अंतरराष्ट्रीय
क़िरक़ीज़िस्तान के पड़ोसी देशों के राष्ट्रपतियों ने इस देश में व्याप्त अशांति से चिंतित होकर ख़त लिखा है।
क़िरक़ीज़िस्तान के पड़ोसी देशों ने इस देश की वर्तमान स्थिति पर चिंता जताते हुए इसकी समाप्ति की मांग की है। क़िरक़ीज़िस्तान के पड़ोसी देशों क़ज़ाकि़स्तान, ताजिकिस्तान, तुर्कमनिस्तान और उज़बेकिस्तान के राष्ट्रपतियों ने एक संयुक्त बयान जारी करके इस देश की तनावपूर्ण स्थिति पर अफसोस जताया है।
क़िरक़ीज़िस्तान के चार पड़ोसी देशों के राष्ट्रपतियों के संयुक्त बयान में आया है कि हम इस देश की जनता से मांग करते हैं कि वे अपने देश में शांति की स्थापना के लिए बुद्धिमानी से काम लें। बयान में कहा गया है कि वर्तमान स्थति क़िक़ीजिस्ताना की लोकतांत्रिक व्यवस्था में व्यवधान डाल रही है। इस संयुक्त बयान में हिंसा को तत्काल रोकने की मांग की गई है।
क़िरक़ीज़िस्तान के चार पड़ोसी देशों के राष्ट्रपतियों का यह संयुक्त बयान इस देश में 5 अक्तूबर को संपन्न हुए संसदीय चुनावों के परिणामों पर असंतुष्ट लोगों की प्रतिक्रिया के बाद आया है। इन परिणामों के सामने आने के बाद व्यापक स्तर पर विरोध प्रदर्शन किया गया। इन विरोध प्रदर्शनों के बाद क़िरक़ीज़िस्तान के चुनाव आयोग ने चुनावी परिणामों को रद्द कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने कई सरकारी इमारतों पर क़ब्ज़ा कर लिया और यहां के पूर्व राष्ट्रपति को जेल से आज़ाद करा लिया। इन घटनाओं में 590 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं जबकि कम से कम एक की मृत्यु का समाचार है।(parstoday)