खेल
क्रिकेट में ऐसी कोई ट्रॉफ़ी नहीं हैं जिस पर महेंद्र सिंह धोनी ने कब्ज़ा न किया हो.
50 ओवरों के मुक़ाबले में धोनी वर्ल्ड कप और चैंपियन्स ट्रॉफ़ी जीत चुके हैं.
20 ओवरों के खेल में वो वर्ल्ड टी-20, आईपीएल और चैंपियन्स लीग जीत चुके हैं.
टेस्ट मैच में वो टीम इंडिया को नंबर वन का ताज दिला चुके हैं.
एक नज़र डालते हैं धोनी के उन 10 अहम फ़ैसलों पर जिन्होंने भारतीय क्रिकेट में नया इतिहास रचा.
1- जोगिंदर को बनाया हीरो
2007 वर्ल्ड टी-20 के फ़ाइनल में अगर महेंद्र सिंह धोनी ने जोगिंदर शर्मा से आख़िरी ओवर न कराया होता, तो दुनिया को शायद ये भी याद न रहता कि वो वर्ल्ड चैंपियन टीम का हिस्सा थे.
फ़ाइनल मैच के आख़िरी ओवर में पाकिस्तान को जीत के लिए 13 रन की ज़रुरत थी. भारत को सिर्फ एक विकेट चाहिए था, लेकिन, क्रीज़ पर इन फ़ॉर्म मिस्बाह उल हक़ मौजूद थे.
ऐसे अहम मौके पर धोनी ने अनुभवी हरभजन सिंह की जगह जोगिंदर शर्मा को गेंद थमाई. जोगिंदर ने ओवर की तीसरी गेंद पर मिस्बाह का विकेट लेकर धोनी के दांव को हमेशा के लिए यादगार बना दिया.
2- बॉल आउट में बल्ले-बल्ले
2007 वर्ल्ड टी-20 के लीग राउंड में पाकिस्तान के ख़िलाफ़ भारत का मैच टाई हुआ.
मैच का फ़ैसला बॉल आउट के जरिए होना था. बॉल आउट में गेंदबाज़ को एक ही बार में गेंद डालकर गिल्ली उड़ानी होती है.
पाकिस्तान ने रेगुलर गेंदबाज़ों को चुना जबकि धोनी ने हरभजन सिंह के अलावा वीरेंद्र सहवाग और रॉबिन उथप्पा जैसे पार्ट टाइम गेंदबाज़़ों पर दांव खेला और मैच जीता.
3- धोनी का छक्का और इंडिया चैंपियन
2011 वर्ल्ड कप फ़ाइनल में कुलशेखरा की गेंद पर धोनी का जीत दिलाने वाला छक्का कौन भूल सकता है?
भारत को 28 साल बाद वर्ल्ड कप दिलाने वाले धोनी ने फ़ाइनल में नाबाद 91 रन बनाए. उस मैच में अगर धोनी का बल्ला न चलता तो वो आलोचकों के निशाने पर होते.
इसकी वजह ये है कि फ़ाइनल के पहले धोनी का बल्ला खामोश था. वो हाफ़ सेंचुरी तक नहीं बना सके थे.
फ़ाइनल में धोनी इन फ़ॉर्म युवराज की जगह खुद को प्रमोट करते हुए पांचवें नंबर बल्लेबाज़ी के लिए आ गए.
कारण ये था कि एक तो क्रीज पर बाएं हाथ के बल्लेबाज़ गौतम गंभीर मौजूद थे और वो बाएं और दाएं हाथ के खिलाड़ियों का तालमेल बरकरार रखना चाहते थे.
दूसरी वजह ये थी कि धोनी मानते थे कि वो श्रीलंका के स्पिनरों के ख़िलाफ़ आसानी से रन जुटा सकते हैं. धोनी ने जो सोचा वही हुआ.
4- गेंदबाज़ युवराज पर दांव
युवराज सिंह की पहचान उनकी बल्लेबाज़ी से है. लेकिन, धोनी ने 2011 वर्ल्ड कप में युवराज को रेगुलर गेंदबाज़ की तरह इस्तेमाल किया और इस दांव से विरोधियों को घेरने में कामयाब रहे.
युवराज ने 9 मैचों में 75 ओवर डाले और 15 विकेट लिए. उन्होंने क्वार्टर फ़ाइनल, सेमीफाइऩल और फ़ाइनल में दो-दो विकेट हासिल किए.
5- 'छुपे रुस्तम' अश्विन-रैना
2011 वर्ल्ड कप में धोनी ने सुरेश रैना और आर अश्विन को शुरुआती मैचों में 'छुपाए' रखा और नॉकआउट दौर में 'सरप्राइज़ पैकेज' की तरह इस्तेमाल किया.
अश्विन ने 2011 वर्ल्ड कप में सिर्फ दो मैच खेले. इनमें से एक मैच ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ क्वार्टर फ़ाइनल था. इस मैच में धोनी ने अश्विन से गेंदबाज़ी की शुरुआती कराई.
दो विकेट लेने वाले अश्विन ने ऑस्ट्रेलिया की लय बिगाड़ दी. सुरेश रैना ने भी ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ नाबाद 34 रन बनाकर जीत में योगदान दिया.
रैना ने पाकिस्तान के ख़िलाफ़ सेमीफ़ाइनल में भी नाबाद 36 रन बनाए.
6- निशाने पर नेहरा
2011 वर्ल्ड कप के शुरुआती मैचों में तेज़ गेंदबाज़ आशीष नेहरा प्रभावी साबित नहीं हुए. लेकिन, पाकिस्तान के ख़िलाफ़ सेमीफ़ाइनल मुक़ाबले में धोनी ने उन्हें मौका दिया.
वो भी ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ असरदार रहे अश्विन की जगह. धोनी का ये दांव भी हिट रहा.
10 ओवर में सिर्फ 33 रन देकर दो विकेट हासिल करने वाले नेहरा फ़ाइनल का टिकट दिलाने में मददगार रहे.
7- रंग लाया यंगिस्तान पर भरोसा
ऑस्ट्रेलिया में 2008 में हुई ट्राई सीरीज के लिए धोनी ने चयनकर्ताओं के सामने मांग रखी कि वो युवा टीम चुनें.
धोनी का मानना था कि ऑस्ट्रेलिया के बड़े मैदानों में उम्रदराज खिलाड़ी रन रोकने में नाकाम रहेंगे.
धोनी की आलोचना तो ख़ूब हुई लेकिन इस फ़ैसले के दम पर वो भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया में पहली बार ट्राई सीरीज़ ट्रॉफ़ी जिता पाए.
इस जीत में गौतम गंभीर, रोहित शर्मा और प्रवीण कुमार जैसे युवा खिलाड़ियों का रोल अहम रहा.
8- ईशांत बने शान
2013 में इंग्लैंड में खेले गए आईसीसी चैंपियन्स ट्रॉफ़ी में बारिश के बाद फ़ाइनल मैच को 20-20 ओवरों का मुक़ाबला बना दिया गया. भारत ने इंग्लैंड को जीत के लिए 130 रन की चुनौती दी.
मोर्गन और बोपारा की शानदार बल्लेबाज़ी के दम पर इंग्लैंड की टीम जीत की तरफ़ बढ़ रही थी.
मेजबानों को आख़िरी तीन ओवरों में सिर्फ 28 रन बनाने थे. ऐसे में धोनी ने अपने सबसे खर्चीले गेंदबाज़ ईशांत शर्मा को गेंद थमाई.
फ़ैसला अटपटा था लेकिन ईशांत ने एक ही ओवर में मोर्गन और बोपारा को आउट कर इंग्लैंड की जीत की उम्मीद तोड़ दी.
9- रोहित की बदली किस्मत
मिडिल ऑर्डर में खेलने वाले रोहित लंबे वक्त तक अपनी प्रतिभा के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पा रहे थे.
धोनी ने वनडे में रोहित को ओपनर के रोल में प्रमोट किया और वो चमक उठे. बतौर ओपनर रोहित शर्मा इंटरनेशनल क्रिकेट के सबसे धाकड़ बल्लेबाज़ के तौर पर उभरे.
10- हर दांव हिट
भारतीय क्रिकेट टीम के अलावा धोनी ने आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स को भी सबसे कायमाब टीम बनाया. पिछले दिनों ही उन्होंने ये जानकारी सार्वजनिक की थी कि टीम प्रमोटर एन श्रीनिवासन के चाहने के बाद भी टीम की ओर से एक खिलाड़ी को अनुबंधित करने से इनकार कर दिया था.(bbc)
नई दिल्ली, 15 अगस्त (आईएएनएस)| दुनिया के महानतम कप्तानों में गिने जाने वाले महेंद्र सिंह धोनी ने शनिवार को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया। सचिन ने इस मौके पर धोनी को याद किया और दूसरी पारी के लिए शुभकामनाएं दीं। सचिन का विश्व कप जीतने का सपना धोनी की कप्तानी में ही 2011 में पूरा हुआ था और सचिन ने इसलिए इस पल को अपना सबसे अच्छा पल बताया है।
सचिन ने धोनी के संन्यास पर ट्वीट करते हुए लिखा, "भारतीय क्रिकेट में आपका योगदान बहुत बड़ा है धोनी। आपके साथ 2011 विश्व कप जीतना मेरे जीवन का सबसे अच्छा पल है। आपको और आपके परिवार को दूसरी पारी के लिए शुभकामनाएं।"
हालांकि धोनी आईपीएल खेलते रहेंगे, लेकिन अब धोनी को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में नहीं देख पाएंगे।
धोनी ने आखिरी बार पिछले साल इंग्लैंड में खेले गए विश्व कप में सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ अपना आखिरी मैच खेला था।
वहीं भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज वसीम जाफर ने ट्वीट किया, "इतनी सारी ट्रॉफी और यादों के लिए शुक्रिया धोनी। जब तक क्रिकेट जिंदा रहेगा आपकी विरासत जिंदा रहेंगी।"
नई दिल्ली, 15 अगस्त (आईएएनएस)| भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने शनिवार को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया। धोनी के साथ ही बाएं हाथ के बल्लेबाज सुरेश रैना ने भी अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी। दोनों खिलाड़ियों ने इंस्टाग्राम के माध्यम से इस बात की जानकारी दी।
रैना ने अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम अकाउंट पर चेन्नई सुपर किंग्स के कपड़े पहने हुए केदार जाधव, धोनी, मोनू सिंह, अंबाती रायडू, और कर्ण शर्मा के साथ एक तस्वीर शेयर करते हुए संन्यास की जानकारी दी।
रैना ने इस तस्वीर के साथ पोस्ट में लिखा, "आपके साथ खेलना काफी शानदार रहा माही (धोनी)। पूरे दिल से गर्व के साथ, मैं आपके इस सफर में शामिल होना चाहता हूं। शुक्रिया भारत। जय हिंद।"
रैना, धोनी की कप्तानी में टी-20 विश्व कप-2007 और वनडे विश्व कप-2011 जीतने वाली भारतीय टीम के हिस्सा रहे हैं।
वह आईपीएल में धोनी की ही कप्तानी वाली चेन्नई सुपर किंग्स के साथ खेलते आए हैं।
लंदन, 14 अगस्त (आईएएनएस)| एनबीए दिग्गज माइकल जॉर्डन ने जिस जूते को पहनकर मैच खेले थे, वह ऑनलाइन नीलामी में 61,5000 अमेरिकी डॉलर (चार करोड़ 60 लाख रुपये) में बिकी है। स्टेडियम गुड्स के साथ साझेदारी में क्रिस्टी आकशन ने ओरिजिनल एयर के नाम से इसकी नीलामी की।
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, ये स्नीकर्स एयर जॉर्डन 1 के हैं, जिसे शिकागो बुल्स के स्टार जॉर्डन ने 1985 में एक प्रदर्शनी मैच में पहने थे।
रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि जॉर्डन ने अपने 14 साल के करियर के दौरान, जितने भी जूते थे, उन सभी नौ जोड़ी जूतों की नीलामी हो चुकी है और क्रिस्टी ने ही उनकी नीलामी की है।
क्रिस्टी ने कहा, "जूते एक समय पेश किए गए ऐतिहासिक माइकल जॉर्डन के जूते का सबसे बड़ा कलेक्शन था।"
जून में, जॉर्डन और नाइकी के स्वामित्व वाले जॉर्डन ब्रांड ने घोषणा की थी कि वे नस्लीय समानता और सामाजिक न्याय को बढ़ावा देने के लिए समर्पित संगठनों को 10 करोड़ का दान देंगे।
मुंबई, 14 अगस्त (आईएएनएस)| अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में सौ शतक लगाने वाले भारत के महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने अपना पहला शतक आज ही के दिन यानी 14 अगस्त 1990 को बनाया था। सचिन ने इंग्लैंड के खिलाफ ओल्ड ट्रेफर्ड में खेले गए टेस्ट मैच में 119 रनों की पारी खेली थी और यहीं से शुरुआत हुई थी सचिन युग की।
सचिन द्वारा इस मैच की दूसरी पारी में बनाया गया शतक पूरे क्रिकेट जगत में चर्चा का विषय बना। इसके बाद सचिन ने शतकों की झड़ी लगा दी और 100 शतक लगाए।
भारत को 408 रनों का लक्ष्य मिला था और उसने अपने छह विकेट 183 रनों पर ही खो दिए थे। एक युवा बल्लेबाज के तौर पर उतरे सचिन ने शानदार धैर्य दिखाया और बेहतरीन पारी खेली।
उन्होंने मनोज प्रभाकर के साथ 160 रनों की साझेदारी की। सचिन 119 रनों पर नाबाद लौटे और मैच ड्रॉ करा भारत को हार से बचा लिया। सचिन उस समय सिर्फ 17 साल के थे और वह टेस्ट में शतक जमाने वाले तीसरे सबसे युवा खिलाड़ी बने।
सचिन ने इस शतक के बाद जो किया, उसका गवाह पूरा इतिहास है।
लिस्बन, 14 अगस्त (आईएएनएस)| यूईएफए चैम्पियंस लीग में दूसरी बार खेल रहे आरबी लेइपजिग फुटबाल क्लब ने स्पेन के दिग्गज क्लब एटलेटिको मेड्रिड को 2-1 से हरा पहली बार लीग के सेमीफाइनल में जगह बना ली है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, गुरुवार को खेले गए मैच में पहले हाफ में दोनों टीमों ने बेहतरीन खेल खेला, लेकिन एक भी टीम खाता नहीं खोल पाई।
दूसरे हाफ में हालांकि सब कुछ बदल गया। इस हाफ में जर्मनी के फुटबाल क्लब ने बेहतरीन ऊर्जा के साथ वापसी की और गोल की तलाश जारी रखी।
50वें मिनट में डानी ओल्मो ने लेइपजिग के लिए गोल कर उसे 1-0 से आगे कर दिया। इस गोल में मार्सल सैबइटजर ने उनकी मदद की।
ड्रॉ की ख्वाहिश में एटलेटिको के कोच डिएगो सिमोन ने पुर्तगाल के जाआओ फेलिक्स को मैदान पर उतारा और 71वें मिनट में पेनाल्टी पर गोल कर स्कोर 1-1 से बराबर कर दिया।
लग रहा था कि दोनों टीमें पेनाल्टी शूटआउट में जाएंगी, लेकिन टेलर एडम्स ने 88वें मिनट मे गोल कर लेइपजिग को एक गोल से आगे कर दिया। एडम्स का यह गोल जर्मन क्लब के लिए विजयी गोल साबित हुआ।
सेमीफाइनल में लेइपजिग का सामना पेरिस सेंट जर्मेन से होगा जिसने एटलांटा को मात दे सेमीफाइनल में जगह बनाई है। सेमीफाइनल मैच 18 अगस्त को खेला जाएगा।
चेन्नई, 13 अगस्त । 19 सितंबर से यूएई में शुरू होने जा रहे आईपीएल 2020 की तैयारी में सभी टीमें जुट गई हैं। सभी टीमों ने यूएई रवाना होने की अपनी योजनाओं को भी अंतिम रूप दे दिया है। 20 अगस्त के बाद टीमों को यूएई रवाना होने की अनुमति बीसीसीआई ने दी है। कुछ टीमें यूएई रवाना होने से पहले भारत में कंडिशनिंग कैंप आयोजित कर रही हैं। ऐसा करने वाली टीमों में से एक है चेन्नई सुपर किंग्स। इसमें कप्तान एमएस धोनी सहित सभी खिलाडिय़ों के शामिल होने की संभावना थी लेकिन अब खबर आ रही है कि धोनी के चहेते खिलाड़ी रवींद्र जडेजा इस कैंप का हिस्सा नहीं होंगे।
सीएसके के 15 से 20 अगस्त के बीच चेन्नई में आयोजित होने वाले छह दिन के कंडिशनिंग कैंप में कप्तान एमएस धोनी, हरभजन सिंह, सुरेश रैना, अंबाती रायुडू कैंप का हिस्सा होंगे। इस कैंप का मकसद प्राथमिक रूस से फिटनेस और थोड़ी बहुत क्रिकेट ट्रेनिंग है। लेकिन रवींद जड़ेजा छह दिवसीय कैंप का हिस्सा नहीं होंगे।सीएसके के सीईओ कासी विश्वनाथन ने जडेजा की गैरमौजूदगी के बारे में कहा, उनके कैंप में शामिल नहीं होने के व्यक्तिगत कारण हैं। लेकिन वो 21 अगस्त को चेन्नई से दुबई रवाना होने से पहले चेन्नई पहुंच जाएंगे।
विश्वनाथन ने यह भी बताया है कि तमिलनाडु सरकार ने टीम मैनेजमेंट को एमए चिदंबरम स्टेडियम में 6 दिन के कैंप के आयोजन की लिखित अनुमति दे दी है। कैंप का आयोजन बंद दरवाजों के बीच किया जाएगा। गेंदबाजी कोच लक्ष्मीपति बालाजी खिलाडिय़ों के अलावा टीम के साथ कैंप में शामिल होने वाले सपोर्ट स्टाफ के अकेले सदस्य होंगे।
विश्वनाथन के मुताबिक, टीम के कोच स्टीफन फ्लेमिंग और माइकल हसी टीम से 22 अगस्त को दुबई में जुड़ेंगे। सीएके को भरोसा है कि दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ी लुंगी नगिडि और फॉफ डुप्लेसी टीम से 1 सितंबर को जुड़ सकते हैं। जब इस बारे में डुप्लेसी और नगिडि ने पुष्टि की है कि वो आईपीएल में हिस्सा लेने आ रहे हैं और 1 सितंबर के बाद टीम से जुड़ जाएंगे। एक और दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ी इमरान ताहिर टीम से कैरेबियन प्रीमियर लीग के समाप्त होने के बाद जुड़ेंगे। विश्वनाथन ने ये भी बताया कि सपोर्ट स्टाफ में शामिल गेंदबाजी सलाहकार एरिक सिम्सन और फिजिकल ट्रेनर ग्रेग किंग टीम से 21 अगस्त को दुबई में जुड़ेंगे।
आईपीएल 2020 का यूएई में 19 सितंबर से 10 नवंबर तक आयोजन होगा। 53 दिन तक चलने वाले इस टूर्नामेंट के मैच यूएई के तीन वेन्यू दुबई, अबुधाबी और शारजाह में खेले जाएंगे। अमीरात क्रिकेट बोर्ड ने इस बात की पुष्टि कर दी है कि उसे आईपीएल 2020 के आयोजन के लिए यूएई की सरकार से आधिकारिक तौर पर अनुमति मिल गई है।(timesnownews.com)
नई दिल्ली, 13 अगस्त । भारतीय बल्लेबाज करुण नायर कोरोना वायरस से पूरी तरह उबर गए हैं। वह अब अगले हफ्ते किंग्स इलेवन पंजाब (के साथ यूएई जाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। करुण पहले कोरोना वायरस पॉजिटिव आए थे लेकिन 8 अगस्त को हुई जांच नेगेटिव आई है।
नायर दो सप्ताह तक सेल्फ-आइसोलेशन में रहे। इसके बाद वह टेस्ट में नेगेटिव आए। नायर को अब तीन और टेस्ट से गुजरना होगा। किंग्स इलेवन के टीम प्रबंधन ने यूएई जाने से पहले यह प्रोटोकॉल तय किया है। इसमें सभी खिलाडिय़ों और सपॉर्ट स्टाफ को तीन बार कोरोना टेस्ट से गुजरना पड़ेगा। केवल वही खिलाड़ी 20 अगस्त को टीम के साथ यूएई जाएंगे जो कोरोना टेस्ट में पास होंगे। ईएसपीएन क्रिकइंफो की खबर के अनुसार नायर बेंगलुरु से एक चार्टर फ्लाइट में चंद लोगों के साथ बैठकर पहले दिल्ली जाएंगे और फिर वहां से उनके साथ और खिलाड़ी जुड़ेंगे।
नायर ने किंग्स इलेवन पंजाब के लिए 14 मैच खेले हैं इसमें उन्होंने 306 रन बनाए हैं और जिसमें दो हाफ सेंचुरी शामिल हैं। उनका स्ट्राइक रेट 134.80 का रहा है।
नायर पहले हाई-प्रोफाइल भारतीय क्रिकेटर थे जो कोविड-19 से संक्रमित हुए थे। इस वैश्विक महामारी का भारत में काफी असर देखा गया है और संक्रमित लोगों की संख्या 23 लाख से ज्यादा हो चुकी है। यह अमेरिका और ब्राजील के बाद सबसे ज्यादा संख्या है। इसी वैश्विक महामारी के चलते भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड को आईपीएल का यह सीजन यूएई शिफ्ट करना पड़ा।
आईपीएल से जुड़े नायर दूसरे सदस्य थे जिन्हें कोविड-19 का संक्रमण हुआ। बुधवार को राजस्थान रॉयल्स के फील्डिंग कोच दिशांत याग्निक भी कोविड-19 पॉजीटिव पाए गए थे।
आईपीएल ने खिलाडिय़ों और सपॉर्ट स्टाफ के लिए लंबी टेस्ट प्रक्रिया बनाई है। इसमें कई बार जरूरी टेस्ट, यूएई में एक सप्ताह लंबा क्वॉरनटीन पूरा करने के बाद ही टीमें ट्रेनिंग शुरू कर सकती हैं। इसके साथ ही स्थानीय सरकार के नियम के अनुसार यूएई में आने वाले किसी भी बाहरी नागरिक के पास कम से कम 96 घंटे पहले की कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट होनी चाहिए। (navbharattimes.indiatimes.com)
नई दिल्ली, 12 अगस्त । महेंद्र सिंह धोनी के क्रिकेट करियर को लेकर भले ही कई सवाल उठाए जा रहे हों। लेकिन इंडियन प्रीमियर लीग की उनकी टीन चेन्नै सुपर किंग्स के मन में किसी तरह की दुविधा नहीं है। सीएके के सीईओर कासी विश्वनाथन ने साफ कर दिया है कि धोनी उनकी टीम में 2022 में भी नजर आ सकते हैं।
पिछले महीने ही अपना 39वां जन्मदिन मनाने वाले धोनी एक साल से अधिक समय से क्रिकेट से दूर हैं लेकिन विश्वनाथन को लगता है कि चेन्नै के कप्तान अगले तीन सीजन खेलने के लिए फिट होंगे। धोनी साल 2008 से ही चेन्नै के कप्तान हैं। उनकी कप्तानी में टीम ने तीन बार आईपीएल और दो बार चैंपियंस लीग का खिताब जीता है।
इंडिया टुडे से बात करते हुए विश्वनाथन ने कहा, हमें उन्हें लेकर कोई चिंता नहीं है। जी, हमें उम्मीद है कि धोनी 2020 और 2021 के दोनों सीजन खेलेंगे और हो सकता है कि उससे अगला यानी 2022 का सीजन भी वह चेन्नै सुपर किंग्स के लिए खेलें।
इस बीच ये खबरें थीं कि धोनी ने 19 सितंबर से यूएई में शुरू होने वाली लीग के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं। इस पर विश्वनाथन ने कहा कि धोनी को अपनी जिम्मेदारियों का अहसास है और अपने खेल को समझने वाले वह बेस्ट इनसान हैं।
विश्वनाथन ने कहा, 'मुझे सभी अपडेट्स सिर्फ मीडिया के जरिए मिल रही हैं, जिनमें कहा जा रहा है कि उन्होंने झारखंड में इनडोर नेट्स में अभ्यास शुरू कर दिया है। लेकिन हमें कप्तान के बारे में चिंता करने की जरूरत नहीं हैं, बॉस। हम इस बारे में उनकी चिंता नहीं करते। उन्हें अपनी जिम्मेदारियों का अहसास है और वह अपना और अपनी टीम का ख्याल रखेंगे।
विश्वनाथन ने पहले कहा था कि धोनी 10 साल में चेन्नै सुपर किंग्स के परमानेंट बॉस होंगे। उन्होंने कहा था, आज से 10 साल बाद, मुझे लगता है कि वह चेन्नै सुपर किंग्स की टीम के मालिक के रूप में चेन्नै का स्थाई हिस्सा होंगे।
इस बीच खबर है कि धोनी और रैना समेत चेन्नै सुपर किंग्स की टीम से सदस्य चेन्नै में करीब 14 अगस्त को जमा हो सकते हैं और इसके बाद वह 21 अगस्त को यूएई के लिए रवाना होंगे। चेन्नै की टीम ने मार्च में भी एमए चिदंबरम स्टेडियम में लॉकडाउन से पहले कैंप किया था और वह इसी तरह का कुछ कर सकते हैं। (navbharattimes.indiatimes.com)
नई दिल्ली, 12 अगस्त। देश में पहली बार कोई महिला क्रिकेटर डोपिंग टेस्ट में फेल पाई गई है। मध्य प्रदेश की ऑलराउंडर अंशुला राव के सैंपल में परफॉर्मेंस बढ़ाने वाला प्रतिबंधित पदार्थ पाया गया। डोप टेस्ट के लिए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के नाडा (नैशनल ऐंटी डोपिंग एजेंसी) के दायरे में आने के बाद यह पहला मौका है, जब कोई भारतीय क्रिकेटर महिला या पुरुष और सीनियर या जूनियर डोपिंग में फेल हुआ है। बीसीसीआई बीते साल अगस्त में ही नाडा के दायरे में आया था।
इससे पहले टीम इंडिया के युवा ओपनर पृथ्वी साव पिछले साल जून 2019 में डोप टेस्ट में फंसे थे, तब बीसीसीआई नाडा से डोप टेस्ट के लिए नहीं जुड़ा था। तब बोर्ड के लिए ऐंटी डोपिंग के लिए सैंपल इक_ा करने का काम स्वीडन आधारित इंटरनैशनल डोपिंग टेस्ट ऐंड मैनेजमेंट करती थी। डोपिंग में फंसे अन्य क्रिकेटरों की बात करें तो इसमें प्रदीप सांगवान और यूसुफ पठान का नाम भी फंस चुका है।
अंशुला मध्य प्रदेश की सीनियर टीम की सदस्य हैं, जिन्हें प्रतिबंधित तत्व 19-नोरान्ड्रॉस्टेरॉन के सेवन का दोषी पाया गया। यह ऐसा स्टेरॉइड है, जो एनाबोलिक-एंड्रोजेनिक हार्मोन को प्रभावित करता है। दाएं हाथ की इस बल्लेबाज को, जो मीडियम पेस बोलिंग भी करती हैं, नाडा ने सस्पेंड कर दिया है। उनके यूरिन सैंपल की जांच कतर के दोहा स्थित लैब्रटॉरी में हुई, जहां उनके शरीर में ्र्रस् के तत्व मिले। पिछले महीने ही नाडा को यह रिपोर्ट मिली थी। अंशुला चाहें तो वह अपने 'क्च' सैंपल की जांच के लिए अपील कर सकती हैं।
सूत्रों के मुताबिक अंशुला का सैंपल 14 मार्च को बड़ौदा में लिया गया था। अब नाडा की ऐंटी-डोपिंग अनुशासनिक पैनल निर्णय लेगा के अंशुला पर कितने समय के लिए बैन लगाया जाए। यह पहला मौका है, जब वह डोपिंग में फंसी हैं और उसके लिए उन्हें 2 से 4 महीने के लिए बैन किया जा सकता है। (navbharattimes.indiatimes.com)
नई दिल्ली, 12 अगस्त (भाषा)। पाकिस्तान के खिलाफ पहले टेस्ट के दौरान स्पिनर यासिर शाह के खिलाफ अनुचित भाषा का इस्तेमाल करने वाले इंग्लैंड के तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड पर मैच रैफरी और उनके पिता क्रिस ब्रॉड ने मैच फीस का 15 प्रतिशत जुर्माना लगाया। यह घटना पाकिस्तान की दूसरी पारी के 46वें ओवर की है जब ब्रॉर्ड ने शाह को आउट करने के बाद अनुचित भाषा का प्रयोग किया था। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद की विज्ञप्ति के अनुसार ब्रॉड को आईसीसी की आचार संहिता की धारा 2.5 के उल्लंघन का दोषी पाया गया जो अंतरराष्ट्रीय मैच में अनुचित भाषा, हरकत या भाव भंगिमा के संबंध में है। इसके साथ ही ब्रॉड के अनुशासन रिकार्ड में एक डिमेरिट अंक जोड़ दिया गया। यह 24 महीने में उनका तीसरा अपराध है और कुल डिमेरिट अंक तीन हो गए हैं।
क्रिकेट के इतिहास में यह अनोखा मौका था जब पिता रेफरी ने अपने ही बेटे को सजा दी हो। गौरतलब है कि पाकिस्तान के खिलाफ पहले टेस्ट में स्टुअर्ट ब्रॉर्ड के पिता क्रिस ब्रॉड रेफरी थे। ऐसे में क्रिस बोर्ड ने ही अपने बेटे स्टुअर्ट ब्रॉर्ड की गलती पर आईसीसी के तरफ से सजा दी है। बता दें कि स्टुअर्ट ब्रॉर्ड ने अपने टेस्ट करियर में 500 से ज्यादा विकेट लेने में सफल हो गए हैं। ब्रॉर्ड ने पिता के द्वारा जुर्माना लगाए जाने पर रिएक्शन देते हुए ट्वीट भी किया है।
ब्रॉर्ड के पिता क्रिस ब्रॉड की बात करें तो उन्होंने 25 टेस्ट मैच खेले और इस दौरान 1661 रन बनाए।, क्रिस ने टेस्ट में 6 शतक भी जमाने का कमाल कर दिखाया था। क्रिस अपने बेटे की तरह गेंदबाज नहीं बल्कि बल्लेबाज रहे थे। गौरतलब है कि पहले टेस्ट में इंग्लैंड ने पाकिस्तान को 3 विकेट से हराकर सीरीज में 1-0 की बढ़त ले ली है। सीरीज का दूसरा टेस्ट मैच 13 अगस्त को खेला जाएगा। इंग्लैंड और पाकिस्तान के बीच 3 टेस्ट मैचों की सीरीज के बाद 3 टी-20 मैचों की सीरीज भी खेली जाएगी।
मुंबई, 12 अगस्त। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने इंडियन प्रीमियर लीग में अपने ऑफिशल पार्टनर्स की संख्या इस साल तीन से बढ़ाकर पांच करना चाहती है। बोर्ड को उम्मीद है कि दो अतिरिक्त पार्टनर्स से उसे 80 करोड़ (40 करोड़ एक से) मिलेंगे। इस हिसाब से वीवो के जाने के बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड इस साल 300 करोड़ रुपये कमाना चाहता है।
क्रिकेट बोर्ड टाइटल स्पॉन्सरशिप के लिए भी डील फाइनल करने के करीब पहुंच गया है और इस सप्ताह के आखिर में वह लोगों को सरप्राइज करने वाला ऐलान कर सकता है। बोर्ड के एक करीबी सूत्र ने बताया, 'खबर है कि ऐमजॉन, बायजूज और ड्रीम 11 इस दौड़ में है लेकिन उम्मीद है कि बीसीसीआई कोई हैरानी करने वाला फैसला ले सकता है।
यह डील सिर्फ चार महीनों के विंडो के लिए होगी और ऐसे में अगर इस रेंज में बोर्ड डील कर पाता है तो यह न सिर्फ भारतीय क्रिकेट बल्कि ग्लोबल स्पोर्ट्स इंडस्ट्री के लिए भी बड़ी बात होगी।
चीनी कंपनी (वीवो) ने इस साल आईपीएल से अलग होने का फैसला किया इससे स्पॉन्सरशिप मार्केट में करीब 450 करोड़ रुपये का अंतर पैदा हुआ। ऐसे में बाजार के जानकार कहते हैं कि 'यह अब इंडिया इंक के लिए इज्जत का सवाल है कि वह दुनिया को दिखाएं कि उनकी सबसे कीमती प्रॉपर्टी- भारतीय क्रिकेट- चल सकता है।
वीवो इंडिया ने 2018 में डील होने के बाद बीसीसीआई को पांच साल के लिए हर साल 440 करोड़ रुपए देने का वादा किया था। अब चूंकि कई कारणों से वह इस साल डील का हिस्सा नहीं है तो अगर बोर्ड 300 करोड़ रुपये तक भी जुटा लेता है तो यह वीवो के जाने से हुए नुकसान का तीन चौथाई हिस्सा होगा। अब सवाल यह है कि कोविड-19 के कारण बुरी तरह प्रभावित हुए इस साल में इतनी रकम जुटाई जा सकेगी।
समस्या यह है कि अगले टाइटल स्पॉन्सर के पास सिर्फ दिसंबर तक का विंडो होगा। किसी भी ब्रांड के लिए बहुत कम संख्या है।
इंडस्ट्री के सूत्रों का कहना है कि बीसीसीआई को ई-लर्निंग ऐप अनअकैडमी और क्रेडिट कार्ड प्लैटफॉर्म क्रेड ने ऑफिशल पार्टनर बनने का आग्रह किया है। (navbharattimes.indiatimes.com)
नई दिल्ली, 12 अगस्त (आईएएनएस)| आईपीएल टीम राजस्थान रॉयल्स के फील्डिंग कोच दिशांत याज्ञनिक कोरोनावायरस से संक्रमित पाए गए हैं। फ्रेंचाइजी ने बुधवार को इस बात की जानकारी दी। टीम को अगले सप्ताह मुंबई में इकट्ठा होना था जहां से वो संयुक्त अरब अमिरात (यूएई) से रावाना होनी हैं। इससे पहले यह टेस्ट कराया गया था जिसमें याज्ञनिक पॉजिटिव पाए गए थे। यूएई में 19 सितंबर से 10 नवंबर के बीच आईपीएल खेला जाना है।
याज्ञनिक इस समय अपने गृहनगर उदयपुर में हैं। उन्हें अस्पताल में भर्ती होने और 14 दिन क्वांरनटीन होने की सलाह दी गई है।
फ्रेंचाइजी ने एक बयान में लिखा, "बीसीसीआई के नियम के मुताबिक, 14 दिन के बाद दिशांत के दो कोविड टेस्ट और किए जाएंगे। दो निगेटिव रिपोर्ट आने पर वह टीम से जुड़ सकते हैं लेकिन इससे पहले उन्हें यूएई जाने पर छह दिन आइसोलेशन में रहना होगा और तीसरे निगेटिव टेस्ट का इंतजार करना होगा।"
फ्रेंचाइजी ने अपील करते हुए उन लोगों से आइसोलेशन में रहने और कोविड-19 टेस्ट कराने को कहा है जो बीते 10 दिनों में याज्ञनिक के संपर्क में आए थे।
फ्रेंचाइजी ने बयान में लिखा, "हम इस बात की पुष्टि करते हैं कि राजस्थान रॉयल्स और आईपीएल की किसी भी फ्रेंचाइजी का कोई खिलाड़ी बीते 10 दिनों में याज्ञनिक के संपर्क में नहीं आया है। हम उम्मीद करते हैं कि वह जल्दी यूएई में टीम के साथ जुड़ेंगे।"
लेक्सिंगटन, 12 अगस्त (आईएएनएस)| पूर्व वल्र्ड नंबर-1 महिला टेनिस खिलाड़ी वीनस विलियम्स ने टॉप सीड ओपन के पहले दौर में विक्टोरियो अजारेंका को सीधे सेटों में हरा दिया। सात बार की ग्रैंड स्लैम विजेता ने अजारेंका को मंगलवार को खेले गए मैच इमें 80 मिनट में 6-3, 6-2 से हरा दिया। इसी के साथ अजारेंका पर उन्होंने अपनी छठी जीत दर्ज की, अजारेंका सिर्फ दो बार की अमेरिकी खिलाड़ी को हरा पाई हैं।
वीनस के सामने अब 23 बार की ग्रैंड स्लैम विजेता उनकी बहन सेरेना होंगी। सेरेना ने अमेरिका का बनार्डा पेरा को तीन सेटों क चले मैच में 4-6, 6-4, 6-2 से हरा दिया।
डब्ल्यूटीए ने वीनस के हवाले से लिखा है, "एक ग्रैंड स्लैम विजेता, पूर्व विश्व नंबर-1 से दूसरी तक। यह मेरे लिए काफी मुश्किल ड्रॉ रहा है, लेकिन ईमानदारी से कहूं तो यह मेरे लिए बिल्कुल ठीक है क्योंकि मैं हमेशा नहीं खेल सकती इसलिए मैं सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों के साथ खेलना चाहती हूं। मुझे लगता कि सेरेना के खिलाफ खेलने की मेरी ख्वाहिश पूरी हो गई।"
दोनों बहनों के बीचे खेले गए मुकाबले में सेरेना 18-12 से आगे हैं।
नई दिल्ली, 12 अगस्त (आईएएनएस)| भारतीय पुरुष हॉकी टीम के कोविड-19 पॉजिटिव निकले सभी छह खिलाड़ियों को बेंगलुरू के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) ने बुधवार सुबह इस बात की जानकारी दी। इससे पहले, मनदीप को सोमवार रात को ऑक्सीजन स्तर में कमी होने के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
साई ने सावधानी के लिहाज से कप्तान मनप्रीत सिंह, जसकरण सिंह, सुरेंद्र कुमार, वरुण कुमार और कृष्णा बी पाठक को एसएस स्पर्श में भर्ती कराया गया है। यहीं मनदीप भर्ती हैं।
साई ने कहा, "खिलाड़ियों को अस्पताल में भर्ती कराने का फैसला इसलिए लिया गया है ताकि खिलाड़ियों की पूरे समय देखभाल की जा सके और अच्छे से अच्छे ईलाज किया जा सके।"
साई ने बताया कि सभी खिलाड़ियों का स्वास्थ अच्छा है और सभी अच्छी तरह से ठीक हो रहे हैं।
राजकोट, 11 अगस्त (टाईम्स न्यूज)। भारतीय टीम के ऑलराउंडर क्रिकेटर रविंद्र जडेजा एक नए विवाद में फंस गए हैं। खबर है कि जडेजा और उनकी पत्नी ने राजकोट में एक लेडी कॉस्टेबल के साथ बहसबाजी की, जिन्होंने कथित रूप से उन्हें मास्क न पहनने के लिए रोका था।
हेड कॉन्सटेबल सोनल गोसाई जो महिला पुलिस स्टेशन में कार्यरत हैं उन्होंने जडेजा और उनकी पत्नी को रीवाबा को रात 9 बजे के करीब किसनपाड़ा चौक के पास रोका। खबर है कि जब जडेजा से उनका लाइसेंस मांगा गया और उन्हें मास्क न पहनने के लिए फाइन भरने को कहा गया तो दोनों के बीच तकरार शुरू हो गई।
सूत्रों का कहना है कि जडेजा ने पुलिस से कहा है कि पुलिसकर्मी ने उनके साथ बुरा व्यवहार किया। सूत्रों के अनुसार गोसाई को बाद में स्ट्रेस के कारण एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया।
इस बारे में जब डेप्युटी कमिश्नर मनोहरसिंह जडेजा से बात हुई तो उन्होंने कहा, जडेजा और कॉन्सटेबल दोनों ने बुरे बर्ताव का आरोप लगाया है। आधिकारिक तौर पर दोनों में से किसी ने शिकायत नहीं दर्ज की है। जहां तक मेरी जानकारी है जडेजा ने मास्क पहना हुआ था और हम जांच कर रहे हैं कि उनकी पत्नी ने मास्क पहना था या नहीं। हालांकि सूत्रों का यह भी कहना है कि जडेजा ने शायद मास्क पहना था और उनकी बीवी ने मास्क नहीं पहना था और साथ ही उनकी कार में 2-3 लोग और भी सवार थे।
ढाका, 11 अगस्त (भाषा)। बांग्लादेश के बायें हाथ के पूर्व स्पिनर मुशर्रफ हुसैन कोरोना बदकिस्मती के शिकार हैं। एक साल पहले ही मुशर्रफ हुसैन ब्रेन ट्यूमर का शिकार हुए थे, तो अब कोरोनावायरस ने उन्हें अपने लपेटे में ले लिया है। हुसैन ने पांच एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों में बांग्लादेश का प्रतिनिधित्व किया। इन मैचों में फिलहाल 38 साल के हो चुके मुशर्रफ सिर्फ चार ही विकेट ले सके और इसक बाद वह देश के लिए नहीं खेल सके।
रविवार को कोरोना परीक्षण का नतीजा आने के बाद हुसैन अपने घर में ही पृथकवास से गुजर रहे हैं। ‘द डेली स्टार ने हुसैन के हवाले से कहा, ‘‘मेरे पिता इससे पहले कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे और उन्हें सीएमएच अस्पताल में आईसीयू में भर्ती कराया गया था। उन्होंने कहा, ‘‘बाद में मैंने भी कुछ लक्षणों का अनुभव किया और कोरोना वायरस पॉजिटिव पाया गया। मैं अब तक ठीक हूं और घर में पृथकवास से गुजर रहा हूं।
हुसैन ने कहा, ‘‘मेरी पत्नी और बच्चे हालांकि नेगेटिव पाए गए हैं। हसैन को उम्मीद है कि वह इस बीमारी से उबरने के बाद इस साल घरेलू सर्किट में वापसी करेंगे। पूर्व कप्तान मशरेफ मुर्तजा और दो अन्य बांग्लादेशी क्रिकेटर नजमुल इस्लाम और नफीस इकबाल जून में कोरोना वायरस पॉजिटिव पाए गए थे। पिछले हफ्ते बांग्लादेश फुटबॉल टीम के 18 खिलाड़ी पॉजिटिव पाए गए थे।
नई दिल्ली, 11 अगस्त । पूर्व भारतीय टेस्ट ओपनर आकाश चोपड़ा ने सुपरओवर फेंकने के लिए दुनिया भर के फास्ट बोलरों की तुलना कर टीम इंडिया के पेसर जसप्रीत बुमराह को सबसे बेस्ट करार दिया है। चोपड़ा ने टॉप पर दो गेंदबाजों की तुलना करते हुए बुमराह को ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज मिशेल स्टार्क से ऊपर आंका।
इस पूर्व टेस्ट ओपनिंग बल्लेबाज ने कहा, बुमराह की सटीक लाइन लेंथ और उनका अनूठा बोलिंग ऐक्शन उन्हें इस रेस में और भी खास बनाता है। चोपड़ा अपने यूट्यूब चैनल आकाशवाणी पर सुपरओवर में सबसे प्रभावी गेंदबाज की बात कर रहे थे। उन्होंने बुमराह को किसी भी परिस्थिति में सुपर ओवर फेंकने के लिए सही विकल्प बताया।
इस पर चर्चा करते हुए क्रिकेटर से कॉमेंटेटर बने चोपड़ा ने सबसे पहले इस लिस्ट के लिए अपने 5 गेंदबाजों के नाम गिनाएं। इस फेहरिस्त में उन्होंने सुनील नरेन, राशिद खान, जसप्रीत बुमराह, मिशेल स्टार्क और लसिथ मलिंगा का नाम सबसे ऊपर रखा।
चोपड़ा ने सुनील नरेन की चर्चा करते हुए सीपीएल के उस यादगार सुपरओवर को भी याद किया, जब उन्होंने यहां एक मैच में मेडन ओवर फेंककर एक विकेट भी लिया था। लेकिन चोपड़ा ने कहा कि अब नरेन इतना कारगर साबित नहीं होंगे क्योंकि उनके बोलिंग ऐक्शन में बदलाव हुआ है। हालांकि अगर किसी स्पिनिंग ट्रैक पर दो लेफ्टहैंडर बल्लेबाज हुए तो फिर चोपड़ा नरेन की ओर देख सकते हैं। अन्यथा किसी स्पिन ट्रैक पर स्पिनर से सुपरओवर कराने की बात होगी तो वह राशिद को नरेन से ऊपर रखेंगे। (navbharattimes.indiatimes.com)
नई दिल्ली, 10 अगस्त । एशियन चैंपियनशिप 2017 में 4 गुणा 400 मीटर रेस में गोल्ड मेडल जीतने वाली भारतीय चौकड़ी के सदस्य रहे दिल्ली के स्प्रिंटर अमोज जैकब ओलिंपिक्स में दौडऩा चाहते हैं। 22 साल के जैकब का सपना तोक्यो ओलिंपिक्स के लिए क्वॉलिफाई करने का है, लेकिन घर की बिगड़ती माली हालत से वह अपने लक्ष्य पर फोकस नहीं कर पा रहे हैं। 400 मीटर में जूनियर नैशनल रेकॉर्ड होल्डर जैकब बताते हैं,पिताजी के पास 2017 से ही कोई काम नहीं है। घर की सारी जिम्मेदारी मेरी मां के ऊपर है, जो सरकारी अस्पताल में नर्स हैं। छोटी बहन कॉलेज जाने लगी है। उसकी पढ़ाई और आगे के खर्चों के बारे में सोचना है। मां की कमाई इतनी नहीं है कि कुछ बच सके। मुझ पर अब घर की जिम्मेदारियां उठाने का दबाव बढ़ता जा रहा है।
ऑल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी चैंपियनशिप में 400 व 800 मीटर के रेकॉर्ड होल्डर जैकब ने बताया कि वह अब नौकरी तलाश रहे हैं। उन्होंने बताया, मैं नौकरी तलाश रहा हूं और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में अप्लाई भी किया है। अगर नौकरी लग जाएगी तो मैं घर चलाने में मां की मदद कर पाऊंगा साथ ही इत्मीनान के साथ अपनी ट्रेनिंग भी जारी रख सकूंगा। अभी तो मैं पटियाला में हूं, मुझे तो यहां कोई तकलीफ नहीं है। अच्छी डाइट के साथ सारी सुविधाएं मिल रही हैं, लेकिन रह-रह कर घर की चिंता होती रहती है।
2018 ग्लास्गो कॉमनलेल्थ गेम्स में 4 गुणा 400 मीटर की फाइनल रेस में इंजरी हो जाने के कारण कई महीनों ट्रैक से दूर रहने के बाद जैकब एक बार फिर अपनी लय हासिल करने में जुटे हैं। तोक्यो ओलिंपिक्स की तैयारियों को लेकर कहा, मेरी ट्रेनिंग सही दिशा में चल रही है, निजी तौर पर मुझे तो ओलिंपिक्स टलने से थोड़ा फायदा ही हुआ है। मुझे अपनी तैयारियों को और पुख्ता करने का थोड़ा और वक्त मिल गया है। (navbharattimes.indiatimes.com)
नई दिल्ली, 19 अगस्त (भाषा)। इंग्लैंड के स्टार आलराउंडर बेन स्टोक्स पारिवारिक कारणों से पाकिस्तान के खिलाफ तीन मैचों की टेस्ट सीरीज के बीच हुए मुकाबलों में नहीं खेल पायेंगे। इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने रविवार को यह जानकारी दी। ईसीबी ने हालांकि उनके हटने का सही कारण नहीं बताया। ईसीबी ने एक बयान में कहा, स्टोक्स इस हफ्ते के अंत में न्यूजीलैंड जायेंगे। वह पाकिस्तान के खिलाफ 13 अगस्त गुरूवार और 21 अगस्त शुक्रवार से एजिस बाउल में शुरू होने वाले इंग्लैंड के दो टेस्ट मैचों में नहीं खेल पायेंगे। बयान के मुताबिक, ‘‘इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड स्टोक्स के परिवार के साथ सभी मीडिया से अनुरोध करता है कि वे इस समय परिवार की निजता का सम्मान करें।
क्राइस्टचर्च में जन्में 29 वर्षीय स्टोक्स इंग्लैंड की टीम के अहम सदस्य हैं और उन्होंने हाल के वर्षों में कई शानदार प्रदर्शन से टीम को जीत दिलायी है जिसमें 2019 विश्व कप का फाइनल और एशेज हंड्रेड शामिल हैं। मेजबान इंग्लैंड ने शुरूआती टेस्ट तीन विकेट से जीतकर तीन मैचों की सीरीज में 1-0 से बढ़त हासिल कर ली है।
पाकिस्तान के खिलाफ पहले टेस्ट में क्रिस वोक्स ने शानदार बल्लेबाजी कर इंग्लैंड को 3 विकेट से जीत दिलाने में खास भूमिका निभाई। क्रिस वोक्स पहले टेस्ट में मैन ऑफ द मैच का खिताब जीतने में सफल रहे हैं।
इस्लामाबाद, 9 अगस्त। पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर का मानना है कि अपनी गेंदबाजी एक्शन के कारण भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह के लिए सभी प्रारूपों में खेलने के लिए खुद को उपलब्ध रखना मुश्किल होगा। अख्तर ने पूर्व भारतीय क्रिकेटर आकाश चोपड़ा के साथ उनके यूट्यूब शो आकाशवाणी में कहा, बुमराह के पास एक मुश्किल एक्शन है। वह सभी प्रारूपों में नहीं खेल सकते हैं।
शोएब अख्तर ने कहा, यह उनकी बहादुरी है कि उन्होंने टेस्ट मैचों में अपना कौशल दिखाया। वह बहुत मेहनती लडक़ा है और बहुत फोकस्ड है। वह जानते हैं कि वह कहां जाना चाहता है, लेकिन क्या उनकी पीठ उनका समर्थन करेगी। तब तक जब उनकी पीठ पर इतना भार होगा।
अख्तर ने आगे कहा, मैं उनके मैच देख रहा था इससे पहले कि वह टूट गया। मैं अपने दोस्तों से कह रहा था कि वह टूट जाएगा। उन्होंने (दोस्तों) मुझे बताया कि यह सिर्फ 4-5 कदम रन-अप था। मैंने उन्हें बताया कि यह कदमों का सवाल नहीं है, बल्कि डिलीवरी स्ट्राइड के दौरान लोडिंग के बारे में है, उनकी पीठ इतने अधिक समय तक टिक नहीं पाएगी।
अख्तर ने कहा, एक झपकी आ जाएगी और वह हो गई। मुझे लगता है कि एक दो टेस्ट मैचों के बाद वह टूट गया। उसे बहुत सावधान रहना होगा और उनके कप्तान को भी क्योंकि आपको ऐसी बहुत कम प्रतिभाएं मिलती हैं।
कोलंबो, 9 अगस्त (एजेंसी)। इंग्लैंड के विश्व कप विजेता तेज गेंदबाज लियाम प्लंकेट और न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाज टिम साउदी सहित कुल 93 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटरों को 28 अगस्त से शुरू हो रही पहली लंका प्रीमियर लीग (एलपीएल) के लिए सूचीबद्ध किया गया है। ‘सेलोन टुडे’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान के अनुभवी ऑलराउंडर मोहम्मद हफीज और वेस्टइंडीज के सलामी बल्लेबाज ड्वेन स्मिथ भी इस टी20 लीग के विदेशी खिलाडिय़ों की सूची में शामिल हैं।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि दुबई की खेल प्रसारण कंपनी इनोवेटिव प्रॉडक्शन ग्रुप (आईपीजी) को पांच साल के लिए एलपीएल के ‘सभी अधिकार’ दिए गए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, ‘आईपीजी के पास टूर्नमेंट के मैदान, प्रॉडक्शन, फ्रैंचाइजी और टीवी अधिकारों का पूरा अधिकार हैं। समूह इन अधिकारों के लिए सालाना 20 लाख डॉलर का भुगतान करेगा।’
20 सितंबर को फाइनल
इसमें बताया गया है कि यह आईपीजी और फ्रैंचाइजी पर निर्भर है कि वे खिलाडिय़ों के साथ बातचीत या किसी अन्य उपयुक्त तरीके से उनके चयन का फैसला करें। इसमें श्रीलंका क्रिकेट शामिल नहीं होगा। इस टी20 लीग में पांच टीमें होंगी और चार अंतरराष्ट्रीय मैदानों पर 23 मैच खेले जाएंगे। टूर्नमेंट का फाइनल 20 सितंबर को खेला जाएगा।
तूरिन, 9 अगस्त (भाषा)। स्टार फुटबॉलर क्रिस्टियानो रोनाल्डो के दो गोल की मदद से यूवेंटस की टीम शुक्रवार को दूसरे चरण के मैच में लियोन पर 2-1 से जीत दर्ज करने में सफल रही।
लेकिन इसके बावजूद वह चैम्पियंस लीग से बाहर हो गई। लियोन और यूवेंटस का कुल स्कोर (दोनों चरण के मैचों का नतीजा) 2-2 रहा और लियोन की टीम ‘अवे गोल’ की मदद से क्वॉर्टरफाइनल में पहुंचने में सफल रही।
लियोन का सामना अब एलिमिनेशन क्वॉर्टरफाइनल में लिस्बन में मैनचेस्टर सिटी से होगा, जिसने रियल मैड्रिड को 2-1 से हराकर 4-2 के कुल स्कोर से अगले दौर में प्रवेश किया था। रोनाल्डो ने 43वें (पेनल्टी) और 60वें मिनट में गोल किया। लेकिन लियोन के कप्तान मेम्फिस डिपे के 12वें मिनट में पेनल्टी से किए गए गोल ने लियोन को क्वॉर्टरफाइनल में पहुंचाया।
नई दिल्ली, 9 अगस्त (आईएएनएस)| बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने कहा है कि वीवो का आईपीएल के 13वें सीजन के मुख्य प्रायोजक के तौर पर बाहर जाने को वित्तीय संकट के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए। बीसीसीआई ने पिछले सप्ताह वीवो के साथ आईपीएल के मुख्य प्रायोजक के तौर पर करार को खत्म कर दिया था। यह फैसला वीवो से करार कायम रखने के बाद बीसीसीआई और आईपीएल गवर्निग काउंसिल की आलोचना के बाद लिया गया है।
ईएसपीएनक्रिकइंफो की रिपोर्ट के मुताबिक, गांगुली ने लर्नफ्लिक्स द्वारा आयोजित वेबीनार में कहा, "मैं इसे वित्तीय संकट नहीं कहूंगा। यह थोड़ा सा झटका है और आप इससे तभी निपट सकते हैं जब आप कुछ समय तक पेशेवर तौर पर मजबूत रहेंगे तो।"
उन्होंने कहा, "लेकन चीजें एक रात में नहीं आती हैं। और बड़ी चीजें एक रात में नहीं जातीं। आपकी लंबे समय तक तैयारी आपको नुकसान के लिए तैयार करती हैं, आपको सफलता के लिए तैयार करती हैं।"
उन्होंने कहा, "आप दोनों विकल्प खुले रखते हो। यह प्लान-ए या प्लान-बी की तरह होता है। समझदार लोग करते हैं। समझदार ब्रांड ऐसे ही करते हैं। बीसीसीआई काफी मजबूत संस्थान है- पहले के खेल, खिलाड़ी, प्रशासकों ने इस खेल को इतना मजबूत बनाया है कि बीसीसीआई इस तरह के छोटे झटके से निपट लेगी।
नई दिल्ली, 8 अगस्त। दुनिया में सर्वाधिक शतक ठोकने वाले महान बल्लेबाज सचिन तेंडुलकर के कई शतक अंपायर के खराब निर्णय के चलते भी अधूरे रह गए। इंटरनैशनल क्रिकेट में 100 शतक जमाने वाले इस बल्लेबाज को कई बार तब अंपायरों के गलत निर्णय का शिकार होना पड़ा है, जब वह शतक के बेहद करीब 90 पर बल्लेबाजी कर रहे होते थे। ऐसी ही गलती दिग्गज अंपायर साइमन टॉफेल से इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए ट्रेंट ब्रिज (2007) टेस्ट में हुई। लेकिन टॉफेल कहते हैं उस गलती के बाद मैं और सचिन बहुत अच्छे दोस्त बन गए।
हाल ही में साइमन टॉफेल गौरव कपूर के मशहूर पॉडकास्ट प्रोग्राम 22 यान्र्स पोडकास्ट होस्टिड बाय गौरव कपूर शो में उपस्थित हुए। यहां उन्होंने बताया कि सचिन तेंडुलकर को गलत आउट देने के बाद उनसे दोस्ती और गहरी हो गई।
टॉफेल 2007 के उस ट्रेंट ब्रिज टेस्ट में अंपायरिंग कर रहे थे। जब तेंडुलकर अपने शतक की ओर पहुंच रहे थे, तब पॉल कॉलिंगवुड की गेंद पर टॉफेल ने उन्हें आउट दे दिया। टीवी रिप्ले में साफ दिख रहा था कि वह गेंद ऑफ स्टंप से एक इंच दूर थी।
टॉफेल ने कहा, अगली सुबह मैदान पर जाते हुए मैं सचिन के पास से निकल रहा था। मैं वहां सचिन के पास आया और उनसे कहा, देखो कल मैं गलत था, आपको पता है? मैंने इसे देखा और खुद को गलत पाया।
इसके बाद सचिन ने कहा, देखो साइमन, मुझे पता है आप एक अच्छे अंपायर हैं, आप अकसर गलतियां नहीं करते हैं, ठीक है अब इसे लेकर चिंता मत कीजिए।
साइमन ने कहा,मैं अपनी गलती के लिए सचिन से माफी नहीं मांग रहा था कि इससे वह या मैं बेहतर महसूस करें। बस यह इसलिए था कि हम दोनों वहां अपना-अपना काम बेहतर कर रहे थे। मुझे मालूम है कि इस निर्णय से वह खुश नहीं थे और मैं उन्हें यह भरोसा दिलाना चाहता था यह दोबारा नहीं होगा।
उन्होंने कहा, इसके बाद हम दोनों की एक दूसरे के प्रति सम्मान बहुत बढ़ गया। मैंने सचिन को सिर्फ वहीं गलत आउट नहीं दिया। इसके बाद भी एक-दो मौकों पर ऐसी गलतियां हुईं। लेकिन इसके बावजूद हमारी एक दूसरे के प्रति विश्वास, सम्मान और हमारे रिश्तों में शुद्धता बनी रही। (navbharattimes.indiatimes.com)