन्याश्रय संबंध है। प्राकृतिक आवास को नुकसान के साथ मानवों तथा पालतु जानवरों और वन्य जीवों के बीच दूरी कम करने वाली गतिविधियों से जंगली जीवों से विषाणुओं एवं जीवाणुओं के इंसानों में आने का जोखिम बढ़ता है।”
ढाका, 9 अक्टूबर (आईएएनएस)| बांग्लादेश की सरकार ने दुष्कर्म के मामलों में मृत्युदंड देने की योजना बनाई है, क्योंकि हाल ही में महिलाओं के प्रति यौन हिंसा की घटनाओं को लेकर देशभर में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। कानून मंत्री अनीसुल हक ने गुरुवार को बीडीन्यूज24 को बताया कि 12 अक्टूबर को होने वाली कैबिनेट बैठक में कानून संशोधन का प्रस्ताव रखा जाएगा।
उनके हवाले से कहा गया, "हम प्रधानमंत्री शेख हसीना के आदेशों पर प्रस्ताव बना रहे हैं, जिसके तहत दुष्कर्मियों के लिए मृत्युदंड सहित वर्तमान कानून में दंड की व्यवस्था पर संशोधन प्रस्ताव रखा जाएगा।"
नोआखली में एक महिला के साथ मारपीट और सिलहट के एमसी कॉलेज में एक अन्य महिला के साथ दुष्कर्म की घटना को लेकर मंगलवार से शाहबाग और देश के अन्य हिस्सों में विभिन्न संगठन विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
छात्र समूहों के एक मंच 'बांग्लादेश अगेंस्ट रेप' ने शुक्रवार को शाहबाग में एक रैली का आह्वान किया है।
वर्तमान में बांग्लादेश के महिला और बाल उत्पीड़न रोकथाम अधिनियम के तहत बलात्कार के लिए अधिकतम सजा उम्रकैद है। अगर दुष्कर्म के मामले में पीड़िता की मौत हो जाती है, तो अधिकतम मौत की सजा है और इसमें जुर्माना भरने का भी प्रावधान है।
वाशिंगटन, 9 अक्टूबर (आईएएनएस)| अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दूसरी प्रेसिडेंशियल डिबेट से पीछे हटने के बाद डेमोक्रेटिक पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जो बाइडन 15 अक्टूबर को एबीसी न्यूज की ओर से आयोजित डाउन हॉल में भाग लेंगे। दूसरी बहस भी इसी दिन होनी थी। ट्रंप के फैसले के बाद, बाइडन अब फिलाडेल्फिया में होने वाले प्राइमटाइम इवेंट में भाग लेंगे, जिसे एबीसी न्यूज के मुख्य एंकर जॉर्ज स्टेफानोपोलस द्वारा मॉडरेट किया जाएगा।
आगामी दिनों में समय सहित विस्तृत जानकारी के साथ टाउन हॉल के बारे में विवरण जारी किया जाएगा।
ट्रंप के लिए एबीसी न्यूज द्वारा पिछले महीने इसी तरह के एक कार्यक्रम की मेजबानी की गई थी।
गुरुवार को, कमीशन ऑन प्रेसिडेंशियल डिबेट्स (सीपीडी) ने घोषणा की थी कि ट्रंप के कोरोना संक्रमित होने के बाद दूसरी बहस वर्चुअल रूप से आयोजित की जाएगी।
लेकिन घोषणा के तुरंत बाद, ट्रंप ने फॉक्स न्यूज से कहा, "मैं अपना समय एक वर्चुअल बहस पर बर्बाद नहीं करने जा रहा हूं।"
उन्होंने कहा, "आप एक कंप्यूटर के पीछे बैठते हैं और बहस करते हैं, यह हास्यास्पद है।"
22 अक्टूबर को होने वाली तीसरी और आखिरी बहस के बारे में, ट्रंप की टीम चाहती है कि इसे आगे बढ़ाकर 29 अक्टूबर को निर्धारित कर दिया जाए।
लेकिन बाइडन की डिप्टी कैम्पेन मैनेजर केट बेडिंगफील्ड ने कहा, "हम 22 अक्टूबर को होने वाली अंतिम बहस में भाग लेने के लिए उत्सुक हैं। "
उन्होंने कहा, "डोनाल्ड ट्रंप बहस कर सकते हैं, या वह फिर से मना कर सकते हैं। यह उनकी मर्जी है।"
सुमी खान
ढाका, 9 अक्टूबर (आईएएनएस)| बांग्लादेश में भारत के नए उच्यायुक्त विक्रम दोराईस्वामी ने कहा है कि दोनों पड़ोसी देशों के बीच साझेदारी परस्पर सम्मान पर आधारित है। उन्होंने कहा कि बांग्लादेशी लोगों की भावना का भारत गहराई से प्रशंसा और सम्मान करता है, जिन्होंने ऐतिहासिक संघर्ष के माध्यम से अपनी विशिष्ट पहचान के आधार पर राष्ट्र का निर्माण किया है।
दोरईस्वामी ने ढाका में अपने सरकारी आवास, इंडिया हाउस में मीडिया के साथ बातचीत में गुरुवार को कहा, "मेरा मानना है कि सबसे करीबी रिश्तों को भी पोषित करने की आवश्यकता होती है। मेरी सरकार ने मुझे ठीक यही करने का आदेश दिया है।"
दोरईस्वामी पूर्व भारतीय दूत रीवा गांगुली दास के डेढ़ साल के कार्यकाल के बाद नई दिल्ली के लिए रवाना होने के तीन दिन बाद सोमवार को त्रिपुरा से होकर बांग्लादेश पहुंचे।
नए दूत का आगमन ऐसे समय में हुआ है जब बांग्लादेश मुजीब बोरशो का जश्न मना रहा है और देश की स्वतंत्रता की स्वर्ण जयंती मनाने की तैयारी भी कर रहा है, जो बांग्लादेश और भारत के बीच राजनयिक संबंधों की 50 वीं वर्षगांठ को भी चिन्हित करता है।
इस भावना के साथ, दोरईस्वामी ने इस साझेदारी के लिए अपनी सेवा की शुरुआत उन नायकों को श्रद्धांजलि देकर की जिन्होंने दोनों राष्ट्रों को इतिहास में इस मुकाम तक पहुंचाया।
उन्होंने कहा कि वह और उनके सहयोगी बांग्लादेश और भारत के बीच सभी स्तरों पर साझेदारी को बढ़ावा देने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।
दोरई स्वामी ने कहा कि बांग्लादेश-भारत का संबंध साझा बलिदान, इतिहास, संस्कृति और घनिष्ठ संबंधों पर आधारित है। उन्होंने कहा कि मैं इस बिंदु को रेखांकित करना चाहता हूं कि भारत के लिए बांग्लादेश की अहमियत कभी कम नहीं होगी।
अरुल लुईस
न्यूयॉर्क, 9 अक्टूबर (आईएएनएस)| कोरोनावायरस से संक्रमित हो चुके अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ अपने टकराव को और आगे ले जाते हुए हाउस स्पीकर नैन्सी पेलोसी ने घोषणा की है कि वह एक पैनल बनाने के लिए एक बिल पेश करेंगी जो राष्ट्रपति के रूप में पारी जारी रखने की ट्रंप की क्षमता का आकलन करेगा।
पेलोसी ने गुरुवार को जोर देकर कहा कि ट्रंप एक बदली हुई स्थिति में हैं। देश में 3 नवंबर को चुनाव होने हैं।
ट्रंप के कोविड-19 राहत पैकेज पर बातचीत रद्द करने और बाद में आंशिक डील का संकेत देने के फैसले का हवाला देते हुए स्पीकर ने ब्लूमबर्ग न्यूज से कहा, "मुझे नहीं पता कि मैं इस व्यवहार पर कैसे प्रतिक्रिया दूं।"
डेमोक्रेटिक पार्टी की स्पीकर ने कहा, "ऐसे लोग हैं जो कहते हैं कि जब आप स्टेरॉयड पर होते हैं या कोविड-19 से संक्रमित होते हैं, तो निर्णय को लेकर कुछ हानि हो सकती है।"
राष्ट्रपति को पद से हटाने के लिए संवैधानिक प्रावधान के लिए आह्वान करते हुए स्पीकर और साथी-डेमोक्रेट सांसद जेमी रस्किन ने कहा कि वे ट्रंप की क्षमता के आकलन के लिए कमीशन के गठन के लिए शुक्रवार को बिल पेश करेंगे।
यह कदम काफी हद तक प्रतीकात्मक होने की उम्मीद है क्योंकि ट्रंप को हटाने के लिए एक संवैधानिक तख्तापलट की कोशिश में डेमोक्रेटिक बहुल वाले प्रतिनिधि सभा द्वारा पास प्रस्ताव को रिपब्लिकन-नियंत्रित वाले सीनेट से मंजूरी मिलने की संभावना नहीं है।
वहीं, ट्रंप ने पलटवार करते हुए एक ट्वीट में कहा, "सनकी नैन्सी वह महिला है जिसे अवलोकन के तहत होना चाहिए।"
बाद में जब ट्रंप को लेकर बदली हुई स्थिति होने के बारे में पेलोसी के दावे के बारे में पूछा गया, तो व्हाइट हाउस की रणनीतिक संचार निदेशक एलिसा फराह ने पत्रकारों से कहा, "बिल्कुल नहीं। राष्ट्रपति मजबूत हैं। वह काम कर रहे हैं। वह कभी नहीं रुके ।"
ट्रंप के निजी चिकित्सक ने गुरुवार शाम को एक ज्ञापन जारी किया जिसमें कहा गया था कि वह स्थिर हैं और शनिवार को सार्वजनिक गतिविधि में शामिल हो सकते हैं।
कोरोना वायरस महामारी के दौरान स्कूलों को खुला रखने के बजाय बंद रखने के कारण लंबे समय में अधिक मौतें हो सकती हैं। बृहस्पतिवार को जारी एक नये विश्लेषण में यह दावा किया गया है। एडिनबर्ग विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं द्वारा किये गये अध्ययन में यह खुलासा भी हुआ है कि सामाजिक मेलजोल से दूरी महामारी से होने वाली मौतों की संख्या घटाने का एक कारगर औजार रही।
एडिनबर्ग विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ फिजिक्स एंड एस्ट्रोनॉमी के प्राध्यापक एवं अध्ययन दल के मुख्य लेखक ग्रीम आकलैंड ने कहा, ''संक्षिप्त अवधि में स्कूलों को बंद रखने से संक्रमण से होने वाली मौतों की संख्या कम रही, लेकिन इस फैसले ने हमें संक्रमण के बाद के चरण के लिये कहीं अधिक खतरे में डाल दिया। उन्होंने कहा, ''कोविड-19 महामारी के प्रभाव को कम करने के लिये विभिन्न आयु वर्ग की आबादी के लिए अलग-अलग रणनीतियों की जरूरत थी , जिसमें अधिक ध्यान बुजुर्गों और जोखिम ग्रस्त लोगों का बचाव करने पर दिया जाना था।
अध्ययन के नतीजे 'रिपोर्ट 9 के विश्लेषण पर आधारित हैं। इंपीरियल कॉलेज ऑफ लंदन के इस अध्ययन का इस्तेमाल ब्रिटिश सरकार की आपात स्थिति पर वैज्ञानिक सलाहकार समूह ने 23 मार्च को राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन लागू करने में किया था। इसके तहत स्कूलों को भी बंद कर दिया गया था।
नया विश्लेषण 'ब्रिटिश मेडिकल जर्नल में प्रकाशित हुआ है। विशेषज्ञों ने कहा है कि स्कूलों और दुकानों को बंद रखने जैसे उपायों का यदि फिर से सहारा लिया जाता है तो महामारी और भी लंबे समय तक जा सकती है और प्रभावी टीकाकरण कार्यक्रम क्रियान्वित नहीं होने पर दीर्घकाल में कहीं अधिक मौतें होंगी। (एजेंसी)
वाशिंगटन, 9 अक्टूबर (आईएएनएस)| वैश्विक स्तर पर कोरोनावायरस मामलों की कुल संख्या 3.64 करोड़ तक पहुंच गई है, जबकि संक्रमण से होने वाली मौतें 1,060,860 से अधिक हो गई हैं। यह जानकारी जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी ने शुक्रवार को दी।
विश्वविद्यालय के सेंटर फॉर सिस्टम साइंस एंड इंजीनियरिंग (सीएसएसई) ने अपने नए अपडेट में खुलासा किया कि शुक्रवार की सुबह तक कुल मामलों की संख्या 36,435,290 हो गई और मृत्यु दर बढ़कर 1,060,869 हो गई।
सीएसएसई के अनुसार, कोविड-19 से अमेरिका दुनिया का सबसे अधिक प्रभावित देश है। यहां संक्रमण के 7,603,746 और इससे हुई मौतों के 212,716 मामले दर्ज किए गए हैं।
वहीं भारत में कोविड-19 के 6,835,655 मामले दर्ज किए गए हैं, जिसके साथ देश मामलों की ²ष्टि से दूसरे स्थान पर है, जबकि देश में मरने वालों की संख्या 105,526 हो गई है।
सीएसएसई के आंकड़ों के अनुसार, अधिक मामलों वाले अन्य शीर्ष 15 देश ब्राजील (5,028,444), रूस (1,253,603), कोलम्बिया (886,179), अर्जेंटीना (856,369), स्पेन (848,324), पेरू (835,662), मैक्सिको (804,488), फ्रांस (711,704), दक्षिण अफ्रीका (686,891), ब्रिटेन (564,502), ईरान (488,236), चिली (476,016), इराक (394,566), बांग्लादेश (374,592), और इटली (338,398)हैं।
वर्तमान में ब्राजील संक्रमण से हुई 148,957 मौतों के साथ मृत्यु दर मामले में अमेरिका के बाद दूसरे नंबर पर है।
वहीं 10,000 से अधिक मौत वाले देश मेक्सिको (83,096), ब्रिटेन (42,682), इटली (36,083), पेरू (33,009), स्पेन (32,688), फ्रांस (32,539), ईरान (27,888), कोलम्बिया (27,180), अर्जेंटीना (22,710), रूस (21,939), दक्षिण अफ्रीका (17,408), चिली (13,167), इक्वाडोर (12,141), इंडोनेशिया (11,580) और बेल्जियम (10,108) है।
-आईएएनएस
डेमोक्रेटिक उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवार कमला हैरिस ने डोनाल्ड ट्रंप के रनिंग मेट माइक पेंस के खिलाफ पहली और एकमात्र वीपी डिबेट में शुरुआती हमला किया। यूटा के साल्ट लेक सिटी में आयोजित यह डिबेट स्थानीय समयानुसार रात को 9 बजे खत्म हुई।
ब्लू और काले रंग के पैंट शूट परिधान में हैरिस ने पहले सवाल का जवाब देते हुए बहस को शुरू किया, सवाल वायरस को लेकर था। उन्होंने कोविड-19 के लिए ट्रंप प्रशासन के रवैये को "हमारे देश के इतिहास में किसी भी राष्ट्रपति प्रशासन की सबसे बड़ी विफलता" कहा।
पहले 2 मिनट में सख्त प्रहार करते हुए हैरिस ने कहा, "उपराष्ट्रपति और राष्ट्रपति को इस महामारी की प्रकृति के बारे में 28 जनवरी को सूचित किया गया था। उन्हें बताया गया कि यह घातक है, क्योंकि यह हवा के माध्यम से भी संक्रामक है, यह युवा लोगों को प्रभावित करेगा और यह एक दूसरे से फैलेगा। वे जानते थे कि क्या हो रहा है और उन्होंने आपको नहीं बताया।"
इस बहस में हैरिस का लक्ष्य उनकी प्रेप टीम की लक्ष्य के मुकाबले दोगुना रहा, पहला यह कि घातक महामारी को लेकर ट्रंप की अराजक प्रतिक्रिया में पेंस को समान रूप से फ्रेम करना और दूसरा यह कि अगर बाइडन चुनाव जीतते हैं तो वैकल्पिक परि²श्य क्या होगा यह बताना।
राजनीतिक पर्यवेक्षकों ने कहा कि पेंस को ट्रंप के डूबते हुए जहाज से कूदने के बारे में सोचना चाहिए और एक जीवनरक्षक नाव पर चढ़कर दूर किसी अन्य द्वीप पर जाना चाहिए, जहां वह 2024 के चुनाव आने तक घूम सकें।
अक्सर वीपी डिबेट राष्ट्रपति राजनीति के समाचार चक्र में खो जाते हैं, लेकिन इस बार शायद कुछ अलग हो सकता है। पहले राष्ट्रपति की बहस और खुद के कोविड-19 संक्रमण के बाद ट्रंप के लिए राजनीति की कीमत पहले से ही बढ़ रही है। ट्रंप अभियान की अराजकता ने इस कार्यक्रम को टीवी के तमाशे में बदल दिया है।
वीपी डिबेट में बाइडन-हैरिस द्वारा चलाए जा रहे हथियारों में से अधिकांश ट्रंप के स्वनिर्मित हथियार हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति ने अपने स्वयं के चुनाव अभियान में चलने-फिरने वाले नकारात्मक विज्ञापन के तौर पर प्रवेश किया है। ट्रंप के खिलाफ हेड टू हेड पोलिंग में बाइडन 9 अंक ऊपर हैं। गहरी पैठ बनाते हुए बाइडन ने छह राज्यों में अपनी बढ़त बढ़ा ली है। बाइडन के लिए रियलक्लेयर पॉलिटिक्स ने औसत 4.9 का अंतर रखा है।
ट्रंप के चुनाव के साथ व्हाइट हाउस अपने ए टीम पर हो रहे संक्रमण के प्रहार से हिल गया है। इसका अंदाजा डेमोक्रेट्स ने लगा लिया है और वह इस मौके को भुना रहे हैं। ट्रंप और पेंस के लिए यह डिबेट बहुत उलझन भरा है, क्योंकि मुद्दा कोरोनावायरस है, जिससे 75 लाख अमेरिकी बीमार हैं, और 211,000 से अधिक की मौत हो गई है और यह ट्रंप के कार्यकाल में हुआ है।
ट्रंप, पिछले आठ महीनों से अमेरिकियों का ध्यान चमकते क्षेत्रों की ओर आकर्षित करने में लगे हैं, जिसमें स्टॉक मार्केट, ब्लीच, हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन, पराबैंगनी किरणें, ट्वीट्स, आव्रजन पर स्वाइप और यहां तक कि ताजमहल के दौरे की उनकी तस्वीर छाए रहे। इसके बाद उन्होंने बताया कि कोविड उनकी अब तक की सबसे बड़ी राष्ट्रीय सुरक्षा चुनौती होगी।
कोरोनावायरस ने उनके सभी चमकते गुब्बारों को हवा में उड़ा दिया और अमेरिकी चुनाव 2020 से मात्र 31 दिन पहले व्हाइट हाउस पर प्रहार किया। यह देखते हुए कि हैरिस 101 को हिप्पा शपथ का राजनीतिक संस्करण करने के लिए है: बाइडन के टिकट को कोई नुकसान न करें। हालांकि परिदृश्य को देखते हुए हैरिस पहले से तैयार थी और उन्होंने अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में डिबेट में प्रवेश किया।
अमेरिका के सबसे खराब सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल के दौरान पब्लिक हेल्थ पॉलिसी का आधार भी हैरिस के कदमों को नहीं हिला सकता है। पेंस के लिए सबसे मुश्किल बिंदू कोरोना वायरस है। वहीं ट्रंप ने उन्हें कोरोना वायरस टास्क फोर्स के नेता के रूप में पेश किया था।
यदि हैरिस ट्रंप की ओर से पेंस को जवाब देने के लिए कहती हैं और पेंस मना करते हैं तो फिर उन्हें अपने लिए जवाब देना होगा। वहीं 211,000 अमेरिकियों की मौत के बाद भी अभी भी गिनती जारी है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि वायरस ही सब कुछ तय करेगा। तो इसे लेकर बहस जारी रहेगी। मैनहट्टन से एक मतदाता अलेक्जेंडर पिकार्ड ने आईएएनएस को बताया, "मैं अपने राष्ट्रपति के लिए वैक्यूम क्लीनर रखना चाहता हूं। कोई भी हो लेकिन ट्रंप नहीं!"(navjivan)
काठमांडू, 8 अक्टूबर (आईएएनएस)| नेपाल में कोविड-19 महामारी के मद्देनजर लागू किए गए सामाजिक दूरी और अन्य सुरक्षा उपायों को सुनिश्चित करने के साथ हिमालयी देश के विश्वविद्यालयों और कॉलेजों को परीक्षा आयोजित करने की अनुमति मिल गई है। यह जानकारी गुरुवार को एक मीडिया रिपोर्ट से मिली। द हिमालयन टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, विदेश मंत्री प्रदीप कुमार ग्यावली ने यहां गुरुवार को मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार ने वॉकेशनल संस्थानों को प्रशिक्षण देने की अनुमति भी दी है, लेकिन प्रतिभागियों की संख्या 25 से अधिक नहीं होनी चाहिए।
त्रिभुवन विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार पेशल दहल ने द हिमालयन टाइम्स को बताया कि विवि पहले ही इंजीनियरिंग और एमफिल की परीक्षा आयोजित कर चुका है और नवंबर के मध्य से अन्य रुकी हुई परीक्षाओं को कराने की तैयारी कर रहा है।
शिक्षा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के प्रवक्ता दीपक शर्मा ने एक बयान में कहा, "यदि विश्वविद्यालय सोचते हैं कि छात्रों की शारीरिक उपस्थिति व्यवहार्य है, तो वे छात्रों को परीक्षा केंद्रों में उपस्थित होने के साथ परीक्षा आयोजित करा सकते हैं, लेकिन अगर उन्हें लगता है कि वे ऑनलाइन परीक्षा, प्रोजेक्ट आधारित परीक्षा या ऑपन बुक परीक्षा आयोजित कर सकते हैं, तो वे ऐसा कर सकते हैं।"
हेलसिंकी, 8 अक्टूबर (आईएएनएस)| जलवायु और मानवाधिकारों के मुद्दों पर सक्रिय रूप से अभियान चलाने वाली 16 साल की एक किशोरी को एक दिन के लिए फिनलैंड की प्रधानमंत्री बनाया गया। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, देश से लिंगभेद मिटाने के एक अभियान के हिस्से के रूप में किशोरी को यह सम्मान दिया गया। बीबीसी ने बताया कि प्रधानमंत्री मारिन ने एक दिन के लिए अपना पद किशोरी एवा मुर्तो के लिए छोड़ दिया है। इस एक दिन में मुर्तो राजनेताओं से मुलाकात करेंगी और टेक्नोलॉजी में महिलाओं के अधिकारों पर बात करेंगी।
मानवतावादी संगठन प्लान इंटरनेशनल की 'गर्ल्स टेकओवर' पहल में फिनलैंड की भागीदारी का यह चौथा वर्ष है। यह संगठन दुनियाभर के देशों के किशोरों को एक दिन के लिए नेताओं और अन्य क्षेत्रों के प्रमुखों की भूमिका निभाने की अनुमति देता है।
इस वर्ष संगठन का जोर लड़कियों के लिए डिजिटल कौशल और तकनीकी अवसरों को बढ़ावा देने पर है।
एक भाषण में मुर्तो ने कहा, "आज यहां आपके सामने बोलने में बहुत खुशी हो रही है। हालांकि, एक तरह से मैं चाहती हूं कि मुझे यहां खड़ा न होना पड़े और लड़कियों के चलाए जा रहे टेकओवर जैसे अभियानों की जरूरत ही न पड़े।"
उन्होंने आगे कहा, "हालांकि, सच्चाई यह है कि हमने अभी तक पूरी धरती पर कहीं भी लिंग समानता हासिल नहीं की है। जबकि हमने इस क्षेत्र में बहुत अच्छा काम किया है, फिर भी अभी बहुत काम करना बाकी है।"
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया में सबसे कम उम्र की प्रधानमंत्री के तौर पर केवल 34 साल की उम्र में शपथ लेने वाली मारिन ने जोर देकर कहा कि टेक्नोलॉजी की 'सभी के लिए सुलभता' सुनिश्चित करना बेहद जरूरी है।
बता दें कि मारिन फिनलैंड की तीसरी महिला प्रधानमंत्री हैं और 4 अन्य पार्टियों के साथ केंद्र में गठबंधन का नेतृत्व करती हैं। इन चारों पार्टियों की अध्यक्ष महिलाएं हैं और इनमें से 3 की उम्र 35 साल से कम है।
लाहौर, 8 अक्टूबर (आईएएनएस)| पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की सरकार ने दैनिक कोरोनावायरस मामलों में वृद्धि के बाद अपने सभी 36 जिलों में 'माइक्रो स्मार्ट लॉकडाउन' लागू किए हैं। डॉन न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, पंजाब में हाल ही में शैक्षणिक संस्थानों को फिर से खोलने और सार्वजनिक स्थानों, सरकारी कार्यालयों और व्यावसायिक स्थलों पर कोविड-19 दिशानिर्देशों का उल्लंघन होने के कारण संक्रमण में वृद्धि दर्ज की गई।
इन 36 जिलों में से लाहौर, रावलपिंडी, फैसलाबाद, गुजरांवाला, हफीजाबाद और गुजरात में नए मामलों में बढ़ोतरी दर्ज की गई थी।
प्रांतीय सरकार ने बुधवार को जारी एक आधिकारिक बयान में बताया कि 856 'माइक्रो स्मार्ट लॉकडाउन' लागू किए हैं, जिनके तहत 7,295 नागरिकों को अपने घरों तक सीमित किया गया है।
लाहौर में दो माइक्रो स्मार्ट लॉकडाउन प्रस्तावित किए गए, जबकि रावलपिंडी में 123 लॉकडाउन लागू किए गए हैं।
पंजाब में पिछले 24 घंटों में 115 नए मामले दर्ज किए गए हैं, जिससे प्रांत में संक्रमण की कुल संख्या 100,148 हो गई है।
वहीं बुधवार को दो नई मौतों के साथ मरने वालों की संख्या बढ़कर 2,242 हो गई।
पाकिस्तान में गुरुवार तक कुल 316,934 कोरोनावायरस मामले और 6,544 मौतें दर्ज की गई हैं।
दुबई, 8 अक्टूबर (आईएएनएस)| दुबई में शराब की तस्करी करने वाले लोगों के एक समूह ने एक भारतीय व्यक्ति पर हमला किया और उसके पैसे चुरा लिए। ऐसा उन्होंने इसलिए किया, क्योंकि भारतीय ने उनकी उस कार का नंबर नोट कर लिया था, जिसका इस्तेमाल वे अवैध रूप से शराब बेचने में कर रहे थे। शहर की अदालत ने गुरुवार को इस मामले में सुनवाई की। गल्फ न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, दुबई कोर्ट ऑफ फस्र्ट इंस्टेंस के सामने आए मामले में 7 आरोपी, जिनमें 4 पाकिस्तानी, 2 नेपाली और 1 भारतीय हैं, वे अवैध रूप से शहर के अल रिफा क्षेत्र में शराब बेचते थे।
जुलाई में हुई इस घटना के 28 वर्षीय पीड़ित ने कहा, "मैं इन आरोपियों को जानता था, क्योंकि मैंने उन्हें इस इलाके में शराब बेचते हुए देखा था। मैंने दुबई पुलिस को इसकी सूचना देने के लिए उनकी कार का नंबर नोट किया।"
तब आरोपियों ने पीड़ित को जमीन पर गिराकर उसकी जमकर पिटाई की, जिसमें उसे गहरी चोटें आईं और उसका जबड़ा भी टूट गया। आरोपियों में से एक ने उसके पर्स से 1,500 दिरहम भी चुरा लिए और वहां से फरार हो गए।
जब दुबई पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार किया, तो उनके पास से बड़ी मात्रा में शराब जब्त हुई।
उन पर शारीरिक रूप से चोट पहुंचाने और डकैती करने के आरोप लगाए गए हैं। साथ ही यूएई में अवैध रूप से शराब रखने और बेचने के लिए एक महीने की सजा और उसके बाद निर्वासन का दंड दिया गया है।
इस्लामाबाद, 8 अक्टूबर (आईएएनएस)| इस्लामाबाद हाईकोर्ट ने अल-अजीजिया और एवेनफील्ड भ्रष्टाचार के मामलों में पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के खिलाफ एक इश्तिहार जारी किया है और निर्देश दिया है कि इसे दो प्रमुख समाचारपत्रों में प्रकाशित किया जाए। बुधवार को कोर्ट ने अतिरिक्त अटॉर्नी जनरल तारिक महमूद खोखर को डॉन और जंग अखबारों में इश्तिहार के प्रकाशन पर आने वाली लागत जमा करने को कहा।
डॉन न्यूज की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इश्तिहार के माध्यम से कोर्ट ने 30 दिनों के भीतर शरीफ को आत्मसमर्पण करने के लिए कहा, ताकि किसी भी तरह की प्रतिकूल प्रक्रिया से बचा जा सके। पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के सुप्रीमो अगर दी गई समय-सीमा के बाद भी हाजिर होने में नाकाम रहते हैं, तो अदालत द्वारा उन्हें अपराधी घोषित कर दिया जाएगा और उनकी संपत्तियों को कुर्क करने का आदेश दिया जाएगा।
राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) के अतिरिक्त अभियोजक जनरल जहानजेब खान भरवाना ने अदालत को सूचित किया कि वारंट की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और वह अब आरोपी का इश्तिहार जारी करने में सक्षम है।
फिलहाल लंदन में रह रहे शरीफ को पिछले साल इस्लामाबाद हाईकोर्ट ने उनके ट्रीटमेंट के चलते अल-अजीजिया मामले में आठ हफ्ते की जमानत दे दी थी, जिसकी समय-सीमा फरवरी में समाप्त हो गई।
निखिला नटराजन
न्यूयॉर्क, 8 अक्टूबर (आईएएनएस)| डेमोक्रेटिक उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवार कमला हैरिस ने डोनाल्ड ट्रंप के रनिंग मेट माइक पेंस के खिलाफ पहली और एकमात्र वीपी डिबेट में शुरुआती हमला किया। यूटा के साल्ट लेक सिटी में आयोजित यह डिबेट स्थानीय समयानुसार रात को 9 बजे खत्म हुई।
ब्लू और काले रंग के पैंट शूट परिधान में हैरिस ने पहले सवाल का जवाब देते हुए बहस को शुरू किया, सवाल वायरस को लेकर था। उन्होंने कोविड-19 के लिए ट्रंप प्रशासन के रवैये को "हमारे देश के इतिहास में किसी भी राष्ट्रपति प्रशासन की सबसे बड़ी विफलता" कहा।
पहले 2 मिनट में सख्त प्रहार करते हुए हैरिस ने कहा, "उपराष्ट्रपति और राष्ट्रपति को इस महामारी की प्रकृति के बारे में 28 जनवरी को सूचित किया गया था। उन्हें बताया गया कि यह घातक है, क्योंकि यह हवा के माध्यम से भी संक्रामक है, यह युवा लोगों को प्रभावित करेगा और यह एक दूसरे से फैलेगा। वे जानते थे कि क्या हो रहा है और उन्होंने आपको नहीं बताया।"
इस बहस में हैरिस का लक्ष्य उनकी प्रेप टीम की लक्ष्य के मुकाबले दोगुना रहा, पहला यह कि घातक महामारी को लेकर ट्रंप की अराजक प्रतिक्रिया में पेंस को समान रूप से फ्रेम करना और दूसरा यह कि अगर बाइडन चुनाव जीतते हैं तो वैकल्पिक परि²श्य क्या होगा यह बताना।
राजनीतिक पर्यवेक्षकों ने कहा कि पेंस को ट्रंप के डूबते हुए जहाज से कूदने के बारे में सोचना चाहिए और एक जीवनरक्षक नाव पर चढ़कर दूर किसी अन्य द्वीप पर जाना चाहिए, जहां वह 2024 के चुनाव आने तक घूम सकें।
अक्सर वीपी डिबेट राष्ट्रपति राजनीति के समाचार चक्र में खो जाते हैं, लेकिन इस बार शायद कुछ अलग हो सकता है। पहले राष्ट्रपति की बहस और खुद के कोविड-19 संक्रमण के बाद ट्रंप के लिए राजनीति की कीमत पहले से ही बढ़ रही है।
ट्रंप अभियान की अराजकता ने इस कार्यक्रम को टीवी के तमाशे में बदल दिया है।
वीपी डिबेट में बाइडन-हैरिस द्वारा चलाए जा रहे हथियारों में से अधिकांश ट्रंप के स्वनिर्मित हथियार हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति ने अपने स्वयं के चुनाव अभियान में चलने-फिरने वाले नकारात्मक विज्ञापन के तौर पर प्रवेश किया है।
ट्रंप के खिलाफ हेड टू हेड पोलिंग में बाइडन 9 अंक ऊपर हैं। गहरी पैठ बनाते हुए बाइडन ने छह राज्यों में अपनी बढ़त बढ़ा ली है। बाइडन के लिए रियलक्लेयर पॉलिटिक्स ने औसत 4.9 का अंतर रखा है।
ट्रंप के चुनाव के साथ व्हाइट हाउस अपने ए टीम पर हो रहे संक्रमण के प्रहार से हिल गया है। इसका अंदाजा डेमोक्रेट्स ने लगा लिया है और वह इस मौके को भुना रहे हैं।
ट्रंप और पेंस के लिए यह डिबेट बहुत उलझन भरा है, क्योंकि मुद्दा कोरोनावायरस है, जिससे 75 लाख अमेरिकी बीमार हैं, और 211,000 से अधिक की मौत हो गई है और यह ट्रंप के कार्यकाल में हुआ है।
ट्रंप, पिछले आठ महीनों से अमेरिकियों का ध्यान चमकते क्षेत्रों की ओर आकर्षित करने में लगे हैं, जिसमें स्टॉक मार्केट, ब्लीच, हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन, पराबैंगनी किरणें, ट्वीट्स, आव्रजन पर स्वाइप और यहां तक कि ताजमहल के दौरे की उनकी तस्वीर छाए रहे। इसके बाद उन्होंने बताया कि कोविड उनकी अब तक की सबसे बड़ी राष्ट्रीय सुरक्षा चुनौती होगी।
कोरोनावायरस ने उनके सभी चमकते गुब्बारों को हवा में उड़ा दिया और अमेरिकी चुनाव 2020 से मात्र 31 दिन पहले व्हाइट हाउस पर प्रहार किया। यह देखते हुए कि हैरिस 101 को हिप्पा शपथ का राजनीतिक संस्करण करने के लिए है: बाइडन के टिकट को कोई नुकसान न करें।
हालांकि परि²श्य को देखते हुए हैरिस पहले से तैयार थी और उन्होंने अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में डिबेट में प्रवेश किया।
अमेरिका के सबसे खराब सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल के दौरान पब्लिक हेल्थ पॉलिसी का आधार भी हैरिस के कदमों को नहीं हिला सकता है।
पेंस के लिए सबसे मुश्किल बिंदू कोरोनावायरस है। वहीं ट्रंप ने उन्हें कोरोनावायरस टास्क फोर्स के नेता के रूप में पेश किया था।
यदि हैरिस ट्रंप की ओर से पेंस को जवाब देने के लिए कहती हैं और पेंस मना करते हैं तो फिर उन्हें अपने लिए जवाब देना होगा। वहीं 211,000 अमेरिकियों की मौत के बाद भी अभी भी गिनती जारी है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि वायरस ही सब कुछ तय करेगा। तो इसे लेकर बहस जारी रहेगी।
मैनहट्टन से एक मतदाता अलेक्जेंडर पिकार्ड ने आईएएनएस को बताया, "मैं अपने राष्ट्रपति के लिए वैक्यूम क्लीनर रखना चाहता हूं। कोई भी हो लेकिन ट्रंप नहीं!"
वॉशिंगटन, 8 अक्टूबर (आईएएनएस)| अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के डॉक्टर ने कहा है कि पिछले 24 घंटे से उनमें कोविड-19 के कोई लक्षण नहीं दिखे हैं और बीते लगभग चार दिनों से उन्हें बुखार भी नहीं है। ट्रंप के डॉक्टर सीन कॉनले ने यह भी कहा कि शुक्रवार को अस्पताल ले जाने के बाद से उन्हें किसी पूरक ऑक्सीजन की भी जरूरत नहीं पड़ी थी। राष्ट्रपति सोमवार को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिए गए।
बुधवार को व्हाइट हाउस के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार बीबीसी ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि ट्रंप ने खुद ऐसा कहा है कि वह काफी अच्छा महसूस कर रहे हैं। बाद में ब्रीफिंग्स के लिए उन्होंने ओवल ऑफिस में भी अपनी वापसी की।
टीवी पर प्रसारित होने वाले उप राष्ट्रपति के डिबेट की खबर से पहले बुधवार को ट्रंप के सेहत से संबंधित यह जानकारी मिली। इस दिन माइक पेंस और कमला हैरिस के बीच हुए इस डिबेट का इंतजार काफी लंबे समय से था।