खेल
-अभिजीत श्रीवास्तव
इस मुक़ाबले में समुद्र की लहर की तरह बहुत सारे उतार चढ़ाव थे लेकिन अंत में ये बांग्लादेश के क्रिकेट इतिहास का एक ताउम्र न भूलने वाला यादगार मैच बन गया.
जब एक एक कर बड़े से बड़ा बल्लेबाज़ पवेलियन लौट गया और पिच पर आखिरी जोड़ी खड़ी थी, भारतीय गेंदबाज़ हावी थे और जीत का लक्ष्य अभी 51 रन दूर था, तब क्रिकेट के लगभग सभी पंडितों ने भारत की जीत को पक्का मान ही लिया था. लेकिन ऐसे में मेहिदी हसन मिराज एक स्टार बन कर चमके और भारत की नाक के नीचे से जीत चुरा ले गए.
निश्चित रूप से भारतीय बल्लेबाज़ों ने स्कोरबोर्ड पर इतना बड़ा टोटल नहीं खड़ा किया था जिसे आसानी से बचाया जा सके लेकिन दीपक चाहर ने पहली ही गेंद पर विकेट लेकर आस जगाई और फिर मोहम्मद सिराज ने बीच के ओवर में तीन विकेट निकाल कर भारतीय टीम को पूरी तरह से मैच में वापस ला दिया.
187 रन के लक्ष्य के आगे बांग्लादेश ने 40वें ओवर में 136 रन बनाए थे लेकिन उसके 9 खिलाड़ी पवेलियन लौट चुके थे. एक छोर पर बल्ले के साथ बांग्लादेश के दिग्गज गेंदबाज़ मुस्तफ़िज़ुर रहमान थे तो दूसरे पर ऑलराउंडर मेहिदी हसन मिराज.
मुस्तफ़िज़ुर शून्य, तो मेहिदी केवल एक रन बना कर बल्लेबाज़ी कर रहे थे. ये वो वक़्त था जब लग रहा था कि भारत ने बांग्लादेश को पूरी तरह अपने शिकंजे में ले लिया है.
लेकिन कुलदीप सेन की अगली ही ओवर में मेहिदी ने दो छक्का लगा कर अपना इरादा ज़ाहिर कर दिया. अगले दो ओवर में केवल चार रन बने.
फिर रोहित शर्मा ने मैच का 44वां ओवर दीपक चाहर को थमाया. दीपक ने इससे पहले केवल छह ओवर किए थे और केवल 9 रन देकर मैच की पहली गेंद पर विकेट लेने का कारनाम कर चुके थे.
लेकिन मेहिदी हसन ने उनकी गेंदों पर एक नहीं, दो नहीं, तीन तीन चौके जड़े और अब तक जो मैच भारत की पकड़ में दिख रहा था, इस ओवर ने उसे बांग्लादेश के पाले में ला दिया.
इस ओवर की समाप्ति के बाद बांग्लादेश ने 173 रन बना लिए थे और अब उसे जीत के लिए 44 गेंदों पर केवल 15 रन चाहिए थे.
अगले ओवर में शार्दुल ठाकुर की गेंद पर भी चौका लगा और फिर मेहिदी ने जीत के लिए आवश्यक रन 46वें ओवर में बना लिए. इसके साथ ही बांग्लादेश को एक रोमांचक और सात साल बाद भारतीय टीम पर वनडे में जीत मिली.
मेहिदी हसन मिराज ने इस मैच में न केवल अपने बल्ले से जौहर दिखाया बल्कि अपनी फिरकी पर उन्होंने शिखर धवन को बोल्ड भी किया और अपने 9 ओवर की गेंदबाज़ी में केवल 43 रन ही दिए.
अपने इस ऑलराउंड प्रदर्शन की बदौलत निश्चित तौर पर वो ही 'मैन ऑफ़ द मैच' चुने गए.
बांग्लादेश के स्टार ऑलराउंडर मेहिदी हसन मिराज
मेहिदी हसन मिराज की अंडर-19 वर्ल्ड कप के सेमीफ़ाइनल में पहली बार बांग्लादेश को पहुंचाने में बड़ी भूमिका रही है. मेहदी ने यह कारनामा 2016 में किया था.
मेहदी बैटिंग ऑलराउंडर और दाएं हाथ के ऑफ़ स्पिन गेंदबाज़ हैं.
दो साल तक मेहिदी अंडर-19 स्तर की क्रिकेट खेलते रहे. यूएई में 2014 वर्ल्ड कप में वो ही टीम के कप्तान थे. 2016 के अंडर-19 क्रिकेट में वो बांग्लादेश टीम के स्टार थे.
मेहिदी मार्च 2017 से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेल रहे हैं. अब तक उन्होंने 35 टेस्ट मैच, 65 वनडे और 19 टी20 मैच खेले हैं.
वनडे में वो 75 विकेट ले चुके हैं जबकि दो अर्धशतकों की बदौलत बल्ले से महज़ 637 रन ही बना सके हैं.
रविवार को भारत ने बनाए थे 186 रन
वापस आते हैं रविवार के पहले वनडे पर. इस मुक़ाबले बांग्लादेश ने टॉस जीत कर भारत को पहले बल्लेबाज़ी के लिए उतारा. भारत की पूरी टीम 41.2 ओवर में केवल 186 रन बना कर आउट हो गई.
भारतीय पारी में सर्वाधिक 73 रन केएल राहुल ने बनाए.
कप्तान रोहित शर्मा ने केवल 27 रन बनाए. वहीं दूसरे ओपनर शिखर धवन ने सात और विराट कोहली ने 9 रन बनाए.
श्रेयष अय्यर ने 24 रनों का योगदान दिया. वहीं विकेटकीपर केएल राहुल ने सर्वाधिक 73 रन बनाए.
एक वक़्त 152 पर चार विकेट के साथ खेल रही भारतीय टीम के अंतिम छह विकेट 34 रन पर आउट हो गए.
बांग्लादेश के शाकीब अल हसन के 36 रन देकर आधी भारतीय टीम को पवेलियन भेजा. तो इबादत हुसैन चौधरी ने चार खिलाड़ी आउट किए.
बांग्लादेश के 136 रन पर गिर गए थे 9 विकेट
इसके जवाब में बांग्लादेश की टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही और दीपक चाहर ने अपनी पहली गेंद पर ही नजमुल हसन सैंटो को पवेलियन लौटा दिया.
इसके बाद बांग्लादेश के बल्लेबाज़ों ने संभल कर खेलना शुरू किया और अगले सात ओवरों तक कोई विकेट नहीं गिरा.
फिर मोहम्मद सिराज ने 9वें ओवर में बांग्लादेश को दूसरा झटका दिया.
लेकिन बांग्लादेश ने तीसरे विकेट के लिए 48 रनों की बहुमूल्य साझेदारी निभाई और टीम का स्कोर 74 पर पहुंच गया. इस स्कोर पर सलामी बल्लेबाज़ और कप्तान लिटन दास 41 रन बना कर आउट हुए.
इसके बाद विकेटों का गिरना शुरू हो गया. चौथा विकेट 95 पर तो आधी बांग्लादेश टीम 128 रन पर पवेलियन लौट चुकी थी.
यहां से अगले आठ रन बनने में बांग्लादेश के चार खिलाड़ी पवेलियन लौट गए.
इसके बाद भारतीय टीम 10वां विकेट लेने के लिए जूझती रही लेकिन मेहिदी हसन मिर्ज़ा और मुस्तफ़िज़ुर रहमान पिच पर डटे रहे. दोनों ने 51 रनों की नाबाद साझेदारी निभा कर अपनी टीम को जीत दिलाई.
मेहदी हसन मिर्ज़ा ने 38 रनों की नाबाद पारी खेली वहीं मुस्तफ़िज़ुर 10 रन बना कर नाबाद रहे.
भारत की ओर से मोहम्मद सिराज ने तीन, जबकि कुलदीप सेन और वाशिंगटन सुंदर ने दो-दो विकेट लिए. वहीं दीपक चाहर और शार्दुल ठाकुर ने एक-एक खिलाड़ियों को पवेलियन लौटाया.
इस जीत के साथ ही बांग्लादेश वनडे सिरीज़ में 1-0 से आगे हो गया है. अब सिरीज़ का दूसरा मुक़ाबला भी इसी मैदान पर 7 दिसंबर को खेला जाएगा. वहीं सिरीज़ का आखिरी मुक़ाबला 10 दिसंबर को चट्टग्राम में खेला जाएगा. (bbc.com/hindi)