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गुरुग्राम (हरियाणा), 22 जनवरी। नशीले पदार्थों से भरे एक अंतरराष्ट्रीय पार्सल को ठुकराने का हवाला देकर एक महिला से एक जालसाज ने कथित रूप से करीब सात लाख रुपये ठग लिए। पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी।
पीड़िता प्राची ढोके ने अपनी शिकायत में कहा कि उसे एक व्यक्ति का फोन आया था, जिसने खुद को एक कूरियर कंपनी का ग्राहक सेवा कर्मी बताया।
पुलिस ने शिकायत का हवाला देते हुए बताया कि व्यक्ति ने महिला को बताया कि उसके नाम पर एक अंतरराष्ट्रीय पार्सल आया है, जिसमें दो पासपोर्ट, पांच एटीएम कार्ड, 300 ग्राम चरस और एक लैपटॉप शामिल है, जिसे अस्वीकार कर दिया गया है।
ढोके ने जब उस व्यक्ति को बताया कि पार्सल उसने नहीं भेजा है, तो फोन करने वाले ने उससे इस संबंध में पुलिस में शिकायत दर्ज कराने का आग्रह किया, क्योंकि उसके आधार कार्ड का दुरुपयोग किया गया है।
ढोके ने अपनी शिकायत में कहा कि इसके बाद फोन करने वाले ने एक व्यक्ति को फोन लगाया, जिसने खुद को मुंबई पुलिस का अधिकारी बताया। उक्त व्यक्ति ने महिला को बताया कि उसके पहचान पत्र का अंतरराष्ट्रीय तस्करी और धन शोधन के लिए दुरुपयोग किया जा रहा है।
महिला ने कहा, ‘‘उन्होंने मुझे यह कहते हुए जांच में मदद करने को कहा कि वे मुझे एक प्रमाण पत्र देंगे कि मैं इस मामले में शामिल नहीं हूं।’’
पुलिस ने कहा कि जालसाजों ने भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) से जांच के बहाने महिला से 95,499 रुपये अंतरित करने को कहा।
ढोके की शिकायत का हवाला देते हुए उन्होंने बताया कि आरोपी द्वारा जमानत राशि और जांच के नाम पर और पैसे मांगे जाने के बाद पीड़िता ने चार बार में कुल 6,93,437.50 रुपये अंतरित किए।
जांच अधिकारी इंस्पेक्टर सुरेंद्र सिंह ने बताया कि अज्ञात लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 419 (खुद की गलत पहचान बताकर धोखा), 420 (धोखाधड़ी) के तहत शुक्रवार को साइबर अपराध, पूर्वी पुलिस थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई है। (भाषा)
सागर (मप्र), 22 जनवरी। मध्य प्रदेश के सरकारी सागर जिला अस्पताल के मुर्दाघर में रखे दो शवों की एक-एक आंख संभवत: चूहों ने कुतर दी है। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी।
एक अधिकारी ने कहा कि पिछले 15 दिनों में हुई दो घटनाओं के बाद, सागर जिला अस्पताल के सिविल सर्जन और तीन डॉक्टरों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) ममता तिमोरी ने बताया कि चार जनवरी और 19 जनवरी को दोनों शवों में से प्रत्येक की एक-एक आंख गायब मिली है।
उन्होंने कहा कि चार जनवरी को डीप फ्रीजर के काम नहीं करने के कारण 32 वर्षीय व्यक्ति का शव अस्पताल के मुर्दाघर के टेबल पर रख दिया गया था। इस शव की आंख कुतरी हुई पाई गयी।’’ सीएमएचओ ने कहा, "19 जनवरी को एक अन्य मृतक, 25 वर्षीय व्यक्ति की आंख भी क्षतिग्रस्त पाई गई , हालांकि उसके शरीर को डीप फ्रीजर (मोर्चरी में) में रखा गया था।" उन्होंने बताया कि इन घटनाओं के बाद शुक्रवार को ड्यूटी के दौरान लापरवाही बरतने पर सिविल सर्जन समेत चार डॉक्टरों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया।
तिमोरी ने कहा कि चार जनवरी की घटना के बाद सिविल सर्जन को नोटिस दिया गया था, लेकिन फिर से ऐसी ही घटना हो गई।
उन्होंने कहा कि सिविल सर्जन व अन्य से जवाब मिलने के बाद आगे की अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
एक अन्य अधिकारी ने कहा कि प्रथम दृष्टया ऐसा लगता है कि शवों की आंखें चूहों ने कुतर लीं लेकिन तथ्यों की पुष्टि होनी अभी बाकी है। (भाषा)
नई दिल्ली. महाठग सुकेश चंद्रशेखर का जेल से लिखा हुआ एक और खत सामने आया है. इस खत में सुकेश चंदशेखर ने फ़िल्म अभिनेत्री नोरा फतेही की ओर से जैकलीन फर्नांडीस पर लगाए गए आरोपों को मनगढ़ंत बताया है. सुकेश ने इसके साथ ही नोरा फतेही पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रवर्तन निदेशालय और आर्थिक अपराध शाखा के सामने नोरा ने अलग-अलग बयान दिए, जिससे साबित होता है वो अपने दिमाग से कहानी बना रही है.
न्यूज़18 के वेबसाइट पर छपी खबर के अनुसारसुकेश ने अपनी इस चिट्ठी में दावा किया कि ‘नोरा फतेही हमेशा जैकलीन से जलती थी और मेरा हमेशा ब्रेनवॉश करती थी. नोरा ऐसा इसलिए करती थी ताकि मैं जैकलीन से अलग होकर उसके साथ डेट करूं.’ सुकेश ने दावा किया कि ‘नोरा दिनभर में कम से कम 10 बार उसे कॉल करती थी और अगर वह कभी फोन नहीं उठाता तो लगातार उसे कॉल्स करती रहती थी.
सुकेश चंद्रशेखर ने आरोप लगाया कि, ‘नोरा ने झूठ कहा कि वह मुझसे कार नहीं लेना चाहती थी. नोरा जब मुझसे मिली थी तब उसके पास महंगी कार नहीं थी, लेकिन मैंने और उसने मिलकर एक लक्जरी कार सिलेक्ट की, जिसका स्क्रीन शॉट ED के पास है.’
इस महाठग ने अपनी चिट्ठी में साथ ही कहा कि ‘नोरा झूठ न बोले… सच्चाई यह है क मैं उसे रेंज रोवर देना चाहता था लेकिन वह स्टॉक में नहीं था. इसलिए मैंने उसे S सीरीज BMW कार गिफ्ट दी, जो उसने लंबे वक्त तक अपने पास रखी.
सुकेश ने अपने खत में दावा किया कि वह और जैकलीन फर्नांडिस सीरियस रिलेशनशिप में थे और वह नोरा को इग्नोर करता था. इसके साथ ही उसने कहा कि ‘नोरा मुझे मंहगे बैग और जूलरी की तस्वीरें भेजती थी, जो मैंने उसे गिफ्ट्स दिए हैं और वह अब तक उन्हें इस्तेमाल कर रही है.’ सुकेश चंद्रशेखर ने दावा किया कि ‘नोरा को उसने करीब 2 करोड़ के गिफ्ट्स दिए हैं. वह कभी उनका बिल नहीं दिखा सकती, क्योंकि वह उसने खरीदे हैं.’ (news18.com)
मुंबई, 22 जनवरी। समाजवादी पार्टी (सपा) की महाराष्ट्र इकाई के प्रमुख एवं विधायक अबू आसिम आजमी ने दावा किया है कि उनके निजी सहायक को एक व्यक्ति का फोन आया था जिसने उन्हें जान से मारने की धमकी दी और मुगल बादशाह औरंगजेब के बारे में अपशब्द कहे थे। एक पुलिस अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि आजमी के निजी सहायक की शिकायत पर आपराधिक धमकी और अन्य अपराधों के लिए भारतीय दंड संहिता की धाराओं 506 (2) और 504 के तहत एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ कोलाबा पुलिस थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है।
अधिकारी ने कहा, ‘‘बुधवार की शाम कॉल आई थी। फोन करने वाले व्यक्ति ने आजमी के निजी सहायक के साथ-साथ औरंगजेब के बारे अपशब्द कहे और फिर आजमी को जान से मारने की धमकी दी।’’ (भाषा)
(आदित्य बाघमारे)
औरंगाबाद (महाराष्ट्र), 22 जनवरी। महाराष्ट्र के बीड जिले में एक गांव के निवासियों ने अपने बच्चों का बेहतर भविष्य सुनिश्चित करने के वास्ते जिला परिषद द्वारा संचालित एक स्कूल के उन्नयन के लिए सरकार पर निर्भर रहने के बजाय धन और भूमि सहित संसाधनों का स्वयं प्रबंध किया है।
इस स्कूल को तत्काल मरम्मत की आवश्यकता थी और इसमें छात्रों के बैठने की व्यवस्था के लिए पर्याप्त जगह की कमी थी।
औरंगाबाद शहर से लगभग 160 किलोमीटर दूर स्थित पोखरी गांव के निवासियों ने कहा कि उन्होंने अब तक ‘क्राउडफंडिंग’ (बड़ी संख्या में व्यक्तिगत निवेशकों के सामूहिक प्रयासों से पूंजी जुटाने की विधि) के माध्यम से 39 लाख रुपये जुटाए हैं और चार ग्रामीणों ने स्कूल के विस्तार के लिए एक एकड़ से अधिक जमीन दान की है। इस स्कूल में पहली से सातवीं कक्षा तक के छात्र पढ़ते हैं।
इमारत का उन्नयन और निर्माण कार्य 2018 में शुरू हुआ था, लेकिन यह 2020 में महामारी के चलते बाधित हो गया। अब अगले शैक्षणिक वर्ष तक इस कार्य के पूरा होने की संभावना है। इस गांव में करीब 1,300 लोग रहते हैं और इनमें से ज्यादातर किसान एवं गन्ना मजदूर हैं।
राम फाल्के नाम के एक ग्रामीण ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘गांव में जिला परिषद द्वारा संचालित एक स्कूल है, जहां स्थानीय बच्चे पढ़ते हैं। इसमें चार कमरे हैं और इनमें से दो की हालत बहुत खराब हो गई थी और इनकी तत्काल मरम्मत की जरूरत थी। सरकारी एजेंसी ने मरम्मत कार्य के लिए कुछ धन दिया था, लेकिन यह पर्याप्त नहीं था। स्कूल में जगह की भी कमी थी।’’
उन्होंने कहा कि इसलिए ग्रामीणों ने स्कूल के लिए नया भवन बनाने के लिए मुहिम चलाई ताकि छात्रों को किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।
फाल्के ने कहा, ‘‘चार ग्रामीणों ने आगे आकर इस उद्देश्य के लिए 2018 में एक एकड़ से अधिक भूमि दान की।’’
उन्होंने कहा कि ग्रामीणों ने शुरू में ‘क्राउडफंडिंग’ के जरिए 18 लाख रुपये जुटाए, लेकिन यह रकम काफी नहीं थी।
फाल्के ने कहा, ‘‘हमारे गांव की मिट्टी काली है। चूंकि इस तरह की मिट्टी पर निर्माण में कुछ चुनौतियां आती हैं, इसलिए स्कूल विस्तार परियोजना के लिए कुछ अतिरिक्त धन की आवश्यकता थी।’’
उन्होंने कहा कि कोरोनो वायरस महामारी के कारण 2020 में निर्माण कार्य बाधित हो गया।
फाल्के ने कहा कि कोविड-19 से संबंधित प्रतिबंध हटाए जाने के बाद और धन एकत्र किया गया तथा अब तक जुटाई गई कुल राशि 39 लाख रुपये है। उन्होंने कहा कि यह राशि स्कूल में छह कमरों के निर्माण के लिए है, लेकिन फर्श के काम के लिए अब भी कुछ अतिरिक्त राशि की आवश्यकता है।
दादा खिलारे नाम के एक अन्य ग्रामीण ने कहा, ‘‘हम लगभग 135 छात्रों की समस्या का समाधान कर रहे हैं। अभी हमारे बच्चे खुले मैदान में और पेड़ों की छांव में पढ़ रहे हैं। हम अगले सप्ताह गणतंत्र दिवस पर नए स्कूल में राष्ट्रीय ध्वज फहराना चाहते हैं, लेकिन भवन अगले शैक्षणिक वर्ष तक पूरी तरह से तैयार होगा।’’
बीड जिला परिषद के अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. ज्ञानोबा मोकाते ने कहा कि इस गांव के ज्यादातर लोग किसान और गन्ना मजदूर हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘उनका कहना है कि उनके गांव से कोई अधिकारी नहीं बना है। वे अपने बच्चों को अधिकारी बनते देखना चाहते हैं और इसलिए उन्होंने यह पहल की।’’
मोकाते ने कहा कि ग्रामीणों के प्रयासों को देखते हुए जिला परिषद ने स्कूल परियोजना में उनकी मदद करने का फैसला किया है और खेल का मैदान, स्कूल के चारों और दीवार एवं रसोई के लिए शेड बनाने समेत अन्य काम कराने की योजना बनाई है। (भाषा)
कठुआ/जम्मू, 22 जनवरी। कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व वाली ‘भारत जोड़ो यात्रा’ जम्मू में शनिवार को हुए दो विस्फोटों के मद्देनजर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले के हीरानगर से रविवार सुबह फिर से शुरू हुई।
यह पदयात्रा एक दिन के विश्राम के बाद जम्मू-पठानकोट राजमार्ग पर अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास हीरानगर से सुबह सात बजे के आसपास शुरू हुई। पुलिस और अन्य सुरक्षाबलों ने पूरे राजमार्ग को सील कर दिया है।
कांग्रेस की जम्मू-कश्मीर इकाई के अध्यक्ष विकार रसूल वानी, कार्यकारी अध्यक्ष रमन भल्ला और तिरंगा थामे सैकड़ों स्वयंसेवकों के साथ राहुल ने सुबह लगभग आठ बजे लोंदी जांच चौकी पार करने के बाद सांबा जिले के तपयाल-गगवाल में प्रवेश किया। इस दौरान, सड़क के दोनों ओर खड़े उत्साही कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने उनका स्वागत किया।
रविवार को लगभग 25 किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद ‘भारत यात्री’ चक नानक में रात्रि विश्राम करेंगे। सोमवार सुबह वे सांबा के विजयपुर से जम्मू की तरफ बढ़ेंगे।
अधिकारियों ने कहा कि राहुल की सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं और पुलिस, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) व अन्य सुरक्षा एजेंसियां शांतिपूर्ण मार्च सुनिश्चित करने के लिए कड़ी निगरानी रख रही हैं।
जम्मू शहर के बाहरी इलाके नरवाल में शनिवार को हुए दो विस्फोटों के मद्देनजर पूरे केंद्र-शासित प्रदेश में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इन विस्फोटों में नौ लोग घायल हो गए थे।
पुलिस को संदेह है कि नरवाल के ट्रांसपोर्ट नगर इलाके में एक दुकान में खड़ी एसयूवी और पास के कबाड़खाने में मौजूद वाहन में विस्फोट करने के लिए आईईडी का इस्तेमाल किया गया था।
ये विस्फोट ऐसे समय हुए हैं, जब जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ और आगामी गणतंत्र दिवस समारोह के मद्देनजर सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं।
तमिलनाडु के कन्याकुमारी से सात सितंबर 2022 को शुरू हुई ‘भारत जोड़ो यात्रा’ बृहस्पतिवार को पंजाब से जम्मू-कश्मीर में दाखिल हुई थी।
यह पदयात्रा 30 जनवरी 2023 को श्रीनगर में समाप्त होगी, जब राहुल गांधी वहां स्थित कांग्रेस मुख्यालय में तिरंगा फहराएंगे। (भाषा)
-फ़ैसल मोहम्मद अली
'पसमांदा' मुसलमान कोई ताज़ा-ताज़ा शब्द नहीं लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा एक सम्मेलन में इसके इस्तेमाल के बाद पसमांदा के शाब्दिक, सामाजिक और इतिहास के संदर्भ में अर्थ को लेकर दिलचस्पी फिर से जग गई है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को समाप्त हुई भारतीय जनता पार्टी कार्यकारिणी की बैठक में कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वो 'वोट की चिंता के बिना' संवेदनशीलता के साथ समाज के सभी वर्गों से रिश्ता जोड़ें'- इसी संदर्भ में बोहरा, पसमांदा मुसलमानों और दूसरे तबक़ों के ख़ास तौर पर ज़िक्र की बातें कई जगहों पर कही जा रही हैं.
पसमांदा फ़ारसी का शब्द है, जिसका अर्थ है वो जो पीछे छूट गए.
साधारण शब्दों में वैसे मुसलमान जो क़ौम के दूसरे वर्गों की तुलना में तरक्क़ी की दौड़ में पीछे छूट गए, उन्हें पसमांदा कहते हैं. उनके पीछे रहने की वजहों में से एक बड़ा कारण जाति व्यवस्था बताई जाती है.
पसमांदा शब्द का प्रयोग पहली बार 'वर्ग को लेकर' किया गया था लेकिन बरसों बाद इसका इस्तेमाल मुसलमानों के भीतर पिछड़ों (अदर बैकवर्ड कास्ट), अनुसूचित जाति और जनजातियों को लेकर होने लगा है.
पूर्व राज्यसभा सांसद और पत्रकार अली अनवर अंसारी ने एक बातचीत में बीबीसी से कहा था कि वो बाबरी मस्जिद ढहाए जाने के बाद मज़हब के इर्द-गिर्द घूमनेवाली राजनीति को लेकर बेहद मायूस थे और चाहते थे कि मुसलमानों के भीतर वर्ग की पहचान कर मज़हब पर आधारित सियासत को चैलेंज किया जाए.
अली अनवर अंसारी ने इसके लिए शोध और फील्ड स्टडी कर एक किताब, मुसावात की जंग (शाब्दिक अर्थ बराबरी की जंग) नाम की किताब भी 1990 के दशक में लिखी.
क्या भारतीय मुसलमानों में जाति-व्यवस्था की पैठ है?
मुसलमानों का एक वर्ग हालांकि समुदाय में किसी तरह के जात-पांत, ऊंच-नीच की बात से इनकार करता है, ये कहता है कि "इस्लाम बराबरी में यक़ीन रखने वाला मज़हब है लेकिन सच ये है कि मुसलमानों के भीतर भी जाति व्यवस्था की जकड़ ख़ासी मज़बूत है."
इस मुद्दे पर दो बातें अहम हैं- इसमें पहली बात जिसका ज़िक्र सिलविया वटुक जैसी समाजशास्त्रियों का कहना है कि मुस्लिम समाज में जाति व्यवस्था को हिंदू समाज की तुलना में नहीं देखा जाना चाहिए यानी ये उस तरह या उस स्तर की नहीं है जैसा हिंदुओं के भीतर देखने को मिलता है. दूसरा, जात-पांत की ये व्यवस्था दक्षिण एशिया के मुस्लिमों के भीतर सीमित है.
इसकी वजह ये बताई जाती है कि दूसरे धर्म के लोगों ने, जिनमें बड़ी तादाद हिंदुओं की थी, ने जब इस्लाम क़ुबूल किया तो पुरानी परंपराओं, और कुछ रूढ़ियों को भी साथ लेते आए, इनमें एक जातिवाद भी है.
पसमांदा के पहले के शब्द
कुछ जगहों पर ये तर्क दिया जाता है कि मुसलमानों में जाति का मसला अंग्रेज़ी हुकूमत का खड़ा किया हुआ है. तर्क है कि अंग्रेज़ सरकार ने 'सरकारी' मुसलमानों के साथ मिलकर इसे अंजाम दिया ताकि क़ौम को बांटा जा सके.
यह कुछ उसी तरह का तर्क है जैसे हिंदू समुदाय में जातिवाद के लिए एक वर्ग देता रहा है.
पूर्व के समय में भारतीय मुसलमानों की जाति व्यवस्था के वर्णन के लिए अशराफ़, अजलाफ़ और अरज़ाल जैसे शब्दों का इस्तेमाल हुआ करता था.
जाने-माने समाजशास्त्री इम्तियाज़ अहमद ने इसकी व्याख्या करते हुए कहा, "अशराफ़ यानी उच्च वर्ग, जिसमें वैसे लोग शामिल हैं जिनके बाप-दादा अरब, ईरान और अफ़ग़ानिस्तान से तालुक्क़ रखते थे. इनमें वो हिंदू भी शामिल हैं जो उच्च जाति के थे और उन्होंने इस्लाम क़ुबूल कर लिया."
पसमांदा
यानी अशराफ़ समुदाय सवर्ण हिंदुओं की तरह मुस्लिमों में संभ्रांत समुदायों का प्रतिनिधित्व करता है. इनमें सैयद, शेख़, मुग़ल, पठान, मुस्लिम राजपूत, तागा या त्यागी मुस्लिम, चौधरी मुस्लिम, ग्रहे या गौर मुस्लिम शामिल हैं.
अजलाफ़, वो मुसलमान जो निचली हिंदू जातियों से धर्मांतरण कर मुस्लिम मज़हब में शामिल हुए थे. इसमें धोबी, दर्ज़ी, हज्जाम, बुनकर या जुलाहे, तेली, भिश्ती, रंगरेज़ शामिल थे. अजलाफ़ मुस्लिमों में अंसारी, मंसूरी, कासगर, राइन, गुजर, बुनकर, गुर्जर, घोसी, कुरैशी, इदरिसी, नाइक, फ़कीर, सैफ़ी, अलवी, सलमानी जैसी जातियां हैं.
अरज़ाल वो दलित जिन्होंने इस्लाम क़बूल किया था.
कुल संख्या
जातिगत जनगणना के नहीं होने के बाद इसपर किसी तरह का कोई आंकड़ा तो नहीं है कि पसमांदा समुदाय की संख्या कुल मुस्लिम जनसंख्या में कितनी है, लेकिन 1931 की जनगणना के आधार पर जिसमें अंतिम बार जनगणना में जाति को भी गिना गया था, पसमांदा समाज से जुड़े लोगों का दावा है कि ये संख्या 80-85 फ़ीसद तक होनी चाहिए.
अज़ीम प्रेमजी यूनिवर्सिटी में समाजशास्त्र के प्रोफ़ेसर ख़ालिद अनीस अंसारी कहते हैं कि बंटवारे के समय पलायन करनेवालों में बड़ा तबक़ा अशराफ़ मुस्लिमों का था उस हिसाब से पिछड़ों की जनसंख्या अब और बढ़ी होगी.
अंग्रेज़ी राज क़ायम होने के पहले की मुस्लिम हुकूमतों के वक़्त भी नौकरियों से लेकर, ज़मीन दिए जाने तक में कथित अशराफ़ों को तरजीह दी जाती थी.
मंडल कमीशन ने कम से कम 82 सामाजिक समूहों की पहचान की थी जिसे उसने पिछड़े मुसलमानों की श्रेणी में रखा था.
नेशनल सैंपल सर्वे ऑर्गेनाइज़ेशन (एनएसएसओ) के अनुसार मुस्लिमों में ओबीसी जनसंख्या 40.7 फ़ीसद है जो कि देश के कुल पिछड़े समुदाय की तादाद का 15.7 प्रतिशत है.
सच्चर कमीशन ने कहा है कि सरकार की ओर से जो लाभ उन्हें मिलने चाहिए थे वो उन तक नहीं पहुंच पा रहे, क्योंकि जहां हिंदू पिछड़ों-दलितों को आरक्षण का लाभ है वहीं ये फ़ायदा मुस्लिम आबादी को नहीं मिल रहा है.
पसमांदा मुस्लिम महाज़ नाम की एक संस्था के भी अली अनवर कर्ता-धर्ता हैं, जिसे एक तरह का प्रेशर ग्रुप माना जा सकता है.
ये समूह दलित मुसलमानों के लिए एससी-एसटी की तर्ज़ पर आरक्षण की मांग करता रहा है.
पसमांदा समाज का प्रतिनिधित्व करने को लेकर दूसरे कई संगठन भी भारत के दूसरे हिस्से में काम कर रहे हैं, जैसे ऑल इंडिया बैकवॉर्ड मुस्लिम मोर्चा, पसमांदा फ्रंट, पसमांदा समाज वग़ैरह
पसमांदा मूवमेंट हालांकि नया नहीं है और इसके संदर्भ में आवाज़ें आज़ादी के पहले से भी सुनी जाती रही हैं लेकिन अब ये दक्षिण से लेकर पूर्व तक के राज्यों तक किसी न किसी शक्ल में सामने देखने में आ रहा है या कुछ जगहों पर इसकी तैयारी जारी है. (bbc.com/hindi)
रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया यानी WFI की अयोध्या में होने वाली सालाना बैठक रद्द हो गई है.
ये बैठक आज यानी रविवार को होनी थी.
बृज भूषण ने बीबीसी हिंदी को दिए इंटरव्यू में कहा था, ''22 तारीख़ को हमारी बैठक होगी. उसमें हमारी नेशनल और एग्ज़ीक्यूटिव बॉडी की बैठक बुलाई थी. अगर उसमें संगठन कुछ कहेगा या सलाह देगा, तब हम फ़ैसला करेंगे. स्वत: कोई फ़ैसला नहीं लेंगे. इस बैठक में देश से लगभग 30 लोग आएंगे और आपस में बैठकर फ़ैसला करेंगे. इस बैठक को बुलाने से पहले 21 दिन का नोटिस देना होता है, पर हमने तीन दिनों में ये बैठक बुला ली.''
बीते दिनों से कुश्ती संघ और अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह विवादों में घिरे हैं.
बृजभूषण शरण सिंह पर देश के कई नामी पहलवानों ने खिलाड़ियों को परेशान और उत्पीड़न करने का आरोप लगाया था.
इन खिलाड़ियों में भारत के लिए अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में मेडल जीत चुके विनेश फोगाट, साक्षी मलिक, बजरंग पुनिया जैसे दिग्गज खिलाड़ी शामिल हैं.
मामले में बृजभूषण ने सफ़ाई पेश करते हुए इन आरोपों को ख़ारिज किया था. लेकिन खिलाड़ियों का दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन जारी था. हालांकि खेल मंत्रालय के दखल के बाद इन खिलाड़ियों ने अपना धरना वापस ले लिया.
केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने खिलाड़ियों के आरोपों को ‘गंभीर किस्म' का बताया था. अनुराग ठाकुर इन खिलाड़ियों से मिले भी थे. (bbc.com/hindi)
गुरुग्राम (हरियाणा), 22 जनवरी। हरियाणा के गुरुग्राम में एक किसान की 32 भैंसों की कथित तौर पर रसायन युक्त चारा खाने से मौत हो गईं और इस मामले में राजस्थान की एक कंपनी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी।
गांव कादरपुर निवासी खेमराज द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के अनुसार, वह अपनी 41 भैंसों को अपने गांव के निकट अरावली पहाड़ी के पास एक भूखंड पर रखता था। उन्होंने गोवंशीय पशुओं के लिए चारे की आपूर्ति करने वाली राजस्थान के सवाई माधोपुर स्थित एक कंपनी पर हाल में किसी जहरीले या रासायनिक पदार्थ मिश्रित चारे की आपूर्ति करने का आरोप लगाया।
खेमराज ने कहा, ‘‘17 जनवरी को जैसे ही भैंसों ने चारा खाया, वे गिरकर बेहोश हो गईं। मैंने पशु चिकित्सक को सूचित किया, लेकिन भैंसों को नहीं बचाया जा सका। डॉक्टर ने मुझे बताया कि ऐसा चारे में किसी रसायन की मिलावट के कारण हुआ है। शनिवार तक 32 भैंसों की मौत हो चुकी है। उनमें से ज्यादातर दूध देने वाली थीं और मुझे लाखों रुपये का नुकसान हुआ है।’’
थाना प्रभारी सुधीर कुमार ने कहा कि कंपनी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 429 (मवेशियों को मारने या मारने की साजिश रचने) के तहत गुरुग्राम सेक्टर 65 थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है और हम जांच कर रहे हैं। (भाषा)
(शिरीष बी प्रधान)
काठमांडू, 22 जनवरी। नेपाल विमान हादसे में मारे गए चार भारतीयों के शवों को शनिवार तक परिजनों को सौंपा नहीं जा सका था।
मारे गए चार भारतीयों के परिजन यहां गत तीन दिन से शव प्राप्त करने का इंतजार कर रहे हैं।
पोखरा शहर में उतरने से कुछ मिनट पहले नदी में दुर्घटनाग्रस्त हुए यति एयरलाइंस के विमान में सवार सभी 72 लोग मारे गए थे। अधिकारियों ने मंगलवार को मारे गए लोगों के शवों को परिवार के सदस्यों को सौंपना शुरू किया था।
दुर्घटनाग्रस्त हुए विमान में 53 नेपाली यात्री और पांच भारतीयों सहित 15 विदेशी नागरिक और चालक दल के चार सदस्य सवार थे। मारे गए पांचों भारतीयों के उत्तर प्रदेश का निवासी होने की खबर है और उनकी पहचान अभिषेक कुशवाहा (25), विशाल शर्मा (22), अनिल कुमार राजभर (27), सोनू जायसवाल (35) और संजय जायसवाल के रूप में हुई है।
संजय जायसवाल का शव शुक्रवार को उनके परिवार को सौंप दिया गया, जिन्हें वे घर वापस ले गए। हालांकि, चार अन्य भारतीय नागरिकों के परिजन अपने प्रियजन के शव लेने के लिए तीन दिन से इंतजार कर रहे हैं। (भाषा)
जयपुर, 22 जनवरी। राज्य की महिला एवं बाल विकास मंत्री ममता भूपेश के आवास से एक महिला को जनसुनवाई से कथित तौर पर जबरन बाहर निकाले जाने का वीडियो प्रसारित हुआ है।
वीडियो सामने आने के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सरकार और मंत्रियों के काम करने के तरीके को लेकर राज्य की कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा।
वीडियो में दिख रही महिला फरियाद लेकर जनसुनवाई में आई थी उसे मंत्री के स्टाफ के एक पुरुष सदस्य द्वारा आवास से बाहर निकालते हुए देखा जा सकता है। महिला को मंत्री के साथ बहस करते हुए सुना जा सकता है जो फरियादी पर चिल्लाईं। बाद में मंत्री के स्टाफ ने महिला को पकड़कर आवास से बाहर कर दिया।
इस बारे में मंत्री से बात नहीं हो सकी।
भाजपा की राजस्थान इकाई ने यह वीडियो साझा करते हुए ट्वीट किया,‘‘घमंडी कांग्रेस के अंतिम दिन दूर नहीं!’’
केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने भी महिला के साथ हुए कथित कृत्य की निंदा की।
शेखावत ने ट्वीट किया, ‘‘गहलोत सरकार की मंत्री ममता भूपेश के पास गुहार लेकर आई एक महिला को उसकी बेटी के सामने धक्के मार कर बाहर निकाला गया। इस सरकार को आम महिलाओं का आवाज उठाना अपनी सीमा पार करना लगता है।’’ (भाषा)
नयी दिल्ली, 22 जनवरी। दिल्ली की एक अदालत ने दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) प्रमुख स्वाति मालीवाल से कथित छेड़छाड़ करने और उन्हें घसीटने के आरोपी व्यक्ति को शनिवार को यह कहते हुए जमानत दे दी कि मौजूदा अवस्था में आरोपी के खिलाफ समय पूर्व सुनवाई करना अनुचित होगा।
मालीवाल ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया था कि जब वह रात में जांच के लिए गई थीं तो नशे में धुत एक व्यक्ति ने उनसे छेड़छाड़ की और अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के बाहर अपनी कार से 10-15 मीटर तक घसीटा और उनका हाथ वाहन की खिड़की में फंसा रहा।
कोटला मुबारकपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई और आरोपी हरीश चंदर (47) को गिरफ्तार कर लिया, जिसे बाद में न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट संघमित्रा ने कहा, ‘‘...मेरा विचार है कि अभियुक्त को सलाखों के पीछे रखने से कोई उपयोगी उद्देश्य पूरा नहीं होगा। इसके बाद, आरोपी हरीश चंदर को 50,000 रुपये के मुचलके और इतनी ही राशि की जमानत राशि पर जमानत दे दी गई।’’
अदालत ने कहा कि जमानत की अन्य शर्तों में चंदर को इस तरह का अपराध नहीं करना, सबूतों से छेड़छाड़ नहीं करना, आवश्यकता पड़ने पर जांच में शामिल होना, अपना पता और फोन नंबर देना और शिकायतकर्ता, उसके परिवार के सदस्यों एवं अन्य गवाहों से सीधे या परोक्ष रूप से संपर्क नहीं करना या धमकी नहीं देना शामिल है।
पुलिस ने कहा कि चंदर के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 323 (स्वेच्छा से चोट पहुंचाना), 341 (गलत तरीके से रोकना), 354 (महिला की गरिमा भंग करने के इरादे से हमला या आपराधिक बल प्रयोग) और 509 (अपमान करने के इरादे से शब्द, हावभाव या कृत्य करना) और मोटर वाहन अधिनियम की धारा 185 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
अदालत ने कहा कि सभी अपराधों में सात साल से कम के कारावास का प्रावधान है और आईपीसी की धारा 354 को छोड़कर सभी अपराध प्रकृति में जमानती हैं। (भाषा)
भोपाल, 22 जनवरी। जीवाश्म विज्ञानियों ने मध्य प्रदेश की नर्मदा घाटी में डायनासोर की मांद और शाकाहारी टाइटनोसॉरस के 256 अंडों की दुर्लभ खोज की सूचना दी है।
दिल्ली विश्वविद्यालय और मोहनपुर-कोलकाता एवं भोपाल में भारतीय विज्ञान शिक्षा और अनुसंधान संस्थान के शोधकर्ताओं ने भी मध्य प्रदेश के धार जिले के बाग और कुक्षी क्षेत्रों में ‘ओवम-इन-ओवो या मल्टी-शेल अंडे’ की खोज की सूचना दी है।
हर्ष धीमान, विशाल वर्मा, और गुंटुपल्ली प्रसाद सहित अन्य द्वारा की गई इस खोज को इस सप्ताह ‘पीएलओएस वन’ शोध पत्रिका में जगह दी गई है।
मांदों और अंडों की इस खोज से करीब 6.6 करोड़ वर्ष पहले यहां से पलायन कर चुके लंबी गर्दन वाले सौरोपोड के जीवन के बारे में जानकारी मिली।
धार जिला के बांकेर में एक उच्च माध्यमिक स्कूल में कार्यरत वर्मा ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘अंडे उस मुहाने से मिले जहां टेथिस सागर का नर्मदा नदी में विलय हुआ था, जब सेशेल्स भारतीय प्लेट से अलग हो गया था। सेशेल्स के अलग होने के कारण नर्मदा घाटी में 400 किलोमीटर अंदर टेथिस सागर घुस आया था।’’
टेथीस सागर गोंडवाना लैंड और लौरेशिया के मध्य स्थित एक सागर के रूप में कल्पित किया जाता है जो एक छिछला और संकरा सागर था और इसी में जमे अवसादों के प्लेट संरचना के परिणामस्वरूप अफ्रीकी और भारतीय प्लेटों के यूरेशियन प्लेट से टकराने के कारण हिमालय और आल्प्स जैसे पहाड़ों की रचना हुई।
उन्होंने कहा कि नर्मदा घाटी में पाई गई मांद एक-दूसरे के करीब थी। आम तौर पर डायनासोर की मांद एक दूसरे से कुछ दूरी पर स्थित होती हैं।
वर्मा को नर्मदा में डायनासोर के जीवाश्मों की एक श्रृंखला की खोज के पीछे प्रेरक शक्ति माना जाता है। अंडे का व्यास 15 सेंटीमीटर और 17 सेंटीमीटर के बीच हैं, जो संभवतः कई टाइटनोसॉर प्रजातियों के हैं। प्रत्येक मांद में अंडों की संख्या एक से लेकर 20 तक होती है।
सोनू जायसवाल के पिता राजेंद्र प्रसाद जायसवाल शव लेने के लिए त्रिभुवन विश्वविद्यालय शिक्षण अस्पताल में इंतजार कर रहे रिश्तेदारों में शामिल थे।
अस्पताल सूत्रों ने बताया कि शनिवार को विशाल शर्मा के शव की शिनाख्त हुई। अस्पताल ने शुक्रवार को 49 शवों का पोस्टमॉर्टम किया। पोखरा में 22 नेपाली नागरिकों के शव उनके परिजनों को सौंपे गए हैं। (भाषा)
आलोक प्रकाश पुतुल
भारत में अब धर्म सेंसर बोर्ड का गठन किया जा चुका है, जो फ़िल्मों में धार्मिक पहलू को सेंसर करने का काम करेगा.
इस बोर्ड के मुखिया ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने शनिवार को छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में पत्रकारों से यह जानकारी साझा की.
उन्होंने कहा कि भारत में सेंसर बोर्ड अपना काम कर रहा है. सेंसर बोर्ड अगर न होता तो जाने कितनी मनमानी हो जाती.
"चूंकि उसमें कोई धार्मिक विशेषज्ञ नहीं है, इसलिए धार्मिक विषय कहां तक चुभ जाएंगे किसके हृदय में, वो नहीं जान पा रहा है कोई. तो उस कमी की पूर्ति करने के लिए हमने धर्म सेंसर बोर्ड बनाया है."
इस धर्म सेंसर बोर्ड में धर्म, इतिहास और पुरातत्व से जुड़े 10 लोगों को शामिल किया गया है. हालांकि शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने इस बात पर चिंता जताई कि ओटीटी प्लेटफॉर्म पर कोई लगाम नहीं है और उस पर भी सेंसर की दिशा में विचार करना चाहिए.
बागेश्वर धाम पर क्या बोले?
उन्होंने रायपुर में दरबार लगा कर चमत्कार दिखा रहे बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को लेकर पूछे गये सवाल के जवाब में कहा कि चमत्कार दिखाने वाले उनके जोशीमठ के मकानों में आ गई दरारों को चमत्कार से भर दें तो वो उनका स्वागत करेंगे.
उन्होंने कहा, "हम उनके लिए फूल बिछाएंगे कि आओ, ये जो हमारे मकान में दरार आ गई है, हमारे मठ में आ गई है, उसे जोड़ दो."
उन्होंने कहा, "सारे देश की जनता चमत्कार चाहती है कि कोई चमत्कार हो जाए. कहां हो रहा है चमत्कार. जो चमत्कार हो रहे हैं, अगर जनता की भलाई में उनका कोई विनियोग हो तो हम उनकी जय-जयकार करेंगे, नमस्कार करेंगे. नहीं तो ये चमत्कार छलावा है, इससे ज्यादा कुछ नहीं है."
उन्होंने कहा कि अगर किसी के पास कोई अलौकिक शक्ति आ गई है और जादूगर की तरह छड़ी घुमा कर अचानक कुछ कर सकते हैं तो उन्हें यह करना चाहिए. हम लोग तो ऐसा चमत्कार नहीं जानते.
शंकराचार्य ने कहा, "कोई ऐसा चमत्कारी पुरुष है तो धर्मांतरण रोक दे. लोगों की आत्महत्या रोक दे. लोगों के घरों में झगड़े हो रहे हैं, फसाद हो रहे हैं, सुमति ला दे. पूरा देश आकर एक-दूसरे से प्यार करने लग जाए. जो वर्गों में विद्वेष हो रहे हैं, उन वर्गों के विद्वेष को रोक दे. ऐसा कुछ जनता और राष्ट्र के लिए उपयोगी चमत्कार कर के दिखाए, तब हम उसको चमत्कारी पुरुष कह सकते हैं."
'धर्मांतरण पर हो रही है राजनीति'
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण से जुड़े मुद्दों पर कहा कि धर्मांतरण का विरोध हो रहा है, वो भी धार्मिक कारणों से नहीं हो रहा है. वो भी राजनीतिक कारणों से हो रहा है कि हम जब धर्मांतरण का विरोध करेंगे तो कुछ लोगों को ये बातें अच्छी लगेंगी तो कुछ लोग हमारे वोटर बढ़ जाएंगे.
उन्होंने कहा, "जो धर्मांतरण हो रहा है, वो धार्मिक कारणों से तो हो ही नहीं रहा है. धर्मांतरण कराने वाले भी राजनीतिक हैं और धर्मांतरण को रोकने की बात करने वाले भी राजनीतिक हैं."
उन्होंने कहा कि धर्म और राजनीति सर्वथा अलग-अलग विषय हैं. उन्होंने कहा कि सनातन धर्म में परंपरा है कि धर्म गुरु अलग होते हैं और शासक अलग.
'मुसलमानों के लिए पाकिस्तान बना'
उन्होंने मुसलमानों को लेकर कहा कि उनके लिए पाकिस्तान बनाया गया था.
उन्होंने कहा, "75 साल हो गए. बहुत लंबा समय हो गया. अब आपको इस बारे में निर्णय करना चाहिए कि मुसलमान एक जगह रहे, हिंदू एक साथ रहे, इसलिए बंटवारा हुआ था. अगर साथ ही साथ रहना है तो फिर पाकिस्तान अलग क्यों? पाकिस्तान को भारत में फिर से मिला दिया जाए और हम लोग साथ रहें, जैसा कि रह रहे हैं."
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा कि मीडिया को लेकर कहा कि पहले अखबारों में जनता की बात शीर्षक में होती थी और सरकार का पक्ष, एक बॉक्स में होता था. अब सरकार का पक्ष शीर्षक में होता है और जनता का पक्ष है या नहीं, उसकी चिंता ही नहीं है.
उन्होंने कहा, "आज परिस्थिति ये है कि जनता की आवाज़ मीडिया द्वारा नहीं उठाई जा रही है. जो संवाददाता हैं, उनसे हमारी खूब बातचीत है. वो कहते हैं कि हम तो ग्राउंड से स्टोरी बना कर, स्वामी जी फाइल करते हैं, ऊपर जा कर एडिट हो जाती है, खत्म हो जाती है."
उन्होंने कहा, "जनता की आवाज़ उठाने के लिए कोई माध्यम नहीं है. मीडिया एक माध्यम है और मीडिया अब कॉरपोरेट घरानों के हाथ में है. कॉरपोरेट घराने अपने हिसाब से उसको चला रहे हैं और जनता की आवाज़ दब जा रही है." (bbc.com/hindi)
छत्तीसगढ़' संवाददाता
रायपुर, 22 जनवरी। फूल चौक के पास रविवार की सुबह एक के बाद एक तीन दूकानों में आग लग गई। आग बुझाने के लिए फायर ब्रिगेड की टीम पहुँच गई, और कोशिशें जारी है।
दूकान के संचालकों बुलाया गया है।
भोपाल, 21 जनवरी। भारत बायोटेक द्वारा देश में ही विकसित पहले इंट्रानेसल कोविड-19 टीके ‘इनकोवैक’ को 26 जनवरी से लोगों को देने की शुरुआत की जाएगी। कंपनी के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक कृष्णा इल्ला ने शनिवार को यह जानकारी दी।
भोपाल में आयोजित भारत अंतरराष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव (आईआईएसएफ)में विद्यार्थियों के साथ संवाद करते हुए इल्ला ने बताया कि मवेशियों को लम्पी त्वचा बीमारी से बचाने के लिए देश में ही विकसित टीके लम्पी प्रोवैकइंड की अगले महीने शुरुआत की जाएगी।
मौलाना आजाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (मैनिट) में आयोजित आईआईएसएफ के ‘‘विज्ञान में फेस टू फेस विथ न्यू फ्रंटियर में हिस्सा लेते हुए इल्ला ने कहा, ‘‘ हमारा नेसल टीका (नाक के जरिये दिया जाने वाला टीका) आधिकारिक रूप से 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पर लॉन्च किया जाएगा।’’
उल्लेखनीय है कि भारत बायोटेक ने पिछले साल दिसंबर में घोषणा की थी कि वह इंट्रानेसल टीके को सरकार को 325 रुपये प्रति खुराक की दर से बेचेगा जबकि निजी टीकाकरण केंद्रों के लिए इसकी कीमत 800 रुपये प्रति खुराक होगी। (भाषा)
कोलकाता, 21 जनवरी। मध्य कोलकाता के एस्प्लेनेड इलाके में प्रदर्शन कर रहे इंडियन सेक्युलर फ्रंट (आईएसएफ) के सदस्यों की शनिवार को पुलिस के साथ जोरदार झड़प हुई। ये लोग तृणमूल कांग्रेस द्वारा दक्षिण 24 परगना जिले में आईएसएफ कार्यकर्ताओं पर कथित हमले का विरोध कर रहे थे।
प्रदर्शन से महत्वपूर्ण जवाहरलाल नेहरू रोड क्रॉसिंग के आसपास यातायात प्रभावित हुआ।
प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे एकमात्र आईएसएफ विधायक नौशाद सिद्दीकी को हिरासत में ले लिया गया, वहीं कई पुलिसकर्मी और प्रदर्शनकारी घायल हो गए।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि आईएसएफ कार्यकर्ताओं ने शहर के मध्य में एक मुख्य सड़क को अवरुद्ध कर दिया, जिसके बाद पुलिस ने उनसे जवाहरलाल नेहरू रोड को खाली करने और यातायात की अनुमति देने का अनुरोध किया।
हालांकि, पार्टी के कार्यकर्ताओं ने सड़क खाली करने से इनकार कर दिया और मांग की कि भांगर में उसके कार्यकर्ताओं पर हमले में शामिल अपराधियों को पहले गिरफ्तार किया जाए। पार्टी का गठन 2021 में राज्य विधानसभा चुनाव से पहले हुआ था।
जैसे ही पुलिस ने कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे लगभग 500 की संख्या में मौजूद प्रदर्शनकारी पीछे हट गए, लेकिन पास की गलियों से पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया, जिससे कई पुलिसकर्मी घायल हो गए।
अधिकारी ने कहा कि प्रदर्शनकारियों ने पुलिस के कियोस्क और रेलिंग को भी क्षतिग्रस्त कर दिया, जिसमें कई पुलिसकर्मी घायल हो गए।
इलाके में आरएएफ और सशस्त्र पुलिसकर्मियों सहित बड़ी तादाद में पुलिस बल को तैनात किया गया है।
भीड़ को नियंत्रित करने के लिए कई आला पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे।
करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद पुलिस ने सड़क को खाली कराया और प्रदर्शनकारियों को खदेड़ा, लेकिन कुछ देर तक पथराव की छिटपुट घटनाएं होती रहीं।
दुकानों के शटर नीचे कर छिपे हुए राहगीर हाथ उठाकर बाहर निकले।
सिद्दीकी ने अपनी नजरबंदी से पहले भांगर में पुलिस की ‘‘निष्क्रियता’’ और एस्प्लेनेड में ‘‘शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर लोगों पर बलप्रयोग’’ की निंदा की।
एक दिन पहले टीएमसी कार्यकर्ताओं ने कथित तौर पर भांगर में आईएसएफ के पार्टी कार्यालयों में आग लगा दी थी। हालांकि, सत्तारूढ़ दल ने दावा किया कि आईएसएफ ने पिछले कुछ दिनों से हथियारबंद लोगों को लाकर और उनके समर्थकों पर हमला करके क्षेत्र में माहौल बिगाड़ने का काम किया है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अलावा आईएसएफ एकमात्र विपक्षी पार्टी है, जिसने 2021 के पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में एक सीट जीती है। इसके सहयोगी मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेतृत्व वाले वाम मोर्चा और कांग्रेस एक भी सीट हासिल करने में नाकाम रहे।
उसी वर्ष फरवरी में हुगली जिले के फुरफुरा शरीफ के एक प्रभावशाली मौलवी अब्बास सिद्दीकी ने पार्टी का गठन किया था। (भाषा)
नयी दिल्ली, 21 जनवरी। पूर्वोत्तर के तीन राज्यों में विधानसभा चुनाव और विभिन्न उपचुनावों से पहले निर्वाचन आयोग ने राजनीतिक दलों को चुनाव में राजनीतिक लाभ के लिए धार्मिक संस्थाओं के इस्तेमाल पर रोक लगाने संबंधी कानून की याद दिलाई है।
आयोग ने राजनीतिक दलों को उस कानून और आचार संहिता के प्रावधानों से अवगत कराया है जो धार्मिक संस्थाओं को ‘किसी भी तरह से चुनाव संबंधी दुष्प्रचार का मंच बनाने पर रोक लगाता है।’
सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों को 19 जनवरी को भेजे गये एक पत्र में निर्वाचन आयोग ने उन्हें अपने वर्ष 2012 के उन निर्देशों की याद दिलाई जिनमें कहा गया है कि आदर्श आचार संहिता के मौजूदा प्रावधान धार्मिक स्थलों का ‘किसी भी तरह से चुनाव दुष्प्रचार का मंच बनाने पर रोक लगाता है।’
पत्र में लिखा गया है कि धार्मिक संस्थान (दुरुपयोग की रोकथाम) अधिनियम-1988 की धाराओं 3, 5 और 6 किसी भी राजनीतिक गतिविधि के प्रचार-प्रसार के लिए या किसी राजनीतिक दल के लाभ के वास्ते धार्मिक संस्थानों के इस्तेमाल पर रोक लगाती है।
इसमें कहा गया कि इन धाराओं का उल्लंघन दंडनीय अपराध है और पांच साल तक की जेल और जुर्माना हो सकता है। इस पत्र की प्रति सभी मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय और राज्य स्तर के दलों के नेताओं का भेजी गई है।
त्रिपुरा विधानसभा 16 फरवरी को और नगालैंड एवं मेघालय विधानसभा के लिए चुनाव 27 फरवरी को होगा जबकि मतगणना दो मार्च को होगी। (भाषा)
नयी दिल्ली, 21 जनवरी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को कहा कि 'तेजी से बदल रहे वैश्विक सुरक्षा परिदृश्य' के कारण उत्पन्न होने वाली चुनौतियों से निपटने के लिए सरकार देश को तैयार करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है।
यहां बड़ी संख्या में गणतंत्र दिवस एनसीसी शिविर में भाग ले रहे कैडेट को संबोधित करते हुए सिंह ने देश के पुख्ता सुरक्षा ढांचे को ‘टीमवर्क’ के सर्वश्रेष्ठ उदाहरणों में से एक बताया और जोर देकर कहा कि "अगर कभी युद्ध लड़ने की जरूरत पड़ी, तो पूरा देश हमारे सशस्त्र बलों के पीछे होगा"।
सिंह ने कहा, ‘‘यह ‘टीम वर्क’ का नतीजा है कि भारत ने अतीत में अपने दुश्मनों को हराया है और कई युद्ध जीते हैं।’’
उन्होंने यह भी कहा कि जहां सशस्त्र बल सभी प्रकार के खतरों से देश की रक्षा कर रहे हैं, वहीं वैज्ञानिक, इंजीनियर, सिविल अधिकारी और अन्य उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे हैं।
रक्षा मंत्री ने कहा, "अगर कभी युद्ध लड़ने की जरूरत पड़ी तो पूरा देश हमारे सशस्त्र बलों के पीछे होगा। यह टीम वर्क का नतीजा है कि भारत ने अतीत में अपने दुश्मनों को हराया है और कई युद्ध जीते हैं।"
रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, अपने संबोधन में सिंह ने युवाओं से "इस्तेमाल करो और फेंको" की अवधारणा को खत्म करने का भी आह्वान किया, क्योंकि प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से समाज और पर्यावरण को इस प्रथा के कारण सबसे अधिक नुकसान उठाना पड़ता है।
सिंह ने बदलते समय के अनुसार खुद को ढालने की जरूरत पर भी जोर दिया।
बयान में उनके हवाले से कहा गया, "तेजी से बदल रहे वैश्विक सुरक्षा परिदृश्य के कारण उत्पन्न होने वाली चुनौतियों से निपटने के लिए देश को तैयार करने के लिए सरकार द्वारा कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है।"
उन्होंने यह भी कहा कि जहां समय के साथ बदलाव जरूरी है, वहीं देश के गौरवशाली अतीत से जुड़े रहना भी उतना ही जरूरी है।
सिंह ने कहा, "उद्देश्य अपनी संस्कृति और परंपराओं में निहित एक मजबूत और समृद्ध भारत का निर्माण करना है।"
उन्होंने दिल्ली छावनी में एनसीसी गणतंत्र दिवस शिविर के अपने दौरे के दौरान कैडेट को संबोधित किया और कई कैडेट को उनके अनुकरणीय प्रदर्शन एवं कर्तव्य के प्रति समर्पण के लिए रक्षा मंत्री पदक तथा प्रशस्ति पत्र भी प्रदान किए।
बयान में कहा गया, "इस साल, रक्षा मंत्री पदक पूर्वोत्तर क्षेत्र निदेशालय के अवर अधिकारी टिंगगुचिले नरीमे और राजस्थान निदेशालय के कैडेट अविनाश जांगिड़ को प्रदान किया गया।"
इसमें कहा गया, ‘‘रक्षा मंत्री प्रशस्ति पत्र ओडिशा निदेशालय के कैप्टन प्रताप केशरी हरिचंदन, तमिलनाडु, पुडुचेरी और अंडमान और निकोबार निदेशालय से संबद्ध कैडेट अवर ऑफिसर जेनी फ्रांसिना विक्टर आनंद, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख निदेशालय से संबद्ध कैडेट फिजा शफी और उत्तराखंड निदेशालय के कैडेट सहवाग राणा को प्रदान किए गए।’’
शिविर में भाग ले रहे लगभग 2,000 कैडेट को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री ने उनसे कहा कि वे नए तरीकों की पहचान करें और देश को तेज गति के साथ विकास पथ पर आगे बढ़ाने में मदद करने का प्रयास करें।
हालांकि, उन्होंने उनसे देश के सदियों पुराने मूल्यों और परंपराओं से जुड़े रहने तथा अपनी पसंद के क्षेत्र में विनम्रता के साथ काम करने का आग्रह किया।
इस बात पर जोर देते हुए कि पर्यावरण के विनाश का अर्थ जीवन का विनाश है, उन्होंने युवाओं और राष्ट्र से बड़े पैमाने पर वस्तुओं का यथासंभव पुन: उपयोग करने और प्रकृति के संरक्षण के लिए काम करने की अपील की।
सिंह ने युवाओं को 'इस्तेमाल करो और फेंको' की अवधारणा को अपने निजी जीवन में प्रवेश नहीं करने देने के लिए प्रोत्साहित किया और उनसे बड़ों, परिवार तथा दोस्तों का सम्मान करने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा कि जहां ज्ञान और शिक्षा महत्वपूर्ण हैं, वहीं जीवन मूल्य समान प्रासंगिकता रखते हैं।
मंत्री ने कैडेट से आग्रह किया कि वे ज्ञान प्राप्त करने और धन कमाने पर जितना ध्यान दें, उतना ही चरित्र निर्माण पर भी ध्यान दें। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि कैडेट अपनी कड़ी मेहनत, समर्पण और मूल्यों के साथ सफलता की ऊंचाइयों पर पहुंचेंगे और देश का नाम रोशन करेंगे।
उन्होंने कहा, "भारत की प्रगति का मार्ग युवाओं से होकर जाता है। हमारे युवा जितने मजबूत होंगे, हमारा देश उतना ही मजबूत होगा।"
सिंह ने कैडेट को एक नेता, सैनिक, कलाकार और सबसे बढ़कर एक अच्छे इंसान के रूप में विकसित कर एक पूर्ण व्यक्तित्व में बदलने के लिए एनसीसी की सराहना की।
उन्होंने कहा, "एनसीसी कैडेट को कभी भी अहंकार को अपने व्यक्तित्व का हिस्सा नहीं बनने देना चाहिए और हमेशा राष्ट्र तथा समाज के प्रति कृतज्ञ रहना चाहिए।"
कार्यक्रम के तहत एनसीसी कैडेट ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया।
सिंह ने एनसीसी की थलसेना, नौसेना और वायुसेना इकाइयों से लिए गए कैडेट के एक दल द्वारा प्रस्तुत ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ का भी निरीक्षण किया। उन्होंने देश के सभी 17 निदेशालयों से लिए गए कैडेट की उनके प्रदर्शन के लिए सराहना करते हुए इसे विविधता में भारत की एकता का प्रतीक बताया।
सिंह ने विभिन्न सामाजिक जागरूकता विषयों को दर्शाते हुए कैडेट द्वारा तैयार किए गए 'फ्लैग एरिया' का भी दौरा किया। विभिन्न निदेशालयों के कैडेट ने उन्हें अपने-अपने मॉडल के बारे में जानकारी दी। इसके बाद, उन्होंने ‘हॉल ऑफ फेम’ का दौरा किया, जिसमें पिछले 75 वर्षों में एनसीसी के पूर्व कैडेट की तस्वीरों, मॉडल और अन्य उपलब्धियों का एक प्रभावशाली संग्रह है।
इस अवसर पर रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने, एनसीसी के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल गुरबीरपाल सिंह और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। (भाषा)
(मनीष सैन)
जयपुर, 21 जनवरी। पूर्व थल सेना प्रमुख जे जे सिंह ने शनिवार को यहां चीन के साथ संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए वार्ता और रचनात्मक साझेदारी को एकमात्र रास्ता बताया, लेकिन साथ ही कहा कि यदि चीन ने और दुस्साहस किया, तो भारतीय रक्षा बल उसे 'सबक सिखाने' में पूरी तरह सक्षम हैं।
सिंह ने जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में ' द ऐलीफेंट एंड द ड्रेगन : ए कनेक्टिड हिस्ट्री' सत्र में इतिहासकार तानसेन सेन और पूर्व विदेश सचिव श्याम सरन के साथ चर्चा में यह बात कही।
'अपने वादों को तोड़ने' के चीन के पिछले इतिहास के बारे में अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल रह चुके सिंह ने कहा कि देश को उस पर भरोसा नहीं करना चाहिए, क्योंकि वह '‘कहता कुछ है ओैर करता कुछ है’’।
उन्होंने कहा, “1993 और 1996 में समझौते हो चुके हैं। ये समझौते सीमा पर शांति और समरसता की बात करते हैं और भरोसा निर्मित करने के उपायों की भी बात करते हैं।
सिंह ने कहा, "ये समझौते यह भी कहते हैं कि आप अपने सीमा क्षेत्र में 20,000 से अधिक सैनिक नहीं बढ़ा सकते, लेकिन उन्होंने गलवान में जो किया, वे दो-तीन डिविजन ले आए। वे स्मार्ट हैं, हमें उनसे ज्यादा स्मार्ट होना होगा।" उन्होंने साथ ही कहा “अगर वे अब कोई और दुस्साहस करने की कोशिश करते हैं, तो हमारे सशस्त्र बल उन्हें सबक सिखाने में सक्षम हैं। गलवान में उन्हें सबक सिखाया, उन्हें डोकलाम में आगे बढ़ने से रोक दिया गया। उन्हें इसी तरह तवांग से भी वापस जाने के लिए कहा गया।” भारत पर चीन की तकनीकी श्रेष्ठता के बारे में पूछे जाने पर, सिंह ने दावा किया कि भारतीय सेना तिब्बती क्षेत्र में लड़ने के लिए उनसे बेहतर सुसज्जित है।
उन्होंने कहा, "चीनी युद्ध के मैदान तिब्बत में लड़ने के आदी नहीं हैं। हमारे हवाई जहाज पूरा भार लेकर चीन या तिब्बत पर बमबारी कर सकते हैं। उनके सैनिक ऐसे दुर्गम माहौल के आदी नहीं हैं, वे ऑक्सीजन की बोतलें लेकर चलते हैं।
पूर्व थल सेना प्रमुख जेजे सिंह ने कहा, 'मुख्य भूमि चीन 1000-2000 किमी दूर है, हमारी मुख्य भूमि 400 किमी दूर है। इसलिए मैं कहूंगा कि हम हर तरह से चीन के बराबर हैं। हम अपने देश की रक्षा करेंगे।' इतिहासकार विलियम डेलरिम्पल द्वारा संचालित सत्र में भारत और चीन के सामूहिक इतिहास को मुख्य रूप से तीन कालखंडों में विभाजित करके देखा गया: चीन में बौद्ध धर्म का उदय, 1949 से 1962 तक दोनों देशों के बीच संबंध, और वर्तमान में दोनों पड़ोसी कहां खड़े हैं और आगे का रास्ता क्या है ।
सिंह ने कहा कि वार्ता और विचार-विमर्श ही आगे बढ़ने का एकमात्र रास्ता है।
उन्होंने कहा, ' यदि भारत और चीन रचनात्मक संबंध बनाते हैं, तो मेरा मानना है कि आगे बढ़ने का यही एकमात्र तरीका है।' उन्होंने कहा, 'संवाद, चर्चा और रचनात्मक संबंध, शक्ति के विश्व समीकरणों की रूपरेखा को फिर से परिभाषित कर सकते हैं, क्योंकि यह भारत और चीन की सदी है।" (भाषा)
भुवनेश्वर, 21 जनवरी। मौजूदा एफआईएच पुरूष विश्व कप चरण सबसे ज्यादा गोल करने वाला टूर्नामेंट भी साबित हो रहा है जिसमें यहां अभी तक 24 पूल मैचों में 130 गोल हो चुके हैं।
इससे यहां चल रहे विश्व कप के प्रत्येक मैच का औसत लगभग 5.41 गोल का है।
नयी दिल्ली में 2010 में हुए विश्व कप में 12 टीमों ने शिरकत की थी जिसमें 38 मैचों में 5.24 प्रति मुकाबले से 199 गोल दागे गये थे।
इस मौजूदा चरण में अभी 20 मैच और खेले जाने बाकी हैं और अगर गोल करने की यही गति बरकरार रही तो यह हॉकी विश्व कप के इतिहास में सबसे ज्यादा गोल करने वाला टूर्नामेंट साबित हो सकता है।
अभी तक इस चरण में हुए 130 गोल में से 80 गोल मैदानी हैं जबकि 43 पेनल्टी कॉर्नर पर दागे गये हैं। सात इसमें से पेनल्टी स्ट्रोक्स से आये हैं।
पूल सी में शीर्ष पर रहकर सीधे क्वार्टरफाइनल में पहुंचने वाली नीदरलैंड ने अभी तक सबसे ज्यादा 22 गोल किये हैं जो तीन पूल मैच में हुए हैं। आस्ट्रेलिया ने सबसे ज्यादा पेनल्टी कॉर्नर से सात गोल दागे हैं जबकि फ्रांस पेनल्टी स्ट्रोक से सबसे ज्यादा दो गोल कर चुका है।
अभी तक टूर्नामेंट में खिलाड़ियों को चार हरे और 15 पीले कार्ड दिखाये जा चुके हैं।
विश्व कप के पिछले 15 चरण में यह तीसरी बार है जब 16 टीमों ने टूर्नामेंट में हिस्सा लिया है। इससे पहले 2002 और 2018 में ऐसा हुआ था।
जर्मनी में 2002 में 72 मैचों में 300 गोल हुए थे जिसमें प्रत्येक मैच का औसत 4.17 रहा था। लेकिन तब यह अलग प्रारूप में खेला गया था जिसमें 16 टीमों को केवल दो पूल में बांटा गया था और प्रत्येक पूल से शीर्ष दो टीमों ने सेमीफाइनल में प्रवेश किया था। (भाषा)
जम्मू, 21 जनवरी। कांग्रेस नेता राहुल गांधी की अगुवाई वाली ‘‘भारत जोड़ो यात्रा’’ के जम्मू पहुंचने से दो दिन पहले शहर के बाहरी हिस्से के एक व्यस्त इलाके में शनिवार दो विस्फोट हुए जिनमें नौ लोग जख्मी हो गए।
पुलिस को संदेह है कि नरवाल के ट्रांसपोर्ट नगर इलाके में एक मरम्मत की दुकान में खड़ी एसयूवी कार और पास के कबाड़खाने में एक वाहन में दो विस्फोट करने के लिए आईईडी का इस्तेमाल किया गया था।
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने इस घटना की कड़ी निंदा की और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई के लिए तत्काल कदम उठाने को कहा।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक मुकेश सिंह ने घटनास्थल के पास पत्रकारों से कहा, “खड़ी हुई एक पुरानी बोलेरो (स्पोर्ट्स यूटिलिटि व्हिकल) में सुबह करीब 11 बजे विस्फोट हुआ जिससे आसपास खड़े पांच लोग जख्मी हो गए। उन्हें अस्पताल ले जाया गया और उनकी स्थिति स्थिर है।”
उन्होंने कहा कि इलाके से लोगों को फौरन निकाला गया लेकिन इस बीच 50 मीटर दूर ही एक और विस्फोट हो गया जिसमें एक शख्स मामूली रूप से जख्मी हो गया जिसे भी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
अधिकारी ने कहा कि मामले की आगे की जांच जारी है।
हालांकि, विस्फोटों के बाद छर्रे लगने से घायल कुल नौ लोगों को सरकारी मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) अस्पताल ले जाया गया।
अस्पताल में एक डॉक्टर ने बताया कि अस्पताल में नौ मरीज लाए गए हैं जिनमें से एक के पेट में चोट लगी है और दो अन्य के पैर में फ्रैक्चर है तथा इन सभी की हालत स्थिर है।
संदिग्ध आतंकवादियों ने विस्फोट ऐसे समय में किए, जब क्षेत्र में सुरक्षा एजेंसियां कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ और आगामी गणतंत्र दिवस समारोह के मद्देनजर उच्च सतर्कता बरत रही हैं।
यात्रा बृहस्पतिवार शाम पंजाब के रास्ते जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में दाखिल हुई और यहां से करीब 70 किलोमीटर दूर चाडवाल में है।
शनिवार को एक दिन के ब्रेक के बाद यात्रा रविवार को हीरानगर से फिर शुरू होकर 23 जनवरी को जम्मू पहुंचेगी।
एक अधिकारी ने घायलों की पहचान जम्मू के निवासी सुहैल इकबाल, विश्व प्रताप, विनोद कुमार, अर्जुन कुमार, अमित कुमार, राजेश कुमार और अनीश और डोडा के सुशील कुमार के रूप में की है।
अधिकारियों ने कहा कि पहले विस्फोट के तुरंत बाद पुलिस और सीआरपीएफ के संयुक्त दलों ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी थी, जिसके 15 मिनट बाद एक और विस्फोट हुआ।
उन्होंने कहा कि सुरागों को तलाशने के लिए फॉरेंसिक विशेषज्ञ, बम निरोधक दस्ते और खोजी कुत्तों को लगाया गया है।
घटना के चश्मदीद जसविंदर सिंह ने बताया कि पहला विस्फोट एक वाहन में हुआ, जिसे मरम्मत के लिए लाया गया था।
मोटर स्पेयर पार्ट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष सिंह के मुताबिक, 15 मिनट बाद पास में एक और विस्फोट हुआ, जिससे क्षेत्र में मोटर वाहन के क्षतिग्रस्त हिस्सों और कचरे का मलबा बिखर गया।
राजकुमार ने कहा कि जब विस्फोट हुआ तो वह दूसरी गाड़ी पर काम कर रहे थे। उन्होंने कहा, “हमें शुरू में लगा कि किसी गाड़ी के पेट्रोल टैंक में विस्फोट हुआ है लेकिन धमाका इतना जोरदार था कि गाड़ी के परखच्चे उड़ गए।”
एक आधिकारिक प्रवक्ता ने कहा कि वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने उपराज्यपाल को इस बारे में जानकारी दी।
उपराज्यपाल ने कहा, ‘‘इस तरह के कायरतापूर्ण कृत्य, हमलों के लिए जिम्मेदार लोगों की हताशा और कायरता को उजागर करते हैं। तत्काल और कड़ी कार्रवाई करें। विस्फोट के गुनाहगारों को इंसाफ के कठघरे में लाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जानी चाहिए। ’’
उन्होंने घायलों को 50 हजार रुपये की मदद देने की भी घोषणा की।
सिन्हा ने कहा कि प्रशासन यह सुनिश्चित करेगा कि घायलों का बेहतर इलाज हो और उनके परिवारों को हर संभव मदद मुहैया कराई जाएगी।
कांग्रेस सांसद और जम्मू कश्मीर मामलों की पार्टी प्रभारी रजनी पाटिल ने दोहरे विस्फोटों की कड़ी निंदा की।
आम आदमी पार्टी (आप)की जम्मू कश्मीर राज्य समन्वय समिति के अध्यक्ष हर्ष देव सिंह ने भाजपा पर केंद्र शासित प्रदेश में सुरक्षा स्थिति में सुधार करने में पूरी तरह विफल रहने का आरोप लगाया।
सिंह ने आरोप लगाया, “जिस दिन से भाजपा सरकार सत्ता में आई है, जम्मू-कश्मीर में स्थिति बद से बदतर होती जा रही है। हर गुजरते दिन के साथ आतंकवाद बढ़ता जा रहा है और 1990 के दशक में लौट रहा है।”
उन्होंने पत्रकारों से कहा, “वे कह रहे थे कि अनुच्छेद 370 हटने के बाद एक चिड़िया नहीं मारी गई बल्कि हकीकत यह है कि निर्दोष पुरुष, महिलाएं और बच्चे मारे जा रहे हैं। भाजपा को न केवल जम्मू-कश्मीर बल्कि पूरे देश को जवाब देना है।’’ (भाषा)
रायपुर, 21 जनवरी (भाषा)। भारत के तेज गेंदबाजी आक्रमण ने शनिवार को यहां दूसरे एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच में न्यूजीलैंड के कमजोर बल्लेबाजी क्रम को ध्वस्त कर दिया जिससे मेजबान टीम ने आठ विकेट की जीत से तीन मैचों की श्रृंखला में 2-0 से अजेय बढ़त बना ली।
मोहम्मद शमी की अगुआई वाले तेज गेंदबाजी आक्रमण ने मुश्किल पिच पर शानदार प्रदर्शन किया और भारत ने न्यूजीलैंड को 108 रन पर समेट दिया।
इस लक्ष्य का पीछा करने उतरे भारत ने कप्तान रोहित शर्मा के 51 गेंद में 50 रन और शुभमन गिल के नाबाद 40 रन (53 गेंद) से 20.1 ओवर में 111 रन बनाकर जीत दर्ज की।
भारत की यह शानदार जीत रही लेकिन शहीद वीर नारायण सिंह स्टेडियम में मौजूद क्रिकेट के जुनूनी दर्शकों को मैच जल्दी खत्म होने से थोड़ी निराशा रही। रायपुर के इस स्टेडियम ने अपने पहले अंतरराष्ट्रीय मैच में शानदार पदार्पण किया।
न्यूजीलैंड ने 11वें ओवर में 15 रन पर पांच विकेट गंवा दिये थे जिसमें शमी (18 रन देकर तीन विकेट) और मोहम्मद सिराज (10 रन देकर एक विकेट) की भूमिका अहम रही। इन दोनों ने गेंदबाजों के मुफीद पिच पर अपनी बेहतरीन सीम गेंदबाजी से बल्लेबाजों के लिये रन जुटाना मुश्किल कर दिया। गेंद रूककर आ रही थी जिससे बल्लेबाजों के लिये एक एक रन जोड़ना कठिन लग रहा था।
हालांकि भारतीय बल्लेबाज जब शाम को क्रीज पर उतरे तो बल्लेबाजी आसान दिख रही थी।
श्रृंखला का तीसरा और अंतिम वनडे मंगलवार को इंदौर में खेला जायेगा।
न्यूजीलैंड सलामी बल्लेबाज फिल एलेन खाता भी नहीं खोल सके और शमी की फुल लेंथ गेंद को चूक गये जो उनके स्टंप उखाड़ कर चली गयी। फिर सिराज की गेंद तीसरे नंबर के बल्लेबाज हेनरी निकोल्स का बल्ले का किनारा लेकर शुभमन गिल के हाथों में पहुंच गयी।
शमी और हार्दिक पंड्या (16 रन देकर दो विकेट) के शानदार रिटर्न कैच ने फिर न्यूजीलैंड को और परेशानी में डाल दिया। शमी ने डेरिल मिचेल को अपनी ही गेंद पर आउट किया जो उनकी गेंद को फ्लिक करने की कोशिश कर रहे थे।
वहीं हार्दिक का 10वें ओवर में डेवोन कॉनवे का अपनी ही गेंद पर एक हाथ से कैच लपकना बेहतरीन रहा। शार्दुल ठाकुर (26 रन देकर एक विकेट) भी एक विकेट झटकने में सफल रहे जब उनकी गेंद टॉम लॉथम के बल्ले का किनारा लेकर शुभमन गिल के हाथों में चली गयी। न्यूजीलैंड के कप्तान ने लूज शॉट खेला और गिल ने भी स्लिप में आसान कैच लपक लिया।
न्यूजीलैंड की टीम मुश्किल में थी लेकिन पिछले मैच के शतकवीर माइकल ब्रेसवेल (22 रन) क्रीज पर थे तो उम्मीद बंधी हुई थी। उनके साथ उनके जितने ही खतरनाक ग्लेन फिलिप्स (36 रन) भी क्रीज पर थे।
ब्रेसवेल ने शमी पर कवर पर चौका जड़कर इरादे जाहिर कर दिये। उन्होंने 19वें ओवर में लगातार चौके खाने के बाद शमी ने एक तेज बाउंसर फेंका और ब्रेसवेल इसे पुल करने की कोशिश में बल्ला छुआकर विकेटकीपर ईशान किशन को कैच दे बैठे।
हैदराबाद में पहले वनडे में अर्धशतक जड़ने वाले मिचेल सैंटनर (27 रन) फिर फिलिप्स के साथ क्रीज पर थे। इन दोनों ने सातवें विकेट के लिये 47 रन की साझेदारी निभाकर टीम को 100 रन के पार कराया। हालांकि ये दोनों छह गेंद के अंदर आउट हो गये जिससे न्यूजीलैंड की वापसी करने की उम्मीद भी खत्म हो गयी।
सैंटनर हार्दिक की गेंद पर बोल्ड हुए जबकि फिलिप्स ने वाशिंगटन सुंदर (सात रन देकर दो विकेट) की गेंद पर सूर्यकुमार यादव को कैच दे दिया।
कुलदीप यादव (29 रन देकर एक विकेट(ने 11वें नंबर के ब्लेयर टिकनर को आउट कर न्यूजीलैंड की पारी 34.3 ओवर में समाप्त की।
लक्ष्य का पीछा करने उतरे रोहित ने अपने पसंदीदा पुल शॉट्स से दर्शकों का खूब मनोरंजन किया। इसमें से एक छक्के के लिये गया जो मैच का पहला छक्का भी रहा। उन्होंने लॉकी फर्ग्यूसन पर फाइन लेग में ये छह रन बनाये।
हैदराबाद में पहले वनडे में दोहरा शतक जड़कर आत्मविश्वास से भरे गिल ने भी कुछ शानदार स्ट्रोक लगाये जिसमें फर्ग्यूसन पर लगा कवर ड्राइव शॉट लाजवाब रहा।
न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाज भारतीय तेज गेंदबाजों की तरह का ‘सीम मूवमेंट’ हासिल नहीं कर सके जिससे मेजबान टीम के बल्लेबाजों के लिये रन जुटाना आसान रहा।
रोहित ने 13वें ओवर में एक रन लेकर अपना अर्धशतक पूरा किया। पर शिपले ने नीची गेंद पर उन्हें पगबाधा आउट किया।
विराट कोहली जब क्रीज पर उतरे तो दर्शकों ने हमेशा की तरह शानदार तरीके से उनका स्वागत किया लेकिन वह नौ गेंद ही खेल सके थे कि सैंटनर ने उन्हें लगातार दूसरी बार अपना शिकार बनाया।
फिर विकेटकीपर बल्लेबाज किशन (नाबाद आठ रन) ने आकर गिल के साथ मैच खत्म किया।
रायपुर, 21 जनवरी । भारतीय कप्तान रोहित शर्मा अपनी बल्लेबाजी से काफी संतुष्ट है और हाल के दिनों में अपने बल्ले से बड़े शतकों की कमी से चिंतित नहीं हैं।
एकदिवसीय मैचों में तीन दोहरे शतक लगाने वाले रोहित ने आखिरी बार जनवरी 2020 में इस प्रारूप में शतक बनाया था। इस दौरान अर्धशतक को शतक में बदलने की उनकी दर में काफी कमी आयी है।
शनिवार को यहां न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे वनडे में इस सलामी बल्लेबाज ने 50 गेंदों में सात चौकों और दो छक्कों की मदद से 51 रन की शानदार पारी खेलकर भारत को आठ विकेट से मैच और श्रृंखला को जिताने में मदद की।
रोहित ने मैच के बाद पुरस्कार समारोह में कहा, ‘‘मैं अब अपने खेल को थोड़ा बदलने की कोशिश कर रहा हूं, गेंदबाजों के खिलाफ आक्रामक रूख अपनाने की कोशिश कर रहा हूं और मुझे लगता है कि गेंदबाजों पर दबाव बनाने की कोशिश करना जरूरी है। मुझे पता है कि बड़े स्कोर नहीं आए हैं, लेकिन मैं इसके बारे में बहुत चिंतित नहीं हूं।’’
भारतीय कप्तान ने कहा, ‘‘मैं अपनी बल्लेबाजी से खुश हूं। मेरी सोच काफी स्पष्ठ है। मैं जिस तरह से खेल रहा हूं उससे खुश हूं। मुझे पता है कि जल्द ही एक बड़ा स्कोर बनने वाला है।’’
इस साल के आखिर में भारतीय टीम को घरेलू सरजमीं पर 50 ओवर के विश्व कप में खेलना है। रोहित ने कहा कि टीम इस महत्वपूर्ण प्रतियोगिता में जाने से पहले हर तरह की चीजें (प्रयोग) करना चाहती है।
भारत के तेज गेंदबाजी आक्रमण ने शनिवार को यहां दूसरे एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच में न्यूजीलैंड के कमजोर बल्लेबाजी क्रम को ध्वस्त कर दिया जिससे मेजबान टीम ने आठ विकेट की जीत से तीन मैचों की श्रृंखला में 2-0 से अजेय बढ़त बना ली।
मोहम्मद शमी की अगुआई वाले तेज गेंदबाजी आक्रमण ने मुश्किल पिच पर शानदार प्रदर्शन किया और भारत ने न्यूजीलैंड को 108 रन पर समेट कर आठ विकेट से जीत दर्ज की।
न्यूजीलैंड ने 11वें ओवर में 15 रन पर पांच विकेट गंवा दिये थे जिसमें शमी (18 रन देकर तीन विकेट) और मोहम्मद सिराज (10 रन देकर एक विकेट) की भूमिका अहम रही। हार्दिक पंड्या (16 रन पर दो विकेट) ने भी प्रभावित किया।
रोहित ने कहा, ‘‘ मुझे लगा कि पिछले पांच मैचों में गेंदबाजों ने वास्तव में जिम्मेदारी उठायी। हमने उनसे जैसा भी कहा उन्होंने वैसा ही किया। खासकर भारत में ऐसा करना मुश्किल है। आप विदेशों में ऐसे प्रदर्शन की उम्मीद करते है लेकिन भारत में ऐसे प्रदर्शन के लिए वास्तविक कौशल की जरूरत है।’’
न्यूजीलैंड के कप्तान टॉम लैथम ने कहा कि साझेदारी बनाने में नाकाम रहने से उनकी टीम को नुकसान हुआ है।
उन्होंने कहा, ‘‘ शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों के लिए अच्छा दिन नहीं था। भारत ने शुरुआत से अच्छी गेंदबाजी की और हमें रन बनाने का मौका नहीं दिया। पिच से गेंदबाजों को मदद मिल रही थी।’’
लैथम ने कहा, "दुर्भाग्य से हम साझेदारी बनाने में असमर्थ रहे। हर बार आप शानदार प्रदर्शन करना चाहते हैं लेकिन हम परिस्थितियों के अनुकूल नहीं हो पाए।’’
मैन ऑफ द मैच शमी ने कहा कि वह हमेशा सही लाइन और लेंथ बनाए रखने पर ध्यान देते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं हमेशा अच्छी लय और लाइन और लेंथ गेंदबाजी करने की कोशिश करता हूं। गेंद को हवा में लहराते देखना पसंद है। मैं बस सीम का सही इस्तेमाल करने की कोशिश करता हूं।’’ (भाषा)
भिलाई नगर, 21 जनवरी। दुर्ग जिले के कुम्हारी थाना क्षेत्र में शौच के लिए गई नाबालिग लड़की से युवक ने दुष्कर्म की शर्मनाक वारदात को अंजाम दिया है। घटना की शिकायत के बाद आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
मिली जानकारी के मुताबिक कुम्हारी थाना क्षेत्र में 15 वर्षीय बालिका शौच के लिए गई थी। इसी दौरान ग्राम ढाबा निवासी आरोपी रोहित ने बालिका का रास्ता रोका और उसके साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया। घटना के बाद आरोपी फरार हो गया। इधर पीड़िता ने रोते हुए अपने परिजनों को इसकी जानकारी दी।
सीएसपी प्रभात कुमार छावनी ने जानकारी दी कि थाना कुम्हारी क्षेत्र के ग्राम ढाबा में एक नाबालिग बालिका शौच के लिए मैदान गई थी जहा गांव का रोहित उर्फ पुरोहित साहू (35 वर्ष) द्वारा बालिका का रास्ता रोक कर दुष्कर्म करने की सूचना पर आरोपी को हिरासत में लिया गया और थाना कुम्हारी मैं अग्रिम कार्यवाही की जा रही है!