अंतरराष्ट्रीय

वो डायनासोर जो बस पैदा होते- होते रह गया..
22-Dec-2021 6:48 PM
वो डायनासोर जो बस पैदा होते- होते रह गया..

शोधकर्ताओं का कहना है कि यह अंडा हो सकता है कि भूस्खलन के दौरान ज़मीन में दब गया हो और इसी वजह से सुरक्षित बच गया हो

डायनासोर के बारे में जानने के लिए हर किसी में उत्सुकता बनी रहती है. एक समय में दुनिया के सबसे बड़े जीवों में से एक डायनासोर के बारे में संभव है कि आने वाले समय में मानव-जाति को और अधिक जानकारी मिल सके.

वैज्ञानिकों को डायनासोर का एक ऐसा अंडा मिला है, जिसमे भ्रूण पूरी तरह से विकसित हो चुका था और यह अंडा फोड़कर बाहर निकलने की प्रक्रिया में था. यह ठीक वैसा ही है जैसा मुर्गी के अंडे को फोड़कर चूज़े बाहर निकलते हैं.

यह अंडा दक्षिणी चीन के गांझोऊ में मिला था और शोधकर्ताओं का अनुमान है कि यह भ्रूण कम से कम 66 मिलियन साल पुराना हो सकता है.

ऐसा माना जा रहा है कि यह एक दंतहीन थेरोपोड डायनासोर या फिर ओविराप्टोरोसोर का भ्रूण हो सकता है.

इस भ्रूण को बेबी येंगलियांग नाम दिया गया है.

शोधकर्ता डॉ. फियोन वायसम मा का कहना है कि अभी तक शोधकर्ताओं को जितने भी डायनासोर के भ्रूण मिले हैं, यह उनमें से अभी तक का सबसे अच्छी स्थिति में मिला भ्रूण है.

यह खोज अपने आप में इसलिए और महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे शोधकर्ताओं को डायनासोर और आज के पक्षियों के बीच की कड़ी को समझने में काफी मदद मिली है.

डायनासोर के भ्रूण का जो जीवाश्म मिला है वह एक घुमावदार स्थिति में है जिसे टकिंग कहा जाता है.

यह एक ऐसी स्थिति और व्यवहार है जो पक्षियों में भी पायी जाती है. जिस समय पक्षियों के चूज़े अंडे से बाहर निकलने की कोशिश रहे होते हैं वे भी इसी स्थिति में होते हैं.

शोधकर्ता डॉ. मा ने न्यूज़ एजेंसी एएफ़पी को बताया, "इससे यह पता चलता है कि आधुनिक पक्षियों का जो यह व्यवहार है, वह पहले उनके पूर्वज डायनासोर में विकसित हुआ."

ओविराप्टोरोसोरस, जिसका मतलब है - अंडे चुराने वाली छिपकली.

यह पंख वाले डायनासोर थे. वे आज के एशिया और उत्तरी अमेरिका के हिस्से में रहते थे. यह क्रेटेशियस पीरियड का आख़िरी दौर था, जब ये डायनासोर पाए जाते थे.

जीवाश्म विज्ञानी प्रो स्टीव ब्रुसेट भी चीन में मिले इस जीवाश्म के शोध दल का हिस्सा रहे हैं.

उन्होंने इस संदर्भ में एक ट्वीट किया है. वह लिखते हैं- "यह अब तक मिले और अचरज में डाल देने वाले डायनासोर जीवाश्मों में से एक है"

उनके मुताबिक़, यह कुछ ऐसा था जैसा उन्होंने पहले कभी नहीं देखा था. यह भ्रूण बस अंडे से बाहर निकलने की क़गार पर था.

चीन में मिला भ्रूण यानी बेबी येंगलियांग सिर से पूंछ तक 10.6 इंच लंबा है. यह अंडा पहली बार 2000 में देखा गया था लेकिन 10 साल के लिए इसे स्टोरेज में रख दिया गया था.

जब संग्रहालय में निर्माण कार्य शुरू हुआ और पुराने जीवाश्मों की छंटायी की जा रही थी तब शोधकर्ताओं का ध्यान अंडे पर गया. उन्हें अंदेशा था कि उस अंडे के भीतर भ्रूण हो सकता है.(bbc.com)

अन्य पोस्ट

Comments

chhattisgarh news

cg news

english newspaper in raipur

hindi newspaper in raipur
hindi news