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बस्तर में अफसरों के साथ चर्चा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 27 मई। सीएम भूपेश बघेल ने शुक्रवार को बस्तर में अफसरों के साथ समीक्षा बैठक में कहा कि लोगों की आय में जबरदस्त बढ़ोत्तरी हुई है। आय बढ़ी तो लोगों के जेब में पैसा आया है, यही कारण है कि साढ़े तीन साल में नक्सली कम हुए। अब भर्ती तक नहीं कर पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सब ग्रामीणों को काम मिलेगा तो नक्सली भर्ती बन्द होगी, नक्सली अपने-आप खत्म होंगे।
समीक्षा बैठक में सीएम ने कहा हमें मूलरूप से नाला पर काम करना जरूरी है, खेती का समय आ रहा है। पानी की जरूरत सभी को है, यदि पानी की कमी रही तो जानवर शहरों का रुख करते हैं, पक्षी पलायन करते हैं।
उन्होंने कहा कि लोगों की आय में जबरदस्त वृद्धि दर्ज हुई है। हमारी नीतियों का लाभ मिल रहा है। खेती के प्रति आकर्षण बढ़ गया है तो पानी की जरूरत बढ़ी है। पानी की बढ़ती उपयोगिता को देखते हुए पानी को सहेजने की जरूरत है। फारेस्ट एरिया में नरवा नालों में स्टाप डेम का विकास जरूरी है। नदी नालों में जल का स्तर कम हो गया है इसलिए हमें प्राथमिकता के साथ जल संरक्षण के कार्य करने हैं।
सीएम ने कहा कि नरवा के कामों की मॉनिटरिंग कलेक्टर करें, चाहे वे वन क्षेत्रों में भी हों। जमीन एवं वनों के वास्तविक स्वामी आदिवासी हैं, वन विभाग की जिम्मेदारी प्रबंधक की है।
उन्होंने कहा कि उपलब्ध चीजों का वैल्यू एडिशन करते जाएं, आय बढ़ेगी। सभी विभागों का उद्देश्य सभी को काम मिले, यह होना चाहिए। लोगों को रोजगार से जोड़े, कृषि कार्य में संलग्न करें, वनोपज संग्रहण, वनोपज का वैल्यू एडिशन करें, इससे लोग प्रोत्साहित होंगे।
सीएम ने कहा कि पानी की प्रबंध पहली आवश्यकता है। स्थानीय किसानों को तिलहन फसल लगाने के लिए प्रेरित करें। साढ़े तीन साल में बड़ा बदलाव आया है। लोगों का बढ़ा है विश्वास। राजस्व प्रकरणों के निराकरण हेतु शिविर लगाएं।
उन्होंने अफसरों को निर्देश दिया कि वे सरकार के फैसलों की जानकारी ज्यादा से ज्यादा लोगों को दें। सभी अधिकारी-कर्मचारी दायित्वों का निष्ठापूर्वक निर्वहन करें। आप सभी के सहयोग हम साढ़े तीन वर्षों में लोंगो का विश्वास जितने में सफल हुए हैं।
सीएम ने कहा कि भेंट-मुलाकात में सबसे ज्यादा डिमांड सहकारी बैंक की आ रही है। बैंकिंग काम तेजी से करें। बैंक की मांग लगभग सभी जगह है, जहां घोषणा हुई है, वहां बैंक खोलें। हाट बाजार क्लिनिक को और मजबूत करें, बारिश में जल आधारित बीमारियों के बढऩे की आशंका रहती है, ऐसे में स्वास्थ्य विभाग सजगता काम करे।