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नयी दिल्ली, 16 सितंबर। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि राहुल गांधी इसे कमजोर करने के लिए ‘‘काफी’’ हैं। केजरीवाल ने इन आरोपों को खारिज किया कि आम आदमी पार्टी (आप) भाजपा की ‘बी-टीम’ के रूप में काम कर रही है और कांग्रेस को कमजोर कर रही है।
‘आप’ के राष्ट्रीय संयोजक केजरीवाल ने ‘एनडीटीवी’ द्वारा आयोजित ‘टाउनहॉल कार्यक्रम’ में एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘क्या मुझे कांग्रेस को कमजोर करने की जरूरत है? क्या राहुल गांधी पर्याप्त नहीं हैं।’’
उनसे इस संबंध में उनकी प्रतिक्रिया पूछी गई थी कि राजनीति प्रतिद्वंद्वी इस तरह के आरोप लगा रहे हैं कि ‘आप’ कांग्रेस को कमजोर कर रही है और भाजपा की ‘बी-टीम’ के रूप में काम कर रही है।
कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ पर केजरीवाल ने कहा, ‘‘उन्हें करने दीजिए। सभी को अच्छा काम करना चाहिए। (कांग्रेस को) शुभकामनाएं।’’
यह पूछे जाने पर कि अगर ‘आप’ केंद्र में सत्ता में आई और वह प्रधानमंत्री बने तो क्या ऐसी चीजें होंगी, केजरीवाल ने कहा, ‘‘लोकतंत्र में लोग निर्णय लेते हैं। जब सभी एक साथ आएंगे, तो वे फैसला करेंगे।’’
केजरीवाल ने कहा कि यदि छात्रों को मुफ्त और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दी जाए, नागरिकों को मुफ्त और अच्छी स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जाएं और देश के हर युवा को नौकरी दी जाए तो भारत को पांच साल के भीतर दुनिया में नंबर एक बनाया जा सकता है। (भाषा)
ग्वालियर (मप्र), 17 सितंबर। भारत में चीतों को विलुप्त घोषित किए जाने के सात दशक बाद चीतों को देश में फिर से बसाने की परियोजना के तहत नामीबिया से आठ चीतों को लेकर विशेष मालवाहक विमान शनिवार सुबह यहां हवाई अड्डे पर उतरा।
मालवाहक बोइंग विमान में शुक्रवार रात को नामीबिया से उड़ान भरी थी और लगभग 10 घंटे की लगातार यात्रा के दौरान चीतों को लकड़ी के बने विशेष पिंजरों में यहां लाया गया।
एक अधिकारी ने बताया कि विमान सुबह आठ बजे से कुछ देर पहले ग्वालियर एयरबेस पर उतरा।
चीतों को आज ही वायु सेना के हेलीकॉप्टर द्वारा 165 किलोमीटर दूर कुनो राष्ट्रीय उद्यान ले जाया जाएगा, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने जन्मदिन के अवसर पर सुबह 10 बजकर 45 मिनट पर इनमें से तीन चीतों को इनके लिए बनाए गए विशेष बाड़ों में छोडेंगे।
एक अधिकारी ने कहा कि यात्रा के दौरान चीते बिना भोजन के रहे और उन्हें बाड़े में छोड़े जाने के बाद खाने के लिए कुछ दिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि उद्यान में एक मंच स्थापित किया गया है जिस पर चीतों के विशेष पिंजरों को रखा जाएगा और मोदी लीवर चलाकर उनमें से तीन चीतों को एक बाड़े में छोड़ देंगे। उसके बाद, कुछ गणमान्य व्यक्ति शेष चीतों को अन्य बाड़ों में छोड़ेंगे।
इन चीतों को टेरा एविया की एक विशेष उड़ान में लाया गया है जो यूरोप में चिसीनाउ, मोल्दोवा में स्थित एक एअरलाइन है। यह चार्टर्ड यात्री और मालवाहक उड़ानें संचालित करती है।
कुनो राष्ट्रीय उद्यान विंध्याचल पहाड़ियों के उत्तरी किनारे पर स्थित है और 344 वर्ग किलोमीटर इलाके में फैला हुआ है।
अधिकारियों ने भारी बारिश, खराब मौसम और कुछ सड़कें अवरुद्ध होने के बावजूद कुनो में चीतों को अपने नए बसेरे में छोड़ने के मोदी के कार्यक्रम की तैयारियां पूरी की।
प्रधानमंत्री मोदी के कार्यक्रम से दो दिन पहले मध्य प्रदेश के ग्वालियर-चंबल इलाके में भारी बारिश हुई है। (भाषा)
नयी दिल्ली, 17 सितंबर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शनिवार को 72वें जन्मदिन पर कई नेताओं एवं गणमान्य लोगों ने उन्हें शुभकामनाएं दीं।
उनके जन्मदिन पर अक्सर विकासात्मक पहल की जाती है और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ‘सेवा’ गतिविधियां शुरू करती है।
मोदी आज विविध क्षेत्रों के चार कार्यक्रमों को संबोधित करेंगे। वह नामीबिया से लाए चीतों को मध्य प्रदेश के एक राष्ट्रीय उद्यान में भी छोड़ेंगे।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मोदी को बधाई देते हुए कहा कि उनके अतुलनीय परिश्रम, कर्तव्यनिष्ठा और सृजनशीलता के साथ किया जा रहा राष्ट्र निर्माण का कार्य आगे बढ़ता रहे।
मोदी के मंत्रिमंडल के सहयोगियों ने भी उन्हें जन्मदिन की बधाई दी तथा उनके नेतृत्व एवं प्रशासनिक कौशल की सराहना की।
गृह मंत्री अमित शाह ने प्रधानमंत्री को भारतीय संस्कृति का संवाहक बताया, जिन्होंने देश को अपनी मूल जड़ों से जोड़ हर क्षेत्र में आगे ले जाने का काम किया है।
शाह ने कहा, ‘‘मोदी जी की दूरदर्शिता एवं नेतृत्व में नया भारत एक विश्वशक्ति बनकर उभरा है। मोदी जी ने वैश्विक नेता के रूप में अपनी पहचान बनायी है, जिसका पूरी दुनिया सम्मान करती है।’’
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का जीवन सेवा और समर्पण का प्रतीक है। गृह मंत्री ने उन्हें सुरक्षित, सशक्त एवं आत्मनिर्भर भारत का निर्माता बताया।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि मोदी ने अपने नेतृत्व से देश में प्रगति और सुशासन को अभूतपूर्व मजबूती दी है तथा वह भारत के मान और सम्मान को नई बुलंदी पर लेकर गए हैं।
सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री ने देश में राजनीति को नया आयाम दिया है और विकास के साथ गरीब कल्याण को भी पूरा महत्व दिया है।
युवावस्था से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक रहे मोदी को भारतीय जनता पार्टी के संगठन में शामिल किया गया और बाद में वह 2001 में गुजरात के मुख्यमंत्री बने।
भाजपा ने उनके नेतृत्व में लगातार तीन बार- 2002, 2007 और 2012 में- गुजरात विधानसभा चुनाव और फिर 2014 तथा 2019 में लोकसभा चुनाव में जीत हासिल की। (भाषा)
हजारीबाग, 16 सितंबर। झारखंड के हजारीबाग में ट्रैक्टर की किश्त समय पर न चुका पाने पर किसान का ट्रैक्टर जबरन उठाने आये फाइनेंस कंपनी के कर्मियों ने दिव्यांग किसान की गर्भवती बेटी को वाहन से कुचल दिया जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गयी।
हजारीबाग के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मनोज रतन चौथे ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि इस सिलसिले में फाइनेंस कंपनी के स्थानीय प्रबंधक समेत चार लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है और सभी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस मुख्यालय के उपाधीक्षक राजीव कुमार के नेतृत्व में विशेष जांच दल का गठन किया गया है जो उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है।
उन्होंने बताया कि इचाक पुलिस थाना क्षेत्र के बरियाठ के दिव्यांग किसान मिथिलेश मेहता को महिंद्रा फाइनेंस कंपनी से संदेश मिला था कि वह ट्रैक्टर खरीदने के लिए लिये गये कंपनी के कर्ज की एक लाख तीस हजार रुपये की बकाया किश्तें बृहस्पतिवार तक अवश्य जमा करा दें लेकिन जब वह ऐसा नहीं कर सका तो शुक्रवार को फाइनेंस कंपनी के एजेंट एवं अधिकारी उसके घर पहुंचे और उसका ट्रैक्टर उठा लिया।
उन्होंने बताया कि जब वह किसान का ट्रैक्टर ले जाने लगे तो किसान उनके पीछे भागा और तत्काल एक लाख, बीस हजार की बकाया राशि देने की बात कही लेकिन फाइनेंस कंपनी के कर्मचारी नहीं माने और उसका ट्रैक्टर जबरन लेकर जाने लगे।
उन्होंने बताया कि दिव्यांग किसान की 27 वर्षीय बेटी मोनिका उन्हें रोकने के लिए पीछे भागी,लेकिन वह वाहन की चपेट में आ गई, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गयी।
घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने शव रखकर प्रदर्शन किया और परिवार को तत्काल दस लाख रूपये का मुआवजा देने और फाइनेंस कंपनी के कर्मचारियों को गिरफ्तार करने की मांग की।
बाद में महिंद्रा फाइनेंस कंपनी के प्रबंध निदेशक अनीश शाह की ओर से बयान जारी कर इस घटना पर अफसोस जाहिर किया गया और कहा गया कि कंपनी पूरी तरह पीड़ित परिवार के साथ है और घटना की जांच में हर संभव मदद करेगी। (भाषा)
गोंडा (उप्र), 16 सितंबर। गोंडा जिले के कर्नलगंज थाना क्षेत्र में शुक्रवार रात रास्ते में टूटे विद्युत तार की चपेट में आने से दो सगे भाइयों समेत तीन युवकों की मौत हो गई। पुलिस ने यह जानकारी दी।
कर्नलगंज के पुलिस क्षेत्राधिकारी (सीओ) मुन्ना उपाध्याय ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि कोचा कासिमपुर गांव निवासी दो सगे भाई विनय कुमार (25) व सुमित (20) अपने एक दोस्त शुभम उर्फ राजा (18) के साथ करीब साढ़े सात बजे चौरी चौराहा स्थित अपनी दुकान बंद करके मोटरसाइकिल से गांव लौट रहे थे।
सीओ ने बताया कि तीनों युवक खराब मौसम के कारण कुछ देर पहले ही शीशम के पेड़ के बिजली के खंभे पर गिर जाने के कारण टूटे हुए तार की चपेट में आ गए।
उधर से गुजर रहे अन्य राहगीरों ने विद्युत उपकेंद्र को फोन करके लाइन बंद कराई और इसके बाद उन्हें स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। चिकित्सक ने तीनों को मृत घोषित कर दिया। (भाषा)
कोल्लम (केरल), 17 सितंबर। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को यहां करुनागपल्ली के समीप पुथियाकावु जंक्शन से हजारों पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के 10वें दिन का सफर शुरू किया।
गांधी और यात्रा में शामिल सदस्यों ने शुक्रवार को करीब 24 किलोमीटर की पदयात्रा करने के बाद करुनागपल्ली में विश्राम किया था।
यात्रा सुबह साढ़े छह बजे फिर से शुरू हो गयी। गांधी और पार्टी के अन्य सदस्य करीब 12 किलोमीटर की पदयात्रा करेंगे और अलपुझा जिले में प्रवेश करेंगे तथा सुबह करीब 11 बजे कयामकुलम में विश्राम करेंगे। वे फिर शाम पांच बजे पदयात्रा शुरू करेंगे और आठ किलोमीटर का सफर करेंगे। वे चेप्पड में एक जनसभा के साथ शनिवार के कार्यक्रम का समापन करेंगे।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता के. सुरेश, के. मुरलीधरन, के सी वेणुगोपाल और राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता वी डी सतीशन भी गांधी के साथ पदयात्रा कर रहे हैं।
इस बीच, गांधी ने शुक्रवार रात को करुनागपल्ली के समीप आध्यात्मिक गुरू माता अमृतानंदमयी के आश्रम में उनसे मुलाकात की। उन्होंने फेसबुक पर अमृतानंदमयी के साथ कई तस्वीरें भी साझा की।
गांधी ने कहा, ‘‘कोल्लम के करुनागपल्ली के समीप मां अमृतानंदमयी से उनके आश्रम में मुलाकात करने का सौभाग्य मिला। अम्मा का संगठन गरीब और वंचितों की मदद के लिए जो शानदार काम कर रहा है उससे बहुत प्रभावित हुआ। विनम्रतापूर्वक उनका अभिवादन किया और बदले में उन्होंने मुझे गर्मजोशी से, प्रेमपूर्वक गले लगाया।’’
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने भी गांधी और अमृतानंदमयी की तस्वीर ट्वीट की।
रमेश ने कहा, ‘‘लंबी चली पदयात्रा के आखिर में राहुल गांधी ने माता अमृतानंदमयी से वल्लीकावु में उनके आश्रम में मुलाकात की। उनकी विनम्रता, प्रेम की सार्वभौमिक भाषा और दर्शन का अनूठा अंदाज ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के संदेश का पर्याय है।’’
कांग्रेस की 3,570 किलोमीटर लंबी और 150 दिन तक चलने वाली यह पदयात्रा तमिलनाडु के कन्याकुमारी से सात सितंबर को आरंभ की गई थी और इस दौरान 12 राज्यों एवं दो केंद्रशासित प्रदेशों का दौरा किया जाएगा।
भारत जोड़ो यात्रा 10 सितंबर की शाम को केरल पहुंची थी। केरल में 450 किलोमीटर की दूरी तय की जाएगी और इस दौरान 19 दिन में सात जिलों को कवर किया जाएगा। इसके बाद यह एक अक्टूबर को कर्नाटक पहुंचेगी।
यह यात्रा 17 सितंबर को अलपुझा में प्रवेश करेगी और 21 तथा 22 सितंबर को एर्नाकुलम जिले से होते हुए 23 सितंबर को त्रिशूर पहुंचेगी। (भाषा)
मुंबई, 17 सितंबर। महाराष्ट्र के खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) ने जन स्वास्थ्य के हित में जॉनसन एंड जॉनसन प्राइवेट लिमिटेड का बेबी पाउडर निर्माण लाइसेंस रद्द कर दिया है।
राज्य सरकार की एजेंसी ने शुक्रवार को जारी एक विज्ञप्ति में कहा कि कंपनी का उत्पाद जॉनसन बेबी पाउडर नवजात शिशुओं की त्वचा को प्रभावित कर सकता है।
नियामक ने कहा कि शिशुओं के लिए पाउडर के नमूने प्रयोगशाला जांच के दौरान मानक पीएच मान के अनुरूप नहीं थे। विज्ञप्ति में कहा गया है कि कार्रवाई कोलकाता स्थित केंद्रीय औषधि प्रयोगशाला की निर्णायक रिपोर्ट के बाद की गई थी, जिसमें निष्कर्ष निकाला गया था कि ‘‘पाउडर का नमूना पीएच जांच के संबंध में आईएस 5339:2004 के अनुरूप नहीं है।’’
विज्ञप्ति के अनुसार, एफडीए ने गुणवत्ता जांच के उद्देश्य से पुणे और नासिक से जॉनसन के बेबी पाउडर के नमूने लिए थे। सरकारी विश्लेषक ने नमूनों को ‘‘मानक गुणवत्ता के अनुरूप नहीं’’ के रूप में घोषित किया था क्योंकि वे पीएच जांच में शिशुओं के त्वचा पाउडर के लिए आईएस 5339:2004 की विशिष्टता का पालन नहीं करते हैं।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि इसके बाद, एफडीए ने जॉनसन एंड जॉनसन को औषध एवं प्रसाधन अधिनियम, 1940 और नियमों के तहत एक कारण बताओ नोटिस जारी किया, इसके अलावा कंपनी को उक्त उत्पाद के भंडार को बाजार से वापस लेने के निर्देश जारी किए।
कंपनी ने सरकारी विश्लेषक की ‘‘रिपोर्ट को स्वीकार नहीं किया’’ और इसे केंद्रीय औषधि प्रयोगशाला में भेजने के लिए अदालत में चुनौती दी है। (भाषा)
नयी दिल्ली , 17 सितंबर। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी के कई अन्य नेताओं ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जन्मदिन की बधाई दी।
राहुल गांधी ने ट्वीट किया, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जन्मदिन की बधाई।' कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा, "प्रधानमंत्री को जन्मदिन की शुभकामनायें। उनके अच्छे स्वास्थ्य और दीर्घायु होने की कामना है। आशा करता हूं कि वह हमारे नागरिकों के जीवन से अंधेरे को मिटाने और प्रगति, विकास और सामाजिक सद्भाव का उजाला लाने के लिए काम करेंगे।" राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने ट्वीट कर कहा , "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को जन्मदिवस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।मैं आपके स्वस्थ एवं दीर्घायु जीवन की कामना करता हूं।" प्रधानमंत्री मोदी आज 72 साल के हो गए हैं। (भाषा)
नोएडा(उप्र), 17 सितंबर (भाषा)। गौतमबुद्ध नगर में बहन और उसके नवजात बच्चे की देखभाल करने आई युवती के साथ जीजा द्वारा ही नशीला पदार्थ खिलाकर दुष्कर्म करने और पूरी घटना का वीडियो बनाने व ब्लैकमेल करने का मामला सामने आया है। इस मामले में जारचा थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस प्रवक्ता ने शनिवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि थाना जारचा क्षेत्र के सिद्धिपुर गांव निवासी अमित राणा की वर्ष 2017 में बुलंदशहर की रहने वाली एक युवती से शादी हुई थी उसकी छोटी बहन का यहां-जाना था।
प्रवक्ता के मुताबिक वर्ष 2019 के शुरुआत में बड़ी बहन को बेटा हुआ तो पीड़िता बहन की देखभाल करने के लिए सिद्धिपुर आ गई। उन्होंने बताया है कि आरोप है कि उसी दौरान जीजा ने नींद की गोली खिलाकर उसके साथ दुष्कर्म किया और अश्लील वीडियो बना लिया, जिसके आधार पर वह पीड़िता को ब्लैकमेल कर नियमित दुष्कर्म करता था।
प्रवक्ता ने बताया कि पीड़िता की मां नहीं है, जिसकी वजह से वह अपनी आपबीती किसी को नहीं बता सकी। उन्होंने बताया कि तहरीर के मुताबिक पीड़िता ने भाई की शादी होने पर अपनी भाभी को पूरी घटना की जानकारी दी।
प्रवक्ता ने बताया कि पीड़िता की शिकायत पर शुक्रवार रात थाना जारचा में उसके जीजा अमित राणा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है और उसकी तलाश की जा रही है।
बिलासपुर, 17 सितंबर। सिंगल बेंच के आदेश के खिलाफ नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया को डबल बेंच ने मुआवजे के एक मामले में राहत प्रदान की है।
रायपुर के स्नेहल गोयल और शुभम् गोयल की जमीन को नेशनल हाईवे के लिए अधिग्रहित किया गया है। भू स्वामियों के लिए 24 लाख रुपये मुआवजा तय किया गया। इसके विरुद्ध दोनों ने आर्बिट्रेटर, कमिश्नर के समक्ष अपील की। कमिश्नर ने उन्हें 1.32 करोड़ रुपये मुआवजा देने का आदेश दिया। इस आदेश के खिलाफ एनएचएआई ने जिला कोर्ट में याचिका दायर की। जिला कोर्ट में याचिका दायल होते ही भू स्वामियों ने हाईकोर्ट की शरण ली। हाईकोर्ट की सिंगल बेंच ने आर्बिट्रेटर कमिश्नर के आदेश को सही ठहराते हुए एनएचएआई को पालन करने का आदेश दिया। इस आदेश के विरुद्ध एनएचएआई ने डबल बेंच में अपील की। अपील में कहा गया कि जिला कोर्ट में सुनवाई के पहले भू स्वामी को हाईकोर्ट आने का अधिकार नहीं है। वह जिला कोर्ट से संतुष्ट न होने पर ही अपील कर सकता है। चीफ जस्टिस ने एनएचएआई के पक्ष को सही मानते हुए सिंगल बेंच के आदेश को रद्द कर दिया।
बिलासपुर, 17 सितंबर। टीचर्स एजिबिलिटी टेस्ट को लेकर नेशनल कौंसिल फॉर टीचर्स एजुकेशन की अधिसूचना को हाईकोर्ट में चुनौती दी गई है। हाईकोर्ट ने मामले की सुनवाई करते हुए राज्य सरकार, एनसीटीई और व्यापमं को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।
बिलासपुर के सुशील गहरे ने अपने अधिवक्ता के माध्यम से दायर याचिका में कहा कि पूर्व में जिन लोगों ने डी एड कर लिया है उन्हें भी सहायक शिक्षक पद के लिए पात्र माना जाता था लेकिन सन् 2018 में एक अधिसूचना जारी कर एनसीटीई ने पात्रता दो दी लेकिन दो वर्ष के भीतर उन्हें 6 माह का ब्रिज कोर्स करना होगा। अधिसूचना को चुनौती देते हुए याचिकाकर्ता ने टेट परीक्षा पर स्थगन देने की मांग की। उक्त परीक्षा 18 सितंबर को रखी गई है। कोर्ट ने कम समय होने के कारण परीक्षा को स्थगित करने का आदेश देने से इंकार कर दिया लेकिन राज्य सरकार, एनसीटीई और व्यापमं को जवाब दाखिल करने के लिए कहा है।
रायपुर, 16 सितंबर। पैसे के लेन देन के विवाद में युवक ने अपने साथी को चलती ट्रेन के सामने ढकेल दिया। इसमें युवक का एक पैर कट गया। पुलिस ने हत्या की कोशिश का प्रकरण दर्ज किया है।
पुलिस के अनुसार राहुल साहू ने ईश्वर सागर से कुछ दिनों पहले रकम उधार में लिया था। इसे लेने ईश्वर अपने साथी अशोक मंडल के साथ राहुल से मिलने खम्हारडीह के गणेश नगर पटरी के पास गया था। राहुल पार्वती नगर खम्हारडीह में रहता है। पैसे की बात हो रही थी और राहुल कुछ और समय चाह रहा था।इसी बात पर ईश्वर ने पटरी से गुजर रही ट्रेन के सामने राहुल को ढकेल दिया। और फरार हो गया। इसमें राहुल का बायां पैर कट गया।उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने ईश्वर और अशोक के खिलाफ धारा307,326,34 के तहत हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया है।
-इक़बाल अहमद
बिहार में इस समय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर की मुलाक़ात को लेकर चर्चा गर्म है.
नीतीश कुमार और प्रशांत किशोर दोनों ने ख़ुद इस बात की पुष्टि कर दी है कि उन दोनों की मुलाक़ात हुई है.
मीडिया से बातचीत के दौरान नीतीश कुमार ने कहा कि उनके पूर्व सहयोगी पवन वर्मा उनसे मिलने के लिए उनके घर आए थे और पवन वर्मा के ही साथ प्रशांत किशोर भी आए थे.
नीतीश ने कहा कि प्रशांत किशोर से कोई ख़ास बातचीत नहीं हुई और किसी से मिलने में आख़िर क्या दिक़्कत़ है. नीतीश ने कहा कि प्रशांत किशोर से तो उनके बहुत पुराने संबंध हैं.
लेकिन पत्रकारों ने जब नीतीश से यह पूछा कि क्या आप चाहते हैं कि वो आपके साथ आ जाएँ, तो नीतीश ने कहा कि यह आप उन्हीं से पूछ लीजिए.
प्रशांत किशोर के अभियान 'जन सुराज' की तरफ़ से प्रेस विज्ञप्ति जारी कर मुलाक़ात की पुष्टि की गई है. उन्होंने इसे सामाजिक शिष्टाचार मुलाक़ात क़रार दिया.
बयान में प्रशांत किशोर ने कहा, "नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री हैं, मैं मई से बिहार में काम कर रहा हूँ. तब से कई बार मिलने की बात हुई, लेकिन नहीं मिल पाए थे. इसलिए शिष्टाचार के नाते उनसे मुलाक़ात हुई है."
प्रशांत किशोर दो अक्तूबर से बिहार में पदयात्रा करने वाले हैं. उन्होंने कहा कि उन्होंने जो रास्ते चुने हैं, वो उस पर क़ायम हैं और वो उनसे पीछे नहीं हटेंगे.
लेकिन प्रशांत ने इतना ज़रूर कहा कि अगर नीतीश कुमार एक साल में 10 लाख लोगों को नौकरी देने का अपना वादा पूरा कर देते हैं, तो ही फिर कुछ बात हो सकती है.
यहाँ यह बताना ज़रूरी है कि प्रशांत किशोर ने 2015 में नीतीश कुमार के साथ काम करना शुरू किया था और नीतीश-लालू के गठबंधन ने 2015 के विधान सभा चुनाव में बीजेपी को हराकर शानदार जीत हासिल की थी.
बाद में प्रशांत किशोर जद-यू में शामिल हो गए थे और उन्हें नीतीश कुमार ने पार्टी का उपाध्यक्ष बना दिया था. एक समय ऐसा भी था जब उन्हें नीतीश के बाद पार्टी का सबसे शक्तिशाली नेता और नीतीश के उत्तराधिकारी के तौर पर देखा जाने लगा था.
लेकिन फिर नीतीश कुमार और प्रशांत किशोर में कुछ मुद्दों पर मतभेद होने लगे और आख़िरकार प्रशांत किशोर को पार्टी से बर्ख़ास्त कर दिया गया था.
अब एक बार फिर नीतीश कुमार और प्रशांत किशोर की मुलाक़ात हुई है. भले ही दोनों इसे एक शिष्टाचार के तहत हुई मुलाक़ात कह रहे हैं, लेकिन राजनीति में जो दिखता है वो होता नहीं और जो कहा जाता है अक्सर उसके विपरीत चीज़ें होती हैं.
इसीलिए नीतीश और प्रशांत किशोर की इस ताज़ा मुलाक़ात के बाद अब सवाल उठना लाज़िमी है कि इस मुलाक़ात के राजनीतिक मायने क्या हैं और क्या एक बार फिर प्रशांत किशोर नीतीश कुमार के लिए काम कर सकते हैं.
'मुलाक़ात की कड़ियाँ 2024 के चुनाव से जुड़ती हैं'
प्रभात ख़बर अख़बार के संपादक अजय कुमार बीबीसी के साथ बातचीत में कहते हैं कि नीतीश कुमार और प्रशांत किशोर की मुलाक़ात की कड़ियाँ 2024 के लोकसभा चुनाव से जुड़ती हैं.
नीतीश कुमार कह चुके हैं कि वो 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के ख़िलाफ़ सभी विपक्षी पार्टियों को एक प्लेटफ़ॉर्म पर लाने की कोशिश करेंगे.
नीतीश का हालिया दिल्ली दौरा इस बात का सबूत है जब उन्होंने कांग्रेस के राहुल गांधी से लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत लगभग सभी पार्टियों के नेताओं से मुलाक़ात की.
अजय कुमार के अनुसार, विपक्ष के किसी भी संभावित गठजोड़ में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का रोल क्या होगा, इसको लेकर अभी भी स्थिति बहुत साफ़ नहीं है.
एक समय बीजेपी के गठबंधन में शामिल रहने वाली ममता बनर्जी इस समय ख़ुद को बीजेपी और ख़ासकर नरेंद्र मोदी की सबसे बड़ी राजनीतिक विरोधी के तौर पर पेश कर रही हैं. लेकिन किसी भी विपक्षी गठबंधन में उनकी अपनी क्या भूमिका होगी यह उन्होंने स्पष्ट नहीं किया है.
ममता की भूमिका
अजय कुमार के अनुसार, यहाँ पर प्रशांत किशोर नीतीश कुमार के लिए बड़े मददगार हो सकते हैं.
अजय कुमार कहते हैं, "नीतीश कुमार की मुहिम में ममता बनर्जी जुड़ेंगी या नहीं. प्रशांत किशोर ममता बनर्जी के साथ काम कर चुके हैं. इसके अलावा अलग-अलग राज्यों में जो छोटी-छोटी पार्टियाँ हैं, उनको नीतीश कुमार के साथ जोड़ने में प्रशांत किशोर की बड़ी भूमिका हो सकती है."
बिहार की राजनीति पर बारीक नज़र रखने वाले वरिष्ठ पत्रकार नलिन वर्मा प्रशांत किशोर की इसी ख़ासियत का ज़िक्र करते हुए कहते हैं कि ''प्रशांत किशोर अब तक देश के 11 मुख्यमंत्रियों के साथ काम कर चुके हैं और कुछ एक को छोड़ दिया जाए तो उनकी सफलता का रिकॉर्ड बहुत शानदार रहा है.''
नलिन वर्मा के अनुसार नीतीश कुमार इस देश के एक बड़े क्षेत्रीय नेता हैं और उनके राजनीतिक वजूद को नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता है. नलिन वर्मा के अनुसार देश की सभी विपक्षी पार्टियों के बीच कई मुद्दों पर आपसी मतभेद ज़रूर हैं, लेकिन सभी पार्टियाँ चाहती हैं कि बीजेपी को हराया जाए.
नलिन वर्मा कहते हैं, "अगर विपक्षी पार्टियाँ वाक़ई बीजेपी को हराना चाहती हैं तो उन्हें अपने आपसी मतभेद को हटाकर एक होने का रास्ता बनाना होगा, अभी भी आम चुनाव में क़रीब पौने दो साल बाक़ी है. ऐसे में प्रशांत किशोर की भूमिका अहम हो सकती है क्योंकि वो एक सफल चुनावी रणनीतिकार हैं. राष्ट्रीय स्तर पर नेताओं से उनके संबंध और राष्ट्रीय राजनीति की उनकी समझ बहुत गंभीर है. आधुनिक राजनीतिक मैनेजमेंट करने वालों में भारत में फ़िलहाल उनके बराबर का कोई दिखाई नहीं पड़ता है."
एक-दूसरे पर बयानबाज़ी
प्रशांत किशोर की चुनावी रणनीतिक कौशल पर अगर शक नहीं भी किया जाए तो हाल के दिनों या महीनों में नीतीश कुमार और प्रशांत किशोर जिस तरह से एक-दूसरे पर बयानबाज़ी करते आएँ हैं, उसके बाद क्या उनके लिए फिर एक बार साथ मिलकर काम करना आसान होगा?
पिछले हफ़्ते नीतीश कुमार दिल्ली में थे और उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा था कि प्रशांत किशोर को बिहार में विकास के बारे में कुछ भी पता नहीं है. वो बेकार की बातें करते रहते हैं. नीतीश ने तो यहाँ तक कह दिया था कि वो बीजेपी को मदद पहुँचाने के लिए यह सब कह रहे हैं.
प्रशांत किशोर ने भी नीतीश कुमार पर हमले करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है. प्रशांत किशोर नीतीश कुमार के लिए फ़ेविकोल का ब्रैंड एम्बेसेडर जैसे शब्दों का इस्तेमाल कर चुके हैं. बिहार में विकास के नीतीश कुमार के सभी दावों को भी वो खोखला क़रार देते रहे हैं.
लेकिन नलिन वर्मा राजनीति में इस तरह की बयानबाज़ी को ज़्यादा अहमियत नहीं देते हैं. वो कहते हैं, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केवल दो-तीन महीने पहले कहा था कि इस देश में जयप्रकाश नारायण और लोहिया के बाद अगर कोई सच्चा समाजवादी नेता है तो वो नीतीश कुमार हैं. अब बीजेपी के नेता नीतीश कुमार को क्या नहीं बोल रहे हैं."
उनके अनुसार, एक-दो महीने पहले तक तेजस्वी यादव और नीतीश कुमार भी एक-दूसरे को क्या नहीं कह रहे थे.
वरिष्ठ पत्रकार और राजनीतिक विश्लेषक सुरूर अहमद कहते हैं कि नीतीश कुमार से मिलकर और 10 लाख की नौकरी का ज़िक्र करके प्रशांत किशोर ने एक संकेत दिया है कि वो नीतीश कुमार के साथ मिलकर दोबारा काम कर सकते हैं.
सुरूर अहमद इसे जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह के पार्टी छोड़ने से भी जोड़कर देखते हैं.
सुरूर अहमद कहते हैं, "प्रशांत किशोर का आरसीपी से समीकरण बहुत ही ख़राब था. अब जब आरसीपी पार्टी से बाहर हैं तो प्रशांत किशोर पार्टी में दोबारा शामिल हो सकते हैं. प्रशांत किशोर को शायद इस बात का अंदाज़ा हो गया है कि उनकी संभावित पदयात्रा उतनी कामयाब नहीं होगी, इसलिए उन्हें यह बात सूट कर रही है कि वो नीतीश के साथ दोबारा काम करें. प्रशांत किशोर भले ही एक सफल चुनावी रणनीतिकार कहे जाते हों, लेकिन वो उन्हीं जगहों पर ज़्यादा कामयाब हुए हैं, जहाँ पर पहले से माहौल उस पार्टी के पक्ष में था. प्रशांत किशोर को राष्ट्रीय स्तर पर बदले हुए राजनीतिक माहौल का कुछ अंदाज़ा हो रहा है.''
2004 में वाजपेयी की हार
तो क्या 2024 के आम चुनाव में बीजेपी 2014 की तुलना में कमज़ोर होती हुई दिख रही है, इस सवाल के जवाब में सुरूर अहमद कहते हैं, "2004 के चुनाव में वाजपेयी बहुत ही मज़बूत दावेदार लग रहे थे, लेकिन जब चुनाव हुए तो राज्यों के स्तर पर कांग्रेस ने जो गठबंधन किया था उसी के कारण बीजेपी की हार हुई थी. 2024 के लोकसभा चुनाव में भी राज्यों में किस तरह विपक्षी गठबंधन होता है उस पर बहुत कुछ निर्भर करेगा."
सुरूर अहमद के अनुसार, अगर नीतीश कुमार विपक्ष का चेहरा होते हैं, तो कुर्मी-कोइरी वोटों पर बिहार, यूपी, मध्यप्रदेश और गुजरात में असर पड़ सकता है.
लेकिन अगर प्रशांत किशोर एक बार फिर नीतीश कुमार के साथ आते हैं तो क्या उनकी हैसियत पार्टी में पहली जैसी होगी, इस पर नलिन वर्मा कहते हैं कि इस समय दोनों को एक-दूसरे की ज़रूरत है.
नलिन वर्मा कहते हैं, "प्रशांत किशोर फ़िलहाल एक राजनीतिक कार्यकर्ता के रूप में काम कर रहे हैं, लेकिन अगर वो चुनावी रणनीतिकार के अपने पुराने रूप में वापस लौटते हैं तो उन्हें भी एक नेता की ज़रूरत है. उन्हें कोई ममता, कोई राहुल या कोई नीतीश चाहिए जिन्हें वो आगे रखकर अपना काम कर सकें. उसी तरह आधुनिक दौर की बदली हुई राजनीति में किसी जननेता को भी एक चुनावी रणनीतिकार की ज़रूरत है. इसलिए दोनों को एक-दूसरे की ज़रूरत है और प्रशांत किशोर अगर साथ आते हैं तो किसी अहम भूमिका में ही रहेंगे."
प्रशांत किशोर और नीतीश कुमार दोबारा साथ आएंगे या नहीं अभी यह नहीं कहा जा सकता है, लेकिन दो अक्तूबर को इस बारे में कुछ अंदाज़ा हो सकता है जब प्रशांत किशोर अपनी पदयात्रा शुरू करेंगे, तब देखना होगा कि उस समय नीतीश कुमार के लिए वो किस तरह की भाषा का इस्तेमाल करते हैं. (bbc.com/hindi)
-सुशीला सिंह
नेशनल फ़ैमिली हेल्थ सर्वे NFHS-5 के मुताबिक़ कुछ दक्षिण भारतीय राज्यों की महिलाओं समेत दिल्ली की महिलाओं में मोटापा बढ़ा है. NFHS-5 और NFHS-4 के आंकड़ों की तुलना की जाए तो तमिलनाडु, केरल, आंध्रप्रदेश, पुदुच्चेरी समेत दिल्ली में महिलाओं में अधिक वज़न या मोटापा बढ़ा है.
इस बारे में हैदराबाद स्थित काउंसिल फ़ॉर सोशल डेवलपमेंट संस्था ने NFHS-5 के आंकड़ों के आधार पर ये शोध किया है.
काउंसिल फ़ॉर सोशल डिवेलपमेंट संस्था में रिसर्च एसोसिएट के पद पर काम कर रहे मोहम्मद शाहिद कहते हैं कि NFHS-4 और NFHS-5 की तुलना की जाए तो आंकड़े काफ़ी चिंताजनक हैं, जहां ये देखा जा सकता है कि महिलाओं में मोटापा बढ़ा है जैसे कि तमिलनाडु में बढ़कर 40.5% , केरल में 38.2%, आंध्रप्रदेश में 36.3% और पुदुच्चेरी में 46.3% में ये बढ़ा है.
वहीं डेटा ये भी कहता है कि 15-49 उम्र में पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में मोटापा बढ़ा है.
लेकिन महिलाओं में मोटापा केवल दक्षिणी राज्यों में बढ़ा है ऐसा नहीं है. दिल्ली में ये बढ़कर 41.4% तो पंजाब में 44% हो गया है.
ये कैसे जाना जाए कि किसी व्यक्ति का वज़न अधिक हुआ है या वो मोटा है? बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) शरीर के वज़न और लंबाई से पता चलता है. अगर बीएमआई 25 से ऊपर है तो वज़न अधिक माना जाता है और 30 से अधिक होता है तो मोटापा कहा जाता है.
मोटापा बढ़ने के कारण?
चेन्नई में एक सरकारी मल्टी स्पेशियालिटी अस्पताल में डायटीशियन का काम करने वाली डॉक्टर मीनाक्षी बजाज इस अस्पताल की टेक्निकल बेरिएट्रिक कमिटी की भी सदस्य हैं. वो यहां आने वाले मरीज़ों को बेरिएट्रिक सर्जरी की जरूरत है या नहीं इसका फ़ैसला कमेटी के सदस्यों के साथ लेती हैं.
वो कहती हैं, ''उनके पास अधिक वज़न या मोटापे की समस्या को लेकर अगर पांच लोग आते हैं तो उसमें से चार महिलाएं होती हैं. NFHS डेटा में ये भी कहा गया है कि कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल, आंध्रप्रदेश और तेलंगाना में जहां मुसलमान महिलाओं में रेड मीट, बीफ़, अंडा आदि का सेवन ज़्यादा होता है, वहीं मछली का सेवन कम है. हालांकि ये हिंदू या मुसलमान का मामला नहीं है, लेकिन डेटा यही कहता है.''
वो आगे बताती हैं कि ये एक पक्ष है. वहीं दूसरा ये है कि दक्षिण में कार्बोहाइड्रेट का सेवन भी ज़्यादा है. जहां शहरी क्षेत्रों में चावल ज़्यादा खाया जाता है जो कि पॉलिश्ड होता है, वहीं ग्रामीण इलाकों में रागी, बाजरे की अलग-अलग क़िस्में और चावल खाते हैं और वो पॉलिश्ड नहीं होते. वहीं आईसीएमआर का आंकड़ा भी ये कहता है कि दक्षिणी राज्यों में मीट, अंडा, मछली और सी फ़ूड का सेवन पूरे भारत से ज़्यादा है और ये भी एक बड़ा कारण है मोटापे का. वहीं फल, सब्ज़ी और फ़ाइबर का सेवन भी कम है.
NFHS की प्रिंसिपल इन्वेस्टीगेटर में से एक डॉक्टर सहारन पेडगांवकर का कहना है कि दक्षिणी राज्यों को डेमोग्राफिकली देखा जाए तो विकास और शहरीकरण ज्यादा हुआ है. जहां आने-जाने के लिए साधन उपलब्ध हैं वहां आपको दूर से पानी नहीं लाना होता. ऐसे में दिनचर्या में फिज़िकल ऐक्टीविटी कम हो जाती है. दूसरी बात ये कि वहां वेलफे़यर स्कीम में सभी को राशन उपलब्ध होता है जो महिलाओं के मोटापे का कारण बन रहा है.
वहीं 35 वर्ष या अधेड़ उम्र के बाद भी शरीर में मेटाबॉलिज़्म कम हो जाता है जो वज़न बढ़ने का एक कारक बनता है.
इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट फ़ॉर पॉपुलेशन साइंसेज़ में प्रोफ़ेसर एस के सिंह का कहना है कि अर्बन या शहरी क्षेत्रों में महिलाओं में मोटापा बढ़ रहा है और इसमें खानपान और लाइफ़ स्टाइल एक बड़ी भूमिका अदा कर रहा है.
उनके अनुसार, ''हमने शोध में पाया है कि पैकेज्ड और प्रोसेस्ड फूड्स का इस्तेमाल ज्यादा बढ़ गया है जिसमें शुगर और साल्ट की सैचुरेटेड मात्रा ज्यादा होती है. इन चीज़ों का चलन ज्यादा बढ़ गया है. हमारे डेटा के अनुसार, पिछले दस सालों में पैकेज्ड और प्रोसेसेड फूड्स पर प्रति व्यक्ति जीडीपी ख़र्च दस गुना बढ़ गया है. अब लोग बाहर जाकर या टेकअवे से खाना पसंद कर रहे हैं जिससे दक्षिण ही नहीं उत्तर भारत भी अछूता नहीं है.''
प्रोफ़ेसर एस के सिंह और डॉक्टर सहारन पेडगांवकर दोनों का ही कहना है कि दक्षिण भारत में जहां चावल की ज़्यादा खपत होती है, वहीं उत्तर भारत में गेंहू, मसालेदार खाना और तेल ज्यादा इस्तेमाल होता है. हाल के वर्षों में ये भी देखा गया है कि महिलाओं में शराब का सेवन भी बढ़ा है.
मुंबई में इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट फ़ॉर पॉपुलेशन साइंसेज़ या आईआईपीएस में सीनियर रिसर्च फ़ेलो नंदलाल इसी बात को आगे बढ़ाते हुए कहते हैं कि इसका एक कारण डेमोग्राफिक ट्रांजीशन बताते हैं. उनके अनुसार जहां बढ़ती आयु के साथ ओवरवेट और ओबीस आबादी की हिस्सेदारी बढ़ती जाती है. उत्तर भारत की तुलना में दक्षिण भारत की आबादी में व्यस्कों और बुजुर्गों का प्रतिशत अधिक है जो इस अंतर का एक और कारण हो सकता है.''
स्वास्थ्य पर असर
दिल्ली की क्लॉउड 9 में काम कर रही स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर प्रतिभा सिंघल कहती हैं कि महिलाओं में पीसीओडी(PCOD) की समस्याएं आ रही हैं. पीसीओडी में महिला के शरीर में मौजूद हार्मोन असंतुलित हो जाते हैं जिसकी वजह से ओवरी में मल्टीपल सिस्ट हो जाते हैं, जिसकी वजह से भी मोटापा बढ़ सकता है और वज़न कम करना ख़ासा मुश्किल हो जाता है. दिल्ली और दक्षिण भारत की महिलाओं में वज़न बढ़ने का मुख्य कारण ये हो सकता है.
वे आगे कहती हैं कि युवा लड़कियों में 65 से 70 किलोग्राम वज़न होना अब सामान्य सी बात है.
उनके अनुसार, ''मेरे पास कई युवा लड़कियां आती है जिनकी उम्र 30 साल की होती है जो प्रेग्नेंसी प्लैन कर रही होती हैं या या प्रेग्नेंट होती हैं तो उनका वज़न 85 पार होता है. हम देख रहे हैं कि युवा लड़कियों में मोटापा बढ़ रहा है और इसका मुख्य कारण छोटी उम्र से जंक फ़ूड का सेवन है.''
वे कहती हैं, ''इसके अलावा कामकाजी महिलाएं ज्यादातर बैठकर काम कर रही होती हैं और घर के काम के लिए भी किसी सर्वेंट की मदद लेती हैं, वहीं समय के अभाव में वे वॉकिंग या व्यायाम भी नहीं कर पाती हैं क्योंकि वो घर और ऑफिस की ज़िम्मेदारी निभा रही होती हैं. इस बीच जंक फूड और बाहर का खाना, ये सब मिलाकर महिलाओं में मोटापे का एक बड़ा कारण बनता है.''
डॉक्टर प्रतिभा के अनुसार, मोटापा कई बीमारियों को भी जन्म देता है. मोटापे की वजह से शारीरिक और मानसिक कई तरह की बीमारियां हो सकती हैं. मोटापे के कारण चलते या सीढ़ियां चढ़ते वक्त सांस फूलने लगती है.
मोटापे से होने वाली बीमारियां
उच्चरक्त चाप
डायबिटीज़
दिल की बीमारियां - हार्ट अटैक और हार्ट स्ट्रोक
कोलेस्ट्रॉल
बांझपन
कैंसर
वहीं कसरत कम करने या जोड़ों पर ज्यादा वज़न पड़ने से ऑस्टियोपोरोसिस या हड्डियों की बीमारी और आर्थराइटिस या गठिया के रोग का ख़तरा बढ़ जाता है.
मोटापा कम करने के लिए डॉक्टर लाइफ़स्टाइल में बदलाव करने की सलाह देते हैं. उनके अनुसार नियमित समय पर खाने, खान-पान में हरी सब्जियों और फल के सेवन और जंक फूड को डाइट से हटाने से फ़ायदा होता है. (bbc.com/hindi)
रायपुर, 17 सितंबर। जम्मू-कश्मीर के ईंट भट्ठे में बंधुआ मजदूरों को वहां से मारपीट कर भगा दिया गया। वे वहां 15 किलोमीटर पैदल चलकर बड़गाम के प्रशासन के अधिकारियों से मिलने पहुंचे लेकिन वहां भी उनको कोई मदद नहीं मिली। छत्तीसगढ़ से गए अधिकारी घबराये मजदूरों पर लगातार दबाव बना रहे थे कि वे वापस ईंटभट्ठे में ही चले जाएं। जब वे किसी सूरत में भट्ठे में लौटने के लिए तैयार नहीं हुए तो उहें जबरन लाकर जम्मू रेलवे स्टेशन पर छोड़ दिया गया।
उक्त जानकारी देते हुए नेशनल कैंपेन कमेटी फॉर इरेडिकेशन ऑफ बांडेड लेबर के संयोजक निर्मल गोराना ने बताया कि उक्त मजदूरों के साथ बड़गाम जिला प्रशासन और छत्तीसगढ़ से आए श्रम विभाग के अधिकारियों ने दुर्व्यवहार किया। 5 सितंबर को उन्होंने बड़गाम के डिप्टी कमिश्नर और जांजगीर चांपा और सक्ती के कलेक्टर को ई मेल करके बताया था कि यहां के 191 मार्का ईंट भट्ठे में 90 मजदूरों को बंधक बना लिया गया है। इनमें महिलाएं और बच्चे भी हैं। इन्हें 10-15 हजार रुपये एडवांस दिया था पर कई परिवार एक लाख रुपये से अधिक काम कर चुके हैं। इन्हें मजदूरी नहीं दी जा रही है और मांगने पर मारपीट की जा रही है। बाद में 12 सितंबर को उन्होंने फिर स्मरण पत्र भेजा था।
गोराना ने बताया कि 13 और 14 सितंबर को बड़गाम प्रशासन की टीम ईंट भट्ठे में जाकर मिली तब ठेकेदार ने प्रशासन से साठ गांठ कर मामला रफा-दफा करने की कोशिश की, जो सफल हो गया। प्रशासन का काम था कि मजूदरों को मुक्त कराएं और छत्तीसगढ़ लाएं। 16 सितंबर को बड़गाम प्रशासन ने मजदूरों क भट्ठे से खदेड़ना शुरू कर दिया और पुलिस ने उनसे मारपीट की। घबराए हुए मजदूर लगभग 15 किलोमीटर पैदल सफर करके 15 किलोमीटर दूर बड़गाम पहुंचे और जिलाधिकारी, डीसी से मिले। वहां उन्होंने कानूनी प्रक्रिया के तहत राहत देने का आश्वासन दिया गया। इधर छत्तीसगढ़ की टीम ने भी डीसी से मुलाकात की। इसके बाद छत्तीसगढ़ के अधिकारी मजदूरों पर फिर से ईंट भट्ठे में जाकर रात बिताने का दबाव बनाने लगे। जब मजदूर इसके लिए राजी नहीं हुए तो सभी को जबरन बस में चढ़ाकर 16 सितंबर की शाम उन्हें जम्मू कश्मीर स्टेशन लाया गया। छत्तीसगढ़ की टीम मजदूरों को बार-बार यह कहकर डरा रही थी कि बड़गाम के लोग तुम्हें हमला करके मार डालेंगे। यहां से जल्दी निकलना बेहतर है। उन्होंने यह भी कहा कि तुम लोगों ने हमारी बदनामी की है, इसलिए हम नाराज हैं।
गोराना ने कहा कि मजदूरों की मुक्ति की प्रक्रिया श्रम कानून के तहत किया जाना था। पर यहां मजदूरों के प्रति असंवेदनशीलता देखने की मिली। पूरे सप्ताह जांच के बाद डीसी बड़गाम ने क्या अंतिम फैसला लिया डीसीबड़गाम ने अब तक नहीं बताया है। मजदूरों को उनकी रुकी हुई मजदूरी नहीं मिली और न ही उन्हें मुक्ति प्रमाण पत्र दिया गया। इसके चलते वे किसी भी तरह का पुनर्वास पैकेज भी हासिल नहीं कर सकते।
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शंघाई सहयोग संगठन एससीओ की शिखर वार्ता के दौरान शुक्रवार को समरकंद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाक़ात की.
इस साल फ़रवरी में शुरू हुए यूक्रेन संकट के बाद पीएम मोदी और राष्ट्रपति पुतिन की ये पहली मुलाकात थी. हालांकि दोनों के बीच कई बार फ़ोन पर बातचीत हुई है.
समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, दोनों नेताओं की बातचीत में द्विपक्षीय मुद्दों के अलावा क्षेत्रीय और वैश्विक विषयों पर भी चर्चा हुई.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बताया कि पीएम मोदी और राष्ट्रपति पुतिन की मुलाकात में वैश्विक खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा, आतंकवाद और यूक्रेन के ताज़ा हालात पर भी चर्चा हुई.
पीएमओ के ट्विटर हैंडल से कहा गया है कि दोनों नेताओं के बीच भारत-रूस संबंधों को और मज़बूत बनाने से जुड़े विषयों पर सकारात्मक बातचीत हुई है.
एससीओ की बैठक में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज़ शरीफ़ भी मौजूद थे. लेकिन सम्मेलन में औपचारिक भेंट के इतर दोनों से पीएम मोदी की अलग से मुलाक़ात नहीं हुई.
हालांकि पुतिन ने शी जिनपिंग और शाहबाज़ शरीफ़ से अलग-अलग मुलाक़ात की है.
भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर पाँच मई 2020 से तनाव है. पैंगोंग लेक इलाक़े में दोनों देशों के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी.
भारत चीन पर वास्तविक नियंत्रण रेखा पर नए सैन्य ठिकानों का निर्माण करने और हथियार तैनात करने के आरोप लगाता रहा है. पिछले महीने ही पता चला था कि चीन पूर्वी लद्दाख में दूसरा पुल बना रहा है.
फ़रवरी 2021 में दोनों देशों ने पैंगोंग त्सो के उत्तरी और दक्षिणी किनारे पर चरणबद्ध और समन्वित तरीके से तनाव को कम करने घोषणा की. तनाव कम करने को लेकर दोनों पक्षों में कमांडर स्तर की बातचीत का दौर भी जारी है, लेकिन अब तक तनाव पूरी तरह कम नहीं हो सका है.
पाकिस्तान के पीएम भी थे समरकंद में मौजूद
कोरोना वायरस
पाकिस्तान के साथ भी भारत के रिश्ते बीते कई सालों से अच्छे नहीं हैं. करतारपुर कॉरीडोर के ज़रिए संबंधों को पटरी पर लाने की कोशिश की गई थी, लेकिन पुलवामा और फिर बालाकोट की घटना ने दोनों पड़ोसियों के संबंधों को फिर से पटरी से उतार दिया.
इमरान ख़ान के बाद शहबाज़ शरीफ़ जब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बने तो उन्होंने भारत के साथ संबंधों को बेहतर बनाने के संकेत दिए. वो भी समरकंद में मौजूद थे. उम्मीद जताई जा रही थी कि भारत के प्रधानमंत्री और उनकी आमने-सामने की मुलाकात संभव हो सकती है. लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
पाकिस्तान के साथ भारत का सीमा विवाद जारी है. कश्मीर मुद्दे को लेकर पूर्व प्रधानमंत्री इमरान ख़ान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई बार भारत की आलोचना कर चुके हैं.
भारत सरकार ने 2019 में जब कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद को हटाया तो इसका भारी विरोध पाकिस्तान में देखा गया. इमरान ख़ान ने यहां तक कहा कि भारत जब तक कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद-370 हटाने का फ़ैसला वापस नहीं लेता, पाकिस्तान भारत से किसी भी तरह से राजनयिक संबंध बहाल नहीं करेगा.
हालांकि बाद में उन्होंने पहली बार राष्ट्रीय सुरक्षा नीति तैयार की और उसमें भारत के साथ शांति और द्विपक्षीय व्यापार और निवेश बढ़ाने की बात कही.
मोदी-पुतिन में क्या हुई बात?
एससीओ सम्मेलन के दौरान हुई मोदी और पुतिन की मुलाक़ात.
दोनों के बीच द्विपक्षीय मुद्दों के अलावा क्षेत्रीय और वैश्विक विषयों पर भी चर्चा हुई.
मोदी ने कहा, ये युद्ध का युग नहीं. बोले- खाद्य संकट और ऊर्जा संकट का हल निकलना चाहिए और रूस को आगे आना चाहिए.
मोदी ने पुतिन का आभार जताया और कहा- आपकी और यूक्रेन की मदद से अपने छात्रों को यूक्रेन से निकाल सके.
पुतिन ने मोदी को एक दिन पहले उनके जन्मदिन की बधाई दी. कहा- आपको बताना चाहता हूं कि हमारी दोस्ती बहुत गहरी है.
पुतिन ने कहा - यूक्रेन पर आपकी चिंता समझते हैं और युद्ध ख़त्म करना चाहते हैं, लेकिन यूक्रेन ऐसा नहीं चाहता.
पुतिन ने मोदी को रूस ने आने का न्योता दिया.
पीएमओ की तरफ़ से जारी वीडियो में मोदी ने कहा, "जब आप (पुतिन) बीते साल दिसंबर में भारत आए तो उस दौरान कई मु्द्दों पर आपसे बात हुई थी. उसके बाद फ़ोन पर कई बार आपसे बार चर्चा हुई. आज भी हमारी मुलाक़ात तब हो रही है जब दुनिया के कई विकासशील देश खाद्य संकट और ऊर्जा संकट का सामना कर रहे हैं. हमें मिलकर इस समस्या को सुलझाना होगा और आपको भी इसमें पहल करनी होगी."
पीएम मोदी ने युद्ध के शुरुआती दिनों में यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों का ज़िक्र किया और कहा, "मैं आपका और यूक्रेन का धन्यवाद करना चाहूंगा क्योंकि आप दोनों की मदद से हम यूक्रेन में फंसे अपने हज़ारों छात्रों को सुरक्षित बाहर निकाल सके."
उन्होंने युद्ध का शांतिपूर्ण हल निकालने पर ज़ोर देते हुए कहा, "आज का युग युद्ध का नहीं है. फ़ोन पर हमने इस बारे में बात की है कि डेमोक्रेसी, डिप्लोमेसी और डायलॉग ऐसी बातें हैं जिसका दुनिया को पालन करना चाहिए ताकि शांति की राह पर बढ़ा जा सके."
यूक्रेन पर हमले के लिए भारत ने रूस की कभी आलोचना नहीं की है. भारत का रुख़ यूक्रेन के मसले पर यही रहा है कि इस संकट का हल बातचीत के जरिए निकाला जाना चाहिए.
पीएम मोदी जब यह कह रहे थे तब व्लादिमीर पुतिन मोदी को निहारते हुए अपने होठ सिकोड़ रहे थे. उसके बाद उन्हें अपने सिर के पीछे के बालों को छुते हुए देखा गया.
रूस और यूक्रेन के बीच पिछले साढ़े सात महीनों से युद्ध चल रहा है. अब तक इस युद्ध में 10 हज़ार से अधिक सैनिक मारे जा चुके हैं. इससे रूस और पश्चिमी देशों के बीच शीत युद्ध के बाद सबसे भयानक टकराव की स्थिति पैदा हो गई है. इससे आर्थिक मोर्चे पर भी दुनिया के सामने कई समस्याएं खड़ी हो गई हैं.
पीएम मोदी ने आगे दशकों से चली आ रही रूस और भारत के बीच की दोस्ती की बात की और कहा, "हम ऐसे मित्र हैं जो कई दशकों से साथ रहे हैं. व्यक्तिगत रूप से कहूं तो हमारी यात्रा भी एक वक्त पर शुरू हुई है. आपकी यात्रा 2001 में शुरू हुई जब आप सत्ता में आए और मैं उस वक्त राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में काम कर रहा है. आज 22 साल हो गए हैं और हम लगातार इस क्षेत्र के लिए काम कर रहे हैं. हमें उम्मीद है कि दोनों के रिश्ते आने वाले वक्त में और मज़बूत होंगे."
कोरोना वायरस
जब रूसी राष्ट्रपति पुतिन प्रधानमंत्री मोदी से मुखातिब हुए तो उन्होंने सबसे पहले कहा कि रूस में एक दिन पहले जन्मदिन की बधाई नहीं दी जाती है, लेकिन वो इस मौके का इस्तेमाल कर उन्हें जन्मदिन की अग्रिम बधाई देना चाहते हैं.
उसके बाद व्लादिमीर पुतिन ने भारतीय प्रधानमंत्री से कहा, "मैं यूक्रेन पर आपका रुख़ जानता हूं. इसे आप लगातार व्यक्त करते रहे हैं. मैं इसे जितनी जल्दी हो सके रोकने की हरसंभव कोशिश करूंगा."
उन्होंने यह भी बताया कि यूक्रेन ने बातचीत को ठुकरा दिया है. उन्होंने कहा, "यूक्रेन के मुद्दे पर आपकी चिंता को समझते हैं और चाहते हैं कि ये सब जल्द से जल्द ख़त्म हो, लेकिन दूसरा पक्ष यानी यूक्रेन का नेतृत्व सैन्य अभियान के ज़रिए अपना उद्देश्य हासिल करना चाहता है. हम आने वाले वक्त में भी आपको ताज़ा स्थिति के बारे में जानकारी देते रहेंगे."
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मोदी से कहा कि दोनों मुल्कों (भारत और रूस) के बीच संबंध और मज़बूत हो रहे हैं और दोनों मुल्क कई अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर सहयोग कर रहे हैं.
उन्होंने कहा, "हम एससीओ में आपके साथ काम कर रहे हैं और ये मुलाक़ात हमारे अच्छे रिश्तों को और मज़बूत करती है."
उन्होंने भारत के अपने दौरे को याद करते हुए कहा, "बीते साल मैंने दिल्ली का दौरा किया था जिसकी अच्छी यादें मेरे ज़ेहन में हैं. मैं इस मौक़े पर आपको रूस के दौरे के लिए आमंत्रित करना चाहता हूं."
उन्होंने कहा, "मैं ये भी बताना चाहता हूं कि हम भारत के साथ खाद सप्लाई का व्यापार बढ़ा है, हम भारत के साथ वीज़ा फ्री टूरिस्ट एंट्री की योजना पर भी हमें मिलकर काम करना चाहिए." (bbc.com/hindi)
रायपुर, 16 सितंबर। आईपीएस अधिकारी अशोक जुनेजा पूर्णकालिक पुलिस महानिदेशक बन गए हैं। यूपीएससी से हरी झंडी मिलने के बाद छत्तीसगढ़ सरकार ने उनका आदेश जारी कर दिया है। जुनेजा पिछले साल अक्टूबर में डीएम अवस्थी को रिप्लेस कर प्रभारी डीजीपी बनाए गए थे। वे 2024 में रिटायर होंगे।
जुनेजा 1989 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं।
रायपुर, 16 सितंबर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश में स्वाइन फ्लू के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए स्वास्थ्य सचिव को निर्देश जारी किया है। स्वाईन फ्लू के पीड़ितों के लिए स्वास्थ्य सचिव को समीक्षा बैठक लेने कहा। साथ ही अस्पतालों में अन्य बीमारियों से बचाव एवं रोकथाम हेतु तैयारी रखने के भी निर्देश दिए।
रायपुर, 17 सितंबर। प्रदेश शतरंज संघ द्वारा छत्तीसगढ़ चीफ मिनिस्टर ट्रॉफी इंटरनेशनल ग्रैंडमास्टर्स चेस टूर्नामेंट कल 18 से 28 सितंबर तक राजधानी में शुरू रहा है। इस टूर्नामेंट में विश्व के 15 देशों के लगभग 500 शतरंज के दिग्गज शामिल हों रहे है ।
प्रतियोगिता में भारत, रूस, उक्रेन, जॉर्जिया, यूएसए, कज़ाकिस्तान , मंगोलिया, पोलैंड, वियतनाम, कोलंबिया, ईरान, श्रीलंका, बांग्लादेश, जिम्बाब्वे व नेपाल सहित 15 देशों से भाग लेने वाले खिलाड़ियों की एंट्री हो चुकी है। जिसमें 16 ग्रैंड मास्टर, 27 इंटरनेशनल मास्टर, 03 वीमेन ग्रैंड मास्टर, 11 वीमेन इंटरनेशनल मास्टर, 14 फिडे मास्टर, 375 इंटरनेशनल रेटेड प्लेयर्स मास्टर वर्ग में दिल्ली ओपन का खिताब जीत चुके जॉर्जिया के अनुभवी ग्रांड मास्टर लेवान पंतसुलाइया को टॉप वरीयता प्रदान की गई है। रूस के ग्रैंड मास्टर बोरिस सवचेंको जिनको इस प्रतियोगिता में तीसरी वरीयता प्रदान की गई है, का रायपुर आगमन हो चुका है। इस आयोजन से देश प्रदेश के रेटेड खिलाडियों को अपनी रेटिंग सुधारने, जीएम व आईएम नॉर्म एवं टाइटल प्राप्त करने का सुअवसर प्राप्त हो रहा है। अंतर्राष्ट्रीय महत्व के इस आयोजन से ना केवल छत्तीसगढ़ राज्य अपितु पूरे भारत का नाम विश्व शतरंज के मानचित्र पर अवलोकित होगा।
इस स्पर्धा में विजेता ट्रॉफी के अलावा कुल 35 लाख रुपये पुरस्कार राशि रखी गई है जो अब तक की सर्वाधिक इनामी राशि है। प्रतियोगिता दो कैटेगरी मास्टर्स व चैलेंजर्स के रूप में करायी जा रही है।
मास्टर्स केटेगरी की स्पर्धा होटल ग्रेंड इम्पीरिया में 10 राउंड में संपन्न होंगी, जो कि प्रतिदिन अपरान्ह 3 बजे खेली जाएगी। मास्टर्स कैटेगरी में 23 लाख रुपये एवं ट्रॉफी पुरस्कार स्वरूप विजयी खिलाडियों को दिए जाएंगे।
चैलेंजर्स केटेगरी की स्पर्धा शगुन फॉर्म वीआईपी रोड रायपुर में 9 राउंड में संपन्न होंगी। प्रातः 9 बजे व अपरान्ह 3 बजे खेली जाएगी। चैलेंजर्स में 12 लाख रुपये एवं ट्रॉफी पुरस्कार स्वरूप विजयी खिलाडियों को दिए जाएंगे।
इस अंतर्राष्ट्रीय स्पर्धा का शुभारम्भ छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल करेंगे ।साथ ही इस आयोजन में चेयरमेन फिडे एडवाइजरी बोर्ड भरत सिंह चौहान,, खेल मंत्री उमेश पटेल, महापौर एजाज ढेबर, महासचिव छत्तीसगढ़ ओलम्पिक संघ श्री गुरुचरण सिंह होरा एवं अध्यक्ष छत्तीसगढ़ प्रदेश शतरंज संघ राघवेंद्र सिंघानिया की उपस्थिति में संपन्न होगा।
*मुख्य निर्णायक*
महाराट्र के अंतर्राष्ट्रीय निर्णायक स्वप्निल बंसोड़ को अखिल भारतीय शतरंज संघ द्वारा मुख्य निर्णायक का दायित्व सौपा गया है। भिलाई इस्पात संयंत्र के सहायक महाप्रबंधक एवं अंतर्राष्ट्रीय निर्णायक अलंकार भिवगड़े उप मुख्य निर्णायक होंगे। इनको सहयोग करने के लिए देश के विभिन्न राज्यों के 20 अनुभवी निर्णायकों का सहयोग प्राप्त होगा।
*सीएम ट्रॉफी का लाइव प्रसारण*
इन स्पर्धाओं के चुनिंदा 50 खेलो का विश्व की प्रमुख चेस साइट के माध्यम से प्रतिदिन लाइव प्रसारण किया जाएगा। इसका जिम्मा तमिलनाडु के अंतरराष्ट्रीय निर्णायक आनंद बाबू को दिया गया है जिन्होंने 44 वे विश्व शतरंज ओलिंपियाड में सफलता पूर्वक 700 लाइव गेम का प्रसारण कर विश्व कीर्तिमान बनाया था।
चेस बैस इंडिया के निखलेश जैन चुनिंदा खेलो के लाइव कॉमेंट्री यूट्यूब के माध्यम से करेंगे। प्रतियोगिता पेयरिंग एवं परिणाम प्रतिदिन चेस एण्ड रिजल्टस डाट कॉम के माध्यम से देखा जा सकेगा।
रायपुर, 16 सितंबर। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने छत्तीसगढ़ कैडर के आईपीएस अधिकारी मुकेश गुप्ता का निलंबन खत्म कर बहाल कर दिया है। गुप्ता 30 सितंबर को रिटायर हो रहे हैं। 1988 बैच के आईपीएस एडीजी/ डीजी गुप्ता को नान घोटाले में सबूतों से छेड़छाड़ के आरोप में फरवरी -19,को कांग्रेस सरकार ने निलंबित कर दिया था। बहाली का विस्तृत आदेश देखें -----
रायपुर, 16 सितंबर। बॉलीवुड एक्ट्रेस स्वरा भास्कर शुक्रवार को रायपुर में थीं। स्वरा आत्मानंद स्कूल, पंडरी हाट घूमी और अपनी सहेली के लिए हैंडलूम की साड़ी खरीदी। हाट में मीडिया से चर्चा की।
स्वरा भास्कर ने फ़िल्मों के विरोध पर कहा कि बॉयकॉट करने वाले लोग वहीं है जिन्हें कोई काम धाम नहीं है। फ्री बैठे हुए हैं तो बस यूं ही शोर मचा रहे हैं । उन्हें शोर मचाने देना चाहिए, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। फिल्म ब्रह्मास्त्र का बिजनेस इस बात को साबित कर चुका है।
स्वरा भास्कर ने कई मौकों पर सत्ता पक्ष के खिलाफ बयान देतीं रहीं हैं। इस पर पूछे जाने पर स्वरा भास्कर ने कहा कि जब हम सत्ता पक्ष के खिलाफ बोलते हैं तो दिक्कत होती है और मुझे भी यह दिक्कत झेलनी पड़ती है।
उन्होंने पंडरी हाट में हैंडीक्राफ्ट, माटी कला और रायपुर की स्व सहायता समूह की महिलाओं से मुलाकात की। उन्होंने हाट में चरखा चलाया, चाक पर मिट्टी का पॉट भी बनाया।
स्वरा भास्कर ने हैंडलूम कपड़े देखा। अपनी एक एक फ्रेंड के जन्मदिन पर भेंट करने साड़ियां खरीदीं। इस माैके पर संस्कृति विभाग के डायरेक्टर विवेक आचार्य, छत्तीसगढ़ सरकार के सलाहकार गौरव द्विवेदी मौजूद रहे।
स्वरा ने हाट में कुछ महिलाओं के साथ इंटरेक्ट भी किया और सेल्फी, ग्रुप फोटो भी खिंचवाई।स्वरा भास्कर ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार की गोबर खरीदी की बेहतरीन योजना है। गोमूत्र खरीदने पर का यहां काम हो रहा है, बाकी के देश में गोमूत्र पर राजनीति होती है। अगर गौ मूत्र पर राजनीति करनी है तो छत्तीसगढ़ जैसी राजनीति करनी चाहिए । देश में छत्तीसगढ़ जैसी ही सरकार होनी चाहिए, जो यहां इंफ्रास्ट्रक्चर और गांव का विकास कर रही है और लोगों टैक्स के पैसे को सही इस्तेमाल में लगा रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 16 सितंबर। राज्य में आज रात 09.00 बजे तक 91 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। इनमें सबसे अधिक 16 सरगुजा जिले से हैं। राज्य के स्वास्थ्य विभाग के इन आंकड़ों के मुताबिक आज रात तक किसी भी जिले में 20 से अधिक कोरोना पॉजिटिव नहीं मिले हैं। आज 7 जिलों में एक भी पॉजिटिव नहीं मिले हैं।
आज कोई मौत नहीं हुई है।
राज्य शासन के स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक दुर्ग 11, राजनांदगांव 9, बालोद 8 बेमेतरा 2, कबीरधाम 0, रायपुर 16, धमतरी 4, बलौदाबाजार 4, महासमुंद 4, गरियाबंद 1, बिलासपुर 6, रायगढ़ 4, कोरबा 1, जांजगीर-चांपा 0, मुंगेली 2, जीपीएम 0, सरगुजा 8, कोरिया 0, सूरजपुर 1, बलरामपुर 4, जशपुर 0, बस्तर 2, कोंडागांव 0, दंतेवाड़ा 1, सुकमा 1, कांकेर 1, नारायणपुर 0, बीजापुर 1, अन्य राज्य 0 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं।
नाराजगी जता रहे, मरकाम नो रिप्लाई मोड में गए
रायपुर, 16 सितंबर। 310 पीसीसी डेलिगेट गेट की सूची जारी होने के साथ ही इससे चुके नेताओं में नाराजगी जताई है। इस सूची में एक -एक नाम को देखने के बाद उनका कहना है कि 40 -50 वर्षों से सक्रिय नेताओं, पदाधिकारियों को शामिल ना करते हुए विधायक- मंत्रियों के बेटे- बेटियों पत्नी भाई -भतीजे को डेलिगेट बनाया गया है। इतना ही नहीं कई वर्तमान विधायकों और पूर्व विधायकों को भी शामिल नहीं किया गया है।जबकि कई निष्क्रिय से रहे नेता भी सूची में स्थान बनाने में सफल रहे। अकेले राजधानी से कई वरिष्ठ नेताओं को शामिल नहीं किया गया है। इनमें दो बार के विधायक कुलदीप जुनेजा, राष्ट्रीय सचिव और विधायक विकास उपाध्याय, के साथ महिला आयोग अध्यक्ष किरणमई नायक, आरडीए अध्यक्ष सुभाष धूप्पड़, पूर्व महामंत्री सुभाष शर्मा और दीपक कुमार दुबे, निगम के सभापति प्रमोद दुबे शामिल है। इनके अलावा सूची में स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल एक मात्र महिला मंत्री अनिला भेंडिंया भी नजर नहीं आ रही।। इसी तरह से पूर्व विधायक हर्षद मेहता को भी भुला दिया गया है। बिलासपुर की पूर्व महापौर वाणी राव के भी नाम शामिल नहीं है। इस सूची के जारी होने के बाद पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम नो रिप्लाई मोड में चले गए हैं। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता का कहना है कि जो नाम छूट गए हैं उन्हें को-ऑप्शन के तहत शामिल किए जाने की गुंजाइश अभी भी है।
संचालक रवि गोयल गिरफ्तार
रायपुर, 16 सितंबर। राजधानी पुलिस ने शुक्रवार शाम एक बड़ी कार्यवाही की है।एक अवैध कोयले यार्ड में छापा मारकर 100 टन कोयला सहित 2 हाइवा भी जप्त किया है।खमतराई पुलिस ने इस अवैध यार्ड से जुड़े रवि गोयल पिता श्याम गोयल गिरफ़्तार किया है।
खमतराई पुलिस के अनुसार शुक्रवार को मुखबीर से सूचना पर रावांभाठा इण्डस्ट्रीयल एरिया में रवि गोयल नामक व्यक्ति अपने किराये के यार्ड मे अवैध रूप से कोयला डंप कर बिक्री करता है। इस पर पुलिस टीम ने रवि गोयल के यार्ड पर दबिश दी। यार्ड में खड़े हाईवा क्र.सीजी 12 एस 3309 एंव हाईवा क. सीजी 12 एस 3313 में करीबन 15-15 टन कोयला भरा हुआ था।और यार्ड में डंप किया लगभग 70 टन कोयला कुल 100 टन कीमत लगभग 6 लाख रू रखे मिला ।आरोपी से कोयला रखने व भंडारण के संबध में पूछताछ करने व कागजात मांगने पर कोई वैध दस्तावेज प्रस्तुत नही किये आरोपी द्वारा अवैध कोयला लेकर यार्ड में डंप करते पाये जाने पर व उक्त कोयला चोरी के होने के संदेह पर थाना खमतराई में आरोपी की विरूद्ध इस्तगासा धारा 41 (1+4 )जा.फौ. / 379 भादवि कायम कर आरोपी रवि गोयल को गिरफ्तार कर कोयला के लाने, रखने व बेचे जाने के संबध में तस्दीक की जा रही है। रवि उम्र 32 वर्ष एच. एन. जी / 03 विमल इन्कलेव खमतराई निवासी है।
नाम आरोपी- रवि गोयल पिता श्याम गोयल उम्र 32 वर्ष सा. एच. एन. जी / 03 विमल इन्कलेव थाना - खमतराई रायपुर
प्रयागराज, 16 सितंबर। प्रयागराज पुलिस ने जिले के कुख्यात गो तस्कर और हिस्ट्रीशीटर मोहम्मद मुजफ्फर की 11.5 करोड़ रुपये की दो अचल संपत्तियों को शुक्रवार को कुर्क किया गया।
पुलिस अधीक्षक (नगर) संतोष कुमार मीणा ने बताया कि थाना पूरामुफ्ती में मोहम्मद मुजफ्फर के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत मामला दर्ज था और इसकी विवेचना थाना धूमनगंज द्वारा की जा रही थी।
उन्होंने बताया कि शुक्रवार को मोहम्मद मुजफ्फर के जिस मकान की कुर्की की कार्रवाई की गई उसका कुल क्षेत्र 1133 वर्ग मीटर है और इसकी अनुमानित कीमत 11.5 करोड़ रुपये है। आगे भी मोहम्मद मुजफ्फर की संपत्तियों की पहचान कर कुर्की की कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस की विज्ञप्ति के मुताबिक, एक नवंबर, 2018 को थाना धूमनगंज क्षेत्र में डीसीएम वाहन में 1800 किलोग्राम प्रतिबंधित गो मांस पकड़ा गया था जिसके संबंध में मोहम्मद मुजफ्फर के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया गया था।
मोहम्मद मुजफ्फर के खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य के आधार पर आरोप पत्र न्यायालय में दाखिल किया गया था। मोहम्मद मुजफ्फर द्वारा अपने साथियों के साथ संगठित गिरोह बनाकर गोमांस की तस्करी और पुलिस बल पर जानलेवा हमला करने के संबंध में थाना पूरामुफ्ती में गैंगस्टर कानून के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था।
इससे पूर्व, प्रयागराज पुलिस ने पांच अगस्त, 2022 को मोहम्मद मुजफ्फर के भाइयों और सगे संबंधियों की 4.85 करोड़ रुपये मूल्य की छह संपत्तियों की कुर्की की कार्रवाई की थी।
मोहम्मद मुजफ्फर के खिलाफ प्रयागराज के थाना धूमनगंज, थाना नवाबगंज, थाना थरवई, थाना पूरामुफ्ती, कौशांबी के थाना कोखराज और थाना सैनी (कौशांबी) सहित फतेहपुर, भदोही, चंदौली और वाराणसी में 30 मुकदमें दर्ज हैं। (भाषा)