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नई दिल्ली, 9 नवंबर । केरल में राज्यपाल आरिफ़ मोहम्मद ख़ान बनाम और पिनराई विजयन सरकार विवाद में अब तिरुवनंतपुरम से सांसद शशि थरूर ने कहा है कि राज्यपाल और मुख्यमंत्री के बीच इस तरह की तक़रार राज्य और संविधान दोनों के लिए बुरी है , लेकिन राज्य सरकार का राज्यपाल के ख़िलाफ़ अध्यादेश लाने की मंशा थोड़ी अजीब है.
थरूर ने कहा, “अध्यादेश तभी मान्य होता है जब राज्यपाल उस पर हस्ताक्षर करते हैं, इसलिए मुझे यह थोड़ा अजीब लग रहा है कि राज्य कैबिनेट राज्यपाल के ख़िलाफ़ एक प्रस्ताव पारित करेगा, देखते हैं कि वह इसे करना चाहते है या नहीं. ”
“सीएम और राज्यपाल के बीच यह विवाद दुर्भाग्यपूर्ण है, देश में संवैधानिक, शासन और राज्य के लिए ये बुरा है. मुझे उम्मीद है कि वे जल्द ही अपने मतभेदों को सुलझा लेंगे.”
मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से ख़बर है कि पिनराई विजयन सरकार राज्यपाल को विश्वविद्यालयों के चांसलर पद से हटाने के लिए अध्यादेश लाने की तैयारी में है. माना जा रहा है कि सरकार अध्यादेश लाकर चांसलर की जगह इस क्षेत्र के विशेषज्ञ को लाना चाहती है.
इससे पहले बीते दिनों राज्यपाल आरिफ़ मोहम्मद ने 9 यूनिवर्सिटी के कुलपतियों से इस्तीफ़ा देने को कहा था. राजभवन की ओर से जारी चिट्ठी के तहत नौ विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को पद से इस्तीफा देने को कहा गया था.
जिसके बाद राज्य सरकार और राज्य भवन के बीच विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. (bbc.com/hindi)