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उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री रहे, और हिंदुस्तानी क्रिकेट सितारे चेतन चौहान के आखिरी घंटे सरकार के अपने अस्पताल में किस बेइज्जती में गुजरे, इसे सुनाया उनके बगल में भर्ती रहे विधायक सुनील सिंह साजन ने, और सुनाया यूपी की विधान सभा में.
कोरोना वायरस, 22 अगस्त। कोविड-19 के कारण दुनिया के सामने आए तमाम तरह के संकटों पर उम्मीद हावी है। सवाल एक अदद वैक्सीन का है। लेकिन वैक्सीन तैयार करने की दौड़ एक खतरनाक मोड़ पर पहुंच चुकी है। इसमें इतनी जल्दबाजी की जा रही है और जिस तरह से नियम-कायदों में ढील दी जा रही है, उससे नई आशंकाएं जन्म ले रही हैं। अगर वैक्सीन में थोड़ी-सी भी चूक रह गई तो लाखों-करोड़ों लोगों को उसके दुष्परिणामों को झेलना पड़ेगा।
आमतौर पर टीके लोकप्रिय दवाओं की तरह मोटी कमाई करने वाले तो नहीं होते लेकिन एहतियाती उपाय के जरिये ये लंबे समय से कहीं ज्यादा इंसानी जान बचाते रहे हैं। लेकिन कोविड-19 का मामला कुछ अलग है। लगभग 200 देशों के अरबों लोग इससे प्रभावित हैं और इसके संभावित टीके के लिए अरबों डॉलर का कारोबार पलक-पांवड़े बिछाए हुए है। वैक्सीन तैयार करने की प्रक्रिया को तेज करने, विनियामक तंत्र को ढीला करने, पूर्व की कठोर वैज्ञानिक प्रक्रियाओं में ढील देने और जिन वैक्सीन की क्षमता अभी पूर्णतः साबित भी नहीं हुई हो, उसके लिए मारामारी की स्थितियां बन गई हैं।
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन घोषणा करते हैं कि उनके यहां देश में विकसित वैक्सीन (स्पुतनिक वी) को पंजीकृत किया गया है और उसकी पहली खुराक उनकी अपनी बेटी को दी गई। गौरतलब है कि भारत, चीन और तमाम पश्चिमी देशों समेत कई कॉरपोरेट्स वैक्सीन तैयार करने की सदी की इस दौड़ में शामिल हैं और समय-समय पर इसके विकास के बारे में घोषणाएं की जा रही हैं, तेजी से सफलता पाने का दावा किया जा रहा है और कहा जा रहा है कि अब, बस, एक कदम दूर हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के पास कम-से-कम छह वैक्सीन सूचीबद्ध हैं जो तीसरे चरण में मनुष्यों पर परीक्षण करने का काम कर रहे हैं। इनमें ऑक्सफोर्ड ग्रुप, फाइजर, बायोएनटेक, कैन्सिनो और क्योरवैक, मॉडर्ना आगे हैं। उम्मीद की जा रही है कि 2020 के अंत तक टीका तैयार हो जाएगा हालांकि विशेषज्ञों का मानना है कि यह टीका 2021 में ही तैयार हो सकेगा। विशेषज्ञों का मानना है कि बेशक तकनीकी प्रगति हुई है और बहुत सारे आंकड़ों के सटीक विश्लेषण की क्षमता काफी बढ़ी है जिसके कारण विकास की प्रक्रिया तेज हो गई है लेकिन यह ऐसा विषय है जिसमें किसी भी शॉर्ट कट या अटकलबाजी की कोई जगह नहीं है।
हार्वर्ड मेडिकल स्कूल के पूर्व प्रोफेसर और थिंक टैंक एसीसीस हेल्थ इंटरनेशनल के अध्यक्ष विलियम हैसेल्टाइन ने हाल ही में वाशिंगटन पोस्ट में लिखे एक लेख में कहा कि, "चिकित्सा और विज्ञान पर यकीन भरोसे पर आधारित है लेकिन आज कोविड-19 का मुकाबला करने में वैज्ञानिक प्रगति को साझा करने की हड़बड़ी में उस भरोसे को ही कम किया जा रहा है। निजी कंपनियां, सरकारें और अनुसंधान संस्थान संभावित सफलताओं की जानकारी देने के लिए संवाददाता सम्मेलन बुला रहे हैं लेकिन उनके दावों को जांचा नहीं जा सकता। वे सभी तथ्य जिनके आधार पर ये घोषणाएं की जा रही हैं, उपलब्ध नहीं कराए जा रहे हैं जिनसे कि इनकी बातों को कसौटी पर कसा जा सके।”
कोविड-19 ने कई देशों में अभूतपूर्व संकट पैदा किया तो देशों का जवाब भी अभूतपूर्व रहा। डब्लूएचओ की मुख्य वैज्ञानिक डॉ. सौम्या स्वामीनाथन के शब्दों में, “वैक्सीन के विकास की दौड़ में 200 से अधिक संस्थान और कंपनियां हैं और उनमें से 27 क्लीनिकल ट्रायल के चरण में हैं। टीके के विकास और वितरण वगैरह के संबंध में एक राष्ट्रवादी रवैया अपनाना ठीक नहीं, यह काम वैश्विक सहयोग से होना चाहिए।” रूस ने 11 अगस्त को स्पुतनिक-वी बनाने की घोषणा की और उसके बाद खास तौर से पश्चिमी देशों की ओर से आलोचनाओं की एक लहर शुरू हो गई। डब्ल्यूएचओ में यह वैक्सीन विकास के शुरुआती चरण के तौर पर सूचीबद्ध है। लेकिन मॉस्को के गेमालेया संस्थान और रूसी प्रत्यक्ष निवेश कोष का कहना है कि टीका मानव परीक्षणों के अंतिम चरण से गुजर रहा है। लेकिन फिर अमेरिका, ब्रिटेन, चीन और भारत भी अपने स्वयं के सार्वजनिक वित्त पोषित अनुसंधान संस्थानों और कॉरपोरेटों द्वारा वैक्सीन का उत्पादन करने के प्रयासों में पीछे नहीं हैं। ऐसे समय जब दुनिया इस महामारी से जूझ रही है, इनमें से कुछ देशों का नेतृत्व राजनीतिक-व्यावसायिक-जीवन को बचाने वाली वर्चस्वकारी भूमिका से निर्देशित हो रहा है।
चीन ने अपने यहां एक वैक्सीन को तीसरे चरण के परीक्षणों से गुजारे बिना सैनिकों पर आजमाने की मंजूरी दे दी है। इसने कैनसिनो को पहला वैक्सीन पेटेंट भी दे दिया है। ट्रंप प्रशासन ने अमेरिकी लोगों को सुरक्षित करने की कोशिशों के तहत दुनियाभर की तमाम कंपनियों को पहले से ही अरबों खुराक का ऑर्डर दे रखा है। कुछ ऐसी ही स्थिति ब्रिटेन की है। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी एस्ट्रा जेनेका के साथ मिलकर टीका विकसित कर रहा है जिसमें पुणे का सीरम इंस्टीट्यूट प्रमुख निर्माता है।
वैक्सीन के साइड इफेक्ट:
अगर संख्या में बात करें तो निश्चित तौर पर वैक्सीन की मांग अरबों खुराक में है। दिक्कत की बात है इसके साइड इफेक्ट्स का जोखिम। अगर यह जोखिम 1-2 प्रतिशत भी रहता है तो इसका मतलब लाखों-करोड़ों लोग हो सकते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि इसी वजह से वैक्सीन के विकास और परीक्षण के विभिन्न चरणों में अत्यधिक सावधानी बरतने की अपेक्षा की जाती है। मर्क केन फ्रैजियर के सीईओ कहते हैं, "टीका तैयार करने की कोशिशों का नतीजा इस साल आने की संभावना नहीं है क्योंकि यह एक लंबी प्रक्रिया है। हजारों ट्रायल, आंकड़े इकट्ठा करने और इनके विश्लेषण और संभावित दीर्घकालिक प्रभावों तक पहुंचने में वक्त लगता है।”
टीका तैयार करने की दौड़ में भारत भी है। आईसीएमआर ने परीक्षण से जुड़े संस्थानों को जुलाई के शुरू में काम तेज करने को कहा ताकि 15 अगस्त तक कोई सकारात्मक नतीजा आ सके और प्रधानमंत्री लालकिले के प्राचीर से इसकी घोषणा कर सकें। स्वाभाविक ही राष्ट्रीय विज्ञान अकादमियों और संबंधित विशेषज्ञों ने इसका विरोध किया और तब आईसीएमआर यह कहते हुए पीछे हट गई कि यह तो सिर्फ इसलिए कहा गया था कि विकास प्रक्रिया तेज हो सके।
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि तीन टीके परीक्षण के विभिन्न चरणों में हैं। उत्पादन और वितरण की तैयारी हो चुकी है और जैसे ही वैज्ञानिक हरी झंडी देंगे, बड़े पैमाने पर उत्पादन शुरू हो जाएगा। भारत बायोटेक, आईसीएमआर और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी के साथ-साथ जायडस कैडिला समूह द्वारा विकसित टीका परीक्षण के चरण-1 और 2 में है। सीरम इंस्टीट्यूट दूसरे और तीसरे चरण का परीक्षण कर रहा है। भारत बायोटेक के अध्यक्ष ने कहा कि उनके काम का टीका नियामक मंजूरी के बाद 6 महीने से एक साल में तैयार हो सकेगा। हालांकि भारत वर्तमान में दुनिया के आधे से अधिक टीकों का उत्पादन करता है लेकिन उसके लिए भी 1.3 अरब लोगों को वैक्सीन देने का काम दुष्कर है।(NAVJIVAN)
राजभवन, विधायक निवास, पुलिस लाइन से 2-2 और सेंट्रल जेल, सीआरपीएफ, मेडिकल कॉलेज हॉस्टल से 1-1, रायपुर-आसपास 286
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 22 अगस्त। राजधानी रायपुर-आसपास की बस्तियों- कॉलोनियों से बीती रात में 286 पॉजिटिव मिले। इसमें राजभवन, शंकर नगर विधायक निवास, पुलिस कॉलोनी व भाटिया अस्पताल से 2-2 मरीज मिले हैं। इसके अलावा सेंट्रल जेल, सीआरपीएफ, मेडिकल कॉलेज हॉस्टल, सदर बाजार समेत और कई दर्जनों जगहों से 1-1 संक्रमित पाए गए हैं। ये सभी मरीज आसपास के अस्पतालों में भर्ती कराए जा रहे हैं।
जिन जगहों पर कोरोना मरीज पाए गए हैं, उसकी सूची निम्नानुसार है-गायत्री मंदिर शंकर नगर रायपुर, तेलीबांधा रायपुर, अल्फा स्कूल के पास चौरसिया कॉलोनी मठपुरैना रायपुर, कन्या पॉलिटेक्निक कॉलेज, डबरी स्कूल नयापारा रायपुर, गुढिय़ारी सतनामीपारा, अनुपम नगर टीवी टॉवर शंकर नगर, आयुष हॉस्पिटल रतन टॉवर, रोहणीपुरम रोड आयुर्वेदिक कॉलेज रायपुर, भाटिया हॉस्पिटल राजातालाब 2, डंगनिया, रावतपुरा, अबदुल रहीम हाउस रीजवी गली रिखियापारा रायपुर, धोबीपारा राखी रायपुर, पं. दीनदयाल उपाध्याय गैस गोडऊन के आगे गुढिय़ारी, मैत्री नगर डंगनिया,संकेत नगर पुरागांव भिलाईगढ़ बलौदाबाजार, रायपुर 30, टैगोर नगर मोलीबाग रायपुर, अमीन पारा पुरानी बस्ती, तिरूपत्ति आपर्टमेंट रायपुर, आरोरा कॉम्पलेक्स राजेंद्र नगर, सदर बाजार के पास आनंद जेवलर्स हलवाई लाइन, एचआईजी 30 मारूति नगर, खपराभट्टी, सदर बाजार 3, दलदल सिवनी, दलदलसिवनी अवंति विहार 4, हाउसिंग बोर्ड शंकर नगर, खम्हारडीह शंकर नगर, अशोक विहार न्यू राजेंद्र नगर 2, एरीगेशन कॉलोनी शांति नगर, विकास नगर गुढिय़ारी 2, कृष्णा कॉलोनी जोरा रायपुर, राजभवन 2, श्रीनगर गुढिय़ारी, इंटर्न हॉस्टल जेएनएम मेडिकल कॉलेज, सेक्टर-27 अटल नगर, कुशालपुर यादव पारा, लाभांडी रायपुर, पहाड़ी चौक लोधीपारा गुढिय़ारी, सेक्टर 2 प्रोफेसर कॉलोनी गिवन धाम बिल्डिंग फस्र्ट फ्लोर, भाठागांव शीतला चौक, पलास विहार महावीर नगर, बृजमोहन अग्रवाल निवास शंकर नगर 2, काशी राम नगर, अवंति विहार, भनपुरी, सालासार ग्रीन सरोना, डंगनिया रायपुर 5, वाल्फोर्ड एनक्लेव रामकृष्ण हॉस्पिटल 2, कोटा, कचना 3, कचना, खम्हारडीह शंकर नगर 3, माना कैंप, सेक्टर 1 देवेंद्र नगर 2, भाठागांव अवधपुरी, टैगोर नगर, शंकर नगर 4, भिलाई 3, सतनाम चौक लाभांडी, एकता चौक तिल्दा, गीतांजली नगर अवंति विहार, राजीव नगर, पुराना पेंशनबाड़ा पुलिस लाइन, सिटी पाला अवंति विहार, गुढिय़ारी शिव नगर, अश्विनी नगर महादेव घाट रोड, राजधानी विहार सड्डू, निमोरा पंडरी बेहरा कॉलोनी, बिरगांव, मेडिकल कॉलेज, गुढिय़ारी, भनपुरी, मुर्रा भठ्ठी गुढिय़ारी, देशबंधु प्रेस रोड रामसागर पारा के पास अग्रसेन चौक रायपुर 2, खमतराई, लक्षमन नगर, काली नगर पंडरी, पीजी बॉयज हॉस्टल पं. जेएनएमएमसी, पुलिस कॉलोनी कालीबाड़ी 2, सीआरपीएफ , एकता चौक तिल्दा, मंडीगेट पंडरी, ब्राम्हणपारा महितोष चौक रायपुर 2, फाफाडीह 2, लाखे नगर के पास दुर्गा मंदिर, रामेश्वर नगर भनपुरी, विजय नगर भनपुरी, प्रेम किराना स्टोर्स जागृति नगर, कोटा, जानकी चौक कुशालपुर, सड्डू कैपिटल सिटी, शिव नगर न्यू चंगोराभाठा, भाठागांव अवधपुरी एकता चौक, डीडी नगर, टैगोर नगर, आरडीए कॉलोनी, राम नगर रायपुर, ईदगाहभाठा मैदान रायपुर, लाखे नगर मंगलबाजार, श्रीराम नगर न्यू चंगोराभाठा 2, गौतम नगर लाखेनगर 3, फाफाडीह चौक, मजदूर नगर पंचराम किराना स्टोर्स, ए वन बाजार बिरगांव, लक्षमण नगर, हिमानी किराना स्टोर्स के पास बिरगांव, भरत नगर कुम्हारी, उरला रोड बिरगांव, कोटा ढीमर पारा डीएन टॉवर, सिटी ऑफ ड्रिम्स कचना रोड रायपुर, रामेश्वर नगर, शंकर नगर, दुर्गा नगर पंडरी, दलदल सिवनी न्यू एकता चौक, न्यू शांति नगर 2, आरंग गुप्ता पारा, दलदल सिवनी द्वारिका विहार रायपुर, गौरा-गौरी चौक मौदहापारा, सुंदर नगर हिमांशु एजेंसी नाका चौक भाठागांव 2, शिवानंद नगर, अंबेडकर चौक, मौदहापारा फरिश्ता कॉम्पलेक्स, टैगोर नगर, काली नगर पंडरी, गोवर्धन नगर भनपुरी, बैजनाथ पारा, जानकी चौक कुशालपुर, जागृति नगर उरकुरा, वीआईपी रोड 2, छोकरानाला विधायक कॉलोनी लाभांडी, संजय नगर 4, चंगोराभाठा पीएस सिटी रायपुर, उरला, लोधीपारा प्रेम नगर गुढिय़ारी, रामसागर पारा सिंधी स्कूल रायपुर, जोरा पारा शारदा चौक, दुबे कॉलोनी मोवा, फूल चौक नयापारा रायपुर, अंबेडकर चौक लालपुर, नयापारा रायपुर, श्रीसांईनाथ कॉलोनी कोटा, नया मंगल बाजार थाना चौक, काशीराम नगर, संतोषी नगर, डॉ. राजेंद्र नगर रायपुर, सेक्टर 29 नया रायपुर, विनोबा भावे नगर के पास गल्र्स स्कूल शांति नगर रायपुर, कुंदरा पारा के पास एकता हॉस्पिटल, बिरगांव, विजय नगर भनपुरी रायपुर, राम सागरपारा 2, धरसींवा, कबीर नगर, ब्राम्हणपारा 3, कालीबाड़ी 2, गोकुल नगर, सुंदर नगर, अनंत विहार कॉलोनी दलदल सिवनी रोड मोवा, मौदहापारा पवन किराना स्टोर्स, कबीर नगर, श्रीनगर खमतराई परदेशी होटल सोहन मोहन बिल्डिंग, अमलीडीह, बीएसयूपी रोड काठाडीह रोड, नया तालाब गुढिय़ारी, तेलीबांधा 2, सुंदर नगर त्रिमूर्ति चौक, मिलेनियम चौक सुंदर नगर, महावीर नगर एकता विहार, नंदी चौक टिकरापारा, राठौर चौक, देवेंद्र नगर, मधुबन वाटिका अमलीडीह, अंबेडकर चौक गुढिय़ारी, श्रीजी मधुवन कॉलोनी अमलीडीह, स्ट्रीट शांति नगर, हसदा, लोधीपारा, अवंति विहार, मुजगहन सेजबहार 5, डंगनिया 3, वाल्फोर्ड एनक्लेव पचपेड़ी नाका, सेंट्रल जेल, टिकरापारा, रामनगर, आजाद चौक, धमतरी, वार्ड नं. 6 एनपी, वार्ड नं. 16, अभनपुर।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 22 अगस्त। रेप मामले में डॉ. एसएल आदिले को हटाए जाने के बाद अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज डीन डॉ. आरके सिंह प्रदेश के नए चिकित्सा शिक्षा संचालक बनाए जा सकते हैं। वरिष्ठता क्रम में उनका नाम सबसे ऊपर बताया जा रहा हैं। इस पद के लिए रायपुर मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. विष्णु दत्त का नाम भी चल रहा है, लेकिन उनके डीएमई बनने की संभावना कम मानी जा रही है।
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने एक महिला की रेप शिकायत के बाद कार्रवाई करते हुए डॉ. आदिले को कल डीएमई पद से हटा दिया। विभाग में अब नए डीएमई की तलाश शुरू हो गई है और इसके लिए अंबिकापुर डीन डॉ. सिंह का नाम उभरकर सामने आने लगा है।
वरिष्ठता क्रम में दूसरे नंबर पर कुछ समय पहले तक रायपुर मेडिकल कॉलेज की डीन रहीं डॉ. आभा सिंह का नाम था, लेकिन उन्होंने वीआरएस ले लिया। ऐसे में अब इस पद के लिए वरिष्ठता क्रम में दूसरे नंबर पर अब रायपुर मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. दत्त और तीसरे नंबर पर जगदलपुर डीन डॉ. यूएस पैकरा का नाम बताया जा रहा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 22 अगस्त। मुख्य सचिव आरपी मंडल को एक्सटेंशन देने का प्रस्ताव केन्द्र सरकार को भेज दिया गया है। श्री मंडल नवम्बर में रिटायर होने वाले हैं।
बताया गया कि सीएम की मंजूरी के बाद श्री मंडल को छह माह एक्सटेंशन देने का प्रस्ताव पिछले दिनों केन्द्र सरकार को भेजा गया है। सालभर पहले सुनील कुजूर के मुख्य सचिव के पद से रिटायर होने के बाद 87 बैच के अफसर श्री मंडल ने यह दायित्व संभाला था। वे 30 नवम्बर को रिटायर हो रहे हैं। सरकार ने कोरोना संक्रमण के चलते प्रदेश में विपरीत हालात का जिक्र किया है। यह भी कहा है कि सीनियर अफसरों की कमी है। इसको देखते हुए श्री मंडल को एक्सटेंशन देने की गुजारिश की गई है।
नियमानुसार यूपीएससी की सहमति से केन्द्र सरकार छह माह का एक्सटेंशन दे सकती है। पिछले दिनों गुजरात के मुख्य सचिव अनिल मुकीम को छह माह का एक्सटेंशन दिया गया था। मुकीम 85 बैच के अफसर हैं और उनका कार्यकाल 31 अगस्त को खत्म हो रहा था। गुजरात सरकार ने भी कोरोना के फैलाव और नियंत्रण के लिए प्रशासनिक जरूरतों को देखते हुए अनिल मुकीम को एक्सटेंशन देने की वकालत की थी, जिसे केन्द्र ने मंजूर कर लिया। कुछ इसी तरह की स्थिति छत्तीसगढ़ की भी है। ऐसे में राज्य सरकार के प्रस्ताव को केन्द्र मंजूरी देगा, यह कह पाना मुश्किल है।
कुछ जानकारों का कहना है कि गुजरात और छत्तीसगढ़ की राजनीतिक परिस्थिति में फर्क है। गुजरात में भी भाजपा की सरकार है। ऐसे में फैसला आसानी से हो गया। मगर केन्द्र और छत्तीसगढ़ में अलग-अलग दल की सरकार है। इसलिए एक्सटेंशन में थोड़ी कठिनाई हो सकती है। आरपी मंडल से पहले सुनील कुजूर को भी एक्सटेंशन देने का प्रस्ताव केन्द्र को भेजा गया था, लेकिन केन्द्र ने इसकी मंजूरी नहीं दी। इसके बाद कुजूर को सहकारिता आयोग का अध्यक्ष बनाया गया।
जल्द नियुक्ति की मांग, चेतावनी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 22 अगस्त। प्रदेश के स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती जल्द करने की मांग को लेकर आज यहां बूढ़ापारा धरना स्थल पर सैकड़ों बीएड-डीएड प्रशिक्षितों ने प्रदर्शन किया। उन्होंने चेतावनी दी है कि करीब 8 महीने से अटकी शिक्षक भर्ती प्रक्रिया जल्द आगे न बढ़ाने पर वे सभी फिर से सडक़ पर उतरने मजबूर होंगे।
प्रदेश के सैकड़ों बीएड-डीएड प्रशिक्षित आज सुबह यहां बूढ़ापारा धरना स्थल पर एकजुट हुए। इसके बाद वे सभी बैनर-पोस्टर के साथ नारेबाजी करते हुए एक दिनी धरने पर बैठ गए। उनका कहना है कि लॉकडाउन के पहले प्रदेश में करीब साढ़े 14 हजार शिक्षकों की भर्ती की जा रही थी, लेकिन कोरोना के चलते नियुक्ति रोक दी गई है। इससे हजारों अभ्यर्थी परेशान हैं और बेरोजगार भटक रहे हैं।
बीएड-डीएड प्रशिक्षितों का कहना है कि शिक्षक भर्ती प्रक्रिया आगे न बढ़ाने के कई युवाओं की नौकरी की उम्र निकलती जा रही है और उन्हें आगे भी बेरोजगारी का डर सता रहा है। शासन-प्रशासन की ओर से अभी भी यह स्पष्ट नहीं किया जा रहा है कि अटकी शिक्षक भर्ती प्रक्रिया कब से आगे बढ़ेगी और कब तक उनकी भर्ती होगी। उन्होंने चेतावनी दी है कि प्रदेश में शिक्षकों की भर्ती जल्द न करने पर वे सभी उग्र आंदोलन के लिए मजबूर होंगे।
एप्पल दुनिया की पहली सार्वजनिक रूप से लिस्टेड कंपनी बन गई है जिसने 2 लाख करोड़ डॉलर के मार्केट कैपिटलाइजेशन को पार किया है। कोरोना संकट के बीच भी एप्पल के शेयरों में अच्छी तेजी देखने को मिली जिसने कंपनी को इस ऐतिहासिक मोड़ पर लाकर खड़ा कर दिया है।
एप्पल के मार्केट कैप का सफर भी काफी गजब का रहा है। 1980 में 100 करोड़ डॉलर का मार्केट कैपिटलाइजेशन रखने वाली कंपनी आज 2 लाख करोड़ डॉलर की हो गई है।
एप्पल इंक पहली ऐसी अमेरिकी कंपनी है, जिसका मार्केट वैल्युएशन 2 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर यानी 2 लाख करोड़ डॉलर के पार पहुंच गया है। सिर्फ 2 साल में कंपनी का मार्केट वैल्यू दोगुना हो गया। ऐसा हुआ है कंपनी के शेयरों के शानदार प्रदर्शन की वजह से। 23 मार्च 2020 के लो 201 रुपये की तुलना में शेयर करीब 135 फीसदी बढक़र 473 रुपये पर पहुंच गया है। पिछले 10 साल में शेयर ने करीब 13 गुना रिटर्न दिया है, वहीं, 5 साल में शेयर का रिटर्न 4.5 गुना रहा है। इस लिहाज से अगर किसी ने 10 साल पहले एप्पल में 1000 डॉलर का निवेश किया होगा तो उसका पैसा बढक़र करीब 13000 डॉलर के आस पास पहुंच गया।
जुलाई में तिमाही नतीजों के आने के बाद कंपनी के शेयरों में खासी तेजी देखने को मिल रही है। एप्पल ने दुनिया की सबसे ज्यादा वैल्यू वाली कंपनी सऊदी अरामको को पछाड़ दिया और सिर्फ 2020 साल में 57 फीसदी का इजाफा किया है। इससे निवेशकों में जोश आया है। एप्पल ने आईफोन की सेल्स की बजाय अब दूसरे गैजेट्स और सर्विसेज पर भी फोकस करना शुरू किया है।
भारतीय कॉरपोरेट से तुलना करें तो एप्पल सिर्फ अकेले ही सारी भारतीय कंपनियों के बराबर का वैल्यूएशन रखती है। भारतीय कंपनियों का मार्केट कैप 2 लाख करोड़ डॉलर है और सिर्फ एप्पल का ही मार्केट कैप अब 2 लाख करोड़ डॉलर हो गया है।
अब अमेजॉन, माइक्रोसॉफ्ट, गूगल की मालिक अल्फाबेट ये सभी 1 लाख करोड़ डॉलर या फिर उससे ऊपर के मार्केटकैप जोने में आ गईं हैं। अमेरिका की बड़ी टेक कंपनियां मिलाकर 6 ट्रिलियन डॉलर से ज्यादा का मार्केटकैप रखती हैं।
खास बात ये है कि इस कोरोना वायरस संकट के काल में भी एप्पल की बिक्री लगातार होती रही। शॉप, स्टोर्स वगैरह बंद होने के बाद भी लोगों ने ऑनलाइन खरीदारी की। हर कैटेगरी और क्षेत्र में एप्पल की आय में इजाफा हुआ। भले ही अमेरिका की इकनॉमी बड़ी मंदी से गुजर रही हो लेकिन एप्पल अपना अच्छा प्रदर्शन करती रही।
एप्पल कंपनी की शुरुआत स्टीव जॉब्स ने 1976 में की थी और अब कंपनी की आय पुर्तगाल, पेरू जैसे देशों के इनकनॉमिक आउटपुट से भी ज्यादा है।
(क्विंट, फाइनेंसियल एक्सप्रेस)
मौतें-180, एक्टिव-7308, डिस्चार्ज-12022
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 22 अगस्त। प्रदेश में कोरोना मरीज साढ़े 19 हजार पार हो गए हैं। बीती रात मिले 819 नए पॉजिटिव के साथ इनकी संख्या बढक़र 19 हजार 510 हो गई है। इसमें से 180 मरीज अपनी जान गवां चुके हैं। 7 हजार 308 एक्टिव हैं और इनका इलाज जारी है। 12 हजार 22 मरीज ठीक होकर अपने घर लौट गए हैं।
राजधानी रायपुर एवं आसपास कोरोना मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है और कई जगहों पर हॉट स्पॉट बने हुए हैं। बुलेटिन के मुताबिक बीती रात 8.45 बजे 768 नए पॉजिटिव सामने आए। इसमें रायपुर जिले से सबसे अधिक 253 मरीज मिले हैं। दुर्ग जिले से 88, राजनांदगांव से 67, सुकमा से 53, कांकेर से 49, जांजगीर-चांपा से 37, रायगढ़ से 33, बस्तर से 26, कोरिया से 25, बिलासपुर से 23, धमतरी से 19, गरियाबंद से 14, कोंडागांव से 11, बलौदाबाजार से 9, महासमुंद व कोरबा से 8-8, बालोद व दंतेवाड़ा से 7-7, जशपुर व बीजापुर से 6-6, कबीरधाम से 5, नारायणपुर से 4, बेमेतरा से 3, सरगुजा, सूरजपुर व बलरामपुर से 2-2, मुंगेली से 1 मरीज शामिल रहे।
इसके बाद रात 11.15 बजे 51 और नए पॉजिटिव की पहचान की गई। इसमें रायपुर से 30, रायगढ़ से 13, जांजगीर-चांपा से 7, धमतरी से 1 मरीज शामिल रहे। ये सभी मरीज आसपास के अस्पतालों में भर्ती कराए जा रहे हैं। दूसरी तरफ कल और 8 मरीजों की मौत हो गई। इनके संपर्क में आने वालों की जांच-पहचान की जा रही है। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग की टीम कहीं-कहीं पर रेंडम जांच में भी लगी है।
स्वास्थ्य अफसरों का कहना है कि प्रदेश में अब 10 हजार के आसपास सैंपलों की जांच चल रही है। ऐसे में कोरोना मरीज भी बढ़ते जा रहे हैं। प्रदेश में कल करीब 4 लाख 68 हजार सैंपलों की जांच पूरी हो चुकी है और यह प्रयास किया जा रहा है कि ज्यादा से ज्यादा सैंपलों की जांच हो। उनका कहना है कि कोरोना से कुछ मौतें भी हो रही हैं, लेकिन अधिकांश मरीज ठीक होकर अपने घर भी जा रहे हैं। बीती रात में 283 मरीज ठीक होने पर डिस्चार्ज किए गए। आने वाले दिनों में और भी मरीज डिस्चार्ज हो सकते हैं।
- Dhruv Gupt
तमाम काल्पनिक देवी-देवताओं और अंधविश्वासों के बीच भी हमारे पुराणों में ऐसी कुछ चीजें हैं जो अपनी दृष्टिसम्पन्नता और सरोकारों से चकित करती हैं। शिव और पार्वती के पुत्र गणेश प्रकृति की शक्तियों के ऐसे ही एक विराट रूपक है। गणेश का मस्तक हाथी का है। चूहे उनके वाहन हैं। बैल नंदी उनका गुरू। मोर और सांप परिवार के सदस्य ! पर्वत उनका आवास है। वन उनका क्रीड़ा-स्थल। आकाश उनकी छत। गंगा के स्पर्श से पार्वती द्वारा गढ़ी गई उनकी आकृति में जान आई थी, इसीलिए उन्हें गांगेय कहा गया। गणेश के चार हाथों में से एक हाथ में जल का प्रतीक शंख, दूसरे में सौंदर्य का प्रतीक कमल, तीसरे में संगीत का प्रतीक वीणा और चौथे में शक्ति का प्रतीक परशु या त्रिशूल हैं। उनकी दो पत्नियां - रिद्धि और सिद्धि वस्तुतः देह में हवा के आने और जाने अर्थात प्राण और अपान की प्रतीक हैं जिनके बगैर कोई जीवन संभव नहीं।
गणेश और प्रकृति के एकात्म का सबसे बड़ा प्रमाण यह है कि उनकी पूजा महंगी पूजन-सामग्रियों से नहीं, प्रकृति में मौजूद इक्कीस पेड़-पौधों की पत्तियों से करने का प्रावधान है। हरी दूब गणेश को प्रिय है। जबतक इक्कीस दूबों की मौली उन्हें अर्पित नहीं की जाय, उनकी पूजा अधूरी मानी जाती है। शास्त्रों में उल्लेख है कि आम, पीपल और नीम के पत्तों वाली गणेश की मूर्ति घर के मुख्यद्वार पर लगाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। हमारे पूर्वजों द्वारा गणेश के इस अद्भुत रूप की कल्पना संभवतः यह बताने के लिए की गई है कि प्रकृति की शक्तियों से सामंजस्य बिठाकर मनुष्य शक्ति, बुद्धि, कला, संगीत, सौंदर्य, भौतिक सुख और आध्यात्मिक ज्ञान सहित कोई भी उपलब्धि हासिल कर सकता है। यही कारण है कि संपति, समृद्धि, सौन्दर्य की देवी लक्ष्मी और ज्ञान, कला, संगीत की देवी सरस्वती की पूजा गणेश के बिना पूरी नहीं मानी जाती है।
होता यह है कि प्रतीकों को समझने की जगह हम प्रतीकों को ही आराध्य बना लेते हैं और वे तमाम चीज़ें विस्मृत हो जाती हैं जिनकी याद दिलाने के लिए वे प्रतीक गढ़े गए थे। गणेश के वास्तविक स्वरुप को भुलाने का असर प्रकृति के साथ हमारे रिश्तों पर पड़ा है। आज प्रकृति अपने अस्तित्व के सबसे बड़े संकट से रूबरू हैं और इस संकट में हम उसके साथ नहीं, उसके खिलाफ खड़े हैं। गणेश के अद्भुत स्वरुप को पाना है तो उसके लिए मंदिरों और मूर्तियों, मंत्रों और भजन-कीर्तन का कोई अर्थ नहीं। गणेश हम सबके भीतर हैं। प्रकृति, पर्यावरण और जीवन को सम्मान और संरक्षण देकर हम अपने भीतर के गणेश को जगा सकते हैं !
मित्रों को गणेश चतुर्थी की शुभकामनाएं !
आज परसाईजी का जन्मदिन है। परसाई जी की स्मृति को नमन करते उनके कुछ उद्धरण यहां पेश हैं:
1.इस देश के बुद्धिजीवी शेर हैं,पर वे सियारों की बरात में बैंड बजाते हैं.
2.जो कौम भूखी मारे जाने पर सिनेमा में जाकर बैठ जाये ,वह अपने दिन कैसे बदलेगी!
3.अच्छी आत्मा फोल्डिंग कुर्सी की तरह होनी चाहिये.जरूरत पडी तब फैलाकर बैठ गये,नहीं तो मोडकर कोने से टिका दिया.
4.अद्भुत सहनशीलता और भयावह तटस्थता है इस देश के आदमी में.कोई उसे पीटकर पैसे छीन ले तो वह दान का मंत्र पढने लगता है.
5.अमरीकी शासक हमले को सभ्यता का प्रसार कहते हैं.बम बरसते हैं तो मरने वाले सोचते है,सभ्यता बरस रही है.
6.चीनी नेता लडकों के हुल्लड को सांस्कृतिक क्रान्ति कहते हैं,तो पिटने वाला नागरिक सोचता है मैं सुसंस्कृत हो रहा हूं.
7.इस कौम की आधी ताकत लडकियों की शादी करने में जा रही है.
8.अर्थशास्त्र जब धर्मशास्त्र के ऊपर चढ बैठता है तब गोरक्षा आन्दोलन के नेता जूतों की दुकान खोल लेते हैं.
9.जो पानी छानकर पीते हैं, वे आदमी का खून बिना छना पी जाते हैं .
10.नशे के मामले में हम बहुत ऊंचे हैं.दो नशे खास हैं--हीनता का नशा और उच्चता का नशा,जो बारी-बारी से चढते रहते हैं.
11.शासन का घूंसा किसी बडी और पुष्ट पीठ पर उठता तो है पर न जाने किस चमत्कार से बडी पीठ खिसक जाती है और किसी दुर्बल पीठ पर घूंसा पड जाता है.
12.मैदान से भागकर शिविर में आ बैठने की सुखद मजबूरी का नाम इज्जत है.इज्जतदार आदमी ऊंचे झाड की ऊंची टहनी पर दूसरे के बनाये घोसले में अंडे देता है.
13.बेइज्जती में अगर दूसरे को भी शामिल कर लो तो आधी इज्जत बच जाती है.
14.मानवीयता उन पर रम के किक की तरह चढती - उतरती है,उन्हें मानवीयता के फिट आते हैं.
15.कैसी अद्भुत एकता है.पंजाब का गेहूं गुजरात के कालाबाजार में बिकता है और मध्यप्रदेश का चावल कलकत्ता के मुनाफाखोर के गोदाम में भरा है.देश एक है.कानपुर का ठग मदुरई में ठगी करता है,हिन्दी भाषी जेबकतरा तमिलभाषी की जेब काटता है और रामेश्वरम का भक्त बद्रीनाथ का सोना चुराने चल पडा है.सब सीमायें टूट गयीं.
16.रेडियो टिप्पणीकार कहता है--'घोर करतल ध्वनि हो रही है.'मैं देख रहा हूं,नहीं हो रही है.हम सब लोग तो कोट में हाथ डाले बैठे हैं.बाहर निकालने का जी नहीं होत.हाथ अकड जायेंगे.लेकिन हम नहीं बजा रहे हैं फिर भी तालियां बज रही हैं.मैदान में जमीन पर बैठे वे लोग बजा रहे हैं ,जिनके पास हाथ गरमाने को कोट नहीं हैं.लगता है गणतन्त्र ठिठुरते हुये हाथों की तालियों पर टिका है.गणतन्त्र को उन्हीं हाथों की तालियां मिलती हैं,जिनके मालिक के पास हाथ छिपाने के लिये गर्म कपडा नहीं है.
17.मौसम की मेहरवानी का इन्तजार करेंगे,तो शीत से निपटते-निपटते लू तंग करने लगेगी.मौसम के इन्तजार से कुछ नहीं होता.वसंत अपने आप नहीं आता,उसे लाना पडता है.सहज आने वाला तो पतझड होता है,वसंत नहीं.अपने आप तो पत्ते झडते हैं.नये पत्ते तो वृक्ष का प्राण-रस पीकर पैदा होते हैं.वसंत यों नहीं आता.शीत और गरमी के बीच जो जितना वसंत निकाल सके,निकाल ले.दो पाटों के बीच में फंसा है देश वसंत.पाट और आगे खिसक रहे हैं.वसंत को बचाना है तो जोर लगाकर इन दो पाटों को पीचे ढकेलो--इधर शीत को उधर गरमी को .तब बीच में से निकलेगा हमारा घायल वसंत.
18.सरकार कहती है कि हमने चूहे पकडने के लिये चूहेदानियां रखी हैं.एकाध चूहेदानी की हमने भी जांच की.उसमे घुसने के छेद से बडा छेद पीछे से निकलने के लिये है.चूहा इधर फंसता है और उधर से निकल जाता है.पिंजडे बनाने वाले और चूहे पकडने वाले चूहों से मिले हैं.वे इधर हमें पिंजडा दिखाते हैं और चूहे को छेद दिखा देते हैं.हमारे माथे पर सिर्फ चूहेदानी का खर्च चढ रहा है.
19.एक और बडे लोगों के क्लब में भाषण दे रहा था.मैं देश की गिरती हालत,मंहगाई ,गरीबी,बेकारी,भ्रष्टाचारपर बोल रहा था और खूब बोल रहा था.मैं पूरी पीडा से,गहरे आक्रोश से बोल रहा था .पर जब मैं ज्यादा मर्मिक हो जाता ,वे लोग तालियां पीटने लगते थे.मैंने कहा हम बहुत पतित हैं,तो वे लोग तालियां पीटने लगे.और मैं समारोहों के बाद रात को घर लौटता हूं तो सोचता रहता हूं कि जिस समाज के लोग शर्म की बात पर हंसे,उसमे क्या कभी कोई क्रन्तिकारी हो सकता है?होगा शायद पर तभी होगा जब शर्म की बात पर ताली पीटने वाले हाथ कटेंगे और हंसने वाले जबडे टूटेंगे .
20.निन्दा में विटामिन और प्रोटीन होते हैं.निन्दा खून साफ करती है,पाचन क्रिया ठीक करती है,बल और स्फूर्ति देती है.निन्दा से मांसपेशियां पुष्ट होती हैं.निन्दा पयरिया का तो सफल इलाज है.सन्तों को परनिन्दा की मनाही है,इसलिये वे स्वनिन्दा करके स्वास्थ्य अच्छा रखते हैं.
21.मैं बैठा-बैठा सोच रहा हूं कि इस सडक में से किसका बंगला बन जायेगा?...बडी इमारतों के पेट से बंगले पैदा होते मैंने देखे हैं.दशरथ की रानियों को यज्ञ की खीर खाने से पुत्र हो गये थे.पुण्य का प्रताप अपार है.अनाथालय से हवेली पैदा हो जाती है.
- अनूप शुक्ल
नई दिल्ली, 22 अगस्त (आईएएनएस)| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी वित्तीय परियोजनाएं लागू करने में महती भूमिका निभाने वाले पूर्व वित्त सचिव राजीव कुमार शुक्रवार को निर्वाचन आयुक्त नियुक्त किए गए। वह अशोक लवासा का स्थान लेंगे। कानून एवं न्याय मंत्रालय की अधिसूचना के अनुसार, वर्ष 1984 बैच के झारखंड कैडर के आईएएस अधिकारी राजीव कुमार की नियुक्ति अशोक लवासा से पदभार ग्रहण करने की तिथि से प्रभावी होगी। लवासा का इस्तीफा 31 अगस्त,2020 से प्रभावी माना जाएगा।
लवासा ने अपना इस्तीफा मंगलवार को राष्ट्रपति को भेजा था।
-अरुणोदय मुखर्जी
भारत और चीन के बीच बिगड़ते रिश्ते इस बात की ओर इशारा कर रहे हैं कि पिछले कुछ सालों में भले ही दोनों देशों में गर्मजोशी दिखी थी, लेकिन उनके बीच कुछ मूलभूत विवाद अभी भी बने हुए हैं.
ऐसे में दोनों देशों के आपसी रिश्तों के भविष्य को लेकर भारत की विदेश नीति की भूमिका काफ़ी अहम हो जाती है.
भारत की पूर्व विदेश सचिव निरुपमा राव कहती हैं, "पिछले 45 सालों में एलएसी पर एक भी गोली नहीं चली थी लेकिन गलवान की घटना के कारण अब सबकुछ बिखरा हुआ नज़र आ रहा है."
पिछले एक दशक में भारत का चीन के प्रति दोस्ताना रवैया रहा है, चीन ने भारत में निवेश किए हैं और व्यापार करता रहा है.
सीमा पर विवाद के बाद भी भारत का चीनी मोबाइल एप्स पर बैन लगाना भी एक सीमित क़दम था.
यूरेशिया समूह के अध्यक्ष इएन ब्रेमर मानते हैं कि भारत सीमा पर विवाद को बढ़ावा नहीं देना चाहता.
उन्होंने बीबीसी को बताया, "ये बहुत साफ़ है कि भारत की सेना चीनी सेना की गोलीबारी की क्षमता के आसपास भी नहीं है और वह सीमा पर चीन के साथ विवाद को बढ़ाना नहीं चाहते, लेकिन भारत के पास एक बहुत लोकप्रिय प्रधानमंत्री हैं और चीन के ख़िलाफ बोलकर अपनी राष्ट्रवादी छवि को निखारना उन्हें राजनीतिक फ़ायदा पहुंचाता है, इससे देश में इंडस्ट्री को भी मदद मिलती है और भारतीयों के लिए चीन के ख़िलाफ अपने पसंद के क्षेत्र में वापस आने का यह एक प्रभावी तरीका है."
भारत चीन के बीच व्यापार
भारत और चीन के बीच सामानों के आपसी व्यापार के विकास की कहानी उत्साहजनक है. साल 2001 में इसकी लागत केवल 3.6 अरब डॉलर थी. साल 2019 में द्विपक्षीय व्यापार लगभग 90 अरब डॉलर का हो गया. चीन भारत का सबसे बड़ा ट्रेडिंग पार्टनर है.
ये रिश्ता एक तरफ़ा नहीं है. अगर आज भारत सामान्य दवाओं में दुनिया का सबसे बड़ा निर्यातक है तो इसमें चीन का भी योगदान है क्योंकि सामान्य दवाओं के लिए कच्चा माल चीन से आता है. व्यापार के अलावा दोनों देशों ने एक दूसरे के यहाँ निवेश भी क्या है लेकिन अपनी क्षमता से कहीं कम.
साल 1962 के युद्ध और लाइन ऑफ़ एक्चुअल कंट्रोल में सालों से जारी तनाव के बावजूद आपसी व्यापार बढ़ता आया है.
भारत की तरफ़ से ये शिकायत रहती है कि द्विपक्षीय व्यापार में चीन का निर्यात दो-तिहाई है.
भारत चीन के बीच 50 बिलियन डॉलर का व्यापार घाटे को देखते हुए, इससे अधिक कठोर कदम उठाना भारते को उल्टा पड़ सकता है. भारत के ज़रुरी है कि वो संभल कर क़दम उठाए, इलाके में अपने भू राजनीतिक महत्वकांक्षाओं के साथ साथ आर्थिक ज़रुरतों का भी ध्यान रखना होगा.
चीन और भारत एक दूसरे के उत्पादकों के लिए बड़े बाज़ार हैं. साथ ही अमरीका और पश्चिमी देशों के लिए भी ये दोनों देश सबसे बड़े और आकर्षक बाज़ार हैं.
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ़) के 2019 के आँकड़ों के अनुसार विश्व की सामूहिक अर्थव्यवस्था लगभग 90 खरब अमरीकी डॉलर की है, जिसमें चीन का योगदान 15.5 प्रतिशत है और भारत का योगदान 3.9 प्रतिशत है.
विश्व की अर्थव्यवस्था के 22-23 प्रतिशत हिस्से पर दुनिया की 37 प्रतिशत आबादी की देखभाल की ज़िम्मेदारी है.
बेल्ट एंड रोड प्रोजेक्ट भारत के लिए चुनौती
इसके साथ ही चीन का बेल्ट एंड रोड प्रोजेक्ट जिसके तहत पड़ोसी देशों में भी हाइवे, रेलवे ,पोर्ट बना रहा है, भारत के आने वाल वक्त में चुनौती साबित हो सकता है.
इयान ब्रेमर के मुताबिक , "इन देशों पर चीन का बहुत प्रभाव होगा. भारतीय अपने आप को बैकफुट पर पाते हैं. चीन एक पूंजीवादी अर्थव्यवस्था है जहां सरकार के इशारे पर बहुत सारे
निवेश हो रहे हैं और सरकार को राजनीतिक लाभ मिल रहा है. भारत के लिए एक बढ़ती हुई चुनौती है."
इस इलाके में स्थिरता इस बात का बहुत बड़ा योगदान होगा कि आने वाले कुछ समय में दोनों देश आपस में एक दूसरे के साथ कैसे काम करते हैं.
चाइना-पाकिस्तान इकनॉमिक कॉरिडोर या सीपेक भी चीन के महत्वाकांक्षी बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव के तहत बनाए जा रहे व्यापारिक नेटवर्क का हिस्सा है.
सीपेक के तहत पाकिस्तान में इंफ़्रास्ट्रक्चर से जुड़े कई प्रोजेक्ट चल रहे हैं, जिनमें चीन का 62 अरब डॉलर का निवेश है. चीन अपने बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव की सभी परियोजनाओं में सीपेक को सबसे महत्वपूर्ण मानता है.
15 जून को गलवान में हुई थी हिंसक झड़प
15 जून को गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच संघर्ष में भारत के 20 सैनिकों की मौत हो गई थी. चीन ने हताहतों के बारे में आधिकारिक रूप से अभी तक कोई जानकारी नहीं दी है. तब से सीमावर्ती इलाक़े में दोनों देशों की ओर से सैनिकों का जमावड़ा है.
दोनों देशों में सैनिक और कूटनीतिक स्तर पर बातचीत जारी है और तनाव कम करने की भी दावा किया जा रहा है.
हालाँकि पिछले महीने जब रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लद्दाख़ में कहा था कि दोनों देशों में बातचीत जारी है और समस्या का हल निकल जाना चाहिए. लेकिन साथ ही उन्होंने ये भी कहा था कि ये मामला कहाँ तक हल होगा, इसकी गारंटी वे नहीं दे सकते.
15 जून की घटना के बाद भारत और चीन के बीच कई स्तर पर बातचीत हुई है. दोनों देशों की सेनाएँ कई इलाक़ों से पीछे भी हटी हैं, लेकिन अब भी कुछ इलाक़ों को लेकर दोनों देशों में बातचीत जारी है.(bbc)
दक्षिणी ऑस्ट्रेलिया में खुदाई करने वालों की एक जोड़ी ने सोने की दो डलियां खोद निकाली हैं, जिनकी क़ीमत लगभग 250,000 अमरीकी डॉलर यानी एक करोड़ 87 लाख रूपये से कुछ अधिक बताई जा रही है.
ब्रेंट शैनॉन और एथन वेस्ट को ये सोने की डलियाँ विक्टोरिया राज्य के टार्नागुल्ला शहर के पास खुदाई के दौरान मिली.
उनकी इस खोज को चर्चित टीवी शो 'ऑस्ट्रेलियाई गोल्ड हंटर्स' पर दिखाया गया. यह कार्यक्रम गुरुवार को प्रसारित हुआ था.
इस जोड़ी ने मेटल डिटेक्टरों का इस्तेमाल कर सोने का पता लगाया और उस इलाक़े में की खुदाई कर सोना निकाला. सोना निकालने की पूरी प्रक्रिया को टीवी पर प्रसारित भी किया गया.
सीएनएन से बात करते हुए एथन वेस्ट ने कहा, "यह निश्चित रूप से हमारी सबसे महत्वपूर्ण खोजों में से एक है. एक ही दिन में इतनी बड़ी दो डलियों की खोज, वाक़ई आश्चर्यजनक है."
इस कार्यक्रम को प्रसारित करने वाले 'डिस्कवरी चैनल' के अनुसार, एथन वेस्ट और उनके पिता ने मिलकर कुछ ही घंटों में सोने की इन डलियों को खोज निकाला जिनका वजन क़रीब साढ़े तीन किलो है.
इन दोनों का वज़न मिलाकर क़रीब साढ़े तीन किलो है
इस टीवी शो में ऑस्ट्रेलिया के सुदूर इलाक़ों में सोने की खोज करने वाली जोड़ियों का काम दर्शकों का दिखाया जाता है. कार्यक्रम में ये दिखाया जाता है कि खोजकर्ता ज़मीन में दबे सोने को कैसे ढूंढते हैं.
ऑस्ट्रेलियाई टीवी शो 'सनराइज़' से बात करते हुए ब्रेंट शैनॉन ने कहा, "हम एक मौक़ा लेकर देखना चाहते थे. वो सिर्फ़ एक खाली ग्राउंड था, जिसका मतलब यह भी था कि वहाँ पहले कोई खुदाई नहीं हुई."
एथन वेस्ट के मुताबिक़, चार साल में खुदाई करते हुए उन्हें सोने के 'शायद हज़ारों' टुकड़े मिले हैं.
डिस्कवरी चैनल ने यह भी कहा है कि सोने की खोज करने वाले अपने अनुमानित मूल्य की तुलना में सोने की डली के लिए 30 फीसदी तक अधिक भुगतान कर सकते हैं.
साल 2019 में एक ऑस्ट्रेलियाई व्यक्ति ने मेटल डिटेक्टर का उपयोग करते हुए 1.4 किलो सोना निकाला था. इसकी अनुमानित क़ीमत लगभग 69,000 अमरीकी डॉलर यानी 51 लाख रुपये से अधिक थी.
ऑस्ट्रेलिया में सोने का खनन 1850 के दशक में शुरू हुआ था और आज भी यह देश में एक महत्वपूर्ण उद्योग है.
एक स्थानीय वेबसाइट के अनुसार, टार्नागुल्ला शहर की स्थापना भी 'विक्टोरिया गोल्ड रश' के दौरान हुई थी और इसी वजह से यह एक धनी शहर है जहाँ बहुत से खोजकर्ता अपना भाग्य आज़माने के लिए पहुँचते रहे हैं.(bbc)
भुवनेश्वरः ओडिशा के ढेंकानाल जिले में बीते दो सप्ताह में 40 दलित परिवारों का सामाजिक बहिष्कार करने का मामला सामना आया है. दलित परिवार की एक लड़की द्वारा एक घर के आंगन से फूल तोड़ने की वजह से ऐसा किया गया है.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, यह घटना ढेंकानाल के कांतियो कतेनी गांव की है, जहां लगभग दो महीने पहले 15 साल की एक दलित किशोरी द्वारा कथित उच्च जाति के एक परिवार के आंगन से फूल तोड़ लिए गए थे.
स्थानीय लोगों का कहना है कि उस परिवार की आपत्ति के बाद यह मामला दो समुदायों के बीच टकराव के रूप में तब्दील हो गया, जिसके बाद गांव के सभी 40 दलित परिवारों का सामाजिक बहिष्कार कर दिया गया.
किशोरी के पिता निरंजन नाइक का कहना है, ‘हमने तुरंत माफी मांग ली थी, ताकि इस मामले को सुलझाया जा सके लेकिन इसके बाद कई बैठकें हुईं, जिसमें उन्होंने हमारा बहिष्कार करने का फैसला किया. किसी को भी हमसे बात करने की मंजूरी नहीं है. हमें गांव के किसी भी सामाजिक कार्यक्रम में हिस्सा लेने की अनुमति नहीं है.’
बता दें कि इस गांव में लगभग 800 परिवार हैं, जिसमें से 40 परिवार अनुसूचित जाति नाइक समुदाय के हैं.
पीड़ित समुदाय ने इस संबंध में 17 अगस्त को जिला प्रशासन और पुलिस थाने को ज्ञापन सौंपा था.
एक ग्रामीण ज्योति नाइक का आरोप है, ‘स्थानीय सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) से हमें राशन नहीं मिल रहा और किराना स्टोर मालिकों ने हमें सामान बेचना बंद कर दिया है, जिसके बाद हमें जरूरी सामान खरीदने के लिए पांच किलोमीटर का सफर तय करना पड़ता है. गांव वालों ने हमसे बात करना भी बंद कर दिया है.’
इस ज्ञापन में कहा गया है कि यह सुनिश्चित किया गया है कि हमें गांव में काम न मिले, इसलिए हमें काम के लिए बाहर जाना पड़ेगा. हमारे समुदाय के अधिकतर लोग कम पढ़े-लिखे और अनपढ़ हैं और गांव के ही खेतों में काम करते हैं.
समुदाय के लोगों का आरोप है कि शादियों या अंतिम संस्कार के लिए गांव की सड़कों पर समुदाय के लोगों के जमा नहीं होने को लेकर भी चेतावनी दी गई है.
ज्ञापन में कहा गया है, ‘एक फरमान भी जारी किया गया है, जिसमें कहा गया है कि हमारे समुदाय के बच्चे स्थानीय सरकारी स्कूल में नहीं पढ़ सकते. यहां तक कि हमारे समुदाय के शिक्षकों से भी कहीं और तबादला कराने को कहा गया है.’
गांव के सरपंच और ग्राम विकास समिति के सदस्यों ने इस बात पर सहमति जताई है कि ग्रामीणों से इस समुदाय के लोगों से बात नहीं करने को कहा गया है, हालांकि समिति और सरपंच ने अन्य आरोपों से इनकार किया है.
ग्राम विकास समिति के सचिव हरमोहन मलिक का कहना है, ‘यह सच है कि गांव के लोगों से इनसे बात नहीं करने को कहा गया है और ऐसा इनकी गलती की वजह से हुआ है लेकिन अन्य आरोप आधारहीन हैं.’
गांव के सरपंच प्रणवबंधु दास का कहना है, ‘यह अंतर सामुदायिक मामला है और हम इसे सुलझा लेंगे. बहुसंख्यक समुदाय की समस्या है कि अल्पसंख्यक समुदाय उन्हें झूठे मामलों में फंसाता है और अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत पुलिस में शिकायत दर्ज कराता है.’
वे आगे कहते हैं, ‘जिस घटना की वजह से यह हुआ, उससे विवाद खड़ा हो गया था. कुछ दिनों के लिए समिति के फैसले के अनुसार बहुसंख्यक समुदाय ने दलित समुदाय के लोगों से बात करना बंद कर दिया. अब स्थिति सामान्य हो रही है.’
ग्रामीणों का कहना है कि ज्ञापन सौंपे जाने के बाद दो दौर की शांति बैठकें हुईं, लेकिन मामले को सुलझाया नहीं जा सका.
कामाख्या नगर उपखंड के सब-कलेक्टर बिष्णु प्रसाद आचार्य का कहना है, ‘पीड़ित समुदाय ने स्थानीय पुलिस से संपर्क किया था, लेकिन वह इस फैसले से खुश नहीं थे इसलिए वे मेरे पास आए. मैंने उन्हें उपविभागीय पुलिस अधिकारी के पास जाने को कहा. मैं दोनों समुदायों के बीच शांति बैठक भी कराऊंगा और इस मामले को सुलझाने की कोशिश करूंगा.’
तुमसिंगा पुलिस स्टेशन के प्रभारी इंस्पेक्टर आनंद कुमार डुंगडुंग का कहना है, ‘हमने इसे सुलझाने की कोशिश की. वे समझौता करना चाहते हैं और इस मामले को और बढ़ाना नहीं चाहते इसलिए हमने एफआईआर दर्ज नहीं की. हमने दोनों समुदायों के नेताओं की एक बैठक बुलाई है. अगर वे मामले को नहीं सुलझाते हैं तो हम एफआईआर दर्ज करेंगे.(thewire)
दुनियाभर के 213 देशों फैले कोरोना वायरस (Corona Virus) का कहर जारी है. संक्रमितों की संख्या में लगातार तेजी से बढ़ोतरी हो रही है. वहीं मौतों का सिलसिला भी जारी है. भारत (India) में कोरोना के नए मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. अन्य देशों के मुकाबले हर दिन भारत में कोविड-19 (COVID-19) संक्रमितों की संख्या में भारी इजाफा हो रहा है. हालांकि इलाज के बाद ठीक होने वालों की संख्या भी अन्य देशों के मुकाबले सबसे अधिक है. दुनियाभर (Worldwide) में कोरोना संक्रमितों (Corona Infected) की संख्या बढ़कर दो करोड 31 लाख 6 हजार 706 हो गई है.
इनमें से आठ लाख 2 हजार 950 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं एक करोड 57 लाख एक हजार 892 मरीज इलाज के बाद ठीक हो चुके हैं. हालांकि दुनियाभर में अभी भी 66 लाख एक हजार 864 लोग कोरोना (Corona) का दंश झेल रहे हैं. बीते चौबीस घंटों के दौरान दो लाख 56 हजार से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं और करीब 6400 लोगों की मौत हुई है. कोरोना से सबसे अधिक प्रभावित अमेरिका में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 57 लाख 96 हजार 727 हो गई है. इनमें से एक लाख 79 हजार 200 लोगों की जान जा चुकी है. वहीं 31 लाख 27 हजार 418 लोग इलाज के बाद अब तक ठीक हो चुके हैं.
यहां अभी भी 24 लाख 90 हजार 109 लोग कोरोना से पीड़ित हैं. बीते चौबीस घंटों के दौरान यहां 50,455 नए मामले सामने आए हैं और 1,170 लोगों की मौत हुई है. अमेरिका (America) के बाद ब्राजील (Brazil) में कोरोना के सबसे अधिक मरीज हैं. यहां 35 लाख 36 हजार 488 लोग कोविड-19 संक्रमित हुए हैं इनमें से एक लाख 13 हजार 454 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं 26 लाख 70 हजार 755 लोग इलाज के बाद ठीक हो चुके हैं. ब्राजील में अभी भी सात लाख 52 हजार 279 लोग कोरोना से पीड़ित हैं. पिछले 24 घंटों के दौरान यहां 31,391 नए मामले सामने आए हैं और 1,031 लोगों की जान गई है.
ब्राजील के बाद भारत (India) में कोरोना ने सबसे अधिक तांडव मचाया है. यहां अब तक 29 लाख 73 हजार 368 लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं. जिनमें से 55,928 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं 22 लाख 20 हजार 799 लोग इलाज के बाद ठीक हो चुके हैं. हालांकि भारत में अभी भी छह लाख 96 हजार 641 लोग कोरोना का दंश झेल रहे हैं. बीते चौबीस घंटों के दौरान यहां 69,039 नए मामले सामने आए हैं और 953 लोगों की जान गई है. भारत के बाद रूस (Russia) में कोरोना के सबसे अधिक मामले सामने आए हैं यहां अब तक 9 लाख 46 हजार 976 लोग कोरोना पॉजिटिव हुए हैं.
इनमें से 16 हजार 189 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं 7 लाख 61 हजार 330 मरीज इलाज के बाद ठीक भी हुए हैं लेकिन अभी भी एक लाख 69 हजार 457 लोग कोरोना का दंश झेल रहे हैं. पिछले चौबीस घंटों के दौरान यहां 4,870 नए मामले सामने आए हैं और 90 लोगों की जान गई है. रूस के बाद दक्षिण अफ्रीका (South Africa) दुनिया का पांचवां देश है जहां कोविड-19 संक्रमितों की संख्या सबसे अधिक है. दक्षिण अफ्रीका में अब तक 6 लाख 3 हजार 338 लोग कोरोना संक्रमित हुए हैं.
इनमें से 12 हजार 843 लोगों की जान जा चुकी है. वहीं 500,102 लोग इलाज के बाद ठीक भी हो चुके हैं. हालांकि यहां अभी भी 90,393 लोग कोरोना का दंश झेल रहे हैं. पिछले चौबीस घंटों के दौरान यहां 3,398 नए मामले सामने आए हैं और 225 लोगों की मौत हुई है.(catch)
आज गणेश चतुर्थी है और इस अवसर पर मुंबई के प्रसिद्ध सिद्धिविनायक मंदिर में सुबह-सुबह आरती हुई. हालांकि कोरोना काल के कारण हर साल की तरह लोगों की भारी भीड़ देखने को नहीं मिली.
भारत की ज़मीन पर निर्माण कार्य कर रही है चीनी सेना
चीनी घुसपैठ के मामले में प्रधानमंत्री और सत्तारूढ़ दल के प्रवक्ता चाहे जो कहें, लद्दाख में बीजेपी के पूर्व प्रमुख और जम्मू-कश्मीर सरकार में मंत्री रह चुके शेरिंग दोर्जे का साफ़ मानना है कि चीन सीना न केवल भारतीय ज़मीन पर काबिज है, वह नहीं लौटने वाली है। उन्होंने यह भी कहा है कि चीनी सेना स्थायी निर्माण कर रही है, यह दूर से बिल्कुल साफ़ दिख रहा है।
शेरिंग दोर्जे महबूबा मुफ़्ती की पीडीपी-बीजेपी सरकार में लद्दाख मामलों और सहकारिता के मंत्री थे। उन्होंने इंडियन एक्सप्रेस से कहा, 'हमारे लोगों ने साफ़ देखा है कि चीनी सेना के बुलडोज़र वहां चल रहे हैं, सड़क बनाने का काम चल रहा है, हमारे गाँवों के बिल्कुल उस पार सबकुछ साफ़ दिख रहा है।'
शेरिंग दोर्जे ने कहा, -'चीनी सेना ने बग़ैर एक भी गोली चलाए इस इलाक़े पर कब्जा कर लिया है, स्थायी निर्माण कर रहे हैं और लगता है कि वह अब वहाँ से नहीं लौटेगी।'
पीएलए का कब्जा
उन्होंने यह भी कहा कि यदि पीपल्स लिबरेशन आर्मी को विवाद शुरू होने के पहले की स्थिति तक नहीं धकेला गया तो वे लोग इसी तरह लद्दाख की ज़मीन पर कब्जा करते रहेंगे।
बीजेपी के लद्दाख प्रमुख ने कहा कि चीनियों के काम करने का तरीका यह है कि वे पहले अपने चरवाहों को भारतीय सीमा में भेजते हैं और उनके पीछे-पीछे उनके सैनिक आते हैं।
भारतीयों के काम करने का तरीका उलटा है। वे अपने चरवाहों को चीनी इलाक़े तो क्या, भारतीय इलाक़ों में भी नहीं जाने देते हैं।
भारत का रवैया ढीला
दोर्जे ने कहा कि वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास तैनात इंडो टिबेटन बॉर्डर पुलिस का रवैया ऐसा होता है कि वे कभी भी चीनी सैनिकों को चुनौती देने की हिम्मत नहीं करते हैं। चीनी चरवाहे आएं तो उन्हें पीछ जाने को नहीं कहते, चीनी सैनिक आ जाएं तो वे खामोश रहते हैं।
ऐसा नहीं होता है कि चीनी सैनिकों के अंदर दाखिल होने पर वे वहां जाकर उन्हें पीछे हटने को कहें या उन्हें चुनौती दें। भारतीय सुरक्षा बलों की कुल मिला कर कोशिश यह रहती है कि जब तक वे वहां तैनात है, सबकुछ शांति से निकल जाए और जब अगली टीम पहुँचे तो वह अपने हिसाब से जो करना हो करे।
दोर्जे ने कहा,भारतीय सुरक्षा बलों के लोग हर बार चीनी घुसपैठ को हल्के में लेते हैं या कम कर आँकते हैं। चीनी सैनिक हर बार थोड़ा आगे बढ कर थोड़ी सी भारतीय जमीन पर कब्जा कर लेते हैं।
नतीजा यह हुआ है कि भारत के चरवाहे 15 साल पहले तक जहां जाकर अपनी पशमीना बकरियों या याक को चराया करते थे, उन इलाक़ों पर चीनियों का कब्जा हो चुका है।
वह आशंका जताते हैं कि इस बार भी शायद ऐसा ही हो, चीनी सैनिक इस बार भी पीछे न हटें।
यह स्थिति तब है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी साफ़ तौर पर कह चुके हैं कि कोई विेदेशी न तो भारतीय सीमा में घुसा है न ही घुस कर बैठा हुआ है।
दूसरी ओर, गुरुवार को ही भारत और चीन के बीच सैनिकों हटाने के मुद्दे पर राजनयिक स्तर की बातचीत होनी है। यह बातचीत वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए होगी, जिसमें दोनों पक्षों के चोटी के राजनयिक भाग लेंगे। इसके पहले भी कई दौर की राजनयिक, राजनीतिक व सैनिक स्तर की बातचीत हो चुकी है। इतना ही नहीं, चीन में तैनात भारतीय राजदूत विक्रम मिस्री ने चीन के मिलिटरी कमीशन के बहुत बड़े अधिकारी से बात की, पर नतीजा नहीं निकला।(satyahindi)
सैन फ्रांसिस्को, 22 अगस्त (आईएएनएस)| अमेरिका के फेडरल ट्रेड कमिशन (एफटीसी) ने इस सप्ताह फेसबुक के सीईओ मार्क जकरबर्ग से पूछताछ की है। न्यूज वेबसाइट पोलिटिको की रिपोर्ट के अनुसार, यह पूछताछ प्रतिस्पर्धा विरोधी गतिविधियों की जांच के तहत की गई है। जकरबर्ग से इस सप्ताह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये दो दिनों तक पूछताछ की गई।
एफटीसी, जो एक साल से अधिक समय से फेसबुक पर एंटी ट्रस्ट जांच कर रही है, उसने रिपोर्ट पर कोई टिप्पणी नहीं की।
फेसबुक के एक प्रवक्ता ने द वर्ज को बताया, "हम अमेरिकी फेडरल ट्रेड कमिशन की जांच में सहयोग करने और एजेंसी के सवालों का जवाब देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।"
जुकरबर्ग ने पिछले महीने फेसबुक सहित चार बड़ी तकनीकी कंपनियों की हाउस ज्यूडिशियरी कमेटी की एंटी ट्रस्ट जांच के संबंध में अमेरिकी कांग्रेस पैनल के सामने गवाही दी थी।
फेसबुक के सीईओ को इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप के अधिग्रहण पर पैनल के कठिन सवालों का सामना करना पड़ा था।
एफटीसी ने पिछले साल फेसबुक पर रिकॉर्ड तोड़ पांच अरब डॉलर का जुमार्ना लगाया था, जो राजनीतिक एनालिटिक्स फर्म कैम्ब्रिज एनालिटिका और अन्य गोपनीयता उल्लंघनों से जुड़ा है। यह जांच गोपनीयता (प्राइवेसी) से संबंधित कंपनी की गतिविधियों को लेकर की जा रही थी और इस जांच में प्राइवेसी से जुड़े कई मामले सामने आए थे।
नई दिल्ली, 22 अगस्त (आईएएनएस)| ओलंपिक कांस्य पदक विजेता महिला पहलवान साक्षी मलिक ने अर्जुन पुरस्कारों की सूची से उनका नाम हटाने पर शुक्रवार को खेल मंत्रालय को आड़े हाथों लिया। खेल मंत्रालय ने साक्षी और मीराबाई चानू को अर्जुन पुरस्कार नहीं देने का फैसला किया। इन दोनों खिलाड़ियों को पहले ही देश का सर्वोच्च खेल पुरस्कार खेल रत्न मिल चुका था। साक्षी को 2016 में रियो में कांस्य पदक जीतने और मीराबाई को 2018 मे विश्व चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन के लिए खेल रत्न दिया गया था।
साक्षी ने आईएएनएस से बातचीत में कहा कि वह इससे निराश हैं और सरकार उनकी उपलब्धियों को नजरअंदाज कर रही है।
साक्षी ने कहा, "मैं चाहती हूं कि लोग मुझे अर्जुन अवॉर्डी साक्षी मलिक के रूप में बुलाए। इस तरह की चीजों के लिए एथलीट सबकुछ करता है। वह हर पुरस्कार को जीतना चाहते हैं ताकि वह इससे प्रेरित हो सके।"
उन्होंने कहा, "मुझे नहीं पता कि अर्जुन अवॉर्ड जीतने के लिए मुझे और क्या करना पड़ेगा। 2016 में खेल रत्न मिलने से मैं काफी खुश हूं और मैं इसका सम्मान भी करती हूं। लेकिन मैं हमेशा अर्जुन अवॉर्ड चाहती थी और यह मेरा सपना था।"
अर्जुन पुरस्कार : अतनु दास (तीरंदाजी), दुती चंद (एथलेटिक्स), सात्विक साईराज रंकीरेड्डी (बैडमिंटन), चिराग चंद्रशेखर शेट्टी (बैडमिंटन), विशेष भृगुवंशी (बास्केटबॉल), सूबेदार मनीष कौशिक (मुक्केबाजी), लवलीना बोरगोहेन (मुक्केबाजी), इशांत शर्मा (क्रिकेट) दीप्ति शर्मा (क्रिकेट), सावंत अजय अनंत (अश्वारोही), संदेश झिंगन (फुटबॉल), अदिति अशोक (गोल्फ), आकाशदीप सिंह (हॉकी), दीपिका (हॉकी), दीपक हुड्डा (कबड्डी), काले सारिका सुधाकर (खो खो), दत्तू बबन भोकानल (रोइंग), मनु भाकर (निशानेबाजी), सौरभ चौधरी (निशानेबाजी), मधुरिका सुहास पाटकर (टेबल टेनिस), दिविज शरण (टेनिस), शिवा केशवन (शीतकालीन खेल), दिव्या काकरान (कुश्ती), राहुल अवारे (कुश्ती)), सुयश नारायण जाधव (पैरा स्विमिंग), संदीप (पैरा एथलेटिक्स) मनीष नरवाल (पैरा निशानेबाजी)।
ध्यानचंद पुरस्कार : कुलदीप सिंह भुल्लर (एथलेटिक्स), जिंसी फिलिप्स (एथलेटिक्स), प्रदीप श्रीकृष्ण गंधे (बैडमिंटन), तृप्ति मुगंर्डे (बैडमिंटन), एन. उषा (मुक्केबाजी), लाखा सिंह (मुक्केबाजी), सुखविंदर सिंह संधू (फुटबॉल), अजीत सिंह (हॉकी)), मनप्रीत सिंह (कबड्डी), जे. रंजीत कुमार (पैरा एथलेटिक्स), सत्यप्रकाश तिवारी (पैरा बैडमिंटन), मंजीत सिंह (रोइंग), दिवंगत सचिन नाग (तैराकी), नंदन पी. बाल (टेनिस), नेत्रपाल हुड्डा (कुश्ती)।
मुंबई, 22 अगस्त (आईएएनएस)| बॉलीवुड अभिनेत्री बिपाशा बसु का नया सोशल मीडिया पोस्ट महिला सशक्तीकरण के बारे में है। बिपाशा ने अपने इंस्टाग्राम पर एक तस्वीर साझा किया, जिसमें वह ब्लैक ड्रेस में बैठी नजर आ रही हैं। तस्वीर में उन्होंने रेड कलर की लिपिस्टिक लगाकर अपने मेकअप को पूरा किया है।
उन्होंने इसे कैप्शन देते हुए लिखा, "हर सफल महिला के पीछे अन्य सफल महिलाओं की जमात होती है, जिनकी बैक होती है। उन सभी महिलाओं का धन्यवाद।"
बिपाशा थ्रिलर वेब सीरीज 'डेंजरस' में पति करण सिंह ग्रोवर के साथ स्क्रीन साझा करते हुए दिखाई देंगी, फिल्म में सुयश राय, नताशा सूरी, सोनाली राउत और नितिन अरोड़ा ने भी अभिनय किया है।
नई दिल्ली, 22 अगस्त (आईएएनएस)| एक वकील ने न्यायपालिका की अवमानना मामले में वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत भूषण के खिलाफ चल रहे मुकदमे की कार्यवाही का सीधा प्रसारण (लाइव टेलीकास्ट) किए जाने के लिए सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है। भूषण पर जून में किए गए ट्वीट के लिए न्यायपालिका की अवमानना का आरोप है और इसके लिए शीर्ष अदालत द्वारा स्वत:संज्ञान लिया गया है।
अधिवक्ता अमृतपाल सिंह खालसा ने दलील दी है कि इस अवमानना मामले का पर्याप्त प्रभाव बार और बेंच के संबंध में न केवल भारत, बल्कि दुनियाभर में हो सकता है।
प्रार्थी ने दलील दी है कि तत्काल अवमानना मामला सुप्रीम कोर्ट की स्थापना के बाद से सबसे सनसनीखेज मामला है, जो प्रिंट और डिजिटल मीडिया के हाथों प्रशांत भूषण मामले का प्रक्षेपण, उनके और उनके कृत्यों का गुणगान करने के अलावा और कुछ नहीं है, जो विधि व्यवस्था के सम्मान और प्रतिष्ठा को कम करता है।
खालसा ने शीर्ष अदालत से 25 अगस्त को लाइव टेलीकास्ट और कोर्ट की कार्यवाही की वीडियोटेपिंग सुनिश्चित करने का आग्रह किया, खासतौर पर आदेश के ऐलान के वक्त ऐसा करने की अपील की गई है।
याचिकाकर्ता ने आरोप लगाया कि एक समर्थक वर्ग (लॉबी) है, जिसमें भूषण संस्थापक सदस्यों में से एक हैं, जिसका उद्देश्य संस्था को अस्थिर करना है और न्यायालय से अनुकूल आदेश प्राप्त नहीं होने पर सबसे कम संभव स्तर की आलोचना करना है। खालसा कहते हैं कि इस समर्थक वर्ग ने पिछले दिनों से मुख्य न्यायाधीशों को भी निशाना बनाया था।
खालसा ने भूषण की सुनवाई के लाइव टेलीकास्ट और वीडियो रिकॉर्डिग में किए गए खर्च का भुगतान करने का भी दायित्व लिया है, जो 25 अगस्त को नियत है।
आवेदक ने आगे कहा कि इस अदालत के सेवानिवृत्त न्यायाधीशों ने प्रशांत भूषण को समर्थन दिया है। न्यायमूर्ति कुरियन जोसेफ (रिटायर्ड) ने भी अवमानना मामले की सुनवाई कर रही पीठ पर सवाल उठाया है और अवमानना के लिए एक अंतर-अदालत अपील का सुझाव दिया है।
शीर्ष अदालत ने 14 अगस्त को न्यायपालिका की आलोचना करने वाले ट्वीट के लिए सामाजिक कार्यकर्ता एवं वकील भूषण को अदालत की अवमानना का दोषी ठहराया था।
जून के अंत में, भूषण ने अपनी राय व्यक्त करने के लिए ट्वीट किया था कि भारत के पिछले चार मुख्य न्यायाधीशों की कार्रवाई या निष्क्रियता ने औपचारिक आपातकाल के बिना भी देश में लोकतंत्र के विनाश में योगदान दिया है।
शीर्ष अदालत ने 20 अगस्त को प्रशांत भूषण को बिना शर्त माफी मांगने के लिए 24 अगस्त तक का समय दिया और उन्हें उनके बयान पर पुनर्विचार करने को कहा है।
नई दिल्ली, 22 अगस्त (आईएएनएस)| भारत की स्टार महिला टेबल टेनिस खिलाड़ी मनिका बत्रा ने शुक्रवार को कहा कि राजीव गांधी खेल रत्न अवार्ड उनके लिए एक अतिरिक्त जिम्मेदारी है कि वे आगे बढ़ें और देश को और अधिक सम्मान दिलाएं। मनिका ने कहा, "इस वर्ष के प्रतिष्ठित राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार प्राप्तकर्ताओं में से एक के रूप में नामित किया जाना मेरे लिए सम्मान की बात है। इसके लिए सबसे पहले, मैं ईश्वर को और फिर खेल मंत्रालय, भारतीय खेल प्राधिकरण, भारतीय तेल निगम, मेरे प्रायोजक, भारतीय टेबल टेनिस महासंघ और पुणे में मेरे ट्रेनिंग सेंटर को धन्यवाद देना चाहती हूं।"
उन्होंने कहा, " इस पुरस्कार ने मेरी जिम्मेदारी बढ़ा दी है कि मैं आगे भी अच्छा प्रदर्शन जारी रखूं। मैं देश के लिए और अधिक सम्मान पाने के लिए उत्सुक हूं।"
मनिका ने 2018 राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीतने के अलावा एशियाई खेलों में कांस्य पदक जीता था।
भारत की सीमित ओवरों की क्रिकेट टीम के उप-कप्तान रोहित शर्मा सहित पांच लोगों को इस साल देश के सर्वोच्च खेल पुरस्कार राजीव गांधी खेल रत्न सम्मान दिया जाएगा।
यह खेल पुरस्कार के इतिहास में पहली बार होगा कि पांच लोगों को खेल रत्न दिया जाएगा।
खेल अवार्ड-2020 की समिति ने शुक्रवार को रोहित, महिला पहलवान विनेश फोगाट, महिला हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल, महिला टेबल टेनिस खिलाड़ी मनिका बत्रा और पैरा एथलीट मरियप्पन थेंगावेलू को 29 अगस्त को राष्ट्रीय खेल दिवस के मौके खेल रत्न पुरस्कार से नवाजा जाएगा
नई दिल्ली, 22 अगस्त (आईएएनएस)| देश में उठे फेसबुक विवाद के बीच कांग्रेस सांसद शशि थरूर को आईटी मामलों की संसदीय स्थायी समिति के चेयरमैन पद से हटाने की मांग उठी है। इस बीच थरूर की ओर से भाजपा सांसद के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिए जाने के बाद थरूर के कदमों को रोकने के लिए भगवा पार्टी दो योजनाओं के साथ तैयार है, जिसमें से पहला कदम पहले से ही गतिमान है।
चलिए प्लान बी के बारे में बात करते हैं। अगर प्लान ए वांछित परिणाम नहीं देता है, तो भाजपा की ओर से एक सितंबर को प्रस्ताव में बैकअप योजना निर्धारित करने की संभावना है, जब आईटी पर स्थायी समिति का पुनर्गठन होगा। फेसबुक के प्रतिनिधियों को अगले दिन शाम चार से 4.30 बजे के बीच तलब किया गया है। इस विषय पर 'नागरिकों के अधिकारों की रक्षा और सामाजिक/ऑनलाइन समाचार मीडिया प्लेटफार्मों के दुरुपयोग की रोकथाम' नियम में किसी भी सदस्य को इस कदम पर सवाल उठाने और उस पर मतदान करने की अनुमति है।
समिति में शामिल 21 लोकसभा सदस्यों में से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के 12 और एक सहयोगी सदस्य हैं। वहीं 10 राज्यसभा सदस्यों में से एक का निधन हो गया है और अब इनमें से केवल नौ बचे हैं। इन नौ में से भाजपा के तीन सदस्य हैं और एक नामित सदस्य का वोट मिलने की भी उम्मीद है।
भाजपा के 30 सदस्य पैनल में खुद के दम पर 15 सदस्य हैं। अगर यह सहयोगी लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) और एक मनोनीत सदस्य को अपने पाले में कर लेती है तो सत्तारूढ़ दल के पास 17 वोट होंगे। वोटिंग असामान्य नहीं है, यह देखते हुए कि पिछली बार व्हाट्सएप स्नूपिंग का मुद्दा सामने आया था, जिन्होंने प्रतिनिधियों को बुलाने का विरोध किया था। हालांकि, भाजपा ने वह राउंड गंवा दिया था। लेकिन इस बार, भाजपा ने अपने अंकगणित पर काम करना शुरू कर दिया है।
हालांकि लक्ष्य बी पर रुझान नहीं है। भाजपा के प्लान ए में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को सूचना प्रौद्योगिकी संबंधी स्थायी समिति के अध्यक्ष थरूर को रोकना है, जिन्होंने समिति में फेसबुक के प्रतिनिधियों को दो सितंबर को समिति में समन दिया है।
समिति में थरूर के सहयोगी और थरूर के कदम के प्रति भाजपा के विरोध का सामना करते हुए, निशिकांत दुबे ने बिरला को पत्र लिखकर योजना ए के लिए प्रस्ताव तैयार किया है, जहां उन्होंने आचरण संबंधी नियम 283 को लागू करने का आग्रह किया है।
नियम कहता है कि स्पीकर (अध्यक्ष) समय-समय पर एक समिति के अध्यक्ष को ऐसे निर्देश जारी कर सकता है, जैसा कि स्पीकर प्रक्रिया और अपने काम के संगठन को विनियमित करने के लिए आवश्यक समझता है।
सरल शब्दों में कहें तो स्पीकर थरूर को रोकने के लिए कदम उठा सकते हैं, अगर वह परिस्थिति के अनुसार सटीक बैठता है।
दुबे ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, "समिति में किसी को भी बुलाने के लिए हस्ताक्षर करने वाला प्राधिकारी महासचिव होता है, जो लोकसभा अध्यक्ष और अध्यक्ष को रिपोर्ट करता है और किसी को रिपोर्ट नहीं करता है।"
अध्यक्ष की इस अतिव्यापी शक्ति पर बल देते हुए, दुबे ने थरूर के कथित दुराचार के उदाहरणों का हवाला दिया है, जिसमें कथित रूप से समिति के सदस्यों को दरकिनार करना शामिल है।
कई भाजपा सदस्यों ने हालांकि स्वीकार किया है कि थरूर को हटाना स्पीकर के लिए भी आसान काम नहीं है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 21 अगस्त। राज्य शासन ने आज प्रदेश में रात 8.45 बजे तक 768 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। इनमें से सर्वाधिक रायपुर जिले से 253 हैं।
इसके बाद दुर्ग 88, राजनांदगांव 67, सुकमा 53, कांके 49, जांजगीर-चांपा 37, रायगढ़ 33, बस्तर 26, कोरिया 25, बिलासपुर 23, धमतरी 19, गरियाबंद 14, कोंडागांव 11, बलौदाबाजार 9, महासमुंद व कोरबा 8-8, बालोद, दंतेवाड़ा 7-7, जशपुर, बीजापुर 6-6, कबीरधाम 5, नारायणपुर 4, बेमेतरा 3, सरगुजा, सूरजपुर, बलरामपुर 2-2, मुंगेली 1 मरीज मिले हैं।
राज्य में आज कुल 266 मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज किए गए हैं। वहीं 8 कोरोना मरीजों की मृत्यु हुई है।
छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले के फिंगेश्वर थाना क्षेत्र के बनगवां गांव में हाथी का एक नवजात शिशु कीचड़ में फंस गया था जिसे वन कर्मचारियों ने निकाला। यह बच्चा इस जिले में इन दिनों घूम रहे 21 हाथियों के झुंड में आज ही पैदा हुआ है।