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एक तरफ बढ़ते तापमान और हीटवेव के चलते इन जीवों की उम्र तेजी से बढ़ रही है। वहीं दूसरी तरफ इनके शरीर पर भी इसका प्रतिकूल असर पड़ रहा है
- Lalit Maurya
वैसे तो जलवायु परिवर्तन सभी के लिए खतरनाक है पर वो जीव जो अपने शारीरिक गतिविधियों के लिए सूर्य की गर्मी के भरोसे पर जिन्दा रहते हैं, उनके लिए यह कुछ ज्यादा ही नुकसानदेह है | हीटवेव और बढ़ते तापमान के चलते इन जीवों की उम्र तेजी से बढ़ रही है। साथ ही इसके चलते इनके शरीर पर भी इसका प्रतिकूल असर पड़ रहा है। साथ ही इन जीवों पर हीट स्ट्रेस बढ़ रहा है।
इन जीवों में मछली, उभयचर और सरीसृप जीव शामिल हैं जो अपने शरीर के तापमान को स्वयं नियंत्रित नहीं कर सकते इसके लिए उन्हें सूर्य की के प्रकाश की मदद लेनी पड़ती है। यही वजह है कि तापमान में हो रही वृद्धि का सीधा असर उनके शरीर पर भी पड़ रहा है। तेजी से बढ़ता तापमान उनके गतिविधियों को भी प्रभावित कर रहा है। इससे पहले भी पिछले वर्षों में किए गए शोधों से यह बात सामने आई है कि वातावरण में आ रहा बदलाव इन जीवों पर भी असर डाल रहा है। एक तरफ तापमान बढ़ने के कारण इनकी विकास दर भी बढ़ रही है साथ ही इसका असर इनके जीवन काल पर भी पड़ रहा है। जिसके कारण इनका जीवन काल भी घटता जा रहा है।
इस शोध से जुड़े शोधकर्ता जर्मन ओरिजोला के अनुसार तापमान में हो रही वृद्धि उनके शरीर की सहन क्षमता से भी ज्यादा बढ़ती जा रही है। जिसका प्रभाव उनकी गतिविधियों पर पड़ रहा है। जर्नल चेंज बायोलॉजी में छपे इस शोध से पता चला है कि जलवायु परिवर्तन का इन जीवों की उम्र बढ़ने की दर पर क्या प्रभाव पड़ेगा।
जीवों की संतान पैदा करने की क्षमता पर भी पड़ रहा है असर
ओरिजोला ने बताया कि इन जीवों की विकास दर में वृद्धिं होने से शारीरिक असंतुलन की स्थिति पैदा हो जाएगी। उदाहरण के लिए इसके चलते प्रोटीन और डीएनए को ऑक्सीडेटिव क्षति होगी। साथ ही इससे टेलोमेरेस पर भी असर पड़ेगा। टेलोमेरेस, डीएनए को सुरक्षा प्रदान करता है। जितनी तेजी से टेलोमेरेस खत्म होते हैं उतनी तेजी से कोशिकाएं खराब होती हैं और शरीर की उम्र बढ़ती है। जिसका सीधा मतलब है कि जलवायु परिवर्तन सीधे तौर पर ठन्डे रक्त वाले जीवों में उम्र की दर पर अपना असर डाल रहे हैं।
शोधकर्ताओं के अनुसार क्लाइमेट चेंज के चलते जिस तेजी से जीवों की उम्र बढ़ रही है उसका इन जीवों की आबादी पर गंभीर प्रभाव हो सकता है। जैसे-जैसे जीवन प्रत्याशा घटती है, उसके साथ ही उनके संतान पैदा करने की क्षमता पर भी असर पड़ रहा है।
ऊपर से बाढ़, सूखा, बीमारियां और हीटवेव जैसी आपदाओं के चलते इन जीवों के उबरने की क्षमता पर असर पड़ रहा है। इसके साथ ही इन जीवों पर पड़ने वाला असर इनसे जुड़े अन्य जीवों पर भी असर डालेगा।
शोधकर्ताओं का मानना है कि इस बारे में बहुत ही सीमित खोज की गई है। उनके अनुसार इसके बारे में बेहतर समझ ने केवल जीवों पर क्लाइमेट चेंज के बढ़ते असर से निपटने में मददगार हो सकती है, साथ ही यह जानकारी इन जीवों के संरक्षण और प्रबंधन से जुड़ी बेहतर नीतियों के निर्माण में योगदान कर सकती हैं।
उदाहरण के लिए यदि मछलियों को ले लीजिये जिन्हें वाणिज्यिक उद्देश्य के लिए पकड़ा जा रहा है, तब यह समझना जरुरी हो जाता है कि जलवायु परिवर्तन इन जीवों की उम्र पर असर डाल रहा है ऐसे में इन्हें पकड़ने की दर को इनकी जनसंख्या के आधार पर तय किया जा सकता है। वहीं दूसरी तरफ जो प्रजातियां पहले ही खतरे में हैं उनपर उम्र घटने के कारण खतरा और बढ़ जाएगा, ऐसे में उनके संरक्षण के लिए सही समय पर कार्रवाई की जा सकती है। जबकि जिन जीवों के आवास पर जलवायु परिवर्तन का असर पड़ रहा है उन्हें वहां से अलग जगह पर भेजा जा सकता है।(downtoearth)
- प्रदीप कुमार
इंडियन प्रीमियर लीग के तेरहवें सीजन की शुरुआत टूर्नामेंट की दो सबसे कामयाब टीमों चेन्नई सुपर किंग्स और मुंबई इंडियंस के बीच मुक़ाबले से अबू धाबी में हो रही है.
कोविड महामारी के दौर में क्रिकेट का यह सबसे बड़ा टूर्नामेंट कराने के लिए तमाम तरह के सुरक्षात्मक उपाय किए गए हैं. जिसमें खिलाड़ियों को सुरक्षित बायो बबल में रखने से लेकर हर तरह के एहितयात बरते गए हैं.
कोविड महामारी के साये में सुरक्षात्मक उपायों के साथ खिलाड़ियों को विपक्षी टीम की चुनौती का सामना ही नहीं करना होगा बल्कि अबू धाबी, शारजाह और दुबई इन तीनों शहरों की गर्मी और नमी खिलाड़ियों की लिए बहुत बड़ी मुश्किल साबित होने वाली है. क्योंकि ज्यादातर मौकों पर खिलाड़ियों को 40 डिग्री सेल्सियस के तापमान पर खेलना होगा.
इस मुश्किल का जिक्र रॉयल चैलेंजर्स के स्टार खिलाड़ी एबी डिविलियर्स ने आरसीबी के ट्विटर हैंडल पर किए गए वीडियो पोस्ट में किया है.
उन्होंने कहा, "ईमानदारी से कहूं तो मैं इस तरह की परिस्थितियों में खेलने का अभ्यस्त नहीं हूं. यहां बेहद गर्मी है. और मुझे इस मौसम ने चेन्नई में जुलाई महीने में खेले गए टेस्ट मैच की याद दिला दी है जिसमें वीरेंद्र सहवाग ने हमारे खिलाफ 300 रन ठोक दिए थे. जीवन में उससे ज़्यादा गर्मी वाली स्थिति का अनुभव मुझे पहले कभी नहीं हुआ था."
संयुक्त अरब अमीरात में लंबे समय तक एक स्पोर्ट्स चैनल में काम कर चुके वरिष्ठ पत्रकार नीरज झा वहां की मुश्किलों के बारे में बताते हैं, "एक तो तापमान 40 डिग्री के आसपास होता है. लेकिन उससे ज़्यादा मुश्किल यह है कि स्टेडियम के बाहर के इलाके में रेतीले मैदान है. रेत की गर्मी के चलते आसपास बहुत ज़्यादा गर्मी हो जाती है. खिलाड़ियों के सामने इससे तालमेल बिठाने की चुनौती होगी."
गर्मी के अलावा समुद्र से सटे होने के चलते ह्यूमिडिटी का लेवल भी इन तीनों स्टेडियम में बहुत ज़्यादा रहने की आशंका है.
मोटा मोटी अनुमान यह है कि तीनो शहर में ह्यूमिडिटी का लेवल 70 प्रतिशत के आसपास रहेगा, जिससे खिलाड़ियों के सामने डिहाइड्रेशन का ख़तरा भी होगा.
भारतीय खिलाड़ियों पर असर नहीं
हालांकि वरिष्ठ खेल पत्रकार विजय लोकपल्ली के मुताबिक संयुक्त अरब अमीरात की चुनौतियां भारतीय परिस्थितियों से बहुत अलग नहीं होंगी.
उन्होंने बताया, "देखिए आईपीएल का आयोजन तो भारत में अप्रैल और मई की गर्मियों में भी हो चुका है. इस हिसाब से देखें तो स्थितियां कमोबेश एक जैसी ही होंगी. जहां तक ह्यूमिडिटी लेवल की बात है तो भारत में कोलकाता, चेन्नई, मुंबई या फिर कोच्चि जैसे शहरों में होने वाले मैचों में भी खिलाड़ियों को इसका सामना करना पड़ता है."
संयुक्त अरब अमरीत के स्टेडियम पाकिस्तान क्रिकेट टीम के लिए बीते एक दशक तक घरेलू मैदान के तौर पर इस्तेमाल किए गए हैं.
2009 में श्रीलंकाई क्रिकेट टीम पर हुए आतंकी हमले के बाद सुरक्षा कारणों से पाकिस्तानी क्रिकेट बोर्ड विदेशी टीमों की मेजबानी यहां के स्टेडियमों में करती रही.
इस दौरान पाकिस्तान के खिलाड़ी लगातार यहां की परिस्थितियों में खेलते रहे हैं.
ये बात दूसरी है कि पाकिस्तान का कोई भी क्रिकेटर आईपीएल के इस सीज़न में भी पिछले सीज़नों की तरह हिस्सा लेते नहीं दिखेंगे.
आईपीएल 2020 के दौरान
संयुक्त अरब अमीरात में होने वाले मैचों के टीवी कवरेज को नज़दीक से देखने वाले नीरज झा बताते हैं, "पाकिस्तान ही नहीं, भारत उपमहाद्वीप के खिलाड़ियों को अबू धाबी, शारजाह और दुबई के मैदान पर बहुत दिक्कत नहीं होगी लेकिन विदेशी खिलाड़ियों को हमेशा मुश्किल होती है. तो यही स्थिति देखने को मिलेगी."
आईपीएल 2020 के दौरान सभी टीमों को मिलाकर देखें तो 50 से ज्यादा विदेशी खिलाड़ी इन टीमों का हिस्सा हैं, ऐसे में इन खिलाड़ियों को उस स्थिति से तालमेल बिठाने का कोई ना कोई रास्ता ज़रूर निकालना होगा.
यह अलग अलग खिलाड़ियों के लिए जुगाड़ निकालने जैसा ही होगा.
यह जुगाड़ किस तरह के हो सकते हैं, इसका एक दिलचस्प उदाहरण पाकिस्तान क्रिकेट टीम के तेज़ गेंदबाज़ शोएब अख़्तर का रहा है, संयुक्त अरब अमीरात के मैदान पर खेलते वक़्त रावलपिंडी एक्सप्रेस गले में हमेशा एक आइस कॉलर पहना करते थे. इससे उनके शरीर में ठंडक और पानी के अंश हमेशा मिलते थे.
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलौर के एबी डिविलयर्स ने आरसीबी के ट्विटर हैंडल पर पोस्ट वीडियो मे ह्यूमिडिटी की बात भी की है.
उन्होंने कहा है, "रात के दस बजे भी यहां काफ़ी ज़्यादा ह्यूमिडिटी है. जब मैं यहां आया तो इसके पिछले महीनों से तुलना की है, तो स्थिति तो बेहतर हुई है लेकिन लेकिन आपको अंदर की ऊर्जा को मैच के अंतिम पलों तक बचाने की चुनौती तो होगी."
विजय लोकपल्ली के मुताबिक भारत में घरेलू मैचों के दौरान ही खिलाड़ियों को गर्मी, ह्यूमिडिटी और सपाट विकेटों के अलावा मामूली सुविधाओं के साथ खेलते हुए जगह बनानी होती है कि वह मानसिक तौर पर किसी भी मुश्किल चुनौती में भी बेहतरीन प्रदर्शन के इरादे से ही मैदान में उतरता है.
क्या होगी राहत की बात
आईपीएल में हिस्सा ले रहे खिलाड़ियों के लिए सबसे बड़ी राहत की बात यह है कि अधिकांश मुक़ाबले शाम साढ़े सात बजे से शुरू हो रहे हैं और अबू धाबी, शारजाह और दुबई में शाम होते ही तापमान थोड़ा कम होने लगता है और यह खिलाड़ियों के लिए राहत की बात होगी. इसके अलावा आईपीएल के मुकाबले 20-20 ओवरों के मुक़ाबले हैं जहां खिलाड़ियों के लिए कुछ ही घंटे खेलने हैं.
नीरज झा अरब अमीरात में खेले गए उन इंटरनेशनल मैचों की बात करते हैं जब वहां पूरे दिन के मुक़ाबले खेले गए हैं.
उन्होंने बताया, "देखिए इन्हीं मैदानों पर टेस्ट मैचों के आयोजन हुए हैं, वनडे क्रिकेट खेले जाते रहे हैं जो अमूमन 10 बजे शुरू होते थे और 12 बजे की तेज धूप में भी खिलाड़ी मैदान में होते थे. जबकि यहां मार्च से लेकर अक्टूबर के बीच, 11 बजे के बाद से लेकर शाम के सात बजे तक लोग घरों-दफ्तरों से बाहर नहीं निकलते. इस हिसाब से देखें तो आईपीएल में खिलाड़ियों को कुछ ही घंटे अपना दम झोंकना होगा."
सचिन तेंदुलकर का 'डेजर्ट स्ट्रॉम'
वैसे आईपीएल के आधे से ज़्यादा मैच अक्टूबर में खेले जाएंगे, सितंबर के बाद संयुक्त अरब अमीरात का तापमान कम होगा. इससे खिलाड़ियों को राहत मिलेगी.
वैसे इससे पहले आईपीएल सीजन 7 के दौरान अप्रैल महीने में संयुक्त अरब अमीरात में आईपीएल के कुछ मैच खेले गए थे, जो इस वक्त से कहीं ज़्यादा गर्मियों में खेले गए थे.
गर्मी और ह्यूमिडिटी के अलावा एक और पहलू है जो खिलाड़ियों के लिए खासा मुश्किल पैदा कर सकते हैं. 1998 में सचिन तेंदुलकर की शारजाह में दो मैचों में बनाए गए दो धमाकेदार शतकों की याद जिन खेल प्रेमियों को होगी उन्हें इस पहलू का अंदाज़ा होगा.
सचिन तेंदुलकर की इन शतकीय पारियों को 'डेजर्ट स्ट्रॉम' के नाम से जाना जाता है. क्योंकि उनकी एक शतकीय पारी के दौरान ही स्टेडियम मे रेत की आंधी चलने लगी थी जिसके चलते मैच का कुछ समय बर्बाद हुआ था.
संयुक्त अरब अमीरात के मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक सितंबर और अक्टूबर महीने में भी रेत की आंधी आ सकती है.
वरिष्ठ खेल पत्रकार विजय लोकपल्ली के मुताबिक कोरोना संक्रमण के चलते जिस तरह से लंबे समय के बाद खिलाड़ियों को मैदान में प्रदर्शन करने का मौका मिल रहा है, उसमें कोई भी चुनौती उन्हें ज़ोरदार प्रदर्शन करने से रोक नहीं पाएगी.
विजय लोकपल्ली बताते हैं, "कोरोना संक्रमण का डर के बीच एहतियात के तमाम प्रावधान हैं. पहले की तरह घूमने फिरने, मिलने बैठने की आज़ादी भी नहीं होगी. पार्टी करने वाला माहौल ग़ायब होगा. दर्शकों का शोर भी नहीं होगा. बस होगा तो केवल क्रिकेट का रोमांच."
इस क्रिकेट के रोमांच के साथ दुनिया भर में लॉकडाउन के चलते अपने घरों में सिमटे लोगों को अपने अपने टीवी सेट पर इस रोमांच को देखने का वक्त भी होगा. लिहाजा उम्मीद की जा रही है कि इस भले स्टेडियम में दर्शक नज़र नहीं आएंगे लेकिन व्यूअरशिप के सबसे ज़्यादा होने का अनुमान लगाया जा रहा है.(bbc)
श्रीनगर 19 सितंबर (वार्ता) पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रो. सैफुद्दीन सोज ने जम्मू-कश्मीर में किसी के नजरबंद नहीं होने के केंद्र सरकार के बयान पर सवाल उठाते हुए शुक्रवार को कहा कि वह अभी भी नजरबंद हैं।
प्रो. सोज ने शुक्रवार को कहा ,“ मैं अभी भी नजरबंद हूं। ”
उन्होंने सवाल किया कि कौन किस को गुमराह कर रहा है। केंद्रीय गृहमंत्री संसद को गुमराह कर रहे हैं या प्रशासनिक अधिकारी उन्हें गलत बयान देने के लिए गुमराह कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि गृहमंत्री अमित शाह ने हाल ही में संसद में कहा था कि केंद्र शासित प्रदेश में कोई भी व्यक्ति नजरबंद नहीं है।
नयी दिल्ली, 19 सितंबर (वार्ता) दिल्ली पुलिस की स्पेशल ने फ्रीलांस जर्नलिस्ट राजीव शर्मा को आधिकारिक गुप्त अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया गया है।
स्पेशल सेल के एक अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि रक्षा से जुड़े गोपनीय दस्तावेज राजीव के पास पाए गए हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है। पुलिस ने उसे अदालत में पेश की जहां से उसे छह दिनों के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया।
नई दिल्ली, 19 सितंबर (आईएएनएस)| देश में मौसम का पूवार्नुमान लगाने के लिए सरकार अब और अधिक हाईटेक तरीकों का इस्तेमाल करेगी। 250 करोड़ रुपये की लागत से एक ऐसा विमान सिस्टम खरीदने की तैयारी है, जो देश के विभिन्न हिस्सों में मौसम के बारे में सटीक भविष्यवाणी करने में मदद करेगा।
विज्ञान एवं प्रौद्यौगिकी पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय यह विमान खरीदने पर विचार कर रहा है। इस विभाग के मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने शुक्रवार को लोकसभा में एक सवाल के लिखित जवाब में विमान खरीदने के बारे में जानकारी दी।
दरअसल, लोकसभा में शुक्रवार को एक सांसद ने सवाल किया था कि क्या सरकार मौसम पूवार्नुमान से संबंधित प्रयोग करने के लिए एक खास विमान खरीदने के प्रस्ताव पर विचार कर ही है? खरीदे जाने वाले विशेष विमान से क्या लाभ होंगे?
इस सवाल का लिखित में जवाब देते हुए विज्ञान एवं प्रौद्यौगिकी तथा पृथ्वी विज्ञान मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने बताया क मंत्रालय देश में वायुमंडलीय प्रक्रिया अध्ययनों के लिए एक उपकरण युक्त विशेष शोध विमान खरीद पर विचार कर रहा है। वैज्ञानिक उपकरणों से लैस इस विमान प्रणाली की कीमत ढाई सौ करोड़ रुपये हो सकती है।
केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने बताया कि इस विमान का उपयोग देश के विभिन्न हिस्सों में मौसम, वातावरण में विभिन्न वायुमंडलीय अनुसंधान समस्याओं के समाधान के लिए किए जाने की संभावना है। मौसम संबंधी क्लाउड भौतिकी डेटा में यह मदद करेगा।
मंत्री ने बताया कि इसके अलावा, यह वायु प्रदूषण मूल्यांकन और भारत में स्वास्थ्य, ²श्यता, जलवायु पर्यावरण और जल विज्ञान संबंधित अध्ययनों के समाधान में भी मददगार हो सकता है।
केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने बताया कि इस पूरी योजना के नोडल एजेंसी के रूप में भारतीय ऊष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान (आईआईटीएम) पुणे काम करेगा। यह पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के तहत एक ऑटोनॉमस बॉडी है। इस नोडल एजेंसी के जरिए जनता को मौसम के बारे में जानकारी मिलेगी।
मुंबई, 19 सितम्बर (आईएएनएस)| बॉलीवुड के दिग्गज हास्य कलाकार जॉनी लीवर ने शुक्रवार को अपने स्टैंड अप कॉमेडी के दिनों को याद किया। जॉनी लीवर ने अपने इंस्टाग्राम पर एक तस्वीर साझा किया, जिसमें वह बेल-बॉटम जींस पहने स्टेज पर परफार्मेस करते दिखाई दे रहे हैं।
उन्होंने इसे कैप्शन देते हुए लिखा, "पाटकर हॉल में फ्राइडे फील्स 1980। मेरे स्टैंड अप कॉमेडी का शुरूआती दौर।"
जॉनी के पोस्ट पर अभिनेता रणवीर सिंह ने अपनी प्रतिक्रियाएं व्यक्त कीं।
उन्होंने कमेंट करते हुए लिखा, "लिजेंड।"
वर्कफ्रंट की बात करें तो जॉनी जल्द ही वरुण धवन और सारा अली खान के साथ फिल्म 'कुली नंबर 1' में नजर आएंगे।
नई दिल्ली, 19 सितम्बर (आईएएनएस)| ऑटोमोबाइल निर्माता-किया मोटर्स इंडिया ने शुक्रवार को अपना पहला कॉम्पैक्ट एसयूवी-सोनेट भारत में लॉन्च किया। कम्पनी के मुताबिक सोनेट का इंट्री-लेबल एचटीई स्मार्टस्ट्रीम जी1.2 5एमटी वेरिएंट की पैन इंडिया एक्सशोरूम कीमत 671000 रुपये होगी। सोनेट को 17 वेरिएंट्स में लॉन्च किया गया है। इनमें दो पेट्रोल इंजन, दो डीजल इंजन, पांच ट्रांसमिशंस और दो ट्रिम लेवल-टेक लाइन और जीटी-लाइन हैं। कम्पनी ने कहा है कि इसने अपने नए कॉम्पैक्ट एसयूवी के लिए अब तक 25 हजार से अधिक बुकिंग हासिल कर ली है।
कम्पनी ने कहा है कि इस कॉम्पैक्ट एसयूवी का निर्माण आंध्र प्रदेश के अनंतपुर मं स्थित फैक्टरी में हो रहा है, जहां सालाना 3 लाख गाड़ियां निकाली जा रही हैं। किया ने कहा है कि भारत में अपनी निर्माण क्षमता को देखते हुए वह भारत के अलावा दूसरे देशों में भी सोनेट को आसानी से बेच सकती है।
इस अवसर पर किया मोटर्स इंडिया के एमडी और सीईओ, कूख्युन शिम ने कहा, "इसके जोशीले स्वागत को देखते हुए हम दुनिया के लिए किया की नवीनतम मेड-इन-इंडिया कार, सोनेट को भारत में पेश करने को लेकर बेहद उत्साहित हैं। सोनेट के युवा और जवां दिल ग्राहकों के लिए प्रसन्नता लाने और सुखद आश्चर्य से भरपूर वैल्यू प्रदान करने के लिए आकर्षक मूल्य निर्धारण किया गया है। जैसा कि हमारा यह सुनिश्चित करने का प्रयास रहा है कि इस श्रेणी में करीब-करीब सभी कस्टमर्स के लिए एक सोनेट हो, यह इस सेगमेंट में सबसे व्यापक चयन विकल्पों के साथ पेश की जा रही है। श्रेणी में अग्रणी अपने फीचर्स, इमोशनल डिजाइन, असाधारण गुणवत्ता और ताजातरीन तकनीक के साथ, सोनेट एक बार फिर से 'द पॉवर टू सरप्राइज' को लेकर किया की प्रतिबद्धता को साकार करती है। हमें यकीन है कि यह देश में कॉम्पैक्ट एसयूवी सेगमेंट में क्रांति लेकर आएगी।"
इनोवेशन और स्टाइलिश लुक्स का शानदार मेल, नई किया सोनेट एक कॉन्फिडेंट, कॉम्पैक्ट बॉडी में डायनैमिक मौजूदगी रखती है। सड़क पर अपनी दमदार उपस्थिति बनाने के लिए इसने किया के भावनात्मक स्टाइलिंग डीएनए के साथ ही प्रीमियम और जवां अपील को शामिल किया है। 2020 के सबसे बहुप्रतीक्षित कार लॉन्च में शुमार, किया सोनेट की पेशकश टेक लाइन और सेगमेंट में पहली बार जीटी-लाइन के डुअल ट्रिम कॉन्सेप्ट के साथ कई पावरट्रेन विकल्पों में की जा रही है, ताकि यह इस सेगमेंट में एक तरह से तमाम जरूरतों के लिए उपयुक्त हो सके। जीटी-लाइन स्पेसिफिकेशंस उन ग्राहकों के लिए हैं, जो अपने सोनेट में स्पोटीर्नेस और रेसी अपील देखना चाहते हैं।
दो दक्ष 1.5-लीटर सीआरडीआई डीजल इंजन (डब्ल्यूजीटी और वीजीटी कॉन्फिगरेशन) के साथ ही दो पेट्रोल इंजन - एक वसेर्टाइल स्मार्टस्ट्रीम 1.2-लीटर फोर-सिलेंडर और एक शक्तिशाली 1.0 टी-जीडीआई (टबोर्चाज्र्ड पेट्रोल डायरेक्ट इंजेक्शन)- पेश किए गए हैं। सोनेट पांच ट्रांसमिशन विकल्पों के साथ आती है। इनमें शामिल हैं: फाइव- और सिक्स-स्पीड मैनुअल्स, एक इन्ट्यूटिव सेवन-स्पीड डीसीटी, सिक्स-स्पीड ऑटोमैटिक, और किया का क्रांतिकारी नया सिक्स-स्पीड स्मार्टस्ट्रीम इंटेलीजेंट मैनुअल ट्रांसमिशन (आईएमटी)। इनमें जो सबसे अंतिम है, वह किया की हलचल मचा देने वाली तकनीकी सफलता है। क्लच पेडल की गैर-मौजूदगी की बदौलत यह थकान रहित ड्राइविंग देती है। क्लच पेडल न होने के बावजूद इसमें किसी पारंपरिक मैनुअल ट्रांसमिशन के जैसा ही ड्राइवर कंट्रोल है। इस सेगमेंट में पहली बार, 1.5 सीआरडीआई डीजल मोटर सिक्स-स्पीड ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन के साथ भी उपलब्ध है।
आठ बेहतरीन कलर्स और तीन डुअल टोन ऑप्शंस के साथ किया सोनेट आकर्षक विकल्पों में आती है, जो इसकी दमदार डिजाइन लैंग्वेज में जान फूंकते हैं। किया सोनेट के इंटीरियर्स को इस तरह डिजाइन किया गया है कि यह आराम का अहसास भी दे और साथ ही लक्जरी भी। इसमें बढ़िया ढंग से ले-आउट, इस्तेमाल में आसान कनेक्टेड इंफोटेनमेंट और क्लस्टर इंटरफेस के साथ-साथ हर तरफ उच्च गुणवत्ता वाला मैटेरियल है। कॉम्पैक्ट एक्सटीरियर आयामों के बावजूद, सोनेट का इंटीरियर सभी पैसेंजर्स के लिए पर्याप्त, एगोर्नोमिक जगह उपलब्ध कराता है।
ग्वालियर, 19 सितंबर (आईएएनएस)| मध्य प्रदेश में उप-चुनाव से पहले ग्वालियर-चंबल इलाके में सियासत गर्माने लगी है। पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के प्रदेषाध्यक्ष कमल नाथ शुक्रवार को ग्वालियर पहुंचे और रोड-शो के जरिए अपनी ताकत का प्रदर्शन किया, तो दूसरी ओर भाजपा कार्यकर्ता उनके विरोध में उतरे। राज्य में 28 सीटों पर विधानसभा के उप-चुनाव होने वाले हैं। उनमें 16 सीटें ग्वालियर-चंबल अंचल से हैं। बीते दो साल में यह पहला मौका है जब कमल नाथ ग्वालियर के प्रवास पर हैं।
कमल नाथ शुक्रवार को पहुंचे तो कार्यकर्ता उनका स्वागत करने के लिए सड़कों पर उतर आए। उनका रोड शो कई किलोमीटर लंबा रहा। कमल नाथ ने काफी देर कार से बाहर निकलकर कार्यकर्ताओं का अभिवादन किया।
कमल नाथ का जब रोड शो निकल रहा था इसी दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनका विरोध करते हुए नारेबाजी की। पुलिस ने भाजपा कार्यकर्ताओं को खदेड़ने के लिए हल्का बल प्रयोग किया।
कांग्रेस के मीडिया विभाग के ग्वालियर-चंबल क्षेत्र के प्रभारी केके मिश्रा ने बताया है कि ग्वालियर में पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ के अभूतपूर्व स्वागत ने सभी रिकार्ड ध्वस्त किये। सरकार-भाजपा के पार्टीजनों के काफिलों को रोकने के बाद भी सारे कुप्रयास किए जो असफल रहा।
रोड शो के दौरान कमल नाथ ने वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई के समाधिस्थल पर पुष्प अर्पित किए।
अमृतसर, 18 सितम्बर (आईएएनएस)| अकाल तख्त ने शुक्रवार को शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के अधिकारियों को सिखों के पवित्र ग्रंथ गुरु ग्रंथ साहिब की 300 से अधिक प्रतियों के गायब होने के लिए जिम्मेदार ठहराया। अकाल तख्त के कार्यवाहक जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने अन्य जत्थेदारों की उपस्थिति के बीच, एसजीपीसी के कार्यकारी निकाय को लापरवाही के लिए दोषी ठहराया, जिसके कारण 2013 और 2015 के बीच गुरु ग्रंथ साहिब की 328 'सरूप' या प्रतियां गायब हो गईं।
गुरु ग्रंथ साहिब को केवल एसजीपीसी द्वारा मुद्रित और वितरित किया जा सकता है, जो एक 100 वर्षीय संगठन है जो देश भर के ऐतिहासिक गुरुद्वारों का प्रबंधन करता है।
गलती को स्वीकार करते हुए, एसजीपीसी के अध्यक्ष गोबिंद सिंह लोंगोवाल ने सार्वजनिक रूप से माफी मांगी। इसके अलावा एसजीपीसी के अधिकारियों, जिनमें लोंगोवाल शामिल हैं, ने 'वाहेगुरु जाप' करते हुए स्वर्ण मंदिर की परिक्रमा की।
अकाल तख्त मंच से सुनाई गई सजा के तहत एसजीपीसी कार्यकारी निकाय को धार्मिक या सार्वजनिक कार्यक्रमों में भाग लेने से 17 अक्टूबर तक के लिए रोक दिया गया है।
वे हालांकि 28 सितंबर को निर्धारित वार्षिक बजट सत्र में भाग ले सकते हैं।
साथ ही, एसजीपीसी के कार्यकारी सदस्यों को गुरुद्वारा सारागढ़ी निवास से गुरुद्वारा हरमंदिर साहिब, की ओर जाने वाली सड़क को तीन दिनों तक रोजाना से साफ करने का निर्देश दिया गया है। हरमिंदर साहिब स्वर्ण मंदिर के नाम से लोकप्रिय है।
मुंबई, 18 सितम्बर (आईएएनएस)| डांसर-अभिनेत्री नोरा फतेही ने कई बॉलीवुड फिल्मों में शानदार डांस करके अपनी पहचान बनाई है और उनके कई हिट नंबरों को प्लेबैक स्टार नेहा कक्कड़ ने आवाज दी है। नोरा का मानना है कि नेहा की आवाज में कुछ जादू है।
उन्होंने कहा, "नेहा की आवाज में जादू है। ऐसे कई गायक हैं, जिनकी आवाज शानदार हैं, लेकिन नेहा की आवाज में कुछ अलग हट के है, जिसे बयां नहीं किया जा सकता। जब नेहा गाती है तो वह काफी एनर्जी महसूस करती हैं।"
नेहा ने डांस नंबर 'एक तो कम जिंदगानी', 'दिलबर', 'ओ साकी-साकी' 'गर्मी' में अपनी आवाज दी है, जिसमें डांस नोरा ने किया है।
नोरा ने इंडियाज बेस्ट डांसर के रेट्रो स्पेशल एपिसोड के दौरान कहा, "जब मुझे नेहा के गानों पर परफॉर्म करने का मौका मिलता है, तो मैं काफी लकी महसूस करती हूं। सभी कलाकारों को ऐसा मौका नहीं मिलता है।"
नई दिल्ली, 18 सितम्बर (आईएएनएस)| स्वदेशी शॉर्ट वीडियो शेयरिंग ऐप-चिंगारी ने शुक्रवार को कहा कि इसने टी-सीरीज के साथ एक म्यूजिक लाइसेंसिंग सौदा किया है। देश में जून के महीने में चीनी ऐप टिकटॉक पर प्रतिबंध लगाए जाने के बाद स्वदेशी ऐप चिंगारी को लोगों ने अपने मनोरंजन के लिए अपनाना शुरू किया।
इस साझेदारी के परिणामस्वरूप, भारत सहित अन्य सार्क देशों व मध्य पूर्व में चिंगारी के सभी यूजर्स टी-सीरीज के म्यूजिक कलेक्शन का आनंद ले सकेंगे।
चिंगारी ऐप के सह-संस्थापक और सीईओ सुमित घोष ने अपने एक बयान में कहा, "चिंगारी यूजर्स अब अपने क्रिएशन को और अधिक जीवंत व मजेदार बनाने के लिए टी-सीरीज म्यूजिक लाइब्रेरी के हजारों गानों का चुनाव कर सकेंगे।"
उन्होंने आगे कहा, "इसमें सभी भारतीय भाषाओं में बॉलीवुड से लेकर इंडीपॉप और मेलोडी से लेकर सैड सॉन्ग तक सभी मौजूद होंगे। चिंगारी में टी-सीरीज के म्यूजिक लाइब्रेरी में हर शैली और मूड के हिसाब से गाने होंगे।"
- नवनीत मिश्र
नई दिल्ली, 18 सितंबर (आईएएनएस)| गांवों से रोजी-रोजगार के सिलसिले में पहुंचने वाले प्रवासियों को मामूली किराए पर घर देने की योजना पर अब काम तेज हुआ है। ताकि कम पैसे में लोग शहरों में गुजारा कर सकें। आवास और शहरी विकास मंत्रालय इस योजना को धरातल पर उतारने के लिए कुल दो मॉडल पर काम करने में जुटा है। बीते 31 जुलाई से शुरू हुई इस योजना को सरकार जल्द से जल्द धरातल पर उतारने की कोशिशों में जुटी हुई है।
मंत्रालय के अधिकारियों के मुताबिक, पहला मॉडल है कि शहरों में सरकारी पैसे से बने आवासों को अफोर्डेबल रेंटल हाउसिंग कॉम्प्लेक्स में बदल दिया जाए। जिसके बाद जरूरतमंद प्रवासियों को एक हजार से तीन हजार रुपये में किराए पर उपलब्ध कराए जाएं। सरकार इस योजना को पीपीपी मोड में संचालित करना चाह रही है। बताया जा रहा है कि ये आवास 25 वर्षों के लिए अलॉट होंगे। फिर इन्हें लोकल बॉडीज के हवाले कर दिया जाएगा और फिर नए सिरे से आवंटन होगा।
शहरी विकास मंत्रालय ने दूसरा मॉडल भी तय किया है। इस मॉडल के तहत निजी और सार्वजनिक संस्थानों को उनकी खाली पड़ी जमीन पर किराए के घर बनाने के लिए प्रेरित किया जाएगा। मसलन, अगर शहरी क्षेत्र में कोई फैक्ट्री है और उसके पास खाली जमीन है तो प्रवासियों के लिए वहां कॉम्प्लेक्स बनाने के लिए प्रेरित किया जाएगा। इसमें सरकार भी मदद देगी। खास बात है कि निजी क्षेत्र के ऐसे कॉम्प्लेक्स बनाने पर उन्हें स्पेशल इंसेंटिव्स दिए जाएंगे।
खास बात है कि बीते गुरुवार को छह सांसदों ने लोकसभा में इस मसले पर लिखित में सवाल पूछा था, जिस पर आवासन और शहरी कार्य राज्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बताया कि शहरी प्रवासियों और गरीबों को किफायती किराए पर आवास उपलब्ध कराने के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना-शहरी के तहत अफोर्डेबल रेंटल हाउसिंग कॉम्प्लेक्स (एआरएचसी) 31 जुलाई को शुरू हुई। बता दें कि कोरोना काल में 20 लाख करोड़ के पैकेज के तहत यह योजना भी आती है। शुरूआत में इस पर छह सौ करोड़ रुपये खर्च करने की तैयारी है।
नई दिल्ली, 18 सितम्बर (आईएएनएस)| प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा पीएमसी बैंक घोटाला मामले में दिल्ली के तीन होटल अपने कब्जे में लिए गए हैं, जिनकी कीमत लगभग 100 करोड़ रुपये आंकी गई है। ईडी के एक अधिकारी ने कहा कि ये तीन होटल कॉन्क्लेव बुटीक हैं, जिनमें से एक कैलाश कॉलोनी में स्थित है जिसे अब एफएबी (फैब होटल) होटल के नाम से जाना जाता है, ईस्ट कैलाश में स्थित होटल कॉन्क्लेव कम्फर्ट को भी अब फैब होटल के नाम से जाना जाता है और कालकाजी में स्थित होटल कॉन्क्लेव एक्जीक्यूटिव का नाम भी अब फैब होटल्स है।
होटलों पर मालिकाना हक लिब्रा रियल्टर्स प्राइवेट लिमिटेड, दीवान रियल्टर्स प्राइवेट लिमिटेड और तुला होटल्स प्राइवेट लिमिटेड के प्रोमोटरों का है।
अधिकारी ने बताया कि पीएमसी बैंक से लोन की आड़ में लिब्रा रियल्टर्स प्राइवेट लिमिटेड और दीवान रियल्टर्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा 247 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी से लिए गए हैं।
अधिकारी ने कहा, "ये पैसे एचडीआईएल ग्रुप ऑफ कंपनीज द्वारा पीएमसी बैंक से लिए गए 6,117 करोड़ रुपये लोन का हिस्सा हैं।"
ईडी ने पिछले साल सितंबर में मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा द्वारा दर्ज एक प्राथमिकी के आधार पर हाउसिंग डेवलपमेंट इंफ्रास्ट्रक्च र लिमिटेड (एचडीआईएल) के निदेशक राकेश कुमार वाधवन, उनके बेटे सारंग वाधवन, पीएमसी बैंक के पूर्व चेयरमैन वरयम सिंह, बैंक के प्रबंध निदेशक जॉय थॉमस सहित अन्यों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया है।
यह प्राथमिकी बैंक को 4,355 करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचाकर खुद को लाभ पहुंचाने के लिए दर्ज किया गया है।
-नवनीत मिश्र
नई दिल्ली, 18 सितंबर (आईएएनएस)| विश्व हिंदू परिषद की केंद्रीय कार्यकारिणी की भोपाल में दो दिनों तक चली बैठक शुक्रवार को खत्म हो गई। खास बात है कि विहिप की इस केंद्रीय बैठक में संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने भी हिस्सा लिया। इस बैठक में विहिप के कार्यों की समीक्षा के साथ आगामी योजनाओं पर भी मंथन हुआ। हिंदू समाज की रक्षा और उत्थान को लेकर आगामी योजनाओं के बारे में संघ और विहिप के शीर्ष पदाधिकारियों के बीच चर्चा हुई।
भोपाल में हुई बैठक में हिस्सा लेने वाले विश्व हिंदू परिषद के एक शीर्ष पदाधिकारी ने आईएएनएस को बताया कि, " हिंदू समाज की रक्षा के लिए क्या-क्या कार्य किए जा सकते हैं, इन विषयों पर बैठक में चर्चा हुई। आगामी योजनाओं पर भी मंथन हुआ। बैठक में सरसंघचालक मोहन भागवत का संगठन को मार्गदर्शन मिला है। शनिवार को भोपाल के विद्यार्थी परिषद कार्यालय पर विश्व हिंदू परिषद प्रेस कांफ्रेंस कर बैठक में हुई चर्चा के बारे में जानकारी देगा।"
बैठक में शामिल विहिप पदाधिकारियों ने बताया कि, "आदिवासियों के बीच जिस तरह से ईसाई मिशनरीज का प्रभाव बढ़ा है, उसे रोकने के लिए इस बैठक में चर्चा हुई। विश्व हिंदू परिषद इस दिशा में बड़े पैमाने पर कार्य करने की तैयारी कर रहा है।"
इस बैठक में विहिप की तरफ से अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार, चंपत राय, विहिप महासचिव मिलिंड परांडे आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।
छिंदवाड़ा, 18 सितंबर (आईएएनएस)| मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में किसानों की समस्याओं को लेकर पदयात्रा निकालते हुए कार्यालय का घेराव कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अनुविभागीय अधिकारी, राजस्व (एसडीएम) सी पी पटेल के चेहरे पर कालिख पोत दी। पुलिस ने कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। मिली जानकारी के अनुसार, कांग्रेस के पूर्व विधायक चौधरी गंभीर सिंह, युवक कांग्रेस नेता बंटी पटेल के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ता शुक्रवार को बाढ़ पीड़ित किसानों को मुआवजा दिए जाने की मांग को लेकर पद यात्रा निकालते हुए चौरई अनुविभागीय अधिकारी के कार्यालय जा पहुंचे और घेराव कर दिया। एसडीएम पटेल बाहर आकर प्रदर्शनकारियों से बात कर रहे थे, तभी एक नेता ने उनके चेहरे पर कालिख पोत दी। पुलिस को प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने के लिए वाटर कैनन का इस्तेमाल करना पड़ा।
पुलिस अधीक्षक विवेक अग्रवाल ने आईएएनएस से चर्चा करते हुए एसडीएम के चेहरे पर कालिख पोतने की बात स्वीकार करते हुए बताया कि, "पुलिस ने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया है।
नई दिल्ली, 18 सितम्बर (आईएएनएस)| गूगल प्ले स्टोर से कुछ घंटों के लिए गायब रहने के बाद पेटीएम एक बार फिर प्लेटफॉर्म पर वापस आ चुका है। मोबाइल वॉलेट ऐप्लीकेशन पेटीएम को शुक्रवार को नीतिगत उल्लंघनों के कारण गूगल प्ले स्टोर से हटा दिया गया था। दरअसल शुक्रवार को दिन में खबर आई थी कि गूगल ने सट्टेबाजी के कारण पेटीएम ऐप को अपने प्ले स्टोर से हटाने का फैसला किया है।
गूगल प्ले स्टोर का कहना था कि वो गैंबलिंग (जुआ) ऐप का समर्थन नहीं करता है और जुए से जुड़ी उसकी नीतियों का उल्लंघन करने के कारण पेटीएम को हटाया गया है। कुछ घंटे पहले ही पेटीएम ने यूजर्स को आश्वस्त करते हुए कहा था कि वो गूगल के साथ मिलकर इस समस्या पर काम कर रहा है और यूजर्स के पेटीएम वॉलेट में पड़े पैसे पूरी तरह सुरक्षित हैं।
नोएडा मुख्यालय वाला पेटीएम देश का सबसे बड़ा भुगतान ऐप है और इसकी गूगल पे के साथ कड़ी प्रतिस्पर्धा भी है।
पेटीएम ने हाल ही में यूजर्स को क्रिकेट के साथ जुड़कर कैशबैक प्राप्त करने के लिए पेटीएम क्रिकेट लीग लॉन्च की थी। यह गेम ग्राहकों को क्रिकेट के प्रति जुनून में इंगेज होने और कैशबैक जीतने के लिए था। इस गेम के तहत यूजर्स हर ट्रांजैक्शन के लिए खिलाड़ियों के स्टीकर्स प्राप्त करते हैं। इसे कलेक्ट करने के बाद उन्हें कैशबैक मिलता है।
पेटीएम ने कहा कि उन्हें शुक्रवार दोपहर को गूगल की तरफ से जानकारी दी गई कि गैंबलिंग संबंधी कुछ नियमों के उल्लंघन के आरोप में प्ले स्टोर से इस ऐप को हटाया जा रहा है। इस वजह से पेटीएम एंड्रॉएड ऐप को गूगल प्ले स्टोर से अनलिस्ट कर दिया गया था।
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
दुर्ग 18 सितंबर। जिला दुर्ग राज्य में कोरोना संक्रमण के मामले में दूसरा सबसे बड़ा हॉटस्पॉट सेंटर बन गया है। इस 1 सप्ताह से रोज संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 300 से ज्यादा रहा है। आज भी जिले से 378 संक्रमित मरीजों की पुष्टि की गई है, और सात लोगों की मौत भी हुई हैं। जिले में आज तक कोरोना के कारण होने वाली कुल मौतों का आंकड़ा बढ़कर 263 पहुंच गया है।
चंदूलाल चंद्राकर कोविड-19 केयर सेंटर आजाद कोविड-19 केयर सेंटर एवं बीएसएफ आइसोलेशन वार्ड के प्रभारी डॉ अनिल शुक्ला ने बताया कि आज भी जिले से 378 कोरोना संक्रमित मिले हैं । साथ ही जिले से 7 लोगों कोरोनावायरस के कारण मौत भी हुई है आज मिले मरीज पूरे जिले के ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों से शामिल हैं, जिसमें नगर पंचायत धमधा क्षेत्र से 10 संक्रमित मरीजों की पुष्टि की गई है। जिसमें 8 पुरुष एवं दो महिलाएं शामिल हैं।
रायपुर नाका दुर्ग से एक ही परिवार के 5 सदस्य भी संक्रमित पाए गए हैं । इसी प्रकार से मॉडल टाउन भिलाई से एक परिवार के चार सदस्य संक्रमित मिले हैं । महाराणा प्रताप चौक बीएसएफ से एक डॉक्टर एवं एक जवान, जवाहर नगर दुर्ग से 3 एवं 4 साल की 2 बालिकाएं शामिल हैं आज के संक्रमित मरीजों की सूची में अधिकांश संक्रमित मरीज एक परिवार में दो एवं तीन सदस्य शामिल हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 18 सितंबर। राज्य में आज रात 9.45 बजे तक 3842 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। इनमें सबसे अधिक 672 रायपुर जिले से हैं।
राज्य शासन के स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक दुर्ग 436, राजनांदगांव 309, बालोद 90, बेमेतरा 56, कबीरधाम 65, रायपुर 672, धमतरी 118, बलौदाबाजार 62, महासमुंद 3, गरियाबंद 38, बिलासपुर 302, रायगढ़ 168, कोरबा 185, जांजगीर-चांपा 334, मुंगेली 51, जीपीएम 35, सरगुजा 62, कोरिया 43, सूरजपुर 62, बलरामपुर 15, जशपुर 30, बस्तर 163, कोंडागांव 47, दंतेवाड़ा 135, सुकमा 63, कांकेर 63, नारायणपुर 91, बीजापुर 145, अन्य राज्य 1 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं।
प्रदेश में अब तक कोरोना से संबंधित 645 हुई हैं। आज 36538 एक्टिव केस हैं। और 44392 मरीज ठीक हो चुके हैं। 9148 लोग होम आइसोलेशन में हैं।
रायपुर, 18 सितंबर। कृषि संबंधी तीन अध्यादेशों को इस संसद सत्र में कानून का रूप दिया जा रहा है। अखिल भारतीय किसान संघर्ष समिति ने इन अध्यादेशों को कृषि विरोधी बताते हुए 25 सितम्बर को देशव्यापी प्रतिरोध आंदोलन का आह्वान किया है।
यह जानकारी छत्तीसगढ़ किसान सभा के अध्यक्ष संजय पराते और महासचिव ऋषि गुप्ता ने आज यहां दी। उन्होंने कहा कि हमारे देश की कृषि व्यवस्था के तीन महवपूर्ण पहलू है : उत्पादन, व्यापार और वितरण। ये अध्यादेश कॉरपोरेटों के मुनाफों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य और सार्वजनिक वितरण प्रणाली की वर्तमान व्यवस्था को ध्वस्त करते है।
उन्होंने कहा कि उत्पादन के क्षेत्र में ठेका कृषि लाने से किसान अपनी ही जमीन पर गुलाम हो जाएगा और देश की आवश्यकता के अनुसार और अपनी मर्जी से फसल लगाने के अधिकार से वंचित हो जाएगा। इसी प्रकार कृषि व्यापार के क्षेत्र में मंडी कानून के निष्प्रभावी होने और निजी मंडियों के खुलने से वह समर्थन मूल्य से वंचित हो जाएगा। इस बात का भी इन अध्यादेशों में प्रावधान किया जा रहा है कि कॉर्पोरेट कंपनियां जिस मूल्य को देने का किसान को वादा कर रही है, बाजार में भाव गिरने पर वह उस मूल्य को देने या किसान की फसल खरीदने को बाध्य नहीं होगी यानी जोखिम किसान का और मुनाफा कार्पोरेटों का!
किसान सभा नेताओं ने आरोप लगाया कि इन अध्यादेशों के जरिये सरकार कृषि के क्षेत्र में अपनी जिम्मेदारियों से छुटकारा पाना चाहती है। वह धीरे-धीरे किसान का अनाज खरीदना बंद कर देगी और सार्वजनिक वितरण प्रणाली ध्वस्त हो जाएगी। आवश्यक वस्तु अधिनियम के दायरे से अनाज को बाहर करने से जमाखोरी, कालाबाजारी और मुनाफाखोरी बढ़ेगी। कुल मिलाकर, ये तीनों अध्यादेश कार्पोरेटों के लिए एक पैकेज बनाते हैं और यह किसानों, उपभोक्ताओं और आम नागरिकों के हितों के खिलाफ जाता है। इससे हमारी खाद्यान्न आत्मनिर्भरता खत्म होती है और खेती-किसानी के घाटे का सौदा बनने से किसानों का जमीन से अलगाव बढ़ता है। इससे किसान आत्महत्याओं में और ज्यादा वृद्धि होगी।
किसान संघर्ष समन्वय समिति से जुड़े संगठनों ने कहा है कि भले ही सरकार अपने पाशविक बहुमत की ताकत से इन अध्यादेशों को कानूनों में बदल दें, लेकिन देश की जनता इस पर अमल नहीं होने देगी और अब संसद के अंदर लड़ी जाने वाली लड़ाई सडक़ों पर लड़ी जाएगी। पूरे देश के किसान और किसान संगठन मिलकर 25 सितम्बर को प्रतिरोध आंदोलन करेंगे। इस आंदोलन के अंर्तगत रेल जाम, सडक़ जाम, अध्यादेशों का दहन जैसे कार्यक्रम होंगे। पराते ने कहा कि देश की जनता से जिस प्रकार भूमि अधिग्रहण अध्यादेश को कानून बनने से रोका था, उसी प्रकार इन खेती-किसानी बर्बाद करने वाले कदमों को वापस लेने के लिए मोदी सरकार को मजबूर किया जाएगा।
नई दिल्ली, 18 सितम्बर (आईएएनएस)| पाकिस्तान की जासूसी एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) देश के बाकी लोगों के समान ही भ्रष्टाचार और घपलेबाजी से पीड़ित है। एक नई किताब में यह खुलासा हुआ है। न्यूयॉर्क टाइम्स में काहिरा ब्यूरो चीफ डेक्लान वाल्श ने अपनी 'द नाइन लाइव्स ऑफ पाकिस्तान' नामक किताब में यह खुलास किया है। देश से निकाले जाने से पहले उन्होंने 'द गार्जियन' और फिर 'द टाइम्स' के लिए एक अंतर्राष्ट्रीय संवाददाता के तौर पर नौ साल तक पाकिस्तान को कवर किया है।
वाल्श किताब में कहते हैं कि हाल के दशकों में आईएसआई नेतृत्व ने कई प्रमुख गलत अनुमान (मिथ्या गणना) लगाए हैं, जिनके न केवल पाकिस्तान के लिए, बल्कि स्वयं जासूसी एजेंसी के लिए भी गंभीर परिणाम सामने आए हैं।
किताब इस तथ्य की ओर इशारा करती है कि आईएसआई भय को एक हथियार के रूप में उपयोग करती है, लेकिन इसकी क्षमताओं को अक्सर कम करके आंका जाता है।
हालांकि इसे जमीनी स्तर पर प्रभावी बताया गया है और पश्चिमी खुफिया एजेंसियों द्वारा इसकी भारतीय प्रतिद्वंद्वी अनुसंधान एवं विश्लेषण विंग (रॉ) से बेहतर के रूप में देखा जाता है। मगर किताब के अनुसार, सीआईए या ब्रिटेन की एमआई-6 के सांचे में आईएसआई एक पेशेवर एजेंसी नहीं मानी जाती है।
जो सेना के अधिकारी एजेंसी चलाते हैं, वह कुछ सालों में सेना की अन्य शाखाओं में चले जाते हैं। किताब में कहा गया है कि इस्लामाबाद में सीआईए स्टेशन प्रमुख रॉबर्ट ग्रेनियर के अनुसार, जासूसी एजेंसी आईएसआई देश के बाकी लोगों के समान ही भ्रष्टाचार और घपलेबाजी से पीड़ित है। यह अक्सर अपनी सबसे खतरनाक संपत्तियों पर नियंत्रण खो देती है। किताब में इसे इस तरीके से बयां किया गया, "कठपुतली मास्टर जो अपनी कठपुतलियों को नियंत्रित नहीं कर सकते हैं।"
दशकों तक आईएसआई के साथ काम करने वाले एक वरिष्ठ ब्रिटिश अधिकारी ने कहा, "जब विश्लेषण की बात आती है, तो आईएसआई का रिकॉर्ड खराब है।"
वाल्श ने अपनी किताब में बताया कि उस वक्त उनके साथ काम करने वाले एक रिपोर्टर को मास्क पहनकर आए कुछ लोग लेकर गए थे। उन्होंने उस रिपोर्टर से कड़ी पूछताछ की। पूछताछ के दौरान रिपोर्टर को मारा-पीटा भी गया। उन्होंने आगे बताया कि रिपोर्टर को छोड़ने के बाद उसे धमकी दी गई कि अगर उसने इस बारे में किसी को बताया तो उसकी पत्नी के साथ दुष्कर्म कर वीडियो यूट्यूब पर अपलोड कर दी जाएगी। आज रिपोर्टर अपने परिवार के साथ स्विट्जरलैंड में रह रहा है।
--आईएएनएस
जम्मू, 18 सितम्बर (आईएएनएस)| जम्मू एवं कश्मीर के बांदीपोरा जिले के गुरेज सेक्टर में शुक्रवार को नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पार से अकारण गोलीबारी शुरू करने के कुछ घंटे बाद ही पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर में पुंछ के बालाकोट सेक्टर में भारतीय चौकियों को निशाना बनाने के लिए मोर्टार और अन्य हथियारों का इस्तेमाल किया।
कर्नल देवेंद्र आनंद ने कहा कि पाकिस्तान ने शाम करीब 4.30 बजे बालाकोट सेक्टर के पास छोटे हथियारों से गोलीबारी करके और मोर्टार के साथ भारी गोलाबारी करते हुए युद्धविराम का उल्लंघन किया।
जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। घाटी के गुरेज सेक्टर में इसी तरह के संघर्षविराम उल्लंघन के चार घंटे बाद ही कंजलवान गांव में एलओसी के करीब रहने वाले ग्रामीणों में दहशत पैदा हो गई।
रक्षा प्रवक्ता ने कहा, "भारतीय सेना ने जवाबी कार्रवाई की है।"
कुछ ग्रामीणों ने हमलों के बाद अपने परिवारों के साथ सुरक्षित स्थानों पर जाना शुरू कर दिया है।
--आईएएनएस
नई दिल्ली, 18 सितम्बर (आईएएनएस)| संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) में 75वें सत्र की सामान्य बहस (जनरल डिबेट) से पहले जम्मू-कश्मीर मुद्दे पर अंतर्राष्ट्रीय समुदाय का ध्यान खींचने के लिए पाकिस्तान ने सोशल मीडिया पर भारत विरोधी और मुक्त कश्मीर अभियान चलाने की योजना बनाई है। खुफिया सूत्रों का कहना है कि पाकिस्तान शनिवार से सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स पर भारत विरोधी कार्यक्रम की शुरूआत करेगा।
सूत्र ने कहा, "पाकिस्तान ने 19 सितंबर 2020 को हैशटैग कश्मीर वान्ट्स फ्रीडम के साथ दुनियाभर में एक ट्विटर अभियान शुरू करने की साजिश रची है।"
सूत्र ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र महासभा के 75वें सत्र की आम बहस से पहले यह प्रचार वर्तमान भारत सरकार को लक्षित करता हुआ प्रतीत होता है। सूत्र ने कहा कि यह पूरी तरह से आधारहीन और काल्पनिक तर्क पर आधारित है।
पाकिस्तानी सेना और इसकी खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) शनिवार से भारत विरोधी ऑनलाइन अभियान को अंजाम देंगी।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान 25 सितंबर को संयुक्त राष्ट्र महासभा के 75वें सत्र को संबोधित करेंगे। एक दिन बाद भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से सत्र को संबोधित करने की उम्मीद है।
कोरोनावायरस महामारी के कारण यूएनजीए का सत्र 15 सितंबर से शुरू किया गया है। संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देशों के प्रतिनिधि 22 सितंबर से शुरू होने वाली सामान्य बहस के दौरान वर्चुअल (ऑनलाइन) संबोधन देंगे।
पाकिस्तान ने स्थानीय समयानुसार सुबह 10 बजे ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में अभियान की योजना बनाई है।
उन्होंने अमेरिका में न्यूयॉर्क में सुबह 11 बजे और कैलिफोर्निया में रात आठ बजे अभियान शुरू करने की योजना बनाई है।
इसके अलावा पाकिस्तान कनाडा के टोरंटो में सुबह 11 बजे एक ऑनलाइन अभियान करेगा। इसके अलावा वह ब्रिटेन में दोपहर एक बजे अभियान शुरू करेंगे। सऊदी अरब, कुवैत और कतर में पाकिस्तान ने दोपहर तीन बजे की योजना बनाई है, जबकि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में अभियान शाम 5.30 बजे शुरू होगा।
संपूर्ण पाकिस्तान में शाम पांच बजे अभियान की शुरूआत करने की योजना है और मलेशिया के कुआलालंपुर में स्थानीय समयानुसार रात आठ बजे भारत विरोधी अभियान को अंजाम दिया जाएगा।
एक वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी ने कहा, "पाकिस्तान हमेशा से कश्मीर को विकसित करने के भारत के प्रयासों को नष्ट या कम करने की कोशिश करता रहा है, चाहे वह आतंकवाद हो या कश्मीर में स्थिति को गलत तरीके से चित्रित करने के लिए विभिन्न प्लेटफार्मों का उपयोग हो।"
पाकिस्तान पांच अगस्त को भारत की ओर से जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बाद से ही बौखलाया हुआ है। वह आए दिन नए-नए तरीके अपनाता है, ताकि भारत को विश्व समुदाय के सामने बदनाम किया जा सके। अब उसने सोशल मीडिया के जरिए भारत विरोधी अभियान शुरू करने की योजना बनाई है।
--आईएएनएस
संयुक्त राष्ट्र, 18 सितम्बर (आईएएनएस)| संयुक्त राष्ट्र (यूएन) महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने चेतावनी दी है कि वैश्विक कोरोनावायरस महामारी हर जगह शांति के लिए जोखिम बढ़ा रहा है। संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस की 39वीं वर्षगांठ से इतर गुरुवार को 'यूएन पीस बेल सेरेमनी' में कहा, "यह संघर्ष में फंसे लोगों के लिए एक बड़ा खतरा है, यही वजह है कि मैंने वैश्विक संघर्ष विराम के लिए तत्काल अपील की।"
अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस हर साल 21 सितंबर को दुनिया भर में मनाया जाता है।
उन्होंने कहा, "मैं अगले सप्ताह जनरल डिबेट के दौरान इसका फिर से आह्वान करूंगा। हमें बंदूक को शांत रखने और अपने सामान्य दुश्मन वायरस पर फोकस करने की जरूरत है।"
संयुक्त राष्ट्र में विश्व नेताओं की वार्षिक बैठक महामारी के कारण 75 साल के इतिहास में पहली बार इस वर्ष वर्चुअल रूप से होने जा रहा है।
22 सितंबर को जनरल डिबेट का पहला दिन है।
गुटेरेस ने कहा कि जहां कहीं भी संघर्ष हो रहा है, वहां शांति के लिए जोर देने और बंदूकों को शांत रखने की जरूरत है।
--आईएएनएस
इस्लामाबाद, 18 सितम्बर (आईएएनएस)| कोरोनावायरस की वजह से लगभग छह महीनों के बाद पाकिस्तान ने मंगलवार से शिक्षण संस्थानों को फिर से खोलने का काम शुरू किया था। देशभर में हाई स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय खुलने के 72 घंटों के भीतर ही अब इनमें से 35 से अधिक संस्थानों को स्वास्थ्य दिशानिर्देशों और मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) का पालन न करने पर बंद करने के लिए कहा गया है।
नेशनल कमांड एंड ऑपरेशंस सेंटर (एनसीओसी) ने शुक्रवार को एक बयान में खुलासा किया कि स्वास्थ्य दिशानिर्देश और प्रोटोकॉल का पालन नहीं करने पर पिछले 24 घंटों में खैबर पख्तूनख्वा (केपी) प्रांत में कम से कम 10 शैक्षणिक संस्थानों को बंद कर दिया गया, जबकि तीन संस्थान सिंध में बंद किए गए हैं।
एनसीओसी के अनुसार, एक दिन पहले ही 22 संस्थाओं को बंद कराया गया था, जिनमें खैबर पख्तूनख्वा के 16, इस्लामाबाद का एक और पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर (पीओके) के पांच संस्थान शामिल हैं।
इन संस्थानों के अलावा, कई अन्य स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय भी हैं, जिन्होंने अपनी शैक्षणिक गतिविधियों को रोक दिया है, क्योंकि उनके परिसरों से भी नोवेल कोरोनावायरस के पॉजिटिव मामले सामने आए हैं।
पाकिस्तान में फिलहाल इस बात पर व्यापक बहस छिड़ी हुई है कि संघीय सरकार के शैक्षणिक संस्थानों को फिर से खोलने का निर्णय सही था या नहीं। कई अभिभावकों, छात्रों, शिक्षण कर्मचारियों और प्रांतीय अधिकारियों ने इस निर्णय की समीक्षा करने का आग्रह किया है, क्योंकि वायरस का खतरा अभी भी खत्म नहीं हुआ है।
महामारी के कारण कम से कम छह महीने के अंतराल के बाद देश में शैक्षणिक संस्थान मंगलवार को फिर से खोले गए थे।
प्रधानमंत्री इमरान खान ने सोमवार को कहा था, "यह सुनिश्चित करना हमारी प्राथमिकता और सामूहिक जिम्मेदारी है कि हर बच्चा सुरक्षा के साथ पढ़ने के लिए स्कूल जा सके।"
उन्होंने कहा, "हमने यह सुनिश्चित करने के लिए काम किया है कि स्कूल संचालन कोविड-19 पर सार्वजनिक स्वास्थ्य सुरक्षा नियमों का पालन करें।"
लेकिन अब विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों से पॉजिटिव मामले सामने आने के बाद सरकार ने ऐसे संस्थानों को बंद करने का फैसला किया है, जो दिशानिर्देशों का पालन नहीं कर रहे हैं।
पाकिस्तान में अभी तक 304,386 कोरोना मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें 291,638 लोग ठीक हो चुके हैं। देश में संक्रमण की वजह से 6,408 लोगों की मौतें हुई हैं।
--आईएएनएस