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![चुनावी मुद्दा रहा सुरगी-हल्दी मार्ग पर रोज हो रहे हादसे चुनावी मुद्दा रहा सुरगी-हल्दी मार्ग पर रोज हो रहे हादसे](https://dailychhattisgarh.com/uploads/article/1716537062jn__2_(2).jpg)
बारिश से फिसलन बढ़ी, ठेकेदार ने मुरूम की जगह डाल दी मिट्टी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 24 मई। विधानसभा चुनाव में भाजपा के लिए चुनावी मुद्दा रहा सुरगी-हल्दी रोड में रोज हादसे हो रहे हैं। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस सरकार पर भाजपा ने इस रोड की खस्ता हालत को लेकर आम लोगों के साथ लड़ाई लड़ी थी। छह माह गुजर जाने के बावजूद इस रास्ते का कायाकल्प अब तक नहीं हुआ है, बल्कि निर्माण के दौरान राहगीरों को दुर्घटना का सामना करना पड़ रहा है। दो दिन पूर्व हुई बारिश से पूरा रास्ता कीचड़ से भर गया है। फिसलन बढऩे के कारण मोटर साइकिल से लोग गिरकर हादसे का शिकार हो रहे हैं।
सुरगी और हल्दी मार्ग के बीच आवाजाही करने वाले लोगों को हादसों से बचने के लिए दूसरे रास्तों का विकल्प ढूंढना पड़ रहा है। कीचड़ से सने रास्ते से गुजरना आसान नहीं है। ज्ञात हो कि विधानसभा चुनाव में भाजपा नेताओं ने रोड पर बैठकर धरना प्रदर्शन किया था।
सुरगी रोड की स्थिति यह है कि रोजाना बाइक सवार के अलावा साइकिल सवारों को भी गिरते-हपटते चोटिल होना पड़ रहा है। ठेकेदार के रवैये को लेकर ग्रामीणों में काफी नाराजगी है। वहीं सरपंच के खिलाफ भी ग्रामीण भडक़े हुए हैं।
लंबे समय से हल्दी-सुरगी मार्ग में सुधार का कार्य किया जा रहा है। हालांकि नए सिरे से प्रशासन की ओर से रोड को बनाया जा रहा है। लेटलतीफी से सुरगी और आसपास के दर्जनों गांव के लोगों को राजनांदगांव शहर आवाजाही में मुसीबतें झेलनी पड़ रही है।
पिछले तीन साल से सडक़ किनारे बसे गांव के लोगों को धूल-धूसरित भी होना पड़ा है। कांग्रेस सरकार पर इस इलाके के ग्रामीणों ने सडक़ की दुर्दशा को लेकर गंभीर आरोप लगाए थे। भाजपा ने इसे विधानसभा में चुनावी मुद्दा बना दिया। नतीजतन, ग्रामीणों को सत्तारूढ़ भाजपा से उम्मीदें बंध गई, लेकिन छह माह गुजर जाने के बावजूद आज भी हल्दी-सुरगी मार्ग पर आवाजाही मुश्किल है।