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पैरालंपिक खेलों की एक महिला चैंपियन बनी यूरोपीय संघ की प्रेरणा
16-Sep-2021 1:41 PM
पैरालंपिक खेलों की एक महिला चैंपियन बनी यूरोपीय संघ की प्रेरणा

बचपन में दोनों हाथ गंवा चुकी इटली की पैरालंपिक चैंपियन बीट्रीस वीओ यूरोपीय संघ के लिए प्रेरणा-स्त्रोत बन गई हैं. उनके जीवन को कोविड से लेकर जलवायु परिवर्तन जैसी चुनौतियों से लड़ने में यूरोप के लिए उदाहरण माना जा रहा है. 

 (dw.com)

"अगर कोई काम असंभव लगता है तो उसे किया जा सकता है." बीट्रीस वीओ इस सिद्धांत का पालन करती हैं और 15 सितंबर को यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला फॉन डेय लाएन ने संघ के सदस्य देशों को इन्हीं शब्दों से प्रेरणा लेने के लिए कहा.

वो जब यूरोपीय संसद में अपना वार्षिक नीति संबोधन देने स्ट्रासबुर्ग पहुंचीं तो वीओ उनके साथ थीं. 24 वर्षीय वीओ व्हीलचेयर पर बैठ कर ही तलवारबाजी करती हैं और टोक्यो 2020 पैरालंपिक खेलों में उन्होंने स्वर्ण पदक हासिल किया.

उनके उपनाम 'बेबे' से उन्हें संबोधित करते हुए फॉन डेय लाएन ने कहा,"'बेबे' ने बहुत ही कम उम्र में बहुत सी कठिनाइयों पर विजय हासिल की है." उन्हें बचपन में ही गंभीर रूप से मेनिन्जाइटिस हो गया था जिसकी वजह से उनके हाथों को काटना पड़ा.

'बेबे' की प्रेरणा से
संसद में बैठी वीओ ने एक बाजू-रहित काली टॉप पहनी थी और उनके कृत्रिम हाथों को देखा जा सकता था. इंस्टाग्राम पर उनके 12 लाख फॉलोअर हैं और वहां वो लोगों को कोविड-19 के खिलाफ टीका लेने के लिए प्रोत्साहित करती हैं. वो महामारी के दौरान मानसिक स्वास्थ्य पर चर्चाओं में भी हिस्सा लेती हैं.

वीओ के बारे में फॉन डेय लाएन ने अपने भाषण में कहा, "उनकी कहानी हर मुश्किल को हरा कर आगे बढ़ने के बारे में है...और उन्होंने वह सब अपने इसी विश्वास पर कायम रह कर हासिल किया कि अगर कोई काम असंभव लगता है तो उसे किया जा सकता है."

वीओ के साथ खड़ी फॉन डेय लाएन ने वादा किया कि वो कोविड महामारी का मुकाबला करने, जलवायु परिवर्तन का सामना करने, डिजिटल परिवर्तन को आगे ले जाने, मीडिया की आजादी को बढ़ावा देने और महिलाओं के अधिकारों को सुरक्षित करने की संघ की कोशिशों को और तेज करेंगी.

महिलाओं के लिए नया कानून
उन्होंने महिलाओं के खिलाफ हिंसा का मुकाबला करने के लिए इस साल के अंत तक एक नए कानून को लाने का वादा भी किया और कहा कि घरों के अंदर शोषण के पीड़ितों पर तालाबंदी का अनुपातहीन रूप से असर पड़ा है.

संघ के 27 सदस्य देशों में से छह ने महिलाओं के खिलाफ हिंसा को रोकने के लिए 2014 में बनाई गई इस्तांबुल संधि को मंजूर नहीं किया है. इनमें हंगरी, बुल्गारिया, स्लोवाकिया, चेक रिपब्लिक, लात्विया और लिथुआनिया शामिल हैं.

फॉन डेय लाएन ने अगले साल मीडिया की स्वतंत्रता के लिए भी एक कानून लाने की कोशिशों के बारे में बताया. यूरोप में सरकारी भ्रष्टाचार उजागर करने वाले पत्रकारों के मारे जाने के बाद लाए जाने वाले इस कानून का उद्देश्य है पत्रकारों को संरक्षण देना.

फॉन डेय लाएन ने आगे कहा, "हो सकता है हमारा संघ दोष युक्त हो लेकिन वो अनूठा रूप में सुंदर और सुंदर रूप से अनूठा है." वीओ के सिद्धांत को इतालवी भाषा में दोहराते हुए उन्होंने कहा, "यह यूरोप के संस्थापकों की आत्मा थी और यही यूरोप की आने वाली पीढ़ी की भी आत्मा है. तो आइए हम 'बेबे' से और उन सब युवाओं से प्रेरणा लें जो संभव और असंभव के बारे में हमारी समझ को बदल रहे हैं."

सीके/एए (रॉयटर्स)

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