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बेहद रोमांचक मुक़ाबला, अंतिम ओवर में धोनी का धमाल, पहले ओवर में मुकेश का कमाल, बने कई रिकॉर्ड
22-Apr-2022 9:01 AM
 बेहद रोमांचक मुक़ाबला, अंतिम ओवर में धोनी का धमाल, पहले ओवर में मुकेश का कमाल, बने कई रिकॉर्ड

IPL/BCCI

-अभिजीत श्रीवास्तव

जीत के बाद कप्तान रवींद्र जडेजा पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी से गले मिलते हुए. 9 नंबर की पीली जर्सी में रायडू और आईपीएल में डेब्यू कर रहे मुंबई के ऋतिक शौकीन ब्लू जर्सी में साथ खड़े हैं.

चेन्नई और मुंबई के बीच आईपीएल मुक़ाबला अपने जिस हाई वोल्टेज रोमांच के लिए जाना जाता है गुरुवार को ठीक वैसा ही मैच हुआ. आईपीएल के मैच आते और जाते रहते हैं लेकिन कुछ मैच ऐसे हो जाते हैं जिसकी तस्वीर लंबे वक़्त तक लोगों के जेहन में ताज़ा रहती है. चेन्नई और मुंबई के बीच गुरुवार को ठीक ऐसा ही मुक़ाबला हुआ.

वैसे तो मुंबई मैच के पहले ओवर में ही पिछड़ गई थी लेकिन बाद में उसने दमदार वापसी भी की. एक वक़्त तो ऐसा भी लगने लगा था कि मैच चेन्नई के हाथ से खिसक गया है लेकिन क्रिकेट के सबसे बड़े फिनिशर कहे जाने वाले महेंद्र सिंह धोनी का इरादा एक यादगार फिनिश करने का था.

अंबाति रायडू के आउट होने के बाद धोनी जब 15वें ओवर की आखिरी गेंद पर मैदान में आए तो उनकी बैटिंग में तूफान से पहले वाली खामोशी थी. अंतिम 18 गेंदों पर जीत के लिए 42 रन चाहिए थे. धोनी ने पहले छह गेंदों पर केवल छह रन बनाए. सातवीं गेंद पर चौका जड़ा. फिर दो सिंगल्स लिए.

अब 12 गेंदों पर 28 रन चाहिए थे. इस ओवर में प्रिटोरियस ने दो चौके जड़े और 11 रन बने.

मैच आखिरी ओवर में पहुंचा. गेंदबाज़ी जयदेव उनदकट कर रहे थे और चेन्नई को जीत के लिए 6 गेंदों पर 17 रन बनाने थे. पहली गेंद पर प्रिटोरियस एलबीडब्ल्यू आउट हो गए. ब्रैवो आए, दूसरी गेंद पर एक रन बनाए और स्ट्राइक धोनी को मिला. अब चार गेदों पर 16 रन बनाने थे.

धोनी ने पहली गेंद पर लॉन्ग ऑफ़ पर छक्का लगाया. उनदकट ने अगली गेंद बाउंसर दी जिसे धोनी ने पुल करते हुए फाइन लेग पर बाउंड्री से बाहर चार रन के लिए भेजा. अगली गेंद पर धोनी ने दो रन लिए.

इसके बाद आखिरी गेंद पर जीत के लिए चार रन बनाने थे. उनदकट ने लेग स्टंप्स पर यार्कर डाली. धोनी ने इसे फाइन लेग पर बाउंड्री से बाहर चार रन के लिए भेज दिया और इस तरह चेन्नई ने एक यादगार जीत हासिल कर ली.

20वें ओवर में धोनी
अंतिम चार गेंदों पर 16 रन बनाने का कारनामा धोनी ने पहली बार नहीं किया है. उन्होंने 2016 में पंजाब के ख़िलाफ़ भी अंतिम चार गेंदों पर 16 रन बनाए थे.

आईपीएल के 20वें ओवर में धोनी का स्ट्राइक रेट 244 का रहा है. वे 20वें ओवर में अब तक 51 छक्के लगा चुके हैं. उनका ओवरऑल रिकॉर्ड 227 मैचों में 223 छक्कों का है. सर्वाधिक छक्कों के मामले में क्रिस गेल (355 छक्के), एबी डिविलियर्स (250 छक्के) और रोहित शर्मा (233 छक्के) धोनी से आगे हैं.

जीत के बाद कप्तान रवींद्र जडेजा ने झुक कर धोनी का अभिवादन किया.

धोनी के इस शानदार प्रदर्शन पर पूर्व क्रिकेटरों समेत सोशल मीडिया पर लोगों ने तारीफ़ों के पुल बांधे.

वीरेंद्र सहवाग ने लिखा, "ओम फिनिशाय नम:."

पूर्व क्रिकेटर के. श्रीकांत ने चेन्नई की टूर्नामेंट में वापसी की उम्मीद जताते हुए लिखा, "धोनी आप केवल एक फिनिशर नहीं हैं. आप अब तक के सबसे बेहतरीन फिनिशर हैं!"

निश्चित तौर पर जब चेन्नई की पारी में रॉबिन उथप्पा और अंबाति रायडू अपनी अपनी पारियों से जीत का मज़मून लिखा लेकिन जीत दिलाने में सबसे बड़ा किरदार महेंद्र सिंह धोनी का रहा. टेनिस खिलाड़ी महेश भूपति ने सच ही लिखा, "धोनी एपिक."

धोनी ट्रैप में फंसे पोलार्ड
जब चेन्नई फील्डिंग कर रही थी और पोलार्ड पिच पर आठ गेंदों में 14 रन बना चुके थे, तब धोनी को एक अनियमित फील्डिंग सेट करते देखा गया.

धोनी ने दो खिलाड़ियों को लॉन्ग ऑन पर फील्डिंग करने भेजा. एक को नियमित लॉन्ग ऑन पर जबकि दूसरे को विकेट से क़रीब छह इंच हटाते हुए लगभग इसके सामने ही रखा.

और पोलार्ड अगली गेंद पर ठीक इस अनिमयित फील्डिंग पोजिशन पर ही अपना कैच थमा बैठते हैं. धोनी ने वहां अपने लंबे खिलाड़ियों में से एक शिवम दुबे को खड़ा किया था.

मुकेश ने पहले ओवर में ही जीत का ट्यून सेट किया
चेन्नई ने जीत की इबारत तो मैच के पहले ही ओवर में लिख दी थी. मैच की दूसरी गेंद पर मुंबई के कप्तान रोहित शर्मा शून्य पर आउट हो गए.

चेन्नई के मुकेश चौधरी ने रोहित शर्मा को मिड विकेट पर कैच आउट कराया. इसी ओवर पांचवी गेंद पर मुकेश ने अपनी फुल लेंथ आउटस्वींग गेंद पर इशान किशन (शून्य) को बोल्ड कर दिया.

पहली बार चेन्नई सुपरकिंग्स ने किसी आईपीएल मैच के पहले ओवर में दो विकेट लेने का रिकॉर्ड बना डाला. और चेन्नई के लिए ये रिकॉर्ड बनाया मुकेश चौधरी ने.

मैच के बाद मुकेश ने बताया कि, "स्विंग गेंदबाज़ी के लिए कलाई की स्थिति को लेकर वो एक महीने से काम कर रहे हैं. आखिरकार इस मैच में वो दिखा."

मुकेश ने ब्रेविस का विकेट लेकर तीन ओवरों में तीन विकेट लिए लेकिन इस मुक़ाबले में जडेजा ने उन्हें चौथा ओवर नहीं दिया. आखिर इसके पीछे वजह क्या थी, ये वो सलाव है जिसका जवाब हम भी जानना चाहते हैं.

चेन्नई ये मैच भले ही जीत गई हो लेकिन उसके फील्डरों का प्रदर्शन ऐसा रहा कि इस पर टीम को मंथन की ज़रूरत है.

पहले ओवर में मुंबई के दो विकेट गिर चुके थे. सेंटनर दूसरा ओवर डाल रहे थे. इस ओवर में सूर्यकुमार यादव को स्टंप आउट करने का मौका था लेकिन धोनी चूक गए.

इसी ओवर में डेवाल्ड ब्रेविस के आसान कैच को कप्तान जडेजा नहीं पकड़ सके. अगर चेन्नई ये दो मौके न गंवाती तो मुंबई का दूसरे ओवर में 13 रन पर चार विकेट का स्कोर होता.

हालांकि जडेजा का कैच नहीं पकड़ना और धोनी का स्टंप्ड आउट न करना चेन्नई के लिए भारी नहीं पड़ा. ब्रेविस अगले ही ओवर में मुकेश चौधरी की गेंद पर आउट हो गए. तो सूर्यकुमार यादव भी (21 गेंदों पर 32 रन बनाकर) जल्द ही पवेलियन लौट गए.

लेकिन इसी दौरान पिच पर 19 वर्षीय तिलक वर्मा आए और मुकेश चौधरी की गेंद पर ड्वेन ब्रावो ने स्लिप में उनका कैच टपका दिया.

तिलक वर्मा का कैच गिराना चेन्नई के लिए बहुत महंगा साबित हुआ. तिलक न केवल एक छोर पर टिक गए बल्कि धीरे धीरे रन गति को भी बढ़ाते रहे. एक समय रन बनाने के लिए जूझ रही मुंबई की टीम के लिए तिलक वर्मा के न केवल अर्धशतक जमाया बल्कि स्कोर को डेढ़ सौ के पार पहुंचाया जिसकी बदौलत मुंबई इस मैच में अंत तक मुक़ाबला कर सकी.

मैच के बाद जडेजा ने कहा कि, "फील्डिंग पर काम करने और कैच पकड़ने की ज़रूरत है, हम हर मैच में कैच नहीं गिराते रह सकते."

19 साल के तिलक का मिज़ाज़
क्रिकेट में कहा जाता है कि किसी बल्लेबाज़ के मिज़ाज़ की परख करनी हो तो ये देखा जाना चाहिए कि कठिन परिस्थितियों में वो कैसा प्रदर्शन कर रहा है.

तिलक वर्मा ने चेन्नई के ख़िलाफ़ ठीक वैसा ही प्रदर्शन किया.

तिलक केवल 19 साल के हैं और दबाव की परिस्थितियों में इस टूर्नामेंट में अपनी टीम के लिए पिच पर उतरते रहे हैं.

चेन्नई के ख़िलाफ़ उन्होंने नाबाद 51 रनों की पारी खेली तो इससे पहले टूर्नामेंट के छह मैचों में उनका स्कोर 22, 61, नाबाद 38, 0, 36, 26 का रहा है.

अपनी अर्धशतकीय पारी के बाद 19 वर्षीय तिलक वर्मा बोले, "हमारी योजना पूरे 20 ओवरों तक खेलने की थी. अगर हम अच्छी गेंदबाज़ी करते हैं, तो ये स्कोर बचाने में कामयाब हो सकते हैं. वैसे मैदान पर ओस है तो हमें कुछ और रन बनाने चाहिए थे."

डेब्यू मैच में ऋतिक ने जीता दिल
मुंबई की ओर से 21 वर्षीय ऋतिक शौकीन का यह पहला आईपीएल मैच था. उन्होंने बल्ले से अच्छा प्रदर्शन किया.

जब मैच में मुंबई का स्कोर 47 रन पर चार विकेट था तब शौकीन पिच पर आए और तिलक के साथ 38 रनों की साझेदारी निभा कर आउट हुए, इनमें से 25 रन ऋतिक के बल्ले से निकले.

अपने पहले ही मैच में ऋतिक शौकीन ने न केवल बल्ले से बल्कि अपनी घूमती गेंद से सब का दिल जीत लिया.

पहली ही ओवर में रॉबिन उथप्पा को अपनी गेंद से छकाया तो पूरे मैच में इकोनॉमी के मामले में सबसे किफायती रहे. ऋतिक मैच में कोई विकेट तो नहीं ले सके लेकिन उन्होंने अपने चार ओवरों में केवल 23 रन ही दिए.

कमेंट्री बॉक्स से जहां उनकी तारीफ़ में शब्द निकले वहीं मैच के बाद ड्वेन ब्रावो भी उनकी पीठ थपथपाते देखे गए.

साथ ही सोशल मीडिया पर भी उनकी तारीफ़ की गई और ये लिखा गया- "ऋतिक शौकीन आपने आज बल्ले और गेंद दोनों से बहुत ही प्रभावशाली प्रदर्शन किया... यह उभरता हुआ युवा क्रिकेटर जल्द ही चमकने वाला है."

पांच बार की चैंपियन मुंबई का अनचाहा रिकॉर्ड
मुंबई इंडियंस ने आईपीएल में चेन्नई के ख़िलाफ़ हार के साथ ही एक अनचाहा रिकॉर्ड भी बना दिया है. ये इस सीज़न में मुंबई इंडियंस की लगातार सातवीं हार है. यह पहला मौका है जब आईपीएल में कोई टीम लगातार सात मैच हार गई हो.

हालांकि लगातार छह हार का रिकॉर्ड आईपीएल में पहले भी देखा जा चुका है.

दिल्ली की टीम (तब डेयरडेविल्स थी) वो पहली टीम थी जो 2013 में लगातार छह मैच हारी थी. तब दिल्ली ने पूरे सीजन में कुल तीन मैच ही जीते थे. उस टूर्नामेंट में सभी टीमें प्लेऑफ़ से पहले 16 मैच खेली थीं.

लगातार छह हार का आंकड़ा 2019 में रॉयल चैलेंज़र्स बैंगलोर ने भी छुआ. तब आठ टीमों के टूर्नामेंट में बैंगलोर की टीम 14 में से सिर्फ़ पांच मैच जीत कर आखिरी पायदान पर रही थी.

रोहित शर्मा भूलना चाहेंगे ये रिकॉर्ड
मुंबई के कप्तान रोहित शर्मा ने शून्य पर आउट हो कर आईपीएल में एक नया रिकॉर्ड बनाया है.

वे आईपीएल में सबसे अधिक शून्य पार आउट होने वाले क्रिकेटर बन गए हैं. अब तक रोहित शर्मा आईपीएल में 14 बार शून्य पर आउट हुए हैं.

उन्होंने एक साथ पीयूष चावला, हरभजन सिंह, पार्थिव पटेल, मनदीप सिंह, अजिंक्य रहाणे अंबाति रायडू के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ा.

ये सभी क्रिकेटर आईपीएल में 13 बार शून्य पर आउट हो चुके हैं.

200 का संयोग
चेन्नई की पारी में जयदेव उनदकट ने रॉबिन उथप्पा (30 रन) को आउट किया जो अपना 200वां आईपीएल मैच खेल रहे थे.

महज संयोग था कि टी20 क्रिकेट में यह जयदेव उनदकट का 200वां विकेट भी था.

आज (यानी 22 अप्रैल को) आईपीएल-15 में दिल्ली और राजस्थान के बीच मुक़ाबला होगा. (bbc.com)

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