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कुछ दिन पहले कांग्रेस में शामिल हुए पप्पू यादव ने लोकसभा चुनावों के मद्देनज़र मीडिया से बात की है.
लोकसभा में पूर्णिया और मधेपुरा सीट का प्रतिनिधित्व कर चुके पप्पू यादव इस बार के चुनावों में कांग्रेस के टिकट पर लड़ना चाह रहे थे. मगर इंडिया गठबंधन के सहयोगी दल लालू प्रसाद यादव की आरजेडी ने सीटों के बंटवारे में कोशी और सीमांचल की ज्यादातर सीटें अपने पास रख लीं और कटिहार और किशनगंज की सीट कांग्रेस को दीं.
इस बारे में जब पप्पू यादव से मीडिया ने सवाल किया तो वो बोले, ''पूर्णिया में दुश्मनी किस बात से है. ये पूर्णिया है, मधेपुरा नहीं है. यहां की जनता को कोई चुनौती नहीं दे सकता. हम आपकी (लालू यादव की) इज़्ज़त करते हैं. पर पप्पू यादव से इतनी नफरत क्यों. किस बात को लेकर? कौन सी दुश्मनी आप निकाल रहे हैं?''
पप्पू यादव बोले, ''आप देश बचाने के लिए लड़ रहे हैं या देश को बेचने के लिए लड़ रहे हैं. हम आपसे एक सीट मांगा था. मैंने कहा था कि अगर आपको कांग्रेस के साथ दिक्कत है तो मैं आपके साथ आ रहा हूं, आप मुझे पूर्णिया सीट दे दो. तब भी नहीं. चार बार हम सांसद रहे हैं. दो बार मधेपुरा से रहे. सुपौल, मधेपुरा, अररिया और पूर्णिया भी ले लिए. मतलब कहीं से कांग्रेस को टिकट देने का मौक़ा नहीं मिले.''
वो कहते हैं, ''मैं लड़ूं या नहीं. पर अर्थी उठेगी पूर्णिया से और लिपटेगी कांग्रेस के झंडे से. इन लोगों के लिए नरेंद्र मोदी अच्छे हैं, बस पप्पू यादव ख़राब हैं. मेरे पास अब क्या रास्ता बचता है.'' (bbc.com/hindi)
रायपुर, 4 अप्रैल। छत्तीसगढ़ के नागरिक और सामाजिक संगठनों ने आदिवासी नेता और बस्तर जन संघर्ष समन्वय समिति के संरक्षक सुरजू टेकाम की गिरफ्तारी की निंदा की है और आम चुनाव के ठीक पहले की गई गिरफ्तारी पर भाजपा राज्य सरकार की मंशा पर प्रश्न खड़े करते हुए इसकी वैधता पर भी सवाल उठाए हैं।
इनमें छत्तीसगढ़ सर्व आदिवासी समाज, बस्तर जन संघर्ष समन्वयन समिति, छत्तीसगढ़ बचाओ आंदोलन, छत्तीसगढ़ किसान सभा, छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा (मजदूर कार्यकर्ता समिति), जन मुक्ति मोर्चा छत्तीसगढ़, मूलवासी बचाओ मंच , नगरीय निकाय जनवादी सफ़ाई कामगार यूनियन, जिला किसान संघ राजनादगांव शामिल हैं।
एक साझा बयान में प्रदेश में आदिवासियों के बीच काम कर रहे अनेकों संगठनों ने भाजपा राज्य सरकार की इस हरकत की तीखी निंदा की है। उन्होंने चिंता व्यक्त की है कि भाजपा राज आने के बाद नक्सली गतिविधियों से निपटने के नाम पर बस्तर में जारी सशस्त्रीकरण की प्रक्रिया तेज हो गई है और कॉरपोरेट लूट के खिलाफ लोकतांत्रिक, शांतिपूर्ण और अहिंसक धरनों का नेतृत्व करने वाले कई स्थानीय आदिवासी नेताओं की कई गिरफ्तारियाँ हुई हैं। यह दमन फिर से उस दौर की याद दिला रहा है, जब पिछली भाजपा सरकार के राज में सलवा जुडूम अभियान प्रायोजित किया गया था और बड़े पैमाने पर आदिवासियों के नागरिक अधिकारों और मानवाधिकारों का हनन किया गया था। इस असंवैधानिक मुहिम पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद ही रोक लग पाई थी।
अपने बयान में इन संगठनों ने कहा है कि पिछले कुछ महीनों में बस्तर में कई स्थानों पर, जहां कई वर्षों से लोकप्रिय और शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन हो रहे थे, धरनास्थलों को बिना किसी चेतावनी के और अलोकतांत्रिक ढंग से जबरन उखाड़ा गया है, उनके सामुदायिक बर्तनों और अनाज जब्त किया गया है और उनके नेताओं को पुलिस ने हिरासत में ले कर यातनाएं दी है। जानकारी अनुसार 15 अक्तूबर 23 को बेचलपाल धरना कांकेर से मुन्ना ओयाम और मंगेस ओयाम को गिरफ्तार किया गया। माढ़ बचायो मंच के अध्यक्ष, लखमा कोराम को 09 दिसंबर 2023 को नारायणुपर पुलिस ने गिरफ्तार किया । इसी तरह गोरना, सिलगेर, अंबेली बीजापुर, मढ़ोनार में चल रहे शांतिपूर्ण धरना स्थलों से विष्णु कुरसम, सुरेश अवलम, गुंडाम नैया, सुशील कुमार घोटा, शशि गोटा, सुकदेर कोर्राम और पंडरू पोयाम को गिरफ्तार किया गया।
इस बीच नक्सली-पुलिस मुठभेड़ की जितनी भी घटनाएं सामने आई है, पीड़ित परिवारों और ग्रामीणों ने सरकार और पुलिस के दावों पर प्रश्न खड़े किए है। इसलिए बस्तर में डेमोक्रेटिक स्पेस को खत्म करने के लिए सरकार खुद जिम्मेदार है। इससे स्पष्ट है कि भाजपा सरकार की बस्तर में अहिंसा और सहभागी लोकतंत्र को प्रोत्साहित करने में कोई दिलचस्पी नहीं है।
संगठनों ने राज्य सरकार से मांग की है कि बस्तर में माओवादियों के नाम पर निर्दोष आदिवासियों का दमन और फर्जी गिरफ्तारी पर तत्काल रोक लगाई जाए। सभी निर्दोष आदिवासियों की रिहाई की जाए। बस्तर में चल रहे सभी लोकतांत्रिक शांतिपूर्ण आंदोलनों के साथ संवाद स्थापित किया जाए ।
रायपुर, 4 अप्रैल। थाना मौदहापारा के सामने पुलिस ने कल रात वाहनों का चेकिंग प्वाइंट लगाया था। इसी दौरान एक कार को चेक करने पर उसमें चांदी के जेवर रखे मिले । पुलिस ने कार में सवार व्यक्ति से चांदी के संबंध में पूछताछ करने एवं बिल या अन्य दस्तावेज दिखाने कहा लेकिन वह किसी प्रकार का दस्तावेज नहीं दिखा पाया।
इस पर पुलिस ने पूरी चांदी को जब्त किया जिनका कुल वजन 20 किलो और कीमत लगभग दस लाख रूपए है। थाना मौदहापारा में जप्त कर अग्रिम कार्यवाही के लिए आयोग और आयकर विभाग को सूचित कर दिया है।
महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता संजय निरुपम को पार्टी ने निष्कासित कर दिया है. कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि निरुपम को "अनुशासनहीनता" और "पार्टी विरोधी बयानों" के कारण निष्कासित किया जा रहा है.
वेणुगोपाल ने बुधवार रात जारी किए गए बयान में कहा, "अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी बयानों की शिकायतों पर ध्यान देते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने संजय निरुपम को तत्काल प्रभाव से छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है."
संजय निरुपम ने भी एक्स पर कहा है कि वो आज कोई फ़ैसला लेंगे.
उन्होंने लिखा, “कांग्रेस पार्टी मेरे लिए ज़्यादा ऊर्जा और स्टेशनरी नष्ट ना करे. बल्कि अपनी बची-ख़ुची ऊर्जा और स्टेशनरी का इस्तेमाल पार्टी को बचाने के लिए करे. वैसे भी पार्टी भीषण आर्थिक संकट के दौर से गुजर रही है.”
“मैंने जो एक हफ़्ते की अवधि दी थी,वह आज पूरी हो गई है. कल मैं खुद फ़ैसला ले लूँगा.”
इससे पहले बुधवार को ही लोकसभा चुनाव 2024 के लिए कांग्रेस ने स्टार प्रचारकों की सूची जारी की थी जिससे निरुपम का नाम हटा दिया गया था.
पार्टी के भीतर निरुपम के खिलाफ कार्रवाई की मांग तब बढ़ गई थी जब उन्होंने सीट बंटवारे की बातचीत के दौरान मुंबई की सीटें उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना को "देने" को लेकर अपनी ही पार्ट़ी की आलोचना की थी.
महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले ने मीडिया से बात करते हुए बुधवार को कहा- “ संजय निरुपम का नाम स्टार प्रचारको की लिस्ट से हटा दिया गया है और उन्होंने राज्य में कांग्रेस नेतृत्व को लेकर जो बयान दिया उसे लेकर पार्टी अनुशासनहीनता की शिकायत पर कार्रवाई कर रही है.” (bbc.com/hindi)
महंत के बयान पर विधायक रिकेश का पलटवार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भिलाई नगर, 4 अप्रैल। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के पीएम मोदी के लिए लाठी मारने, सिर फोड़ने और चीन भेजने जैसे बयान की कड़ी निन्दा करते हुए वैशाली नगर विधायक रिकेश सेन ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि मोदीजी को कांग्रेसियों ने जितनी बार अपशब्द कहे हैं चुनाव परिणाम में पूरी कांग्रेस को मुंह के बल पटखनी मिली है। इनके बेतुके बयान से जन जन के ह्रदय में बसने वाले नरेंद्र मोदी की ख्याति और उन पर विश्वास और भी गहरा हुआ है।
उधर दूसरी तरफ मोदीजी पर ऐसी टिप्पणी को बेतुका बताते हुए विधायक रिकेश सेन जो कि छत्तीसगढ़ सेन सेवा समिति के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं ने नाई समाज द्वारा चरणदास महंत की राज्य भर में किसी नाई द्वारा दाढ़ी नहीं बनाने और बाल नहीं काटने का ऐलान कर दिया है।
अब देखना यह है कि डाक्टर चरणदास अपने इस बयान पर नाई समाज और मोदीजी से सार्वजनिक माफी मांगते हैं या बाल-दाढी़ बढा़ कर नाई समाज के बहिष्कारी बने रहना चाहते हैं।
मेटा में एक बड़ी तकनीकी खामी के कारण व्हाट्सएप, फेसबुक और इंस्टाग्राम, उसके सभी प्लेटफॉर्म कुछ समय के लिए डाउन हो गए.
हालांकि मेटा ने बताया है कि अब तकनीकी गड़बड़ी को सुधार लिया गया है.
बुधवार देर रात दुनिया के हजारों यूज़र्स ने तीनों प्लेटफॉर्म्स को एक्सेस करने में हो रही दिक्कत को रिपोर्ट किया. एक्स पर कई लोगों ने इसे लेकर ट्वीट किए.
लगभग रात 11.30 बजे मेटा में परेशानी शुरू हुई और लगभगएक घंटे तक ये प्लेटफॉर्म डाउन रहे.
वेबसाइटों और एप्स की समस्याओं को ट्रैक करने वाले प्लेटफ़ॉर्म डाउनडिटेक्टर के अनुसार व्हाट्सएप के 80,000 से अधिक यूज़र्स ने डाउन होने की जानकारी दी.
डाउनडिटेक्टर के अनुसार, भारत में लगभग 3,500 और ब्राज़ील में 7,000 से अधिक यूज़र्स ने भी प्लेटफ़ॉर्म पर समस्या की जानकारी दी.
इसके बाद एक्स पर एक पोस्ट में व्हाट्सएप ने कहा, "हम जानते हैं कि कुछ लोगों को प्लेटफॉर्म पर दिक्कत पेश आ रही है. हम जल्द से जल्द इसे ठीक करने के लिए काम कर रहे हैं."
इससे पहले मार्च में भी मेटा के सभी प्लेटफ़ॉर्म में दिक्कत आई थी और व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम और फेसबुक दो घंटे के लिए डाउन रहे थे. (bbc.com/hindi)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
पाटन, 4 अप्रैल । पाटन ब्लाक के ग्राम ढौर पाटन मे 1 अप्रेल की सुबह 11,30 बजे दो लोग बाईक में ग्रामीण मन्थिर राम साहू पिता स्व अभय राम साहू उम्र 60 साल के घर आये।इस घर मे घर के सियान मन्थिर लाल साहू लकड़ी काटने खेत गए हए थे। सास व बहु घर मे थी।आते ही यह बताया की वे प्रधानमंत्री मंन्त्री आवास का सर्वे करने आये है। वे टेक करके एक सप्ताह में प्रधनमंत्री आवास की राशि आपके बैंक खाते में ढाई लाख रुपये दिला देंगे। साथ ही आपको मकान तत्काल दिला देगे। ऐसा आस्वासन दिया। घर पर मन्थिर लाल साहु की पत्नी श्रीमतीं त्रिवेणी साहू थी ।
उन्हें कहा की आपका घर पक्का है। इसलिये इस योजना का लाभ नही मिलेगा।आप लोग घर मे रखे गहने को बाहर निकाल ले।बताया जाता है की मन्थिर की बहू मलेस्वरी साहू पति भीष्म साहू घर मे सोई हुई थी। पहले त्रिवेणी के गहने निकलवा लिए थे। लेकिन सास ने अपनी बहु को उठाया। दोनो लुटेरों ने बहु को देखते ही कहा की तुम भी अपना गहना ले आओ। सास व बहू ने नाक का गला का हाथ के सोने का सामनहै।निकाल दिया। साथ ही बाइक में आये दोनो लुटेरे । घर के आंगन में घूम घूम कर फोटो खींचने का अभिनय करते रहे। अंततः अचानक दोनो लुटेरो ने घर के बगल मे फोटो खिंचने का बहाना बनाकर ले गए। समय देखकर जेब मे सोने के समान को रखा व बाईक मे सवार होकर फरार हो गए।सोने के गहने की कीमत तीन लाख रुपये से अधिक की बताई जाती है इसकी घटना की रिपोर्ट उतई थाने जिला दुर्ग छग मे किया जाना बताया जा रहा है।
विशाखापत्तनम, 3 अप्रैल । सुनील नारायण के 39 गेंद में 85 रन की मदद से कोलकाता नाइट राइडर्स ने बुधवार को दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ आईपीएल के मैच में सात विकेट पर 272 रन बनाये ।
अंगकृष रघुवंशी ने भी 27 गेंद में 54 रन की पारी खेली ।
दिल्ली के लिये एनरिच नॉर्किया ने चार ओवर में 59 रन देकर तीन विकेट लिये ।
कोलकाता नाइट राइडर्स पारी :
फिल साल्ट का स्टब्स बो नॉर्किया 18
सुनील नारायण का पंत बो मार्श 85
अंगकृष रघुवंशी का शर्मा बो नॉर्किया 54
आंद्रे रसेल बो शर्मा 41
श्रेयस अय्यर का स्टब्स बो अहमद 18
रिंकू सिंह का वॉर्नर बो नॉर्किया 26
वेंकटेश अय्यर नाबाद 5
रमनदीप सिंह का साव बो शर्मा 2
मिचेल स्टार्क नाबाद 1
अतिरिक्त : 22 रन
कुल योग : 20 ओवर में सात विकेट पर 272 रन
विकेट पतन : 1-60, 2-164 , 3-176 , 4-232 , 5-264 , 6-264 , 7-266
गेंदबाजी :
खलील 4 . 0 . 43 . 1
ईशांत 3 . 0 . 43 . 2
नॉर्किया 4 . 0 . 59 . 3
सलाम 3 . 0 . 47 . 0
सुमित 2 . 0 . 19 . 0
अक्षर 1 . 0 . 18 . 0
मार्श 3 . 0 . 37 . 1
जारी
( भाषा )
बीजापुर/रायपुर, 3 अप्रैल। परसों हुए पुलिस मुठभेड़ ढेर हुए नक्सलियों में से अब तक 05 माओवादी शव की शिनाख्ती हुई है। मुठभेड़ के पश्चात घटनास्थल की सर्चिंग के दौरान 3 महिला माओवादी सहित कुल 13 माओवादियोें के शव बरामद किए गए । अब तक शिनाख्त हुए माओवादियों में
1) सुखराम हेमला , PPCM ( ACM Rank) - PLGA , कंपनी 2
2) हूँगा परसी , PLGA , कंपनी 2
3) हूँगा कुंजाम, PLGA , कंपनी 2
4) सीतक्का (DVCM जितरू की पत्नी ), PLGA , कंपनी 2
5 ) दुला सोनु , PLGA, कम्पनी 2
पुलिस की माने तो अन्य 08 माओवादियों के शव की शिनाख्ती की कार्रवाई जारी है।
नयी दिल्ली, 3 अप्रैल । दिल्ली आबकारी नीति मामले में उच्चतम न्यायालय से जमानत मिलने के एक दिन बाद बुधवार को आम आदमी पार्टी (आप) के सांसद संजय सिंह तिहाड़ जेल से बाहर आए और कहा कि यह जश्न मनाने का नहीं बल्कि संघर्ष का समय है।
सिंह का अभिवादन करने के लिए जेल के बाहर पार्टी के अनेक कार्यकर्ता जमा हुए थे।
सिंह 13 अक्टूबर 2023 से राष्ट्रीय राजधानी की अति सुरक्षा वाली जेल में बंद थे। वह द्वार संख्या तीन से बाहर आए।
जेल अधिकारियों ने कहा कि जमानत प्रक्रिया पूरी करने के बाद उन्हें रिहा किया गया।
जेल के बाहर एकत्रित ‘आप’ के समर्थकों ने “देखो देखो कौन आया, शेर आया, शेर आया” और “संजय सिंह जिंदाबाद” के नारे लगाए। ‘आप’ कार्यकर्ताओं की नारेबाजी के बीच राज्यसभा सदस्य को फूलमाला पहनाई गई।
दिल्ली के कैबिनेट मंत्री सौरभ भारद्वाज और आप के विधायक दुर्गेश पाठक जेल के बाहर मौजूद थे।
सिंह की रिहाई के मद्देनजर जेल के बाहर बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मी तैनात थे।
उन्होंने कहा, “यह संघर्ष का समय है। अरविंद केजरीवाल जिंदाबाद। जेल में बंद हमारे नेता भी जल्द बाहर आएंगे। यह जश्न मनाने का नहीं बल्कि संघर्ष का समय है। जेल के ताले टूटेंगे, हमारे सारे नेता छूटेंगे।”
रिहाई के बाद सिंह दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता से मिलने के लिए उनके आवास रवाना हो गए।
इससे पहले सिंह को वसंत कुंज के आईएलबीएस अस्पताल में भर्ती कराया गया था। दोपहर करीब 1:30 बजे अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद उन्हें जमानत की औपचारिकताएं पूरी करने के लिए वापस तिहाड़ जेल ले जाया गया।
मंगलवार को सिंह नियमित जांच के लिए आईएलबीएस गए थे लेकिन उन्हें भर्ती कर लिया गया। अस्पताल में ही उन्हें उनकी जमानत की खबर मिली।
संजय सिंह की पत्नी अनीता सिंह ने कहा कि वह उनकी रिहाई का जश्न नहीं मनाएंगी क्योंकि केजरीवाल, पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन समेत पार्टी के नेता अब भी जेल में बंद हैं। (भाषा)
लखनऊ, 3 अप्रैल। बहुजन समाज पार्टी ने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए बुधवार को 12 उम्मीदवारों की सूची घोषित की।
यहां बसपा कार्यालय द्वारा जारी सूची के अनुसार, पार्टी ने गाजियाबाद, अलीगढ़, मथुरा, मैनपुरी, खीरी, उन्नाव, मोहनलालगंज (अजा), लखनऊ, कन्नौज, कौशांबी (अजा), लालगंज (अजा) और मिर्जापुर सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा की।
पार्टी द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि नंदकिशोर पुंडीर गाजियाबाद से पार्टी के उम्मीदवार होंगे, जबकि हितेंद्र कुमार उर्फ बंटी उपाध्याय अलीगढ़ से चुनाव लड़ेंगे।
पार्टी ने मथुरा से अपना उम्मीदवार बदल दिया है और अब कमलकांत उपमन्यु की जगह सुरेश सिंह चुनावी मैदान में होंगे। यहां उनका मुकाबला निवर्तमान सांसद हेमा मालिनी से होगा।
इसी तरह गुलशन देव शाक्य मैनपुरी से, अंशय कालरा खीरी से, अशोक कुमार पांडे उन्नाव से और राजेश कुमार उर्फ मनोज प्रधान मोहनलालगंज (अजा) से चुनाव लड़ेंगे।
पार्टी ने राजधानी लखनऊ से सरवर मलिक, कन्नौज से इमरान बिन जफर, कौशांबी (अजा) से शुभ नारायण, लालगंज (अजा) से डॉ. इंदु चौधरी और मिर्ज़ापुर से मनीष त्रिपाठी को मैदान में उतारा है।
सरवर मलिक ने बसपा उम्मीदवार के रूप में लखनऊ उत्तर सीट से 2022 का विधानसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन वह हार गए थे। उनकी पत्नी शाहीन बानो ने 2023 में लखनऊ से महापौर का चुनाव लड़ा था लेकिन नाकामयाब रहीं थीं।
राजधानी में भारतीय जनता पार्टी की ओर से निवर्तमान सांसद एवं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह एक बार फिर मैदान में हैं जबकि समाजवादी पार्टी ने रविदास मेहरोत्रा को अपना उम्मीदवार बनाया है।
उन्नाव सीट पर चुनाव लड़ रहे अशोक पांडे हिंदी अखबारों से जुड़े वरिष्ठ पत्रकार हैं। यहां उनका मुकाबला भाजपा के निवर्तमान सांसद साक्षी महाराज से होगा।
पार्टी के एक नेता ने बताया कि इंदु चौधरी बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय से जुड़ी शिक्षाविद हैं।
उन्होंने कहा कि मोहनलालगंज सीट से उम्मीदवार राजेश कुमार लंबे समय से पार्टी से जुड़े हुए हैं।
बहुजन समाज पार्टी की यह तीसरी सूची है। पार्टी लोकसभा चुनाव अकेले लड़ने की घोषणा पहले ही कर चुकी है। (भाषा)
कोलकाता, 3 अप्रैल। केंद्रीय मंत्री शांतनु ठाकुर ने मतुआ समुदाय के सदस्यों से बुधवार को आग्रह किया कि वे नागरिकता (संशोधन) अधिनियम (सीएए) के तहत नागरिकता के लिए आवेदन करें, भले ही उनके पास पहले से ही मतदान का अधिकार हो।
मतुआ समुदाय के सदस्य 2014 से पहले भारत आ गये थे।
ठाकुर पश्चिम बंगाल की बनगांव लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में हैं।
अपने निर्वाचन क्षेत्र में एक बैठक को संबोधित करते हुए ठाकुर ने कहा कि वह खुद सीएए के तहत नागरिकता के लिए आवेदन करेंगे, हालांकि वह पहले से ही देश के निवासी हैं।
ठाकुर ने कहा, ‘‘सीएए के तहत नई नागरिकता के लिए आवेदन करने से आप स्थायी निवास प्रमाण सहित सभी लाभ प्राप्त कर सकेंगे, जो पासपोर्ट और वीजा के लिए आवश्यक है। मेरा जन्म हालांकि यहीं हुआ था और मेरे दादाजी के पास आने के बाद निवास का प्रमाण था, फिर भी मैं आवेदन करूंगा।’’
मतुआ समुदाय से आने वाले ठाकुर ने हाल में अधिनियम के तहत नागरिकता के लिए आवेदन करने के अपने इरादे की घोषणा की थी।
ठाकुर के इस कदम के जवाब में, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) प्रवक्ता शांतनु सेन ने उनका उपहास उड़ाया और भाजपा पर मतुआ और उन अन्य प्रवासी हिंदुओं को गुमराह करने का आरोप लगाया, जो पहले से ही देश के नागरिक हैं।
उन्होंने दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने हिंदू वोटों को ध्यान में रखते हुए आम चुनाव से ठीक पहले सीएए को अधिसूचित किया।
राज्यसभा के पूर्व सदस्य सेन ने पूछा, ‘‘यदि शांतनु ठाकुर पहले से ही नागरिक हैं, तो उन्हें फिर से सीएए के तहत आवेदन करने की आवश्यकता क्यों है? क्या वह कुछ छिपा रहे हैं? क्या नरेन्द्र मोदी ने अपने मंत्रिमंडल में किसी ऐसे व्यक्ति को शामिल किया जो देश का नागरिक नहीं था।’’ (भाषा)
नयी दिल्ली, 3 अप्रैल। प्रतिबंधित पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) की राजनीतिक शाखा सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) द्वारा केरल में कांग्रेस नीत यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) को समर्थन देने की पेशकश के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बुधवार को आरोप लगाया कि कांग्रेस 'आतंकवादियों के समर्थन' से लोकसभा चुनाव लड़ रही है।
केरल विधानसभा में विपक्ष के नेता कांग्रेस के वी डी सतीशन ने सोमवार को मीडियाकर्मियों को बताया था कि आगामी लोकसभा चुनाव के लिए यूडीएफ का एसडीपीआई के साथ कोई समझौता नहीं हुआ है।
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रेम शुक्ला ने आरोप लगाया कि ‘मोहब्बत की दुकान’ खोलने की बात करने वाले राहुल गांधी बार-बार आतंकवाद और अलगाववाद को 'मोहब्बत के पैगाम’ भेज रहे हैं।
शुक्ला ने एक संवाददाता सम्मेलन में आरोप लगाया, ‘‘राहुल गांधी रामलीला मैदान से देश को आग लगाने की धमकी देते हैं और फिर वह एसडीपीआई और आतंकी गतिविधियों में लिप्त लोगों का चुनावी समर्थन हासिल करते हैं।’’
कांग्रेस पर आतंकवादियों के समर्थन से चुनाव लड़ने का आरोप लगाते हुए भाजपा प्रवक्ता ने पूछा, ‘‘उन्हें एसडीपीआई जैसे संगठन का समर्थन लेने की क्या जरूरत है जो आतंकवादियों का समर्थन करता है।’’
भाजपा की केरल इकाई ने मंगलवार को राहुल गांधी से एसडीपीआई द्वारा यूडीएफ को समर्थन की पेशकश किए जाने पर अपना रुख स्पष्ट करने की मांग की थी जबकि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा था कि अगर उसने एसडीपीआई का समर्थन लिया है तो कांग्रेस के राज में लोग कैसे सुरक्षित रह सकते हैं।
शाह ने कर्नाटक के बेंगलुरु ग्रामीण संसदीय सीट पर चुनाव प्रचार के दौरान कहा, ‘‘एक तरफ बेंगलुरु में धमाके हो रहे हैं और दूसरी तरफ मुझे जानकारी मिली है कि एसडीपीआई ने कांग्रेस का समर्थन किया है। अगर यह सच है तो क्या कांग्रेस के शासन में कर्नाटक के लोग सुरक्षित रह सकते हैं? ’’
पीएफआई को आतंकवादी गतिविधियों में कथित तौर पर संलिप्त होने के कारण केंद्र द्वारा सितंबर 2022 में गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के प्रावधानों के तहत प्रतिबंधित कर दिया गया था।
पीएफआई का गठन 2006 में केरल में हुआ था। इसका मुख्यालय दिल्ली में था। (भाषा)
कोलकाता, 3 अप्रैल। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को कहा कि वह भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध हैं और जो लोग भ्रष्टाचार में संलिप्त हैं उनके पास दो ही विकल्प हैं-जेल या बेल (जमानत)।
मोदी ने पश्चिम बंगाल के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कार्यकर्ताओं के साथ ‘नमो ऐप’ के माध्यम से ऑनलाइन संवाद करते हुए कहा कि पूरे देश ने देखा है कि तृणमूल कांग्रेस ने किस तरह भाजपा कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए हिंसा का सहारा लिया, लेकिन भाजपा के कार्यकर्ता निडरता से खड़े रहे।
उन्होंने कहा, ‘‘भ्रष्टाचारी साथ आ गए हैं और उन्होंने एक गठबंधन बना लिया है जो मोदी को गाली देता रहता है। लेकिन मैं साफ कर दूं कि मोदी भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई करना बंद नहीं करेगा। भ्रष्टाचारियों के लिए केवल दो ही विकल्प बचे हैं-जेल या बेल (जमानत)।’’
चुनावी हिंसा का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि पश्चिम बंगाल में सबसे बड़ी चुनौती हिंसा की है।
उन्होंने कहा, ‘‘पश्चिम बंगाल चुनाव में सबसे बड़ी चुनौती चुनावी हिंसा की है, लेकिन निर्वाचन आयोग ने जनता की सुरक्षा के इंतजाम किए हैं। हम सब पश्चिम बंगाल में घट रहे घटनाक्रम पर भी नजर रखते हैं। हमें हर मतदाता के घर तक पहुंचना होगा और उन्हें निडर होकर वोट डालने के लिए प्रोत्साहित करना होगा।’’
मोदी ने दावा किया कि तृणमूल कांग्रेस हर चुनाव से पहले किसी भी तरह से भाजपा कार्यकर्ताओं को रोकने का प्रयास करती है।
उन्होंने कहा, ‘‘देश ने देखा है कि किस तरह भाजपा कार्यकर्ताओं ने धमकियों के बावजूद काम किया। तृणमूल कांग्रेस हिंसा के सहारे भाजपा को रोकने की कोशिश करती है। देश ने यह भी देखा कि किस तरह भाजपा कार्यकर्ता निडरता से अपने बूथ पर खड़े रहे। हमें इस बार और ज्यादा सीट जीतने का भरोसा है।’’ (भाषा)
नयी दिल्ली, 3 अप्रैल। राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने बुधवार को उच्च सदन के 12 नवनिर्वाचित सदस्यों को शपथ दिलाई।
संसद भवन में इस शपथ ग्रहण समारोह में राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश और महासचिव पी के मोदी भी उपस्थित थे।
शपथ लेने वालों में धर्मशिला गुप्ता, मनोज कुमार झा, संजय यादव, गोविंदभाई लालजीभाई ढोलकिया, सुभाष चंदर, हर्ष महाजन, जी सी चंद्रशेखर, एल मुरुगन, अशोक सिंह, चंद्रकांत हंडोरे, मेधा विश्राम कुलकर्णी और साधना सिंह शामिल हैं।
शपथ लेने वाले सदस्यों का कार्यकाल 3 अप्रैल से शुरू हो रहा है।
राज्यसभा सचिवालय ने बताया कि शपथ लेने वाले 12 सांसदों में से सात भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), तीन कांग्रेस और दो राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के हैं।
इनमें से तीन बिहार से, दो-दो महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश से और एक-एक गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक और उत्तर प्रदेश से हैं।
राज्यसभा के 54 सदस्य दो और तीन अप्रैल को सेवानिवृत्त हो चुके हैं। राज्यसभा में 49 सांसदों का कार्यकाल मंगलवार को पूरा हो गया जबकि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह सहित पांच सांसदों का कार्यकाल बुधवार को समाप्त हो जाएगा। (भाषा)
बेंगलुरु, 3 अप्रैल। केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री शोभा करंदलाजे ने बुधवार को बेंगलुरु उत्तर लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार के तौर पर अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। इस दौरान उन्होंने निर्वाचन आयोग को सौंपे हलफनामें में लगभग 13.88 करोड़ रुपये की संपत्ति होने की जानकारी दी।
उन्होंने यह भी बताया कि उनपर 4.06 करोड़ रुपये की देनदारी भी है।
करंदलाजे (57) के हलफनामे के अनुसार, केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण राज्य मंत्री के पास कोई कृषि भूमि और कार नहीं है और उनके पास केवल दोपहिया वाहन है।
करंदलाजे ने यह भी बताया कि उनके पास लगभग 9.23 करोड़ रुपये की चल संपत्ति है और उनकी अचल संपत्ति का वर्तमान बाजार मूल्य लगभग 4.65 करोड़ रुपये है। उनके पास एक किलोग्राम सोने के बिस्कुट हैं जिनका बाजार मूल्य 68.40 लाख रुपये है।
करंदलाजे के खिलाफ पांच आपराधिक मामले भी लंबित हैं। (भाषा)
नयी दिल्ली, 3 अप्रैल। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के विरोध में आम आदमी पार्टी (आप) के नेता सात अप्रैल को जंतर-मंतर पर अनशन करेंगे। पार्टी की दिल्ली इकाई के संयोजक गोपाल राय ने बुधवार को यह जानकारी दी।
राय ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि पार्टी ने फैसला किया है कि केजरीवाल की लड़ाई के लिए जनता से अधिकतम समर्थन हासिल करने की खातिर सात अप्रैल को देशव्यापी सामूहिक अनशन किया जाएगा।
उन्होंने कहा, “जो लोग अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ हैं, जो देश में लोकतंत्र को बचाना चाहते हैं, अन्याय और तानाशाही को रोकना चाहते हैं, उनसे आग्रह है कि वे अपने घरों, गांवों, मोहल्लों, ब्लॉक मुख्यालयों, तहसीलों, जिलों और राज्य की राजधानियों में सामूहिक अनशन करें।”
सात अप्रैल को दिल्ली के जंतर-मंतर पर सामूहिक अनशन किया जाएगा, जिसमें दिल्ली के सभी मंत्री, विधायक, सांसद, पार्षद, पदाधिकारी और कार्यकर्ता भाग लेंगे।
राय ने लोगों से सामूहिक रूप से प्रार्थना करने या यूट्यूब पर भक्ति गीत "रघुपति राघव राजा राम" सुनने का भी आग्रह किया।
उन्होंने कहा, “आप इसे सामूहिक रूप से गा सकते हैं। हम सब मिलकर प्रार्थना करेंगे कि केजरीवाल को शक्ति मिले और वह जेल में रहने के दौरान अत्याचार के खिलाफ लड़ सकें। हम सच्चाई को सामने लाने के लिए लड़ सकते हैं।”
दिल्ली के कैबिनेट मंत्री राय ने लोगों से ‘केजरीवाल को आशीर्वाद डॉट कॉम’ वेबसाइट पर तस्वीरें भेजने के लिए कहा।
उन्होंने कहा, “यह लड़ाई केजरीवाल की निजी लड़ाई नहीं है। उनकी लड़ाई देश और लोकतंत्र को तानाशाही, उत्पीड़न व अत्याचार से बचाने की है।”
केजरीवाल को पिछले महीने प्रवर्तन निदेशालय ने आबकारी नीति से जुड़े धनशोधन मामले में गिरफ्तार किया था। उन्हें 15 अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। (भाषा)
नयी दिल्ली, 3 अप्रैल। ओलंपिक पदक विजेता मुक्केबाज विजेंदर सिंह ने कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होने को उचित ठहराते हुए बुधवार को कहा कि एक साझा मित्र के जरिए वह भगवा पार्टी से जुड़े और फिर बहुत ‘सोच-समझकर’ उन्होंने यह निर्णय लिया।
सिंह 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में शामिल हुए थे और उन्हें राहुल गांधी का करीबी माना जाता था। राहुल गांधी वर्ष 2011 में उनकी शादी में भी शामिल हुए थे।
यहां भाजपा मुख्यालय में आधिकारिक तौर पर पार्टी में शामिल होने के बाद इस मुक्केबाज ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘ऐसा नहीं है कि मैंने अचानक से कोई फैसला लिया है। मैं पिछले कई दिनों से कुछ चीजों का निरीक्षण कर रहा था और मुझे लगा कि भाजपा में जाने का यह सही समय है।’’
हरियाणा के 38 वर्षीय सिंह मुक्केबाजी में ओलंपिक पदक जीतने वाले पहले भारतीय हैं। साल 2008 के बीजिंग ओलंपिक में उन्होंने कांस्य पदक जीता था।
सिंह ने पार्टी बदलने का फैसला ऐसे समय में लिया है जब ऐसी अटकलें लगाई जा रही थीं कि कांग्रेस उन्हें भाजपा की मौजूदा सांसद और अभिनेत्री हेमा मालिनी के खिलाफ मथुरा से लोकसभा का उम्मीदवार बनाने पर विचार कर रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं एक साझा मित्र के जरिए भाजपा के संपर्क में आया और उन्होंने मेरा स्वागत किया। केंद्र सरकार ने पिछले 10 वर्षों में खिलाड़ियों के लिए जो काम किए हैं, मैं उनसे प्रभावित हूं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि मैं इसमें योगदान दे सकता हूं, विशेषकर उन खिलाड़ियों के लिए जो हरियाणा से हैं। आखिरकार यह मेरा घर है और मैं चीजों को बेहतर बनाने में मदद करना चाहता हूं।’’
वह इटली में 2009 के विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतने वाले देश के पहले पुरुष खिलाड़ी हैं।
यह पूछे जाने पर कि क्या यह कदम कांग्रेस पार्टी से किसी असंतोष को लेकर उठाया गया है, सिंह ने कहा, ‘‘यह किसी और दिन की चर्चा है। हां, मैं उन चीजों के बारे में भी बात करूंगा लेकिन आज नहीं। यह एक नई शुरुआत है जो मैं कर रहा हूं और मैं चाहूंगा कि यह सकारात्मक हो।’’
इससे पहले, सिंह ने 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर दक्षिण दिल्ली सीट से चुनाव लड़ा था, लेकिन भाजपा के रमेश बिधूड़ी से वह हार गए थे। वह तीसरे स्थान पर रहे थे।
वह सोशल मीडिया मंचों पर भाजपा सरकार के मुखर आलोचक रहे हैं और उन्होंने उन पहलवानों का समर्थन किया था जिन्होंने भाजपा के पूर्व सांसद और भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए थे।
उन्होंने कहा, ‘‘खिलाड़ियों की जिंदगी मेरे दिल के करीब है और भाजपा में शामिल होने से मुझे लगता है कि उनके लिए चीजें बेहतर करने का मेरे पास बेहतर मौका होगा। यह एक विकल्प है जो मैंने चुना है और जहां भी मुझसे कहा जाएगा, मैं पार्टी के लिए प्रचार करूंगा।’’
सिंह को आखिरी बार 2022 में ‘मुक्केबाजी रिंग’ में देखा गया था। वह 14 पेशेवर मुकाबलों में दिखाई दिए और 13 मुकाबले जीते जिनमें से नौ नॉकआउट थे।
अपने करियर में ओलंपिक और विश्व चैंपियनशिप में पदक जीतने के साथ ही उन्होंने 2010 के एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीता। वह कई बार राष्ट्रमंडल खेलों और एशियाई चैंपियनशिप के पदक विजेता रहे। (भाषा)
नयी दिल्ली, 3 अप्रैल। दिल्ली उच्च न्यायालय ने कथित आबकारी नीति घोटाले से जुड़े धनशोधन मामले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की उस याचिका पर बुधवार को अपना फैसला सुरक्षित रख लिया, जिसमें उन्होंने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा अपनी गिरफ्तारी को चुनौती दी है।
न्यायमूर्ति स्वर्णकांता शर्मा ने दोनों पक्षों- आम आदमी पार्टी (आप) नेता केजरीवाल और ईडी- की ओर से पेश दलीलें सुनने के बाद कहा, "मैं फैसला सुरक्षित रख रही हूं।"
इक्कीस मार्च को ईडी द्वारा गिरफ्तार किए गए आप के राष्ट्रीय संयोजक ने अपनी गिरफ्तारी के "समय" पर सवाल उठाया और कहा कि यह स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव एवं समान अवसर मुहैया कराये जाने सहित संविधान की बुनियादी संरचना का उल्लंघन है।
केजरीवाल की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक सिंघवी ने दलीलें रखीं। केजरीवाल फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं।
एजेंसी की ओर से अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल (एएसजी) एस. वी. राजू ने याचिका का यह कहते हुए विरोध किया कि इस मामले में प्रथम दृष्टया धनशोधन का अपराध बनता है और वर्तमान में, याचिकाकर्ता के खिलाफ जांच प्रारंभिक चरण में है।
एएसजी ने ईडी के खिलाफ लगाए गए पूर्वाग्रह के आरोपों से इनकार किया और कहा कि उनका मामला सबूतों पर आधारित है और "अपराधियों को गिरफ्तार किया ही जाना चाहिए और जेल भेजना चाहिए"।
ईडी की ओर से यह भी दलील दी गयी कि याचिका में याचिकाकर्ता के खिलाफ पारित पहले हिरासत आदेश पर हमला किया गया है, न कि बाद के आदेशों पर। अदालत ने केजरीवाल को पहली बार 28 मार्च तक ईडी की हिरासत में भेजने का आदेश दिया था।
ईडी ने 21 मार्च को केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया था क्योंकि उच्च न्यायालय ने उन्हें ईडी की दंडात्मक कार्रवाई से संरक्षण देने से इनकार कर दिया था।
यह मामला 2021-22 के लिए दिल्ली सरकार की आबकारी नीति को तैयार करने और क्रियान्वित करने में कथित भ्रष्टाचार और धनशोधन से संबंधित है और बाद में उस नीति को रद्द कर दिया गया था। (भाषा)
मथुरा (उप्र), 3 अप्रैल। मथुरा लोकसभा सीट से लगातार तीसरी बार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की उम्मीदवार बनीं निवर्तमान सांसद हेमा मालिनी बृहस्पतिवार को नामांकन करेंगी।
इस बीच, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी उनका नामांकन कराने के लिए मथुरा पहुंच रहे हैं। वह यहां चुनावी सभा को भी संबोधित करेंगे। यह जानकारी भाजपा जिलाध्यक्ष ने दी ।
हर बार की तरह इस बार भी नामांकन से पूर्व हेमामालिनी ने बुधवार पूर्वाह्न विश्राम घाट पर पहुंचकर यमुना पूजन किया और यमुना जी से प्रदूषण मुक्ति के लिए हर संभव उपाय करने का वादा भी किया।
भाजपा के जिलाध्यक्ष निर्भय पाण्डेय ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पार्टी की प्रत्याशी हेमा मालिनी का नामांकन कराने के लिए चार अप्रैल को मथुरा पहुंच रहे हैं और वह यहां सेठ बीएन पोद्दार इंटर कॉलेज के मैदान में जनसभा को भी संबोधित करेंगे।
हेमा मालिनी को भाजपा ने तीसरी बार मथुरा लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है। इससे पूर्व वह 2014 एवं 2019 में लोकसभा चुनाव जीतकर मथुरा का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं।
निर्वाचन कार्यक्रम के अनुसार यहां 26 अप्रैल को दूसरे चरण में मतदान होना है और नामांकन भरने की अंतिम तिथि चार अप्रैल है। हेमा मालिनी इसी दिन नामांकन दाखिल करेंगी।
इससे पूर्व हेमामालिनी ने आज सुबह सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ विश्राम घाट पर पहुंचकर यमुना पूजन किया और यमुना महारानी को प्रदूषण से मुक्त कराने का संकल्प भी दोहराया।
पूजन संपन्न करने के पश्चात उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं कल नामांकन करूंगी। उससे पहले आज हर बार की तरह मैं यमुना पूजन करने आई हूं। कल समय नहीं मिलेगा। इसलिए मैंने आज ही (पूजन) कर लिया। मैंने वादा किया कि इस बार हम यमुना शुद्धिकरण के लिए वह सब कुछ करेंगे, जो जरूरी होगा।’’
इस मौके पर भाजपा के पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं एवं समर्थकों की भारी भीड़ मौजूद थी। (भाषा)
मुंबई, 3 अप्रैल। कांग्रेस ने बुधवार को कहा कि उसने सहयोगी दल शिवसेना (यूबीटी) के साथ सीट बंटवारे पर बातचीत के बीच पार्टी नेतृत्व के खिलाफ पूर्व सांसद संजय निरुपम की हालिया टिप्पणी के लिए उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू कर दी है और उनके बारे में एक यो दो दिन में निर्णय लिया जाएगा।
कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष नाना पटोले ने मुंबई में पार्टी की प्रचार समिति की बैठक में भाग लेने के बाद संवाददाताओं से कहा कि कांग्रेस ने निरुपम का नाम स्टार प्रचारकों की सूची से हटा दिया है।
पटोले ने कहा, ‘‘पार्टी ने निरुपम का नाम स्टार प्रचारकों की सूची से हटा दिया है और पार्टी तथा प्रदेश इकाई नेतृत्व के खिलाफ बयानों के लिए उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू की गई है। एक या दो दिन में निर्णय लिया जाएगा।’’
उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (यूबीटी) द्वारा मुंबई की छह लोकसभा सीट में से मुंबई उत्तर-पश्चिम सीट समेत चार के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा के बाद निरुपम ने कांग्रेस के प्रदेश नेतृत्व पर निशाना साधा था। बताया जाता है कि निरुपम उत्तर-पश्चिम सीट से चुनाव लड़ना चाहते हैं।
मुंबई उत्तर से सांसद रह चुके निरुपम ने कहा था कि कांग्रेस नेतृत्व को शिवसेना (यूबीटी) के आगे दबाव में झुकना नहीं चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि मुंबई में एकतरफा उम्मीदवार उतारने के शिवसेना (यूबीटी) के फैसले को स्वीकार करना कांग्रेस को बर्बाद करने की अनुमति देने के समान है।
इस बीच, सीट बंटवारे को लेकर महा विकास आघाडी (एमवीए) के सहयोगियों के बीच कथित गतिरोध के बारे में पटोले ने कहा कि इस मुद्दे को सुलझाने के लिए शाम को एक बैठक आयोजित की जाएगी।
एमवीए की बैठक के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस सांगली, भिवंडी और मुंबई में कुछ सीट चाहती है। हम उन्हें हासिल करने के लिए काम करेंगे।’’
पटोले ने कहा कि कांग्रेस संबंधित उम्मीदवारों की काबिलियत के आधार पर निर्वाचन क्षेत्रों में चुनाव लड़ना चाहती है।
उन्होंने कहा कि वर्धा में भी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) ने कांग्रेस नेता को चुनाव लड़ने के लिए मैदान में उतारा है क्योंकि पवार के खेमे को उपयुक्त उम्मीदवार नहीं मिला।
इससे पहले, शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने गतिरोध वाले निर्वाचन क्षेत्रों में कांग्रेस के कुछ नेताओं की ‘‘दोस्ताना लड़ाई’’ की मांग को खारिज करते हुए कहा ‘‘या तो दोस्त बनें या मुकाबला करें।’’
ठाकरे की टिप्पणियों के जवाब में पटोले ने कहा कि एमवीए आज (बैठक में) संबंधित सीट के मुद्दे को सुलझा लेगा। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस आगामी लोकसभा चुनाव के लिए घर-घर तक पहुंचने का प्रचार अभियान चलाएगी। (भाषा)
पुरी, 3 अप्रैल। ओडिशा की पुरी सीट से एक बार फिर अपनी राजनीतिक किस्मत आजमा रहे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा प्रधानमंत्री मोदी ने भारत को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2019 के चुनाव में अपनी हार के बावजूद वह पुरी शहर एवं राज्य के लोगों की सेवा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
पात्रा 2019 के आम चुनाव में पुरी सीट पर बीजू जनता दल (बीजद) के उम्मीदवार पिनाकी मिश्रा से मामूली अंतर से हार गए थे।
इस बार पात्रा का मुकाबला मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त अरूप पटनायक से है। बीजद ने मिश्रा के स्थान पर पटनायक को अपना उम्मीदवार बनाने का फैसला किया है।
पात्रा ने ‘पीटीआई वीडियो’ से बातचीत में कहा, "हमें 'नरेन्द्र मोदी जी की गारंटी' पर विश्वास करना है और भरोसा रखना है। वह भारत को पूरी तरह से एक अलग दायरे में ले गए हैं। उन्होंने हमसे वादा किया है कि यदि भाजपा 2024 में केंद्र की सत्ता में फिर से आएगी तो भारत तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होगा।’’
पात्रा ने सोमवार को पिछले पांच वर्षों में किए गए अपने कार्यों का रिपोर्ट कार्ड जारी किया था।
उन्होंने कहा, ‘‘इससे पहले कभी भी किसी पराजित उम्मीदवार ने अपने द्वारा किए गए कार्यों का रिपोर्ट कार्ड पेश नहीं किया है। वर्ष 2019 में मेरी हार के बाद, मैंने प्रतिज्ञा ली थी कि मैं पुरी में अपने लोगों के साथ रहना और उनके लिए काम करना जारी रखूंगा।’’
पात्रा ने कहा, ‘‘इन पांच वर्षों के दौरान, मैंने पुरी में कई डाकघर खुलवाए हैं, हमने दिव्यांगों के लिए वाहन वितरित किए हैं, हमने पुरी से वंदे भारत ट्रेन शुरू करवाई है।’’ (भाषा)
गाजियाबाद, 3 अप्रैल। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को विपक्षी दलों पर नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के बारे में मुस्लिम समुदाय में भ्रम पैदा करने का आरोप लगाते हुए कहा कि भारत में रहने वाला कोई भी मुसलमान अपनी नागरिकता नहीं खोएगा।
गाजियाबाद में पार्टी के लोकसभा उम्मीदवार अतुल गर्ग के समर्थन में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा कि भाजपा जाति, पंथ और धर्म के आधार पर राजनीति नहीं करती, बल्कि राष्ट्र निर्माण के लिए दृढ़ है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने कहा था कि अगर हमारी सरकार बनी तो हम एक नागरिकता कानून बनाएंगे। और मैं आपको बताना चाहता हूं कि (2014 में) गृह मंत्री बनने के बाद मैंने प्रधानमंत्री से बात करके यह प्रक्रिया शुरू की थी लेकिन राज्यसभा में स्पष्ट बहुमत नहीं होने के कारण यह विधेयक वहां पारित नहीं हो सका था, जबकि लोकसभा में यह पारित हो गया था।’’
सिंह ने कहा कि बाद में जब अमित शाह गृह मंत्री बने तो उन्होंने यह जिम्मेदारी अपने कंधों पर ली और विधेयक संसद के दोनों सदनों में पूर्ण बहुमत से पारित हुआ।
नागरिकता संशोधन अधिनियम, 2019 के कार्यान्वयन के नियमों को इस साल मार्च में अधिसूचित किया गया था। इसके तहत 31 दिसंबर 2014 से पहले भारत आए पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान के गैर-मुस्लिम प्रवासियों को नागरिकता देने का प्रावधान है।
सिंह ने कहा, ‘‘अब विपक्ष के लोग हमारे मुस्लिम भाइयों के बीच यह भ्रम पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं कि आपको देश से बाहर निकाल दिया जाएगा। मैं अपने मुस्लिम भाइयों से कहना चाहता हूं कि बेफिक्र रहें हम ‘वसुधैव कुटुंबकम’ की अवधारणा में विश्वास करते हैं। चाहे कोई किसी भी जाति या पंथ में जन्मा हो या किसी भी धर्म या संप्रदाय का अनुयायी हो, हम सभी को अपने परिवार का सदस्य मानते हैं।’’
भाजपा नेता ने कहा, ‘‘बहनो और भाइयो, जो भी मुसलमान भारत में रह रहा है, उसकी नागरिकता नहीं जाएगी। हमारे विरोधी इस तरह का भ्रम पैदा कर रहे हैं।’’ (भाषा)
रायपुर, 3 अप्रैल। खमतराई पुलिस ने बाबू राव गली में एक्टिवा सवार युवक को गांजे के साथ गिरफ्तार किया। पूछताछ में उसने अपना नाम रवि कुन्डे उर्फ राजू कुन्डे (29) निवासी आरव्हीएच कालोनी खमतराई बताया।उसकी तलाशी लेने पर बैटरी चलित मोपेड सीजी 04 एन 0007 के पीछे डिलवरी बैग की तलाशी लेने पर एक लाल रंग के कैरी बैग अंदर एक पैकेट गांजा मिला। इसे वह डिलीवरी के लिए ले जा रहा था। जिसका वजन 2 किलो था। आरोपी को गिरफ्तार कर उससे गांजा कीमत लगभग 50,000 रु. एवं मोपेड कीमत 1,50,000 को जप्त कर धारा 20 (बी) एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्यवाही की गई।
इसी तरह से बंजारी मंदिर के पास एक्टिवा सवार रिक्की उर्फ विकास नायक, मोनू उर्फ रमेश देवदास निवासी खमतराई को पकड़ा। उनकी चेकिंग करने पर वाहन में प्रतिबंधित नशीली टेबलेट स्पास्मों, चाकू रखेथे। टेबलेट के संबंध में कोई बिल बिल्टी नही था।दोनो आरोपियों को गिरफ्तार कर उनसे 236 स्पास्मों टेबलेट, चाकू और दोपहिया वाहन जप्त* कर धारा 22 (ख) नारकोटिक एक्ट एवं 25 आर्म्स एक्ट का अपराध दर्ज किया।
रायपुर, 3 अप्रैल। रायपुर रेल मंडल के सीनियर डीओएम पुलकित सिंघल का ट्रांसफर रेलवे बोर्ड हुआ है।उन्हें डिप्टी डायरेक्टर ट्राफिक ट्रांसपोर्ट बनाए जाने की सूचना है।इसके अलावा रायपुर रेल मंडल में बतौर सीनियर डीसीएम रहे तन्मय मुखोपाध्याय का ट्रांसफर संबलपुर से विशाखापट्नम हुआ है। हालांकि इस लिस्ट में इस्ट कोस्ट रेलवे के कुल 6 अधिकारियों के नाम शामिल है।