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नई दिल्ली, 21 सितंबर। किसान बिल को लेकर राज्यसभा में रविवार को हुए हंगामे के चलते तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओब्रायन सहित आठ विपक्षी सांसदों को सोमवार को निलंबित कर दिया गया है. निलंबित सांसदों ने सदन छोडऩे से इनकार कर दिया है। सरकार की ओर से विपक्षी सांसदों को निलंबित करने के लिए प्रस्ताव पेश किया गया था। जिन सांसदों को सस्पेंड किया गया है, उनमें टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन, संजय सिंह, डोला सेन, राजीव साटव समेत अन्य शामिल हैं।
राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू ने टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन का नाम लिया और उन्हें सदन से बाहर जाने के लिए कहा गया। विपक्ष की ओर से उपसभापति के खिलाफ पेश प्रस्ताव को खारिज कर दिया गया।
राज्यसभा के सभापति ने कहा कि मुझे उससे दुख हुआ, जो कल यहां हुआ। यह राज्यसभा के लिए बुरा दिन था। कुछ सदस्यों ने उपसभापति पर कागज उछाले। उपसभापति के मुताबिक, उनके लिए गलत शब्द भी निकाले गए। नायडू ने कहा कि सदन में माइक को तोडऩा अस्वीकार्य और निंदनीय है।
इससे पहले, सूत्रों के हवाले से जानकारी मिली थी कि सरकार राज्यासभा में हंगामा करने वाले सांसदों के खिलाफ कार्रवाई के लिए प्रस्ताव ला सकती है। कहा गया था कि नियम 256 के तहत सांसदों के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है।
रविवार को विपक्ष के कई सांसदों ने सदन में जमकर हंगामा किया था। संजय सिंह और राजीव साटव महासचिव के सामने टेबल पर चढ़ गए थे। वहीं तृणमूल कांग्रेस के नेता डेरेक ओ ब्रायन ने आसन के सामने रूल बुक लहराई थी। कुछ सांसदों ने आसन पर लगा माइक तोड़ दिया था। कई अन्य सांसदों ने किसान बिल की कॉपी फाड़ कर बिखेर दी थी।
इन सांसदों को किया गया सस्पेंड
डेरेक ओब्रायन (तृणमूल कांग्रेस)
संजय सिंह (आप)
राजीव साटव (कांग्रेस)
के.के. रागेश (सीपीएम)
सैयद नासिर हुसैन (कांग्रेस)
रिपुन बोरा (कांग्रेस)
डोला सेन (तृणमूल कांग्रेस)
एलामरम करीम (सीपीएम)