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नयी दिल्ली, 21 जनवरी। भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) ने अपने अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न सहित सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि खेल निकाय में ‘मनमानेपन और कुप्रबंधन की कोई गुंजाइश नहीं है’।
डब्ल्यूएफआई ने खेल मंत्रालय को अपने जवाब में कहा, ‘‘डब्ल्यूएफआई का प्रबंधन उसके संविधान के अनुसार एक निर्वाचित निकाय द्वारा किया जाता है, ऐसे में डब्ल्यूएफआई में अध्यक्ष सहित किसी एक द्वारा व्यक्तिगत रूप से मनमानी और कुप्रबंधन की कोई गुंजाइश नहीं है।’’
इसमें कहा गया, ‘‘ डब्ल्यूएफआई ने विशेष रूप से, मौजूदा अध्यक्ष की देखरेख में हमेशा पहलवानों के सर्वोत्तम हितों को ध्यान में रखते हुए काम किया है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘डब्ल्यूएफआई ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कुश्ती खेल की छवि को बढ़ाया है और इस मंत्रालय के रिकॉर्ड के लिए यह बताना जरूरी है कि यह डब्ल्यूएफआई के निष्पक्ष, सहायक, स्वच्छ और सख्त प्रबंधन के बिना यह संभव नहीं है।’’
विनेश फोगट, बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक और रवि दहिया जैसे प्रसिद्ध पहलवानों के आरोप लगाने के बाद खेल मंत्रालय ने डब्ल्यूएफआई से 72 घंटे के अंदर जवाब मांगा था। (भाषा)
नयी दिल्ली, 21 जनवरी। उच्चतम न्यायालय ने ‘‘एक व्यक्ति, एक कार’’ का नियम लागू करने के अनुरोध वाली याचिका खारिज कर दी है।
याचिका में एक व्यक्ति के दूसरा वाहन खरीदने की सूरत में पर्यावरण कर वसूले जाने की भी मांग की गई थी।
प्रधान न्यायाधीश डी.वाई. चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति पी.एस. नरसिम्हा की पीठ ने कहा कि याचिका में उठाए गए मुद्दे नीति से संबंधित हैं।
पीठ ने कहा, ‘‘वर्तमान मामले में भारत के संविधान के अनुच्छेद 32 के तहत याचिका में जो मुद्दे उठाए गए हैं, वे नीति से संबंधित हैं। इसलिए, हम याचिका पर विचार करने के इच्छुक नहीं हैं।’’
अदालत ने कहा कि याचिकाकर्ता संबंधित अधिकारियों के समक्ष अपनी शिकायतों को रखने के लिए स्वतंत्र हैं।
उच्चतम न्यायालय गैर-सरकारी संगठन ‘सुनामी ऑन रोड्स’ की याचिका पर सुनवाई कर रहा था, जिसमें वायु प्रदूषण के खिलाफ राष्ट्रीय स्तर पर प्रभावी पहल के लिए आवश्यक निर्देश देने का अनुरोध किया गया था। (भाषा)
(प्रदीप्त तापदार)
कोलकाता, 21 जनवरी। शहर में 23 जनवरी को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती मनाने की आरएसएस की योजना को लेकर हो रही चर्चा के बीच उनकी बेटी अनीता बोस-फाफ ने कहा है कि ऐसा उनके पिता की विरासत का ‘‘आंशिक फायदा’’ उठाने के लिए किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की विचारधारा और नेताजी के धर्मनिरपेक्षता एवं समावेशिता के विचार "अलग-अलग ध्रुव हैं तथा आपस में मेल नहीं खाते हैं"।
अनीता ने कहा कि जहां तक विचारधारा का संबंध है, तो देश में किसी भी अन्य पार्टी की तुलना में कांग्रेस में नेताजी से मिलती बहुत अधिक समानताएं हैं।
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती के उपलक्ष्य में शहर के शहीद मीनार मैदान में एक सार्वजनिक कार्यक्रम को संबोधित करेंगे।
अनीता ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और आरएसएस नेताजी की तरह सभी धर्मों का सम्मान करने के विचार को प्रतिबिंबित नहीं करते।
उन्होंने कहा कि नेताजी एक कट्टर हिंदू थे, लेकिन अन्य धर्मों का सम्मान करने में विश्वास करते थे और वह विभिन्न धर्मों के लोगों के बीच सार्थक सहयोग के पक्ष में थे।
जर्मनी में रहने वाली अनीता बोस ने फोन पर ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘आरएसएस और भाजपा इस रवैये को प्रतिबिंबित नहीं करते... यदि आप एक साधारण छाप लगाना चाहें, तो वे दक्षिणपंथी हैं और नेताजी वामपंथी थे।’’
उन्होंने कहा, "आरएसएस की विचारधारा के बारे में मैंने जो सुना है, उससे मुझे लगता है कि यह और नेताजी की विचारधारा अलग-अलग हैं। दोनों मूल्य प्रणालियां मेल नहीं खाती हैं। यदि आरएसएस को लगता है कि वह नेताजी के आदर्शों और विचारों को अपनाना चाहता है, तो यह निश्चित रूप से अच्छा होगा। कई अलग-अलग समूह नेताजी के जन्मदिन को अलग-अलग तरीकों से मनाना चाहते हैं और उनमें से कई आवश्यक रूप से उनके विचारों से सहमत हैं।’’
अनीता ने कहा कि उनके पिता की जयंती के जश्न पर धूमधाम "उनकी विरासत का आंशिक रूप से फायदा उठाने" के लिए है।
यह पूछे जाने पर कि क्या नेताजी आरएसएस के आलोचक थे, उन्होंने कहा, "मुझे (नेताजी का) कोई उद्धरण नहीं पता, जो मैं आपको दे सकूं। उन्होंने आरएसएस के सदस्यों के बारे में आलोचनात्मक बयान दिया हो सकता है। मुझे पता है कि उनके (नेताजी के) विचार क्या हैं और आरएसएस के विचार क्या हैं। दोनों मूल्य प्रणालियां मेल नहीं खातीं। आरएसएस और नेताजी की धर्मनिरपेक्षता की विचारधारा एक-दूसरे के साथ मेल नहीं खाती।"
नेताजी की जयंती समारोह के बारे में बात करते हुए उन्होंने स्वतंत्रता आंदोलन के महानायक के सम्मान में "कई पहल" करने को लेकर भाजपा नीत केंद्र सरकार की सराहना भी की। (भाषा)
रायपुर, 21 जनवरी। महज पांच घंटे में मैच का लुत्फ उठाने के बाद राजधानी और आसपास के हजारों दर्शक तीन घंटे से अधिक समय तक जाम में फंसे रहे। पहले तो दो, ढाई किमी दूर पार्किंग से गाड़ी निकालने में जूझना पड़ा और फिर रास्ते में आए तो दो किलोमीटर से अधिक लंबी कतार में कार, एसयूवी और बाईक मानो रेंगते चल रहे थे। इस दौरान धुल, धुएं की परेशानी अलग। इसके अलावा टंकी फुल वाले तो मज़े में रहे लेकिन दो से पांच लीटर वाले भी परेशानी में रहे और पेट्रोल पंप ढूंढते रहे। वो तो अच्छा रहा कि मैच जल्द खत्म हो गया वरना सारी रात गाड़ी घसीटने में ही गुजर जाती।
कहा- आदिवासियों के साथ जो शोषण हो रहा है आंदोलन और तेज करने की जरूरत
जनजाति महासम्मेलन में उमड़ी हजारों आदिवासियों की भीड़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर, 21 जनवरी। केंद्रीय ग्रामीण विकास और इस्पात राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने कहा कि पिछले 15 वर्ष में भाजपा की पूर्ववर्ती रमन सरकार व केंद्र में नरेंद्र मोदी की सरकार को देखें तो उन्होंने आदिवासियों के कल्याण के लिए तरह-तरह के प्रावधान किए, परंतु आज देखिए भूपेश बघेल की सरकार छत्तीसगढ़ में क्या कर रही है। आदिवासियों के लिए केंद्र व रमन सरकार ने जो कार्य किए हैं, उसे याद करने की जरूरत है। इसे याद कर लिया तो 2023 का चुनाव भाजपा का होगा। श्री कुलस्ते ने हजारों आदिवासियों से 2023 के चुनाव के लिए उनसे आशीर्वाद मांगा।
जनजातीय महासम्मेलन में सरगुजा अंबिकापुर पहुंचे केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने कला केंद्र मैदान में आम सभा को संबोधित करते हुए प्रदेश में कांग्रेस की भूपेश सरकार पर जमकर बरसे। श्री कुलस्ते ने आगे कहा कि अगर आज भूपेश बघेल की सरकार के बारे में कहेंगे उनके काम को देखेंगे तो दिखेगा कि इन्होंने किस तरह से आदिवासियों का शोषण किया, मजदूरों के साथ कैसा व्यवहार है उन्हें काम करने के बाद अपनी मजदूरी राशि के लिए किस प्रकार जूझना पड़ रहा है यह सब बहुत ही कष्टदायक है।
श्री कुलस्ते ने कहा कि आदिवासियों के साथ जो शोषण हो रहा है आंदोलन को और तेज करने की जरूरत है ताकि 2023 के चुनाव में कांग्रेस को पूरी तरह से उखाड़ फेंके और इसका संकल्प उन्होंने सरगुजा से लेने की बात कही।
श्री कुलस्ते ने कहा कि प्रधानमंत्री ने अमृत महोत्सव पर जनजाति समाज के मान प्रतिष्ठा को बढ़ाया है,केंद्र सरकार ने बिरसा मुंडा जयंती मनाने का निर्णय लिया,वीर नारायण सिंह जी को क्या स्थान देना चाहिए इसके लिए भाजपा के पूर्व सरकार ने करोड़ो रुपए खर्च किए। आदिवासी समाज की प्रतिष्ठा के लिए प्रधानमंत्री ने आदिवासी समुदाय की महिला को राष्ट्रपति बनाया।
श्री कुलस्ते ने कहा कि आदिवासियों का कल्याण छत्तीसगढ़ की धरती से हुआ है और इसकी शुरुआत अटल बिहारी वाजपयी ने की है। जब वह प्रधानमंत्री थे तो उन्होंने एकलव्य विद्यालय प्रारंभ किया लेकिन उसके बाद कांग्रेस सरकार केंद्र मे 10 वर्षों तक रही, जिस पर ब्रेक लग गया। 2014 में नरेंद्र मोदी की सरकार बनी तो पुन: यह एकलव्य विद्यालय प्रारंभ हो गए। अटल जी ने प्रधानमंत्री सडक़ योजना चालू किया तो कांग्रेसी पूछते थे पैसा कहा से लाएंगे। आज सभी गांव को पीएम सडक़ योजना से जोड़ा गया। कांग्रेस ने कभी पक्के सडक़ से किसी गांव को नहीं जोडऩे का काम किया। श्री कुलस्ते ने कहा कि अटल बिहारी वाजपयी ने आदिवासियों के लिए कई क्रांतिकारी निर्णय लिया उन्होंने अलग से जनजाति मंत्रालय खोला, जिसकी आज सरगुजा की बेटी रेणुका सिंह केंद्रीय राज्य मंत्री हैं।
आवास, चरण पादुका, कन्यादान योजना चाहिए तो भूपेश सरकार को बदलना पड़ेगा-रमन
जनजाति सम्मेलन में छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने भी भूपेश सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जब वह मुख्यमंत्री बने थे तो बस्तर और सरगुजा में क्या स्थिति थी, किसी से छिपी नहीं है। यहां के लोग कनकी और खांडी खाते थे यहां के लोगों ने मुझे मुख्यमंत्री बनाया। मैंने सीएम बनने के बाद पहले एक रुपए किलो चावल की शुरुआत की ताकि इन गरीब तबके के लोगों का पेट भर सके। सरगुजा में नक्सलियों के बंदूक के भय से लोग घर से बाहर नहीं निकलते थे।
उन्होंने कहा कि जब मैं सीएम बना तो सबसे पहले सरगुजा में नक्सलवाद को खत्म किया,यहां सडक़ों का जाल बिछाया,बिजली बहाली कराई। भूपेश सरकार में सरगुजा का विकास बंद है।
रमन सिंह ने आगे कहा कि दिल्ली से केंद्र की सरकार ने 16 लाख आवास छत्तीसगढ़ को भेजा पर उसे भूपेश सरकार खा गए। रमन सिंह ने लोगों से कहा कि अगर उन्हें आवास चाहिए, चरण पादुका चाहिए, पुन: कन्यादान योजना लागू चाहिए तो उन्हें भूपेश बघेल की सरकार को बदलना पड़ेगा।
रमन सिंह ने कहा कि उल्टी गिनती शुरू हो गई है तैयार रहना है पिछले बार आप लोग धोखा खा गए थे पर इस बार कमल खिलाना है, तभी विकास की गंगा बहेगी।
सिंहदेव पर रमन सिंह ने ली चुटकी, कहा न ठीक से विधायक बन पाए न सीएम
सम्मेलन में पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने अंबिकापुर विधायक व स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव पर चुटकी लेते हुए कहा कि वह ठीक से न विधायक बन पाए न तो छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री बन पाए। उन्होंने कहा कि जब वह उनसे पूछे तो ढाई ढाई साल का बात होना बताया।
रमन सिंह ने कहा कि क्षेत्र की जनता को मुख्यमंत्री का लालच देकर सरगुजा की पूरी सीट ले लिया गया, अब जनता को इस अपमान का बदला लेना चाहिए। श्री सिंह ने कहा कि 5 साल आपने बैठा दिया कोई बात नहीं फिर से कमल खिलाना है। रमन सिंह ने कहा कि 2023 के चुनाव में पूरी की पूरी सीट पर कमल खिलेगा।
जनजाति सम्मेलन को भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव, केंद्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिंह सहित भाजपा के दिग्गज नेता रामविचार नेताम सहित अन्य लोगों ने संबोधित किया।
जनजाति सम्मेलन में पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष भाजपा अजजा मोर्चा राम विचार नेताम, सांसद गोमती साय, पूर्व मंत्री केदार कश्यप, महेश गागड़ा, ननकीराम कंवर, प्रबल प्रताप, विष्णु देव साय, अनुराग सिंह देव, ज्योति नंद, राम किशुन सिंह, सिद्धनाथ पैकरा, सहित हजारों की संख्या में आदिवासी समुदाय के लोग मौजूद थे।
कहा धान खरीदी का ज्यादातर पैसा केंद्र देती है, भूपेश सरकार थपथपा रही अपनी पीठ
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर, 21 जनवरी। प्रदेश भाजपा कार्यसमिति की दो दिवसीय बैठक आज संपन्न हुई। इस बैठक में राष्ट्रीय नेतृत्व द्वारा दिल्ली के राष्ट्रीय कार्यसमिति में लिए गए निर्णय के अनुरूप प्रदेश के लिए रणनीति तय की गई।
बैठक के समापन उपरांत प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने पत्रकारों से रूबरू होते हुए कहा कि 2 दिनों में विभिन्न सत्रों में अलग-अलग विषयों पर बातचीत की गई। इस दौरान सामाजिक आर्थिक संकल्प व राजनीतिक प्रस्ताव पास किए गए। देश प्रदेश के प्रमुख पदाधिकारी जिनका निधन हुआ, उनका शोक प्रस्ताव पास किया गया। कांग्रेस की विफलता पर भी चर्चा की गई।
श्री साव ने कहा कि निश्चित रूप से यह बैठक पार्टी को मजबूत व हमारे कार्यक्रम को गति देने वाली होगी। उन्होंने कहा कि 8 वर्षों से देश में मोदी सरकार ने जो काम किया है, वह इस बात को बताता है कि देश आगे बढ़ा है। छत्तीसगढ़ राज्य व केंद्र में भी जब हमारी सरकार थी तो दोनों ने मिलकर आम लोगों के जीवन में परिवर्तन लाने का काम किया था। उस दौरान सभी योजनाओं का क्रियान्वयन भी हो रहा था। पीएम आवास योजना के लिए देश में हमारा छत्तीसगढ़ पहले नंबर पर था। जब से काग्रेस कि सरकार छत्तीसगढ़ में आई है, एक भी काम स्वीकृत नहीं हुए। यहां तक कि 11 लाख से अधिक परिवार पीएम आवास योजना से वंचित है। जल जीवन मिशन योजना के तहत हर गरीब से गरीब लोगों के घर तक शुद्ध पानी नल के जरिए पहुंचाने की योजना थी। छत्तीसगढ़ में व्यापक तौर पर भ्रष्टाचार किए जाने से इस योजना से भी लोग वंचित हैं। गरीब कल्याण अनाज योजना में भी छत्तीसगढ़ सरकार ने डाका डालने का काम किया है।
कोरोना काल में जब टीका बना तो सभी को सुरक्षित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अभियान चलाया। श्री साव ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री पर उंगली उठाते हुए कहा कि कोरोना के टीके पर भी छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री व मुख्यमंत्री के द्वारा प्रश्न उठाकर अन्याय किया गया ताकि लोग टीका से वंचित हो जाए।
श्री साव ने कहा कि डबल इंजन की सरकार से ही छत्तीसगढ़ का विकास संभव होगा। केंद्र में भारतीय जनता पार्टी युवा छत्तीसगढ़ में भी भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनेगी तो गरीब कल्याण के साथ-साथ छत्तीसगढ़ की तरक्की का काम हम कर सकेंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने हर वर्ग को धोखा देने का काम किया है। एक भी वायदे कांग्रेस सरकार ने पूरे नहीं किए। दिया है तो सिर्फ धर्मांतरण। इस माध्यम से हमारी संस्कृति व सभ्यता को चौपट करने का काम हो रहा है। आज पूरे छत्तीसगढ़ में रेत, कोयला, शराब व भू माफियाओं का बोलबाला है। नशे व भ्रष्टाचार का गढ़ छत्तीसगढ़ बन चुका है। विकास के सारे काम ठप है।
उन्होंने कहा कि धान खरीदी में ज्यादातर पैसे केंद्र सरकार देती है, वहीं दूसरी ओर छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार सिर्फ अपनी पीठ थपथपाने का काम कर रही है। वहीं कांग्रेस सरकार आरक्षण के नाम पर भ्रम फैलाकर राजनीति कर रही है। यह आरक्षण देने वाली नहीं छीनने वाली सरकार है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की इस बार पूरी तैयारी है।
सभी कार्यकर्ता 90 विधानसभा में जाएंगे और घर-घर जाकर केंद्र की उपलब्धियों व छत्तीसगढ़ की नाकामी को गिनाएंगे। उन्होंने कहा कि इस बार सरगुजा के सभी 12 सीटों में कमल खिलेगा।
प्रेस वार्ता के दौरान प्रदेश महामंत्री केदार कश्यप, पूर्व मंत्री व विधायक कृष्णमूर्ति बांधी मौजूद थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर, 21 जनवरी। भाजपा की दो दिवसीय प्रदेश कार्यसमिति के अंतिम दिन भाजपा के राष्ट्रीय सहसंगठन महामंत्री शिव प्रकाश, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, महामंत्री संगठन पवन साय ने कार्यकर्ताओं का मार्गदर्शन किया।
बैठक में पदाधिकारियों को मार्गदर्शन देते हुए शिव प्रकाश ने कहा कि लोगों की भावना के अनुरूप केंद्र सरकार की योजनाओं को लेकर लाभार्थियों से मिलकर उनकी समस्याओं का समाधान करने का यत्न करें।
उन्होंने कहा कि अब क्षेत्रीय ही नहीं बल्कि उससे सूक्ष्म स्थानीय विषयों पर चर्चा कर बूथ शक्ति का उपयोग करके आंदोलन खड़ा करें। छत्तीसगढ़ में 15 वर्ष में हमारे किए कार्य याद करें व 15 वर्ष के हमारे प्रयास से जनसामान्य के जीवन में जो सकारात्मक परिवर्तन आए है, वह जनता को याद दिलाएं। उन्होंने कहा कि भाजपा के 15 वर्ष के कार्यकाल हमारी शक्ति है व मोदी जी की आठ वर्ष का कार्यकाल हमारी प्रेरणा है ।
भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रमन सिंह ने कहा कि 15 वर्ष के भारतीय जनता पार्टी के कार्यकाल में हमने हर क्षेत्र के, हर वर्ग के, प्रत्येक व्यक्ति के निजी जीवन के प्रत्येक पहलुओं को छुआ है। उनके लिए विकास के कार्य किए हैं, उनके जीवन स्तर में उन्नति के लिए योजनाएं बनाई है। भूपेश बघेल की सरकार जनहित के बजाय स्वयं हित के कार्य कर रही है। जनता भूपेश सरकार के कार्यकाल से परेशान हो चुकी है हमें उन तक जाकर उनकी हिम्मत बनना है।
भाजपा संगठन महामंत्री पवन साय ने कहा कि संगठन की राष्ट्रीय कार्यसमिति के बाद हम प्रदेश की कार्यसमिति कर रहे हैं। अब 1 से 4 फरवरी तक जिला कार्यसमिति व 7 से 10 फरवरी तक मंडल कार्यसमिति संपन्न किए जायेंगे। उन्होंने पदाधिकारियों से कहा कि आप निरंतर जिला, मंडल तक प्रवास करके पार्टी के कार्यों में गति लाएं। उन्होंने बूथ की सक्रियता, मोर आवास मोर अधिकार, परीक्षा पर चर्चा, मन की बात, आदि कार्यक्रमों के लिए कार्ययोजना प्रस्तुत की।
बैठक के अंतिम दिन रायपुर संभाग प्रभारी व विधायक सौरभ सिंह ने कहा कि डबल इंजन की सरकार से ही छत्तीसगढ़ में संभव है। गरीब कल्याण विषय पर योजना प्रस्तुत की।
रायपुर, 21 जनवरी। क्रिकेट मैच के दौरान बीच मैदान में पहुंच कर एक बालक ने कप्तान रोहित शर्मा को हग किया। इस दौरान मैदान की भीतरी सुरक्षा सम्हाल रहे बाउंसर्स ने बालक को अपने कब्जे में किया। यह देख रोहित शर्मा ने पिच पर आए बाउंसर को अपने इस नन्हे फैन को डांटने और किसी अन्य तरीके का ग़ुस्सा न उतारने आगाह किया।
इस घटना के बाद सुरक्षा एजेंसियों में हलचल मच गई।
रायपुर, 21 जनवरी। कांग्रेस की प्रभारी कुमारी शैलजा, की उपस्थिति में महत्वपूर्ण बैठक राजीव भवन में हुई। पहली बैठक कांग्रेस के 85 वें अधिवेशन की तैयारियों और आयोजन के लिये एआईसीसी के निर्देश पर विभिन्न कमेटियों के गठन के लिये व्यापक चर्चा की गयी। राष्ट्रीय अधिवेशन के लिये कुल 17 कमेटियां बनाई जायेगी। आवास समिति, परिवहन समिति, चिकित्सा समिति, भोजन समिति, प्रचार समिति, साज-सज्जा समिति, पंडाल समिति, आम सभा समिति, स्मारिका समिति, प्रदर्शनी समिति, सेवादल वालेंटियर्स, कोआर्डिनेशन कमेटी, मंच प्रबंधन समिति, मीडिया सेंटर, इसके अलावा उप समितियां भी आवश्यकतानुसार बनाई जायेगी।
बैठक में प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम, प्रभारी सचिव डॉ. चंदन यादव, सप्तगिरी शंकर उल्का, मंत्री रविन्द्र चौबे, मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया, मंत्री जयसिंह अग्रवाल, अमरजीत भगत, राष्ट्रीय सचिव राजेश तिवारी, सांसद फूलोदेवी नेताम, प्रभारी महामंत्री अमरजीत चावला, के सलाहकार विनोद वर्मा, प्रभारी महामंत्री प्रशासन रवि घोष, प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला, महामंत्री पंकज शर्मा, निगम सभापति प्रमोद दुबे, महामंत्री पियुष कोसरे, महामंत्री चंद्रशेखर शुक्ला, महामंत्री अरूण सिसोदिया, सुमित्रा धृतलहरे, कन्हैया अग्रवाल, सेवादल के मुख्य संगठन अरूण ताम्रकार, रायपुर शहर जिला अध्यक्ष गिरीश दुबे, रायपुर ग्रामीण जिला अध्यक्ष उधो राम वर्मा उपस्थित थे।
बिना नंबर की बाईक में कैसे ट्रैफिक नियम और संस्कृति की उड़ा गया धज्जियां
भिलाई नगर, 21 जनवरी। दुर्ग जिले में हाल ही में सम्पन्न सड़क सुरक्षा सप्ताह में दोपहिया वाहन चालकों को हेलमेट और चार पहिया वाहन के लिए सीट बेल्ट आवश्यक किए जाने के साथ साथ यातायात नियमों का पालन करने का जहां लोगों ने संकल्प लिया वहीं भिलाई की सड़कों पर बिना नम्बर प्लेट की बाईक चला रहे युवक से रोमांस करती उससे चिपकी हुई युवती का विडियो सोशल प्लेटफार्म पर वायरल हो रहा है।
गौरतलब हो कि दुर्ग जिले में चलती बाइक पर कपल के रोमांस का यह वीडियो मानो पुलिस और ट्रैफिक नियमों को चिढ़ाने के लिए बना कर वायरल किया गया है। इस कपल को इस तरह भिलाई की सड़कों पर घूमता देख कई लोगों ने विडियो बना सोशल प्लेटफार्म पर पोस्ट कर दिया है। वीडियो में एक युवती बाइक की टंकी पर बैठी हुई नजर आ रही है। वो लड़के को गले लगाए हुए है। दोनों पूरे शहर में ऐसे ही घूमते नजर आए। इस दौरान उनके दोस्त दूसरी गाड़ियों में पीछे चल रहे थे और वो भी विडियो बनाते दिखे।
शनिवार की सुबह लगभग 10 बजे एक बिना नंबर की हाई स्पीड ब्लैक कलर की बाइक में एक लड़का भिलाई नगर के जयंती स्टेडियम पीछे वाले रास्ते से निकला। उसके पीछे कई स्कूटर और बाइक चालक चलते हुए वीडियो बना रहे थे। ग्लोब चौक पर भी लोगों ने देखा कि लड़का और लड़की एक बाइक में फिल्मी अंदाज में रोमांस कर रहे हैं। लड़की का चेहरा लड़के के जैकेट से छिपा हुआ था। ये लोग ग्लोब चौक से सेक्टर 8 फ्लाई ओवर होते हुए नेहरू नगर भेलवा तालाब के आगे कुछ देर रुके। उसके बाद वहां से स्मृति नगर के एक रेस्टोरेंट में चले गए। इस दौरान जिन लोगों ने भी इन्हें देखा, वह हैरान रह गए। दूसरे लोग भी पूरे घटनाक्रम का वीडियो बनाते दिखे। बाइक में बैठे लड़का लड़की के साथ ही एक स्कूटर सीजी 07 सीएफ 0919 चालक युवक और पीछे बैठी युवती भी उनके साथ रेस्टोरेंट तक गए। इससे साफ था कि बाइक सवार लड़का और लड़की ये सारा काम जानबूझकर खुलेआम कर रहे थे।
इस घटना के बाद पूरे शहर में चर्चा हो रही है कि एक तरफ जहां दुर्ग एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव आदेश दे रहे हैं कि यदि कोई भी बिना हेलमेट और सीट बेल्ट के गाड़ी चलाते मिला तो उस पर कार्रवाई होगी। वहीं ये दो मनचले युवक और युवती खुलेआम फिल्मी स्टाईल में ट्रैफिक नियमों की धज्जियां उड़ाते दिख रहे हैं। पुलिस विभाग से जब विडियो शेयर कर पूछा गया तो वहां से बताया गया कि यह मामला आईपीसी के सेक्शन 279 (खतरनाक ड्राइविंग) का बनता है। एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव ने कहा कि ट्रैफिक रूल का पालन करने के सख्त निर्देश दिए गए हैं। जो भी व्यक्ति रफ ड्राइविंग करते पाया जाएगा उसके खिलाफ गंभीर धाराओं के तहत कार्रवाई की जाएगी। इस विडियो में दिख रहे लोगों की तलाश जारी है।
रायपुर, 21 जनवरी। आज का यह मैच महज पांच घंटे ही हो सका। इस दौरान दोनों ही टीमों की पारियां खेली गईं। जो लोग आधी रात को आने का प्लान कर गए थे उन्हें मायूसी हाथ लगी। पहले ही मैच इतना छोटा देखने को मिला लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने मैच विनिंग स्पैल डालकर उन्हें एक तरह से खुश होने का अवसर दिया। टास जीतकर रोहित शर्मा ने पहले बालिंग का फैसला सफलीभूत किया। रोहित ने 84 मीटर लंबा छक्का जड़ा।
नववर्ष में लिया ईश्वर की नजदीकी में चलने का संकल्प भी
भिलाई, 21 जनवरी। छत्तीसगढ़ क्रिश्चयन फैलोशिप - भिलाई - दुर्ग ने शनिवार को बोरसी में वनभोज यानी पिकनिक का आयोजन किया। इस अवसर पर धन्यवादी पर्व भी मनाया गया। इसमें मसीही अंताक्षरी, मसीही नृत्य व सामूहिक गान, पहेली प्रतियोगिता व अन्य विधाओं की प्रस्तुति दी गई। इसमें दुर्ग -भिलाई के चर्चों के पास्टर्स, बच्चे, युवा, महिलाएं व मसीहीजन ने बड़ी संख्या में शामिल हुए।
इस मौके पर मुख्य अतिथि व मुख्य वक्ता समाजसेवी ज़ॉन राजेश पॉल ने मसीहीजनों से अपील की कि वे नए साल में परमेश्वर की नजदीकी में जीवन व्यतीत करें। ईश्वर की आज्ञाओं पर चलें। प्रभु यीशु के इस दुनिया में आने के उद्देश्य को पूरा करें। अपने जीवन के अभिप्राय को भी समझें। परमेश्वर से मागदर्शन मांगते हुए जीवन की योजना्ओं को भलीभूत करें। कार्यक्रम में विशेष अतिथि अध्यक्ष पास्टर राकेश प्रकाश व अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व अध्यक्ष डॉ. दीपक क्लाडियस थे। प्रारंभिक प्रार्थना पास्टर शाजीमोन ने की। स्तुति आराधना में पास्टर सालोमन जॉन व पास्टर रामकुमार की अगुवाई में हुई। विशेष गीत पास्टर डी. आनंद व उनकी पुत्रियों, मंजू लोकेश डहरिया ने गाए। कविता पाठ डॉ. अशोक सैमुएल ने किया। नृत्य लिविया शीबू व उनकी सहेलियों ने पेश किया।
बच्चों ने गवाही दी कि कैसे प्रभु ने उन्हें मौत के मुंह से निकालकर नई जिंदगी दी। बेबी ब्लेसी थॉमस वेंटिलेटर पर थी। बेबी सारा डेंगू से पीड़ित थी। बाबा शमुएल बी बीमार था। धन्यवादी भेंट के रूप में समाजजनों ने केक, लैंप, चावल, कलिंदर, पपीता, मुनगा, सब्जियां, स्टैंड, धार्मिक किताबें, खाद्य सामग्री आदि चढ़ाई। इसे समाजनों ने अच्छे दामों में खरीदा, ताकि दान का उपयोग भले कामों में किया जा सके। कार्यक्रम संचालन गॉडफ्रे ग्राहम ने किया। पास्टर शीहोन व पास्टर क्षमा ने गवाही दी। पास्टर छविलाल व शोरान ने धन्यवादी भेंट की गात गाया। सचिव पास्टर विनोद आचारी ने ध्न्यवाद ज्ञापन दिया। कोषाध्यक्ष पास्टर सुशीम गार्डिया, पास्टर सालोमन जॉन डॉ. गिरिश कुमार आदि भी विशेष रूप से शामिल हुए। पास्टर आरके नंदा ने अंतिम प्रार्थना की व आशीर्वचन दिया। विजेताओं को पुरस्कृत किया गया।
रायपुर, 21 जनवरी। भारत न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ दूसरा वन डे मैच जीतने के साथ ही सिरीज पर कब्जा कर लिया है. रायपुर के शहीद वीर नारायण सिंह स्टेडियम में खेले गए मैच में उसने न्यूज़ीलैंड को आठ विकेट से हरा दिया.
इससे पहले भारत ने टॉस जीत कर पहले फिल्डिंग करने का फैसला किया था. हालांकि इस दौरान कुछ ऐसा हुआ जिसकी वजह से रोहित शर्मा सोशल मीडिया पर कुछ देर के ट्रोल भी हुए.
टॉस के दौरान रवि शास्त्री, जवागल श्रीनाथ और न्यूज़ीलैंड के कप्तान टॉम लेथम के साथ रोहित शर्मा मैदान पर थे.
रोहित शर्मा ने सिक्का उछाला और वो टॉस भी जीते लेकिन वो ये भूल गए कि उन्हें गेंदबाज़ी चुननी है या बल्लेबाज़ी. यहां तक कि वो अपने माथे पर हाथ रखकर कुछ सेकेंड सोचते दिखे. वो थोड़ा अटके और फिर 'बॉलिंग' चुनी. (bbc.com/hindi)
कार्यसमिति की बैठक का समापन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर, 21 जनवरी। भाजपा की दो दिवसीय प्रदेश कार्यसमिति के अंतिम दिन भाजपा के राष्ट्रीय सहसंगठन महामंत्री शिव प्रकाश, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ रमन सिंह महामंत्री संगठन पवन साय ने कार्यकर्ताओं का मार्गदर्शन किया।
बैठक में पदाधिकारियों को मार्गदर्शन देते हुए शिव प्रकाश जी ने कहा कि लोगो की भावना के अनुरूप केंद्र सरकार की योजनाओं को लेकर लाभार्थियों से मिलकर उनकी समस्याओं का समाधान करने का यत्न करे। उन्होंने कहा कि अब क्षेत्रीय ही नहीं बल्कि उससे सूक्ष्म स्थानीय विषयों पर चर्चा कर बूथ शक्ति का उपयोग करके आंदोलन खड़ा करें। छत्तीसगढ़ में 15 वर्ष में हमारे किए कार्य याद करे व 15 वर्ष के हमारे प्रयास से जनसामान्य के जीवन में जो सकारात्मक परिवर्तन आए है वह जनता को याद दिलाए।
उन्होंने कहा कि भाजपा के 15 वर्ष के कार्यकाल हमारी शक्ति है व मोदी जी की आठ वर्ष का कार्यकाल हमारी प्रेरणा है।
भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रमन सिंह ने कहा कि 15 वर्ष के भारतीय जनता पार्टी के कार्यकाल में हमने हर क्षेत्र के, हर वर्ग के प्रत्येक व्यक्ति के निजी जीवन के प्रत्येक पहलुओं को छुआ है। उनके लिए विकास के कार्य किए हैं, उनके जीवन स्तर में उन्नति के लिए योजनाएं बनाई है। भूपेश बघेल की सरकार जनहित के बजाय स्वयं हित के कार्य कर रही है। भय और भ्रष्टाचार छत्तीसगढ़ की पहचान बन चुकी है जनता भूपेश सरकार के कार्यकाल से परेशान हो चुकी है हमें जनता तक जाकर उनकी हिम्मत बनना है।
भाजपा संगठन महामंत्री पवन साय ने कहा कि संगठन की राष्ट्रीय कार्यसमिति के बाद हम प्रदेश की कार्यसमिति कर रहे है। अब 1 से 4 फरवरी तक जिला कार्यसमिति व 7 से 10 फरवरी तक मंडल कार्यसमिति संपन्न किए जायेंगे। उन्होंने पदाधिकारियों से कहा कि आप निरंतर जिला, मंडल तक प्रवास करके पार्टी के कार्यों में गति लाएं। उन्होंने बूथ की सक्रियता, मोर आवास मोर अधिकार, परीक्षा पर चर्चा, मन की बात, आदि कार्यक्रमों के लिए कार्ययोजना प्रस्तुत की।
बैठक के अंतिम दिन रायपुर संभाग प्रभारी व विधायक सौरभ सिंह ने डबल इंजन की सरकार से ही छत्तीसगढ़ में संभव है, गरीब कल्याण विषय पर योजना प्रस्तुत की।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने कहा कि 16 राज्यों में डबल इंजन की सरकार विकास के नए आयाम बना रहे हैं। केंद्र सरकार बिना भेदभाव के छत्तीसगढ़ को मनमोहन सिंह के समय से 4 गुना अधिक पैसा भेज रही है। परंतु यह सरकार पूर्वाग्रह से ग्रसित होकर जनहित के कार्य रोक रहे हैं। 4 साल में छत्तीसगढ़ के विकास की जगह लूट और भ्रष्टाचार हुआ है अगर छत्तीसगढ़ को पुन: विकास के रास्ते पर लाना है तो अगले चुनाव में डबल इंजन की सरकार बनानी होगी और जिस प्रकार जनता का रुख दिख रहा है यह निश्चित है कि 2023 में भाजपा जीतेगी और छत्तीसगढ़ में डबल इंजन की सरकार के साथ जनता के विकास के नए रास्ते खुलेंगे।
प्रदेश कार्यसमिति में पूर्व प्रदेश संगठन महामंत्री रामप्रताप सिंह, भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष मधुसूदन यादव, भूपेन्द्र सवन्नी, लखनलाल देवांगन, लक्ष्मी वर्मा, संजय श्रीवास्तव,अखिलेश सोनी,ललन सिंह, उध्देश्वरी पैकरा, सरला कोसरिया, प्रदेश मंत्री ओजस्वी मंडावी, परमेश्वरी राजवाड़े, प्रदेश कोषाध्यक्ष नंदन जैन, कार्यालय मंत्री नरेश गुप्ता,सह प्रभारी रजनीश शुक्ला, यशवंत जैन, मीनल चौबे सहित सभी जिला अध्यक्ष व कार्यसमिति सदस्य उपस्थित थे।
सीरिज पर कब्जा, गेंदबाजों का शानदार प्रदर्शन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 21 जनवरी। भारत ने मात्र दो विकेट खोकर 109 रनों का लक्ष्य हासिल कर जीत दर्ज की। इसके साथ ही भारत ने सीरिज पर भी कब्जा कर लिया। कप्तान रोहित शर्मा ने अद्र्धशतक लगाया और चौके-छक्के मारकर दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया। ईशान किशन ने अपनी पारी में तीन चौके लगाए। शुभमन गिल 40 रन बनाकर नाबाद रहे।
इससे पहले वीर नारायण सिंह स्टेडियम के बीच मैदान में टॉस के साथ ही रायपुर क्रिकेट के अंतरराष्ट्रीय नक्शे में शामिल हो गया। वीर नारायण सिंह स्टेडियम में पहले इंटरनेशनल क्रिकेट मैच में रिकॉर्ड बन रहा है। न्यूजीलैंड ने 33 ओव्हर में सभी विकेट खोकर 109 रन बनाए। इस दौरान एक भी छक्का नहीं लगा है।
भारत ने टॉस जीतकर न्यूजीलैंड को पहली बल्लेबाजी का मौका दिया, और शुरू के 10 ओवर में 15 रन पर न्यूजीलैंड के 5 विकेट गिर चुके थे। पिच गेंदबाजों को मदद कर रही है, और दोनों तेज गेंदबाज मोहम्मद शामी व मोहम्मद सिराज के आगे न्यूजीलैंड बल्लेबाज बेबस नजर आए। शामी ने तीन विकेट लिए। साथ ही हार्दिक पांड्या को दो विकेट मिला।
विश्व रिकॉर्ड तो डबल सेंचुरी बनाने वाले तीन खिलाड़ी रोहित शर्मा, ईशान किशन और शुभमन गिल एक साथ उतरेंगे। इसके अलावा पहला टॉस रोहित शर्मा ने जीता, न्यूजीलैंड पहली बैटिंग करने वाली टीम,मोहम्मद शामी पहली गेंद फेंकने वाले बालर उसे खेलने वाला एलन बल्लेबाज पहला विकेट एलन का शामी ने अपने पहले ओवर पांचवीं गेंद पर लिया। यह ओवर मेडन भी था। इसके बाद विकेट गिरना जारी रहा। पिछले मैच में शतक ठोकने वाले बे्रसवेल ने पारी को संभालने की कोशिश की, और कुछ अच्छे शॉट भी लगाए। लेकिन वो भी शामी की शॉटपिच गेंद पर अपना कैच विकेट कीपर ईशान किशन को थमा गए।
रायपुर, 21 जनवरी । मोहम्मद शमी की अगुआई वाले तेज गेंदबाजी आक्रमण ने मुश्किल पिच पर शानदार प्रदर्शन किया जिससे भारत शनिवार को यहां दूसरे वनडे में न्यूजीलैंड को 108 रन पर समेट दिया।
न्यूजीलैंड ने 11वें ओवर में 15 रन पर पांच विकेट गंवा दिये थे जिससे शहीद वीर नारायण सिंह स्टेडियम में मौजूद क्रिकेट के जुनूनी दर्शकों को जल्दी मैच खत्म होने का डर लग रहा था।
शमी (18 रन देकर तीन विकेट) और मोहम्मद सिराज (10 रन देकर एक विकेट) ने गेंदबाजों के मुफीद पिच पर अपनी बेहतरीन सीम गेंदबाजी से बल्लेबाजों के लिये रन जुटाना मुश्किल कर दिया। गेंद रूककर आ रही थी जिससे बल्लेबाजों के लिये एक एक रन जोड़ना कठिन था।
सलामी बल्लेबाज फिल एलेन खाता भी नहीं खोल सके और शमी की फुल लेंथ गेंद को चूक गये जो उनके स्टंप उखाड़ कर चली गयी। फिर सिराज की गेंद तीसरे नंबर के बल्लेबाज हेनरी निकोल्स का बल्ले का किनारा लेकर शुभमन गिल के हाथों में पहुंच गयी।
शमी और हार्दिक पंड्या (16 रन देकर दो विकेट) के शानदार रिटर्न कैच ने फिर न्यूजीलैंड को और परेशानी में डाल दिया। शमी ने डेरिल मिचेल को अपनी ही गेंद पर आउट किया जो उनकी गेंद को फ्लिक करने की कोशिश कर रहे थे।
वहीं हार्दिक का 10वें ओवर में डेवोन कॉनवे का अपनी ही गेंद पर एक हाथ से कैच लपकना बेहतरीन रहा। शार्दुल ठाकुर (26 रन देकर एक विकेट) भी एक विकेट झटकने में सफल रहे जब उनकी गेंद टॉम लॉथम के बल्ले का किनारा लेकर शुभमन गिल के हाथों में चली गयी। न्यूजीलैंड के कप्तान ने लूज शॉट खेला और गिल ने भी स्लिप में आसान कैच लपक लिया।
न्यूजीलैंड की टीम मुश्किल में थी लेकिन पिछले मैच के शतकवीर माइकल ब्रेसवेल (22 रन) क्रीज पर थे तो उम्मीद बंधी हुई थी। उनके साथ उनके जितने ही खतरनाक ग्लेन फिलिप्स (36 रन) भी क्रीज पर थे।
ब्रेसवेल ने शमी पर कवर पर चौका जड़कर इरादे जाहिर कर दिये। उन्होंने 19वें ओवर में लगातार चौके खाने के बाद शमी ने एक तेज बाउंसर फेंका और ब्रेसवेल इसे पुल करने की कोशिश में बल्ला छुआकर विकेटकीपर ईशान किशन को कैच दे बैठे।
हैदराबाद में पहले वनडे में अर्धशतक जड़ने वाले मिचेल सैंटनर (27 रन) फिर फिलिप्स के साथ क्रीज पर थे। इन दोनों ने सातवें विकेट के लिये 47 रन की साझेदारी निभाकर टीम को 100 रन के पार कराया। हालांकि ये दोनों छह गेंद के अंदर आउट हो गये जिससे न्यूजीलैंड की वापसी करने की उम्मीद भी खत्म हो गयी।
सैंटनर हार्दिक की गेंद पर बोल्ड हुए जबकि फिलिप्स ने वाशिंगटन सुंदर (सात रन देकर दो विकेट) की गेंद पर सूर्यकुमार यादव को कैच दे दिया। (भाषा)
कुलदीप यादव (29 रन देकर एक विकेट(ने 11वें नंबर के ब्लेयर टिकनर को आउट कर न्यूजीलैंड की पारी 34.3 ओवर में समाप्त की।
अभी एक भी सदस्य नहीं है...
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 21 जनवरी। सरकार ने रेरा चेयरमैन, और एक सदस्य की नियुक्ति के लिए आवेदन बुलाए हैं। फिलहाल अभी एक भी सदस्य नहीं है। चेयरमैन का कार्यकाल खत्म हो चुका है।
सरकार ने पहले रेरा सदस्य की नियुक्ति के लिए आवेदन बुलाए थे। कुल 9 आवेदन आए। बिलासपुर हाईकोर्ट के जस्टिस संजय के अग्रवाल की अध्यक्षता में चयन समिति बनी हुई है। यह समिति आवेदनों पर विचार कर अपनी अनुशंसा सरकार को भेजेगी।
बताया गया कि सरकार ने चेयरमैन के साथ-साथ एक और सदस्य की नियुक्ति के लिए आवेदन बुला लिए हैं। 10 फरवरी तक आवेदन किए जा सकते हैं। चेयरमैन विवेक ढांड का कार्यकाल 15 जनवरी को खत्म हुआ। इसके बाद सदस्य न होने की वजह से रेरा के प्रावधानों के मुताबिक विधिक सलाहकार दीपा कटारे, और रजिस्ट्रार डॉ. अनुप्रिया मिश्रा को सुनवाई का जिम्मा दिया है।
सरकार ने नियुक्ति के लिए विज्ञापन जारी किए हैं। इसमें यह कहा गया कि चेयरमैन, और सदस्य के लिए ऐसे व्यक्तियों, सुसंगत क्षेत्रों में तकनीकी विशेषज्ञों में से की जायेगी, जिनके पास शहरी विकास, आवासन, भू-संपदा विकास, अवसंरचना, अर्थव्यवस्था, योजना, विधि, वाणिज्य, लेखाकर्म, उद्योग, प्रबंधन, समाज सेवा, लोक कार्यो और प्रशासन में अध्यक्ष की दशा में कम से कम 20 वर्ष और सदस्य की दशा में कम से कम 15 वर्ष का पर्याप्त ज्ञान और वृत्तिक अनुभव हो।
रेरा चेयरमैन के लिए हेडऑफ फॉरेस्ट फोर्स संजय शुक्ला, मुदित कुमार सिंह, रिटायर्ड एसीएस सीके खेतान, केडीपी राव, सदस्य पद के लिए निरंजन दास, युनुस अली, एके टोप्पो, जयसिंह मस्के, एसएस बजाज सहित कई रिटायर्ड अथवा रिटायरमेंट के नजदीक अफसरों के नाम चर्चा में है।
रायपुर, 21 जनवरी। सीएम भूपेश बघेल के साथ मैच देखने प्रदेश प्रभारी सुश्री शैलजा, और अन्य नेता पहुंचे थे। राज्यसभा सांसद राजीव शुक्ला, और सरकार के मंत्री डॉ. शिव डहरिया, संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत भी थे। सीएम ने स्टेडियम का चक्कर लगाया, दर्शकों का अभिवादन किया।
चैट से फैलती नफरत
इन दिनों मीडिया में तैर रहे छत्तीसगढ़ के कई अफसरों के कहे जा रहे चैट को लेकर बड़ी सनसनी फैली हुई है। लोगों को यह भी हैरानी हो रही है कि सुप्रीम कोर्ट में ईडी के दाखिल किए हुए चैट किस तरह बाहर आ रहे हैं। लेकिन वह एक अलग बहस हो सकती है कि वे किस तरह बाहर आए हैं, वे चैट क्या कहते हंै, यह बहस बुनियादी होनी चाहिए। लिफाफे पर क्यों झगडऩा जब खत का मजमूं बहस के लिए मौजूद है। फिलहाल मीडिया में न सही, लोगों के बीच तो यह बहस चल ही रही है, और कई लोगों का आपसी विश्वास अब कुछ बरस बाद जाकर चूर-चूर हो जा रहा है कि उनके करीबी लोग उनके बारे में कैसी सोच रखते थे। ऐसी चैट पर कानूनी कार्रवाई तो कहां तक पहुंचेगी यह तो पता नहीं, लेकिन लोगों में एक-दूसरे के खिलाफ नफरत तो इससे फैल ही रही है।
अब किस राजधानी में बैठकर कौन से भूतपूर्व या वर्तमान अफसर ऐसी जानकारियां फैला रहे हैं, इन्हें लेकर अटकलें चल ही रही हैं। जितने मुंह, उतनी बातें। फिलहाल हर दिन कुछ लोग ऐसे कई और दस्तावेज मुहैया कराने की बात कर रहे हैं, और इन्हें पढक़र भी लोग अपने मन का फैसला लेते हैं, हर बात के लिए अदालती फैसला जरूरी नहीं होता।
अजय को महत्व की चर्चा
पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर पार्टी के ताकतवर नेता बृजमोहन अग्रवाल से आगे निकल गए हंै। अजय, बृजमोहन के साथ हमसाए की तरह रहे हैं, लेकिन अब उनकी दिल्ली दरबार में अलग पैठ बन चुकी है। अजय राष्ट्रीय कार्यसमिति के सदस्य हैं। और दो दिन पहले दिल्ली में राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक में पार्टी के तमाम बड़े नेताओं से काफी कुछ चर्चा हुई थी।
कार्यसमिति निपटने के बाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने उन्हें अपने निवास बुलवाया, और छत्तीसगढ़ की राजनीतिक स्थिति पर घंटेभर चर्चा की। यह सब तब हुआ, जब बृजमोहन अपनी बेटी की शादी का निमंत्रण देने के लिए दिल्ली में ही थे, और वो नड्डा से मेल-मुलाकात की कोशिश में थे। बृजमोहन के साथ पूर्व विधानसभा अध्यक्ष प्रेम प्रकाश पांडेय भी थे। अजय को हाईकमान जिस तरह महत्व दे रहा है, उसकी पार्टी के भीतर खूब चर्चा हो रही है।
दूसरी शादी
मकर संक्रांति के बाद शादी-ब्याह का सीजन शुरू हो गया है। अब एक आईएएस दोबारा परिणय सूत्र में बंधने जा रहे हैं। पहली शादी का विच्छेद हो गया है। दूसरी शादी दिल्ली की रहने वाली आईआरएस अफसर से तय हुई है। फरवरी में शादी होगी। अफसर ने शादी को लेकर ज्यादा लोगों को जानकारी नहीं दी है, और सादे समारोह में शादी निपटाने के मूड में है। अलबत्ता, विभाग में जरूर इसको लेकर कानाफूसी हो रही है।
नाराजगी जताने जूतों की माला!
सूरजपुर के जनपद पंचायत अध्यक्ष जगलाल सिंह जूतों की माला लटकाए अपने कार्यालय पहुंचे। किसी और ने नहीं, उन्होंने इसे खुद पहना था। कांग्रेस समर्थक इस जनप्रतिनिधि को शिकायत है कि यातायात सुरक्षा सप्ताह के समापन पर आयोजित कार्यक्रम में अफसरों और दूसरे जनप्रतिनिधियों को मंच पर बुलाया गया लेकिन वे सामने बैठे रहे, बुलाना तो दूर किसी ने नाम लेने की औपचारिकता भी नहीं निभाई। वे 108 गांवों के 2.5 लाख लोगों के प्रतिनिधि हैं। ऐसी उपेक्षा क्यों? उनका कहना है कि वे इसी तरह रायपुर में पार्टी नेताओं से मिलने जाएंगे और अधिकारियों की शिकायत करेंगे।
जगलाल जी को समझना चाहिए कि ऐसी उपेक्षा तो कुछ मंत्रियों और विधायकों की भी अक्सर हो जाती है। आपकी परवाह क्या कोई करेगा?
सिंहदेव समर्थकों से भाजपा की उम्मीद
सरगुजा में भाजपा कार्यसमिति की बैठक हुई। संभाग में 14 सीटें हैं। सन् 2018 के चुनाव में भाजपा यहां पूरी तरह साफ हो गई और कोई सीट नहीं मिली। हालांकि इसके बाद हुए लोकसभा चुनाव में रेणुका सिंह ने जीत दर्ज की जो अब केंद्रीय राज्य मंत्री हैं। शनिवार को यहां जनजाति अधिकार सम्मेलन भी रखा गया है। वैसे तो बस्तर सहित प्रदेश के सभी संभागों में बैठक और सम्मेलन होने वाले हैं, पर सरगुजा से इन दिनों भाजपा को एक अलग संभावना दिख रही है। निगाह सरगुजा के कद्दावर केबिनेट मंत्री टीएस सिंहदेव के समर्थकों के रुख पर है। सिंहदेव ने स्वयं के बारे में हाल में स्पष्ट कर दिया है कि वे कभी भी भाजपा में नहीं जाएंगे। उनके सिद्धांत और विचारों से वे असहमत हैं, पीढिय़ों से परिवार कांग्रेस में ही रहा है। सिंहदेव अगला चुनाव लड़ेंगे या नहीं, इसे लेकर भी असमंजस में हैं। पर, इस ऊहापोह में उनके भरोसे राजनीति कर रहे, सत्ता का आनंद उठा रहे समर्थकों में बेचैनी है। उन्हें अपने राजनीतिक ठिकाने की चिंता तो होगी? मुमकिन है, कुछ लोग सरगुजा में प्रभाव रखने वाले कांग्रेस के दूसरे खेमे से नजदीकी बढ़ाएंगे तो कई लोग सिंहदेव के प्रति निष्ठा बनाए रखते हुए राजनीतिक गतिविधियां सीमित कर लेंगे। पर, बहुत से लोग ऐसे भी होंगे, जिनको भाजपा टटोल सकती है। कार्यसमिति की बैठक में पहुंचे विधायक व पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर के बयान से यह साफ होता है कि भाजपा मान रही है कि सीधे-सीधे सिंहदेव को भाजपा में नहीं लाया जा सकता। चंद्राकर ने पत्रकारों से कहा- हमने उन्हें बुलाया ही नहीं है, पर सरगुजावासी कांग्रेस को हराकर सिंहदेव के अपमान का बदला लें। जाहिर है, सिंहदेव के सरगुजावासी समर्थक उनकी यह बात सुन रहे होंगे।
इज्जत से पीने का इंतजाम हो...
प्रदेश सरकार के खजाने में अच्छा-खासा योगदान देने के बावजूद मदिरा प्रेमी सुविधाओं के लिए तरसते हैं। उन्हें लगता है कि उनकी सुनेगा कौन? फिर शराब पीने की उनकी आदत जगजाहिर हो जाएगी, इससे बदनामी होगी, और शिकायत नहीं करते। मगर, सरगुजा के एक ‘सामाजिक कार्यकर्ता’ ने उनके अधिकार की आवाज उठाई है। जन-चौपाल में उन्होंने कलेक्टर को आवेदन दिया है, जिसमें लिखा है कि शहर में संचालित शराब दुकानों में शेड नहीं होने के कारण मदिरापान के लिए भटकना पड़ता है। अनेक बार उन्हें घोर अपमान का सामना करना पड़ता है। मदिरा दुकान परिसर में बिजली, पानी, पंखे की सुविधा सहित शेड निर्माण कराएं ताकि मद्यपान निर्भय होकर किया जा सके।
वैसे, उम्मीद नहीं है कि आबकारी अधिकारी यह मांग पूरी होने देंगे, क्योंकि इससे शराब दुकानों के पास चल रही चखना दुकानों से हो रही उनकी ऊपरी कमाई मारी जाएगी।
भारतीय गेंदबाजों का जोरदार प्रदर्शन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 21 जनवरी। वीर नारायण सिंह स्टेडियम के बीच मैदान में टॉस के साथ ही रायपुर क्रिकेट के अंतरराष्ट्रीय नक्शे में शामिल हो गया। वीर नारायण सिंह स्टेडियम में पहले इंटरनेशनल क्रिकेट मैच में रिकॉर्ड बन रहा है। न्यूजीलैंड ने 33 ओव्हर में सभी विकेट खोकर 109 रन बनाए। इस दौरान एक भी छक्का नहीं लगा है।
भारत ने टॉस जीतकर न्यूजीलैंड को पहली बल्लेबाजी का मौका दिया, और शुरू के 10 ओवर में 15 रन पर न्यूजीलैंड के 5 विकेट गिर चुके थे। पिच गेंदबाजों को मदद कर रही है, और दोनों तेज गेंदबाज मोहम्मद शामी व मोहम्मद सिराज के आगे न्यूजीलैंड बल्लेबाज बेबस नजर आए। शामी ने तीन विकेट लिए। साथ ही हार्दिक पांड्या को दो विकेट मिला।
विश्व रिकॉर्ड तो डबल सेंचुरी बनाने वाले तीन खिलाड़ी रोहित शर्मा, ईशान किशन और शुभमन गिल एक साथ उतरेंगे। इसके अलावा पहला टॉस रोहित शर्मा ने जीता, न्यूजीलैंड पहली बैटिंग करने वाली टीम, मोहम्मद शामी पहली गेंद फेंकने वाले बालर उसे खेलने वाला एलन बल्लेबाज पहला विकेट एलन का शामी ने अपने पहले ओवर पांचवीं गेंद पर लिया। यह ओवर मेडन भी था। इसके बाद विकेट गिरना जारी रहा। पिछले मैच में शतक ठोकने वाले बे्रसवेल ने पारी को संभालने की कोशिश की, और कुछ अच्छे शॉट भी लगाए। लेकिन वो भी शामी की शॉटपिच गेंद पर अपना कैच विकेट कीपर ईशान किशन को थमा गए।
हिंदुस्तान की हीरा राजधानी सूरत के एक कारोबारी जौहरी की आठ बरस की बेटी ने अभी सांसारिकता छोडक़र संन्यास लिया तो पहले हीरो से लदी हुई उसकी तस्वीर आई, और फिर सिर मुंडाए हुए जैन साध्वी के सफेद सूती कपड़ों में। उसके आसपास के लोगों का कहना है कि उसकी शुरू से धर्म में दिलचस्पी थी, और उसने कभी टीवी, मोबाइल या फिल्में नहीं देखीं, कभी वह मॉल या रेस्त्रां नहीं गई थी। उसके मां-बाप का कहना है कि वह साध्वी बनना चाहती थी, और अगर वह परिवार में रहती तो अपने करोड़पति-अरबपति पिता की वारिस रहती। जैन समाज में पहले भी बहुत से बच्चे दीक्षा लेकर घर छोडक़र जा चुके हैं, लेकिन आठ बरस की यह लडक़ी शायद उनमें भी कुछ कम उम्र की ही है। गुजरात में एक बड़े समारोह में देवांशी संघवी नाम की इस बच्ची की दीक्षा हुई, और वह बाकी साध्वी के साथ चली गई।
जैन समाज में नाबालिग और नाबालिगों में भी बहुत कम उम्र के बच्चों के संन्यास ले लेने की खबरें हर कुछ महीनों में आती रहती हैं। इस समाज के भीतर के कुछ लोग, और बाहर के कुछ लोग यह मानते हंै कि यह कम उम्र बच्चों के साथ एक धार्मिक ज्यादती है जिन्होंने अभी दुनिया को ठीक समझा नहीं है। जैन समाज के धर्मालु लोग लगातार ऐसी दीक्षा के हिमायती बने रहते हैं, और उनका यह मानना है कि इसे बच्चों पर जुल्म करार देते हुए अदालत तक जाने वाले लोग गलत थे। यह मामला एक वक्त मुंबई हाईकोर्ट तक पहुंचा था, और उसका नतीजा अभी हमें ठीक से याद नहीं है। लेकिन अदालत ने सुनवाई के दौरान एक वक्त इतना जरूर कहा था कि बच्चों की दीक्षा को लेकर कुछ तय किए जाने की जरूरत है। और जजों ने यह माना था कि आठ बरस की बच्ची की दीक्षा को लेकर मां-बाप के इन तर्कों को नहीं माना जा सकता कि बच्ची ने खुदी ने यह फैसला लिया है। 2008 की उस सुनवाई में बॉम्बे हाईकोर्ट ने यह भी कहा था कि अदालत इतनी छोटी बच्ची के संन्यास को चुप बैठकर देखते नहीं रह सकती। उसी वक्त मानो इसके जवाब में गुजराती की एक पत्रिका ने जैन धर्म गुरुओं के लेखों का एक विशेषांक निकाला था जिसमें बाल दीक्षा की वकालत की गई थी। बाल दीक्षा विशेषांक में कई अदालतों के ऐसे आदेश अपने तर्क के रूप में छापे गए थे जिनमें अदालतों ने इस रीति-रिवाज का समर्थन किया था। राजस्थान हाईकोर्ट ने अपने एक फैसले में यह कहा था कि दीक्षा को लेकर नियम बनाना धार्मिक मामलों में दखल देना होगा। इस अदालत ने बाल दीक्षा को हिंदुओं के जनेऊ संस्कार की तरह माना था।
बच्चों को धार्मिक दीक्षा दिलाकर उन्हें अगर पारिवारिक जीवन से अलग कर दिया जाता है, और बाकी जिंदगी के लिए संन्यासी जीवन में डाल दिया जाता है, तो यह हमारे हिसाब से उन बच्चों के मानवीय अधिकारों का हनन है। किसी को भी बालिग होने के पहले ऐसे संन्यासी जीवन में डालना उन बच्चों के अपने हितों के खिलाफ है जिन्होंने अभी पूरी दुनिया नहीं देखी है, आगे की पूरी जिंदगी को लेकर जिनका कोई अंदाज नहीं है। अपने परिवार में धार्मिक वातावरण देखकर कई बच्चों का इस तरह का रूझान हो सकता है, लेकिन उससे उनका वह फैसला स्वाभाविक फैसला नहीं माना जा सकता। जिस तरह वोट देने की एक उम्र होती है, गाड़ी चलाने की एक उम्र होती है, सेक्स की सहमति देने की भी एक न्यूनतम उम्र सीमा तय की गई है, एक उम्र के पहले शादी पर कानूनी रोक है। इसी तरह किसी के संन्यास पर उसके बालिग होने तक रोक होनी चाहिए। हमारी सामान्य समझ यह कहती है कि किसी धर्म के लिए भी यह ठीक नहीं है कि वह इतने छोटे बच्चों को परिवारों से अलग करके संन्यासी बनाए। इंसान इसी तरह के सामाजिक प्राणी हैं कि उनका विकास परिवार और समाज के बीच कई तरह के अंतरसंबंधों के चलते होता है, और उन सबसे उन्हें काटकर सिर्फ संन्यास जीवन में रखना उनके अपने शारीरिक और मानसिक, बौद्धिक और आध्यात्मिक विकास के लिए ठीक नहीं है। जिन बच्चों की धर्म में अधिक दिलचस्पी है, वे परिवार के भीतर रहते हुए भी धर्म को बेहतर हद तक समझ सकते हैं। इसके बाद जब वे बालिग हों, तो वे अपने परिपक्व विवेक का इस्तेमाल करके संन्यास ले सकते हैं।
जो लोग इसे एक धार्मिक रिवाज मानते हैं, और इसके लिए नियम बनाने को धर्म में दखल मानते हैं, उन लोगों को यह भी समझना चाहिए कि एक वक्त हिंदू समाज में, और शायद कुछ दूसरे समाजों में भी बालविवाह प्रचलित थे, और उसके खिलाफ कड़े कानून बनाने, सामाजिक जागरूकता फैलाने, और सरकारी रोकथाम करने के बावजूद आजतक दस-बीस फीसदी शादियां बालविवाह हो रही हैं। इसी तरह एक वक्त हिंदू धर्म में पति खो चुकी महिला को सामाजिक दबाव में सती बनाने की अमानवीय परंपरा थी, जिसे कड़ा कानून बनाकर किसी तरह रोका गया। आज भी मुस्लिमों के बीच नाबालिग लडक़ी की शादी को सामाजिक, और मुस्लिम विवाह कानून के तहत मंजूरी हासिल है, और इसके खिलाफ भी एक जनमत तैयार किया जा रहा है। जैन समाज को भी यह सोचना चाहिए कि अपरिपक्व उम्र में बच्चों का लिया गया फैसला इस समाज को बेहतर साधू-साध्वी नहीं दे सकता। अगर समाज को अपने धर्म को परिपक्व बनाकर रखना है, तो उसे कम उम्र बच्चों को संन्यास में भेजने का काम बंद करना होगा। यह तर्क किसी काम का नहीं है कि ये छोटे बच्चे अपनी मर्जी से संन्यास लेते हैं। इतने छोटे बच्चे अपनी मर्जी से पिकनिक पर भी नहीं जा सकते, कोई फिल्म देखने भी नहीं जा सकते, किसी दोस्त या सहेली के घर की दावत में भी नहीं जा सकते, इसलिए यह मान लेना निहायत गलत बात होगी कि वे संन्यास में जाने का फैसला लेने के काबिल हैं। जब परिवारों का माहौल बहुत अधिक धार्मिक होता है, जब परिवार ऐसी ही सामाजिकता के बीच जीता है, जब ऐसे बच्चों के सामने बार-बार ऐसी कहानियां आती हैं कि किस शहर में जैन समाज के किस उम्र के बच्चे या बच्ची ने संन्यास ले लिया है, तो उनकी बचपन की सोच उसी के असर से प्रभावित होने लगती है। ऐसे असर के बीच लिया गया कोई फैसला उन बच्चों का परिपक्व फैसला नहीं माना जा सकता। हमारा यह भी मानना है कि कोई भी धर्म बाल संन्यासियों से समृद्ध नहीं हो सकता, उसके लिए कम से कम बालिग हो चुके, सांसारिकता को देख चुके, और उसके बाद उसे छोडऩे का फैसला ले चुके संन्यासियों की जरूरत होती है। हिंदुस्तान का अदालती कानून धार्मिक मामलों से बचते हुए चलता है, लेकिन जैन समाज को किसी अदालत का इंतजार नहीं करना चाहिए, उसे खुद होकर ऐसा सुधारवादी कदम उठाना चाहिए कि सिर्फ वयस्क लोग ही संन्यास का फैसला ले सकें।
रायपुर, 21 जनवरी। भारत और न्यूजीलैंड के बीच छत्तीसगढ़ के रायपुर में दूसरे एकदिवसीय मैच के टॉस के दौरान कप्तान रोहित शर्मा के साथ ऐसा वाकया हुआ जिसके बाद वो सोशल मीडिया पर ट्रोल हो रहे हैं।
दरअसल, टॉस के दौरान रवि शास्त्री, जवागल श्रीनाथ और न्यूज़ीलैंड के कप्तान टॉम लेथम के साथ रोहित शर्मा मैदान पर थे।
रोहित शर्मा ने सिक्का उछाला और वो टॉस भी जीते लेकिन वो ये भूल गए कि उन्हें गेंदबाजी चुननी है या बल्लेबाजी। यहां तक कि वो अपने माथे पर हाथ रखकर कुछ सेकेंड सोचते दिखे। वो थोड़ा अटके और फिर बॉलिंग चुनी।
इस वाकये पर रवि शास्त्री, जवागल श्रीनाथ के साथ ही टॉम लेथम हंसते दिखे। बीसीसीआई ने ये वीडियो अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर भी किया है।
लेकिन सोशल मीडिया पर कप्तान रोहित शर्मा के इस वीडियो को लेकर मीम की बाढ़ आ गई है।
एक यूजर ने विराट कोहली का पुराना वीडियो शेयर किया है जिसमें वो कह रहे हैं कि रोहित शर्मा सबसे ज्यादा चीजें भूलते हैं।
वहीं, कुछ यूजर रोहित शर्मा की तुलना गजनी फिल्म में आमिर ख़ान के किरदार से कर रहे हैं, जिन्हें भूलने की बीमारी थी। (bbc.com/hindi)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 21 जनवरी। वीर नारायण सिंह स्टेडियम के बीच मैदान में टॉस के साथ ही रायपुर क्रिकेट के अंतरराष्ट्रीय नक्शे में शामिल हो गया। वीर नारायण सिंह स्टेडियम में पहले इंटरनेशनल क्रिकेट मैच में रिकॉर्ड बन रहा है। भारत ने टॉस जीतकर न्यूजीलैंड को पहली बल्लेबाजी का मौका दिया, और शुरू के 10 ओवर में 15 रन पर न्यूजीलैंड के 5 विकेट गिर चुके थे। पिच गेंदबाजों को मदद कर रही है, और दोनों तेज गेंदबाज मोहम्मद शामी व मोहम्मद सिराज के आगे न्यूजीलैंड बल्लेबाज बेबस नजर आ रहे हैं।
विश्व रिकॉर्ड तो डबल सेंचुरी बनाने वाले तीन खिलाड़ी रोहित शर्मा, ईशान किशन और शुभमन गिल एक साथ उतरेंगे। इसके अलावा पहला टॉस रोहित शर्मा ने जीता, न्यूजीलैंड पहली बैटिंग करने वाली टीम, मोहम्मद शामी पहली गेंद फेंकने वाले बालर उसे खेलने वाला एलन बल्लेबाज पहला विकेट एलन का शामी ने अपने पहले ओवर पांचवीं गेंद पर लिया। यह ओवर मेडन भी रहा।