खेल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 12 अगस्त। जिले को राज्य स्तरीय शालेय खेल प्रतियोगिता की मेजबानी मिली है। प्रदेश के 5 संभाग के 1200 खिलाड़ी प्रतियोगिता में प्रतिभा दिखाने के लिए पहुंचेंगे। जिला शिक्षा विभाग ने इसके लिए तैयारी भी शुरू कर दी है। कोरोना काल के बाद यह पहली बार होगा जब शालेय राज्य स्तरीय स्पर्धा का आयोजन किया जाएगा।
जिला शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के अनुसार पांच खेलों की अनुमति मिली है। इस बार जिले में शालेय शतरंज स्पर्धा भी यहीं होगी। इसके अलावा हैंडबॉल, वॉलीबॉल शामिल है। रग्बी खेल को भी शामिल किया गया है, लेकिन रग्बी खेल को वापस लेने के लिए जिला शिक्षा विभाग ने प्रस्ताव भेजा है। उसके स्थान पर अन्य खेल जैसे कबड्डी आदि की मांग की गई है।
गौरतलब है कि 8 जुलाई से शालेय खेलों का आयोजन किया जा रहा है। अब तक जिला व संभागस्तरीय स्पर्धा ही हो रही थी। लेकिन अब राज्य स्तरीय स्पर्धा की भी मेजबानी मिली है। आगामी दिनों में बैठकों का आयोजन करने के लिए आयोजन समिति बनाई जाएगी। इसके अलावा खिलाडिय़ों के लिए रहने व ब्लैंकट आदि की व्यवस्था की जाएगी।
जिला शिक्षा विभाग की क्रीड़ा अधिकारी अंजलि बरमाल ने बताया कि सितंबर में राज्य स्तरीय शालेय खेलों का आयोजन होगा। इसमें पांच संभाग के लगभग 1200 खिलाड़ी आएंगे। पांच खेलों की स्वीकृति मिली है, लेकिन रग्बी को वापस लेने के लिए पत्र लिखा गया है। रग्बी के स्थान पर अन्य खेल की मांग की गई है।
इससे पहले बीते सोमवार को स्थानीय मिनी स्टेडियम में प्राचार्य शासकीय डीएमएस स्कूल के संयोजन में जिला स्तरीय नेटबॉल व फ्लोर बॉल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। अंडर 14, 17 व 19 वर्ग में 50 खिलाडिय़ों ने हिस्सा लिया। नेटबॉल स्पर्धा शासकीय डीएमएस स्कूल और रिवरडेल स्कूल के बीच खेला गया। इसमें डीएमएस ने जीत हासिल की। फ्लोरबॉल में डीएमएस ने तेंदुकोना को 1-0से पराजित किया।
(बिरकोनी में भी थ्रो.बॉल अंडर 14, 17, 19 वर्ग की जिला स्तरीय स्पर्धा का आयोजन किया गया। इसमें 50 खिलाडिय़ों ने हिस्सा लिया। निर्णायक के रूप में हिरेंद्र कुमार साहू, वसुधा, अंजनि साहू, सन्मय, सेवनदास मानिकपुरी, गणेश कोसरे, छन्नू साहू, बेदराम रात्रे, इंद्राणी भास्कर, कमला साहू आदि उपस्थित थे। खिलाडिय़ों का चयन कौशल अधार पर संभाग स्तरीय स्पर्धा के लिए किया गया।