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मथुरा (उप्र), 8 अगस्त । उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले के एक अधिवक्ता ने रेलवे से 20 रुपये के लिए 22 साल से अधिक समय तक लड़ाई लड़कर आखिरकार जीत हासिल कर ली है। अब रेलवे को एक माह में उन्हें 20 रुपये पर प्रतिवर्ष 12 प्रतिशत वार्षिक ब्याज लगाकार पूरी रकम चुकानी होगी। साथ ही, आर्थिक व मानसिक पीड़ा एवं वाद व्यय के रूप में 15 हजार रुपये जुर्माने के रूप देने का निर्देश भी दिया गया है।
जिला उपभोक्ता फोरम ने पांच अगस्त को इस शिकायत का निस्तारण करते हुए अधिवक्ता के पक्ष में फैसला किया।
मथुरा के होलीगेट क्षेत्र के निवासी अधिवक्ता तुंगनाथ चतुर्वेदी ने सोमवार को बताया कि 25 दिसंबर 1999 को अपने एक सहयोगी के साथ मुरादाबाद जाने के वास्ते टिकट लेने के लिए वह मथुरा छावनी की टिकट खिड़की पर गए थे। उस समय टिकट 35 रुपये का था। उन्होंने खिड़की पर मौजूद व्यक्ति को 100 रुपये दिए, जिसने दो टिकट के 70 रुपये की बजाए 90 रुपये काट लिए और कहने पर भी उसने शेष 20 रुपये वापस नहीं किए।
चतुर्वेदी ने बताया कि उन्होंने यात्रा सम्पन्न करने के बाद ‘नॉर्थ ईस्ट रेलवे’ (गोरखपुर) तथा ‘बुकिंग क्लर्क’ के खिलाफ मथुरा छावनी को पक्षकार बनाते हुए जिला उपभोक्ता फोरम में शिकायत दर्ज कराई। 22 साल से अधिक समय बाद पांच अगस्त को इस मामले का निपटारा हुआ।
उपभोक्ता फोरम के अध्यक्ष नवनीत कुमार ने रेलवे को आदेश दिया कि अधिवक्ता से वसूले गए 20 रुपये पर प्रतिवर्ष 12 प्रतिशत वार्षिक ब्याज लगाकर उसे लौटाया जाए। सुनवाई के दौरान अधिवक्ता को हुई मानसिक, आर्थिक पीड़ा एवं वाद व्यय के रूप में 15 हजार रुपये बतौर जुर्माना अदा किया जाए।
उन्होंने यह भी आदेश दिया कि रेलवे द्वारा फैसला सुनाए जाने के दिन से 30 दिन के भीतर यदि धनराशि अदा नहीं की जाती, तो 20 रुपये पर प्रतिवर्ष 12 की बजाय 15 प्रतिशत ब्याज लगाकर उसे लौटाना होगा।
अधिवक्ता तुंगनाथ चतुर्वेदी ने कहा, ‘ रेलवे के ‘बुकिंग क्लर्क’ (टिकेट बुक करने वाले कर्मी) ने उस समय 20 रुपये अधिक वसूले थे। उसने हाथ से बना टिकट दिया था, क्योंकि तब कंप्यूटर नहीं थे। 22 से अधिक समय तक संघर्ष करने के बाद आखिरकार जीत हासिल की।’ (भाषा)
नई दिल्ली, 8 अगस्त | नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने सोमवार 8 अगस्त को जेईई (मेंस) के दूसरे सत्र का रिजल्ट भी घोषित कर दिया। जेईई (मेंस) के दूसरे सत्र में 24 छात्रों ने 100 फीसदी अंक हासिल किए हैं। इससे पहले पिछले महीने जारी किए गए जेईई (मेंस) के पहले सत्र में कुल 14 छात्रों ने शत प्रतिशत अंक हासिल किए थे। जेईई (मेंस) के पहले और दूसरे सत्र में कुल मिलाकर 9 लाख से अधिक छात्र शामिल हुए थे। भारत के अलावा जिन अन्य देशों या विदेशी शहरों में यह परीक्षाएं आयोजित की गई थी उनमें दोहा, दुबई, काठमांडू, मस्कट, रियाद, शारजाह, सिंगापुर, कुवैत, लागोस, कोलंबो, जकार्ता, वियना, मॉस्को, व बैंकॉक प्रमुख हैं। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) अब जेईई (मेंस)- 2022 परीक्षा के दोनों सत्रों के रिजल्ट के आधार पर अभ्यर्थियों की रैंक बनाएगी। इन परीक्षाओं में करीब 10 छात्र ऐसे हैं, जिन्होंने पहले सत्र में 100 फीसदी अंक हासिल किए बावजूद इसके इन छात्रों ने दूसरे सत्र की भी परीक्षा दी और दूसरे सत्र की परीक्षाओं में भी इन छात्रों ने 100 फीसदी अंक हासिल किए हैं।
गौरतलब है कि जेईई मेंस में अच्छा प्रदर्शन करने वाले छात्र जेईई एडवांस की परीक्षा दे सकेंगे। जेईई एडवांस में अच्छी रैंक हासिल करने वाले छात्रों को देशभर के आईआईटी संस्थानों समेत देश के विख्यात इंजीनियरिंग संस्थानों में दाखिला मिलेगा।
जेईई (मेंस) के दूसरे सत्र में जिन 24 छात्रों ने 100 फीसदी अंक हासिल किए हैं। उनमें महाराष्ट्र से सरनाईक मोहन सकाला, राजस्थान से नव्या, मयंक मोटवानी, कृष्णा शर्मा और पार्थ भारद्वाज, हरियाणा से सार्थक माहेश्वरी, असम से स्नेहा पारीक, बिहार से अरुदीप कुमार, पंजाब से मृणाल गर्ग, आंध्र प्रदेश से कोय्याना सुहास, रवि किशोर, मेंदा हिमा वामसी, पल्ली जलजकशि और कार्तिकेय, तेलंगाना से रूपेश बियानी, धीरज, जस्ती यशवंत, शिवा नागा वैंकटा आदित्य, अनिकेत चट्टोपाध्याय, केरल से थॉमस बीजू, कर्नाटक से बोया हरेन साथविक, झारखंड से कुशाग्र श्रीवास्तव, उत्तर प्रदेश से कनिष्क शर्मा और सुमित्रा गर्ग शामिल हैं।
इनमें से कई छात्रों ने जेईई मेंस के पहले सत्र में भी सत्र में भी 100 फीसदी अंक हासिल किए थे। इनमें सार्थक माहेश्वरी, अनिकेत चट्टोपाध्याय, धीरज, कोय्यन्ना सुहास, कुशाग्र श्रीवास्तव, मृणाल गर्ग, स्नेहा पारीक, राजस्थान से नव्या शामिल है।
एनटीए की वरिष्ठ निदेशक (परीक्षा) डॉ. साधना पाराशर के मुताबिक परीक्षा प्रणाली को पारदर्शी बनाने के लिए परीक्षार्थियों द्वारा सत्यापन के लिए उत्तर कुंजी के साथ प्रश्नपत्र और दर्ज प्रतिक्रियाओं को वेबसाइट पर प्रदर्शित किया गया था। विषय विशेषज्ञों द्वारा सत्यापित करने के बाद संशोधित उत्तर कुंजी वेबसाइट पर प्रकाशित की गई थी।
एनटीए परिसर में एक कंट्रोल रूम खोला गया था, जहां भारत के सभी परीक्षा केंद्रों के लाइव कवरेज के निरीक्षण के लिए आभासी पर्यवेक्षकों को तैनात किया गया था। परीक्षा में कदाचार को रोकने के लिए सीसीटीवी से लाइव निगरानी की गई। एनटीए ने दूरस्थ स्थान को लाइव देखने और एनटीए स्थित नियंत्रण कक्ष सभी परीक्षा केंद्रों के सीसीटीवी सिस्टम की रिकॉर्डिग की व्यवस्था भी की है। प्रति पाली में लगभग 35000 कैमरे लगाए गए थे।
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने रिजल्ट जारी करने के साथ ही बताया कि परीक्षा के दौरान परीक्षार्थियों द्वारा मोबाईल नेटवर्क का उपयोग कर मोबाईल या किसी अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण के माध्यम से किए जाने वाले नकल जैसे कदाचार को रोकने के लिए सभी केंद्रों पर जैमर लगाए गए थे। सभी 14 पालियों की प्रति पाली में कुल लगभग 29000 जैमर लगाए गए थे। परीक्षाएं कोविड-19 संबंधी सावधानियों के साथ आयोजित की गई। (आईएएनएस)|
बेलगावी (कर्नाटक), 8 अगस्त | कर्नाटक के बेलगाम शहर में एक तेंदुए के देखे जाने के बाद सोमवार को 11 स्कूलों में छुट्टी घोषित की गई। वन एवं पुलिस विभाग की टीम तेंदुए की तलाश कर रही है। स्थानीय लोगों ने रविवार को क्लब रोड के पास गोल्फ ग्राउंड में एक तेंदुआ देखा था। जाधवनगर में शुक्रवार को तेंदुए ने एक मजदूर पर हमला कर दिया। इसमें शामिल जोखिमों को ध्यान में रखते हुए, शिक्षा विभाग ने गोल्फ ग्राउंड के आसपास के क्षेत्रों में स्थित स्कूलों के लिए अवकाश घोषित कर दिया।
इस बीच, जंगल और पुलिस विभाग के अधिकारियों ने तेंदुए को पकड़ने के लिए संयुक्त अभियान चलाया। लोगों को उनकी गतिविधियों के दौरान सतर्क रहने के लिए कहा गया है और उन्हें निर्देश दिया गया है कि वे अपने बच्चों को बाहर न भेजें।(आईएएनएस)|
नई दिल्ली, 8 अगस्त | भारत में सोमवार को पिछले 24 घंटों के दौरान कोविड-19 के 16,167 नए मामले दर्ज किए गए। यह आंकड़े रविवार को सामने आए 18,738 से कम है। इसकी जानकारी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को दी। इस दौरान देशभर में कोविड-19 से 41 लोगों की मौत हुई। जिससे मरने वालों की संख्या 5,26,730 हो गई है। वहीं 15,549 मरीज महामारी से ठीक भी हुए है।
देशभर में कोरोना वायरस से ठीक होने वाले लोगों की कुल संख्या 4,34,99,659 हो गई है। नतीजतन, भारत का रिकवरी रेट 98.50 प्रतिशत है।
इस बीच, भारत का डेली पॉजिटिविटी रेट मामूली रूप से बढ़कर 6.14 प्रतिशत हो गया है, जबकि देश में वीकली पॉजिटिविटी रेट वर्तमान में 4.64 प्रतिशत है।
साथ ही इसी अवधि में, देश भर में कुल 2,63,419 कोविड टेस्ट किए गए, जिससे कुल संख्या बढ़कर 87.81 करोड़ से अधिक हो गई। (आईएएनएस)|
ललितपुर, 8 अगस्त | ललितपुर के एक नेता ने गुस्से में 16 साल के एक गरीब लड़के की नाक काट दी, सूत्रों ने सोमवार को यह जानकारी दी। खून से लथपथ लड़के को शनिवार रात स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया और बाद में इलाज के लिए झांसी मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया।
खबरों के मुताबिक, अभय नामदेव नाम का लड़का घरेलू सहायक का काम करता है। एक छोटी सी बात पर नेता उससे नाराज हो गए और उसकी नाक काट दी।
लड़के के परिवार ने अभी तक कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई है, इसलिए मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
इस बीच एसपी ललितपुर निखिल पाठक ने बताया कि आरोपी की पहचान सचिन साहू के रूप में हुई है, जिन्हें मानसिक रूप से परेशान बताया जा रहा है। (आईएएनएस)|
नोएडा, 8 अगस्त | यहां के सेक्टर-93बी स्थित ग्रैंड ओमेक्स सोसाइटी में रविवार रात कथित भाजपा नेता श्रीकांत त्यागी के करीब 12 गुर्गे घुस गए और अभद्रता और छेड़छाड़ का मामला दर्ज कराने वाली महिला के फ्लैट में जाकर धमकी देने लगे। शोर सुनकर सोसाइटी के लोग जुटे तो गुर्गो ने उनसे बदसलूकी करते हुए मारपीट कर दी। घटना की सूचना मिलते ही सोसाइटी के सैकड़ों लोग जमा हो गए सोसाइटी में 1 घंटे तक हंगामा होता रहा। अफरा-तफरी के बीच 5 आरोपी फरार हो गए, जबकि 7 बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
इस मामले में पुलिस कमिश्नर ने लापरवाही के मामले में देर रात एसएचओ फेस टू सुजीत उपाध्याय को निलंबित कर दिया है। पुलिस कमिश्नर के मुताबिक, श्रीकांत त्यागी के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई होगी और उसकी अवैध संपत्तियों को जप्त किया जाएगा 1 से 2 दिनों में उस पर इनाम भी घोषित किया जाएगा।
रविवार देर रात हुए इस बवाल में मौके पर गौतमबुद्ध नगर के सांसद डॉ. महेश शर्मा, पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह, गौतम बुद्ध नगर के जिलाधिकारी सुहास एलवाई, नोएडा के विधायक पंकज सिंह समेत कई अधिकारी पहुंच गए। लोगों को समझाया-बुझाया गया और बताया गया कि श्रीकांत त्यागी पर जल्द कड़ी कार्रवाई होगी। (आईएएनएस)|
नोएडा पुलिस दिल्ली से लेकर लखनऊ तक आरोपी श्रीकांत त्यागी की तलाश कर रही है। पुलिस की 12 टीमें 15 ठिकानों पर दबिश दे रही है। रविवार को पुलिस ने नोएडा, दिल्ली, लखनऊ, गाजियाबाद, मेरठ से लेकर अन्य शहरों में संभावित ठिकानों और दोस्तों और रिश्तेदारों के घरों को खंगालना शुरू किया, लेकिन श्रीकांत का कोई भी सुराग नहीं मिला।
बैतूल, 8 अगस्त | मध्य प्रदेश के बैतूल जिले में महिलाआंे को देखकर कपड़े उतारने वाले युवक को कुछ लोगों ने पेट्रोल डालकर आग लगा दी थी, इस मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को हिरासत में ले लिया है। जिले के बीजोदही थाना क्षेत्र के काजली गांव में एक युवक गांव की महिलाओं एवं बच्चियों को देखकर अक्सर अपने कपड़े उतार लेता था और अश्लील हरकतें करता था, जिससे गांव की महिलाएं और बच्च्यिां सहित उनके परिजन खासे परेशान थे। इसी के चलते गांव के ही लोगों ने उसे निर्वस्त्र कर पेट्रोल डालकर आग लगा दी थी, जिससे कमर से नीचे का हिस्सा झुलस गया था।
बीजादेही थाना प्रभारी बीएल उइके ने बताया कि इस मामले में सुदेश कवड़े और कृष्णा उइके को हिरासत में लिया गया और जब उनसे पूछताछ की गई तो दोनों ने बताया कि दीपचंद गांव की महिलाओं एवं बच्चियों के सामने अपने कपड़े उतारकर अश्लील हरकतें करता था, जिससे गांव की महिलाएं, बच्चियां सहित ग्रामीण बुरी तरह से परेशान थे। ग्रामीणों द्वारा कई मर्तबा दीपचंद को ऐसा नहीं करने की हिदायत भी दी, लेकिन वह नहीं माना। गुस्से में आकर ग्रामीणों ने दीपचंद के कपड़े उतारे और उस पर थोड़ा सा पेट्रोल छिडकर कमर के निचले हिस्से में आग लगा दी, जिससे वह झुलस गया।
उइके ने बताया कि दोनों आरोपियों पर धारा 294, 324, 506, 34 का मामला दर्ज किया है। मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद इस प्रकरण में धाराएं बढ़ाई जा सकती हैं। घायल को डायल 100 की मदद से चिचोली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है, जहां उसका उपचार किया जा रहा है। (आईएएनएस)|
कटनी, 8 अगस्त | देश में आजादी के अमृत महोत्सव के तहत हर घर तिरंगा फहराए जाने का अभियान चल रहा है, इस दौरान मध्य प्रदेश के कटनी जिले को खास तौर पर याद किया जा रहा है, क्योंकि आजादी से पहले यहां हर घर और दुकान पर आम लोगों ने तिरंगा फहराया था। ऐतिहासिक तथ्य इस बात की गवाही दे रहे हैं कि देश के आजाद होने के पहले ही कटनी जिले के नागरिकों ने राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा के प्रति अगाध प्रेम, राष्ट्रीयता और देशभक्ति का जज्बा दिखाते हुए यहां के हर घर, हर दुकान और प्रतिष्ठान में तिरंगा फहरा दिया था। इतिहास में दर्ज 26 जनवरी 1930 की तारीख। इस दिन कटनीवासियों ने संपूर्ण स्वराज के संकल्प का ऐलान कर गली-चौराहों में जुलूस निकाला था।
आजादी के 75वें वर्ष अमृत महोत्सव में 13 से 15 अगस्त तक हर घर तिरंगा अभियान को सफल बनाने का हर कोई संकल्प ले रहा है, आज से करीब 92 साल पहले भी कटनीवासियों ने 26 जनवरी 1930 को पूर्ण स्वाधीनता के संकल्प के साथ हर घर, हर दुकान में राष्ट्रीय तिरंगा फहराया था। इस दौरान जुलूस निकाला गया था और जुलूस में शामिल हर देशभक्त के हाथ में आन-बान और शान का प्रतीक तिरंगा लहरा रहा था। इसी जोश और जज्बे के साथ एक बार फिर कटनीवासी 'हर घर तिरंगा' अभियान में हर घर, हर संस्थान में राष्ट्रीय ध्वज फहराने की तैयारी में है।
इस मौके पर स्कूल, कॉलेज, शैक्षणिक संस्थानों सहित निजी प्रतिष्ठानों व्यापारिक और सामाजिक संगठनों ने भी आजादी के 75वें वर्ष के इस अनूठे अभियान में सहभागी बनकर हर घर तिरंगा अभियान का हिस्सा बनने का संकल्प लिया है।
मौजूदा तथ्य इस बात की गवाही देते हैं कि समूचे देश के साथ कटनी में भी 26 जनवरी 1930 को पहली बार स्वतंत्रता दिवस मनाया गया। कटनी, सिहोरा, सिलौडी़, उमरियापान, विजयराघवगढ़ आदि स्थानों पर तिरंगा फहराकर और जुलूस निकाल कर आजादी के दीवानों ने पूर्ण स्वाधीनता का संकल्प लिया था। उस दिन कटनी तहसील (मुड़वारा) में विशाल जुलूस निकाला गया, हर व्यक्ति के हाथ में तिरंगा था।
जुलूस की समाप्ति पर शहर के जवाहर चौक में एक आमसभा हुई थी, जिसमें बड़ी ही ओजस्वी वाणी में स्वाधीनता का घोषणा-पत्र पढ़कर जन-समूह को सुनाया गया था। साथ ही जनता को स्वाधीनता का संकल्प भी दिलाया गया था।
स्थानीय लोग बताते हैं कि आजादी के प्रति कटनी की जनता को जागरूक और प्रेरित करने में बाबू हनुमंत राव, राधेश्याम, पं. गोविंद प्रसाद खम्परिया, नारायण दत्त शर्मा, ईश्वरी प्रसाद खंपरिया, अमरनाथ पांडे, पूरनचंद्र शर्मा, भैया सिंह ठाकुर, पं. नारायण प्रसाद तिवारी और खुशालचंद्र बिलैया की महती भूमिका रही थी। अंग्रेजी हुकूमत की दमनकारी नीतियों की वजह से कटनी के कई सेनानी शहीद होने और अंग्रेजों की प्रताड़ना झेलने के बाद भी गुमनाम रह गए। (आईएएनएस)|
अमरावती, 8 अगस्त (आईएएनएस)| आंध्र प्रदेश के प्रकाशम जिले में सोमवार तड़के एक सड़क दुर्घटना में पांच लोगों की मौत हो गई। प्रकाशम जिले में कुंबम के पास एक कार और ट्रक के बीच जोरदार टक्कर हो गई। कार सवार सभी पांच लोगों की मौके पर ही मौत हो गई।
हादसा अमरावती-अनंतपुर हाईवे पर हुआ। तीन महिलाओं समेत मृतक माचेरला से तिरुपति जा रहे थे।
मृतकों की पहचान अनिमी रेड्डी (60), गुरवम्मा (60), अनंतम्मा (55), आदिलक्ष्मी (58) और नागी रेड्डी (24) के रूप में हुई है।
हादसे की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को पोस्टमार्टम के लिए पास के सरकारी अस्पताल में भेज दिया।
मृतक पलनाडु जिले के वेलदुरती मंडल के सिरिगिरीपाडु गांव का रहने वाला था।
पुलिस को अंदेशा है कि ओवरस्पीडिंग के कारण टक्कर हुई। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि उन्होंने मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है। (आईएएनएस)|
बेंगलुरु, 8 अगस्त | कर्नाटक पुलिस ने बेंगलुरु में गायों के साथ अप्राकृतिक यौन संबंध बनाने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी। मंजूनाथ के रूप में पहचाने जाने वाले 34 वर्षीय, मांड्या जिले के मद्दुर शहर के पास गेज्जलागेरे गांव का निवासी है। चंद्र लेआउट पुलिस ने उसके दोस्त की शिकायत पर उसे रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस के अनुसार, आरोपी को गायों के साथ अप्राकृतिक यौन संबंध बनाने की आदत हो गई थी, जिसके लिए वह अपने गांव से बेंगलुरु विश्वविद्यालय ज्ञानभारती परिसर में जाता था।
वह परिसर के खेतों में चरने वाली गायों को सुनसान जगहों, झाड़ियों में ले जाता और अप्राकृतिक यौन संबंध बनाता।
मंजूनाथ की कमजोर मानसिकता के कारण उसके परिवारवालों ने सारे रिश्ते-नाते खत्म कर दिए, जिसके बाद वह बेंगलुरु आया और अपने दोस्त के यहां रहने लगा।
घर में गाय रखने वाले शशिकुमार के साथ रहने के दौरान आरोपी ने गायों के साथ अप्राकृतिक यौन संबंध बनाए। शक होने पर शशिकुमार ने उसकी हरकतें देखीं और उसे रंगेहाथ पकड़ लिया।
बाद में आरोपी को घसीटकर थाने लाया गया। पुलिस ने आरोपी पर पशु क्रूरता रोकथाम अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। (आईएएनएस)|
चेन्नई, 8 अगस्त | तमिलनाडु सरकार ने लोगों से ऑनलाइन गेम पर प्रस्तावित कानून पर राय देने का अनुरोध किया है। सरकार शुक्रवार से पहले माता-पिता, छात्रों, शिक्षकों, युवाओं, मनोवैज्ञानिकों, राजनीतिक नेताओं और ऑनलाइन गेम प्रदाताओं सहित स्टेकहॉल्डर्स से इनपुट चाहती है।
राज्य सरकार ने सोमवार को एक बयान में कहा कि सभी राजनीतिक नेताओं, मनोवैज्ञानिकों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने लोगों के जीवन में ऑनलाइन गेम के नकारात्मक प्रभावों का हवाला दिया है।
आलोचकों ने यह भी बताया है कि महिलाओं सहित कई लोग ऑनलाइन गेम की लत के कारण खुद अपनी जान ले रहे हैं और भारी कर्ज की दलदल में फंस रहे हैं।
रम्मी सहित ऑनलाइन गेम खेलने के नुकसान के कारण बढ़ते कर्ज के कारण हाल के दिनों में तमिलनाडु में 20 मौतें हुई हैं।
तमिलनाडु सरकार ने नए ऑनलाइन गेमिंग कानून पर सिफारिशें प्रदान करने के लिए न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) के चंद्रू की अध्यक्षता में एक पैनल का गठन किया था। राज्य सरकार स्टेकहोल्डर्स से इनपुट मिलने के बाद जस्टिस चंद्रू कमेटी की रिपोर्ट पर विचार करेगी।
राज्य सरकार ने बयान में कहा कि आम जनता शुक्रवार से पहले आधिकारिक वेबसाइट पर इनपुट दे सकती है।
संगठन, जो व्यक्तिगत रूप से संबंधित अधिकारियों से मिलना चाहते हैं, उन्हें मंगलवार को शाम 5 बजे से पहले एक अनुरोध प्रस्तुत करना होगा।
इन संगठनों को टाइम स्लॉट प्रदान किया जाएगा और उनका परामर्श गुरुवार से शुरू होगा और संगठनों को अपना समय स्लॉट आरक्षित करने के बाद ही संबंधित अधिकारियों से मिलने की अनुमति दी जाएगी। (आईएएनएस)|
निशांत अरोड़ा
नई दिल्ली, 7 अगस्त | देश में जहां लाखों स्मार्टफोन और इंटरनेट उपयोगकर्ता 5जी लॉन्च होने के साथ-साथ बेहतर गति का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, वहीं देश को विनिर्माण, स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा, कृषि, वित्तीय समावेशन और कई उद्योगों में समान रूप से उच्च दक्षता की जरूरत है। दूसरी ओर, डिजिटल परिवर्तन की प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए, जो कि परिसर में निजी कैप्टिव 5जी नेटवर्क के उपयोग के माध्यम से ही प्राप्त किया जा सकता है।
निजी 5जी कैप्टिव नेटवर्क हाई स्पीड, बढ़ी हुई डेटा क्षमता, और एक बंद विनिर्माण इकाई, अस्पताल, हवाईअड्डे और शिपिंग पोर्ट के अंदर अल्ट्रा-लो लेटेंसी एपलीकेशन की तैनाती को लेकर है।
काउंटरप्वाइंट रिसर्च के वाइस प्रेसिडेंट नील शाह के अनुसार, ऐसे निजी 5जी नेटवर्क स्वयं-सेवारत नेटवर्क होने जा रहे हैं, जो बड़े उद्यमों, कारखानों, बंदरगाहों, खदानों और विश्वविद्यालयों जैसे परिसरों के साथ आदर्श रूप से अनुकूल हैं।
शाह ने आईएएनएस को बताया, "इन उद्यमों को कई इंटरनेट ऑफ थिंग्स (एलओटी) अनुप्रयोगों को जोड़ने के लिए अपने स्वयं के स्पेक्ट्रम का कुशलतापूर्वक उपयोग करने से लाभ होगा।"
यह उत्पादकता और दक्षता बढ़ाने के लिए स्मार्टफोन, टैबलेट, पीसी और संवर्धित वास्तविकता (एआर) चश्मा जैसे उद्यम उपकरणों के लिए सुरक्षित, उच्च गति और कम विलंबता ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी प्रदान करेगा।
शाह ने बताया, "निजी नेटवर्क पर उद्यम निर्माण का पूरा व्यावसायिक मामला स्व-डिजाइन, सेवा स्तर समझौते (एसएलए) लागत संरचना द्वारा संचालित होता है, क्योंकि स्पेक्ट्रम अब सार्वजनिक-साझा संसाधन नहीं है, इसके अलावा सेलुलर-ग्रेड सुरक्षा और डेटा संप्रभुता प्रदान करने के अलावा डेटा आदर्श रूप से परिसर नहीं छोड़ रहा है।"
दूरसंचार विभाग ने विभिन्न बैंडों में स्पेक्ट्रम की नीलामी के लिए आवेदन (एनआईए) आमंत्रित करने के अपने नोटिस में कैप्टिव गैर-सार्वजनिक नेटवर्क (सीएनपीएन) या निजी 5 जी कैप्टिव नेटवर्क के विषय पर स्पष्ट स्पष्टता प्रदान की।
सीएनपीएन पर एनआईए की धारा 2.4 ने यह सिद्धांत निर्धारित किया है कि सीएनपीएन को चार संभावित तरीकों में से किसी एक में स्थापित किया जा सकता है, जिसमें गैर-दूरसंचार वर्टिकल के लिए सीएनपीएन सीधे डीओटी से स्पेक्ट्रम प्राप्त कर सकते हैं और अपना अलग नेटवर्क स्थापित कर सकते हैं।
ब्रॉडबैंड इंडिया फोरम (बीआईएफ) के अध्यक्ष टीवी रामचंद्रन के अनुसार, एक दूरसंचार लाइसेंसधारी द्वारा स्थापित एक सार्वजनिक दूरसंचार नेटवर्क अनिवार्य रूप से ऐसा होना चाहिए जो जनता की विभिन्न जरूरतों को अनुकूलित करता हो।
"यह विशिष्ट उद्यम उच्च और विशिष्ट एसएलए (सेवा-स्तरीय समझौते) को पूरा करने की स्थिति में नहीं होगा जो विशिष्ट उद्योग वर्टिकल की विशेषता है। उदाहरण के लिए, मारुति-सुजुकी ऑटोमोटिव कारखाने के लिए अपोलो अस्पताल या आईआईटी दिल्ली परिसर से जरूरतें काफी भिन्न होंगी।"
जर्मनी में नियामक प्राधिकरण ने हाल ही में कहा था कि कई उद्यमों के लिए कैंपस नेटवर्क का संचालन नई, डिजिटल व्यावसायिक प्रक्रियाओं को शुरू करने से जुड़ा हुआ है।
"संख्याओं का प्रावधान डिजिटल प्रौद्योगिकी के प्रसार में एक महत्वपूर्ण योगदान का प्रतिनिधित्व करता है। यह बड़े औद्योगिक उद्यमों के साथ-साथ छोटे और मध्यम आकार के उद्यमों (एसएमई) को अपने स्वयं के ब्रॉडबैंड स्पेक्ट्रम असाइनमेंट और नंबरों के साथ निजी परिसर नेटवर्क संचालित करने के इच्छुक हैं।"
निजी 5जी नेटवर्क के साथ, उद्यम सभी के लिए बिना लाइसेंस वाले वाई-फाई स्पेक्ट्रम के बजाय लाइसेंस प्राप्त सेलुलर स्पेक्ट्रम का उपयोग करेंगे।
हालांकि, उद्योग के विशेषज्ञों के अनुसार, यह अभी भी स्पष्ट नहीं है कि क्या उद्यमों के लिए अपने स्वयं के लाइसेंस प्राप्त स्पेक्ट्रम-आधारित कैप्टिव सेलुलर नेटवर्क का निर्माण करना या मोबाइल नेटवर्क ऑपरेटर (एमएनओ) से स्पेक्ट्रम पट्टे पर लेना या एमएनओ से नेटवर्क सलाइज खरीदना पर्याप्त आकर्षक है।
शाह ने आईएएनएस से कहा, "निजी नेटवर्क से जुड़े उपकरणों के पैमाने और कुशल स्पेक्ट्रम उपयोग को देखते हुए यह निर्धारित करने में कम से कम चार से पांच साल लगेंगे कि क्या यह आपके निजी निजी नेटवर्क को तैनात करने के लिए पर्याप्त विवेकपूर्ण है।"
भारत शुरू में बाजार में कई परिनियोजन परिदृश्यों को देखेगा और आकार, जरूरतों और उद्यम के निष्पादन के आधार पर यह स्पष्ट होगा कि कौन सा परिदृश्य उपयुक्त और व्यवहार के लायक है। (आईएएनएस)|
गुरुग्राम, 7 अगस्त | गुरुग्राम में रविवार सुबह भारी बारिश दर्ज की गई, जिससे कई इलाकों में जलभराव और यातायात बाधित हो गया। पालम विहार, शीतला कॉलोनी, सूरत नगर, सेक्टर-14, चक्करपुर, राजीव नगर, संजय ग्राम और कई अन्य जगहों पर बारिश का पानी घरों में घुस गया।
शहर की कई सड़कें, दिल्ली-जयपुर एक्सप्रेस-वे औसतन 3-4 फीट पानी में डूब गया।
हीरो होंडा चौक के पास दिल्ली-जयपुर एक्सप्रेसवे (एनएच-48) सर्विस लेन, इफको चौक, झारसा चौक, सेक्टर-31, नरसिंहपुर, सोहना रोड, बसई चौक, सोहना चौक, हनुमान चौक, एटलस चौक, आर्टेमिस रोड, कन्हाई चौक, गोल्फ कोर्स रोड, वाटिका चौक, सुभाष चौक, बघतावर चौक, अतुल कटारिया चौक, कापसहेड़ा बॉर्डर, उद्योग विहार, जोकबपुरा, सदर बाजार, महावीर चौक, मेदांता अंडरपास के पास डुंडाहेरा और ज्वाला चक्की सबसे ज्यादा प्रभावित इलाके रहे।
इन इलाकों के अलावा शीतला माता रोड, संजय ग्राम रोड, पुरानी दिल्ली रोड, पालम विहार रोड, करतापुरी चौक, सेक्टर-4 रोड, उद्योग विहार और सिग्नेचर टावर चौक भी जलभराव से बुरी तरह प्रभावित रहा।
कई हिस्सों में जलभराव के कारण वाहनों का आवागमन बाधित हो गया।
छुट्टी के बावजूद यातायात बुरी तरह प्रभावित रहा। ट्रैफिक चालू रखने के लिए जद्दोजहद करते हुए पुलिसकर्मी घुटने भर पानी में खड़े नजर आए।
लोगों ने ट्विटर पर अपने क्षेत्रों की तस्वीरें और वीडियो पोस्ट की।
पुराने गुरुग्राम में शहर का बस स्टैंड और आसपास का इलाका बारिश के पानी में पूरी तरह डूब गया।
रविवार सुबह करीब 8 बजे हल्की बारिश शुरू हुई और सुबह 8.30 बजे से 10.40 बजे तक तेज बारिश हुई।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, "भारी बारिश ने गुरुग्राम में यातायात को बाधित कर दिया। गुरुग्राम नगर निगम, गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण और अन्य विभाग बारिश के पानी को पंपों और अन्य मशीनों की मदद से निकालने के काम में लगे हैं।" (आईएएनएस)|
हैदराबाद, 7 अगस्त | तेलंगाना में कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देने के दो दिन बाद रविवार को दासोजू श्रवण भाजपा में शामिल हो गए। कांग्रेस पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय प्रवक्ता तेलंगाना के प्रभारी महासचिव तरुण चुग की उपस्थिति में नई दिल्ली में वो भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए।
केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जी. किशन रेड्डी, सांसद के.लक्ष्मण, पूर्व सांसद विवेक वेंकस्वामी, वरिष्ठ नेता मुरलीधर राव और अन्य नेता मौजूद थे।
तरुण चुग ने औपचारिक रूप से श्रवण का पार्टी सदस्यता कार्ड भेंट कर स्वागत किया।
श्रवण ने संवाददाताओं से कहा कि राज्य के विकास के लिए तेलंगाना में राजनीतिक बदलाव की जरूरत है।
उन्होंने आरोप लगाया कि तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के कई नेता कैसीनो आयोजक चिकोटी प्रवीण के साथ हैं, जिनसे हाल ही में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कथित फेमा उल्लंघन के लिए पूछताछ की थी।
श्रवण ने कहा कि टीआरएस नेता राज्य को लूटने में व्यस्त हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि टीआरएस ने राज्य को कर्ज के जाल में फंसाया है। उन्होंने कहा, केसीआर को सत्ता से हटाने का समय आ गया है।
तरुण चुग ने कहा कि श्रवण भाजपा में शामिल हुए क्योंकि वह पार्टी द्वारा किए गए विकास कार्यों से आकर्षित हैं।
उन्होंने दावा किया कि केवल भाजपा ही टीआरएस का विकल्प दे सकती है।
विवेक वेंकस्वामी ने कहा कि श्रवण के पार्टी में शामिल होने से राज्य में भाजपा मजबूत होगी।
श्रवण ने शुक्रवार को कांग्रेस पार्टी से इस्तीफे की घोषणा की थी।(आईएएनएस)|
नई दिल्ली, 7 अगस्त | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नीति आयोग की संचालन परिषद की सातवीं बैठक की अध्यक्षता की। बैठक रविवार को राष्ट्रपति भवन के सांस्कृतिक केंद्र में चली। इस बैठक में दो बड़े नेता तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शामिल नहीं हुए।
केसीआर ने प्रधानमंत्री को एक पत्र लिखा था, जिसमें कहा गया था कि यह निर्णय तेलंगाना सहित राज्यों के खिलाफ केंद्र के कथित भेदभाव के खिलाफ उनके विरोध को चिह्न्ति करने के लिए है।
नीतीश कुमार हाल ही में कोविड-19 से उबरे हैं। उन्होंने बैठक में शामिल नहीं होने का फैसला किया।
यह बैठक जुलाई 2019 के बाद से गवर्निग काउंसिल की पहली व्यक्तिगत बैठक है।
नीति आयोग के शीर्ष निकाय परिषद में सभी मुख्यमंत्री, केंद्र शासित प्रदेशों के लेफ्टिनेंट गवर्नर और कई केंद्रीय मंत्री शामिल हैं। प्रधानमंत्री नीति आयोग के अध्यक्ष हैं।
बैठक के एजेंडे में फसल विविधीकरण और तिलहन और दलहन और कृषि-समुदायों, राष्ट्रीय शिक्षा नीति-स्कूली शिक्षा का कार्यान्वयन, राष्ट्रीय शिक्षा नीति-उच्च शिक्षा का कार्यान्वयन और शहरी शासन में आत्मनिर्भरता हासिल करना शामिल है। (आईएएनएस)|
अहमदाबाद, 7 अगस्त | मध्य प्रदेश के इंटेलीजेंस ब्यूरो के एक अधिकारी को अपनी पत्नी की हत्या करवाने के आरोप में अहमदाबाद में गिरफ्तार किया गया है। अहमदाबाद पुलिस ने हत्याकांड में शामिल दो अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया है। अधिकारी की पहचान तेलंगाना के मूल निवासी राधाकृष्ण दुधेला के रूप में हुई है, जो मध्य प्रदेश में कार्यरत था।
पुलिस उपायुक्त बी.यू. जडेजा ने मीडियाकर्मियों से कहा, लोकल क्राइम ब्रांच की टीम ने तेलंगाना से राधाकृष्ण दुधेला को कथित तौर पर अपनी पत्नी की हत्या की साजिश रचने और कॉन्ट्रैक्ट देने के आरोप में गिरफ्तार किया है। पिछले हफ्ते अहमदाबाद में उनकी पत्नी मनीषा की हत्या कर दी गई थी। उन्हें शनिवार शाम अहमदाबाद लाया गया और गिरफ्तार किया गया।
राधाकृष्ण इंटेलीजेंस ब्यूरो में सेवारत हैं और पिछले दस साल से मध्य प्रदेश में तैनात हैं।
पुलिस अधिकारी ने कहा कि पिछले हफ्ते उन्हें वेजलपुर के एक रिहायशी इलाके से एक महिला का शव मिला था। पुलिस ने शुरू में इस मामले को आकस्मिक मौत के रूप में दर्ज किया, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हत्या की बात सामने आई। जांच के दौरान पुलिस को सीसीटीवी फुटेज मिली, जिसमें दो व्यक्तियों की संदिग्ध गतिविधियां दिखाई दे रही हैं, जो एक बाइक पर रिहायशी इलाके में आए थे। पुलिस ने पाया कि बाइक किराए पर ली गई थी।
बाइक मालिक से पूछताछ करने पर खलील उद्दीन और उसके दो साथियों जावेद और सतीश का नाम सामने आया, जिन्होंने महिला की हत्या की थी।
बताया जाता है कि खलील ने पुलिस के सामने कुबूल किया कि दुधेला ने घरेलू विवादों से तंग आकर उन्हें 15,000 रुपये देकर इस हत्या को अंजाम देने को कहा था। (आईएएनएस)|
नई दिल्ली, 7 अगस्त | गाजियाबाद से 30 किलोमीटर दूर स्तिथ मुरादनगर के सुराना गांव में 12वीं सदी से ही लोग रक्षाबंधन का त्योहार नहीं मनात हैं। इस गांव की बहू तो अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधती हैं, लेकिन इस गांव की लड़कियां रक्षाबंधन का त्योहार नहीं मनाती। इतना ही नहीं इस गांव के लोग यदि कहीं दूसरी जगह भी जाकर बस जाते हैं तो वह भी रक्षाबंधन का त्योहार नहीं मनाते हैं। गांव के लोग इस दिन को काला दिन भी मानते हैं। सुराना गांव पहले सोनगढ़ के नाम से जाना जाता था। सुराना एक विशाल ठिकाना है छाबड़िया गोत्र के चंद्रवंशी अहीर क्षत्रियों का।
राजस्थान के अलवर से निकलकर छाबड़िया गोत्र के अहीरों ने सुराना में छोटी सी जागीर स्थापित कर गांव बसाया। ग्राम का नाम सुराना यानि 'सौ' 'राणा' शब्द से मिलकर बना है।
ऐसा माना जाता है कि, जब अहीरों ने इस गांव को आबाद किया तब वे संख्या में सौ थे और राणा का अर्थ होता है योद्धा इसीलिए उन सौ क्षत्रीय अहीर राणाओं के नाम पर ही इस ठिकाने का नाम सुराना पड़ गया। गांव की कुल आबादी 22 हजार के करीब है, इसमें अधिकतर निवासी रक्षाबंधन का त्यौहार नहीं मनाते। क्यूंकि वह छाबड़िया गौत्र से हैं और वह इस दिन को अपशगुन मानते हैं। हालांकि जो लोग बाद में यहां निवास करने आए वह भी गांव की इस परंपरा को मानने लगे हैं।
इसके अलावा जो लोग गांव छोड़कर दूसरी जगह निवास करने चले गए हैं, वह भी रक्षाबंधन को नहीं मनाते। इसके साथ ही गांव में हर घर से एक व्यक्ति सेना या पुलिस में अपनी सेवा दे रहा है और हर साल उनके हाथों की कलाई सुनी रह जाती है।
गांव निवासी छाबड़िया राहुल सुराना ने आईएएनएस को बताया कि, छाबड़िया गौत्र के कोई भी व्यक्ति रक्षाबंधन का त्यौहार नहीं मनाता है। सैकड़ों साल पहले राजस्थान से आए पृथ्वीराज चौहान के वंशज सोन सिंह राणा ने हिंडन नदी के किनारे डेरा डाला था। जब मोहम्मद गौरी को पता चला कि सोहनगढ़ में पृथ्वीराज चौहान के वंशज रहते हैं, तो उसने रक्षाबंधन वाले दिन सोहनगढ़ पर हमला कर औरतों, बच्चों, बुजुर्ग और जवान युवकों को हाथियों के पैरों तले जिंदा कुचलवा दिया।
गांव के लोगों के मुताबिक, इस गांव में मोहम्मद गोरी ने कई बार आक्रमण किए। लेकिन हर बार उसकी सेना गांव में घुसने के दौरान अंधी हो जाती थी। क्यूंकि देवता इस गांव की रक्षा करते थे। वहीं रक्षाबंधन के दिन देवता गंगा स्नान करने चले गए थे। जिसकी सूचना मोहम्मद गौरी को लग गई और उसी का फायदा उठाकर मोहम्मद गोरी ने इस गांव पर हमला बोल दिया था।
एन अन्य गांव निवासी महावीर सिंह यादव ने बताया, सन 1206 में रक्षाबंधन के दिन हाथियों द्वारा मोहम्मद गौरी ने गांव में आक्रमण किया था। आक्रमण के बाद यह गांव फिर बसा। क्यूंकि गांव की रहने वाली एक महिला 'जसकौर' उस दिन अपने पीहर (अपने घर) गई हुई थी, इस दौरान जसकौर गर्भवती थी, जो कि गांव में मौजूद न होने के चलते बच गई। बाद में जसकौर ने दो बच्चों 'लकी' और 'चुंडा' को जन्म दिया और दोनों बच्चे ने बड़े होकर वापस सोनगढ़ को बसाया।
हालांकि गांव के कुछ लोग ऐसे हैं जिनके घर रक्षाबंधन के दिन बेटा या उनके घर में पल रही गाय को बछड़ा हुआ। इसके बाद उन्होंने फिर त्यौहार को मनाने का प्रयास किया, लेकिन घर में हुई दुर्घटना के चलते फिर कभी किसी ने रक्षाबंधन नहीं मनाया।
गांव की प्रधान रेनू यादव बताती हैं कि, गांव में पुरानी परंपरा है कि यहां रक्षाबंधन नहीं मनाया जाता। छाबड़िया गौत्र की कुल आबादी करीब 8 हजार है जो यह रक्षाबंधन नहीं मनाते। इसके अलावा बाहर से बसी कुछ अन्य गौत्र उस त्यौहार को मना लेते हैं।
हिंदू पंचांग के अनुसार, प्रत्येक वर्ष श्रावण माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि पर रक्षाबंधन का त्योहार मनाया जाता है। रक्षाबंधन का पर्व भाई-बहन के आपस में स्नेह और प्रेम का प्रतीक है। रक्षाबंधन पर बहनें अपने भाईयों की कलाई पर राखी बांधते हुए उनकी आरती करते हुए भगवान से भाई की लंबी आयु और सुख-समृद्धि की कामना करती हैं। बहन के राखी बांधने के बदले में भाई सदैव उनकी रक्षा करने का वचन देता है। (आईएएनएस)|
संतोष कुमार पाठक
नई दिल्ली, 7 अगस्त | उपराष्ट्रपति पद के लिए एनडीए उम्मीदवार जगदीप धनखड़ 346 वोटों के भारी अंतर से विपक्षी उम्मीदवार मार्गेट अल्वा को हरा कर चुनाव जीत गए हैं। चुनाव परिणाम के अनुसार, उपराष्ट्रपति के चुनाव के लिए पड़े 710 वैध मतों में से जगदीप धनखड़ को 528 सांसदों का समर्थन मिला जबकि विपक्षी उम्मीदवार मार्गेट अल्वा अपने पक्ष में महज 182 सांसदों का समर्थन ही जुटा पाई।
जाहिर सी बात है कि जगदीप धनखड़ ने आंकड़ो के आधार पर एक बड़ी जीत तो हासिल की है लेकिन शपथ ग्रहण करने के बाद से ही उनके सामने सबसे बड़ी चुनौती राज्य सभा को सुचारू ढंग से चलाने की होगी। भारतीय संविधान के अनुसार, देश का उपराष्ट्रपति संसद के उच्च सदन, राज्य सभा का पदेन सभापति होता है और बतौर सभापति संसद सत्र के दौरान राज्य सभा की कार्यवाही के संचालन के संपूर्ण जिम्मेदारी उपराष्ट्रपति की ही होती है।
वर्तमान उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू का कार्यकाल 10 अगस्त को पूरा हो रहा है और देश के नए उपराष्ट्रपति के तौर पर जगदीप धनखड़ 11 अगस्त को पदभार संभालेंगे। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार, संसद के वर्तमान मानसून सत्र का समापन 12 अगस्त को होना है और अगर निर्धारित समय से पहले संसद सत्र का समापन नहीं होता है तो धनखड़, राज्य सभा के सभापति के तौर पर वर्तमान सत्र में ही आखिरी के दो दिनों में उच्च सदन की कार्यवाही का संचालन कर सकते हैं।
संसद से लेकर सड़क तक चल रही सरकार और विपक्ष की तनातनी को देखते हुए यह माना जाना रहा है कि राज्य सभा के सभापति के तौर पर पहले दो दिनों में ही धनखड़ को इसका अहसास हो जाएगा कि आने वाले दिनों में उन्हे कितनी कड़ी परीक्षा से गुजरना होगा क्योंकि पूरे देश की निगाहें उन पर बनी रहेगी।
राज्य सभा में विपक्षी सांसदों की कुल संख्या एनडीए से ज्यादा है यानि उच्च सदन में एनडीए के पास अभी भी बहुमत नहीं है। यही वजह है कि लोक सभा के मुकाबले राज्य सभा में विपक्ष ज्यादा आक्रामक अंदाज में सरकार को घेरने की कोशिश करता दिखाई देता है। संसद के वर्तमान मानसून सत्र के दौरान भी राज्य सभा में विपक्षी दल खाद्य पदार्थों पर लगाए गए जीएसटी, महंगाई और जांच एजेंसियों के दुरुपयोग के मसले पर लगातार सरकार को घेरने की कोशिश करते नजर आए। पिछले कई सत्रों के दौरान, राज्य सभा में सांसदों का हंगामा, निलंबन, गांधी मूर्ति पर धरना-प्रदर्शन और फिर वापसी जैसा घटनाक्रम हुआ।
देश की उच्च सदन की हालत यह रही कि सदन के अंदर ज्यादातर समय वर्तमान उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू सदन की कार्यवाही को सुचारू ढंग से चलाने और हंगामे को रोकने की जद्दोजहद करते नजर
आए और अब अगले पांच वर्षों तक धनखड़ को भी इसी चुनौती से जुझना होगा।
सरकार के रणनीतिकारों को भी राज्य सभा में मिलने वाली चुनौती का बखूबी अंदाजा है, इसलिए वो जीत की बधाई देने के साथ-साथ यह उम्मीद भी जाहिर कर रहे हैं कि धनखड़ का लंबा कानूनी, विधायी और सार्वजनिक जीवन का अनुभव सदन को सुचारू रूप से चलाने में देश के बहुत काम आएगा।
राज्य सभा में सदन के नेता एवं केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने उपराष्ट्रपति पद के लिए चुने जाने पर धनखड़ को बधाई देते हुए कहा, सभापति के रूप में राज्यसभा की कार्यवाही को कुशलता से चलाने और देशहित के मुद्दों पर जनता को लाभ दिलाने में उनका कार्यकाल आदर्श सिद्ध होगा तो वहीं सरकार की तरफ से संसद सत्र के संचालन को लेकर रणनीति बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले केंद्रीय संसदीय मंत्री कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने धनखड़ को जबर्दस्त जीत के लिए बधाई देते हुए कहा कि उनके पास कानूनी, विधायी और सार्वजनिक जीवन का लंबा अनुभव है, जोकि सदन को सुचारु रूप से चलाने में देश के बहुत काम आएगा।
सरकार और विपक्ष के बीच लगातार कटु होते जा रहे संबंधों के बीच धनखड़ को जहां एक तरफ सरकार के विधायी कार्यों को सदन की मंजूरी दिलवानी होगी तो वहीं विपक्षी दलों के साथ भी बेहतर तालमेल और समन्वय स्थापित कर सदन की कार्यवाही का संचालन करना होगा। सदन में कामकाज यानी उत्पादकता की दर को बढ़ाना भी धनखड़ के लिए किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं होगा और इसमें वह कितने कामयाब हो पाते हैं यह तो आने वाले संसद सत्रों में ही साफ हो पायेगा। (आईएएनएस)|
नई दिल्ली, 7 अगस्त (आईएएनएस)| स्वतंत्रता दिवस से पहले राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने दिल्ली में तलाशी अभियान चलाया और आईएसआईएस मॉड्यूल मामले की गतिविधियों में कथित रूप से शामिल एक आरोपी को गिरफ्तार किया। आरोपी की पहचान नई दिल्ली के बाटला हाउस निवासी मोहसिन अहमद के रूप में हुई है।
एनआईए द्वारा 25 जून को आईपीसी की धारा 153ए, और 153बी और यूए (पी) अधिनियम की धारा 18, 18बी, 38, 39 और 40 के तहत मामला दर्ज किया गया था।
सूत्र ने कहा, "गिरफ्तार आरोपी प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन आईएसआईएस का कट्टर और सक्रिय सदस्य है। उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।"
विस्तृत विवरण की प्रतीक्षा है। (आईएएनएस)|
लखनऊ, 7 अगस्त | समाजवादी पार्टी के पूर्व मंत्री शंखलाल मांझी का 22 वर्षीय बेटा लखनऊ में अपने घर में गलती से गोली चल जाने के कारण घायल हो गया। घायल आकाश मांझी को आरएमएल अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत नाजुक बताई जा रही है।
इस हादसे को लेकर डीसीपी, ईस्ट प्राची सिंह ने कहा कि आकाश उस समय घायल हो गया, जब वह अपने पिता के नाम जारी रिवॉल्वर की सफाई कर रहा था।
डीसीपी ने शनिवार की देर रात कहा, "घाव कमर से नीचे के हिस्से में है, इसका मतलब कि उसे काफी नजदीक से चोटें आईं।"
आकाश का इलाज कर रहे डॉक्टरों ने कहा कि उसकी हालत गंभीर है। (आईएएनएस)|
लखनऊ, 7 अगस्त | उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में 28 वर्षीय एक युवक की आवाज एक हादसे के चलते बंद होने के बाद डॉक्टरों ने उसकी 5 घंटे तक सर्जरी की। सर्जरी के 10 दिनों के भीतर उसकी आवाज वापस आ गई, जिसकी किसी को उम्मीद नहीं थी। 27 जुलाई को एक दुर्घटना में युवक की अन्नप्रणाली, श्वासनली और वोकल कॉर्ड कट गया था। उसे लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी ले जाया गया, जहां सर्जनों ने पांच घंटे लंबी सटीक सर्जरी की। कटे हुए हिस्सों की मरम्मत की और उनकी स्वर-झिल्ली (वोकल कॉर्ड) को ठीक किया।
हालांकि डॉक्टरों का मानना था कि युवक की आवाज वापस आने की संभावना बेहद कम है, लेकिन आवाज वापस आने पर सभी ने खुशी जताई।
थोरैसिक सर्जरी विभाग के प्रमुख डॉ. शैलेंद्र यादव के अनुसार, यह मामला दुर्लभ नहीं था, लेकिन इस तरह का मामला, जहां एक व्यक्ति अन्नप्रणाली और श्वासनली कटे होने के बावजूद जीवित रहा, ऐसा कभी नहीं सुना गया।
बाइक चलाते समय सड़क के बीच में आए एक जानवर को बचाने में बाइक एक खेत के कंटीले तार वाले बाड़ से टकरा गई, जिस वजह से युवक के गले की यह हालत हुई।
यादवेंद्र ने कहा, "हमें यकीन नहीं था कि यह युवक भविष्य में बोलेगा, लेकिन सौभाग्य से उसकी आवाज भी लौट आई है।"
केजीएमयू के कुलपति लेफ्टिनेंट जनरल प्रोफेसर बिपिन पुरी ने टीम को बधाई दी है। (आईएएनएस)|
वेंकटचारी जगन्नाथन
श्रीहरिकोटा (आंध्र प्रदेश), 7 अगस्त | भारत के बिल्कुल नए रॉकेट स्मॉल सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल (एसएसएलवी-डी1) को रविवार सुबह पृथ्वी अवलोकन उपग्रह-02 (ईओएस-02) के साथ प्रक्षेपित किया गया, जिसे पहले माइक्रोसेटेलाइट-2 के नाम से जाना जाता था। इसका वजन लगभग 145 किलोग्राम है।
उस पर पिग्गीबैकिंग स्पेसकिडज इंडिया द्वारा संचालित सरकारी स्कूलों के 750 छात्रों द्वारा निर्मित आठ किलो का आजादीसैट था।
लगभग 9.18 बजे 34 मीटर लंबा और 120 टन रॉकेट पहले लॉन्च पैड से मुक्त हो गया और दो उपग्रहों को लेकर अपनी पहली ऊपर की ओर एकतरफा यात्रा शुरू की।
इसकी पूंछ पर एक मोटी नारंगी लौ निकलने के साथ रॉकेट ने धीरे-धीरे गति पकड़ी और और ऊपर चला गया।
उम्मीद है कि अपनी उड़ान के सिर्फ 12 मिनट में एसएसएलवी-डी1, ईओएस-2 उपग्रह की कक्षा में स्थापित हो गया होगा और कुछ सेकंड बाद आजादीसैट परिक्रमा करने लगेगा।
इसरो के अनुसार, एसएसएलवी उद्योग द्वारा उत्पादन के लिए मानक इंटरफेस के साथ मॉड्यूलर और एकीकृत प्रणालियों के साथ रॉकेट को स्थानांतरित करने के लिए तैयार है।
इसरो ने कहा कि एसएसएलवी डिजाइन ड्राइवर कम लागत, कम टर्नअराउंड समय, कई उपग्रहों को समायोजित करने में लचीलापन, लॉन्च-ऑन-डिमांड व्यवहार्यता, न्यूनतम लॉन्च इंफ्रास्ट्रक्च र आवश्यकताएं और अन्य हैं।
इसरो की वाणिज्यिक शाखा, न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड निजी क्षेत्र में उत्पादन के लिए एसएसएलवी प्रौद्योगिकी को स्थानांतरित करने की योजना बना रही है।
भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा कि ईओएस-02 उपग्रह उच्च स्थानिक संकल्प के साथ एक प्रयोगात्मक ऑप्टिकल इमेजिंग उपग्रह है। इसका उद्देश्य कम टर्नअराउंड समय के साथ एक प्रायोगिक इमेजिंग उपग्रह को साकार करना और उड़ान भरना है और मांग क्षमता पर प्रक्षेपण प्रदर्शित करना है।
इसरो ने कहा कि अंतरिक्ष यान की माइक्रोसैट श्रृंखला के लिए नई तकनीकों का एहसास हुआ है, जिसमें सामान्य फोर ऑप्टिक्स के साथ पेलोड और माइक्रोसैट बस के सीमित द्रव्यमान और मात्रा के साथ धातु का प्राथमिक दर्पण शामिल है।
अपने उत्पाद लाइनअप में शामिल नए लॉन्च वाहन के साथ, इसरो के पास तीन रॉकेट होंगे - पोलर सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल (पीएसएलवी) और इसके वेरिएंट (लगभग 200 करोड़ रुपये की लागत), जियोसिंक्रोनस सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल (जीएसएलवी-एमके2 की लागत लगभग 272 करोड़ रुपये और) एमके 3 की लागत 434 करोड़ रुपये) और एसएसएलवी (तीन रॉकेटों की विकास लागत लगभग 56 करोड़ रुपये प्रत्येक) और उत्पादन लागत बाद में कम हो सकती है।
स्पेसकिड्ज इंडिया के अनुसार, इस परियोजना का महत्व यह है कि इसे स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर प्रक्षेपित किया गया है।
स्पेसकिड्ज इंडिया ने कहा, "भारत भर के लड़कियों को अवसर को देने के लिए हमने 75 सरकारी स्कूलों से 10 छात्राओं का चयन किया है। चयनित छात्राएं मुख्य रूप से कक्षा 8 से 12 की हैं। यह महिलाओं को बढ़ावा देने के लिए अपनी तरह का पहला अंतरिक्ष मिशन है। एसटीईएम में इस साल संयुक्त राष्ट्र की थीम 'अंतरिक्ष में महिलाएं' है।
भारत भर के सरकारी बालिका विद्यालयों की छात्राओं को अवसर देने के लिए नीति आयोग ने इस परियोजना में भागीदारी की है।
हेक्सावेयर इस परियोजना को वित्तपोषित कर रहा है। (आईएएनएस)|
कोलंबो, 7 अगस्त | संयुक्त राष्ट्र विश्व खाद्य कार्यक्रम (डब्ल्यूएफपी) श्रीलंका में चल रहे आर्थिक संकट के प्रभाव के बारे में चिंतित है। लगभग 63 लाख लोग या कहे कि 10 घरों में से तीन, खाद्य असुरक्षा के जोखिम में हैं और उन्हें सहायता की जरूरत है।
डब्ल्यूएफपी ने नॉर्वे से लगभग 500,000 डॉलर के बराबर सहायता योगदान के लिए धन्यवाद के एक बयान में कहा।
तीव्र आपात स्थिति के कारण, डीपीए समाचार एजेंसी की रिपोर्ट से पता चला है कि हाल के डब्ल्यूएफपी सर्वेक्षणों से सामने आया है कि 61 प्रतिशत परिवार या तो कम खा रहे हैं, या कम पौष्टिक भोजन खा रहे हैं या यहां तक कि भोजन पूरी तरह से छोड़ भी रहे हैं।
इसमें कहा गया है कि श्रीलंका में 34 लाख लोगों की मदद के लिए एक आपातकालीन कार्यक्रम स्थापित किया जा रहा है, जो खाद्य असुरक्षा और कुपोषण के खतरे में हैं।
लगभग 2.2 करोड़ की आबादी वाला यह द्वीप राष्ट्र 1948 में स्वतंत्रता प्राप्त करने के बाद से अपने सबसे खराब आर्थिक संकट के बीच में है।
हाल ही में, देश जो विदेशी कर्ज में 51 अरब है, के पास खाना पकाने के लिए आवश्यक सामान जैसे ईंधन, दवाएं और गैस आयात करने के लिए पैसे की कमी थी।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, खाद्य कीमतों में तेजी से वृद्धि हुई है और मुद्रास्फीति पहले से ही 60 प्रतिशत से अधिक है। नॉर्वे के राजदूत ट्रिन जोरानली एस्केडल के हवाले से कहा गया, "हम श्रीलंका के लोगों पर मौजूदा आर्थिक और राजनीतिक संकट के प्रभाव को लेकर बहुत चिंतित हैं।"
भोजन की कमी और बढ़ती कीमतों का द्वीप राष्ट्र में महिलाओं और बच्चों पर विशेष रूप से नकारात्मक प्रभाव पड़ा है। (आईएएनएस)|
नई दिल्ली, 7 अगस्त | महाराष्ट्र में मंत्रिमंडल गठन की चर्चाओं के बीच मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे दिल्ली पहुंच गए हैं। एकनाथ शिंदे रविवार को होने वाली नीति आयोग की बैठक में शिरकत करेंगे। शिंदे शनिवार को दिल्ली पहुंचे। जानकारी के मुताबिक एकनाथ शिंदे नीति आयोग की बैठक में शामिल होंगे। माना जा रहा है कि महाराष्ट्र के मंत्रिमंडल गठन को लेकर उनकी मुलाकात भाजपा के बड़े नेताओं से भी हो सकती है। महाराष्ट्र में 35 दिन से ज्यादा का समय हो गया है, जब मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री ने शपथ ली, लेकिन अभी तक मंत्रिमंडल का गठन नहीं हो पाया है।
दिल्ली पहुंचने पर एकनाथ शिंदे ने कहा कि वो नीति आयोग की बैठक में शामिल होने दिल्ली आए हैं और कोई खास वजह नहीं है। मगर सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, जो पहले से ही दिल्ली में मौजूद हैं, उनकी भाजपा के बड़े नेताओं से मंत्रिमंडल गठन को लेकर चर्चा हो सकती है। माना जा रहा है कि मंत्रियों की लिस्ट तैयार हो चुकी है, बस विभागों को लेकर आलाकमान की मुहर लगना बाकी है।
गौरतलब है कि 30 जून को शिवसेना के बागी विधायकों के नेतृत्व में एकनाथ शिंदे ने भाजपा के साथ मिलकर महाराष्ट्र में सरकार बनाई थी। मगर अब तक मंत्रिमंडल का गठन ना होने से वो विपक्षी पार्टियों के लगातार निशाने पर हैं। वहीं बागी विधायकों की सदस्यता को लेकर सुप्रीम कोर्ट में भी मामला लंबित है। ऐसे में माना जा रहा है कि अब महाराष्ट्र के नए मंत्रिमंडल का गठन 15 अगस्त से पहले किया जा सकता है। (आईएएनएस)|
सुजीत चक्रवर्ती
गुवाहाटी, 7 अगस्त (आईएएनएस)| मनीराम दत्ता बरुआ, जिन्हें आमतौर पर मनीराम दीवान के नाम से जाना जाता है, असम में चाय उद्योग स्थापित करने वाले पहले असमियों में से एक थे और शुरुआत में अंग्रेजों के वफादार थे।
वह अंग्रेजों के दमनकारी प्रभुत्व के कारण बाहर हो गए और भारतीय स्वतंत्रता के पहले युद्ध के दौरान उन्होंने असम के अहोम रॉयल को विद्रोह में उठने और खुद को अंग्रेजों से स्वतंत्र घोषित करने के लिए प्रेरित किया।
उन्हें पियाली (या पीली) बरुआ के साथ 26 फरवरी, 1858 को जोरहाट सेंट्रल जेल में 51 साल की उम्र में फांसी दी गई थी।
अंग्रेजों द्वारा मनीराम दीवान की फांसी ने औपनिवेशिक शासन के खिलाफ एक खुले विद्रोह को जन्म दिया।
गौहाटी विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति देबो प्रसाद बरुआ के अनुसार, मनीराम दीवान और पियाली (या पीली) बरुआ असम में स्वतंत्रता के लिए शहीद हुए और उनके बलिदान और उनके हमवतन के बलिदान ने मन पर एक गहरी और स्थायी छाप छोड़ी। स्वतंत्रता संग्राम के हर चरण में 1857 के इन वीरों को असम के लोग सम्मानपूर्वक याद करते हैं।
असम (1817-1826) के बर्मी आक्रमणों के दौरान मनीराम का परिवार बंगाल चला गया, जो उस समय ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के नियंत्रण में था।
प्रथम आंग्ल-बर्मी युद्ध (1824-1826) के शुरुआती दिनों में मनीराम का परिवार अंग्रेजों की सुरक्षा के साथ फिर से असम लौट आया।
बर्मी को हराने के बाद ईस्ट इंडिया कंपनी ने यंदाबो की संधि (1826) के माध्यम से असम का नियंत्रण हासिल कर लिया, तत्कालीन शाही राजवंश और असम के लोगों के समर्थन से मनीराम का समर्थन अर्जित किया।
बर्मी आक्रमणों के खिलाफ ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की भूमिका ने मनीराम को कंपनी का एक वफादार सहयोगी बनने के लिए प्रेरित किया और फिर उन्होंने डेविड स्कॉट के तहत कंपनी के साथ अपना करियर शुरू किया, जो पूर्वोत्तर भारत में गवर्नर जनरल के एजेंट थे।
22 वर्षीय मनीराम को 1828 में तहसीलदार और फिर रंगपुर (वर्तमान शिवसागर) का शेरिस्तादार नियुक्त किया गया, जो कभी अहोम साम्राज्य की राजधानी थी।
लेखक और इतिहासकार प्रो के.एन. दत्त ने कहा कि उनकी क्षमताओं को पहचानते हुए अंग्रेजों ने उन्हें असम कंपनी लिमिटेड का दीवान नियुक्त किया, जो 1839 में लंदन में स्थापित चाय कंपनी थी, जिसका मुख्यालय पूर्वी असम में शिवसागर के पास नजीरा में था। इस प्रकार उन्हें मनीराम दीवान के नाम से जाना जाने लगा।
एक विद्वान, मनीराम साहित्य के संरक्षक भी थे और उन्होंने अक्सर विभिन्न पत्रिकाओं और पुस्तकों के प्रकाशन के लिए धन दान किया।
बाद में उन्हें 1833-1838 के दौरान असम के नाममात्र शासक पुरंदर सिंह द्वारा प्रधानमंत्री (बोरभंडार) बनाया गया और मनीराम पुरंदर के बेटे कामेश्वर सिंह और पोते कंदरपेश्वर सिंह के सहयोगी बने रहे।
जब अंग्रेजों ने पुरंदर सिंह को अपदस्थ कर दिया, तो नाराज मनीराम ने शेरिस्तादार और तहसीलदार के पदों से इस्तीफा दे दिया, जिससे अंग्रेजों के साथ उनके कड़वे रिश्ते की शुरुआत हुई।
विविध विषयों में ज्ञान के साथ मनीराम ने अंग्रेजों को सिंगफो लोगों द्वारा उगाई गई असम चाय के बारे में अवगत कराया, जो अब तक असम के बाहर अज्ञात थी।
चाय और उसके अन्य कौशल के बारे में मनीराम के ज्ञान को ध्यान में रखते हुए वर्ष 1839 में उन्हें 200 रुपये प्रति माह के वेतन के साथ नजीरा में असम चाय कंपनी के दीवान के रूप में नियुक्त किया गया था।
लेकिन ब्रिटिश अधिकारियों के साथ मतभेद के बाद, एक साल बाद (1840 में) मनीराम ने चाय बागान शुरू करने के इरादे से नौकरी छोड़ दी, क्योंकि उन्होंने चाय बागान में पर्याप्त ज्ञान और विशेषज्ञता प्राप्त कर ली थी और वे असम में व्यावसायिक रूप से चाय उगाने वाले पहले भारतीय बन गए। जोरहाट के चेनीमोरा और शिवसागर के सेलंग में क्रमश: चाय बागानों की स्थापना करके। (आईएएनएस)|