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नई दिल्ली, 9 फरवरी । राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यसभा में अपना भाषण शुरू कर दिया है.
इस मौके पर उन्होंने कहा, "यह सदन राज्यों का सदन है बीते दशकों में अनेक बुद्धिजीवियों ने सदन से देश को दिशा दी. सदन में ऐसे लोग भी बैठे हैं जिन्होंने अपने जीवन में कई सिद्धियां प्राप्त की है. सदन में होने वाली बातों को देश गंभीरता से सुनता और लेता है."
"लेकिन यह दूर्भाग्यपूर्ण है कि सदन में कुछ लोगों का व्यवहार और वाणी न सिर्फ सदन को बल्कि देश को निराश करने वाली है. माननीय सदस्यों को मैं कहूंगा कि 'कीचड़ उसके पास था मेरे पास गुलाब... जो भी जिसके पास था उसने दिया उछाल.' जितना कीचड़ उछालोगे कमल उतना ज़्यादा खिलेगा.
तुर्की, 9 फरवरी । 5 फ़रवरी 2023 को एक बच्ची इरमाक रात को घर के मुलायम बिस्तर पर सो रही थी. अगली सुबह भी वो बिस्तर पर मिली लेकिन सोकर उठी नहीं. इरमाक के ऊपर भारी-भरकम छत का बड़ा हिस्सा गिरा हुआ था. वही छत, जिसे देखते हुए इरमाक ने कितनी बचकानी और प्यारी बातें की होंगी.
इरमाक की सांसें दुनिया छोड़कर जा चुकी हैं मगर उसका एक हाथ अब भी छोड़ा नहीं गया है. ये हाथ इरमाक के अब्बा मेसूत हंसर ने पकड़ा हुआ है, जो कुछ वक़्त पहले ज़िंदगी से भरे अपने घर के मलबे के पास बैठे हैं और अपनी बिटिया का साथ नहीं छोड़ना चाहते.
आँखों और चेहरे पर बिना किसी भाव के तुर्की के कहरामनमारस शहर में मेसूत कुछ बोल नहीं रहे हैं. मगर उनकी तस्वीर देखने वाले ज़्यादातर इंसान इतने सारे भावों से भर जाएंगे कि शब्दों की ज़रूरतें ख़त्म हो जाएंगी.
कुछ सेकेंड्स हज़ारों लोगों की ज़िंदगी छीन सकते हैं और लाखों लोगों को ग़मगीन कर सकते हैं. तुर्की, सीरिया में आए भूकंप इस बात के ताज़ा और दुखद उदाहरण हैं.
दोनों देशों में आए भूकंप की वजह से 15 हज़ार से ज़्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और हज़ारों घायल हैं. भूकंप की वजह से अरबों रुपये की संपत्ति का नुक़सान हुआ.
मलबे से लगातार लोगों को निकाला जा रहा है. जब मलबे से किसी को निकाला जाता है तो सबसे पहले ये जानने की कोशिश होती है कि सांसें साथ छोड़ चुकी हैं या इंसान ज़िंदा है?
इस कहानी में हम ऐसे ही कुछ वाकयों का ज़िक्र करेंगे, जिसमें घंटों बाद मलबे के अंदर से मौत को हराकर ज़िंदगियां बाहर आईं.
मलबे के नीचे से निकल आई नन्ही ज़िंदगी
जगह- उत्तरी सीरिया का एक इलाक़ा एफरीन.
तबाही मचाने वाले भूकंप को आए कई घंटे बीत चुके हैं.
बचाव कार्य जारी है. क्रेन से मलबे को हटाया जा रहा है. तभी शोर होता है. मलबे से एक आदमी कुछ घंटों पहले पैदा हुई बच्ची को लेकर भाग रहा है.
ये नवजात बच्ची जब मिली तब वो अपनी मां की गर्भनाल से जुड़ी हुई थी. मां मर चुकी थी लेकिन बच्ची ज़िंदा थी.
बच्ची जहां मिली, वो उसका घर था. वही घर जहां कुछ घंटों पहले तक इस बच्ची के पैदा होने की तैयारियां चल रही थीं. अब इस घर के सभी सदस्य मर चुके हैं, जो ज़िंदा है उसे गोद में खिलाने के लिए परिवार का कोई नहीं बचा.
इस बच्ची के पिता के चचेरे भाई ख़लील अल-सुवादी ने समाचार एजेंसी एएफ़पी को बताया, ''बच्ची के मां-बाप की लाशें एक-दूसरे के बगल में थीं. जब हम मलबा हटा रहे थे, हमें कुछ आवाज़ सुनाई दी. हमने और खुदाई की. हमने जब धूल और मलबा हटाया तो हमें बच्ची मां की गर्भनाल से जुड़ी मिली. हमने उसे अलग किया. हम बच्ची को बाहर निकालकर ले गए और अस्पताल में भर्ती करवाया.''
बच्ची का अस्पताल में इलाज चल रहा है.
जिन रंगों और चेहरों को पहचानने में इस बच्ची को सालों लगेंगे, वो उसके पैदा होते ही उसकी पहचान से किस कदर जुड़ गए हैं, इसकी झलक एक वीडियो में दिखती है.
एएफपी के वीडियो में एक शख्स कुछ लाशों को दिखाते हुए कहता है, ''बैंगनी कंबल में लिपटी लाश बच्ची की आंटी हैं. पीले कंबल में लिपटी लाश बच्ची की मां है. कत्थई कंबल में लिपटी लाश बच्ची के पिता की है.''
कुछ पानी की बूंदें ज़िंदगी की...
जगह- तुर्की का हाते.
एक बच्चा मलबे में दबा हुआ है. आंखें खुली हुई हैं. एक शख़्स उसे बोतल के ढक्कन से पानी पिला रहा है.
ये शख्स बचावकर्मी दल का सदस्य है.
बच्चा बीते 45 घंटों से इस मलबे में फँसा हुआ है. बच्चे का नाम मोहम्मद है.
बचावकर्मी कहते हैं, ''मोहम्मद. पानी पियो, पानी पियो. ये पानी पियो.'' बच्चा जब पानी पीता है तो बचावकर्मी कहते हैं- शाबाश, बहुत बढ़िया... शाबाश.
बच्चा मुंह खोलकर अपने दांत दिखाता है और कुछ हँसता सा महसूस होता है. ये नज़ारा देखकर बचावकर्मी चहक उठते हैं. वो कहते हैं, ''अब ज़्यादा देर नहीं लगेगी. हिम्मत नहीं हारनी है मोहम्मद. बहुत बढ़िया मोहम्मद, अपना मुंह खोलो.''
ये बच्चा सीरिया से है. स्काई न्यूज़ के मुताबिक़, बच्चे का नाम मोहम्मद अहमद है और वो भूकंप के बाद से ही मलबे में दबा हुआ था.
50 घंटे बाद तोता निकला
जगह- तुर्की का मलाट्या.
ज़िंदगी तो ज़िंदगी होती है, इंसान की हो या फिर किसी जानवर या परिंदे की.
मलबे से जब इंसानों के ज़िंदा निकलने की खुशियां मनाई जा रही हैं तो ये बात परिंदों के बचकर निकलने पर भी लागू हो रही हैं.
तुर्की में मलबे से एक पालतू तोते को ज़िंदा बाहर निकाला गया. ये तोता जैसे ही बाहर निकला, ज़ोर-ज़ोर से चिल्लाने लगा.
बचाने वालों ने इस तोते को निकालकर एक बॉक्स में रखा और फिर सही जगह पर पहुंचा दिया.
सात मंज़िला इमारत और 62 घंटे
जगह- तुर्की का अदियामन.
भूकंप 6 फरवरी को तड़के आया था, जब लोग सो रहे थे. भूकंप आने के बाद से ही बचावकार्य जारी था.
भूकंप आने के लगभग 62 घंटों बाद एक चमत्कार लोगों को और दिखा.
सात मंज़िला इमारत के मलबे के नीचे से 12 साल के एक बच्चे को ज़िंदा बाहर निकाला गया. फ़ोटो एजेंसी गेटी के मुताबिक़, बच्चे का नाम किहिन अमीर है.
ऐसे कुछ और वीडियो, तस्वीरें भी शेयर की जा रही हैं.
सीरिया के सिविल डिफेंस संगठन व्हाइट हेलमेट ने ऐसे कई वीडियो जारी किए हैं, जिसमें घंटों बाद किसी बच्चे या बड़े को मलबे से बाहर निकाला जा रहा है.
कोई 40 घंटे फँसा रहा था और कोई 50 घंटे बाद ज़िंदा निकाला गया.
व्हाइट हेलमेट के शेयर किए एक ट्वीट वीडियो में कहा गया, ''चमत्कार बार-बार होते हैं.''
इस वीडियो में सीरिया के इदलिब से करम नाम के एक बच्चे को मलबे से निकाला गया. ये बच्चा जब मलबे से निकला तो हँस रहा था. बचावकर्मी बच्चे को चूम रहे थे और खुश होते हुए अल्लाह-हू-अकबर के नारे लगा रहा थे.
व्हाइट हेलमेट ने अपने साथ काम करने वाले एक बचावकर्मी के बारे में जानकारी दी, ''कुछ दिन पहले तक लोगों की जान बचाने वाला हमारा एक सहयोगी ख़ुद जान गँवा चुका है.''
इस वीडियो में लोग अपने सहयोगी की लाश निकालते हुए दिखते हैं.
पूरा परिवार ज़िंदा निकाला गया
जगह- सीरिया.
जिस छत के नीचे पूरा परिवार 5 फरवरी को सोया था, उस जगह से घंटों बाद पूरा परिवार बाहर निकला.
इस निकलने की चमत्कारिक और दुर्लभ बात ये थी कि पूरा परिवार ज़िंदा बाहर निकला था. वीडियो में दिखता है कि कैसे बचावकर्मी पहले बच्चों को बाहर निकालते हुए दिखते हैं, फिर घर के बड़ों को.
इन लोगों को सीधा एंबुलेंस में ले जाया जाता है, जिसके बाद इन्हें अस्पताल पहुंचाया जाता है.
सीरिया वो जगह है, जो बीते एक दशक से तबाही का सामना कर रही है. कभी ये तबाही तथाकथित इस्लामिक स्टेट के कारण फैलती है तो कभी तेज़ भूकंप के कारण.
सीरिया के कुछ शहर ऐसे भी थे, जहां भूकंप आने के घंटों बाद तक मदद करने के लिए कोई नहीं था. सिर्फ़ मदद को पुकारती चीखें और रोने की आवाज़ सुनाई दे रही थी.
भूकंप भाई-बहन के प्यार को हिला नहीं पाया
जगह- सीरिया का हारम गांव.
घर की छत, जिसे देखते हुए अकसर बच्चे कुछ-कुछ सोचते रहते हैं.
वही छत सीरिया और तुर्की में कितने ही बच्चों पर भूकंप के कारण गिरी.
ऐसी ही एक छत के नीचे दो भाई-बहन दब गए. लगभग 36 घंटों बाद जब बचाव दल के लोग यहां पहुंचे तो धूल दोनों के चेहरों पर भरी थी. मगर दोनों की आंखें खुली थीं और हरकत हो रही थी.
सीएनएन की ख़बर के मुताबिक़, ये दोनों बच्चे भाई-बहन हैं. बहन ने भाई को सिर के पास से पकड़ा हुआ है.
बचाव दल के लोग जब यहां पहुंचे तो मरियम नाम की बच्ची बोली, ''मुझे यहां से बाहर निकालो. मैं तुम्हारे लिए कुछ भी करूंगी. ज़िंदगी भर तुम्हारी गुलामी करूंगी.
तस्वीरों और वीडियो से ये महसूस होता है कि ये दोनों बच्चे बिस्तर पर लेटे हुए हैं, शायद इसी बिस्तर पर ये लोग बीती रात सोए होंगे.
इस बच्ची के भाई का नाम इलाफ़ है. सीएनएन से बात करते हुए इन बच्ची के पिता मुस्तफ़ा ने बताया कि इलाफ़ इस्लामिक नाम है जिसका मतलब होता है- सुरक्षा.
मुस्तफ़ा ने कहा, ''मैं और मेरे तीन बच्चे सो रहे थे, तब ये भूकंप आया. धरती हिलने लगी. हम छत के नीचे दब गए. हमने जो महसूस किया वो कभी किसी को ना महसूस हो. लोगों ने हमारी आवाज़ सुनी और हमारी जान बचाई.''
ये कहानी सिर्फ़ इतने लोगों की नहीं है. इस कहानी को तुर्की और सीरिया में कितने ही लोग जी रहे हैं. कुछ की कहानी में लोग ज़िंदा बचकर निकल रहे हैं तो ये कहानियां चमत्कार कहला रही हैं और जहां लोग बच नहीं पा रहे हैं, वहां कितनी ही कहानियों, यादों, किस्सों का अंत हो चुका है. (bbc.com/hindi)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 9 फरवरी। पिछले 4 दिनों से बिलासपुर वन मंडल के सीपत परिक्षेत्र में डेरा जमाए हाथियों का दल कटघोरा वन मंडल की ओर बढ़ गया है। हाथियों ने सेल्फी ले रहे एक युवक को पटक कर घायल कर दिया, जबकि गेहूं और सब्जी की फसल को भी रौंद दिया।
सीपत इलाके के ऊनी ग्राम के पास लीलाधर नदी के किनारे 12 हाथियों का दल जांजगीर के रास्ते से रविवार को पहुंचा था। यह दल 4 दिन तक सीपत परिक्षेत्र के निरतू में रुका था। बुधवार की रात हाथी जेवरा, फुटहामुड़ा और पटेलपारा होते हुए कटघोरा वन मंडल की ओर बढ़ गया। बिलासपुर वन मंडल के कुछ गांवों में उसने गेहूं और सब्जी की फसल को नुकसान पहुंचाया है। वन विभाग का ने क्षति करीब एक लाख रुपए की बताई है। प्रभावित किसानों को मुआवजा देने के लिए प्रकरण तैयार किया जा रहा है। कटघोरा वन मंडल के धौराभाठा में हाथियों के दल ने सेल्फी लेने की कोशिश कर रहे संतोष पोर्ते को उठाकर पटक दिया। उसके सिर पर चोट आई है। उसे इलाज के लिए स्थानीय चिकित्सालय में दाखिल कराया गया है। सक्ती में भी हाथियों के नजदीक जाने वाले एक ग्रामीण की मौत हुई तथा एक घायल हुआ है।
-विष्णु नारायण
बिहार, 9 फरवरी । बिहार के सारण ज़िले के मांझी थाना क्षेत्र के मुबारकपुर गांव में बीते दिनों बंधक बनाकर बुरी तरह से पीटे गए तीन युवकों में एक और युवक की मौत हो गई है.
राहुल नाम के इस युवक का इलाज पटना के एक निजी अस्पताल में चल रहा था.
मुबारकपुर गांव में एक युवक की मौत पहले ही हो गई थी. जिसके बाद उस इलाके में लोगों के जुटने का आह्वान किया गया और स्थानीय मुखिया के घर समेत और भी कई घरों को आग के हवाले कर दिया गया था.
बिहार ऐसे में सोशल मीडिया पर तरह-तरह की बातें चलने लगीं.
लोग घटना का वीडियो इधर-उधर शेयर करते हुए तरह-तरह की बातें लिखने लगे.
तो वहीं इस पूरे मामले को तूल देने पर स्थानीय यूट्यूबर्स की भूमिका को भी पुलिस संदिग्ध मान रही है.
प्रशासन ने मांझी थाना के थानाध्यक्ष को पहले ही निलंबित कर दिया है.
यहाँ हम आपको यह भी बताते चलें कि इस घटना में मुख्य अभियुक्त स्थानीय ग्रामपंचायत के मुखिया पति विजय यादव हैं.
उन पर आरोप है कि उन्होंने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर अन्य समुदाय से ताल्लुक रखने वाले तीन युवकों की लाठी डंडे से जमकर पिटाई की जिसके बाद एक युवक अमितेश कुमार सिंह की मौत हो गई तो वहीं दूसरे युवक राहुल की मौत बुधवार को इलाज के दौरान हो गई.
इस पूरे मामले को देखते हुए समूचे इलाके को पहले ही पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है.
समूचे इलाक़े में तनाव व्याप्त है. मुबारकपुर और आसपास के इलाक़े में धारा 144 लगा दी गई है.
सोशल मीडिया पर चलने वाली तरह-तरह की बातें और अफ़वाहों पर रोक लगाने के मद्देनज़र इलाक़े में 10 फरवरी तक के लिए इंटरनेट पर बैन लगा दिया गया है.
इस पूरे मामले में अभियुक्तों के धरपकड़ और कार्रवाई के सवाल पर सारण ज़िले के पुलिस अधीक्षक गौरव मंगला ने मीडिया से बातचीत में कहा, "मुबारकपुर हत्याकांड मामले में अब तक 5 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया जा चुका है. एफ़आईआर के चार नामजद अभियुक्त अभी भी फरार हैं. हमने कोर्ट से आदेश लेकर उनकी संपत्तियों को कुर्क करना शुरू कर दिया है. आगे की जांच चल रही है." (bbc.com/hindi)
इंद्रावती में डीडीओ के लिए कार्यशाला
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर 9 फरवरी । ओपीएस या एनपीएस पर वित्त विभाग के निर्देश के बाद प्रदेश भर के अधिकारियों, कर्मचारियों को विकल्प चुनने कहा गया है। हालांकि विकल्प चयन को लेकर कर्मचारियों में भ्रम की स्थिति भी बन गई है। इसे देखते हुए मंत्रालय कर्मचारी संघ ने मुख्य सचिव को ज्ञापन देकर वित्त विभाग के समक्ष अधिकारियों की तीन दिवसीय कार्यशाला आयोजित करने की मांग की थी। जीएडी ने मंत्रालयीन कर्मचारियों के लिए 9,13 और 12 को दोपहर तीन बजे से कार्यशाला आयोजित किया है।
वहीं कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन की मांग पर इंद्रावती भवन के ट्रेजरी कार्यालय की तरफ से गुरुवार को एक कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है।इस पर सभी डीडीओ को पत्र जारी कर कार्यशाला में बुलाया गया है।
झीरम घाटी आयोग के कार्यकाल बढ़ाने पर विवाद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 9 फरवरी। जस्टिस सतीश अग्निहोत्री झीरम न्यायिक जांच आयोग का कार्यकाल फिर से बढ़ाने भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि मंत्री कवासी लखमा से पूछताछ होनी चाहिए। मंत्री कवासी लखमा को सब जानकारी है। लखमा घटना के प्रत्यक्षदर्शी हैं। झीरम नक्सल कांड पर पीडि़त परिवार को अब तक न्याय नहीं मिला। लखमा जिसे भी दोषी बताए उसे फांसी पर चढ़ा देना चाहिए। मुझे दोषी बताएं तो मुझे फांसी पर चढ़ा दें। जांच आयोग का कार्यकाल बढ़ाने से कुछ नहीं होगा ?
चंद्राकर ने कहा कि लखमा से सरकार को तत्काल इस्तीफा लेकर पूछताछ करनी चाहिए। झीरम के मामले में सिर्फ राजनीति ही होती रही है। कांग्रेस सिर्फ न्याय देने की बात कहती रही।
चंद्राकर ने कहा कि जांच आयोग बनाने की जरूरत नहीं थी।झीरम का सत्य तो सामने है। कांग्रेस को राजनीति करनी है. अगर जांच पूरी हो गई तो राजनीति कैसे करेगी। कितनी ही कमेटियां बना दी गई ? किसकी जांच पूरी हुई ? जब प्रत्यक्षदर्शी सरकार में मंत्री है तो उनका इस्तीफा लेकर उनसे पूछताछ होनी चाहिए।
चंद्राकर ने कहा कि कवासी लखमा को तो सब पता है। उनसे बंद कमरे में रोज पूछताछ होनी चाहिए। वो जिसे दोषी बताए उन्हें फांसी पर लटका देना चाहिए। इस मामले में सिर्फ राजनीति हो रही है. कांग्रेस सरकार आने के बाद पीडि़त परिवार को क्या मिला ?
भूपेश ने कहा...
दूसरी तरफ, सीएम भूपेश बघेल ने पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर की चुनौती को स्वीकार किया है। उन्होंने कहा कि कवासी के नार्को टेस्ट के लिए तैयार हैं। एनआईए से केस वापस कराएं हम सबका नार्को टेस्ट कराएंगे।
सीएम ने मीडिया से चर्चा में अजय चंद्राकर के बयान पर कहा कि आयोग फैक्ट फाइडिंग नहीं कर सकती, जांच एजेंसी ही असली जांच करती है।
उन्होंने कहा कि एनआईए को झीरम घाटी का केस वापस करना चाहिए। हम जांच करा लेंगे, फिर डॉ.रमन सिंह मुकेश गुप्ता सबका नार्को टेस्ट होगा। कवासी लखमा भी नार्को टेस्ट कराने के लिए तैयार है। अगर वह नार्को टेस्ट चाहते हैं, तो तैयार हो, और जांच के लिए केस तो वापस करें।
तुर्की, 9 फरवरी । दक्षिणी तुर्की और उत्तरी सीरिया में आए भूकंप में मरने वालों की संख्या 16000 के क़रीब पहुंच गई है. हालांकि समाचार एजेंसी एएफ़पी की रिपोर्ट के अनुसार, भूकंप में मरने वाले लोगों की संख्या 16 हज़ार के पार कर गई है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने आशंका जताई है कि खुले आसमान के नीचे, पानी, बिजली और ईंधन के बिना भूकंप से बच गए लोगों के लिए मुश्किलें बढ़ सकती हैं और इस वजह से उनमें से कुछ लोग अपनी जान भी गंवा सकते हैं.
ये भी कहा जा रहा है कि भूकंप के और झटके आ सकते हैं और पहले की तीव्रता से अधिक हो सकती है.
इस बीच बचावकर्मी काम में लगे हुए हैं लेकिन इमारतों के मलबे के नीचे दबे लोगों के ज़िंदा होने की संभावना गुजरते वक़्त के साथ-साथ धूमिल पड़ती जा रही है.
प्रभावित लोगों के लिए फंड जुटाने के मक़सद से ब्रिटेन के दर्जनों चैरिटी संगठनों ने मदद की अपील की है.
तुर्की ने उम्मीद जताई है कि सीरिया की सीमा पर दो बोर्डर क्रॉसिंग खोल दिए जाएंगे ताकि वहां राहत सामाग्री पहुंचाने का रास्ता साफ़ हो सके. (bbc.com/hindi)
नई दिल्ली, 9 फरवरी । सुप्रीम कोर्ट ने हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट की जांच की मांग वाली याचिका पर सुनवाई के लिए सहमति दे दी है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि वो शुक्रवार को इस मामले पर सुनवाई करेगा.
याचिकाकर्ताओं की मांग है कि अदानी समूह की कंपनियों के कामकाज पर आई हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट की जांच सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज की निगरानी में करवाने के लिए केंद्र सरकार को निर्देश दिया जाए.
अमेरिकी रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में अदानी समूह के कामकाज पर कई तरह के सवाल उठाए हैं और आरोप लगाए हैं.
समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, याचिका दायर करने वाले वकील विशाल तिवारी ने चीफ़ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की बेंच के सामने इस मामले में सुनवाई के लिए अर्जेंट लिस्टिंग की मांग की थी.
इस बेंच में चीफ़ जस्टिस के अलावा जस्टिस पीएस नरसिम्हा, जस्टिस जेबी पार्दीवाला भी शामिल थे.
एडवोकेट विशाल तिवारी ने बेंच को बताया कि इसी मुद्दे पर एक अन्य याचिका को 10 फरवरी को सुनवाई के लिए लिस्ट किया गया है.
उन्होंने कहा, "ऐसी ही एक याचिका पर कल सुनवाई होने जा रही है."
उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से कहा कि इस मामले पर शुक्रवार को ही सुनवाई हो सकती है. इस पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि "ठीक है." (bbc.com/hindi)
नई दिल्ली, 9 फरवरी । ग्लोबल इंडेक्स मॉर्गन स्टेनली कैपिटल इंटरनेशनल यानी एमएससीआई ने गुरुवार को कहा कि वह अदानी समूह के फ्री फ्लोट की समीक्षा करेगा.
24 जनवरी, 2023 को अदानी ग्रुप पर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद अदानी ग्रुप के शेयरों में भारी बिकवाली देखने को मिल थी.
इसके बाद बॉन्ड मार्केट से लेकर शेयर बाज़ार में बिकवाली से निवेशकों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ा.
हालाँकि बाद में अदानी समूह की कर्ज़ समय से पूर्व चुकता करने की घोषणा से निवेशकों को भरोसा कुछ हद तक लौटा था और शेयरों में रिकवरी देखने को मिली थी.
एमएससीआई ने कहा है कि अदानी ग्रुप की सिक्योरिटीज (बॉन्ड्स और शेयर) के कुछ निवेशकों को अब फ्री फ्लोट के रूप में नामित नहीं किया जाना चाहिए.
अदानी ग्रुप से जुड़ी सिक्योरिटीज़ की योग्यता और फ्री फ्लोट तय किए जाने को लेकर कई हिस्सेदारों से मिली राय के बाद ये फ़ैसला किया गया है.
एमएससीआई ने कहा कि अदानी समूह की समीक्षा उसकी मासिक समीक्षा का हिस्सा है.
एमएससीआई के इस फ़ैसले के बाद अदानी समूह के शेयरों में भारी गिरावट देखने को मिल रही है.
अदानी एंटरप्राइज़ेज़ 10 फ़ीसदी, अदानी पोर्ट्स 4 फ़ीसदी, अदानी पावर 5 फ़ीसदी की गिरावट के साथ कामकाज कर रहे हैं. (bbc.com/hindi)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर/महासमुंद, 9 फरवरी। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के प्रभारी कार्यपालन अभियंता एस एस धकाते निलंबित किया गया है। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अवर सचिव रविन्द्र कुमार मंढेकर ने आदेश जारी कर निलंबित किया है। उन्हें जल जीवन मिशन अंतर्गत कार्यों में गंभीर अनियमितताएं और विभागीय नियमावली के विपरीत काम करने का दोषी ठहराया है।
जिसे भी दोषी बताए, उसे फांसी पर चढ़ा देना चाहिए
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 9 फरवरी। जस्टिस सतीश अग्निहोत्री झीरम न्यायिक जांच आयोग का कार्यकाल फिर से बढ़ाने भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि मंत्री कवासी लखमा से पूछताछ होनी चाहिए। मंत्री कवासी लखमा को सब जानकारी है। लखमा घटना के प्रत्यक्षदर्शी हैं। झीरम नक्सल कांड पर पीडि़त परिवार को अब तक न्याय नहीं मिला। लखमा जिसे भी दोषी बताए उसे फांसी पर चढ़ा देना चाहिए। मुझे दोषी बताएं तो मुझे फांसी पर चढ़ा दें। जांच आयोग का कार्यकाल बढ़ाने से कुछ नहीं होगा ?
चंद्राकर ने कहा कि लखमा से सरकार को तत्काल इस्तीफा लेकर पूछताछ करनी चाहिए। झीरम के मामले में सिर्फ राजनीति ही होती रही है। कांग्रेस सिर्फ न्याय देने की बात कहती रही।
चंद्राकर ने कहा कि जांच आयोग बनाने की जरूरत नहीं थी।झीरम का सत्य तो सामने है। कांग्रेस को राजनीति करनी है. अगर जांच पूरी हो गई तो राजनीति कैसे करेगी। कितनी ही कमेटियां बना दी गई ? किसकी जांच पूरी हुई ? जब प्रत्यक्षदर्शी सरकार में मंत्री है तो उनका इस्तीफा लेकर उनसे पूछताछ होनी चाहिए। चंद्राकर ने कहा कि कवासी लखमा को तो सब पता है। उनसे बंद कमरे में रोज पूछताछ होनी चाहिए। वो जिसे दोषी बताए उन्हें फांसी पर लटका देना चाहिए। इस मामले में सिर्फ राजनीति हो रही है. कांग्रेस सरकार आने के बाद पीडि़त परिवार को क्या मिला ?
नई दिल्ली, 9 फरवरी । भारतीय विदेश मंत्रालय ने बुधवार को जानकारी दी कि तुर्की में आए भूकंप के बाद एक भारतीय लापता है और 10 वहां दूर-दराज के इलाक़ों में फंसे हुए हैं.
मंत्रालय ने बताया कि फंसे हुए 10 भारतीय सुरक्षित हैं और भारत से भेजी गईं विशेष टीमें उनका पता लगा रही हैं और बचाव कार्य कर रही हैं.
तुर्की और उत्तरी सीरिया में सोमवार को आए भूकंप के बाद भारी तबाही हुई है और करीब 12000 लोगों की मौत हो गई हैं.
वहीं, भारत राहत-बचाव दल और चिकित्सा संबंधी सहायता भेजकर तुर्की और सीरिया को मदद दे रहा है. इसे 'ऑपरेशन दोस्त' का नाम दिया गया है.
विदेश सचिव (पश्चिम) संजय वर्मा ने मीडिया को बताया कि तुर्की में भूकंप से प्रभावित इलाक़ों में एक भारतीय लापता है जिसकी दो दिनों से तलाश हो रही है. वहीं, 10 भारतीय दूर-दराज के इलाक़ों में फंसे हुए हैं लेकिन सुरक्षित हैं.
उन्होंने कहा कि तीन भारतीयों ने सरकार से संपर्क किया था जिन्हें सुरक्षित जगह पहुंचा दिया गया था.
संजय वर्मा ने कहा, ''हमने तुर्की के अदाना में कंट्रोल रूम बनाया है. हम लापता शख़्स के परिवार और उस कंपनी के संपर्क में हैं जिसमें वो काम करते हैं.''
आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक तुर्की में करीब तीन हज़ार भारतीय रहते हैं. इनमें से इस्तांबुल में 1800 और अंकारा में 250 भारतीय हैं. बाकी भारतीय पूरे देश में अलग-अलग जगह रहते हैं. (bbc.com/hindi)
वाशिंगटन, 9 फरवरी । अमेरिका की मीडिया कंपनी डिज़्नी ने 7000 कर्मचारियों की छंटनी करने का फ़ैसला किया है. कंपनी के सीईओ बॉब ईगर ने इसकी जानकारी दी है.
डिज़्नी प्लस की स्ट्रिमिंग सर्विस को मुनाफ़े में लाने और 5.5 अरब डॉलर (4 खरब 54 अरब रुपये) की लागत बचाने के लिए ये छटनियां की जा रही हैं.
बॉब ईगर नवंबर में कंपनी में वापस आए थे. उसके बाद उन्होंने वित्तीय नतीजों की पहली खेप जारी की थी. इसके मुताबिक डिज़्नी प्लस को 2019 में लॉन्च करने के बाद से इसके कमाई में तो बढ़ोतरी हुई है लेकिन इसके सब्सक्राइबर्स में कमी आई है.
उन्होंने कहा, ''हमें भरोसा है कि हम कंपनी को जो नया आकार देने की कोशिश कर रहे हैं उससे खर्चें कम होंगे. ये हमें स्ट्रीमिंग कारोबार में सतत वृद्धि और मुनाफ़े की तरफ़ ले जाएगा.''
इस छंटनी के बाद दुनियाभर में डिज़्नी के कर्मचारियों की संख्या में 3.6 प्रतिशत की कमी आएगी.
साल 2022 में तीसरी तिमाही में वित्तीय नतीजों की घोषणा करते हुए कंपनी के पुनर्गठन की घोषणा की थी.
वित्तीय नतीजों के मुताबिक कंपनी की आय आठ प्रतिशत बढ़कर 23.5 अरब डॉलर (19 खरब 41 करोड़ रुपये) हो गई थी और शुद्ध आय 11 प्रतिशत बढ़कर 1.3 अरब डॉलर (एक खरब सात अरब रुपये) हुई थी.
वहीं, तिमाही में डिज़्नी प्लस के सब्सक्राइबर्स की संख्या करीब 24 लाख घटकर 16 करोड़ 18 लाख हो गई. (bbc.com/hindi)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 9 फरवरी। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के नाम से फर्जी फेसबुक अकाउंट बनाकर अज्ञात व्यक्ति द्वारा लोगों से पैसे माँगा जा रहा है।
इसकी जानकारी पूर्व सीएम रमन सिंह ने अपने फेसबुक अकाउंट से दी है।
उन्होंने लिखा है कि फेसबुक पर मेरे नाम से एक फेक प्रोफाइल बनाकर प्रदेशवासियों को आर्थिक लेन-देन के लिए संदेश भेजे जा रहे हैं। मैं आप सभी से निवेदन करता हूं कि ऐसे किसी भी संदेश के छलावे में न आएं और ऑनलाइन ठगी से बचें।
मंडी बोर्ड के अफसरों के खिलाफ शिकायत
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 9 फरवरी। कृषि उपज मंडी बोर्ड के साढ़े सात करोड़ के दो टेंडर पर विवाद खड़ा हो गया है। बताया गया कि टेंडर हासिल करने की प्रतिस्पर्धा में निगम के अफसर भी कूद गए हैं। हाल यह है कि टेंडर खुलने की तिथि निकलने के महीनेभर बाद भी ओपन नहीं किया जा सका है। इसकी शिकायत अलग-अलग स्तरों पर की गई है।
मंडी बोर्ड ने बिलासपुर से तिफरा, और पेंड्रा से मरवाही तक सीसी रोड के निर्माण के लिए टेंडर निकाले थे। कुल मिलाकर साढ़े 7 करोड़ के टेंडर के लिए 27 दिसंबर को टेंडर जारी किए थे, और दोनों टेंडर क्रमश: 3, और 4 जनवरी को ओपन होना था। लेकिन अब तक टेंडर नहीं खुला।
बताया गया कि कई और टेंडर, जो बाद में जारी किए गए थे। वो ओपन कर दिए गए। इस पर मंडी बोर्ड के एडिशनल एमडी एमएस सवन्नी ने ‘छत्तीसगढ़’ से चर्चा में टेंडर ओपन नहीं होने पर अनभिज्ञता जताई, और कहा कि वो इस मामले में संबंधित एसई से चर्चा कर वस्तुस्थिति की जानकारी लेंगे।
हल्ला है कि दोनों टेंडर को मैनेज करने की कोशिश की गई। एक प्रभावशाली ठेकेदार ने रिंग बनाकर टेंडर भरा था। लेकिन ऑनलाइन प्रक्रिया होने की वजह से कई और लोगों ने टेंडर भर दिया। इससे ठेकेदार का खेल बिगड़ गया, और यही वजह है कि ठेकेदार के दबाव के चलते अब तक टेंडर ओपन नहीं हुए हंै। इस पूरे खेल में मंडी बोर्ड के अफसरों की भूमिका पर संदेह जताया जा रहा है। इसकी शिकायत सीएम भूपेश बघेल को भेजकर जांच की मांग की गई है। साथ ही कृषि मंत्री, और विभाग के अन्य सीनियर अफसरों को भी शिकायत भेजी गई है।
तिरुवनंतपुरम, 9 फरवरी | राज्य के वित्त मंत्री के.एन.बालगोपाल द्वारा पिछले सप्ताह बजट में प्रस्तावित ईंधन उपकर पर दो रुपये वापस लेने की मांग को लेकर कांग्रेस के नेतृत्व वाले विपक्ष द्वारा कार्यवाही बाधित करने के बाद विधानसभा की कार्यवाही गुरुवार को दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई। विरोध तब शुरू हुआ जब सभी विपक्षी विधायक विधायक छात्रावास से विधानसभा की ओर चल पड़े। प्रश्नकाल के दौरान प्रदर्शनकारी सदन के बीचोबीच आ गए और मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन पर मामले में अड़ियल रुख का आरोप लगाते हुए नारेबाजी की और अध्यक्ष के मंच के सामने खड़े हो गए।
जब विरोध जारी रहा, तो अध्यक्ष ने प्रश्नकाल को निलंबित कर दिया और 20 मिनट में दिन की कार्यवाही पूरी की और सदन को 27 फरवरी के लिए स्थगित कर दिया।
बाद में, मीडिया से बातचीत में विपक्ष के नेता वी.डी.सतीसन ने कहा कि उनका विरोध विधानसभा के बाहर जारी रहेगा।
उन्होंने कहा, हमें याद है कि कैसे कांग्रेस शासन के दौरान, सीपीआई (एम) के राज्य सचिव पिनाराई विजयन ने लोगों को विरोध करने और बढ़े हुए करों का भुगतान न करने का आह्वान किया था।
सतीशन ने कहा, हम अपना विरोध बंद नहीं करेंगे क्योंकि हम लोगों के लिए लड़ रहे हैं, जो अब 2 रुपये के अंधाधुंध ईंधन उपकर के बोझ से दबे होंगे।
सोमवार से सदन के सामने प्रदर्शन कर रहे चार विधायकों में से एक शफी परम्बिल ने आरोप लगाया कि विजयन सत्ता के नशे में हैं।
एक दिन, उन्हें इस अहंकार के लिए भुगतान करना होगा क्योंकि वह हमेशा सत्ता में नहीं रहने वाले हैं। उस समय, उन्हें यह नहीं भूलना चाहिए कि उन्होंने पद पर रहते हुए क्या किया। हम अपने विरोध को सबसे लोकतांत्रिक तरीके से जारी रखेंगे। (आईएएनएस)|
-ज़ुबैर अहमद
नई दिल्ली, 9 फरवरी । कुछ दिन पहले जब अमेरिका की हिंडनबर्ग रिसर्च ने अदानी समूह के ख़िलाफ़ अपनी एक रिपोर्ट में "लेखांकन धोखाधड़ी, स्टॉक में हेरफेर, और मनी लॉन्ड्रिंग" जैसे इल्ज़ाम लगाए तब इसकी कंपनियों के स्टॉक की कीमतें तेज़ी से गिरने लगीं और जानकारों ने कई तरह के सवाल उठाने शुरू कर दिए.
इसमें एक महत्वपूर्ण सवाल था कि क्या अब इन आरोपों से समूह को अपने अधूरे और नए मेगा प्रोजेक्ट्स के लिए धन जुटा पाना आसान होगा?
अदानी समूह की छाप भारत में हर जगह है, चाहे इसके कई प्रकार के उत्पाद हों या बंदरगाह या एयरपोर्ट में निवेश हो.
संकट से पहले अदानी ग्रुप ख़ुद को 260 अरब डॉलर का समूह बताता था. लेकिन इसकी जिन मौजूदा योजनाओं पर काम चल रहा है या इसकी आने वाली योजनाओं पर अगर अमल हुआ तो विशेषज्ञों का मानना है कि कुछ ही सालों में समूह का आकार दोगुना हो सकता है.
सिंगापुर में भारतीय मूल के स्टॉक मार्केट और करेंसी बाज़ार के विशेषज्ञ वैष्णव वशिष्ठ कहते हैं कि संकट के बादल केवल अदानी समूह पर ही नहीं छाये हुए हैं बल्कि मोदी सरकार की कई बड़ी योजनाएं भी ख़तरे में हैं.
वो कहते हैं, "सही या ग़लत इस पर मैं नहीं जाऊंगा लेकिन मौजूदा सरकार ने अपनी कई महत्वाकांक्षी योजनाएं अदानी जैसे समूह के हवाले कर दी हैं, चाहे वो इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में हों या आत्मनिर्भर भारत के प्रोजेक्ट्स हों या फिर कृषि का क्षेत्र हो."
मुंबई में वरिष्ठ पत्रकार आरएन भास्कर ने गौतम अदानी की बायोग्राफ़ी लिखी है जो हाल ही में प्रकाशित हुई है.
वो कुछ दिन पहले तक भारत के सबसे धनी उद्योगपति रहे अदानी को 2007 से तब से जानते हैं जब उनकी गिनती बड़े उद्योगपतियों में नहीं होती थी.
वो कहते हैं कि अदानी समूह को न तो पूंजी की कमी होगी और न ही क़र्ज़ों की.
वो कहते हैं, "मुझे नहीं लगता कि अदानी ग्रुप को बड़े पैमाने पर उथल-पुथल का सामना करना पड़ेगा. फ्रेंच एनर्जी कंपनी 'टोटल' ने कुछ दिन पहले ही कह दिया है कि वो अदानी और उनकी योजनाओं के साथ खड़ी है. विल्मर ने कहा है कि वो अदानी के साथ है."
हालाँकि, टोटल ग्रुप ने हाल ही में अपने बयान में कहा है कि अदानी के साथ हाइड्रोजन प्रोजेक्ट्स को उन्होंने फ़िलहाल स्थगित कर दिया है.
अदानी के मौजूदा प्रोजेक्ट्स
इससे पहले कि इस पर गहरी नज़र डालें पहले अदानी के आने वाले कुछ अहम प्रोजेक्ट्स और कारोबार पर एक नज़र डालते हैंः-
धारावी पुनर्विकास परियोजनाः अडानी समूह ने पिछले साल नवंबर में 20,000 करोड़ रुपये की धारावी पुनर्विकास परियोजना के लिए कामयाब बोली लगाई थी.
उन्हें 6.5 लाख झुग्गीवासियों का पुनर्वास करके इसे सात साल में पूरा करना है. यह परियोजना अडानी समूह को मुंबई के बीचोंबीच में लाखों वर्ग फुट आवासीय और वाणिज्यिक जगह बेचकर मोटा पैसा कमाने में मदद करेगी.
ग्रीन एनर्जीः पिछले साल सितंबर में, गौतम अडानी ने अगले दशक में 100 अरब डॉलर का निवेश करने की घोषणा की, जिसमें से उन्होंने 70 प्रतिशत ग्रीन एनर्जी पर खर्च करने का वादा किया.
हरित ऊर्जा में समूह का आक्रामक रुख़ पेट्रोलियम ईंधन पर देश की निर्भरता में भारी कटौती करने की भारत सरकार की महत्वाकांक्षाओं के अनुरूप है.
अदानी डिफ़ेंस एंड एयरोस्पेसः अदानी की रक्षा का सामान बनाने वाली कंपनी, 'अदानी डिफ़ेंस एंड एयरोस्पेस' ने ड्रोन सहित अपने रक्षा उत्पादों का थोड़ा निर्यात भी शुरू कर दिया है.
इसने ड्रोन बनाने के लिए कुछ इसराइली कंपनियों के साथ समझौता किया है.
समूह अपनी वेबसाइट में कहता है, "हम रक्षा और एयरोस्पेस में एक वैश्विक प्लेयर बनने के लिए प्रतिबद्ध हैं, भारत को विश्व स्तरीय और हाई-टेक रक्षा निर्माण के लिए एक गंतव्य के रूप में बदलने में मदद कर रहे हैं जो कि आत्मनिर्भर पहल से जुड़ा हुआ है." आरएन भास्कर ने अपनी किताब में लिखा है कि भारत ने 2016-20 के बीच सैन्य आयात पर 332 अरब डॉलर खर्च किए.
स्पष्ट रूप से भारत को अपने रक्षा आयात को कम करने की ज़रूरत है. इसलिए इसमें निजी क्षेत्र को शामिल करना एक समझदारी का काम होगा.
विमान सेवाएं और एमआरओ: भारत की पैसेंजर और कार्गो एयरलाइन्स के पास 700 से अधिक विमान हैं.
इसके अलावा भारतीय वायु सेना के विमान हैं जिनको समय समय पर मेंटेनेंस और सर्विस कराने की ज़रूरत होती है.
ये काम अदानी की कंपनी करती है. ये सुविधा पड़ोसी देशों की कुछ एयरलाइन्स भी लेती हैं.
अदानी कनेक्स डाटा सेंटर: अगले दशक में 1 GW डाटा सेंटर क्षमता के साथ डिजिटल इंडिया को सशक्त बनाने के लिए अदानी ग्रुप और एजकनेक्स (दुनिया का सबसे बड़ा निजी डाटा सेंटर ऑपरेटर) का एक ज्वाइंट वेंचर है.
अदानी ग्रुप की वेबसाइट में इस ज्वाइंट वेंचर के हवाले से लिखा है, "हमारा मिशन हर संगठन के डाटा और उनके डिज़िटल ट्रांसफॉर्मेशन को तेज़ करना है और उन्हें आवश्यक पारदर्शिता, मानक, सुरक्षा और लचीलापन का स्तर प्रदान करना है."
गोड्डा थर्मल पावर स्टेशनः 1,600 मेगावाट वाला गोड्डा थर्मल पावर स्टेशन, जो बांग्लादेश को बिजली की आपूर्ति करने के लिए बनाया जा रहा है, लगभग छह महीने की और देरी का सामना कर रहा है, लेकिन यह लगभग तैयार है.
विशेषज्ञों की राय इस बात पर बंटी हुई है कि अदानी को पेश आये संकट का समूह की नयी योजनाओं पर कितना असर पड़ेगा या फिर निवेशक निवेश करेंगे या नहीं और कर्ज़ देने वाले बैंक इसे कर्ज़ देंगे या नहीं.
'अदानी घायल हैं, ख़त्म नहीं हुए हैं'
जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी में एप्लाइड इकोनॉमिक्स के प्रोफेसर हैं स्टीव एच. हैं. वो पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति रीगन की आर्थिक सलाहकार परिषद में रह चुके हैं.
वो कहते हैं, "अदानी भले ही ख़त्म न हुए हों लेकिन वह गंभीर रूप से घायल हो गए हैं. किसी की प्रतिष्ठा को बर्बाद करने के लिए कपटपूर्ण व्यापारिक लेन-देन से बुरा कुछ नहीं है और किसी की प्रतिष्ठा से अधिक महत्वपूर्ण कुछ भी नहीं है."
आरएन भास्कर के मुताबिक़, अदानी समूह का कैश फ़्लो मज़बूत है.
वो कहते हैं, "मैं पहले ये स्पष्ट कर दूँ कि मैंने अदानी पर पुस्तक तब लिखी थी जब हिंडनबर्ग की रिपोर्ट नहीं आई थी. लेकिन रिपोर्ट आने के बाद भी मैं अनावश्यक रूप से चिंतित नहीं हूं."
वो इसका कारण गिनाते हैं, "पहला, अदानी का कैश फ़्लो बेहद मज़बूत बना हुआ है. उनकी आधी भारतीय परियोजनाएं विनियमित व्यवसाय हैं, जिन्हें एकाधिकार माना जाता है. गैस वितरण नेटवर्क को एकाधिकार माना जाता है, बिजली उत्पाद को एकाधिकार माना जाता है, बिजली ट्रांसमिशन नेटवर्क को एकाधिकार माना जाता है और सरकार निश्चित दर पर इन्हें खरीदती है."
वो कहते हैं, "इसलिए ग्रुप को लगातार पैसे आ रहे हैं, कमाई हो रही है और जैसे-जैसे दक्षता में सुधार होता है ग्रुप के मुनाफ़े में सुधार होता है."
अदानी ग्रुप ने निवेशकों को आश्वस्त करने के लिए कुछ क़दम उठाये हैं, जिसके कारण अदानी एंटरप्राइजेज के शेयर की क़ीमतों में गिरावट के बाद भारी उछाल आया है.
पहला क़दम ये था कि समूह ने सोमवार को 9,200 करोड़ रुपये (लगभग 1.11 बिलियन डॉलर) ऋण समय से पहले अदा कर दिया. कंपनी के एक बयान के अनुसार, अदानी समूह तीन कंपनियों, यानी अदानी ग्रीन एनर्जी, अदानी पोर्ट्स और अदानी ट्रांसमिशन में इक्विटी शेयर जारी करेगा.
अदानी पोर्ट्स ने भी अपने हिस्से का कुछ क़र्ज़ समय से पहले चुकाने का एलान किया है. समूह के कुल कर्ज़ों का 30 फ़ीसदी लोन सरकारी बैंकों का है, लेकिन पिछले तीन वर्षों में इसमें तब्दीली नहीं हुई है.
भारत की नंबर वन कंपनी
ये बात सही है कि पिछले दो सालों में अदानी ग्रुप का क़र्ज़ एक लाख करोड़ रुपये से बढ़कर लगभग दो लाख करोड़ रुपये हो गया, लेकिन ग्रुप कई क्षेत्रों और व्यवसायों में भारत की नंबर वन कंपनी है.
उदाहरण के लिएः-
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अदानी विल्मर देश में खाद्य तेल कारोबार की सबसे बड़ी कंपनी है.
समूह सेब में सबसे बड़ी आपूर्ति चेन है, जो हिमाचल के बाद कश्मीर के सेब के व्यापार में हिस्सेदारी की कोशिश में लगा है.
वह पहले से ही निजी क्षेत्र में सबसे बड़ी अनाज भंडारण कंपनी है.
आरएन भास्कर कहते हैं, "यदि आप कोलकाता और कुछ दूसरे स्थानीय बाज़ारों में जाते हैं तो आप पाएंगे कि अनाज बाज़ार के लोग पूछ रहे हैं कि यह अदानी का स्टॉक तो नहीं क्योंकि अदानी अनाज का भंडार सबसे प्रीमियम है और उसकी वजह यह है कि ये सबसे आधुनिक तरीक़े से संग्रहित किया जाता है."
अदानी गैस नेटवर्क गैस वितरण में भारत की सबसे बड़ी कंपनी है.
बिजली उत्पादन और वितरण में समूह देश की सब से बड़ी निजी कंपनी है.
एयरपोर्ट निर्माण और मैनेजमेंट की ये देश की तीन बड़ी कंपनियों में सबसे बड़ी है.
बंदरगाहों की ये देश की सबसे बड़ी कंपनी है.
समूह की मौजूदा कंपनियों और नयी विशाल योजनाओं के लिए ढेर सारे पैसे चाहिए. ख़ुद अदानी कहते हैं कि उन्हें अपनी योजनाओं को पूरा करने के लिए अगले 10 सालों में 100 अरब डॉलर चाहिए.
अब तक उन्हें विदेशी निवेशक और बैंक और भारत के सरकारी बैंक क़र्ज़ देते रहे हैं. लेकिन ताज़ा संकट के बाद आशंका है कि क्या अब समूह को क़र्ज़ उसी तरह से मिलेंगे जैसे पहले मिलते आ रहे थे?
जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के स्टीव एच. हैंके कहते हैं कि विदेशी निवेशक भारत और इसकी कंपनियों में निवेश करने से पहले सोचेंगे.
वो कहते हैं, "अदानी का संकट निश्चित रूप से उन लोगों के लिए एक चेतावनी है जो भारत में निवेश करने पर विचार कर रहे हैं, एक ऐसा देश जहाँ क़ानून के शासन का पालन और संपत्ति के अधिकारों की सुरक्षा सबसे कमज़ोर है."
अदानी को सपोर्ट कहां से मिल रहा है?
हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के बाद से संकटग्रस्त अदानी समूह को कुछ झटके भी लगे हैं और कुछ सपोर्ट भी मिला हैः-
एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स ने शुक्रवार को अदानी इलेक्ट्रिसिटी और अदानी पोर्ट्स पर अपने रेटिंग आउटलुक को स्थिर से घटाकर नकारात्मक कर दिया.
मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस ने आगाह किया कि "प्रतिकूल विकास" अगले एक से दो वर्षों में अदानी समूह की धन जुटाने की क्षमता को कम कर सकता है, लेकिन इसने ये भी कहा कि यह समूह की कंपनियों पर अपनी रेटिंग नहीं बदलेगा.
फिच ने कहा कि उसकी अदानी रेटिंग पर कोई "तत्काल प्रभाव" नहीं पड़ा है.
एसएंडपी डॉउ जोन्स इंडेक्स ने कहा कि वह अगले मंगलवार से अडानी एंटरप्राइजेज को अपने सस्टेनेबिलिटी इंडेक्स से हटा देगा.
ये एक ऐसा क़दम है जो ग्रीन हाइड्रोजन उत्पादन में अरबों डॉलर पंप करने की समूह की प्रतिबद्धता के बावजूद सस्टेनेबिलिटी फ़ंड को निवेश करने से रोक सकता है.
भारत के नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ने अदानी एंटरप्राइजेज, अदानी पोर्ट्स और अंबुजा सीमेंट्स के शेयरों को "अतिरिक्त निगरानी" के तहत रख दिया है.
आरोपों की जांच की मांग
विपक्ष ने मोदी सरकार से कहा है कि अदानी ग्रुप के ख़िलाफ़ आरोपों की जांच एक संयुक्त संसदीय समिति द्वारा करानी चाहिए.
लेकिन आरएन भास्कर पूछते हैं कि अतीत में इससे बड़े संकट आये लेकिन जेपीसी क्यों नहीं बताई गयी?
वो कहते हैं, "यूटीआई के समय मार्केट 64 प्रतिशत क्रैश हुआ, प्रतिशत के हिसाब से वो आज के क्रैश से अधिक था. साल 2000 में डॉट कॉम की हलचल के दौरान बाजार में आई गिरावट आज की गिरावट से कहीं ज्यादा थी और वहां जेपीसी इंक्वायरी नहीं हुई."
"जेपीसी जांच उसी समय होती है जब ब्रोकर्स और शेयर बाजार के व्यापारी अंदर से मिले होते हैं. जांच निर्माताओं के ख़िलाफ़ नहीं होते."
संकट सामने आने के बाद से शेयर की क़ीमतें गिरने के बाद समूह को 100 अरब डॉलर का चूना लग चुका है लेकिन सोमवार और मंगलवार को ग्रुप की कंपनियों के स्टॉक में उछाल आया जिससे समूह को उम्मीद बंधी है कि संकट अब दूर हो रहा है. (bbc.com/hindi)
नई दिल्ली, 9 फरवरी । रामचरितमानस की कुछ चौपाइयों पर आपत्ति जताते हुए सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने पीएम नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पत्र लिखा है.
उन्होंने पीएम से इन चौपाइयों को रामचरितमानस से संशोधित करने या प्रतिबंधित करने की अपील की है.
स्वामी प्रसाद मौर्य ने ट्वीट करके बताया, "रामचरितमानस की कुछ चौपाइयों के आपत्तिजनक अंश जिसमें समस्त महिलाओं, आदिवासियों, दलितों व पिछड़ों को सामाजिक, धार्मिक स्तर पर नित्यप्रति अपमानित होना पड़ता है, को संशोधित/प्रतिबंधित करने एवं पीड़ित वर्ग को सम्मान दिलाने हेतु पत्र राष्ट्रपति जी और प्रधानमंत्री जी को प्रेषित."
उन्होंने ये भी ट्वीट किया, "मानस की आपत्तिजनक कुछ चौपाइयों को संशोधित व प्रतिबंधित करने की मांग को, कुछ लोग श्रीराम, हिंदू धर्म और रामचरितमानस से जोड़कर मामले को भटकाने की कोशिश कर रहे हैं. ऐसे ही लोग महिलाओं, आदिवासियों, दलितों व पिछड़ों के 97% आबादी के सम्मान के विरोधी हैं."
रामचरितमानस की चौपाइयों पर आपत्ति जताने की शुरुआत बिहार के शिक्षा मंत्री के बयान से हुई थी.
शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने हाल ही में रामचरितमानस को लेकर कहा था कि इससे समाज में नफ़रत फैल रही है.
बीजेपी और हिंदूवादी संगठनों ने शिक्षा मंत्री के बयान का विरोध किया था और मांफ़ी की मांग की थी.
इसके बाद स्वामी प्रसाद मौर्य ने भी रामचरितमानस को लेकर आपत्तिजनक बयान दिया था.
उन्होंने रामचरितमानस से कुछ अंश हटाने या इस पर प्रतिबंध लगाने की बात कही थी. इसे बयान के ख़िलाफ़ कई जगह एफ़आईआर भी दर्ज कराई गई थी. (bbc.com/hindi)
मेरठ (उप्र) 9 फरवरी। उत्तर प्रदेश के मेरठ जनपद में एक तेज रफ्तार कार के शादी में नाच रहे बारातियों के बीच घुस जाने से तीन लोगों की मौत हो गई और जबकि चार अन्य घायल हो गए।
इस दुर्घटना से गुस्साये लोगों ने कार चालक को पकड़ कर जम कर पीटा। पुलिस ने पिटाई से बुरी तरह जख्मी चालक को भीड़ के कब्जे से छुड़ाकर अस्पताल पहुंचाया।
थाना प्रभारी राजेश कुमार ने बृहस्पतिवार को बताया कि इस दुर्घटना में विकास(38), महेन्द्र (40) और वरुण(16) की मौत हो गयी और उनके शव पोस्टमार्टम के लिए भेज गये। उन्होंने बताया कि जिस कार से यह हादसा हुआ उसे कब्जे में ले लिया गया है ।
उन्होंने बताया कि कार चालक बिट्टू के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज करते हुए अग्रिम कार्यवाही की जा रही है।
उन्होंने बताया कि क्षेत्र के सिसौला खुर्द के ऋषिपाल के बेटे प्रभात की शादी किठौली के धीर सिंह की बेटी प्रिया के साथ हो रही थी और बाफर गांव के समीप ग्रीन लीफ मंडप में बरात आई थी।
कुमार ने बताया कि मंडप के बाहर बारात में शामिल लोग गीत संगीत पर नाच रहे थे कि उसी दौरान मेरठ की तरफ से बागपत जा रही एक कार नाच रहे बारातियों के बीच घुस गई।
उन्होंने बताया कि चार घायलों घायलों का एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। (भाषा)
बेंगलुरु, 9 फरवरी। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने भारतीय नौसेना के साथ मिलकर गगनयान मिशन की तैयारियों के तहत ‘वाटर सर्वाइवल टेस्ट फेसिलिटी’ (डब्ल्यूएसटीएफ) में ‘कर्मीदल मॉड्यूल’ की पुनर्प्राप्ति संबंधी शुरुआती परीक्षण किए।
अंतरिक्ष एजेंसी ने बताया कि केरल के कोच्चि में नौसेना के डब्ल्यूएसटीएफ में परीक्षणों के लिए द्रव्यमान, गुरुत्वाकर्षण के केंद्र, बाहरी आयामों और नीचे उतरने पर वास्तविक कर्मीदल मॉड्यूल के बाहरी हिस्से के आधार पर काम करने वाले ‘कर्मीदल मॉड्यूल रिकवरी मॉडल’ (सीमएमआरएम) का उपयोग किया गया।
ये परीक्षण गगनयान मिशन के लिए ‘कर्मीदल मॉड्यूल’ पुनर्प्राप्ति अभियानों की तैयारी का हिस्सा हैं। गगनयान मिशन भारत सरकार की एजेंसियों की भागीदारी के साथ भारतीय जल में संचालित किया जाएगा। समग्र पुनर्प्राप्ति अभियान का नेतृत्व भारतीय नौसेना कर रही है।
परीक्षण के तहत ‘कर्मीदल मॉड्यूल’ की पुनर्प्राप्ति के लिए आवश्यक संचालन क्रम पूरा किया गया।
इसरो के अनुसार, गगनयान परियोजना के तहत तीन सदस्यों के चालक दल को तीन दिन के मिशन के लिए 400 किलोमीटर की कक्षा में भेजकर और उन्हें भारतीय समुद्री जल में सुरक्षित रूप से पृथ्वी पर वापस लाकर मानव अंतरिक्ष उड़ान क्षमता के प्रदर्शन की परिकल्पना की गई है।
इसरो ने एक बयान में कहा, ‘‘चालक दल के सदस्यों का सुरक्षित मिलना किसी भी सफल मानवयुक्त अंतरिक्ष उड़ान के लिए अंतिम कदम होता है। ऐसे में यह बहुत महत्वपूर्ण है और इसे समय के कम से कम अंतराल के साथ करना होगा।’’
उसने कहा, ‘‘इसलिए बड़ी संख्या में परीक्षण करके विभिन्न परिदृश्यों में पुनर्प्राप्ति प्रक्रियाओं का व्यापक रूप से अभ्यास करने की आवश्यकता है। चालक दल के सदस्यों और कर्मीदल मॉड्यूल की पुनर्प्राप्ति के लिए मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) को अंतिम रूप देने की जरूरत है। पुनर्प्राप्ति परीक्षण शुरू में एक बंद जलाशय में किए जाएंगे। उसके बाद वे एक बंदरगाह और फिर एक खुले समुद्र में होंगे।’’
इस बीच, इसरो ने कहा कि भविष्य के प्रक्षेपण यान में ‘बूस्टर स्टेज रिकवरी’ को सक्षम करने के लिए, विकास इंजन का पहला ‘थ्रॉटलिंग हॉट टेस्ट’ किया गया। इस दौरान 43 सेकंड की अवधि के लिए लक्षित 67 प्रतिशत थ्रस्ट लेवल थ्रॉटलिंग का लक्ष्य रखा गया। (भाषा)
बलिया (उप्र) 9 फरवरी (भाषा)। बलिया जिले में रसड़ा कोतवाली क्षेत्र के रसड़ा कस्बे में एक निजी स्कूल के प्रबंधक सहित तीन विद्यालय कर्मियों के विरुद्ध एक छात्र को कथित रूप से प्रताड़ित करने को लेकर नामजद मुकदमा दर्ज किया गया है ।
आरोप है कि पहली कक्षा के इस छात्र को फीस जमा न करने को लेकर कई घंटे खड़ा रखा गया। पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी का प्रयास कर रही है।
पुलिस के अनुसार निजी स्कूल के प्रबंधक प्रद्युम्न वर्मा, प्रधानाचार्य सत्येंद्र पाल एवं अध्यापक अफसाना के विरुद्ध बुधवार को भारतीय दण्ड संहिता की संबद्ध धारा में नामजद मुकदमा दर्ज किया गया है।
पुलिस उपाधीक्षक शिव नारायण वैस ने बृहस्पतिवार को बताया कि रसड़ा कस्बे के सिराज अख्तर की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया है।
उन्होंने बताया कि सिराज अख्तर का आरोप है कि उसके पुत्र अयाज अख्तर (सात) को गत 27 जनवरी को फीस जमा न करने के कारण कक्षा में चार घंटे तक दोनों हाथ उठाकर खड़ा रखा गया।सिराज के मुताबिक इस प्रताड़ना के कारण उनका बेटा बेहोश होकर गिर गया ।
वैस ने बताया कि पुलिस मामले की छानबीन कर रही है तथा आरोपियों की गिरफ्तारी का प्रयास कर रही है। (भाषा)
नयी दिल्ली, 9 फरवरी। राज्यसभा में बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने अमेरिकी वित्तीय शोध कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा अडाणी समूह को लेकर लगाए गए आरोपों की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) गठित करने की मांग की।
उच्च सदन में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा में भाग ले रहे नेता प्रतिपक्ष खरगे ने अडाणी समूह से जुड़े आरोपों का जिक्र करते हुए कहा कि एक व्यक्ति की संपत्ति दो-ढाई साल में 12-13 गुना बढ़ कर 12 लाख करोड़ रुपये हो गई।
उन्होंने इतनी तेज गति से संपत्ति बढ़ने पर सवाल करते हुए कहा कि अडाणी समूह के खिलाफ लगाए गए आरोपों की जांच के लिए जेपीसी गठित की जानी चाहिए तभी दूध का दूध और पानी का पानी हो सकेगा। उन्होंने सवाल किया कि सरकार जेपीसी के गठन से क्यों डर रही है? उन्होंने कहा कि लेकिन विपक्ष अपनी इस मांग को नहीं छोड़ने वाला है।
खरगे ने कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों ने अडाणी समूह को भारी रकम कर्ज के तौर पर दी है और समूह उसी राशि से सार्वजिनक क्षेत्र के उपक्रमों को खरीद रहा है।
खरगे के भाषण के दौरान कई बार सत्ता पक्ष एवं विपक्ष के बीच टोकाटोकी हुई। इसी दौरान सदन के नेता और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने उनकी मांग से असहमति जताई। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के एक नेता जो सांसद हैं, उनकी संपत्ति में 2014 में 16 गुना की वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता के संबंध में जानकारी सार्वजनिक है।
खरगे ने नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ दल के नेता नफरत की बात करते हैं। उन्होंने राहुल गांधी के नेतृत्व में हाल में संपन्न ‘‘भारत जोड़ो यात्रा’’ का जिक्र करते हुए कहा कि 3600 किलोमीटर लंबी वह यात्रा किसी के खिलाफ नहीं थी बल्कि लोगों के विचारों को सुनने और उनकी बातों से मार्गदर्शन लेने के लिए थी।
उन्होंने कहा कि जिम्मेदार सांसद और मंत्री भी हिंदू-मुस्लिम की बात करते रहते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ दल के नेता जाति, धर्म, भाषा आदि के नाम पर नफरत फैलाने का प्रयास करते हैं। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि वे अनुसूचित जाति के लोगों की परेशानी पर ध्यान नहीं देते और उनके घरों में खाना खाकर केवल प्रचार करते हैं।
उन्होंने दावा किया कि अनुसूचित जाति के लोगों को मंदिर जाने पर प्रताड़ित करने की घटनाएं हो रही हैं। उन्होंने सवाल किया कि अगर अनुसूचित जाति के सदस्य हिंदू हैं तो उन्हें मंदिर जाने की अनुमति क्यों नहीं होनी चाहिए।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि यह सरकार हमेशा चुनावी मोड में रहती है। उन्होंने मजाकिया लहजे में कहा कि संसद जब चलती है, तब भी प्रधानमंत्री चुनावी रैली करते हैं। उन्होंने कहा कि संसद के सत्र में रहने के दौरान भी प्रधानमंत्री ने उनके संसदीय क्षेत्र गुलबुर्गा में दो-दो बैठकें (सभाएं) कीं।
इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी सदन में मौजूद थे।
खरगे ने कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण में सरकार बताती है कि वह आगे क्या करेगी और किस ढंग से देश को चलाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार अपने कार्यों व उपलब्धियों को बताने के बदले पिछली सरकारों के कार्यों का जिक्र कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार को गौर करना चाहिए कि 1947 में देश की क्या स्थिति थी और वह 2014 तक कितनी बदली थी।
उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में हुई प्रगति का जिक्र करते हुए कहा कि दूसरों द्वारा किए गए कार्यों को भी श्रेय दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर बुनियाद नहीं होगी तो इमारत कैसे बनेगी। उन्होंने कहा कि लेकिन नींव जमीन के अंदर होती है और बाहर इमारत होती है जिसका उद्घाटन किया जा रहा है।
खरगे ने कहा कि सरकार समानता, स्वतंत्रता और बंधुत्व की भावना को खत्म कर रही है और दोषारोपण दूसरों पर कर रही है। उन्होंने कहा कि अगर जनता ने उनके मन-मुताबिक वोट नहीं दिया, उनकी सरकार नहीं बनाई तो वे विभिन्न सरकारी एजेंसियों का उपयोग कर अपनी सरकार बनाने का प्रयास करते हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार सच बोलने वालों को बोलने का मौका नहीं देती, सच लिखने वाले को लिखने का मौका नहीं दिया जाता, सच लिखने वाले पत्रकार को जेल भेज देते हैं और टीवी पर बहस में जो सत्यता की बात करता है, उसे हटा देते हैं।
कांग्रेस नेता ने बीबीसी के विवादित वृत्तचित्र पर रोक लगाए जाने का जिक्र करते हुए कहा कि शाहरुख खान की फिल्म से साफ हो जाता है कि जितना रोकेंगे, उतनी ही अधिक संख्या में लोग देखेंगे।
उन्होंने महंगाई, बेरोजगारी जैसे मुद्दों का जिक्र करते हुए कहा कि यह सरकार तमाम मोर्चों पर नाकाम रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने हर साल दो करोड़ नौकरियों का वादा किया था लेकिन 50 लाख नौकरियां भी नहीं मिल पाईं। उन्होंने कहा कि विभिन्न सरकारी विभागों में लाखों पद खाली है जिस वजह से अनुसूचित जाति, जनजाति, अन्य पिछड़े वर्ग और आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को आरक्षण का लाभ नहीं मिल रहा है।(भाषा)
ऊना , 9 फरवरी। हिमाचल प्रदेश में ऊना जिले के अंब उपसंभाग में दो कच्चे घरों में आग लगने से तीन भाई-बहनों समेत चार लोगों की जलकर मौत हो गयी। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
थाना प्रभारी आशीष पठानिया ने बताया कि भदेश्वर दास और रमेश दास की झोपड़ियों में बुधवार रात को आग लग गयी तथा रमेश दास के तीन बच्चों -- नीतू (14), गोलू (सात) एवं शिवम कुमार (छह) एवं उनके रिश्तेदार कालीदास के बेटे सोनू कुमार (17) की मौत हो गयी ।
पठानिया ने बताया कि दमकल कर्मी मौके पर पहुंचे और उन्होंने आग को फैलने से रोका। उनके अनुसार आग की वजह का अभी पता नहीं चल पाया है। उनके मुताबिक भदेश्वर दास एवं रमेश दास बिहार के दरभंगा जिले के रहने वाले हैं।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने इस घटना पर दुख प्रकट किया है तथा अधिकारियों को प्रभावित परिवारों को तत्काल राहत उपलब्ध कराने को कहा है। (भाषा)
नोएडा (उप्र), 9 फरवरी। गौतमबुद्ध नगर जनपद की एक अदालत ने तीन साल की एक बच्ची से दुष्कर्म करने के जुर्म में एक व्यक्ति को 20 साल की कैद की सजा सुनायी है एवं उसपर 40 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया।
विशेष लोक अभियोजन अधिकारी (सरकारी वकील) जे पी भाटी ने बताया कि अपर सत्र विशेष न्यायाधीश (पास्को-द्वितीय) चंद्र मोहन श्रीवास्तव की अदालत ने 11 गवाहों की गवाही एवं और साक्ष्यों के आधार पर सागर को दोषी मानते हुए उसे 20 वर्ष के कारावास की सजा सुनाई है। उन्होंने बताया कि अदालत ने उसपर 40 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया है और जुर्माना न भरने पर उसे छह माह की अतिरिक्त कैद की सजा भुगतनी होगी।
भाटी ने बताया कि 2020 में दादरी थानाक्षेत्र में जब यह बच्ची सागर की बहन के पास ट्यूशन पढ़ने जाती थी तब उसके साथ यह वारदात हुई। उनके अनुसार एक दिन बच्ची की ट्यूटर की तबीयत खराब थी, ऐसे में उसने सागर से बच्ची को ट्यूशन पढ़ा देने को कहा। (भाषा)
सरकारी वकील ने बताया कि सागर बच्ची को अपने घर की छत पर ले गया , जहां उसने बच्ची के साथ दुष्कर्म किया। भाटी के अनुसार बच्ची ने घर जाकर सागर की करतूत के बारे में बताया था जिसके बाद बच्ची के पिता ने उसके खिलाफ थाना दादरी में मुकदमा दर्ज करवाया था।
सांगली, 9 फरवरी। महाराष्ट्र के सांगली शहर में पुलिस ने 5.5 करोड़ रुपये का ‘एम्बरग्रीस’ रखने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
अधिकारी ने बुधवार को बताया कि सूचना मिली थी कि दो लोग इसे बेचने के लिए पश्चिमी महाराष्ट्र के इस शहर में आ रहे हैं। सूचना के तहत कार्रवाई करते हुए दोनों को गिरफ्तार किया गया।
उन्होंने बताया कि दोनों ने पुलिस को बताया कि ‘एम्बरग्रीस’ को उनके एक साथी की मदद से राज्य के तटीय सिंधुदुर्ग जिले के मालवन से लाया गया।
वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत ज्यादातर इत्र बनाने के लिए उपयोग की जाने वाली ‘एम्बरग्रीस’ की बिक्री करने और उसे रखने पर प्रतिबंध है। ‘एम्बरग्रीस’ एक ठोस, लेकिन मोम जैसा पदार्थ है जो ‘स्पर्म व्हेल’ की आंतों में बनता है। (भाषा)