अंतरराष्ट्रीय
न्यूयॉर्क, 19 सितम्बर (आईएएनएस)| न्यूयॉर्क के रोचेस्टर में शनिवार को एक पार्टी में हुई गोलीबारी के दौरान दो लोगों की मौत हो गई और 14 अन्य घायल हो गए। पुलिस ने इसकी जानकारी दी। सिन्हुआ ने पुलिस चीफ मार्क साइमंस के हवाले से कहा, "18 और 22 वर्ष के बीच के एक पुरुष व महिला की इस गोलीबारी में मौत हो गई।"
घायलों को दो अलग-अलग अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
साइमंस के कहा, "बैकयार्ड पार्टी में गोलीबारी के बाद 911 डॉयल किया गया, जिसके बाद पुलिस विभाग इस घटना की सूचना मिली।"
उन्होंने आगे कहा, "इस घटना में14 लोग घायल हुए हैं, 2 लोगों की मौत हुई है, घायलों की स्थित अभी नाजुक है। हिंसक रुप से काम करने वालों का कृत्य बहुत ही शर्मनाक है। विभाग पीड़ितों को न्याय दिलाने की दिशा में काम कर रहा है।"
इस मामले में अभी तक किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हुई है।
बीजिंग, 19 सितम्बर (आईएएनएस)| 19 सितंबर को चीनी वाणिज्य मंत्रालय के प्रवक्ता ने अमेरिका द्वारा वीचैट और टिकटॉक से संबंधित लेनदेन को प्रतिबंधित किये जाने के मामले पर संवाददाताओं के सवालों के जवाब दिये। प्रवक्ता ने कहा कि अमेरिका ने तथाकथित देश की सुरक्षा की वजह से मोबाइल एप्लिकेशन वीचैट और टिकटॉक से संबंधित लेनदेन को प्रतिबंधित किया, जिससे संबंधित उद्यमों के वैध अधिकारों और हितों को गंभीर नुकसान पहुंचेगा। इससे सामान्य बाजार के नियमों में भी बाधा पहुंची है। चीन इसका कड़ा विरोध करता है।
इस प्रवक्ता ने कहा कि अमेरिका ने बगैर किसी सबूत के राष्ट्रीय शक्ति का उपयोग करने और गैर-कानूनी कारणों से उक्त दो उद्यमों को दबाने का काम किया है। इससे उद्यमों की सामान्य व्यावसायिक गतिविधियां गंभीर रूप से बाधित हुई हैं, अमेरिकी निवेश वातावरण में अंतर्राष्ट्रीय निवेशकों का विश्वास कम हुआ है और सामान्य अंतरराष्ट्रीय आर्थिक और व्यापार व्यवस्था को नुकसान पहुंचा है। चीन ने अमेरिका से धमकाने वाली कार्यवाही और गलत कार्यवाही को जल्द ही बन्द करने, प्रभावी रूप से निष्पक्ष और पारदर्शी अंतर्राष्ट्रीय नियम और व्यवस्था की रक्षा करने का आग्रह किया। यदि अमेरिका लगातार ऐसा करेगा, तो चीन चीनी कंपनियों के वैध अधिकारों और हितों की रक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाएगा।
-अनिल पांडेय
बीजिंग, 19 सितम्बर (आईएएनएस)| कोरोना वायरस महामारी के कहर के बीच कई देश जल्द से जल्द वैक्सीन तैयार करने की पूरी कोशिश में जुटे हैं। चीन में भी इस दिशा में तेजी से काम हो रहा है। विशेषज्ञों की मानें तो वायरस को काबू में करने का टीका चीन में नवंबर के शुरू में सार्वजनिक उपयोग के लिए उपलब्ध हो सकता है।
एक वरिष्ठ वायरोलॉजिस्ट ने बताया कि चीन में कोविड-19 की वैक्सीन के अनुसंधान और विकास का काम प्रगति पर है। सब कुछ ठीक रहा तो आगामी नवंबर महीने की शुरूआत में टीका बाजार में आ जाएगा।
चीन में डिसऑर्डर कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के प्रमुख जैव सुरक्षा विशेषज्ञ वू क्वेइचन ने कहा कि विश्व भर में कोविड-19 के जो नौ टीकों का क्लिनिकल परीक्षण तीसरे चरण में प्रवेश कर चुका है, उनमें से पांच चीन के हैं। अब तक जो नतीजे सामने आए हैं वे संतोषजनक हैं।
बताया जाता है कि एक टीके को आमतौर पर बाजार की मंजूरी प्राप्त करने से पहले तीन चरणों का परीक्षण पूरा करना होता है।
चीनी विशेषज्ञ के मुताबिक, जिन लोगों को भी चीन द्वारा विकसित कोविड-19 के टीके लगाए गए हैं उनमें से किसी पर गंभीर दुष्प्रभाव नहीं देखे गए हैं।
उन्होंने आशा जताई कि ऐसी स्थिति में आम लोगों को नवंबर या दिसंबर में टीके लगाए जा सकते हैं। इसके साथ ही उम्मीद है कि टीकाकरण एक से तीन साल तक प्रभावी रहेगा।
गौरतलब है कि खतरनाक कोरोना महामारी से निपटने और टीके तैयार करने के लिए कई देशों के वैज्ञानिक रात-दिन मेहनत से जुटे हैं, जिसके शायद कुछ महीनों में तैयार हो जाने की उम्मीद है। हालांकि आमतौर पर एक टीका विकसित करने में एक दशक से अधिक का वक्त लगता है। लेकिन समय की मांग यही है कि वैक्सीन जल्द से जल्द बाजार में आए, हालांकि उसकी सुरक्षा से समझौता कोई भी वैज्ञानिक नहीं करना चाहता है।
बीजिंग, 19 सितम्बर (आईएएनएस)| कोविड-19 महामारी अब भी दुनिया भर में फैल रही है। 18 सितंबर तक चीन की मुख्य भूमि में पुष्ट और मौत के मामलों की संख्या क्रमश: 85,269 और 4,634 रही, जबकि अमेरिका में पुष्ट मामलों की संख्या 65.7 लाख से अधिक हो चुकी है और मौत के मामलों की संख्या 1.95 लाख से ज्यादा रही। आंकड़ों को देखा जाए, तो अमेरिका में पुष्ट और मौत के मामलों की संख्या क्रमश: चीन से 77 और करीब 43 गुना अधिक है। अचानक फैली महामारी की रोकथाम में चीन ने सबसे व्यापक, सबसे सख्त और सबसे संपूर्ण कदम उठाये। 1.4 अरब चीनी लोगों ने एकजुट होकर महामारी के खिलाफ बहुत संघर्ष किया और भारी कीमत चुकायी। चीन सरकार हमेशा सतर्कता बरतती है और नागरिकों के जीवन को बचाने के लिए अल्पकालिक आर्थिक विकास का त्याग करना चाहती है। सभी चीनी लोगों के प्रयास से चीन ने महामारी पर काबू पा लिया है। चीन में सामाजिक व्यवस्था भी तेजी से बहाल हो रही है।
लेकिन अमेरिका सरकार महामारी की रोकथाम के कदम उठाने और नागरिकों का न्यूक्लिक एसिड टेस्ट लेने में हिचकती है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इंटरव्यू में कोरोना वायरस की घातकता स्वीकार की, लेकिन उन्होंने भय से बचाने के लिए इसका खतरा कम किया। हालांकि चीन सरकार ने दुनिया को चेतावनी दी, लेकिन अमेरिका सरकार ने महामारी की रोकथाम के लिए पूरी तरह से तैयारी नहीं की।
अर्थव्यवस्था की ²ष्टि से देखा जाये, इस साल की पहली तिमाही में चीन की जीडीपी पिछले साल की इसी अवधि से 6.8 प्रतिशत कम हुई। लेकिन समय पर महामारी के फैलाव को रोकने की वजह से चीन में आर्थिक पुनरुत्थान तेजी से हो रहा है। इसके चलते दूसरी तिमाही में चीन की जीडीपी पिछले साल की इसी अवधि से 3.2 प्रतिशत बढ़ी। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष का अनुमान है कि चीन एकमात्र मुख्य आर्थिक शक्ति होगा, जिसकी सकारात्मक आर्थिक वृद्धि होगी।
इसकी तुलना में अमेरिका सरकार का ध्यान नागरिकों की जान के बजाय अर्थव्यवस्था पर केंद्रित है। अमेरिका ने साफ तौर पर कहा था कि सरकार नागरिकों को प्राथमिकता देने वाला कदम नहीं उठाएगी, पर आर्थिक वृद्धि बनाए रखेगी। लेकिन अमेरिका में महामारी की स्थिति पूरी तरह अनियंत्रित है, तो अर्थव्यवस्था पर प्रभाव भी खतरनाक होगा। इस साल की दूसरी तिमाही में अमेरिका की जीडीपी पिछले साल की इसी अवधि से 9.5 प्रतिशत कम हुई और अभी भी सुधार होने का संकेत नहीं दिख रहा है। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष का अनुमान है कि इस साल अमेरिका की अर्थव्यवस्था में करीब 6.6 प्रतिशत की कमी होगी।
इसके बावजूद अमेरिका सरकार फिर भी चीन पर कालिख पोतने और लांछन लगाने में व्यस्त है। तथ्य यह है कि चीन ने कोरोना वायरस पर काबू पा लिया है, जबकि अमेरिका बिलकुल विफल रहा है। अमेरिका में इतने ज्यादा लोग कोरोना वायरस से मारे गये, यह वाशिंगटन ने बनाया, न कि चीन ने।
सैन फ्रांसिस्को, 19 सितंबर (आईएएनएस)| वीडियो-शेयरिंग सोशल नेटवर्किं ग प्लेटफॉर्म टिकटॉक ने कहा कि यूएस कॉमर्स डिपार्टमेंट द्वारा रविवार से कंपनी के लोकप्रिय एप्लीकेशन के डाउनलोड और अपडेट को प्रतिबंधित किए जाने की घोषणा से वह निराश महसूस कर रहा है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की एक रिपोर्ट के अनुसार, टिकटॉट के प्रतिनिधि ने कहा, "हम कॉमर्स डिपार्टमेंट के फैसले से असहमत हैं, और निराश हैं कि वह रविवार से एप के नए डाउनलोड को ब्लॉक करने और 12 नवंबर से अमेरिका में टिकटॉक एप के उपयोग पर प्रतिबंध लगाने जा रहे हैं।"
लॉस एंजेलिस की टेक कंपनी ने कहा, "हमारे 10 करोड़ अमेरिकी उपयोगकर्ताओं का समुदाय टिकटॉक से प्यार करता है, क्योंकि यह मनोरंजन, आत्म-अभिव्यक्ति और कनेक्शन का एक जुड़ाव है। और हम उनकी गोपनीयता और सुरक्षा की रक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, क्योंकि हम अपने मंच पर आने वाले लोगों के परिवारों और सार्थक करियर में खुशी लाने के लिए काम करना जारी रखते हैं।"
यूएस कॉमर्स डिपार्टमेंट ने शुक्रवार को कहा कि रविवार तक, एप्पल एप स्टोर और गूगल प्ले स्टोर जैसे ऐप स्टोर्स पर टिकटॉक को वितरित करने या मेंटेन रखने के लिए कोई भी कदम प्रतिबंधित होगा, और एप के खिलाफ अधिक व्यापक प्रतिबंध 12 नवंबर से लागू किया जाएगा।
हालांकि पहले से ही एप डाउनलोड कर चुके टिकटॉक के उपयोगकर्ता इसका उपयोग जारी रख सकते हैं, लेकिन वे रविवार से अपडेट किए गए संस्करण डाउनलोड नहीं कर पाएंगे।
कंपनी के अनुसार, देश में जून तक टिकटॉक के मासिक सक्रिय उपयोगकर्ताओं की कुल संख्या 91,937,040 हो गई थी और तिमाही उपयोग के आधार पर 10 करोड़ अमेरिकियों ने ऐप का उपयोग किया।
इस बीच, ओरेकल ने इस सप्ताह की शुरुआत में पुष्टि की थी कि वह टिकटॉक की पैरेंट चीनी कंपनी बाइटडांस के साथ ऐप को लेकर अमेरिका का भरोसेमंद पार्टनर होने के सौदे पर पहुंच चुका है।
हालांकि इसे लेकर अभी तक किसी तरह की जानकारी सामने नहीं आई है।
संयुक्त राष्ट्र, 19 सितंबर (आईएएनएस)| संयुक्त राष्ट्र की 75वीं वर्षगांठ के मौके पर होने जो रही एक उच्चस्तरीय बैठक से पहले नेताओं के एक समूह ने दुनिया से संयुक्त राष्ट्र को मजबूत बनाने का आह्वान किया है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, 'ए टाइम फॉर रिन्यूवल : कॉलिंग फॉर ए स्ट्रॉन्गेस्ड मल्टीलेटरल सिस्टम' शीर्षक से शुक्रवार को जारी किए एक खुले पत्र में दुनिया भर के 48 पूर्व संयुक्त राष्ट्र और सरकारी अधिकारियों ने 193-राष्ट्रों के निकाय की 75 वीं वर्षगांठ पर 'एक मजबूत, जबावदेह और समावेशी बहुपक्षीय प्रणाली' को लेकर आह्वान किया।
पत्र में नेताओं ने कहा, "वैश्विक प्रशासन के इस संस्थागत ढांचे को दुनिया में मानव सुरक्षा और सतत विकास सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक मार्गदर्शन, नेतृत्व और निर्णय प्रदान करने के लिए और अधिक काम करना चाहिए। जलवायु परिवर्तन से लेकर मानवाधिकारों, लैंगिक और नस्लीय समानता और सतत विकास से लेकर अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा तक- अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को संयुक्त राष्ट्र के चार्टर, एजेंडा 2030 और पेरिस समझौते का सम्मान करना चाहिए।"
इसमें आगे कहा गया, "कोविड -19 महामारी से उबरने के लिए राष्ट्रीय नेतृत्व और प्रभावी वैश्विक सहयोग की जरूरत है।"
आयरलैंड की पूर्व राष्ट्रपति और मानवाधिकारों के लिए संयुक्त राष्ट्र के पूर्व उच्चायुक्त मैरी रॉबिन्सन ने कहा, "बहु-पक्षवाद एक विकल्प नहीं है, बल्कि यह एकमात्र रास्ता है जो एक ग्रीन, टिकाऊ और न्यायसंगत रिकवरी दे सकता है।"
संयुक्त राष्ट्र महासभा के 73वें सत्र की अध्यक्ष और इक्वाडोर की पूर्व विदेश मंत्री मारिया फर्नांडा एस्पिनोसा ने कहा कि "कोविड-19 महामारी के लिए एक समन्वित प्रतिक्रिया का नेतृत्व करने में यूएन की महत्वपूर्ण भूमिका है।"
इस पत्र में हस्ताक्षर करने वालों में संयुक्त राष्ट्र के पूर्व महासचिव बान की मून भी शामिल हैं। इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया के पूर्व प्रधान मंत्री केविन रुड, न्यूजीलैंड की पूर्व प्रधानमंत्री हेलेन क्लार्क आदि भी हैं।
यह पत्र हस्ताक्षरों के लिए 24 अक्टूबर तक खुला रहेगा।
सैन फ्रांसिस्को, 19 सितंबर (आईएएनएस)| दिग्गज अमेरिकी कंपनी बोइंग ने अमेरिका के वेस्ट कोस्ट में जंगल की आग से प्रभावित समुदायों की मदद के लिए 700,000 डॉलर का अनुदान देने की घोषणा की है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, बोइंग ने शुक्रवार को एक घोषणा में कहा कि वह वाशिंगटन, ओरेगन और कैलिफोर्निया में आग से राहत के प्रयासों के लिए अमेरिकी रेडक्रॉस को 500,000 डॉलर दे रहा है।
शेष 200,000 डॉलर इन राज्यों में खाद्य सहायता प्रदान करने के लिए दिए जाएंगे, जहां अच्छी-खासी संख्या में कंपनी के कर्मचारी रहते हैं और काम करते हैं।
बोइंग कमर्शियल एयरप्लेन के प्रेसीडेंट और सीईओ और क्षेत्र में कंपनी के वरिष्ठ कार्यकारी अधिकारी स्टेन डील ने कहा, "हमारे हजारों परिवार, दोस्त और पड़ोसी पश्चिम में विस्थापित हो गए हैं।"
उन्होंने कहा, "हम असाधारण चुनौतीपूर्ण समय में उनकी मदद करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।"
अमेरिकन रेडक्रॉस के मुख्य विकास अधिकारी डॉन हेरिंग ने मदद के लिए बोइंग का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि महामारी के कारण अतिरिक्त सुरक्षा सावधानी बरती है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि जंगल में लगी आग से प्रभावित लोग सुरक्षित महसूस कर सकें।
बीबीसी के मुताबिक, जंगल में लगी आग की घटना में अब तक 30 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और हजारों लोगों को मजबूरन अपने घर खाली करने पड़ने हैं। कैलिफोर्निया और ओरेगन आग से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं।
काठमांडू, 19 सितंबर (आईएएनएस)। नेपाल ने 7 साल के निलंबन के बाद यात्री रेल सेवाओं को फिर से शुरू करने की योजना बनाई है। काठमांडू द्वारा भारत से खरीदी गई रेलों की दो सेट जनकपुर शहर पहुंच गई है। रेलवे विभाग के महानिदेशक बलराम मिश्रा ने समाचार एजेंसी सिन्हुआ को बताया, "डीजल-इलेक्ट्रिक मल्टीपल यूनिट रेल सेट शुक्रवार को दोपहर करीब 1.40 बजे जनकपुर पहुंचे। "
रेलवे विभाग ने कहा कि सेवाओं को फिर से शुरू करने में कम से कम डेढ़ महीने लगेंगे, क्योंकि वह वर्तमान में आवश्यक मानव संसाधनों की भर्ती के लिए काम कर रहे हैं।
यह देश की पहली ब्रॉड-गेज यात्री रेलवे सेवा होगी।
विभाग के अनुसार, यह सेवा जनकपुर शहर के कुर्था से भारत के सीमा से सटे जयनगर के लिए शुरू होगी और इनके बीच की दूरी 35 किलोमीटर के आसपास है।
पहले भी जनकपुर-जयनगर रेल सेवा का संचालन होता था, लेकिन एक संकीर्ण गेज लाइन पर और यह सेवा सात साल पहले पूरी तरह से रुक गई थी।
रेलवे सेवा को फिर से शुरू करने के लिए विभाग ने धीरे-धीरे 200 से अधिक कर्मचारियों की भर्ती करने की योजना बनाई।
मिश्रा ने कहा, "प्रारंभ में हम भारतीय तकनीकी कर्मचारियों की मदद से सेवा फिर से शुरू करेंगे।"
उन्होंने आगे कहा, "हम सेवा शुरू करने के लिए ड्राइविंग, रखरखाव, सिग्नलिंग और ट्रैक इंजीनियरिंग के क्षेत्रों में तकनीकी पृष्ठभूमि से 26 भारतीय कर्मचारियों को भर्ती कर रहे हैं।"
उन्होंने कहा कि नेपाली मानव संसाधन ठीक से और पर्याप्त रूप से प्रशिक्षित होने के बाद भारतीय कार्यबल को धीरे-धीरे बदल दिया जाएगा।
विभाग के अनुसार, प्रत्येक रेल सेट लगभग 1,300 यात्रियों को 110 किमी प्रति घंटे की अधिकतम गति के साथ यात्रा सुविधा प्रदान कर सकता है, और इसे दोनों ओर से संचालित किया जा सकता है।
मिश्रा ने आगे कहा, "यह अंतर-शहर सेवाओं के संचालन और मध्यम दूरी के लिए उपयुक्त है।"
सरकार कई रेलवे को भी विकसित करने की योजना बना रही है जो देश को चारों दिशाओं से जोड़ेगी।
पूर्व-पश्चिम इलेक्ट्रिक रेलवे सेवा को संचालित करने के लिए रेलवे ट्रैक बिछाया जा रहा है।
नेपाल ने राजधानी शहर काठमांडू को दोनों देशों की सीमाओं से जोड़ने के लिए चीन और भारत दोनों के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
सैन फ्रांसिस्को, 19 सितम्बर (आईएएनएस)| दक्षिणी कैलिफोर्निया में दो सप्ताह पहले एक जेंडर रिवील पार्टी के कारण बड़े पैमाने पर लगी जंगल की आग को बुझाने की कोशिश करते हुए एक दमकलकर्मी की मौत हो गई। इसके साथ ही अमेरिकी राज्य में इस साल जंगल के आग के कारण अब तक हुई मौतों की कुल संख्या 26 हो गई है।
अधिकारियों ने इस बात की जानकारी दी।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, शुक्रवार को सैन बर्नार्डिनो नेशनल फॉरेस्ट सर्विस के अधिकारियों ने एल डोराडो फायर के कारण हुई फायर फाइटर की मौत की पुष्टि की। यह आग 21,678 एकड़ में फैली है।
5 सितंबर को सैन बर्नार्डिनो काउंटी में एक बच्चे के लिंग को प्रकट करने के लिए एक समारोह आयोजित किया गया था, उसमें धुआं पैदा करने वाले एक उपकरण से यह आग भड़की थी।
सैन बर्नार्डिनो नेशनल फॉरेस्ट सर्विस ने कहा कि फायर फाइटर का नाम अभी जारी नहीं किया गया है।
सैन बर्नार्डिनो नेशनल फॉरेस्ट सर्विस ने ट्वीट किया, "परिवार, दोस्तों और साथी अग्निशामकों के साथ हमारी गहरी सहानुभूति है।"
एल डोराडो फायर कैलिफोर्निया के आसपास लगी प्रमुख जंगली आग में से एक है।
कैलिफोर्निया के फॉरेस्ट्री एंड फायर प्रोटेक्शन डिपार्टमेंट के अनुसार, शक्रवार तक 18,500 से अधिक दमकलकर्मी राज्य में जंगल की आग पर काबू पाने के लिए मोर्चे पर डटे हुए थे।
यहां मरने वालों में 23 नागरिक और 3 अग्निशामक शामिल हैं।
इस साल की शुरूआत के बाद से अब तक कैलिफोर्निया में 7,900 जंगली आग में 34 लाख एकड़ से अधिक जमीन जल चुकी है।
कैल फायर के अनुसार, कैलिफोर्निया के इतिहास में शीर्ष 20 सबसे बड़ी आग में से पांच 2020 में लगी हैं।
कैलिफोर्निया में आग लगने का पीक समय आमतौर पर अक्टूबर तक रहता है, लेकिन इस साल यह उसके बाद भी जारी रह सकता है।
रियो डि जेनेरो, 19 सितम्बर (आईएएनएस)| ब्राजील में कोरोनावायरस के कारण 858 और मरीजों की मौत होने के साथ देश में इस बीमारी से मरने वालों की कुल संख्या बढ़कर 135,793 हो गई है।
ब्राजील के स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह जानकारी दी।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, मंत्रालय ने शुक्रवार को बताया कि इस बीच, पिछले 24 घंटों में 39,797 नए मामले दर्ज किए गए, जिससे कुल मामलों की संख्या बढ़कर 4,495,183 हो गई।
ब्राजील ने हाल ही में दैनिक मौतों की औसत संख्या को कम करने में कामयाबी हासिल की है, जो पिछले सात दिनों में 779 रही, यह पूर्व के 14 दिनों के मुकाबले 9 प्रतिशत कम है।
प्रति दिन नए मामलों की औसत संख्या में भी कमी देखने को मिली है, जो पिछले सात दिनों में 31,097 रही है, यह पिछले दो हफ्तों की तुलना में 22 प्रतिशत कम है।
कोरोना से सबसे प्रभावित राज्य साओ पाउलो में 924,532 मामलों सामने आ चुके हैं और 33,678 मौतें हुई है, उसके बाद रियो डि जेनेरो में 249,798 मामले आ चुके हैं जबकि 17,575 लोग दम तोड़ चुके हैं।
लंदन, 19 सितम्बर (आईएएनएस)| ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने शुक्रवार को चेतावनी दी कि देश में कोविड -19 की दूसरी लहर आने वाली है और उनकी सरकार को संक्रमण को कम करने के लिए उपायों को तेजी से अमल में लाने की आवश्कता हो सकती है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, जॉनसन ने कहा, "हम अब एक दूसरी लहर को देख रहे हैं .. स्पष्ट रूप से हम हर चीज की समीक्षा करने जा रहे हैं।" उन्होंने कहा कि यह अपरिहार्य है कि कोरोनावायरस देश को फिर से प्रभावित करेगा।
ऑक्सफोर्ड के पास वैक्सीन मैन्युफैक्चरिंग इनोवेशन सेंटर निर्माण स्थल की यात्रा के दौरान, जॉनसन ने पत्रकारों से कहा, " जाहिर है, हम महामारी के प्रसार पर नजर बनाए हुए हैं क्योंकि यह पिछले कुछ दिनों में और विकसित हुआ है और इस बात को लेकर कोई सवाल नहीं उठता.जैसा कि मैं कई हफ्तों से कहता रहा हूं कि हम अब एक दूसरी लहर को आते हुए देख रहे हैं।"
ब्रिटेन में कोरोनोवायरस के मामलों की संख्या में शुक्रवार को 4,322 की वृद्धि हुई, और 27 और मौतें हुईं।
आधिकारिक आंकड़ों से पता चलता है कि देश में कोरोनोवायरस मामलों की कुल संख्या 385,936 पहुंच चुकी है जबकि 41,732 लोग इस बीमारी से दम तोड़ चुके हैं।
नई दिल्ली, 18 सितम्बर (आईएएनएस)| पाकिस्तान की जासूसी एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) देश के बाकी लोगों के समान ही भ्रष्टाचार और घपलेबाजी से पीड़ित है। एक नई किताब में यह खुलासा हुआ है। न्यूयॉर्क टाइम्स में काहिरा ब्यूरो चीफ डेक्लान वाल्श ने अपनी 'द नाइन लाइव्स ऑफ पाकिस्तान' नामक किताब में यह खुलास किया है। देश से निकाले जाने से पहले उन्होंने 'द गार्जियन' और फिर 'द टाइम्स' के लिए एक अंतर्राष्ट्रीय संवाददाता के तौर पर नौ साल तक पाकिस्तान को कवर किया है।
वाल्श किताब में कहते हैं कि हाल के दशकों में आईएसआई नेतृत्व ने कई प्रमुख गलत अनुमान (मिथ्या गणना) लगाए हैं, जिनके न केवल पाकिस्तान के लिए, बल्कि स्वयं जासूसी एजेंसी के लिए भी गंभीर परिणाम सामने आए हैं।
किताब इस तथ्य की ओर इशारा करती है कि आईएसआई भय को एक हथियार के रूप में उपयोग करती है, लेकिन इसकी क्षमताओं को अक्सर कम करके आंका जाता है।
हालांकि इसे जमीनी स्तर पर प्रभावी बताया गया है और पश्चिमी खुफिया एजेंसियों द्वारा इसकी भारतीय प्रतिद्वंद्वी अनुसंधान एवं विश्लेषण विंग (रॉ) से बेहतर के रूप में देखा जाता है। मगर किताब के अनुसार, सीआईए या ब्रिटेन की एमआई-6 के सांचे में आईएसआई एक पेशेवर एजेंसी नहीं मानी जाती है।
जो सेना के अधिकारी एजेंसी चलाते हैं, वह कुछ सालों में सेना की अन्य शाखाओं में चले जाते हैं। किताब में कहा गया है कि इस्लामाबाद में सीआईए स्टेशन प्रमुख रॉबर्ट ग्रेनियर के अनुसार, जासूसी एजेंसी आईएसआई देश के बाकी लोगों के समान ही भ्रष्टाचार और घपलेबाजी से पीड़ित है। यह अक्सर अपनी सबसे खतरनाक संपत्तियों पर नियंत्रण खो देती है। किताब में इसे इस तरीके से बयां किया गया, "कठपुतली मास्टर जो अपनी कठपुतलियों को नियंत्रित नहीं कर सकते हैं।"
दशकों तक आईएसआई के साथ काम करने वाले एक वरिष्ठ ब्रिटिश अधिकारी ने कहा, "जब विश्लेषण की बात आती है, तो आईएसआई का रिकॉर्ड खराब है।"
वाल्श ने अपनी किताब में बताया कि उस वक्त उनके साथ काम करने वाले एक रिपोर्टर को मास्क पहनकर आए कुछ लोग लेकर गए थे। उन्होंने उस रिपोर्टर से कड़ी पूछताछ की। पूछताछ के दौरान रिपोर्टर को मारा-पीटा भी गया। उन्होंने आगे बताया कि रिपोर्टर को छोड़ने के बाद उसे धमकी दी गई कि अगर उसने इस बारे में किसी को बताया तो उसकी पत्नी के साथ दुष्कर्म कर वीडियो यूट्यूब पर अपलोड कर दी जाएगी। आज रिपोर्टर अपने परिवार के साथ स्विट्जरलैंड में रह रहा है।
--आईएएनएस
जम्मू, 18 सितम्बर (आईएएनएस)| जम्मू एवं कश्मीर के बांदीपोरा जिले के गुरेज सेक्टर में शुक्रवार को नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पार से अकारण गोलीबारी शुरू करने के कुछ घंटे बाद ही पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर में पुंछ के बालाकोट सेक्टर में भारतीय चौकियों को निशाना बनाने के लिए मोर्टार और अन्य हथियारों का इस्तेमाल किया।
कर्नल देवेंद्र आनंद ने कहा कि पाकिस्तान ने शाम करीब 4.30 बजे बालाकोट सेक्टर के पास छोटे हथियारों से गोलीबारी करके और मोर्टार के साथ भारी गोलाबारी करते हुए युद्धविराम का उल्लंघन किया।
जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। घाटी के गुरेज सेक्टर में इसी तरह के संघर्षविराम उल्लंघन के चार घंटे बाद ही कंजलवान गांव में एलओसी के करीब रहने वाले ग्रामीणों में दहशत पैदा हो गई।
रक्षा प्रवक्ता ने कहा, "भारतीय सेना ने जवाबी कार्रवाई की है।"
कुछ ग्रामीणों ने हमलों के बाद अपने परिवारों के साथ सुरक्षित स्थानों पर जाना शुरू कर दिया है।
--आईएएनएस
नई दिल्ली, 18 सितम्बर (आईएएनएस)| संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) में 75वें सत्र की सामान्य बहस (जनरल डिबेट) से पहले जम्मू-कश्मीर मुद्दे पर अंतर्राष्ट्रीय समुदाय का ध्यान खींचने के लिए पाकिस्तान ने सोशल मीडिया पर भारत विरोधी और मुक्त कश्मीर अभियान चलाने की योजना बनाई है। खुफिया सूत्रों का कहना है कि पाकिस्तान शनिवार से सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स पर भारत विरोधी कार्यक्रम की शुरूआत करेगा।
सूत्र ने कहा, "पाकिस्तान ने 19 सितंबर 2020 को हैशटैग कश्मीर वान्ट्स फ्रीडम के साथ दुनियाभर में एक ट्विटर अभियान शुरू करने की साजिश रची है।"
सूत्र ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र महासभा के 75वें सत्र की आम बहस से पहले यह प्रचार वर्तमान भारत सरकार को लक्षित करता हुआ प्रतीत होता है। सूत्र ने कहा कि यह पूरी तरह से आधारहीन और काल्पनिक तर्क पर आधारित है।
पाकिस्तानी सेना और इसकी खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) शनिवार से भारत विरोधी ऑनलाइन अभियान को अंजाम देंगी।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान 25 सितंबर को संयुक्त राष्ट्र महासभा के 75वें सत्र को संबोधित करेंगे। एक दिन बाद भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से सत्र को संबोधित करने की उम्मीद है।
कोरोनावायरस महामारी के कारण यूएनजीए का सत्र 15 सितंबर से शुरू किया गया है। संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देशों के प्रतिनिधि 22 सितंबर से शुरू होने वाली सामान्य बहस के दौरान वर्चुअल (ऑनलाइन) संबोधन देंगे।
पाकिस्तान ने स्थानीय समयानुसार सुबह 10 बजे ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में अभियान की योजना बनाई है।
उन्होंने अमेरिका में न्यूयॉर्क में सुबह 11 बजे और कैलिफोर्निया में रात आठ बजे अभियान शुरू करने की योजना बनाई है।
इसके अलावा पाकिस्तान कनाडा के टोरंटो में सुबह 11 बजे एक ऑनलाइन अभियान करेगा। इसके अलावा वह ब्रिटेन में दोपहर एक बजे अभियान शुरू करेंगे। सऊदी अरब, कुवैत और कतर में पाकिस्तान ने दोपहर तीन बजे की योजना बनाई है, जबकि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में अभियान शाम 5.30 बजे शुरू होगा।
संपूर्ण पाकिस्तान में शाम पांच बजे अभियान की शुरूआत करने की योजना है और मलेशिया के कुआलालंपुर में स्थानीय समयानुसार रात आठ बजे भारत विरोधी अभियान को अंजाम दिया जाएगा।
एक वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी ने कहा, "पाकिस्तान हमेशा से कश्मीर को विकसित करने के भारत के प्रयासों को नष्ट या कम करने की कोशिश करता रहा है, चाहे वह आतंकवाद हो या कश्मीर में स्थिति को गलत तरीके से चित्रित करने के लिए विभिन्न प्लेटफार्मों का उपयोग हो।"
पाकिस्तान पांच अगस्त को भारत की ओर से जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बाद से ही बौखलाया हुआ है। वह आए दिन नए-नए तरीके अपनाता है, ताकि भारत को विश्व समुदाय के सामने बदनाम किया जा सके। अब उसने सोशल मीडिया के जरिए भारत विरोधी अभियान शुरू करने की योजना बनाई है।
--आईएएनएस
संयुक्त राष्ट्र, 18 सितम्बर (आईएएनएस)| संयुक्त राष्ट्र (यूएन) महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने चेतावनी दी है कि वैश्विक कोरोनावायरस महामारी हर जगह शांति के लिए जोखिम बढ़ा रहा है। संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस की 39वीं वर्षगांठ से इतर गुरुवार को 'यूएन पीस बेल सेरेमनी' में कहा, "यह संघर्ष में फंसे लोगों के लिए एक बड़ा खतरा है, यही वजह है कि मैंने वैश्विक संघर्ष विराम के लिए तत्काल अपील की।"
अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस हर साल 21 सितंबर को दुनिया भर में मनाया जाता है।
उन्होंने कहा, "मैं अगले सप्ताह जनरल डिबेट के दौरान इसका फिर से आह्वान करूंगा। हमें बंदूक को शांत रखने और अपने सामान्य दुश्मन वायरस पर फोकस करने की जरूरत है।"
संयुक्त राष्ट्र में विश्व नेताओं की वार्षिक बैठक महामारी के कारण 75 साल के इतिहास में पहली बार इस वर्ष वर्चुअल रूप से होने जा रहा है।
22 सितंबर को जनरल डिबेट का पहला दिन है।
गुटेरेस ने कहा कि जहां कहीं भी संघर्ष हो रहा है, वहां शांति के लिए जोर देने और बंदूकों को शांत रखने की जरूरत है।
--आईएएनएस
इस्लामाबाद, 18 सितम्बर (आईएएनएस)| कोरोनावायरस की वजह से लगभग छह महीनों के बाद पाकिस्तान ने मंगलवार से शिक्षण संस्थानों को फिर से खोलने का काम शुरू किया था। देशभर में हाई स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय खुलने के 72 घंटों के भीतर ही अब इनमें से 35 से अधिक संस्थानों को स्वास्थ्य दिशानिर्देशों और मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) का पालन न करने पर बंद करने के लिए कहा गया है।
नेशनल कमांड एंड ऑपरेशंस सेंटर (एनसीओसी) ने शुक्रवार को एक बयान में खुलासा किया कि स्वास्थ्य दिशानिर्देश और प्रोटोकॉल का पालन नहीं करने पर पिछले 24 घंटों में खैबर पख्तूनख्वा (केपी) प्रांत में कम से कम 10 शैक्षणिक संस्थानों को बंद कर दिया गया, जबकि तीन संस्थान सिंध में बंद किए गए हैं।
एनसीओसी के अनुसार, एक दिन पहले ही 22 संस्थाओं को बंद कराया गया था, जिनमें खैबर पख्तूनख्वा के 16, इस्लामाबाद का एक और पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर (पीओके) के पांच संस्थान शामिल हैं।
इन संस्थानों के अलावा, कई अन्य स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय भी हैं, जिन्होंने अपनी शैक्षणिक गतिविधियों को रोक दिया है, क्योंकि उनके परिसरों से भी नोवेल कोरोनावायरस के पॉजिटिव मामले सामने आए हैं।
पाकिस्तान में फिलहाल इस बात पर व्यापक बहस छिड़ी हुई है कि संघीय सरकार के शैक्षणिक संस्थानों को फिर से खोलने का निर्णय सही था या नहीं। कई अभिभावकों, छात्रों, शिक्षण कर्मचारियों और प्रांतीय अधिकारियों ने इस निर्णय की समीक्षा करने का आग्रह किया है, क्योंकि वायरस का खतरा अभी भी खत्म नहीं हुआ है।
महामारी के कारण कम से कम छह महीने के अंतराल के बाद देश में शैक्षणिक संस्थान मंगलवार को फिर से खोले गए थे।
प्रधानमंत्री इमरान खान ने सोमवार को कहा था, "यह सुनिश्चित करना हमारी प्राथमिकता और सामूहिक जिम्मेदारी है कि हर बच्चा सुरक्षा के साथ पढ़ने के लिए स्कूल जा सके।"
उन्होंने कहा, "हमने यह सुनिश्चित करने के लिए काम किया है कि स्कूल संचालन कोविड-19 पर सार्वजनिक स्वास्थ्य सुरक्षा नियमों का पालन करें।"
लेकिन अब विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों से पॉजिटिव मामले सामने आने के बाद सरकार ने ऐसे संस्थानों को बंद करने का फैसला किया है, जो दिशानिर्देशों का पालन नहीं कर रहे हैं।
पाकिस्तान में अभी तक 304,386 कोरोना मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें 291,638 लोग ठीक हो चुके हैं। देश में संक्रमण की वजह से 6,408 लोगों की मौतें हुई हैं।
--आईएएनएस
इस्लामाबाद, 18 सितंबर (आईएएनएस)| पंजाब और बलूचिस्तान प्रांतों में पोलियो के नौ नए मामलों का पता चलने के बाद पाकिस्तान में इस साल अब तक पोलियो के कुल मामलों की संख्या 72 तक पहुंच गई हैं। यह जानकारी स्वास्थ्य अधिकारियों ने दी। डॉन न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, गुरुवार को दर्ज किए गए नए मामलों में सात मामले टीका-व्युत्पन्न प्रसारित पोलियो वायरस टाइप -2 (सीवीडीपीवी2) के थे।
सीवीडीपीवी2 का 'प्रकोप' वैश्विक स्वास्थ्य संगठनों के लिए गंभीर चिंता का कारण बन सकता है, क्योंकि पाकिस्तान कुछ ऐसे देशों में से है, जहां से ऐसे मामलों की रिपोर्ट दी गई है, जबकि इस तरह के पोलियो को वैश्विक स्तर पर लगभग समाप्त कर दिया गया है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, सीवीडीपीवी2 पोलियो के खात्मे के अंतिम खेल के लिए खतरा बना हुआ है, क्योंकि यह वैक्सीन रिफ्यूजल के अलावा फिर से उभरते पोलियो मामलों के मुख्य कारणों में से एक है।
सीवीडीपीवी 2 को 1999 में खत्म कर दिया गया था, जिसके परिणामस्वरूप साल 2016 में डब्ल्यूएचओ द्वारा दुनिया भर में पोलियो कार्यक्रम से पोलियो टाइप 2 वैक्सीन को वापस ले लिया गया था।
हो सकता है कि प्रोग्राम के अधिकारियों ने इस वैक्सीन को नष्ट करने के बजाय, इसे ग्लोबल प्रोटोकोल के तहत फेंक दिया हो, जिसके परिणामस्वरूप पाकिस्तान में सीवीडीपीवी 2 मामलों का पुनरुत्थान देखा जा रहा है, जो खतरनाक संकेत है।
इस्लामाबाद, 18 सितम्बर (आईएएनएस)| लंदन में पाकिस्तान उच्चायोग को पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के लिए इमरान खान के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा भेजे गए गिरफ्तारी वारंट मिले हैं। शुक्रवार को यह जानकारी दी गई। डॉन न्यूज के मुताबिक, मिशन द्वारा इस मामले में आधिकारिक टिप्पणी करना बाकी है लेकिन सूत्रों ने पुष्टि की है कि मिशन को गिरफ्तारी वारंट के बारे में कागजात मिल गए हैं।
सूत्र ने आगे कहा कि इस संबंध में सभी कानूनी औपचारिकताओं और प्रक्रियाओं का पालन किया जाएगा।
इस बीच, इस्लामाबाद हाईकोर्ट (आईएचसी) के सहायक रजिस्ट्रार ने विदेश सचिव को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि पूर्व प्रधानमंत्री 22 सितंबर को इसके समक्ष पेश हों।
2017 में, उच्चायोग को राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (नैब) मामलों में हसन, हुसैन, मरियम नवाज और कैप्टन मोहम्मद सफदर के लिए जमानती गिरफ्तारी वारंट प्राप्त हुए थे।
इस सप्ताह की शुरुआत में आईएचसी ने पूर्व प्रधानमंत्री के लिए गैर-जमानती गिरफ्तारी वारंट जारी किया था, जबकि अल-अजीजिया और एवेनफील्ड संपत्तियों के भ्रष्टाचार के मामलों में उनकी सजा के खिलाफ अपील की सुनवाई में व्यक्तिगत उपस्थिति से छूट की मांग वाली अर्जी को खारिज कर दिया था।
सुमी खान
ढाका, 18 सितम्बर (आईएएनएस)| बांग्लादेश के शिक्षा मंत्रालय ने चट्टोग्राम (चटगांव) स्थित अल-जमीअतुल अहलिया दारुल उलुम मोइनुल इस्लाम, जिसे लोकप्रिय हतजारी मदरसा के रूप में जाना जाता है, को बंद कर दिया है। मदरसा में विरोध प्रदर्शनों के मद्देनजर अगले नोटिस तक इसे बंद करने का फैसला लिया गया है।
मदरसे के छात्रों ने बुधवार को चट्टोग्राम-खग्राचारी सड़क पर प्रदर्शन किया था और मदरसे के अंदर फर्नीचर की तोड़फोड़ की। वे हेफाजत-ए-इस्लाम बांग्लादेश के प्रमुख शाह अहमद शफी के बड़े बेटे अनस मदनी को हटाने की मांग कर रहे हैं।
शिक्षा मंत्रालय के तहत तकनीकी और मदरसा शिक्षा डिविजन के सहायक सचिव, सैयद असगर अली द्वारा हस्ताक्षरित एक आदेश में कहा गया है, "शैक्षिक गतिविधियों और परीक्षाओं को फिर से शुरू करने के लिए कवमी मदरसों को 24 अगस्त को सशर्त अनुमति दी गई थी। हालांकि शर्तों को ठीक से पूरा नहीं किया गया, जिसके कारण अल-जमीअतुल अहलिया दारुल उलुम मोइनुल इस्लाम को अगले नोटिस तक बंद कर दिया गया है। आदेश तुरंत प्रभाव से लागू होगा।"
अपनी छह सूत्री मांग को लेकर बुधवार को हतजारी मदरसे के कई सौ छात्र विरोध प्रदर्शन करने लगे।
स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रदर्शन शफी और हेफाजत के महासचिव जुनैद बाबूनागरी के समर्थकों के बीच विवाद का परिणाम था।
हालांकि पुलिस ने बाद में छात्रों को हाईवे से हटा दिया, लेकिन गुरुवार को मदरसे के बाहर तैनात सुरक्षाकर्मियों ने कहा कि तनाव अंदर ही अंदर सुलग रहा है।
हिंसक विरोध प्रदर्शन बाबूनागरी और अनस मदनी के बीच दरार का हालिया प्रमाण था। यह खुलकर सामने तब आया, जब बाबूनागरी को इस साल जून में मदरसा के सहायक निदेशक के पद से हटा दिया गया था।
छात्रों के उग्र विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर, शिक्षण संस्थान की शूरा कमिटि (बड़े निर्णय लेने वाली संस्था) ने बुधवार रात एक आपातकालीन बैठक की और मदरसे में अनस मदनी को उनके कर्तव्यों से राहत देने का फैसला किया।
अनस मदनी कट्टरपंथी इस्लामवादी मंच के पब्लिसिटी सेक्रेटरी और सदियों पुराने मदरसा के सहायक निदेशक के रूप में कार्य कर रहे हैं।
हाल के महीनों में शफी के कई बार बीमार पड़ने के बाद हतजारी मदरसे में तनाव बढ़ गया है।
नानजिंग, 17 सितंबर (शिन्हुआ)। चीन के जीवाश्म वैज्ञानिकों ने जर्मनी और ब्रिटेन के वैज्ञानिकों के साथ मिलकर जंतु जगत के सबसे पुराने शुक्राणु की खोज की है। एंबर के एक टुकड़े में पाया गया यह शुक्राणु करीब 10 करोड़ वर्ष पुराना है।
चीन की विज्ञान अकादमी से संबंधित नानजिंग भूविज्ञान एवं जीवाश्म विज्ञान संस्थान के मुताबिक किसी भी जीव में मिलने वाला यह सबसे पुराना शुक्राणु है। इस खोज से संबंधित शोध पत्र रॉयल सोसाइटी : बायोलॉजिकल साइंसेज में प्रकाशित हुए हैं। इस खोज से पहले दुनिया में सबसे पुराना शुक्राणु करीब पांच करोड़ वर्ष पुराना था।
यह शुक्राणु आर्थोपोडा जंतु जगत के उपवर्ग ऑस्ट्राकोड नामक जीव की एक प्रजाति से संंबधित है। यह जीव आकार में बहुत छोटा होता है और महासागरों, झीलों, नदियों और तालाबों में भी पाया जाता है। इसका आकार करीब एक मिलीमीटर लंबा होता है।
ऑस्ट्राकोड उपवर्ग में पाये गए शुक्राणु का आकार बड़ा होता है। इस खोज से जुड़े वैज्ञानिक वांग ही ने कहा कि शुक्राणु का आकार बड़ा होने से प्रजनन दर में सुधार होता है, इसी कारण इन जीवों की संख्या काफी अधिक होती है।
ढाका, 17 सितंबर (आईएएनएस)| बांग्लादेश में हजारों छात्रों ने मदरसा के प्रमुख (अमीर) और हिफाजत-ए-इस्लामी के प्रमुख अहमद शफी के बेटे अनस मदानी को चटगांव के हथजरी दारुल उलूम मुईनुल इस्लाम मदरसा से निष्कासित करने की मांग को लेकर धरना दिया। छात्रों ने शफी को मदरसे के प्रमुख के तौर पर हटाने की भी मांग की।
विभिन्न बीमारियों से पीड़ित शफी (103) को लेकर विरोध बुधवार को जौहर की नमाज के बाद शुरू हुआ। छात्रों ने उन पर आरोप लगाया कि उन्होंने मौलाना अनस मदानी के कारण 11 शिक्षकों और अधिकारियों को बिना किसी कारण के बर्खास्त कर दिया। पता चला है कि शफी अपने बुढ़ापे के कारण लंबे समय से मदरसे की देखरेख करने में असमर्थ हैं।
हथजरी पुलिस थाना प्रभारी और उपजिला निर्बही अधिकारी की टिप्पणियां इस मामले में नहीं मिल सकीं।
विरोध के दौरान अनस मदानी पर हथजरी मदरसा, हेफजात-ए-इस्लाम और कौमी मदरसा बोर्ड (बीईएफएसी) को प्रभावित करने का भी आरोप लगाया गया।
हिफाजत-ए-इस्लाम प्रमुख शफी जनवरी 2019 में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में नजर आए थे, जिसमें उन्होंने कहा था कि लड़कियों को पढ़ाई करने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। उन्होंने वहां मौजूद लोगों से कहा था कि वे वादा करें कि वे रोजाना नमाज पढ़ेंगे और लड़कियों को हिजाब पहनाएंगे।
एक ऑडियो में हिफाजत प्रमुख ने कहा था कि माता-पिता अपनी बेटियों को पांचवीं कक्षा तक ही पढ़ाएं ताकि वे अपने पति के पैसे पर नजर रख सकें और उन्हें चिट्ठी लिख सकें।
बता दें कि शफी को उनकी आलोचनात्मक टिप्पणियों के लिए उन्हें 'टेंटुल हुजूर' (इमली मुल्ला) कहा जाता है क्योंकि उन्होंने एक बार 'टेंटुल' (इमली) की तुलना महिलाओं से करते हुए कहा था कि वे भी पुरुषों के मुंह में पानी ला देती हैं।
सैन फ्रांसिस्को, 17 सितंबर (आईएएनएस)| अमेरिका के कैलिफोर्निया को 7 हजार से अधिक जंगली आग का सामना करना पड़ा है। राज्य के गवर्नर गेविन न्यूजोम ने कहा है कि इस साल लगीं 7,860 जंगली आग के कारण 34 लाख एकड़ (लगभग 13,759 वर्ग किमी) से अधिक जमीन जल गई है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की खबर के मुताबिक, कैलिफोर्निया के फॉरेस्ट्री एंड फायर प्रोटेक्शन (कैल फायर) और यूएस फॉरेस्ट सर्विस मोंटाना, उटा, टेक्सस और न्यूजर्सी के कर्मचारियों की मदद से इस आग से लगातार लड़ रही हैं।
न्यूजोम ने कहा है कि राज्य में 17,000 से अधिक अग्निशामक और 2,200 इंजन हैं।
मेंडोकिनो काउंटी में राज्य की सबसे बड़ी अगस्त कॉम्प्लेक्स फायर बुधवार को भी बढ़ती रही। यहां अब तक 7,96,651 एकड़ (लगभग 3,224 वर्ग किमी) जमीन जल चुकी है।
फ्रेस्नो और मादेरा काउंटी में लगी क्रीक फायर के कारण 2,20,025 एकड़ (लगभग 890 वर्ग किमी) जमीन जल चुकी है, जो इन काउंटी का 18 प्रतिशत हिस्सा है।
बटल, प्लमस और यूबा काउंटियों में नॉर्थ कॉम्प्लेक्स फायर से 2,73,335 एकड़ (लगभग 1,106 वर्ग किमी) जमीन जल चुकी है।
सैन फ्रांसिस्को क्रोनिकल ने बुधवार को बताया कि यूरोपियन कमीशन साइंस एजेंसी कोपर्निकस एटमॉस्फियर मॉनीटरिंग सर्विस के अनुसार, अमेरिका के पश्चिमी तटीय कैलिफोर्निया, ओरेगन और वाशिंगटन की घातक जंगली आग से निकला धुआं इस सप्ताहांत तक अटलांटिक महासागर के ऊपर चला जाएगा और यूरोप के वातावरण को भी प्रभावित करेगा।
विलमिंगटन: डेमोक्रेटिक पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जो बाइडेन ने कहा कि कोरोनावायरस के संभावित टीके को लेकर उन्हें वैज्ञानिकों की बात पर तो विश्वास है, लेकिन अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प पर नहीं.
अमेरिका में 3 नवम्बर को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव से पहले इन दिनों टीके का मुद्दा चर्चा का विषय बना हुआ है.
बाइडेन ने कोरोनावायरस के संभावित टीके पर जन स्वास्थ्य विशेषज्ञों से चर्चा करने के बाद डेलावेयर के विलमिंगटन में व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण के वितरण और कोरोनावायरस परीक्षण को लेकर ट्रंप की ‘अक्षमता और बेईमानी’ का जिक्र किया.
उन्होंने कहा कि अमेरिका ‘टीके को लेकर उन विफलताओं को दोहरा नहीं सकता.’
बाइडेन ने कहा, ‘मुझे टीके पर भरोसा है, मुझे वैज्ञानिकों पर भरोसा है लेकिन मुझे डोनाल्ड ट्रंप पर भरोसा नहीं है, और इस समय अमेरिकी लोगों को भी (ट्रंप पर भरोसा) नहीं है.’
ट्रंप ने बुधवार को दावा किया कि कोरोनावायरस का टीका मध्य अक्टूबर तक आ जाएगा. जबकि इससे पहले रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केन्द्र के निदेशक रॉबर्ट रेडफील्ड ने कांग्रेस की सुनवाई के दौरान कहा था कि अमेरिका के अधिकतर लोगों तक 2021 ग्रीष्मकाल से पहले टीका नहीं पहुंच पाएगा.
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में बाइडेन ओर ट्रंप आमने-सामने हैं.(theprint)
न्यूयॉर्क, 16 सितंबर (आईएएनएस)| अमेरिका में जैसे-जैसे राष्ट्रपति चुनाव की तारीख नजदीक आती जा रही है, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप खुद की छवि एक 'शांतिदूत' के रूप में पेश करने में जुट गए हैं।
ट्रंप ने मध्यस्थता कर इजरायल और दो अरब देशों के बीच मध्य-पूर्व में राजनयिक डील कराया, जबकि तालिबान के बीच शांति समझौते का प्रयास किया। साथ ही कतर में अफगान सरकार और तालिबान के बीच शांति समझौता वार्ता में भी अमेरिका की अहम भूमिका है।
उन्होंने मंगलवार को यह कहते हुए कि यह 'इतिहास के पाठ्यक्रम' में बदलाव है, राजनयिक संबंध स्थापित करने के लिए इजरायल और दो अरब देशों संयुक्त अरब अमीरात और बहरीन के बीच समझौतों पर हस्ताक्षर कराएं।
जहां तालिबान और अमेरिका समर्थित अफगान सरकार के प्रतिनिधि कतर की राजधानी दोहा में शांति के लिए वार्ता कर रहे हैं, जिसे लेकर ट्रंप को उम्मीद है कि इससे अफगानिस्तान में संघर्ष खत्म होगा।
तालिबान डील से उन्हें यह घोषणा करने का मौका मिलेगा कि 19 साल बाद अमेरिका उनके नेतृत्व में अफगान से अपनी सेना को निकाल सकेगा और यह 2016 के चुनाव से पहले किए गए उनके वादे को पूरा करेगा।
ट्रंप ने डेमोक्रेटिक पार्टी के अपने प्रतिद्वंद्वी जोसेफ बाइडन पर इराक में विनाशकारी आक्रमण के लिए समर्थन करने और 40 साल के उनके (बाइडन) राजनीतिक कैरियर में कई अन्य विदेशी संघर्षो, उलझनों को लेकर उन पर निशाना साधा है और खुद के बारे में एक शांतिदूत और ऐसा नेता होने का दावा किया है जो सैनिकों को और ज्यादा देशों में तैनाती पर भेजने के बजाय उन्हें स्वदेश लाता है।
अमेरिकी सेना ने घोषणा की है कि वह नवंबर से पहले अफगानिस्तान और इराक से कई हजार सैनिकों को वापस बुला लेगी, जिससे वहां नाम मात्र के सैनिक रह जाएंगे।
ट्रंप प्रशासन के तहत, यूरोप में अपने निकटतम सहयोगियों के साथ वाशिंगटन के संबंध थोड़े कमजोर हुए हैं। ट्रंप द्वारा यूरोपीय देशों की लागतार आलोचना करने, उनसे रक्षा खर्च में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने और जर्मनी से अमेरिकी सैनिकों वापस बुलाने के निर्णय को लेकर यूरोप के साथ रिश्ते प्रभावित हुए हैं।
उनकी विदेश नीति की डेमोक्रेट नेताओं के साथ ही कुछ रिपब्लिकन नेताओं द्वारा भी आलोचना की गई ।
उत्तर कोरिया के परमाणु और मिसाइल कार्यक्रमों पर लगाम लगाने के लिए देश के सर्वोच्च नेता किम जोंग उन के साथ ट्रंप ने बैठकें भी की, जिसने पूरी दुनिया का ध्यान खींचा, लेकिन इसका कोई परिणाम नहीं निकला।
चीन ने एशिया में अपना आक्रामक रूप दिखाया और ट्रंप कुछ नहीं कर सके, तो मध्यपूर्व और अफगानिस्तान ही हैं, जहां वह चुनावों से पहले शांतिदूत के रूप में छवि पेशकर परिणाम दिखा सकते हैं।
ट्रंप इजरायली और फिलिस्तीनियों के बीच एक शांति समझौता नहीं करा सके। इसलिए इजरायल और दोनों देशों के बीच समझौता एक सांत्वना पुरस्कार है - लेकिन यह और अधिक अरब देशों के लिए फिलिस्तीनियों के साथ संबंधों को ज्यादा अहमयित नहीं देने और इजरायल को ज्यादा अहमियत देने का मार्ग प्रशस्त कर सकता है, विशेष रूप से इसलिए क्योंकि मालूम पड़ता है कि इसे सऊदी अरब की स्वीकृति प्राप्त है।
यह फिलीस्तीन को इजराइल के साथ वार्ता को फिर से शुरू करने के लिए भी मजबूर कर सकता है।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के प्रवक्ता स्टीफन डुजारिक ने मंगलवार को कहा, "मुझे लगता है कि यह बहुत स्पष्ट है कि उन्हें इन समझौतों से उम्मीद है कि फिलिस्तीनियों और इजरायलियों के बीच नए सिरे से बातचीत होगी। उन्हें यह भी उम्मीद है कि खाड़ी में क्षेत्रीय स्थिरता विकसित होने का यह एक नया अवसर होगा।"
मंगलवार को ट्रंप की मध्यस्थता के बीच बहरीन के विदेश मंत्री अब्दुल्लातिफ बिन राशिद अल-जायन और संयुक्त अरब अमीरात के विदेश मंत्री अब्दुल्ला बिन जायद अल नाहयान ने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए।
इस्लामाबाद, 16 सितंबर (आईएएनएस)| पाकिस्तान के करीब 96 प्रतिशत कोरोनावायरस मरीज ठीक हो चुके हैं। बुधवार को 'नेशनल कमांड एंड ऑपरेशंस सेंटर' (एनसीओसी) द्वारा जारी एक स्टेटस रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई। जियो न्यूज ने बताया कि एनसीओसी के अनुसार, "पाकिस्तान भर में अब तक 290,760 लोग कोरोना से ठीक हुए हैं जो एक महत्वपूर्ण आंकड़ा है और दर्शाता है कि कुल 303,089 मामलों के साथ 95.93 लोग ठीक हुए हैं, इनमें से 5,936 सक्रिय मामले हैं।"
एनसीओसी ने कहा कि पिछले 24 घंटों में लगभग 29,100 परीक्षण किए गए और 665 लोग जांच में कोरोना पॉजिटिव निकले।
इसने कहा कि सांस की बीमारी से मरने वाले चार लोगों में से तीन की मौत अस्पतालों में और एक की घर पर हुई।
एनसीओसी ने कहा कि देश में कोविड सुविधाओं वाले करीब 735 अस्पताल हैं और देशभर में 995 कोविड मरीज भर्ती हैं।