खेल
तूरिन, 9 अगस्त (भाषा)। स्टार फुटबॉलर क्रिस्टियानो रोनाल्डो के दो गोल की मदद से यूवेंटस की टीम शुक्रवार को दूसरे चरण के मैच में लियोन पर 2-1 से जीत दर्ज करने में सफल रही।
लेकिन इसके बावजूद वह चैम्पियंस लीग से बाहर हो गई। लियोन और यूवेंटस का कुल स्कोर (दोनों चरण के मैचों का नतीजा) 2-2 रहा और लियोन की टीम ‘अवे गोल’ की मदद से क्वॉर्टरफाइनल में पहुंचने में सफल रही।
लियोन का सामना अब एलिमिनेशन क्वॉर्टरफाइनल में लिस्बन में मैनचेस्टर सिटी से होगा, जिसने रियल मैड्रिड को 2-1 से हराकर 4-2 के कुल स्कोर से अगले दौर में प्रवेश किया था। रोनाल्डो ने 43वें (पेनल्टी) और 60वें मिनट में गोल किया। लेकिन लियोन के कप्तान मेम्फिस डिपे के 12वें मिनट में पेनल्टी से किए गए गोल ने लियोन को क्वॉर्टरफाइनल में पहुंचाया।
नई दिल्ली, 9 अगस्त (आईएएनएस)| बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने कहा है कि वीवो का आईपीएल के 13वें सीजन के मुख्य प्रायोजक के तौर पर बाहर जाने को वित्तीय संकट के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए। बीसीसीआई ने पिछले सप्ताह वीवो के साथ आईपीएल के मुख्य प्रायोजक के तौर पर करार को खत्म कर दिया था। यह फैसला वीवो से करार कायम रखने के बाद बीसीसीआई और आईपीएल गवर्निग काउंसिल की आलोचना के बाद लिया गया है।
ईएसपीएनक्रिकइंफो की रिपोर्ट के मुताबिक, गांगुली ने लर्नफ्लिक्स द्वारा आयोजित वेबीनार में कहा, "मैं इसे वित्तीय संकट नहीं कहूंगा। यह थोड़ा सा झटका है और आप इससे तभी निपट सकते हैं जब आप कुछ समय तक पेशेवर तौर पर मजबूत रहेंगे तो।"
उन्होंने कहा, "लेकन चीजें एक रात में नहीं आती हैं। और बड़ी चीजें एक रात में नहीं जातीं। आपकी लंबे समय तक तैयारी आपको नुकसान के लिए तैयार करती हैं, आपको सफलता के लिए तैयार करती हैं।"
उन्होंने कहा, "आप दोनों विकल्प खुले रखते हो। यह प्लान-ए या प्लान-बी की तरह होता है। समझदार लोग करते हैं। समझदार ब्रांड ऐसे ही करते हैं। बीसीसीआई काफी मजबूत संस्थान है- पहले के खेल, खिलाड़ी, प्रशासकों ने इस खेल को इतना मजबूत बनाया है कि बीसीसीआई इस तरह के छोटे झटके से निपट लेगी।
नई दिल्ली, 8 अगस्त। दुनिया में सर्वाधिक शतक ठोकने वाले महान बल्लेबाज सचिन तेंडुलकर के कई शतक अंपायर के खराब निर्णय के चलते भी अधूरे रह गए। इंटरनैशनल क्रिकेट में 100 शतक जमाने वाले इस बल्लेबाज को कई बार तब अंपायरों के गलत निर्णय का शिकार होना पड़ा है, जब वह शतक के बेहद करीब 90 पर बल्लेबाजी कर रहे होते थे। ऐसी ही गलती दिग्गज अंपायर साइमन टॉफेल से इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए ट्रेंट ब्रिज (2007) टेस्ट में हुई। लेकिन टॉफेल कहते हैं उस गलती के बाद मैं और सचिन बहुत अच्छे दोस्त बन गए।
हाल ही में साइमन टॉफेल गौरव कपूर के मशहूर पॉडकास्ट प्रोग्राम 22 यान्र्स पोडकास्ट होस्टिड बाय गौरव कपूर शो में उपस्थित हुए। यहां उन्होंने बताया कि सचिन तेंडुलकर को गलत आउट देने के बाद उनसे दोस्ती और गहरी हो गई।
टॉफेल 2007 के उस ट्रेंट ब्रिज टेस्ट में अंपायरिंग कर रहे थे। जब तेंडुलकर अपने शतक की ओर पहुंच रहे थे, तब पॉल कॉलिंगवुड की गेंद पर टॉफेल ने उन्हें आउट दे दिया। टीवी रिप्ले में साफ दिख रहा था कि वह गेंद ऑफ स्टंप से एक इंच दूर थी।
टॉफेल ने कहा, अगली सुबह मैदान पर जाते हुए मैं सचिन के पास से निकल रहा था। मैं वहां सचिन के पास आया और उनसे कहा, देखो कल मैं गलत था, आपको पता है? मैंने इसे देखा और खुद को गलत पाया।
इसके बाद सचिन ने कहा, देखो साइमन, मुझे पता है आप एक अच्छे अंपायर हैं, आप अकसर गलतियां नहीं करते हैं, ठीक है अब इसे लेकर चिंता मत कीजिए।
साइमन ने कहा,मैं अपनी गलती के लिए सचिन से माफी नहीं मांग रहा था कि इससे वह या मैं बेहतर महसूस करें। बस यह इसलिए था कि हम दोनों वहां अपना-अपना काम बेहतर कर रहे थे। मुझे मालूम है कि इस निर्णय से वह खुश नहीं थे और मैं उन्हें यह भरोसा दिलाना चाहता था यह दोबारा नहीं होगा।
उन्होंने कहा, इसके बाद हम दोनों की एक दूसरे के प्रति सम्मान बहुत बढ़ गया। मैंने सचिन को सिर्फ वहीं गलत आउट नहीं दिया। इसके बाद भी एक-दो मौकों पर ऐसी गलतियां हुईं। लेकिन इसके बावजूद हमारी एक दूसरे के प्रति विश्वास, सम्मान और हमारे रिश्तों में शुद्धता बनी रही। (navbharattimes.indiatimes.com)
दुबई, 8 अगस्त (आईएएनएस)। न्यूजीलैंड में अगले साल होने वाले आईसीसी महिला क्रिकेट वल्र्ड कप 2021को कोरोना वायरस महामारी के कारण फरवरी-मार्च 2022 तक के लिए स्थगित कर दिया है। साथ ही पुरुष टी20 विश्व कप को लेकर भी अहम फैसला लिया गया है। 2021 में होने वाले टी20 वल्र्ड कप अब भारत में होगा, जबकि 2022 के टूर्नमेंट की मेजबानी ऑस्ट्रेलिया करेगी।
आईसीसी ने एक बयान में कहा कि दुनिया भर में कोविड-19 के स्वास्थ्य, क्रिकेट और वाणिज्यिक प्रभाव को ध्यान में रखते हुए एक व्यापक आकस्मिक नियोजन अभ्यास के बाद आईबीसी (आईसीसी की वाणिज्यिक सहायक) द्वारा यह निर्णय लिया गया है। आईसीसी के कार्यकारी चेयरमैन इमरान ख्वाजा ने कहा, पिछले कुछ महीनों में जैसा कि हमने विचार किया है कि हम वैश्विक घटनाओं का मंचन कैसे कर सकते हैं, आईसीसी की घटनाओं में शामिल सभी लोगों के स्वास्थ्य और सुरक्षा की रक्षा करना हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता रही है। उन्होंने कहा, बोर्ड ने आज जो फैसला लिया, वे खेल, हमारे भागीदारों और महत्वपूर्ण रूप से हमारे प्रशंसकों के हित में हैं। मैं बीसीसीआई, क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया और क्रिकेट न्यूजीलैंड के साथ-साथ ऑस्ट्रेलियाई और न्यूजीलैंड में अपने सहयोगियों को आईसीसी टूर्नमेंटों में सुरक्षित वापसी के लिए उनकी निरंतर समर्थन और प्रतिबद्धता के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं।
ढाका, 8 अगस्त। बांग्लादेश के ऑलराउंडर शाकिब अल हसन अगले महीने से सावर में बीकेएसपी में ट्रेनिंग पर वापसी करेंगे। शाकिब की नजरें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी पर रहेंगी। बाएं हाथ के इस खिलाड़ी पर आईसीसी की भ्रष्टाचार रोधी नियम के उल्लंघन के कारण दो साल का प्रतिबंध लगा था, जो 29 अक्टूबर 2020 को खत्म हो रहा है।
शाकिब इस समय अपने परिवार के साथ अमेरिका में हैं और वह अगस्त के अंत में ढाका आने की योजना बना रहे हैं ताकि वह कैम्प में हिस्सा ले सकें। शाकिब के मेंटॉर नजमुल अबेदीन ने ईएसपीएनक्रिकइंफो से कहा, शाकिब अगले महीने बीकेएसपी आएंगे, जहां उनको प्रशिक्षक और ट्रेनर उपलब्ध रहेंगे। हमारे पास ऐसे कोच हैं जो कैम्प में ही रह रहे हैं इसलिए हम उनके साथ काम कर सकते हैं। शाकिब को हर चीज उपलब्ध होगी।
शाकिब ने अपने देश के लिए 56 टेस्ट मैच खेले हैं। इसके अलावा उन्होंने अपने देश के लिए 206 वनडे और 76 टी-20 मैच खेले हैं। पिछले साल इंग्लैंड में हुए वर्ल्ड कप में उन्होंने टीम के लिए दमदार प्रदर्शन किया था। (navbharattimes.indiatimes.com)
नई दिल्ली, 8 अगस्त (आईएएनएस)| पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने कहा है कि उन्हें 2006 में फैसलाबाद में हुए टेस्ट मैच में महेंद्र सिंह धोनी को बीमर नहीं फेंकनी चाहिए थी। अख्तर ने कहा कि उन्होंने ऐसा पहली बार जानबूझकर किया था और इसके बाद उन्होंने धोनी से माफी भी मांग ली थी।
अख्तर ने आकाश चोपड़ा के यूट्यूब चैनल आकाशवाणी पर कहा, "मुझे लगता है कि मैंने फैसलाबाद में 8-9 ओवरों का स्पेल फेंका था। मैंने वो स्पेल काफी जल्दी किया था और धोनी ने शतक जमाया था। मैंने उन्हें जानबूझकर बीमर फेंकी है और इसके बाद उनसे माफी मांगी।"
पूर्व गेंदबाज ने कहा, "उस दिन मैंने पहली बार जानबूझकर बीमर फेंकी। मुझे ऐसा नहीं करना चाहिए था। मैं इस पर बाद में काफी पछताया। वह शानदार खेल रहे थे और विकेट काफी धीमी थी। मैं चाहे कितनी भी तेज फेंक लूं वो मारे जा रहे थे। मैं परेशान हो गया था।"
धोनी का फैसलाबाद में बनाया गया शतक टेस्ट में पहला शतक था।
नई दिल्ली, 7 अगस्त। दुनिया के दिग्गज तेज गेंदबाजों में शुमार पाकिस्तान के पूर्व पेसर शोएब अख्तर ने अपने देश की सेना के बजट को लेकर बयान दिया है। उन्होंने पाकिस्तान के एक न्यूज चैनल से कहा कि वह पाकिस्तानी सेना का बजट बढ़ाने के लिए घास तक खाएंगे।
44 साल के अख्तर ने एआरवाई न्यूज को दिए एक इंटरव्यू में कहा, अगर अल्लाह कभी मुझे अधिकार देता है, तो मैं खुद घास खाऊंगा लेकिन सेना का बजट बढ़ा दूंगा। उन्होंने यह भी कहा कि नागरिकों को सशस्त्र बलों के साथ मिलकर काम करना चाहिए।
पूर्व पेसर ने कहा, मैं अपने सेना प्रमुख को अपने साथ बैठने और निर्णय लेने के लिए कहूंगा। यदि बजट 20 प्रतिशत है, तो मैं इसे 60 प्रतिशत करूंगा। यदि हम एक-दूसरे का अपमान करते हैं, तो नुकसान हमारा ही है।
इससे पहले उन्होंने दावा किया था कि उन्होंने नॉटिंघमशायर के लिए काउंटी क्रिकेट खेलने के लिए 175,000 पाउंड के अनुबंध को ठुकरा दिया था ताकि वह कारगिल युद्ध में लड़ सकें। भारत और पाकिस्तान की सेना के बीच साल 1999 में कारगिल युद्ध हुआ था।
पाकिस्तान के टेनिस स्टार ऐसाम उल हक ने ट्विटर पर शोएब अख्तर के साथ तस्वीर को शेयर करते इस दान के लिए शुक्रिया कहा है। उन्होंने लिखा- शोएब अख्तर भाई यह खास हेलमेट दान देने के लिए शुक्रिया। इस हेलमेट को 15 साल पहले शाहरुख खान ने साइन करके आपको दिया था, जब आप मैन ऑफ द मैच बने थे। इस पर शोएब ने जवाब देते लिखा- यह दान एक खास वजह के लिए है।
उल्लेखनीय है कि शोएब अख्तर 2008 में शाहरुख खान की मालिकाना हक वाली टीम कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए खेले थे। उन्होंने दिल्?ली डेयरडेविल्?स (दिल्ली कैपिटल्स) के खिलाफ 3 ओवरों में 11 रन देकर 4 विकेट झटकते हुए टीम को जीत दिला दी थी। इस मैच में केकेआर ने 133 रन बनाए थे, जबकि दिल्ली 110 रन पर बना सकी थी।
शोएब को शानदार प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया था, जबकि शाहरुख खान ने अपनी ओर से यह साइन किया हुआ हेलमेट रावलपिंडी ऐक्सप्रेस को गिफ्ट किया था।
करियर में 46 टेस्ट में 178 और 163 वनडे में 247 विकेट लेने वाले अख्तर ने कहा था, नॉटिंघम के साथ मेरा 175,000 पाउंड का अनुबंध था। फिर 2002 में मेरा एक और बड़ा अनुबंध था। जब कारगिल हुआ तब मैंने दोनों को छोड़ दिया। उन्होंने 15 टी20 इंटरनैशनल मैचों में 19 विकेट भी लिए हैं। (navbharattimes.indiatimes.com)
नई दिल्ली, 7 अगस्त (भाषा)। भारतीय महिला वनडे टीम की कप्तान मिताली राज टी20 चैलेंज और महिला बिग बैश लीग की तारीखों के टकराव से विदेशी खिलाडिय़ों की हताशा समझती हैं लेकिन उनका मानना है कि बीसीसीआई ने कोरोना वायरस महामारी के बीच असामान्य हालात में चार मैचों के टूर्नामेंट के लिये अपनी ओर से सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया । ऑस्ट्रेलियाई स्टार एलिसा हीली की अगुवाई में विदेशी खिलाडिय़ों ने नुमाइशी मैचों की टाइमिंग पर सवाल उठाये चूंकि ये महिला बिग बैश लीग के दौरान ही हो रहे हैं। सितंबर में महिला टीम का इंग्लैंड दौरा रद्द करने के लिये भी भारतीय क्रिकेट बोर्ड की आलोचना हो रही है।
मिताली राज ने बीसीसीआई का बचाव करते हुए कहा, लोग बहुत जल्दी निर्णय तक पहुंच जाते हैं। बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली, सचिव जय शाह और आईपीएल संचालन परिषद के प्रमुख बृजेश पटेल का रवैया महिला क्रिकेट को लेकर काफी सकारात्मक रहा है । उन्होंने कहा, मेरा निजी तौर पर मानना है कि हमें चैलेंजर ट्राफी खेलने का मौका भी नहीं मिलता क्योंकि आईपीएल भी होगा या नहीं, पता नहीं था। ऐसे में ये मैच स्वागत योग्य हैं। हीली, सूजी बेट्स, रशेल हैंस जैसी खिलाडिय़ों की नाराजगी को लेकर मिताली ने कहा, मुझे पता है कि कई विदेशी खिलाडिय़ों ने टाइमिंग पर सवाल उठाये हैं लेकिन ये हालात सामान्य नहीं है। आम तौर पर आईपीएल अप्रैल मई में होता है और महिला बिग बैश लीग से तारीखों का टकराव नहीं होता। आईपीएल 19 सितंबर से यूएई में खेला जायेगा। वहीं ऑस्ट्रेलिया में महिला बिग बैश लीग 17 अक्टूबर से 29 नवंबर के बीच होनी है दुबई में टी20 चैलेंज मैच एक से 10 नवंबर तक खेले जायेंगे। मिताली ने कहा, भारत में इस समय कोई खेल गतिविधि नहीं हो रही। अभी तक हमने अभ्यास भी शुरू नहीं किया। मेरे अपने राज्य में अभी जिम खुले हैं तो मैच फिटनेस हासिल करने में समय लगेगा। बोर्ड ने हमें वह विंडो दिया है और हमें उसके अनुसार ही तैयारी करनी होगी। उन्होंने कहा , ऑस्ट्रेलिया को अपना कैलेंडर नहीं बदलना पड़ा है लेकिन महामारी के कारण हमें ऐसा करना पड़ा। आईपीएल अप्रैल मई में नहीं हो सका। विदेशी खिलाडिय़ों को हालात समझने चाहिये।
बाइदुरजो बोस
नई दिल्ली, 7 अगस्त (आईएएनएस)| आईपीएल के 13वें सीजन में से वीवो को हटाए जाने के बाद लीग के लिए नए प्रायोजकों के लिए जमीन खाली हो गई है। वहीं बाजार के विशेषज्ञों का कहना है कि या तो ई-कॉमर्स या ई-लनिर्ंग कंपनियों में से कोई इसमें कूद सकता है साथ ही टैलीकॉम सेक्टर में से भी कोई कंपनी अपने हाथ आजमा सकती है।
एक बाजार विशेषज्ञ ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि दिवाली के कारण अमेजन जैसा ब्रांड इसमें कूद सकता है। साथ ही इस डील में उन्हें वीवो की रकम 440 करोड़ से कम रकम लगानी होगी। कोई भी कंपनी इसमें आए यह हर किसी के लिए अच्छी स्थिति है।
विशेषज्ञ ने कहा, इस लॉकडाउन में जो कुछ हुआ और इसका बाजार पर आर्थिक प्रभाव जो पड़ा, इसमें दो बड़े खिलाड़ी निकल कर सामने आए ई-लनिर्ंग और ई-कॉमर्स सेक्टर। आप किसी नए खिलाड़ी के आने की उम्मीद नहीं कर सकते कि कोई स्टार्टअप आ जाए। लेकिन हो सकता है कि बायजूस जो पहले से ही बीसीसीआई परिवार का हिस्सा है, इसमें आ सकता है और इवेंट कर सकता है। अनअकेडमी को नहीं भूलिए जो अपने आप को क्रिकेट जगत से जोड़ने के पीछे लगा है।"
उन्होंने कहा, "अब जब आप ई-कॉमर्स की तरफ देखते हो तो, लीग का फाइनल दिवाली से चार दिन पहले है, आप दिवाली से दो दिन पहले खरीददारी नहीं करते हो। आप त्योहार से एक महीने पहले यह करते हो। अमेजन और फ्लिपकार्ट के लिए इस समय का उपयोग करने से बेहतर और फायदा उठाने से बेहतर क्या हो सकता है? साथ ही आपको पता है कि कोई 440 करोड़ नहीं देगा, इसलिए आपको सर्वश्रेष्ठ विज्ञापन मंच आधी या एक तिहारी कीमत में मिल रहा है। इससे बेहतर कुछ नहीं हो सकता।"
एड फील्म बनाने वाले प्रहलाद कक्कर का मानना है कि किसी को फार्मा सेक्टर को भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए क्योंकि इस महामारी के दौरान कुछ फर्मा कंपनियों ने भी काफी अच्छा किया है। लेकिन उन्होंने कहा कि अमेजन इस सूची में सबसे आगो हो सकती है।
कक्कर ने आईएएनएस से कहा, "मुझे नहीं पता कि अमेजन इसमें आना चाहेगी या नहीं क्योंकि वह काफी सावधानी से काम करते हैं, लेकिन वो रूचि लेते हैं तो वह इस करार को ले जा सकते हैं। ई-लनिर्ंग कंपनी भी आ सकती है। लेकिन आपको फार्मा सेक्टर को ध्यान में रखना होगा क्योंकि उन्होंने बाजार में काफी अच्छा किया था, तो क्यों नहीं ? आपको यह बात याद रखनी होगी कि इस सीजन आईपीएल काफी बिकेगा क्योंकि लोग टीवी से ही चिपके रहेंगे। मुझे लगता है कि जो भी प्रस्ताव लेगा उसका फायदा ही होगा।"
एक और बाजार विशेषज्ञ ने कहा कि अगर जियो इस रेस में कूदता है और उसके मालिक के बीसीसीआई से भी अच्छे संपर्क हैं।
उन्होंने कहा, "जियो ऐसा ब्रांड है जो आठों टीमों से जुड़ा है। वो क्यों मुख्य प्रायोजक के खेल में नहीं कूदेगी। अगर वह कूदते हैं तो यह बीसीसीआई के साथ उनके संबंधों के कारण होगा। आंकड़ों के हिसाब से आईपीएल विंडो में वो सबसे बड़ा ब्रांड है।"
उन्होंने कहा, "लेकिन आप जियो टेलीकॉम इंडस्ट्री का काबिलियत को नजरअंदाज नहीं कर सकते, अगर वो चाहे तो। वो छुपा रुस्तम साबित हो सकता है।"
नई दिल्ली, 6 अगस्त। नई दिल्ली। मुंबई के सबसे अच्छे क्रिकेट स्टेडियमों में से एक डीवाई पाटिल स्टेडियम को बारिश ने भारी नुकसान पहुंचाया है। बुधवार को हुई तूफान के साथ हुई बारिश के चलते डीवाई स्टेडियम की छत ही उड़ गई।
नवी मुंबई के पुलिस कमिश्नर ने भी डीवाई पाटिल स्टेडियम को नुकसान पहुंचने की जानकारी दी। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, प्रतिष्ठित स्टेडियमों में से एक डीवाई पाटिल स्टेडियम को नुकसान पहुंचा है। नवी मुंबई के पुलिस कमिश्नर ने भी डीवाई पाटिल स्टेडियम को नुकसान पहुंचने की जानकारी दी। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, प्रतिष्ठित स्टेडियमों में से एक डीवाई पाटिल स्टेडियम को नुकसान पहुंचा है।
डीवाई पाटिल स्टेडियम अप्रैल 2008 में बनकर तैयार हुआ था। इसमें 60 हजार लोग लाइव मैच का मजा उठा सकते हैं। ईडन गार्डन्स के बाद ये भारत के सबसे बड़े स्टेडियमों में आता है। बता दें डीवाई पाटिल स्टेडियम अप्रैल 2008 में बनकर तैयार हुआ था। इसमें 60 हजार लोग लाइव मैच का मजा उठा सकते हैं। ईडन गार्डन्स के बाद ये भारत के सबसे बड़े स्टेडियमों में आता है।
इस स्टेडियम में चार फ्लडलाइट टावर लगे हैं, जो दूसरे स्टेडियमों से काफी ऊंचे हैं। भारी तूफान और बारिश की वजह से ये सभी टावर हिल रहे थे। इस स्टेडियम में चार फ्लडलाइट टावर लगे हैं, जो दूसरे स्टेडियमों से काफी ऊंचे हैं। भारी तूफान और बारिश की वजह से ये सभी टावर हिल रहे थे। (न्यूज18)
मैनचेस्टर, 6 अगस्त। लंबे समय से क्रिकेट के दिग्गज और फैंस पाकिस्तान के बाबर आजम की तुलना भारतीय कप्तान विराट कोहली से करते आए हैं। हालांकि इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन का मानना है कि पाकिस्तान के टेस्ट के उपकप्तान बाबर आजम के साथ विराट कोहली के कारण नाइंसाफी हो रही है। बाबर को वह तारीफ नहीं मिल रही जिसके वह हकदार हैं। नासिर ने यह बात इंग्लैंड और पाकिस्तान के बीच खेले जा रहे टेस्ट मैच के दौरान कमेंट्री करते हुए कही।
नासिर हुसैन ने मैच के दौरान कमेंट्री करते हुए कहा, मुझे लगता है कि यह एक शर्म की बात है और यह पाकिस्तान के घर से दूर खेलने का एक रिजल्ट है। पाकिस्तान भारतीय क्रिकेट के साये में छिपा हुआ है। वह इससे बाहर नहीं आ रहा और आईपीएल क्रिकेट नहीं खेल रहा है। वह भारत के साथ नहीं खेल रहा है।
बाबर आजम के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, अगर यहीं बाबर आजम की जगह विराट कोहली होते तो हर कोई बात कर रहा होता। लेकिन भारतीय कप्तान नहीं बाबर आजम हैं तो कोई इस बारे में बात नहीं कर रहा। 2018 से उनका औसत 68 है और व्हाइट बॉल क्रिकेट में 55 का है। वह युवा हैं, वह एलिगेंट हैं। हर कोई फैब फोर (विराट कोहली, स्टीव स्मिथ, केन विलियमस, जो रूट) के बारे में बात करते रहते हैं। यहां फैब फाइव हैं और बाबर आजम बेशक इसका हिस्सा हैं।
पाकिस्तान के टेस्ट कप्तान अजहर अली ने भी सीरीज की शुरुआत से पहले ऐसा ही बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि टेस्ट टीम के उपकप्तान बाबर आजम भारतीय विराट कोहली और स्टीव स्मिथ की श्रेणी के ही बल्लेबाज हैं। अजहर अली ने कहा था कि बाबर ने टेस्ट बल्लेबाज बनने के लिए काफी मेहनत की है।
इंग्लैंड के खिलाफ तीन मैचों की सीरीज का पहला मुकाबला बुधवार से मैनचेस्टर में शुरू हुआ। पहले दिन बारिश की वजह से केवल 49 ओवर का ही खेल हो पाया लेकिन इस दौरान ही बाबर आजम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए परिचय देते हुए अर्धशतक बनाया। (न्यूज18)
नई दिल्ली, 6 अगस्त। सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन तेंदुलकर अपने पिता से अलग हटकर अपनी किस्मत भारतीय क्रिकेट में तेज गेंदबाज के तौर पर आजमाना चाहते हैं। अर्जुन अपने पिता से उलट तेज गेंदबाज हैं और अपनी गेंदबाजी के दम पर भारतीय क्रिकेट टीम में शामिल होने की ओर कदम बढ़ा रहे हैं। अर्जुन भारतीय अंडर 19 टीम का हिस्सा रहे हैं। गेंदबाजी के अलावा अर्जुन बल्लेबाजी करने में भी सक्षम हैं लेकिन उनका पूरा ध्यान तेज गेंदबाजी पर है। अर्जुन सोशल मीडिया पर भी एक्टिव हैं। सोशल मीडिया पर अर्जुन ने अपनी तेज गेंदबाजी की झलक शेयर की है जिसमें वो अपनी तेज गेंदबाजी से बल्लेबाजों को आउट कर रहे हैं। वीडियो शेयर कर अर्जुन ने कैप्शन में लिखा है, 2019-20 में मेरे द्वारा चटकाए हुए विकेट। गौरतलब है कि अर्जुन तेंदुलकर अभी 20 साल के हो चुके हैं।
भारत के तेज गेंदबाज रहे श्रीसंत ने अर्जुन तेंदुलकर की तारीफ में कहा था कि आने वाले समय में अर्जुन यकीनन भारतीय टीम में खेलेगा। श्रीसंत ने ट्विटर पर अर्जुन के बारे में कहा था कि, उसके पास बेहतरीन रिदम के साथ-साथ क्षमता भी है। आपको बता दें कि अर्जुन लोकल क्रिकेट लीग में भी अपनी उस्थिती दर्ज कराते रहते हैं। पिछले साल मुंबई ट्वेंटी-ट्वेंटी लीग में अर्जुन को आकाश टाइगर्स की टीम में 5 लाख रूपये देकर शामिल किया गया था।
अर्जुन अपनी फिटनेस पर भी काफी ध्यान देते हैं। अर्जुन हाल के दिनों में काफी फिट हैं सोशल मी़डिया पर उन्होंने कई फोटो और वीडियो शेयर की है जिसमें वो जिम करते हुए नजर आते हैं। बता दें कि अर्जुन तेंदुलकर ब्रेट ली, वसीम अकरम जैसे पूर्व गेंदबाजों से गेंदबाजी के टिप्स हासिल करते रहते हैं। इतनी ही नहीं जब कभी भी भारतीय टीम का मुंबई में मैच होता है तो अर्जुन भारतीय बल्लेबाजों को नेट पर गेंदबाजी करते हैं। विराट कोहली को भी अर्जुन नेट पर गेंदबाजी कर चुके हैं। (एनडीटीवी)
दिल्ली, 6 अगस्त। भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (बीसीसीआई) की बुधवार को फ्रेंचाइजियों को इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के लिए सौंपी गई मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) के अनुसार टूर्नामेंट में हिस्सा लेने वाली आठ टीमों को आठ अलग-अलग होटलों में रखा जाएगा, यूएई के लिए रवाना होने से पहले कोविड-19 परीक्षण में दो बार नेगेटिव आना अनिवार्य होगा और जैविक रूप से सुरक्षित वातावरण से जुड़े किसी भी नियम का उल्लंघन करने पर सजा दी जाएगी।
इस दस्तावेज की प्रति पीटीआई के पास है जिसके अनुसार प्रत्येक फ्रेंचाइजी की चिकित्सा टीम के पास इस साल मार्च से सभी खिलाडिय़ों और सहयोगी स्टाफ का मेडिकल और यात्रा इतिहास होना चाहिए। इसके अनुसार, फ्रेंचाइजी की पसंद के शहर में एकत्रित होने से पहले सभी भारतीय खिलाडिय़ों और टीम सहयोगी स्टाफ के लिए एक हफ्ते में 24 घंटे के भीतर दो कोविड-19 पीसीआर परीक्षण कराना अनिवार्य होगा।
नियमों के उल्लंघन पर मिलेगी सजा
इसमें कहा गया, इससे यूएई के लिए रवाना होने से पहले समूह के भीतर संक्रमण का खतरा कम करने में मदद मिलेगी।ÓÓ एसओपी दस्तावेज के अनुसार, ''जैविक रूप से सुरक्षित माहौल से जुड़े नियमों के खिलाड़ी या टीम सहयोगी स्टाफ द्वारा किसी भी तरह के उल्लंघन पर आईपीएल आचार संहिता के नियमों के अनुसार सजा दी जाएगी।
कोरोना पॉजिटिव पाए गए तो..
जो भी व्यक्ति कोरोना वायरस पॉजिटिव पाया जाएगा उसे पृथकवास से गुजरना होगा और 14 दिन के बाद उस व्यक्ति को 24 घंटे के अंतर पर दो कोविड-19 परीक्षण कराने होंगे। अगर दोनों परीक्षण के नतीजे नेगेटिव आते हैं तो उस व्यक्ति को यूएई से जाने की स्वीकृति होगी। ये नियम सभी विदेशी खिलाडिय़ों और टीम सहयोगी स्टाफ पर भी लागू होंगे।
यूएई पहुंचने के बाद पहले, तीसरे और छठे दिन परीक्षण होंगे और फिर टूर्नामेंट के दौरान हर पांचवें दिन परीक्षण किया जाएगा। एसओपी के अनुसार, फ्रेंचाइजी टीमों को अलग अलग होटल में रखा जाएगा। टीम के सदस्यों को ऐसे कमरे दिए जाएंगे जिसमें बाकी होटल से अलग सेंट्रल एयरकंडीशन की व्यवस्था होगी।
इसमें कहा गया तीसरा नेगेटिव नतीजा आने के बाद टीम सदस्यों को जैविक रूप से सुरक्षित वातावरण के बीच एक दूसरे से मिलने की स्वीकृति होगी। हालांकि हर समय चेहरे पर मास्क लगाना होगा और सामाजिक दूरी से जुड़े नियमों का पालन करना होगा। एसओपी के अनुसार लोगों को अपने कमरे में खाना मंगाना होगा और टीमों को खाने के सामूहिक स्थान के इस्तेमाल से बचना होगा।
खाली स्टैंड्स का इस्तेमाल भी ड्रेसिंग रूम के रूप में
इसके अलावा आगामी आईपीएल के दौरान खाली स्टैंडों का इस्तेमाल विस्तारित ड्रेसिंग रूम के रूप में करने की सिफारिश की गई जबकि सामाजिक दूरी बनाए रखने के लिए टीम बैठक का आयोजन आउटडोर में किया जा सकता है। यूएई में 19 सितंबर से होने वाले आईपीएल के दौरान कोई टॉस शुभंकर नहीं होगा जिससे बीसीसीआई को प्रायोजन राशि का नुकसान होगा।
परिवार साथ जा सकेंगे?
खिलाडिय़ों और सहयोगी स्टाफ के सदस्यों का परिवार उनके साथ जा सकता है लेकिन उन्हें टीम बस में यात्रा करने और जैविक रूप से सुरक्षित माहौल से बाहर निकलने की स्वीकृति नहीं होगी। इसके अलावा टीमों को अंतिम एकादश की सूचना कागज पर देने की जगह इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से देने को कहा जाएगा।
फीजियो और मालीशिए के लिए एसओपी
फिजियो और मालीशिए सहित मेडिकल टीम के लिए एसओपी में सिफारिश की गई है कि अगर उन्हें खिलाड़ी के शारीरिक संपर्क में आना है (मालिश सत्र आदि के लिए) तो पीपीई किट पहननी होगी। इसके अलावा अधिकांश सिफारिशें वही हैं जिसके अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद अपने एसओपी में प्रकाशित कर चुका है। (भाषा)
दिल्ली, 5 अगस्त । क्रिकेट के मशहूर खिलाडिय़ों के पास दौलत और शौहरत की कोई कमी नहीं होती। वहीं जब बात आती है फैशन और स्टाइल की तो हमारे जहन में सबसे पहले बॉलीवुड स्टार्स का नाम ही आता है, लेकिन हमारे भारतीय क्रिकेटर्स भी स्टाइल के मामले में किसी फिल्मी सुपरस्टार से कम नहीं हैं। विराट कोहली से लेकर सचिन तेंदुलकर तक हर कोई महंगी गाडिय़ों से लेकर मंहगी घडिय़ों के मालिक हैं। यकीन नहीं आता न? इस स्टोरी में हम आपको बताएंगे कि किस भारतीय क्रिकेटर के पास किस ब्रॉन्ड की घड़ी है और कितने की है।
हार्दिक पांड्या
लिस्ट में सबसे पहले बात करते हैं हार्दिक पांड्या की, जो रोलेक्स की घड़ी पहनते हैं। घड़ी में हीरे भी लगे हुए हैं और इस हीरों वाली घड़ी की कीमत 1 करोड़ रुपये है।
रोहित शर्मा
टीम इंडिया के उप-कप्तान रोहित शर्मा भी महंगी घडिय़ों के शौकीन हैं। रोहित हुबलो ब्रॉन्ड की घड़ी पहनते हैं, जिसकी कीमत 16 लाख रुपये है।
विराट कोहली
टीम इंडिया के कैप्टन विराट कोहली का नाम तो इस लिस्ट में शामिल होना ही था। किंग कोहली रोलेक्स की घड़ी पहनते हैं। विराट की इस घड़ी की कीमत 2 करोड़ रुपये है।
सचिन तेंदुलकर
गॉड ऑफ क्रिकेट सचिन तेंदुलकर को ऑडोमाह पिगे की घडिय़ों से बहुत प्यार है। ये घड़ी एक स्विस कंपनी ने सचिन के नाम पर ही निकाली है। तेंदुलकर की इस घड़ी की कीमत 1.3 करोड़ रुपये बताई जाती है।
इस लिस्ट में रैना का नाम भी शामिल हैं, महंगी घडिय़ों के मामले में ये भी किसी से पीछे नहीं हैं। रैना Richard Mile RMv1-03 ब्रॉन्ड की घड़ी पहनती है, जिसकी कीमत 94 लाख रुपये बताई जाती है। (जी न्यूज)
न्यूयॉर्क, 5 अगस्त। भारत के युवा टेनिस खिलाड़ी सुमित नागल को अमेरिकी ओपन सिंगल्स के मुख्य ड्रॉ में सीधे प्रवेश मिला है। दरअसल, कई शीर्ष खिलाडिय़ों ने 31 अगस्त से शुरू हो रहे इस ग्रैंड स्लैम से नाम वापस ले लिया है।
दुनिया के 127वें नंबर के खिलाड़ी नागल को 128 खिलाडिय़ों की फील्ड में सीधे प्रवेश मिला है। नागल इसमें एकमात्र भारतीय खिलाड़ी हैं, जबकि प्रजनेश गुणेश्वरन चूक गए जो रैंकिंग में 132वें स्थान पर हैं।
पिछले साल नागल ने पहली बार यहां खेलते हुए रोजर फेडरर के खिलाफ मुकाबले में एक सेट जीता था। वह हालांकि 6-4, 1-6, 2-6, 4-6 से हार गए थे।
फेडरर और राफेल नडाल इस बार टूर्नामेंट में नहीं खेल रहे हैं। पूर्व चैम्पियन स्टान वावरिंका, निक किर्गियोस, फेबियो फोगनिनी और गाएल मोंफिल्स ने भी नाम वापस ले लिया है। (आजतक)
मैड्रिड, 5 अगस्त। गत चैंपियन स्पेन के दिग्गज राफेल नडाल कोरोना वायरस महामारी के कारण यूएस ओपन में नहीं खेलेंगे। इससे रोजर फेडरर के ग्रैंडस्लैम खिताबों के रेकॉर्ड की बराबरी के लिए उन्हें और इंतजार करना होगा।
34 वर्षीय नडाल ने सिलसिलेवार ट्वीट में मंगलवार को अपने फैसले की जानकारी दी। उन्होंने कहा, 'हालात काफी पेचीदा हैं और कोविड - 19 के मामले बढते जा रहे हैं। ऐसा लगता है कि हम इस पर काबू नहीं पा सके हैं।' उन्होंने कहा कि यूएस ओपन नहीं खेलने का फैसला वह नहीं लेना चाहते थे लेकिन इन हालात में यात्रा नहीं कर सकते। स्विट्जरलैंड के दिग्गज रोजर फेडरर भी घुटने के आपरेशन के कारण नहीं खेलेंगे। वहीं, महिला वर्ग में नंबर-1 खिलाड़ी एशले बार्टी पहले ही नाम वापिस ले चुकी हैं। (एजेंसी)
आईपीएल
नई दिल्ली, 5 अगस्त। इंडियन प्रीमियर लीग के आयोजन की तारीख के एलान के बाद यह सवाल कायम था कि खिलाडिय़ों के परिवार यूएई जा पाएंगे या नहीं। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने अब इस सवाल का जवाब दे दिया है। बीसीसीआई ने खिलाडिय़ों के साथ उनकी पत्नी और गर्लफ्रेंड को यूएई ले जाने का फैसला फ्रेंचाइजी पर छोड़ा है। हालांकि बीसीसीआई ने साफ कर दिया है कि सभी टीमों के साथ जो परिवार का जो भी सदस्य यूएई जाएगा उसे बायो सिक्योर प्रोटोकॉल का पालन करना ही होगा।
बीसीसीआई का कहना है कि खिलाडिय़ों के परिवार के सदस्य अगर यूएई जाते हैं तो उन पर भी सख्त प्रोटोकॉल लागू होगा। किसी भी सदस्य को बायो सिक्योर वातावरण के बाहर जाने की इजाजत नहीं मिलेगी। सभी लोगों को यूएई में हमेशा मास्क का इस्तेमाल करना होगा और सोशल डिस्टेंस भी बना कर रखा होगा।
इसके अलवा परिवार के सदस्यों को मैदान पर मैच देखने या फिर प्रैक्टिस सेशन में जाने की इजाजत नहीं होगी। अगर कोई भी सदस्य बायो सिक्योर प्रोटोकॉल को तोड़ता है तो उसे सात दिनों तक आइसोलेशन में रखा जाएगा। छठे और सातवें दिन जब उस सदस्य के दो कोरोना वायरस टेस्ट भी होंगे।
हालांकि कोरोना वायरस टेस्ट का नियम खिलाडिय़ों पर भी लागू है। बीसीसीआई ने बताया है कि हर पांचवें दिन क्रिकेटर्स का कोविड 19 टेस्ट होगा। दुबई जाने से पहले इंडिया में प्रैक्टिस के दौरान भी खिलाडिय़ों के कम से कम पांच बार कोरोना वायरस के टेस्ट होंगे।
बता दें कि कोरोना वायरस के कहर की वजह से ही बीसीसीआई ने इस साल इंडिया के बजाए यूएई में आईपीएल करवाने का फैसला किया है। इंडियन प्रीमियर लीग के 13वें सीजन का आयोजन 19 सितंबर से मैदान पर बिना दर्शकों के ही होगा। ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं टूर्नामेंट के बीच में मैदान पर कुछ दर्शकों को आने की इजाजत दी जा सकती है। टूर्नामेंट का फाइनल 10 नवंबर को खेला जाएगा। (एनडीटीवी)
साउथैमप्टन, 5 अगस्त। आयरलैंड ने मंगलवार को सीरीज के तीसरे और आखिरी वनडे मैच में बड़ा उलटफेर करते हुए विश्व चैंपियन इंग्लैंड को रोमांचक मुकाबले में 7 विकेट के अंतर से मात दी। 9 साल बाद आयरलैंड की टीम पड़ोसी इंग्लैंड के खिलाफ वनडे मैच में जीत हासिल करने में सफल हुई है। साल 2011 विश्व कप के दौरान बेंगलुरू में आखिरी बार वो इंग्लैंड को मात देने में सफल हुई थी।
इस मैच में आयरलैंड ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करते हुए इंग्लैंड की टीम को 49.5 ओवर में 328 रन पर ढेर कर दिया। कप्तान इयोन मोर्गन की 84 गेंद पर 106 रन की पारी की बदौलत मेजबान टीम बड़ा स्कोर खड़ा करने में सफल हुई। लेकिन इसके जवाब में खेलने उतरी आयरिश टीम ने पॉल स्टर्लिंग(142) और कप्तान एंडी बलबर्नी(113) के शतकों के दम पर 49.5 ओवर में 3 विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया।
तोड़ा भारत का 18 साल पुराना रिकॉर्ड
इस जीत के साथ ही आयरलैंड की टीम ने इंग्लैंड में इंग्लैंड के खिलाफ जीत के लिए हासिल किए गए लक्ष्य का नया रिकॉर्ड कायम कर दिया। इससे पहले ये रिकॉर्ड सौरव गांगुली की कप्तानी वाली भारतीय क्रिकेट टीम के नाम दर्ज था। भारत ने साल 2002 में इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स में खेले गए नेटवेस्ट ट्रॉफी के फाइनल में 326 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए ऐतिहासिक जीत हासिल की थी। मंगलवार को 18 साल बाद भारतीय टीम के इस रिकॉर्ड को एंड्रर्यू बलबर्नी की टीम ने अपने नाम कर लिया।
इंग्लैंड की धरती पर पहली बार किसी वनडे मैच में दोनों टीमों के कप्तान शतक जडऩे में सफल हुए हैं। पहले इयोन मोर्गन ने 84 गेंद पर 106 रन की ताबड़तोड़ पारी खेली। इसके बाद आयरलैंड के कप्तान एंड्रर्यू बलबर्नी ने भी 113 रन की पारी खेल डाली। उन्होंने पूर्व कप्तान पॉल स्टर्लिंग के साथ दूसरे विकेट के लिए 214 रन की साझेदारी करके अपनी टीम की ऐतिहासिक जीत में अहम भूमिका अदा की। (टाईम्स नाउ)
टोक्यो, 4 अगस्त (आईएएनएस)| टोक्यो 2020 के प्रवक्ता मासा तकाया ने बिना दर्शकों के ओलंपिक खेलों की मेजबानी की संभावना से मंगलवार को इंकार नहीं किया। उन्होंने कहा कि कोई भी दर्शकों के बिना खेलों को आयोजित होते नहीं देखना चाहते हैं। जापान की जिजि प्रेस ने पिछले सप्ताह ही लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (एलडीपी) के अज्ञात कार्यकारी व्यक्ति के हवाले से बताया था कि खेलों का आयोजन दर्शकों के बिना भी, निश्चित रूप से होनी चाहिए। यह व्यक्ति जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे के करीबी हैं।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, तकाया ने एक संवाददाता सम्मेलन में पत्रकारों से कहा कि कोविड-19 के प्रतिवाद से संबंधित इस तरह के विषय को प्रमुख पक्षों-राष्ट्रीय सरकार, टोक्यो महानगरीय सरकार और टोक्यो 2020 आयोजन समिति के बीच गहन विचार-विमर्श के बाद संबोधित किया जाना है।
उन्होंने कहा, "इस सीजन के बाद हमारी एक बैठक होगी, जिसमें ये तीनों पक्ष भाग लेंगे, इसलिए हम इस बैठक के परिणाम पर नजर रखेंगे।"
इससे पहले, अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) के अध्यक्ष थॉमस बॉक ने जुलाई में कहा था कि आईओसी दर्शकों के बिना टूर्नामेंट के आयोजन का विरोध करता है।
तकाया ने कहा, "वह (बाक) दर्शकों के बिना खेलों का आयोजन होते नहीं देखना चाहते। टोक्यो 2020 दर्शकों के बिना खेल को देखने के लिए तैयार नहीं है। इसलिए कोई भी दर्शकों के बिना खेलों को देखने को तैयार नहीं है। इस संबंध में, हम कोविड-19 की स्थिति पर सावधानीपूर्वक निगरानी रखेंगे, तो अगले साल एक सुरक्षित और सुरक्षित खेल देने के लिए हम प्रमुख दलों के बीच गहन विचार-विमर्श करेंगे।"
उन्होंने कहा, " इस बीच, हमारे पास यह तय करने की कोई समय सीमा नहीं है कि खेलों का आयोजन कैसे होगा।"
मुंबई, 4 अगस्त (आईएएनएस)| दिग्गज भारतीय बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर कोविड-19 महामारी के दौरान झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले लोगों की मदद के लिए आगे आए हैं। लॉकडाउन में कई गरीब परिवारों को, खासकर झुग्गियों में रहने वाले लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। आवागमन पर लगे प्रतिबंधों के कारण परिवारों में एकमात्र रोटी कमाने वाले लोग अपने काम के लिए एक जगह से दूसरी जगह पर नहीं जा पाए।
बांद्रा के पूर्व में स्थित एक गैर सरकारी संगठन, सेंटर फॉर द स्टडी ऑफ सोशल चेंज (सीएसएससी) ने यह सुनिश्चित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी कि बांद्रा पूर्व में 1,250 परिवारों के 6,300 झुग्गियों में कोई भूखा न रहे।
इस दौरान सचिन की ओर से परिवारों को बॉक्स और प्रत्येक बॉक्स में चावल, गेहूं का आटा, अरहर की दाल, चीनी, चाय पाउडर, मसाले, नमक, नहाने और कपड़े धोने का साबुन मुहैया कराया गया।
इस अवसर पर सीएसएससी टीम के अध्यक्ष एसआई भोजराज ने कहा, " दैनिक वेतन भोगी, घरेलू सहायकों, फेरीवालों और अन्य जरूरतमंद व्यक्तियों के परिवारों के लिए ये पहल की गई थी। वे बिना किसी वेतन के नौकरियों से बाहर थे और इस तनावपूर्ण अवधि में उन्हें छोड़ना नहीं था। हम सचिन तेंदुलकर सहित उन सभी को धन्यवाद देना चाहते हैं जिन्होंने वंचितों और जरूरतमंद परिवारों को उदारता से दान दिया।"
नई दिल्ली, 4 अगस्त। किसी भी खिलाड़ी के लिए वल्र्ड कप में मैच खेलना किसी भी खिलाड़ी के लिए सपने के सच होने जैसा होता है। लेकिन वल्र्ड क्रिकेट के इतिहास में कुछ ऐसे भी क्रिकेटर हुए हैं जिन्हें वल्र्ड कप में मैच खेलने का मौका तो नहीं मिला लेकिन अपने करियर में शानदार परफॉर्मेंस करने में सफल रहे। ऐसा ही एक क्रिकेटर हैं इरफान पठान। इरफान पठान दुनिया के इकलौते ऐसे गेंदबाज हैं जिन्होंने वर्ल्डकप में एक भी मैच नहीं खेले लेकिन 150 से ज्यादा विकेट वनडे में लेने में सफल रहे हैं। इरफान ऐसा कमाल करने वाले दुनिया के इकलौते गेंदबाज हैं जिन्होंने बिना वल्र्ड कप का मैच खेले लिए हैं वनडे में सबसे ज्यादा विकेट।
इरफान ने अपने वनडे करियर में 120 मैच खेलकर 173 विकेट लेने में सफल रहे हैं। वनडे करियर में 2007 वर्ल्डकप में इरफान को भारतीय टीम में मौका मिला था। राहुल द्रविड़ की कप्तानी में खेले गए वर्ल्डकप में भारतीय टीम का परफॉर्मेंस बेहद ही खराब रहा था और पहले ही चरण से भारतीय टीम बाहर हो गई थी। भले ही इरफान वर्ल्डकप में भारतीय टीम में शामिल किया गया लेकिन एक भी मैच नहीं खेल पाए थे।
भले ही वनडे वल्र्ड कप में इरफान इरफान पठान को भारतीय टीम की ओर से खेलने का मौका नहीं मिला लेकिन 2007 टी-20 वर्ल्डकप, 2009 और 2012 में खेले गए टी-20 वल्र्ड कप में भारत की ओर से खेलते हुए आए हैं नजर।
इरफान पठान ने करियर में 120 वनडे, 24 टी-20 इंटरनेशनल और 29 टेस्ट मैच खेले हैं। इस दौरान उन्होंने वनडे में 173 विकेट और 1,544 रन बनाए हैं।, टी-20 में 28 विकेट और 172 रन और इसके अलावा टेस्ट में 100 विकेट और 1,105 रन बनाने में सफल रहे हैं। इरफान के नाम टेस्ट क्रिकेट में एक शतक भी दर्ज है। (एनडीटीवी)
नई दिल्ली, 4 अगस्त। पाकिस्तान के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी शाहिद अफरीदी 37 गेंदों पर शतक जडऩे का कमाल कर चुके हैं। उस समय का यह सबसे तेज वनडे शतक था। करीब 18 साल तक अफरीदी के नाम यह रिकॉर्ड रहा। फिलहाल वनडे क्रिकेट में सबसे तेज शतक जडऩे का रिकॉर्ड एबी डिविलियर्स के नाम हैं। उन्होंने 2015 में 31 गेंदों पर शतक जड़ दिया था।
अफरीदी ने श्रीलंका के खिलाफ 40 गेंदों में ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए 104 रनों की पारी खेली थी, मगर कम ही लोगों को पता होगा कि जिस पारी को खेलकर वह दुनियाभर में छा गए थे, उस पारी को उन्होंने महान बल्लेबाज भारत के सचिन तेंदुलकर के बल्ले से खेला था। दरअसल सचिन ने अपना बल्ला वकार यूनिस को गिफ्ट किया था। शाहिद अफरीदी के साथ खेल चुके अजहर महमूद का कहना है कि इस पारी के बाद अफरीदी पूरी तरह से बल्लेबाज बने। इससे पहले उनकी गिनती उन गेंदबाजों में होती थी, जो बल्लेबाजी भी कर सकता है।
महमूद ने एक पॉडकास्ट में बताया कि 1996 में अफरीदी ने नैरोबी में डेब्यू किया था। उसी मैच में मैंने भी डेब्यू किया था। मुश्ताक अहमद उस सीरीज के चोटिल हो गए थे और मुश्ताक को रिप्लेस किया गया।
महमूद ने कहा कि उन दिनों श्रीलंका के सलामी बल्लेबाज सनथ जयसूर्या और विकेटकीपर कुलविथारण काफी आक्रामक माने जाते थे। इसी वजह से हमें नंबर तीन पर आक्रामक बल्लेबाज की जरूरत थी। वसीम अकरम ने मुझे और अफरीदी को नेट्स पर अभ्यास करने के लिए कहा था। अफरीदी ने नेट्स में स्पिनर्स की जमकर पिटाई की।
इसके अगले दिन श्रीलंका के खिलाफ मैच में सलामी बल्लेबाज सलीम इलाही के आउट होने तक पाकिस्तान का स्कोर 60 रन पर एक विकेट था। इसके बाद नंबर तीन पर अफरीदी को भेजा गया और उन्होंने 11 छक्के, 6 चौके के साथ 37 गेंदों पर ही शतक जड़ दिया। तेंदुलकर के गिफ्ट में दिए बल्ले से अफरीदी की यह खास पारी थी। इसके बाद वो पूर्ण रूप से बल्लेबाज बने। उनका करियर शानदार रहा।
महमूद ने कहा कि खासकर 2011 वल्र्ड कप में शाहिद अफरीदी ने अच्छी कप्तानी की। वह अपने सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में थे। अफरीदी अच्छी गेंदबाजी भी कर रहे थे। उन्होंने अब्दुल कादिर से एक ऐसी गेंद फेंकनी सीखी थी, जो आपके पैड में घुसती है, जो हिट होती है। अफरीदी के लिए वह शानदार वल्र्ड कप था, मगर दुर्भाग्य से भारत से हार गए। (न्यूज18)
नई दिल्ली, 4 अगस्त। टीम इंडिया के स्टार खिलाड़ी एमएस धोनी में अपनी कप्तानी में भारत को दो वल्र्ड कप और कई ऐतिहासिक जीत दिलाई । धोनी का नाम इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया है। 2007 में अपनी कप्तानी में भारत को पहली बार टी20 वल्र्ड कप विजेता बनाया, फिर 2011 में वनडे वल्र्ड और 2013 चैंपियंस ट्रॉफी दिलाकर भारत के सबसे सफल कप्तान बने।
भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाईयों तक पहुंचाने में सौरव गांगुली के अलावा एमएस धोनी का भी अहम रोल है। खासकर खिलाडिय़ों का उत्साह बढ़ाने में। धोनी की कप्तानी में कई खिलाडिय़ों ने अपने चमक बिखेरी, जिसमें तेज गेंदबाज इशांत शर्मा भी एक हैं। दीप दास गुप्ता के बातचीत में इशांत शर्मा ने खुलासा किया कि कैसे धोनी उम्र को लेकर उनकी टांग खिंचाई किया करते हैं।
इशांत ने खुलासा किया कि दरअसल मैं मानसिक रूप से 32 से ज्यादा का हो चुका हूं। मेरी बीवी भी मुझे बूढ़ा बोलती है। माही भाई का भी मुझे मैसेज आता है और वो भी बोलते हैं और बूढ़े, क्या कर रहा है। मैं उन्हें बोलता हूं कि माही भाई, मैं 32 साल का हूं, तो वो कहते हैं कि तेरी उम्र 32 है, मगर तेरा शरीर 52 का है बेटा। 31 साल के इशांत शर्मा ने धोनी की कप्तानी में कई बार कमाल का प्रदर्शन किया। इशांत 2014 में लॉर्ड्स में खेले गए मैच से चर्चा में रहे थे, जहां उनकी गेंदें इंग्लिश बल्लेबाजों पर कहर बनकर टूटी थी। उस मैच में इशांत ने 74 रन देकर 7 विकेट लिए थे।
जल्द ही धोनी और इशांत आईपीएल के 13वें सीजन में नजर आएंगे, जो 19 सितंबर से 10 नवंबर तक यूएई में आयोजित होगा। जहां आईपीएल के सबसे सफल कप्तानों में से एक धोनी चेन्नई सुपर किंग्स की अगुआई करेंगे, वहीं इशांत श्रेयस अय्यर की अगुआई वाली दिल्ली कैपिटल्स की तरफ से मैदान पर उतरेंगे। (न्यूज18)
नई दिल्ली, 4 जुलाई । आज से करीब 16 साल (26 दिसंबर 2004) पहले भारत में आई सुनामी में टीम इंडिया के पूर्व कप्तान अनिल कुंबले भी फंसे थे। कुंबले ने इस खौफनाक घटना को याद करते हुए रविचंद्रन अश्विन को यह पूरी कहानी सुनाई है।
इस खतरनाक मंजर ने दुनिया भर में अपना कहर बरपाया था और करीब 2 लाख लोगों की इसमें मौत हुई थी, जबकि कई लाख लोग बेघर हो गए थे। टीम इंडिया के पूर्व कप्तान भी इस चेन्नै में ही थे और उन्हें उसी दिन अपने घर बेंगलुरु लौटना था। तब प्रशांत महासागर में आए भूंकप के कारण सुनामी की लहरें पैदा हुईं और इसने दक्षिण भारत समेत यहां स्थित पड़ोसी देशों में खूब तबाही मचाई। भारत में भी इस आपदा में 10,136 लोगों ने अपनी जान गंवाई।
अनिल कुंबले ने आर. अश्विन के यूट्यूब चैनल डीआरएस विद अश्विन में इस मंजर को याद किया। कुंबले ने बताया, उस दिन हम चेन्नै में ही थे और यहां के फिशरमैन कोव (रिजॉर्ट) में रुके हुए थे। मेरे साथ मेरी पत्नी और बेटा भी था, जो तब करीब 10 महीने का ही था। हम अपनी छुट्टियां एन्जॉय कर घर लौटने को ही थे और सुनामी आई गई। हमारी 11.30 की फ्लाइट थी और इसलिए हमें सुबह 9.30 बजे ही चैकआउट करना था।
49 वर्षीय कुबंले ने कहा, उस रात मेरी पत्नी की तबियत कुछ ठीक नहीं थी और वह मुझे बार-बार उठा रही थी कि टाइम देखो। मेरी तबियत सही नहीं है मुझे कुछ अच्छा नहीं लग रहा, तो हम जल्दी उठ गए और हमने समंदर को देखते हुए कॉफी पी। सबकुछ शांत दिख रहा था और बादल छाए हुए थे।
कुंबले ने आगे बताया, करीब 8.30 बजे हम नाश्ता करने ब्रैकफास्ट एरिया में गए। और जब सुनामी की पहली लहर टकराई तब हम नाश्ता कर रहे थे। मुझे यह पता भी नहीं था कि सुनामी आ चुकी है। इसके बाद हम चैक आउट कर ही रहे थे कि एक युवा जोड़ा अपने नहाने के कपड़ों में वहां दिखा, वे भीगे हुए थे और कांप रहे थे। मैं तब भी उस चीज (सुनामी) को नहीं समझ पाया।
भारत के लिए सर्वाधिक टेस्ट विकेट लेने वाले इस पूर्व लेग स्पिनर ने कहा, हम कार में बैठकर एयरपोर्ट जा रहे थे कि रास्ते में एक पुल था। वहां पहुंचकर मैं कुछ हैरान हो गया क्योंकि मैं पुल से ही पानी को छू सकता था। पानी का स्तर इतना बढ़ गया था कि वह पुल से सिर्फ 1 फीट ही नीचे होगा। पानी के तेज बहाव के चलते झाग ही झाग दिख रहे थे।
कुंबले ने बताया, अब हम देख रहे थे कि बहुत सारे लोग जो कुछ समेट सकते थे उन्हें लेकर चले जा रहे थे। उनके हाथ में बर्तन पतीले और बैग थे। कंधे पर बैठे हुए छोटे-छोटे बच्चे थे। यह नजारा कुछ ऐसा था जैसा हम फिल्मो में देखते हैं।
इस दिग्गज खिलाड़ी ने कहा, तब हमने कभी सुनामी शब्द नहीं सुना था और हमें समझ नहीं आ रहा था कि आखिर क्या हो रहा है। जब मैं बेंगलुरु अपने घर आ गया तब मैंने टीवी ऑन किया, तब मुझे अहसास हुआ सुनामी आकर जा चुकी है, तो जब यह आ रही थी तब हम बिल्कुल ही जागरूक नहीं थे कि यह क्या था। (नवभारत टाईम्स)
नई दिल्ली, 4 अगस्त । इटली के शीर्ष फुटबॉल क्लब जुवेंटस से खेलने वाले पुर्तगाल व दुनिया के शीर्ष फुटबॉलरों में शुमार क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने एक खास चीज खरीदी है। रोनाल्डो को हमेशा से गाडिय़ों का शौक रहा है और खासतौर पर गाडिय़ों में वो बुगाटी के शौकीन हैं। उन्होंने अपने गाडिय़ों के कलेक्शन में बुगाटी की एक लिमिटेड एडिशन कार शामिल कर ली है। इसकी कीमत चौंकाने वाली है।
क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने अपनी कारों के कलेक्शन में एक बुगाती सेंटोडिएसी को शामिल कर लिया है। यह सीमित संख्या में ही उपलब्ध है। बताया जा रहा है कि कंपनी ने सिर्फ 10 ऐसी लिमिटेड एडिशन कार बनाई हैं जिसमें से एक रोनाल्डो के गैराज में पहुंच चुकी है।
स्टार फुटबॉलर रोनाल्डो ने इंस्टाग्राम पर अपनी नई कार के साथ एक फोटो पोस्ट की है, जिसमें उन्होंने लिखा, आप दृश्य चुनें। रोनाल्डो के क्लब जुवेंतस ने हाल ही में अपना लगातार नौवां सेरी-ए लीग खिताब जीता है और ये गाड़ी खरीदना किसी जश्न जैसा ही नजर आ रहा है।
रोनाल्डो की इस लिमिटेड एडिशन बुगाटी सेंटोडिएसी की कीमत 90 लाख डॉलर्स बताई जा रही है। यानी ये गाड़ी तकरीबन 65 करोड़ रुपये की है। ये स्पोर्ट्स कार एक जबरदस्त मशीन है। इंटरनेट पर मौजूद जानकारी के मुताबिक इस गाड़ी इंजन इतना ताकतवर है कि ये 0 से 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार सिर्फ 2.4 सेकेंड में पकड़ लेती है। इसकी अधिकतम रफ्तार 380 किलोमीटर प्रति घंटा है। इसमें क्वैड टर्बो डब्ल्यू16 इंजन लगा हुआ है।
ब्राजील के महान फुटबाल खिलाड़ी पेले ने लगातार नौवां सेरी-ए लीग खिताब जीतने पर इटालियन क्लब जुवेंतस को बधाई दी थी। उन्होंने साथ ही जुवेंतस के स्टार फुटबालर क्रिस्टियानो रोनाल्डो को आधुनिक एथलीट बताया। 35 वर्षीय रोनाल्डो इस सीजन में 32 मैचों में 31 गोलों के साथ जुवेंतस के टॉप स्कोरर रहे हैं। (टाईम्स नाउ)