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‘छत्तीसगढ़’ संवादाता
बिलासपुर, 3 अप्रैल। सेंदरी ब्लैक स्पॉट पर लगातार हो रहे सड़क हादसों को लेकर एसपी रजनेश सिंह ने पूर्व में सड़क निर्माण एजेंसी एवं ट्रैफिक पुलिस की बैठक ली थी। इसी क्रम में आज ट्रैफिक एडिशनल एसपी नीरज चंद्राकर एवं डीएसपी संजय साहू मौके पर जाकर राष्ट्रीय राजमार्ग के इंजीनियरों के साथ स्थल का निरीक्षण किया।
विगत दिनों राष्ट्रीय राजमार्ग द्वारा सेंदरी ब्लैक स्पॉट पर बिलासपुर मार्ग से रतनपुर मार्ग तिराहे पर दोनों दिशाओं में वाहनों के गति को नियंत्रित किए जाने "रंबल स्ट्रीट" का निर्माण किया गया है। सड़क पर आवश्यकता अनुसार आयरन स्टॉपर का सहज उपयोग करते हुए, वाहनों के गति एवं दृश्यता को ध्यान में रखते हुए स्टॉपर लगाए गए। ट्रैफिक हाईवे पेट्रोलिंग टीम को मौके पर बुलाकर विशेष रूप से इस चिन्हित क्षेत्र में लगातार पेट्रोलिंग करने वाहन चालकों को समय-समय पर समझाइश देने का निर्देश भी दिया गया। इसी प्रकार इस अवसर पर स्थानीय ग्राम वासियों को दुर्घटनाओं के प्रति सजग रहने नियमों को ध्यान में रखकर सुरक्षित तरीके से वाहन चलाने की समझाइश दी गई।
ताइपे, 3 अप्रैल। जापान में बुधवार को सुबह भूकंप का शक्तिशाली झटका महसूस किया गया जिससे चार लोगों की मौत हो गई, कुछ इमारतें क्षतिग्रस्त हुईं तथा सुनामी आ गई।
भूकंप के कारण दक्षिणपूर्वी शहर हुलिएन के एक इलाके में स्थित पांच मंजिला इमारत बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हुई है। इसकी पहली मंजिल ढह गई है तथा शेष इमारत झुक गई है। ताइपे में पुरानी इमारतों और कुछ नए कार्यालय परिसरों में टाइल्स गिर गईं। विद्यार्थियों को स्कूल से निकाल कर खेल के मैदान में ले जाया गया है और उन्हें हेलमेट पहनाए गए। कुछ बच्चे ऊपर से गिरती चीज़ों से बचाव के लिए अपने सिर को किताबों से ढकते दिखे।
राष्ट्रीय दमकल एजेंसी ने कहा कि हुलिएन काउंटी में चार लोगों की मौत हो गई। हालांकि दो घंटे बाद सुनामी का खतरा मोटे तौर पर टल गया है।
पूरे द्वीप में ट्रेन सेवा को निलंबित कर दिया गया और ताइपे में ‘सबवे’ सेवा को भी अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया। द्वीपीय देश की आबादी 2.3 करोड़ है। राष्ट्रीय संसद भवन की दीवारों और छत को नुकसान पहुंचा है। यह भवन द्वितीय विश्व युद्ध से पहले बनाए गए स्कूल में है।
पहाड़ी क्षेत्र में सुरंगों और राजमार्गों पर भूस्खलन और गिरते मलबे के कारण यातायात लगभग ठप हो गया।
भूकंप के तेज़ झटके आने के बावजूद लोगों में थोड़ी-बहुत ही दहशत रही, क्योंकि इस देश में अक्सर भूकंप के झटके आते रहे हैं। स्कूल ऐसी स्थितियों से निपटने के लिए अभ्यास करते रहते हैं और लोगों को मीडिया तथा मोबाइल फोन के जरिए नोटिस जारी किए जाते हैं।
वहीं, जापान की मौसम विज्ञान एजेंसी ने कहा कि भूकंप के झटके के 15 मिनट बाद योनगुनी द्वीप पर 30 सेंटीमीटर (करीब एक फुट) ऊंची सुनामी की लहर देखी गई है। इशिगाकी और मियाको द्वीपों पर भी हल्की फुल्की लहरें देखी गईं।
जापानी एजेंसी ने पहले कहा था कि सुनामी की वजह से समुद्र में तीन मीटर (9.8 फुट) तक ऊंची लहरें उठ सकती हैं, लेकिन बाद में उसने इस चेतावनी को घटाकर करीब एक फुट तक कर दिया।
जापान ने ओकिनावा क्षेत्र के आसपास सुनामी के प्रभाव को लेकर जानकारी जुटाने के लिए सैन्य विमान भेजे।
ताइवान की भूकंप निगरानी एजेंसी ने बताया कि भूकंप की तीव्रता 7.2 थी जबकि अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के मुताबिक, भूकंप की तीव्रता 7.4 मापी गई है। यह स्थानीय समयनुसार सुबह सात बजकर 58 मिनट पर आया और इसका केंद्र हुलिएन से दक्षिण दक्षिण-पश्चिम में जमीन से करीब 35 किलोमीटर नीचे था।
अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के मुताबिक, भूकंप के बाद के एक झटके की तीव्रता 6.5 थी और इसका केंद्र 11.8 किलोमीटर की गहराई में था।
चीन के मीडिया के मुताबिक, भूकंप के झटके शंघाई और चीन के दक्षिण पूर्वी तट से सटे कई प्रांतों में महसूस किए गए। चीन ने अपनी मुख्य भूमि के लिए सुनामी की कोई चेतावनी जारी नहीं की।
जापान के मुख्य कैबिनेट सचिव योशिमासा हयाशी ने कहा कि जापान में जान-माल के नुकसान की कोई सूचना नहीं है।
प्रशांत सुनामी चेतावनी केंद्र ने कहा कि हवाई या अमेरिकी प्रशांत क्षेत्र गुआम में सुनामी का कोई खतरा नहीं है। भूकंप के तीन घंटे बाद उसने कहा कि सभी इलाकों में सुनामी का खतरा मोटे तौर पर टल गया है और लहरें उठने की सूचना सिर्फ ताइवान तथा दक्षिण जापान से ही मिल रही है।
फिलिपीन में उत्तरी तट के पास रहने वाले लोगों को ऊंचाई वाले क्षेत्रों में जाने को कहा गया है लेकिन भूकंप के तीन घंटे बाद भी सुनामी की ऊंची लहरों की सूचना नहीं है।
ताइवान में हाल के वर्षों में 21 सितंबर 1999 को सबसे भीषण भूकंप आया था जिसकी तीव्रता 7.7 थी। इसमें 2400 लोगों की मौत हो गई थी, करीब एक लाख लोग जख्मी हो गए थे और हजारों इमारतें नष्ट हो गई थीं। (एपी)
जम्मू, 3 अप्रैल। जम्मू-कश्मीर के कठुआ में गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) अस्पताल के समीप पुलिस के साथ मुठभेड़ में एक कुख्यात बदमाश मारा गया। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।
अधिकारियों के मुताबिक मुठभेड़ के दौरान घायल हुए परिवीक्षाधीन उप-निरीक्षक दीपक शर्मा ने बुधवार को उपचार के दौरान दम तोड़ दिया।
अधिकारियों ने बताया कि शर्मा के सिर पर चोट लगी थी और इस मुठभेड़ के दौरान एक अन्य पुलिस अधिकारी भी घायल हुआ है।
पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया कि गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए अधिकारियों की एक टीम ने कुख्यात बदमाश वासुदेव का पीछा किया जिसके बाद मंगलवार रात करीब साढ़े 10 बजे जीएमसी के निकट मुठभेड़ शुरू हो गयी।
वासुदेव, रामगढ़ थाने में दर्ज हत्या के एक मामले में मुख्य आरोपी था।
प्रवक्ता ने बताया कि वासुदेव मुठभेड़ में मारा गया जबकि उसका एक साथी घायल हो गया।
प्रवक्ता के मुताबिक, दीपक शर्मा के सिर में चोट लगी जबकि पुलिस के विशेष अधिकारी अनिल कुमार (40) को भी चोटें आईं।
प्रवक्ता ने बताया कि शर्मा को शुरूआत में कठुआ के जीएमसी अस्पताल में भर्ती कराया गया और बाद में पठानकोट के अमनदीप अस्पताल ले जाया गया। उन्होंने बताया कि शर्मा ने बुधवार को उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। उनके शव को कठुआ के जीएमसी अस्पताल ले जाया गया है। (भाषा)
बीजापुर, 3 अप्रैल। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले में मंगलवार को नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ के बाद सुरक्षाबलों ने बुधवार सुबह तीन और नक्सलियों के शव बरामद किए। इस घटना में अभी तक सुरक्षाबलों ने एक महिला समेत 13 नक्सलियों के शव बरामद किए हैं। पुलिस अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बीजापुर जिले के गंगालूर थाना क्षेत्र के अंतर्गत लेंड्रा गांव के जंगल में मंगलवार सुबह नक्सलियों के साथ मुठभेड़ हुई। इस दौरान सुरक्षाबलों ने एक महिला नक्सली समेत 10 नक्सलियों के शव बरामद किए। इलाके में तलाश अभियान जारी रहा। आज सुबह जब इलाके में तलाश की गई तब तीन और नक्सलियों के शव बरामद हुए।
एक अन्य घटना में मंगलवार को ही जिले में नक्सलियों द्वारा लगाए गए प्रेशर बम की चपेट में आने से केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के कोबरा बटालियन का जवान घायल हो गया।
उन्होंने बताया कि गंगालूर थाना क्षेत्र में नक्सली गतिविधि की सूचना मिलने के बाद सोमवार को सुरक्षाबलों को नक्सल विरोधी अभियान के लिए रवाना किया गया था। दल में जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी), विशेष कार्य बल(एसटीएफ) और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के कोबरा बटालियन के जवान शामिल थे।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि दल जब लेंड्रा गांव के जंगल में था तब मंगलवार सुबह लगभग छह बजे नक्सलियों ने सुरक्षाबलों के जवानों पर गोलीबारी शुरू कर दी, इसके बाद जवानों ने भी जवाबी कार्रवाई की।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि कुछ देर तक दोनों ओर से गोलीबारी के बाद नक्सली वहां से भाग गए। बाद में जब घटनास्थल की तलाशी ली गई तब पहले चार नक्सलियों के शव बरामद किए गए और बाद में तलाशी के दौरान मुठभेड़ स्थल पर छह और शव मिले। वहीं आज सुबह जब इलाके की तलाशी ली गई तब तीन नक्सलियों के शव बरामद किए गए। सुरक्षाबलों ने अभी तक 13 नक्सलियों के शव बरामद किए हैं।
उन्होंने बताया कि सुरक्षाबलों ने घटनास्थल से एक एलएमजी ऑटोमेटिक हथियार, एक 303 राइफल, 12 बोर बंदूक, बड़ी संख्या में हथियार तथा विस्फोटक बरामद किया है। मुठभेड़ में कई नक्सलियों के घायल होने की संभावना है।
अधिकारियों ने बताया कि मुठभेड़ के बाद अतिरिक्त बल मौके पर भेजा गया है तथा इलाके में तलाशी अभियान अब भी जारी है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मारे गए नक्सलियों की पहचान की जा रही है। प्रथम दृष्टया ऐसा लग रहा है कि मारे गए नक्सली माओवादियों की पीएलजीए (पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी) के कंपनी नंबर दो के सदस्य थे।
एक अन्य पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस बीच मंगलवार को नक्सल विरोधी अभियान में निकला सुरक्षाबल का एक जवान बारूदी सुरंग की चपेट में आ गया और घायल हो गया।
उन्होंने बताया कि अभियान के दौरान सुरक्षाबल के जवान जब गंगालूर थाना क्षेत्र के ही अंतर्गत मुडवेंडी गांव के करीब थे तब सीआरपीएफ के कोबरा बटालियन के एक जवान का पैर प्रेशर बम के ऊपर चला गया, इससे बम में विस्फोट हो गया और जवान घायल हो गया। जवान के पैरों में चोटें आई है उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
नक्सली प्रति वर्ष मार्च से जून माह के बीच गर्मी के मौसम में अपनी गतिविधियां तेज कर देते हैं। इस दौरान बस्तर क्षेत्र में सुरक्षा बलों पर बड़ी संख्या में हमले हुए हैं।
पुलिस के मुताबिक इससे पहले सुरक्षाबलों ने 27 मार्च को बीजापुर के बासागुड़ा इलाके में मुठभेड़ में छह नक्सलियों को मार गिराया था।
बीजापुर जिला बस्तर लोकसभा क्षेत्र में है जहां 19 अप्रैल को पहले चरण में मतदान होगा। (भाषा)
वायनाड (केरल), 3 अप्रैल। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी आगामी लोकसभा चुनाव के लिए अपना नामांकन पत्र दाखिल करने के वास्ते बुधवार को यहां पहुंचेंगे।
वह निर्वाचन क्षेत्र में एक रोड शो भी करेंगे जहां उन्होंने 2019 के आम चुनावों में चार लाख से अधिक मतों के भारी अंतर से जीत हासिल की थी।
पार्टी ने बताया कि राहुल यहां मुप्पैनाद गांव में हेलीकॉप्टर से पहुंचेंगे और कलपेट्टा तक सड़क मार्ग से यात्रा करेंगे।
कांग्रेस ने बताया कि वह पूर्वाह्न 11 बजे कलपेट्टा से एक रोड शो शुरू करेंगे जिसमें उनके साथ उनकी बहन प्रियंका गांधी वाद्रा और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) महासचिव के सी वेणुगोपाल एवं दीपा दास, एआईसीसी की छात्र इकाई भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) के प्रभारी कन्हैया कुमार, राज्य विधानसभा में विपक्ष के वी डी सतीशन एवं केपीसीसी (केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी) के कार्यकारी अध्यक्ष एम एम हसन भी शामिल होंगे।
उसने बताया कि रोड शो में हजारों पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों के शामिल होने की संभावना है।
पार्टी ने कहा कि रोड शो दोपहर को यहां सिविल स्टेशन के पास समाप्त होगा जिसके बाद राहुल अपना नामांकन पत्र जिलाधिकारी को सौंपेंगे।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने 2019 के लोकसभा चुनावों में कुल 10,92,197 मतों में से 7,06,367 मत हासिल किए थे, जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के पी पी सुनीर को केवल 2,74,597 वोट मिले थे।
केरल में इस साल लोकसभा चुनाव के लिए मतदान 26 अप्रैल को होगा। (भाषा)
छत्रपति संभाजीनगर (महाराष्ट्र), 3 अप्रैल। महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर शहर में बुधवार तड़के दर्जी की एक दुकान में आग लगने के कारण दो बच्चों समेत सात लोगों की दम घुटने से मौत हो गई। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी दी।
अधिकारी ने बताया कि छावनी क्षेत्र के दाना बाजार स्थित दुकान में तड़के करीब चार बजे आग लग गई।
उन्होंने बताया कि दर्जी की दुकान अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठानों के साथ एक इमारत के भूतल पर स्थित थी जबकि ऊपरी मंजिल पर लोग रहते थे।
पुलिस आयुक्त मनोज लोहिया ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘दुकान में तड़के करीब चार बजे अचानक आग लग गई। पुलिस को घटना की जानकारी सुबह सवा चार बजे मिली। आग लगने के बाद उसका धुआं पहली मंजिल में पहुंच गया, जहां दुकान के ऊपर एक परिवार रहता था। दम घुटने से सात लोगों की मौत हो गई।’’
उन्होंने बताया कि मृतकों में तीन महिलाएं, दो पुरुष और दो बच्चे शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि आग लगने का सही कारण जांच के बाद पता चल सकेगा।
एक अन्य अधिकारी ने बताया कि मृतकों की पहचान आसिम शेख (तीन), परी शेख (दो), वसीम शेख (30), तनवीर शेख (23), हामिदा बेगम (50), शेख सोहेल (35) और रेशमा शेख (22) के रूप में की गई है। (भाषा)
नोएडा (उप्र), 3 अप्रैल। उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर जिल न्यायालय ने करीब 10 वर्ष पहले पत्नी और दो बेटियों की हत्या के एक मामले में दोषी व्यक्ति को मंगलवार को उम्रकैद की सजा सुनाई साथ ही दोषी पर 68 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
अपर जिला न्यायाधीश (अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति अधिनियम) विजय कुमार की अदालत ने गवाहों और साक्ष्यों के आधार पर दोषी अमित को पत्नी सरला और दोनों बेटियों की हत्या का दोषी करार देते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई साथ ही दोषी पर 68 हजार रुपए का जुर्माना लगाया।
जिला शासकीय अधिवक्ता के मुताबिक, 26 मई 2014 को नोएडा के भंगेल गांव में रहने वाली सरला और उसकी दो बेटियों की गला दबाकर हत्या कर दी गई थी, जिसके बाद मृतका के पिता ने उसके पति अमित, सास सुखबीरी, ससुर राधेश्याम, जेठ देवेंद्र व ललित के खिलाफ थाना फेस-दो में दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज करवाया था।
अधिवक्ता ने बताया कि सरला की एक बेटी की उम्र दो वर्ष और दूसरी बेटी आठ महीने की थी।
अधिकारी के मुताबिक, शिकायत के आधार पर पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था हालांकि साक्ष्य के अभाव में आरोपी के माता-पिता और भाई को बरी कर दिया गया। (भाषा)
दिल्ली सरकार में मंत्री और आम आदमी पार्टी की नेता आतिशी ने कहा है कि जेल में अरविंद केजरीवाल का 4.5 किलो वजन घट गया है. आतिशी ने कहा कि उनके स्वास्थ को ख़तरे में डाला जा रहा है.
आतिशी ने एक्स पर लिखा, “अरविंद केजरीवाल को डायबिटीज़ है. स्वास्थ की समस्याओं के बावजूद, वे देश की सेवा में 24 घंटे लगे रहते थे.”
“गिरफ़्तारी के बाद से अब तक, अरविंद केजरीवाल का वजन 4.5 किलो घट गया है. यह बहुत चिंताजनक है. आज भाजपा उन्हें जेल में डाल कर उनके स्वास्थ को ख़तरे में डाल रही है.”
“अगर अरविंद केजरीवाल को कुछ हो गया तो पूरा देश तो क्या, भगवान भी इन्हें माफ़ नहीं करेगा.”
दिल्ली के मुख्यमंत्री दिल्ली की शराब नीति से जुड़े एक मनी लॉन्ड्रिंग के केस में जेल में हैं.
बुधवार को हाई कोर्ट में अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी को चुनौती देने वाली याचिका पर सुनवाई होगी. (bbc.com/hindi)
दोनों शहरों के लिए बिलासा एयरपोर्ट से सीधी उड़ान सेवा प्रारंभ
बिलासपुर, 3 अप्रैल। बिलासा देवी एयरपोर्ट से दिल्ली और कोलकाता के लिए सीधी हवाई उड़ान सेवा मंगलवार से शुरू हो गई। पहले ही दिन यात्रियों का अच्छा प्रतिसाद देखने को मिला। दिल्ली के लिए उड़ान भरी फ्लाइट फुल थी।
मालूम हो कि दोनों हवाई सेवाओं का शेड्यूल 21 मार्च को जारी कर उसकी बुकिंग शुरू कर दी गई थी। बिलासपुर-कोलकाता के लिए उड़ान में तीन दिन तथा नई दिल्ली-बिलासपुर दो दिन होगी। समर शेड्यूल में पहले से चल रही नई दिल्ली-प्रयागराज-बिलासपुर फ्लाइट को ही सीधे नई दिल्ली उड़ेगी। मंगलवार और गुरुवार को नई दिल्ली से 13.30 बजे रवाना होकर 16.00 बजे बिलासपुर आएगी। बिलासपुर से 16.25 बजे उड़ान भर कर फ्लाइट 17.45 बजे प्रयागराज पहुंचेगी फिर दिल्ली रवाना होगी।
पहले दिन बिलासपुर से कोलकाता जाने वाले यात्रियों की संख्या केवल 20 थी, जबकि इसका किराया भी पूर्व में घोषित 4679 रुपये की जगह 2999 रुपये की गई है। बिलासपुर से कोलकाता की फ्लाइट मंगलवार, गुरुवार और शनिवार को सुबह 8.10 रवाना होकर 10 बजे पहुंचेगी। कोलकाता की फ्लाइट सुबह 5.55 बजे रवाना होकर 7.45 बजे बिलासपुर पहुंची।
जबलपुर-नई दिल्ली सप्ताह में चार दिन और बिलासपुर-प्रयागराज-नई दिल्ली फ्लाइट सप्ताह में चार दिन चल रही थी। नए समर शेड्यूल में व्हाया प्रयागराज और व्हाया जबलपुर फ्लाइट के दिन में कमी कर दी गई है। बिलासपुर-प्रयागराज हवाई सेवा मंगलवार, गुरुवार और शनिवार को चलेगी। इसी तरह बिलासपुर-जबलपुर फ्लाइट सप्ताह में दो दिन बुधवार और रविवार को चलेगी।
महाराष्ट्र के संभाजीनगर छावनी इलाके में एक कपड़े की दुकान में भीषण आग लगने से सात लोगों की मौत हो गई.
औरंगाबाद के पुलिस कमिश्नर मनोज लोहिया ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया कि छत्रपति संभाजीनगर के छावनी इलाके में सुबह 4 बजे एक कपड़े की दुकान में आग लग गई.
शुरुआती जांच के मुताबिक़ सात लोगों की मौत दम घुटने से हुई. आग लगने का कारण अभी स्पष्ट नहीं हो सका है और जांच चल रही है.
औरंगाबाद के पुलिस कमिश्नर मनोज लोहिया ने कहा- “ सुबह चार बजे छत्रपति संभाजीनगर में एक कपड़े की दुकान में आग लग गयी. आग दूसरी मंजिल पर तो नहीं पहुंच सकी लेकिन धुंए से दम घुटने के कारण सात लोगों की मौत हो गई. ” (bbc.com/hindi)
बिलासपुर, 3 अप्रैल। दो हजार करोड़ रुपये के शराब घोटाले के आरोपी ट्रांसपोर्टर अरविंद सिंह को हाईकोर्ट से जमानत मिल गई है।
जस्टिस पीपी साहू की बेंच में आरोपी की पैरवी करते हुए सीनियर एडवोकेट राजीव श्रीवास्तव ने कहा कि पूरी कार्रवाई इनकम टैक्स की छापेमारी के आधार पर ईडी ने दर्ज की है। इसमें मनी लॉंड्रिंग का केस नहीं बनता है। सुप्रीम कोर्ट ने इसमें पहले से ही स्थगन दे दिया है। इसके अलावा ईडी ने प्रकरण में चालान पेश कर दिया है। ऐसे में याचिकाकर्ता को जेल में रखना उसके संवैधानिक अधिकारों का हनन है। सभी पक्षों को सुनने के बाद बेंच ने जमानत याचिका मंजूर कर ली।
ज्ञात हो कि पूर्ववर्ती कांग्रेस शासन काल के दौरान हुए कथित शराब घोटाले में ईडी ने 12 जून 2023 को भिलाई के एक मुक्तिधाम से ट्रांसपोर्टर अरविंद सिंह को तब गिरफ्तार किया था, जब वह अपनी मां को मुखाग्नि देने पहुंचे थे। इसके पहले ईडी अरविंद सिंह की तलाश कर रही थी।
ईजी का दावा है कि सन् 2019 से 2022 के बीच शराब दुकानों में नकली होलोग्राम लगाकर शराब बेची गई। शराब निर्माता कंपनी, बॉटल और होलोग्राम बनाने वाली कंपनियों की इसमें साठगांठ थी।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने मंगलवार को बीजेपी पर पलटवार करते हुए कहा है कच्छतीवु पर बीजेपी ‘कलाबाज़ी’ कर रही है क्योंकि लोकसभा चुनाव क़रीब हैं.
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सवाल उठाते हुए कहा, “प्रधानमंत्री की ये हिम्मत नहीं है कि वह श्रीलंका से सवाल पूछ लें या मछुआरों की गिरफ्तारी को लेकर उसकी निंदा कर सकें. ना ही वो चीन के अरुणाचल प्रदेश पर दावे का विरोध कर सकते हैं. तो कच्छतीवु पर वो बात कैसे कर सकते हैं?”
सत्तारूढ़ डीएमके के अध्यक्ष स्टालिन ने एक चुनावी रैली में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कच्छतीवु विवाद पर ''नाटक'' कर रहे हैं और ''कहानियां'' पेश कर रहे हैं. उनकी सरकार ने आरटीआई के जवाब को ''ग़लत जानकारी'' बताई.
उन्होंने कहा, “बीजेपी सरकार ने कच्छतीवु की आरटीआई पर ये जवाब नहीं दिया कि यह मामला सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है. 2015 में मोदी सरकार ने कहा था कि कच्छतीवु कभी भी भारत का हिस्सा नहीं था. ये जानकारी एस जयशंकर ने दी थी जो तत्कालीन विदेश सचिव थे. चूंकि चुनाव नजदीक हैं, इसलिए वो (बीजेपी) अपनी इच्छानुसार जानकारी बदल रहे हैं, यह कलाबाज़ी क्यों?”
“क्या प्रधानमंत्री मोदी जो अब कच्छतीवु पर बात कर रहे हैं, अपने 10 साल के कार्यकाल के दौरान मछुआरों की गिरफ्तारी और उन पर फायरिंग की घटनाओं पर कभी श्रीलंका की निंदा की है? उन्होंने ऐसा क्यों नहीं किया?" (bbc.com/hindi)
दिल्ली हाई कोर्ट ने मंगलवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) से कहा कि वह सीएम के जेल में रहते हुए आदेश देने के मामले में अपना जवाब विशेष जज को सौंपे.
दिल्ली के मुख्यमंत्री दिल्ली की शराब नीति से जुड़े एक मनी लॉन्ड्रिंग के केस में जेल में हैं. दिल्ली हाई कोर्ट के कार्यवाहक चीफ़ जस्टिस मनमोहन और जस्टिस मनमीत पी.एस. अरोड़ा की बेंच ने कहा कि विशेष जज को ज़रूरत पड़ने पर क़ानून के मुताबिक़ आदेश पारित करने का निर्देश दिया जाता है. बेंच ने स्पष्ट किया कि उसने याचिकाकर्ता के लोकस स्टैंडी (अधिकार क्षेत्र) पर कोई टिप्पणी नहीं की है.
कोर्ट ने उस याचिका को ख़ारिज कर दिया, जिसमें अरविंद केजरीवाल को जेल में रहते हुए बतौर मुख्यमंत्री आदेश देने के अधिकार पर रोक लगाने की मांग की गई थी.
बेंच ने कहा, “ईडी तय विशेष जज को अपना बयान दे और वो इस मामले में अपना फैसला देंगे.”
मंगलवार को ईडी ने कोर्ट में कहा था-“याचिकाकर्ता को ऐसा संदेश गया है, जैसे ईडी ने सीएम केजरीवाल को पर्याप्त संसाधन आदेश पारित करने के लिए मुहैया कराया है."
“लेकिन हम साफ़ करना चाहते हैं ऐसा नहीं है. हो सकता है कि उन्होंने ‘मुलाकात’ के मौके का दुरुपयोग किया हो, हम इस मामले को देखेंगे.”
बुधवार को हाई कोर्ट में अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी को चुनौती देने वाली याचिका पर सुनवाई होने वाली है.
अरविंद केजरीवाल इस समय न्यायिक हिरासत में हैं और उनकी आम आदमी पार्टी का कहना है कि वह जेल से ही बतौर सीएम सरकार चलाएंगे.
जेल में रहते हुए बीते दिनों अरविंद केजरीवाल ने जल विभाग से जुड़ा आदेश पारित किया था. उन्होंने विभाग के अधिकारियों को गर्मियों के आने से पहले पानी की समुचित व्यवस्था करने का आदेश दिया था. (bbc.com/hindi)
चन्नापटना (कर्नाटक), 2 अप्रैल। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मंगलवार को आरोप लगाया कि ‘बेंगलुरु में विस्फोट हो रहे हैं’, उसके बाद भी कांग्रेस प्रतिबंधित ‘पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया’ की राजनीतिक शाखा ‘सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई)’ का समर्थन ले रही है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व अध्यक्ष शाह हाल में लोकप्रिय रेस्तरां रामेश्वरम कैफे में हुए विस्फोट का परोक्ष रूप से जिक्र कर रहे थे । इस विस्फोट की जांच चल रही है।
शाह ने यह भी दावा किया कि कांग्रेस पर कथित रूप से 12 लाख करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार का दाग है जबकि उसकी तुलना में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर भ्रष्टाचार का लेशमात्र आरोप भी नहीं है।
शाह ने रामनगर जिले के चन्नापटना में अपने चुनाव प्रचार अभियान के दौरान सवाल किया, ‘‘ एकतरफ बेंगलुरु में विस्फोट हो रहे हैं और दूसरी तरफ मुझे जानकारी मिली है कि एसडीपीआई ने कांग्रेस का समर्थन किया है। यदि यह सच है तो क्या यह कर्नाटक के लोग कांग्रेस (शासन) में सुरक्षित हो सकते हैं?’’
रामनगर जिला बेंगलुरु ग्रामीण निर्वाचन क्षेत्र का हिस्सा है। भाजपा ने इस लोकसभा सीट पर मशहूर हृदयचिकित्सक डॉ. सी एन मंजूनाथ को चुनाव मैदान में उतारा था। मंजूनाथ श्री जयेदव इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोलोजी के प्रमुख रह चुके हैं। वह पूर्व प्रधानमंत्री एवं जनता दल सेकुलर (जदएस) के प्रमुख एच डी देवेगौड़ा के दामाद तथा पूर्व मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी के बहनोई हैं।
शाह ने कहा कि पूरा देश प्रधानमंत्री के साथ है तथा रोडशो के दौरान लोगों की मौजूदगी उनके विश्वास की पुष्टि है।
उन्होंने दावा किया, ‘‘ मोदी ने 23 सालों तक मुख्यमंत्री एवं प्रधानमंत्री के रूप में काम किया है लेकिन उनपर 25 पैसे का भी भ्रष्टाचार का आरोप नहीं लगा, जबकि कांग्रेस ने 12 लाख करोड़ रुपये का भ्रष्टाचार किया है । प्रधानमंत्री (मोदी) की तरह कोई ईमानदार प्रधानमंत्री नहीं है और डॉ. मंजूनाथ की तरह कोई सेवान्मुख डॉक्टर नहीं है।’’
उन्होंने लोगों से भाजपा और उसके सहयोगी जदएस को कर्नाटक में सभी 28 लोकसभा सीट जिताने में मदद करने की अपील की ताकि भाजपा देशभर में 400 से अधिक सीट जीतने का लक्ष्य हासिल किया जा सके।
शाह ने लोगों से अपील की, ‘‘मोदी ने 10 सालों में देश को सुरक्षित किया। उन्होंने देश की अर्थव्यवस्था को 11 वें स्थान से पांचवें स्थान पर लाया। कृपया उन्हें पुन: प्रधानमंत्री बनाइए ताकि वह भारत को तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनायें।’’
प्रधानमंत्री मोदी ने 16 मार्च को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के गढ कालबुर्गी से चुनाव प्रचार की शुरुआत की थी । शाह ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष एवं राज्य सरकार में दूसरे नंबर पर आने वाले डी के शिवकुमार के गढ़ रामनगर से अपनी ताकत दिखाने के लिए चयन किया।
शाह रथ के शक्ल में तब्दील कर दिये गये चार पहिये वाहन से रोडशो किया। उनके साथ कुमारस्वामी, डॉ. मंजूनाथ, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बी वाई विजयेंद्र और योगेश्वर थे।
चन्नापटना में सैंकड़ों की संख्या में लोग जुटे जहां यह रोडशो शुरू हुआ। भाजपा और जदएस कार्यकर्ताओं के हाथों में अपनी अपनी पार्टी के झंडे, पोस्टर और तख्तियां थीं।(भाषा)
(नमिता तिवारी)
रांची, 2 अप्रैल। जेल में बंद झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ अन्याय होने का दावा करते हुए मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने मंगलवार को कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) कल्पना सोरेन को गांडेय विधानसभा से उम्मीदवार बनाने के बारे में एक सप्ताह में अंतिम निर्णय करेगा।
कल्पना सोरेन पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन की पत्नी हैं।
चंपई सोरेन (68) ने ‘पीटीआई-भाषा’ को दिए विशेष साक्षात्कार में कहा कि यदि कल्पना सोरेन विधानसभा चुनाव लड़ती हैं और जीत जाती हैं तो उन्हें मुख्यमंत्री बनाने या नहीं बनाने का फैसला झामुमो लेगा।
गांडेय विधानसभा के लिए उपचुनाव राज्य में लोकसभा चुनाव के साथ 20 मई को होगा। गिरिडीह जिले की यह सीट झामुमो विधायक सरफराज अहमद के इस्तीफे के बाद खाली हो गई थी और इस तरह की अटकलें हैं कि वहां से कल्पना को चुनाव लड़ाया जा सकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘झामुमो एक सप्ताह के अंदर इस बारे में फैसला करेगा कि क्या कल्पना सोरेन को गांडेय विधानसभा सीट से खड़ा किया जाएगा। अगर वह चुनाव लड़ती हैं और जीतती हैं तो क्या उन्हें मुख्यमंत्री बनाया जाएगा, इस बारे में फैसला पार्टी अध्यक्ष शिबू सोरेन, हेमंत सोरेन समेत पार्टी के नेता लेंगे।’’
कल्पना सोरेन की राजनीतिक यात्रा 4 मार्च को गिरिडीह जिले में आयोजित झामुमो के 51वें स्थापना दिवस समारोह से शुरू हुई, जब उन्होंने अपने भाषण में दावा किया था कि 2019 में हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार के सत्ता में आने के बाद से विरोधियों द्वारा साजिश रची गई थी।
चंपई सोरेन ने दावा किया कि हेमंत सोरेन के साथ घोर नाइंसाफी हुई है जिन्हें प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एक कथित भूमि घोटाले से जुड़े धनशोधन मामले के सिलसिले में गिरफ्तार किया था।
उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा की अगुवाई वाली ताकतें उन्हें जेल में डालने में सफल हो सकती हैं लेकिन झारखंड के आदिवासी भारतीय जनता पार्टी को आगामी लोकसभा चुनाव में बाहर का रास्ता दिखा देंगे। हमें पूरा विश्वास है कि राज्य में सभी 14 लोकसभा सीटों पर हमें जीत मिलेगी।’’
केंद्र पर विपक्षी दलों के शासन वाली लोकतांत्रिक तरीके से निर्वाचित राज्य सरकारों के खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री ने दावा किया कि हेमंत सोरेन को बड़गाईं इलाके में 8.5 एकड़ जमीन रखने के झूठे मामले में फंसाया गया था।
उन्होंने कहा, ‘‘हेमंत ने आदिवासियों और वंचितों के लिए जो किया, उससे भाजपा परेशान थी। लोग भाजपा को सबक सिखाएंगे।’’
क्या झामुमो भाजपा उम्मीदवार सीता सोरेन के खिलाफ दुमका सीट से हेमंत सोरेन को मैदान में उतारेगी, इस पर चंपई सोरेन ने कहा कि पार्टी इस पर जल्द ही फैसला करेगी।
सीता सोरेन शिबू सोरेन की बड़ी बहू हैं और तीन बार झामुमो की विधायक रह चुकी हैं।
चंपई सोरेन ने सीता के इन आरोपों को खारिज कर दिया कि उनकी अनदेखी की गई थी और पार्टी में अलग-थलग कर दिया गया था। मुख्यमंत्री ने कहा कि पार्टी ने उन्हें तीन बार विधायक बनाया।
सीता सोरेन ने झामुमो को झटका देते हुए पिछले महीने भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि 2009 में उनके पति दुर्गा सोरेन के निधन के बाद उन्हें और उनके परिवार को अलग-थलग कर दिया गया और उनकी अनदेखी की गई।
विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के साझेदारों के बीच सीट बंटवारे में देरी पर मुख्यमंत्री ने कहा कि एक सप्ताह के अंदर सभी मुद्दे सुलझा लिए जाएंगे और लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के नाम घोषित किये जाएंगे।
केंद्र सरकार पर झारखंड के साथ सौतेला बर्ताव करने का आरोप लगाते हुए चंपई सोरेन ने कहा कि यह राज्य में विकास को अवरुद्ध कर रही है और आदिवासियों के हितों के खिलाफ काम कर रही है।
उन्होंने दावा किया कि राज्य की आदिवासी जनसंख्या घट रही है और केंद्र सरकार आदिवासियों के लिए ‘सरना धार्मिक संहिता’ की मांग को दबाकर बैठी है।
चंपई सोरेन ने कहा, ‘‘आदिवासी पहचान, संस्कृति और धर्म को बचाने के लिए अलग सरना धार्मिक संहिता जरूरी है।’’
झारखंड विधानसभा ने ‘सरना’ को अलग धर्म के रूप में शामिल करने के लिए एक प्रस्ताव पारित किया था। हालांकि इस बाबत फैसला केंद्र में लंबित है।
चंपई सोरेन ने हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद दो फरवरी को राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी।
उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘झारखंड में सोने से लेकर यूरेनियम तक प्रचुर खनिज भंडार हैं। लेकिन यहां की जनता को कभी उसका हिस्सा नहीं मिला। उनकी अनदेखी की जाती है और पहली बार उन्हें लक्षित करते हुए कुछ कल्याणकारी कदम उठाए गए हैं।’’
चंपई सोरेन ने दावा किया कि झारखंड और देश से भाजपा का सफाया हो जाएगा।
झामुमो की तुष्टीकरण की नीति के कारण बांग्लादेश से घुसपैठ होने के आरोपों पर मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘घुसपैठ रोकने की जिम्मेदारी उनकी (केंद्र की) है।’’ (भाषा)
नयी दिल्ली, 2 अप्रैल। निर्वाचन आयोग ने लोकसभा चुनाव के लिए अपनी ‘‘नियमित समीक्षा’’ के तहत मंगलवार को पांच राज्यों में दो पुलिस महानिरीक्षकों (आईजी), आठ जिलाधिकारियों और 12 पुलिस अधीक्षकों के तबादले का आदेश जारी किया।
आयोग ने कहा कि मुख्य निर्वाचन आयुक्त (सीईसी) राजीव कुमार की अध्यक्षता में हुई एक बैठक में यह फैसला किया गया। बैठक में निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार और सुखबीर सिंह संधू भी उपस्थित थे।
निर्वाचन आयोग ने लोकसभा चुनाव के लिए तारीखों की 16 मार्च को घोषणा की थी। ये चुनाव सात चरणों में, 19 अप्रैल से एक जून तक होंगे। मतगणना चार जून को होगी।
आयोग ने कहा कि स्थानांतरित किए गए सभी अधिकारियों को पदानुक्रम में उनके बाद के अधिकारी को प्रभार सौंपने के लिए कहा गया है। साथ ही, जिन अधिकारियों को मौजूदा पदस्थापन से हटा दिया गया है, उन्हें लोकसभा चुनाव संपन्न होने तक कोई चुनावी ड्यूटी नहीं दी जाए।
संबंधित राज्य सरकारों को निर्देश दिया गया है कि वे भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) और भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के अधिकारियों के नामों की एक सूची आयोग को भेजें तथा ‘शॉर्टलिस्ट’ किए गए अधिकारियों को स्थानांतरित अधिकारियों के स्थान पर नियुक्त किया जाए।
स्थानांतरित किये गए पुलिस महानिरीक्षकों में आंध्र प्रदेश के गुंटुर क्षेत्र और ओडिशा में मध्य क्षेत्र के आईजी शामिल हैं।
स्थानांतरित किये गए अन्य अधिकारियों में बिहार के भोजपुर जिले के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक, नवादा जिले के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक तथा असम में उदलगिरि के जिलाधिकारी शामिल हैं।
झारखंड में देवघर के पुलिस अधीक्षक, ओडिशा में कटक, जगतसिंहपुर के जिलाधिकारी और अंगुल, बहरामपुर, खुर्दा, राउरकेला के पुलिस अधीक्षक तथा कटक के पुलिस उपायुक्त भी उन अधिकारियों में शामिल हैं, जिनका तबादला किया गया है।
आंध्र प्रदेश में, कृष्णा, अनंतपुरामु और तिरुपति जिलों के जिलाधिकारी तथा प्रकाशम, पलनाडु, चित्तूर, अनाथपुरामु और नेल्लोर जिलों के पुलिस अधीक्षकों को चुनावी ड्यूटी से हटा दिया गया है।
वहीं, आयोग ने झारखंड के मुख्य सचिव को पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) रांची, पुलिस उपमहानिरीक्षक (पलामू) और पुलिस महानिरीक्षक (दुमका) के पदों पर रिक्तियों को भरने के लिए अधिकारियों के नाम की एक सूची भेजने को कहा है। (भाषा)
जोधपुर, 2 अप्रैल। राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को दावा किया कि भाजपा ने ‘अबकी बार 400 पार’ का नारा इसलिए दिया है क्योंकि वह संविधान में कई बदलाव करना चाहती है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी पर संयुक्त राष्ट्र और जर्मनी की प्रतिक्रियाओं का हवाला देते हुए, गहलोत ने दावा किया कि लोकतंत्र का गला घोंटने के लिए दुनिया भर में भारत की आलोचना हो रही है।
भाजपा द्वारा आरक्षण खत्म करने की आशंका जताते हुए गहलोत ने भगवान राम पर सत्तारूढ़ दल के ‘‘एकाधिकार’’ पर भी सवाल उठाया।
गहलोत उम्मेद स्टेडियम में पार्टी के जोधपुर लोकसभा उम्मीदवार करण सिंह उचियारदा की नामांकन रैली को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव सचिन पायलट भी मौजूद थे।
गहलोत ने आरोप लगाया कि भाजपा नेता हमेशा मतदाताओं को गुमराह कर और तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर अपने पक्ष में माहौल बनाते हैं।
गहलोत ने आरोप लगाया, ‘‘भाजपा नेता नरेन्द्र मोदी और अमित शाह से इतने भयभीत हैं कि वे अपने क्षेत्रों की समस्याओं और मुद्दों को उन दोनों के साथ साझा नहीं करते हैं।’’
वहीं, पायलट ने इस चुनाव को देश, लोकतंत्र और गणतंत्र के वर्तमान और भविष्य के निर्धारण के लिए भी महत्वपूर्ण करार दिया।
पायलट ने लोगों से चुनाव को गंभीरता से लेने का आह्वान किया।
पूर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘देश के सामने एक बहुत बड़ी चुनौती है। पिछले 10 वर्षों की राजनीति प्रतिशोध, दबाव और हिंसा की राजनीति रही है। 10 वर्षों में उन्होंने सभी सीमाएं पार कर ली हैं और हमें इस राजनीति का करारा जवाब देना है।’’ (भाषा)
नयी दिल्ली, 2 अप्रैल। पिछले साल फरवरी में दिल्ली आबकारी नीति मामले में गिरफ्तार आम आदमी पार्टी के नेता मनीष सिसोदिया ने मंगलवार को उनकी जमानत याचिका पर सुनवाई कर रही दिल्ली की एक अदालत से कहा कि उन्हें और जेल में रखने से कोई उद्देश्य पूरा नहीं होगा।
दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री ने विशेष न्यायाधीश एम.के. नागपाल को बताया कि कथित आबकारी नीति घोटाले से संबंधित प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के धन शोधन मामले में उनके खिलाफ जांच पहले ही पूरी हो चुकी है और उनके द्वारा जांच में बाधा डालने या सबूत नष्ट करने की कोई आशंका नहीं है।
उन्होंने न्यायाधीश से यह भी कहा कि अगर अदालत उन्हें जमानत देने का फैसला करती है, तो वह अदालत द्वारा लगाई गई किसी भी शर्त का पालन करने के लिए तैयार हैं।
सिसोदिया फिलहाल तिहाड़ जेल में बंद हैं।
इससे पहले, ईडी ने कहा था कि मामला महत्वपूर्ण चरण में है और अगर रिहा किया गया, तो आरोपी जांच में बाधा डाल सकता है, जिसके बाद अदालत ने उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया था।
ईडी का मामला आबकारी नीति के संबंध में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा दर्ज की गई प्राथमिकी पर आधारित है।
सीबीआई ने यह आरोप लगाते हुए मामला दर्ज किया था कि दिल्ली आबकारी नीति को संशोधित करते समय अनियमितताएं की गईं, लाइसेंस धारकों को अनुचित लाभ दिया गया, लाइसेंस शुल्क माफ कर दिया गया या कम कर दिया गया और एल-1 लाइसेंस को सक्षम प्राधिकारी की मंजूरी के बिना बढ़ाया गया।
सीबीआई के अनुसार, लाभार्थियों ने आरोपियों को “अवैध” लाभ पहुंचाया और जांच से बचने के लिए उनके बहीखातों में गलत प्रविष्टियां कीं।
सीबीआई ने सिसोदिया को फरवरी 2023 में गिरफ्तार किया और बाद में उन्हें तिहाड़ जेल से ईडी ने हिरासत में ले लिया।
सीबीआई द्वारा गिरफ्तारी के बाद सिसोदिया ने दिल्ली के उपमुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। (भाषा)
नयी दिल्ली, 2 अप्रैल। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और नौ केंद्रीय मंत्रियों सहित राज्यसभा के कम से कम 54 सदस्यों का कार्यकाल मंगलवार और बुधवार को समाप्त हो रहा है। इनमें से कुछ उच्च सदन में नहीं लौटेंगे।
पूर्व प्रधानमंत्री सिंह की 33 साल की संसदीय पारी का बुधवार (3 अप्रैल) को समापन होगा। यह उस समय हो रहा है, जब कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी पहली बार उच्च सदन में पहुंच रही हैं।
आर्थिक सुधारों के सूत्रधार माने जाने वाले 91 वर्षीय सिंह अक्टूबर 1991 में पहली बार राज्यसभा के सदस्य बने। वह 1991 से 1996 तक नरसिम्हा राव की सरकार में वित्त मंत्री और 2004 से 2014 तक देश के प्रधानमंत्री रहे।
सोनिया गांधी पहली बार राजस्थान से उच्च सदन में प्रवेश करेंगी।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया, पशुपालन और मत्स्य पालन मंत्री परषोत्तम रूपाला, सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर, विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री नारायण राणे और सूचना और प्रसारण राज्य मंत्री एल. मुरुगन का राज्यसभा का कार्यकाल मंगलवार को पूरा हो गया।
पर्यावरण मंत्री भूपेन्द्र यादव और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का कार्यकाल बुधवार को समाप्त हो जाएगा। वैष्णव को छोड़कर ये सभी केंद्रीय मंत्री लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं, जिन्हें उच्च सदन में एक और कार्यकाल नहीं दिया गया है। वैष्णव और मुरुगन को राज्यसभा में एक और कार्यकाल दिया गया है।
उच्च सदन के 49 सदस्य मंगलवार (2 अप्रैल) को सेवानिवृत्त हो गए, जबकि पांच बुधवार (3 अप्रैल) को सेवानिवृत्त होने वाले हैं।
उच्च सदन से सेवानिवृत्त होने वालों में समाजवादी पार्टी की जया बच्चन भी शामिल हैं, जिन्हें उनकी पार्टी ने एक और कार्यकाल के लिए फिर से नामित किया है। ऐसे ही मनोज कुमार झा हैं, जिन्हें उनकी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल ने बिहार से राज्यसभा के एक और कार्यकाल के लिए फिर से नामित किया है। नासिर हुसैन (कांग्रेस) का भी कार्यकाल पूरा हो रहा है, जिन्हें कर्नाटक से फिर से नामित किया गया है।
कांग्रेस नेता अभिषेक सिंघवी का भी राज्यसभा में कार्यकाल आज समाप्त हो गया। वह फिलहाल उच्च सदन में नहीं होंगे, क्योंकि वह हिमाचल प्रदेश से राज्यसभा चुनाव हार गए हैं।
सेवानिवृत्त होने वाले अन्य लोगों में भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनिल बलूनी भी शामिल हैं, जो उत्तराखंड की पौड़ी गढ़वाल सीट से लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं।
इसके अलावा, पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी का भी राज्यसभा में कार्यकाल समाप्त हो रहा है और उन्हें पार्टी ने दोबारा नामित नहीं किया है। (भाषा)
बेंगलुरु, 2 अप्रैल। कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार ने मंगलवार को कहा कि प्रदेश में विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ द्वारा दस राजनीतिक दलों का समर्थन हासिल करने के लिए चर्चा जारी है ।
आम आदमी पार्टी समेत इंडिया गठबंधन के दलों के एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए शिव कुमार ने कहा, ‘‘हम कर्नाटक में इंडिया गठबंधन की करीब 10 पार्टियों के समर्थन पर चर्चा कर रहे हैं। यह महत्वपूर्ण नहीं है कि वे कितना वोट लाते हैं, लेकिन हम उन लोगों के प्रति अधिक उत्सुक हैं जो उनकी विचारधारा का पालन करते हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस और जद (एस) ने तुमकुरु में 2019 का चुनाव एक साथ लड़ा था। भाकपा को 17,000 वोट मिले और पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा मात्र 12,000 वोटों से चुनाव हार गए, हम 2024 के चुनावों में ऐसी स्थिति नहीं चाहते हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए, हम चाहते हैं कि सभी गठबंधन सहयोगी एकजुट होकर काम करें। हम इस पर चर्चा कर रहे हैं।’’
शिवकुमार ने आरोप लगाया कि भाजपा नीत केंद्र सरकार विपक्षी नेताओं पर अनावश्यक आरोप लगा रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘हम एक सुर में इस कार्रवाई की निंदा करते हैं। भाजपा ने चुनावी बॉण्ड मामले में स्पष्ट प्रतिक्रिया नहीं दे रही है। उन्होंने वाम दलों को 11 करोड़ रुपये का नोटिस दिया है। प्रधानमंत्री मोदी को इन बातों पर देश की जनता को जवाब देना होगा ।’’
कर्नाटक में कांग्रेस के 20 से अधिक सीटें जीतने का दावा करते हुये शिवकुमार ने कहा कि बेहतर समन्वय के लिए ‘इंडिया’ गठबंधन में शामिल सभी राजनीतिक दलों की एक समन्वय समिति बनायी जाएगी।
उन्होंने कहा कि सभी सहयोगी दलों ने समर्थन के लिये लिखित में दिया है। (भाषा)
रायपुर, 3 अप्रैल। कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह ने नागरिकों को सौ फीसदी मतदान की शपथ दिलाई। इसके बाद वे तेलीबांधा तालाब में वाक फॉर वोट में शामिल हुए। उनके साथ ज़िला प्रशासन अधिकारी कर्मचारी।वाक फॉर वोट के लिए नन्हीं बच्ची पूरे दल के आगे चल रही है।
बीजापुर/रायपुर, 3 अप्रैल। कोरचोली के जंगल में कल दिन भर चली मुठभेड़ के बाद सुरक्षा बलों ने अब तक 13 नक्सलियों के शव बरामद किया है।कल देर शाम तक 10 नक्सलियों के शव बरामद हुए थे।आज सुबह सर्चिंग के बाद जवानों ने और 3 नक्सलियों के शव बरामद किए है। यह मुठभेड़ करीब 8 घंटे DRG, CRPF,कोबरा बटालियन और बस्तर बटालियन के जवानों के बीच चली।
बीजेपी की वरिष्ठ नेता और यूपी के सुल्तानपुर की सांसद मेनका गांधी ने पीलीभीत से बेटे वरुण गांधी को पार्टी टिकट न दिए जाने पर अपनी प्रतिक्रिया दी है.
उत्तर प्रदेश में सुल्तानपुर की अपनी दस दिन की यात्रा के दौरान मेनका गांधी ने कहा कि वो बीजेपी में रहकर काफ़ी खुश हैं.
मेनका गांधी ने कहा,''मैं बीजेपी में हूं और इसे लेकर काफी खुश हूं. मैं अमित शाह, पीएम मोदी और नड्डा जी को टिकट के लिए धन्यवाद देती हूं. टिकट का ऐलान काफी देर से हुआ था इसलिए ये दुविधा थी कि मैं कहां से लड़ूं. पीलीभीत से या सुल्तानपुर से. पार्टी ने जो फैसला लिया उससे मैं खुश हूं.''
उनसे पूछा गया कि वरुण गांधी अब क्या करेंगे. इस सवाल पर उन्होंने कहा, ''उन्हीं से पूछिए कि वो क्या करना चाहेंगे. हम इस पर चुनाव के बाद विचार करेंगे. अभी समय है.''
उन्होंने कहा, ''मैं सुल्तानपुर आकर खुश हूं क्योंकि यहां से कोई भी सांसद दोबारा चुनाव नहीं जीता है.''
टिकट मिलने के बाद वो सुल्तानपुर पहली बार आई थीं. अपनी दस दिवसीय यात्रा के दौरान वह अपने लोकसभा क्षेत्र के 101 गांवों का दौरा करेंगी. (bbc.com/hindi)
योग गुरु रामदेव और उनके सहयोगी बालकृष्ण मंगलवार को पतंजलि आयुर्वेद के भ्रामक विज्ञापनों के मामले में सुप्रीम कोर्ट में हाज़िर हुए.
सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें अपने निर्देशों का पालन न करने के लिए कार्रवाई के लिए तैयार रहने को कहा है.
शीर्ष अदालत ने पतंजलि आयुर्वेद के ''भ्रामक विज्ञापनों'' से जुड़े केस में दोनों को फटकार लगाई है.
पतंजलि की ओर से पिछले महीने इस मामले में माफी भी मांगी गई थी लेकिन कोर्ट ने कहा कि वो कंपनी की ओर से इस तरह माफी मांगने से खुश नहीं है.
कोर्ट की ओर से माफीनामे के मुद्दे पर नाराज़गी ज़ाहिर करने के बाद रामदेव के वकील ने कहा कि रामदेव और बालकृष्ण दोनों निजी तौर पर माफ़ी मांगने के लिए तैयार हैं.
रामदेव के वकील ने कहा, ''हम माफ़ी मांगना चाहते हैं और कोर्ट जो भी कहे वो करने के लिए तैयार हैं.''
सुप्रीम कोर्ट ने 27 फरवरी को पतंजलि से कहा था कि वो अपनी दवाओं से जुड़े सभी भ्रामक विज्ञापन इलेक्ट्रॉनिक और प्रिंट माध्यमों से तुरंत हटा ले.
सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में कोई कार्रवाई न करने के लिए केंद्र सरकार की भी खिंचाई की और कहा कि ये लोग आंख मूंद कर बैठे हुए हैं.
कोर्ट ने कहा, ''यह दुर्भाग्यपूर्ण है. सरकार को तुरंत कोई कार्रवाई करनी होगी.'' (bbc.com/hindi)
आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह को सुप्रीम कोर्ट की ओर से ज़मानत दिए जाने पर दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने प्रतिक्रिया दी है.
सौरभ भारद्वाज ने मंगलवार को कहा, ''आज दो अप्रैल को मंगलवार के दिन आम आदमी पार्टी के ऊपर जो संकट थे, वो संकटमोचक हनुमान जी ने कुछ कम किए.''
सुप्रीम कोर्ट में एडिशनल सॉलिसिटर जनरल एसवी राजू ने कहा कि ईडी के डायरेक्टर ने संजय सिंह को ज़मानत दिए जाने पर कोई आपत्ति नहीं जताई.
कोर्ट में हुई सुनवाई के बारे में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सौरभ भारद्वाज ने कहा, ''सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के दौरान केंद्र सरकार, ईडी से पूछे जिसके जवाब उनके पास नहीं थे. कोर्ट के प्रश्न थे कि दिनेश अरोड़ा ने जेल में बंद होने के बाद, सरकारी गवाह बनने के बाद 10 बयान दिए. इन 10 बयानों में संजय सिंह के बारे में कोई बयान नहीं दिया गया.''
वो बोले, ''फिर दिनेश अरोड़ा को गिरफ़्तार किया गया और 11वां बयान लिया गया. इस बयान के अंदर वो बहुत सी गोलमोल बात कहता है. वो कहता है कि मेरे एक आदमी ने संजय सिंह के एक आदमी को एक-एक करोड़ रुपये दो बार दिए. उसका जो आदमी है, संजय सिंह का जो आदमी है, उसकी कोई गवाही नहीं. वो एक करोड़ रुपये कहां गए, कोई रिकवरी नहीं हुई, कोई ज़ब्ती नहीं हुई. सिर्फ एक आदमी का बयान?''
संजय सिंह को दिनेश अरोड़ा की गवाही के आधार पर अक्टूबर 2023 में गिरफ़्तार किया गया था.
ये गिरफ़्तारी दिल्ली के कथित शराब घोटाले केस में हुई थी. इसी मामले में आम आदमी पार्टी के दूसरे बड़े नेताओं को भी गिरफ़्तार किया गया है.
हाल ही में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को भी गिरफ़्तार किया गया था.
सौरभ भारद्वाज बोले, ''10 बार दिए बयानों में संजय सिंह का नाम नहीं आता है. मगर दबाव डालकर 11वें बयान में संजय सिंह का नाम लिया जाता है और आप राज्यसभा का वो सांसद उठा लो, जो बीजेपी से सवाल पूछता है.''
वो कहते हैं, ''सुप्रीम कोर्ट का दूसरा सवाल था कि क्या कोई पैसा रिकवर हुआ. अगर नहीं हुआ तो पीएमएलए क्यों लगाया गया?सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि ये कैसे मान लिया जाए कि गवाह ने 11 बयान दिए, उसमें से 10 आप कूड़े के डिब्बे में डाल दो. 11वां बयान, जो संजय सिंह के ख़िलाफ़ दिया गया वो रिकॉर्ड में क्यों नहीं डाला गया.''
सौरभ भारद्वाज ने कहा- केंद्र सरकार के पास इन सवालों के कोई जवाब नहीं थे, तब ईडी के पास कोई रास्ता नहीं बचा था. (bbc.com/hindi)