खेल
ईस्ट लंदन (दक्षिण अफ्रीका), 20 जनवरी। भारत के लिए पदार्पण करते हुए नाबाद 41 रन की पारी अमनजोत कौर को ‘अवास्तविक’ सी लगती है और पंजाब की इस युवा ऑलराउंडर ने इस पारी के बाद अपने पिता भूपिंदर सिंह तथा कोच नागेश गुप्ता के बलिदान को याद किया।
बढ़ई सह कांट्रैक्टर भूपिंदर ने अमनजोत को क्रिकेट अकादमी में भेजा और उन्हें अपना काम आधा करना पड़ा जिससे कि यह सुनिश्चित हो सके कि उनकी बेटी की ट्रेनिंग बाधित नहीं हो।
अमनजोत के बल्लेबाजी कौशल को निखारने वाले गुप्ता ने कुछ कड़े फैसले किए। उन्होंने अमनजोत को चंडीगढ़ की कप्तानी छोड़कर सितारों से सजी पंजाब की टीम से दोबारा जुड़ने को कहा और यह फैसला काम कर गया और इस युवा खिलाड़ी को भारतीय टीम में जगह मिली।
महिला टी20 त्रिकोणीय श्रृंखला के पहले मैच में शुक्रवार को यहां दक्षिण अफ्रीका पर भारत को 27 रन की जीत दिलाने के बाद अमनजोत ने कहा, ‘‘यह अवास्तविक सा अहसास है। मैंने अपने पदार्पण मुकाबले में मैच की सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी का पुरस्कार पाने के बारे में कभी नहीं सोचा था। मैंने कभी इसकी उम्मीद नहीं की थी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मेरे पिता ने मेरे करियर में बड़ी भूमिका निभाई। शुरुआत में उन्होंने सोचा था कि यह दौर गुजर जाएगा और धीरे धीरे क्रिकेट में मेरी रुचि कम हो जाएगी। उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि मैं भारत के लिए खेलूंगी। मैंने क्रिकेट में खुद को साबित करने के लिए कड़ी मेहनत की।’’
भूपिंदर ने इसके बाद बाहर काम लेना बंद कर दिया और मोहाली में अपने घर के पास ही काम किया जिससे कि उन्हें अमनजोत के साथ उनकी अकादमी में जाने का समय मिल सके।
अमनजोत ने कहा, ‘‘उनका (पिताजी का) संघर्ष मेरे से बहुत बड़ा है, उन्होंने अपना आधा काम मेरे लिए छोड़ दिया जिससे कि मैं अकादमी जाने से वंचित नहीं रहूं, वह सुबह और शाम को मुझे अकादमी लेकर जाते। उन्होंने अपना आधा काम छोड़ दिया और हमारे घर के पास ही रहे।’’
अमनजोत ने कहा कि ‘नागेश सर’ के पास जाना उनके करियर का निर्णायक पल रहा। उन्होंने पदार्पण मैच में अपने प्रदर्शन को अपने कोच को समर्पित करते हुए कहा, ‘‘मैंने सारी सफलता नागेश सर (गुप्ता) के माध्यम से ही हासिल की है। उन्होंने बड़ी भूमिका निभाई। मैंने एक गेंदबाज के रूप में शुरुआत की और अब एक बल्लेबाजी ऑलराउंडर के रूप में गिना जाना मेरे लिए एक बड़ी उपलब्धि है।’’
अमनजोत ने अपने करियर की शुरुआत पंजाब से की, फिर चंडीगढ़ आ गईं, जहां उनके करियर ने ‘टर्निंग पॉइंट’ लिया। उन्होंने इसके बाद पंजाब वापस लौटने को लेकर साहसिक कदम उठाया।
अमनजोत ने कहा, ‘‘यह एक बड़ा फैसला था क्योंकि मैं तान्या (भाटिया) जैसे सीनियर खिलाड़ियों के नेतृत्व में और अधिक प्रतिस्पर्धी क्रिकेट खेलना चाहती थी। यह एक कठिन यात्रा रही है। इस यात्रा के आगे भी जारी रहने की उम्मीद है।’’
अमनजोत शुरुआती मैच के लिए पहली पसंद नहीं थे लेकिन कप्तान हरमनप्रीत कौर के अलावा रेणुका सिंह और शिखा पांडे जैसी महत्वपूर्ण खिलाड़ियों के बीमार होने के कारण उन्हें मौका मिला।
उनकी बीमारी के बारे में पूछे जाने पर अमनजोत ने कहा कि उन्हें ‘एलर्जी’ हो गई है।
उन्होंने कहा, ‘‘जिस स्थान पर हम रह रहे हैं वह एक वन क्षेत्र है, जो समुद्र तटों से घिरा हुआ है। हमारा रोग प्रतिरक्षा तंत्र काफी मजबूत नहीं है इसलिए उन्हें बुखार, खांसी, कमजोरी आदि जैसी कुछ एलर्जी हो गई हैं।’’
अमनजोत अगले महीने होने वाली पहली महिला आईपीएल खिलाड़ी नीलामी में सभी का ध्यान अपनी ओर खींच सकती हैं।
उन्होंने समझदारी दिखाते हुए भारत के लिए पदार्पण करने से पहले खुद को पंजीकृत नहीं किया है।
अमनजोत ने कहा, ‘‘मैंने पंजीकरण नहीं किया है क्योंकि मैं श्रेणी के बारे में निश्चित नहीं थी। अब मैं निश्चित रूप से फॉर्म भर सकती हूं (अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटरों की सूची में)। उम्मीद है कि कोई टीम मुझे चुनेगी। मैं बस अधिक से अधिक मैच खेलना चाहती हूं और अपनी टीम के लिए योगदान देना चाहती हूं।’’ (भाषा)
राउरकेला, 20 जनवरी । स्टार फारवर्ड ब्लेक गोवर्स के चार गोल की मदद से ऑस्ट्रेलिया ने शुक्रवार को यहां दक्षिण अफ्रीका को 9-2 से करारी शिकस्त देकर पूल ए में शीर्ष पर रहते हुए एफआईएच पुरुष विश्वकप के क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई।
ऑस्ट्रेलिया 24 जनवरी को भुवनेश्वर में होने वाले क्वार्टर फाइनल मैच में मलेशिया और स्पेन के बीच होने वाले क्रॉस ओवर मैच के विजेता से भिड़ेगा।
गोवर्स ने चौथे, 15वें, 19वें और 20वें मिनट में गोल दागे जिससे आस्ट्रेलिया ने मध्यांतर तक 7-1 से मजबूत बढ़त हासिल कर ली थी। गोवर्स ने पहला और चौथा मैदानी गोल किया। उन्होंने दूसरा गोल पेनल्टी कॉर्नर और तीसरा गोल पेनल्टी स्ट्रोक पर किया।
ऑस्ट्रेलिया की तरफ से उनके अलावा टॉम क्रेग (10वें), जेक हार्वी (22वें), डेनियल बीले (28वें), जेरेमी हेवर्ड (32वें) और टिम ब्रांड (47वें) ने गोल दागे। दक्षिण अफ्रीका के लिए नटुली नकोबिले (आठवें) और कोक टेविन (58वें) ने गोल किए।
ऑस्ट्रेलिया की टीम तीसरे और चौथे क्वार्टर में थोड़ा धीमी पड़ गई थी। उसने इन दोनों क्वार्टर में एक-एक गोल किया। ऑस्ट्रेलिया ने पांच मैदानी गोल और तीन गोल पेनल्टी कॉर्नर पर किए। ऑस्ट्रेलिया ने कुल आठ पेनल्टी कॉर्नर जबकि दक्षिण अफ्रीका ने पांच पेनल्टी कॉर्नर हासिल किए।
पूल ए के एक अन्य मैच में अर्जेंटीना और फ्रांस ने अंतिम मिनट में एक-एक गोल किया जिससे उनका मैच 5-5 से बराबरी पर छूटा।
अर्जेंटीना पूल में पांच अंक लेकर दूसरे जबकि फ्रांस चार अंक के साथ तीसरे स्थान पर रहा। अर्जेंटीना 22 जनवरी को अपने क्रॉसओवर मैच में पूल बी से तीसरे स्थान पर रहने वाली टीम जबकि फ्रांस 23 जनवरी को पूल बी से दूसरे स्थान पर रहने वाली टीम से भिड़ेगा।
विक्टर शार्लेट ने अंतिम क्षणों पेनल्टी स्ट्रोक पर गोल दागा जिससे फ्रांस को लग रहा था कि उसने मैच 5-4 से जीत लिया है लेकिन मैच समाप्त होने से कुछ सेकंड पहले अर्जेंटीना को पेनल्टी कॉर्नर मिला जिस पर उसने स्कोर बराबर कर दिया। अर्जेंटीना को लगातार चार पेनल्टी कॉर्नर मिले जिसमें से उसने आखिरी को गोल में बदला।
फ्रांस की तरफ से शार्लेट (36वें, 38वें, 48वें और 60वें) ने चार गोल किए। इनमें से दो गोल उन्होंने पेनल्टी स्ट्रोक पर किए। फ्रांस की तरफ से अन्य गोल टाइनेवेज एटिएन ने 11वें मिनट में किया।
ऑस्ट्रेलिया से अपना मैच 3-3 से ड्रॉ खेलने वाले अर्जेंटीना की तरफ से निकोलस डेला टोरे (34वें, 42वें और 60वें) ने हैट्रिक लगाई जबकि कीनन निकोलस (तीसरे) और मार्टिन फेरेरियो (51वें) ने अन्य गोल किए। (भाषा)
दुबई, 20 जनवरी। दिल्ली कैपिटल्स के कोच रिकी पोंटिंग चाहते हैं कि आगामी इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के दौरान टीम के नियमित कप्तान ऋषभ पंत सप्ताह के प्रति दिन डगआउट में उनके बगल में बैठें।
पंत दिसंबर के आखिरी सप्ताह में कार दुर्घटना में घायल हो गए थे जिसके कारण वह आईपीएल में नहीं खेल पाएंगे। भारत के विकेटकीपर और दिल्ली कैपिटल्स के कप्तान पंत का अभी मुंबई में उपचार चल रहा है।
पोंटिंग ने आईसीसी की समीक्षा में कहा,‘‘ आप उस जैसे खिलाड़ी की जगह नहीं भर सकते हैं। उस तरह के खिलाड़ी आसानी से पैदा नहीं होते। हम उनकी जगह किसी विकेटकीपर बल्लेबाज को टीम में रखने पर ध्यान दे रहे हैं।’’
उन्होंने कहा,‘‘ यदि वह वास्तव में खेलने के लिए शारीरिक रूप से फिट नहीं है हम तब भी चाहेंगे कि वह टीम के साथ रहे। यदि वह यात्रा करने में सक्षम होता है और टीम के साथ रहता है तो मैं सप्ताह के प्रत्येक दिन डगआउट में उसके बगल में बैठना पसंद करूंगा।’’
पोंटिंग ने कहा,‘‘ मैं निश्चित तौर पर यह सुनिश्चित करना चाहूंगा कि मार्च में शिविर की शुरुआत करने के लिए जब हम दिल्ली में मिलेंगे तो यदि वह टीम के साथ रहने में सक्षम होता है तो मैं चाहूंगा कि वह पूरे समय हमारे साथ बना रहे।’’
भारत को फरवरी - मार्च में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चार टेस्ट मैचों की श्रृंखला में खेलना है। इसके बाद इन दोनों टीमों के बीच जून में आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल भी खेला जा सकता है। पोंटिंग ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत को पंत की कमी खलेगी।
उन्होंने कहा,‘‘ मुझे लगता है कि वह विश्व में चोटी के छह या सात बल्लेबाजों में शामिल है। ऐसा ही है ना।’’
पंत अभी आईसीसी पुरुष टेस्ट बल्लेबाजी रैंकिंग में सातवें स्थान पर है।
पोंटिंग ने कहा,‘‘ जब उसने शुरुआत की तो हम सभी को लगा कि वह टेस्ट बल्लेबाज की तुलना में टी20 और एकदिवसीय में अच्छा बल्लेबाज साबित होगा लेकिन वास्तव में हुआ इसके उलट। उसका टेस्ट क्रिकेट का रिकॉर्ड शानदार है।’’
उन्होंने कहा,‘‘ ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चार टेस्ट मैचों की श्रृंखला होनी है और हम जानते हैं कि उसने पिछली बार ऑस्ट्रेलिया में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कैसा प्रदर्शन किया था। क्रिकेट जगत उसे इस श्रृंखला में खेलते हुए देखना चाहता था।’’ (भाषा)
नई दिल्ली, 20 जनवरी | दिल्ली कैपिटल्स के मुख्य कोच रिकी पोंटिंग ने कहा कि अगर ऋषभ पंत टूर्नामेंट में खेलने के लिए शारीरिक रूप से फिट नहीं हैं, तो भी वह इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2023 के लिए बाएं हाथ के विकेटकीपर-बल्लेबाज को अपने साथ रखना पसंद करेंगे। 30 दिसंबर को 25 वर्षीय पंत बाल-बाल बच गए, जब उनकी कार दिल्ली-देहरादून राजमार्ग पर एक सड़क के डिवाइडर से टकरा गई और उसमें आग लग गई। उत्तराखंड राज्य में हरिद्वार जिले के मंगलौर और नरसन के बीच भीषण कार दुर्घटना हुई।
कई चोटों के इलाज के लिए मैक्स अस्पताल, देहरादून में भर्ती होने से पहले पंत को शुरू में सक्षम अस्पताल मल्टीस्पेशियलिटी और ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया था। 4 जनवरी को, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने घोषणा की थी कि पंत को सर्जरी और आगे के इलाज के लिए एक एयर एम्बुलेंस के माध्यम से मुंबई शिफ्ट किया जाएगा।
कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल मुंबई में आईपीएल में दिल्ली कैपिटल्स के कप्तान पंत अब ठीक होने की लंबी राह पर हैं और सेंटर फॉर स्पोर्ट्स मेडिसिन के प्रमुख डॉ दिनशॉ पारदीवाला की सीधी निगरानी में हैं जो आर्थोस्कोपी एंड शोल्डर सर्विस के निदेशक हैं।
उन्होंने कहा, "आप उन खिलाड़ियों की जगह किसी को नहीं ले सकते हैं, यह साफ है। ये खिलाड़ी ऐसे ही नहीं बनते। हमें देखना होगा और हमारे पास टीम में विकेटकीपर-बल्लेबाज के रूप में उनकी जगह विकल्प है।"
उन्होंने आगे कहा, "मैं चाहता हूं कि वह हर मैच में डगआउट में मेरे पास बैठे। यदि वह वास्तव में खेलने के लिए शारीरिक रूप से फिट नहीं है, तो भी हम उन्हें अपने साथ रखना पसंद करेंगे। वह टीम के बेहतरीन लीडर हैं, कप्तान होने के नाते उनका वह रवैया और मुस्कान और हंसी है, जो हम सभी उनके बारे में बहुत पसंद करते हैं।"
आईसीसी रिव्यू शो में पोंटिंग ने कहा, "यदि वह वास्तव में यात्रा करने और टीम के आसपास रहने में सक्षम है, तो मैं चाहता हूं कि वह सप्ताह के हर दिन डगआउट में मेरे साथ बैठे। मैं निश्चित रूप से सुनिश्चित कर रहा हूं, मार्च के मध्य में आओ जब हम दिल्ली में एक साथ मिलें और आगे बढ़े। हमारे कैंप में अगर वह रहने में सक्षम है, तो मैं उन्हें अपने साथ रखूंगा।"
अपनी कई चोटों से पूरी तरह से उबरने के बाद पंत की क्रिकेट में वापसी की समय सीमा स्पष्ट नहीं है, क्योंकि वह 9 फरवरी से नागपुर में शुरू होने वाली बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए घर में आस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत के चार टेस्ट में चूकने के लिए तैयार हैं।
पोंटिंग का मानना है कि पंत की टेस्ट बल्लेबाजी की प्रतिभा न केवल भारत के लिए बल्कि खेल के प्रशंसकों के लिए भी एक बड़ी क्षति होगी, जो अविश्वसनीय 2-1 श्रृंखला जीत के दौरान आस्ट्रेलिया में अपनी 2021 की शानदार बल्लेबाजी को दोहराने की उम्मीद कर रहे होंगे। अभी तक, पंत पुरुषों की टेस्ट बल्लेबाजी रैंकिंग में सातवें स्थान पर हैं।
उन्होंने कहा, "जब उन्होंने पहली बार शुरूआत की, तो शायद हम सभी ने सोचा कि वह एक टेस्ट बल्लेबाज की तुलना में एक बेहतर टी20 और वनडे बल्लेबाज बनने जा रहे हैं, लेकिन यह वास्तव में दूसरे तरीके से काम कर रहे हैं। उनका टेस्ट क्रिकेट बेहतरीन रहा है।"
उन्होंने कहा, "यहां तक कि आस्ट्रेलिया के खिलाफ आने वाली श्रृंखला, जहां चार टेस्ट मैच होने हैं। हम जानते हैं कि वह पिछली बार आस्ट्रेलिया में कंगारू के खिलाफ कैसे खेले थे। वह उस श्रृंखला की प्रतीक्षा कर रहे थे।"
आस्ट्रेलिया के दो बार के एकदिवसीय विश्व कप विजेता कप्तान पोंटिंग ने खुलासा किया कि वह पिछले कुछ दिनों से पंत के संपर्क में हैं। "मैं पूरी तरह से उनसे प्यार करता हूं, मैंने उनसे पिछले कुछ दिनों में फोन पर बात की है। वह समय वाकई में हर किसी के लिए डरावना समय था।" (आईएएनएस)|
रायपुर, 20 जनवरी न्यूजीलैंड के खिलाफ शनिवार को यहां होने वाले दूसरे एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच में श्रृंखला जीतने की कवायद में जुटे भारत को अपने मध्यक्रम से अधिक रन और डेथ ओवरों में गेंदबाजों से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद होगी।
शहर पहली बार अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मुकाबले की मेजबानी कर रहा है और ऐसे में 60 हजार से अधिक दर्शकों के स्टेडियम में आकर मेजबान टीम का हौसला बढ़ाने की उम्मीद है।
न्यूजीलैंड की टीम 350 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए पहले मैच में 131 रन पर छह विकेट गंवाने के बावजूद 206 रन और बनाने में सफल रही थी जो भारत के लिए चिंता का सबब होगा।
मेहमान टीम वापसी करते हुए जोरदार जीत दर्ज करने के करीब थी लेकिन मोहम्मद सिराज ने शानदार गेंदबाजी करते हुए भारत को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई।
शुभमन गिल ने बल्ले से अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखते हुए दोहरा शतक जड़ा और अकेले दम पर भारत को मजबूत स्कोर तक पहुंचाया।
पिछले कुछ समय से प्रभावी प्रदर्शन करने में नाकाम रहे हार्दिक पंड्या से पारी के अंतिम ओवरों में ताबड़तोड़ रनों की उम्मीद होगी।
बांग्लादेश के खिलाफ दोहरा शतक जड़ने के बाद मध्य क्रम में जगह पाने वाले विकेटकीपर बल्लेबाज इशान किशन हैदराबाद में पहले वनडे में नाकाम रहने के बाद इस बार मौके का पूरा फायदा उठाना चाहेंगे।
कप्तान रोहित शर्मा अच्छी लय में लग रहे हैं और उन्हें अच्छी शुरुआत भी मिली है लेकिन वह बड़ी पारी खेलने में नाकाम रहे हैं। वह भी एक बड़ी पारी खेलना चाहेंगे।
हालांकि बड़ी चिंता गेंदबाजी विभाग में है। बुधवार को माइकल ब्रेसवेल ने अकेले दम पर न्यूजीलैंड को जीत के करीब पहुंचा दिया था।
भारत ने पहले वनडे में तूफानी गेंदबाज उमरान मलिक की जगह शारदुल ठाकुर को मौका दिया था क्योंकि वह बल्लेबाजी में बेहतर विकल्प हैं। लेकिन प्रबंधन को जल्द ही फैसला करना होगा कि उसे एक ऐसा गेंदबाज चाहिए जो बल्लेबाजी कर पाए या ऐसा विशेषज्ञ गेंदबाज जो अपनी अतिरिक्त गति से विरोधी टीम को ध्वस्त कर सके और साथ ही बीच के ओवरों में भी विकेट हासिल कर सके।
सिराज ने अपनी गेंदबाजी से प्रभावित किया है। मोहम्मद शमी ने नई गेंद से शानदार गेंदबाजी की है लेकिन ब्रेसवेल ने उनके खिलाफ आसानी से रन बटोरे। हार्दिक भी काफी महंगे साबित हुए।
स्पिन विभाग में वाशिंगटन सुंदर के लिए यह भुलाने वाला मुकाबला था जबकि कुलदीप यादव ने प्रभावी गेंदबाजी की। टीम के पास कुलदीप और युजवेंद्र चहल को एक साथ खिलाने का विकल्प भी है लेकिन अभी एक कलाई के स्पिनर और एक अंगुली के स्पिनर को खिलाने को तरजीह दी गई है।
श्रृंखला के पहले मैच में न्यूजीलैंड का कभी हार नहीं मानने का जज्बा दिखा और इससे टीम का मनोबल बढ़ा होगा। ऐसा नियमित रूप से नहीं होता कि सातवें नंबर पर खेलने उतरे ब्रेसवेल और आठवें नंबर पर उतरे मिशेल सेंटनर टीम को हार की कगार से वापसी कराएं।
फिन एलेन ने कुछ अच्छे शॉट लगाए लेकिन बड़ी पारी नहीं खेल पाए। केन विलियमसन की गैरमौजूदगी में टीम को ऐसा खिलाड़ी चाहिए जो एक छोर संभाले रखे।
हेनरी शिपली, लॉकी फर्ग्युसन और ब्लेयर टिकनर की तेज गेंदबाजी तिकड़ी के खिलाफ गिल ने आसानी से रन जोड़े थे और ये तीनों अपनी गेंदबाजी में अधिक सटीकता लाना चाहेंगे।
यह देखना होगा कि स्पिनर ईश सोढ़ी इस करो या मरो के मुकाबले के लिए पूर्ण फिटनेस हासिल कर पाते हैं या नहीं।
टीम इस प्रकार हैं:
भारत: रोहित शर्मा (कप्तान), शुभमन गिल, इशान किशन, विराट कोहली, श्रेयस अय्यर, सूर्यकुमार यादव, केएस भरत, हार्दिक पंड्या, वाशिंगटन सुंदर, शाहबाज अहमद, शारदुल ठाकुर, युजवेंद्र चहल, कुलदीप यादव, मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज और उमरान मलिक।
न्यूजीलैंड: टॉम लैथम (कप्तान), फिन एलेन, डग ब्रेसवेल, माइकल ब्रेसवेल, मार्क चैपमैन, डेवोन कॉनवे, जैकब डफी, लॉकी फर्ग्युसन, डेरिल मिशेल, हेनरी निकोल्स, ग्लेन फिलिप्स, मिशेल सेंटनर, हेनरी शिपली, ईश सोढ़ी, और ब्लेयर टिकनर।
समय: मैच दोपहर एक बजकर 30 मिनट पर शुरू होगा। (भाषा)
नई दिल्ली, 20 जनवरी । भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने तीन देशों की सिरीज़ के पहले मैच में दक्षिण अफ़्रीका की महिला टीम को 27 रन से हरा दिया.
भारतीय टीम ने ईस्ट लंदन में खेले गए मुक़ाबले में पहले बल्लेबाज़ी की और 20 ओवर में छह विकेट गंवाकर 147 रन बनाए.
भारतीय टीम के लिए सबसे ज़्यादा नाबाद 41 रन अमनजोत कौर ने बनाए.
पहला मैच खेल रहीं अमनजोत सातवें नंबर पर बल्लेबाज़ी के लिए उतरी थीं. अपनी इस पारी के लिए उन्हें प्लेयर ऑफ़ द मैच चुना गया.
सलामी बैटर यास्तिका भाटिया ने 35 और दीप्ति शर्मा ने 33 रन बनाए.
जवाब में दक्षिण अफ़्रीका की टीम 20 ओवर में नौ विकेट पर 120 रन ही बना सकी.
भारत के लिए दीप्ति शर्मा ने तीन विकेट लिए.
सिरीज़ की तीसरी टीम वेस्ट इंडीज़ है. भारतीय टीम का अगला मैच 23 जनवरी को वेस्ट इंडीज़ के ख़िलाफ़ है. (bbc.com/hindi)
क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने सऊदी अरब में अपने पहले मैच में दो गोल दागे और इस मुक़ाबले में लियोनेल मेसी ने भी एक गोल दागा.
हालांकि गुरुवार को रियाद में खेले गए इस रोमांचक मुक़ाबले में फुटबॉल क्लब पेरिस सेंट जर्मेन (पीएसजी) ने रियाद ऑल स्टार XI को 5-4 से मात दे दी.
वैसे सऊदी अरब की राजधानी में खेला गया ये एक प्रदर्शनी मैच था जिसमें आज की तारीख़ के दो महानत फुटबॉल प्लेयर हिस्सा ले रहे थे.
रियाद के किंग फहद स्टेडियम में खेले गए इस एक्शन पैक मुक़ाबले के पहले हाफ़ में पहला गोल मेसी ने दागा और रोनाल्डो ने हाफ-टाइम तक मैच को दो-दो की बराबरी पर ला दिया.
हालांकि दोनों टीमों के लिए इस मुक़ाबले की कोई बहुत ज़्यादा अहमियत नहीं थी लेकिन दुनिया भर के फुटबॉल दीवानों की नज़र इस मैच पर बनी हुई थी.
सेकेंड हाफ़ में दोनों ही टीमों ने अपनी पूरी ताक़त झोंक दी थी लेकिन फुटबॉल क्लब पेरिस सेंट जर्मेन के एकिटाइक की 78वें मिनट में किए गए गोल ने बाज़ी मेहमान टीम के पक्ष में पलट दी.
पीएसजी के कोच ने कहा, "इस भव्य स्टेडियम में गजब का माहौल था और हमने कई गोल होते हुए देखे. आज की शाम हमने एक हमने एक बढ़िया मैच खेला हमें बहुत समर्थन भी मिला. मैदान पर जिस तरह से यहां के लोग खिलाड़ियों को इज्जत दे रहे थे, वो हमें बहुत अच्छा लगा." (bbc.com/hindi)
भुवनेश्वर, 19 जनवरी। तीन बार के चैम्पियन नीदरलैंड ने पदार्पण कर रहे चिली पर गुरूवार को यहां 14-0 की रिकॉर्ड जीत से एफआईएच पुरूष हॉकी विश्व कप में सीधे क्वार्टरफाइनल में प्रवेश किया जबकि मलेशिया ने न्यूजीलैंड को 3-2 से हराकर उलटफेर करते हुए पूल सी में दूसरा स्थान हासिल किया।
नीदरलैंड पूल सी में तीन मैचों में तीन जीत से नौ अंक लेकर शीर्ष पर रहा जबकि मलेशिया ने दो जीत से छह अंक जुटाकर दूसरा स्थान हासिल किया।
दिन के दूसरे मैच में दुनिया की तीसरे नंबर की टीम नीदरलैंड ने 23वीं रैंकिंग के खिलाफ इच्छानुसार गोल कर विश्व कप मैच में सबसे बड़े अंतर से जीत हासिल की।
हॉकी विश्व कप में सबसे बड़ी जीत का रिकॉर्ड इससे पहले दुनिया की नंबर एक टीम आस्ट्रेलिया के नाम था जिसने नयी दिल्ली में दक्षिण अफ्रीका को 12-0 से मात दी थी।
तीन बार विश्व कप जीत चुकी और पिछले दो चरण में उप विजेता रही नीदरलैंड ने 18 पेनल्टी कॉर्नर हासिल किये और छह को गोल में तब्दील किया। चिली ने महज दो पेनल्टी कॉर्नर हासिल किये।
नीदरलैंड के लिये जिप जानसेन (छठे, 29वें, 34वें, 44वें मिनट) और कप्तान थियरी ब्रिंकमैन (25वें, 33वें, 58वें मिनट) ने हैट्रिक लगायी जबकि कोन बिजेन (40वें, 45वें मिनट) ने दो गोल दागे। डर्क डि विल्डर (22वें), थिस वान डैम (23वें), टेरांस पीटर्स (37वें), जस्टेन ब्लोक (42वें) और टेयून बेंस (48वें) ने टीम के लिये एक एक गोल किया।
जानसेन के चारों गोल पेनल्टी कॉर्नर से हुए।
इससे पहले मलेशिया के स्टार खिलाड़ी फैजल सारी (आठवें, 56वें मिनट) ने दो जबकि राजी रहीम ने 42वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदला। इससे पूल सी के अन्य मैच में 11वें नंबर की मलेशिया ने नौंवे नंबर की न्यूजीलैंड को 3-2 से शिकस्त दी।
न्यूजीलैंड के लिये हेडन फिलिप्स ने 51वें और सैमन लैन ने 52वें मिनट में गोल किये। इससे टीम पूल सी में महज एक जीत दर्ज कर तीसरे स्थान पर रही। चिली कोई मैच नहीं जीत पायी।
नीदरलैंड ने अंतिम आठ दौर के लिये सीधे क्वालीफाई किया। मलेशिया और न्यूजीलैंड क्वार्टरफाइनल में जगह बनाने के लिये ‘क्रॉसओवर’ मैच खेलेंगे।
चार पूल से शीर्ष टीमें सीधे अंतिम आठ में जगह बनायेंगी जबकि दूसरे और तीसरे स्थान पर रहने वाली टीमें बचे हुए चार स्थान भरने के लिये ‘क्रॉसओवर’ मैच खेलेंगी।
चिली पांचवें से 16वें स्थान के लिये क्वालीफिकेशन मैच खेलेगी। (भाषा)
नागपुर, 19 जनवरी। बायें हाथ के स्पिनर आदित्य सरवटे के 11 विकेट की मदद से विदर्भ ने 73 रन के आसान लक्ष्य का पीछा कर रही गुजरात को रणजी ट्रॉफी ग्रुप डी के मैच के तीसरे दिन 54 रन पर समेटकर 18 रन से जीत दर्ज की ।
विदर्भ ने भारत में प्रथम श्रेणी क्रिकेट के इतिहास के सबसे कम स्कोर का बचाव किया है । इससे पहले बिहार ने दिल्ली को 1948 . 49 में मात्र 78 रन का लक्ष्य देने के बाद जीत दर्ज की थी ।
इसी मैदान पर नौ फरवरी से भारतीय टीम को आस्ट्रेलिया के खिलाफ पहला टेस्ट खेलना है । मैच में पहले दिन 15 और दूसरे दिन 16 विकेट गिरे ।
रणजी मैच बगल की पिच पर खेला गया जिस पर टेस्ट नहीं खेला जाना है ।
गुजरात ने एक विकेट पर छह रन से आगे खेलना शुरू किया और पूरी टीम 31 ओवर में 54 रन पर आउट हो गई । सरवटे ने 15 . 3 ओवर में 17 रन देकर छह विकेट लिये ।पहली पारी में उन्होंने पांच विकेट लिये थे । बायें हाथ के स्पिनर हर्ष दुबे ने तीन विकेट चटकाये ।
गुजरात के लिये सिर्फ तीसरे नंबर के बल्लेबाज सिद्धार्थ देसाई ही दोहरे अंक तक पहुंच सके जिन्होंने 18 रन बनाये ।
विदर्भ ने पहली पारी में 74 रन बनाये थे जबकि गुजरात ने 256 रन बनाकर 182 रन की बढत हासिल की थी । विदर्भ ने दूसरी पारी में 254 रन बनाकर गुजरात को 73 रन का लक्ष्य दिया था ।
मोहाली में एक अन्य मैच में पंजाब ने मध्य प्रदेश को पारी और 122 रन से हराकर बोनस अंक से सात अंक अपनी झोली में डाले।
पहली पारी में 443 रन बनाने वाली पंजाब ने सिद्धार्थ कौल के चार विकेट की बदौलत मध्य प्रदेश को पहली पारी में 244 रन पर समेटने के बाद उसे फॉलो ऑन दिया और दूसरी पारी में उसे महज 77 रन पर आउट कर बड़ी जीत दर्ज की।
पंजाब के लिये अर्शदीप सिंह ने 30 रन देकर चार विकेट, मयंक मार्कंडे ने 19 रन देकर तीन विकेट और सिद्धार्थ कौल ने 11 रन देकर दो विकेट प्राप्त किये।
चंडीगढ़ में घरेलू टीम ने मनन वोहरा (126 रन) और गौरव पुरी (नाबाद 102 रन) के शतकों और कुणाल महाजन (83 रन) के अर्धशतक से स्टंप तक पहली पारी में आठ विकेट गंवाकर 485 रन बना लिये। इससे चंडीगढ़ ने रेलवे पर पहली पारी की बढ़त हासिल की जिसने पहले खेलते हुए 386 रन बनाये थे।
जम्मू में जम्मू कश्मीर की टीम ने अभिनव पुरी (121 रन) के शतक तथा चार बल्लेबाजों के अर्धशतक से पहली पारी छह विकेट पर 446 रन पर घोषित की। इसके बाद उसने 37 ओवर में स्टंप तक त्रिपुरा के 76 रन तक चार विकेट झटक लिये थे जिसके लिये बिक्रम दास 39 और सुभम घोष 23 रन बनाकर बल्लेबाजी कर रहे हैं। (भाषा)
मेलबर्न, 19 जनवरी। पूर्व आस्ट्रेलियाई विकेटकीपर इयान हीली फॉर्म में चल रहे उस्मान ख्वाजा की राय से सहमत नहीं हैं कि भारत में नौ फरवरी से शुरू हो रही चार टेस्ट मैचों की बॉर्डर-गावस्कर श्रृंखला के लिये अभ्यास मैचों की जरूरत नहीं है।
आस्ट्रेलियाई टीम नागपुर में शुरूआती टेस्ट से पहले भारत में एक भी अभ्यास मैच नहीं खेलेगी और दौरा करने वाली टीम के सदस्य ख्वाजा ने हाल में कहा कि इससे उपमहाद्वीप में स्पिन विकेटों पर टीम को कोई नुकसान नहीं होगा।
ख्वाजा ने हाल में आस्ट्रेलियाई मीडिया में कहा था, ‘‘जब हम खेलेंगे तो वहां का विकेट स्पिन कर सकता है लेकिन वहां का विकेट गाबा की तरह घास से भरा भी हो सकता है तो अभ्यास मैचों का कोई मतलब नहीं है। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि हमने आखिरकार सीख लिया है। जब मैंने सुना कि हमारा अभ्यास मैच नहीं है तो मैं मुख्य कोच एंड्रयू मैकडोनल्ड के पास गया और कहा, ‘‘अच्छा विचार’’। ’’
वहीं हीली उनकी बात से इत्तेफाक नहीं रखते हैं और उन्होंने कहा कि ख्वाजा जैसे खिलाड़ी को (जो अभी शीर्ष फॉर्म में है) भले ही भारतीय पिचों से तालमेल बिठाने की जरूरत शायद नहीं हो लेकिन टीम में ऐसे कई खिलाड़ी होंगे जिन्हें उप महाद्वीप के विकेट का आदी होने की जरूरत होगी।
हीली ने गुरूवार को सेन रेडिया से कहा, ‘‘यह बात फॉर्म में चल रहा बल्लेबाज (ख्वाजा) कर रहा है। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘अभ्यास मैच भले ही फॉर्म में चल रहे खिलाड़ी के नहीं हो लेकिन कुछेक के लिये यह जरूरी है। ’’ (भाषा)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बालोद, 19 जनवरी। बालोद जिले के ग्राम सिवनी के रहने वाले कमलेश निषाद जो कि एक हाथ से दिव्यांग है और वह किसी के ऊपर बोझ नहीं बनना चाहते 4 महिलाओं के साथ एक अकेला दिव्यांग कमलेश अपने परिवार का लालन पालन कर रहा है और खेल में भी उनकी विशेष रूचि है दिव्यांग कमलेश ने हाल ही में बालोद जिले का नाम रोशन करते हुए छत्तीसगढ़ पैरा ओलिंपिक में गोल्ड मेडल हासिल किया है, जिसमें लंबी कूद 100 मीटर दौड़ और गोला फेक शामिल हैं कलेक्टर ने उनकी जीत पर बधाई देते हुए उनके हौसलों को सलाम किया।
लंबी कूद में गंवाया हाथ
खेल का इतना जुनून है कमलेश निषाद ने हमेशा खेल को अपने जीवन का हिस्सा बनकर रखा हालांकि इसी खेल प्रेम ने उनका एक हाथ छीन लिया। यह घटना है वर्ष 2001 की जहां पर लंबी कूद के खेल के दौरान उन्हें एक हादसे का शिकार होना पड़ा और उन्होंने अपना एक हाथ गंवा दिया। कमलेश ने बताया कि लम्बी कूद खेल के दौरान उनका बैलेंस बिगड़ गया और उनका हांथ चकनाचूर हो गया और हाथ में जहर फैल गया, जिसके बाद उन्हें जीवित रहने के लिए अपने हाथ कटवाने पड़े, पर आज भी उन्हे ंअपने हाथ खोने का मलाल नहीं है वे अपना हर काम बखूबी से कर रहे हैं।
कमलेश की यात्रा हाथ कटने के बाद भी नहीं रुकी दिव्यांग खेल में कमलेश पाकिस्तान के साथ क्रिकेट मैच में दोदो हांथ किए और भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए जीत भी दिलाई पैरा ओलिंपिक में बैंगलोर में नेशनल गेम्स में लंबी कूद 20 मीटर दौड़ और गोला फेंक में भी पदक हासिल कर जिले का नाम रोशन किए।
कलेक्टर ने कहा कमलेश में है जिजीविषा
कलेक्टर कुलदीप शर्मा ने कहा, उनकी इस उपलब्धि पर पूरे जिले और जिला प्रशासन को गर्व है। हम ईश्वर से कामना करते हैं कि कमलेश ऐसे ही खेलते रहे। उन्होंने कहा, प्रशासन से जो सहयोग हो किया जायेगा। वे अपना प्रदर्शन ऐसे जी जारी रखे। कलेक्टर ने कमलेश से मुलाकात भी की और कहा कि उनके अंदर जीजिविषा भी है।
छत्तीसगढ़ में कबीरधाम जिला प्रथम स्थान रहा और टीम चैंपियनशिप
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कवर्धा/रायपुर, 19 जनवरी। 13वीं राज्य स्तरीय पैरा एथलेटिक्स प्रतियोगिता स्वामी विवेकानंद एथलेटिक्स मैदान कोटा रायपुर में 15-16 जनवरी को आयोजित की गई। प्रतियोगिता में कबीरधाम जिले के 15 दिव्यांग खिलाड़ी एवं कोच एवं मैनेजर ने प्रतिस्पर्धा में भाग लिया। कबीरधाम के दिव्यांग एथलीटों ने 21 स्वर्ण पदक पदक सहित कुल 26 पदक जीतकर छत्तीसगढ़ में कबीरधाम जिला प्रथम स्थान रहा और टीम चैंपियनशिप प्राप्त किया।
स्वामी विवेकानंद एथलेटिक स्टेडियम कोटा रायपुर में आयोजित 13वीं छत्तीसगढ़ राज्य स्तरीय पैरा एथलेटिक्स प्रतियोगिता का समापन हो गया है। स्पर्धा में कबीरधाम जिले का दबदबा रहा। वहीं, रायपुर के खिलाडिय़ों द्वारा भी जबरदस्त प्रदर्शन देखने को मिला। प्रतियोगिता में सबसे ज्यादा मेडल कबीरधाम जिले को मिले। दूसरे स्थान पर महासमुंद और तीसरे स्थान रायपुर रहा। राज्य के लगभग सभी जिलों से आए पैरा एथलिट खिलाडिय़ों ने अपना पूरा दमखम दिखाया।
कबीरधाम जिले के दिव्यांगों ने वाकई कमाल कर दिया। फोर्स एकेडमी कबीरधाम के दिव्यांग एथलीटों ने 21 गोल्ड मेडल प्राप्त कर जिले को गौरवान्वित किया।
21 स्वर्ण पदक पदक सहित कुल 26 पदक प्राप्त कर छत्तीसगढ़ में कबीरधाम जिला प्रथम स्थान रहा और टीम चैंपियनशिप प्राप्त किया।
छोटी मेहरा- 2 स्वर्ण पदक (गोला फेंक ,चक्र फेंक), संगीता मसीह-3 स्वर्ण पदक (गोला फेंक, चक्र फेंक लंबी, कूद), शिवकिंकर नेताम 3 स्वर्ण पदक (गोला फेंक, भाला फेंक, चक्र फेंक), सुखनंदन निषाद 3 स्वर्ण पदक (लंबी कूद, ऊंची कूद, 100मीटर दौड़), अनिल कुमार 2 स्वर्ण पदक (भाला फेंक ,गोला फेंक), देवसिंह अहिरे 2 रजत पदक (गोला फेंक ,भाला फेंक), कविता बंजारे 3 स्वर्ण पदक (लंबी कूद, 100 मीटर ,200 मीटर दौड़), अजय कुमार 1 स्वर्ण पदक (भाला फेंक ), हरेंद्र कुमार चंद्रवंशी 3 पदक (2 स्वर्ण गोला फेंक 100मीटर,1 कांस्य पदक लंबी कूद ), केशव टंडन 2 स्वर्ण पदक (गोला फेंक ,भाला फेंक), थानुराम 1 स्वर्ण पदक (चक्र फेंक), राजू सोनवानी 1 कांस्य पदक (गोला फेंक), कबीरधाम टीम के साथ टीम कोच वसीम रजा कुरैशी एवं टीम मैनेजर सरजू कोसले शामिल हुए थे।
छोटी मेहरा का दबदबा
कबीरधाम जिले के छोटे कद की दिव्यांग खिलाड़ी छोटी मेहरा का दबदबा देखने को मिला। सीनियर वर्ग में एफ 40 वर्ग के खिलाड़ी छोटी मेहरा ने गोलाफेंक एवं तवा फेंक स्पर्धा में पहला स्थान हासिल किया इन्होंने रास्ट्रीय स्तर पर भी कई प्रतिस्पर्धा जीते हैं। इनके नाम चक्र फेक प्रतिस्पर्धा बैंगलोर में राष्ट्रीय रिकार्ड भी है।
कोच वसीम रजा कुरैशी ने जानकारी दी कि 27 से 29 जनवरी को गांधीनगर (गुजरात) में राष्ट्रीय प्रतियोगिता में सब जूनियर वर्ग के प्रतिभागी तथा 23से 25 फरवरी को पुणे (महाराष्ट्र) में सीनियर वर्ग के चयनित प्रतिभागी प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ राज्य का प्रतिनिधित्व करेंगे।
इन सभी विजेता दिव्यांग खिलाडिय़ों का कवर्धा आने पर , कवर्धा पुलिस द्वारा आयोजित यातायात सप्ताह कार्यक्रम 17 जनवरी को शहर के गांधी मैदान में समापन समारोह के दौरान श्रीमती ममता चंद्राकर विधायक पंडरिया, ऋषि कुमार शर्मा नगर पालिका अध्यक्ष , जन्मेजय महोबे जिलाधीश कबीरधाम, डॉ. लाल उमेद सिंह श्री चूड़ामणि सिंह वन मंडल अधिकारी कबीरधाम, कीर्तन शुक्ला निज सहायक मंत्री,ने सभी खिलाडिय़ों का सम्मान किया गया।
इन सभी विजेता खिलाडिय़ों को एएसपी मनीषा रावटे, डीएसपी संजय धुर्वे , कौशल किशोर वासनिक एवं रक्षित निरीक्षक महेश्वर सिंह ने बधाई दिए एवं उत्साहवर्धन किये।
सर्रे, 19 जनवरी दक्षिण अफ्रीका के महान बल्लेबाज हाशिम अमला ने क्रिकेट के हर प्रारूप को अलविदा कह दिया है जिससे दो दशक के उनके सुनहरे कैरियर पर विराम लग गया ।
चार साल पहले अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने वाले 39 वर्ष के अमला ने इंग्लिश काउंटी टीम सर्रे को इसकी पुष्टि की ।
सर्रे ने ट्वीट किया ,‘‘ हाशिम अमला ने क्रिकेट के हर प्रारूप को अलविदा कह दिया । उन्होंने अपना कैरियर खत्म होने का ऐलान किया है । सर्रे की ओर से हम उन्हें धन्यवाद देते हैं ।’’
अमला ने 124 टेस्ट, 181 वनडे और 44 टी20 मैच खेलकर दक्षिण अफ्रीका के लिये 18672 रन बनाये । वह टेस्ट में तिहरा शतक जड़ने वाले दक्षिण अफ्रीका के पहले और इकलौते बल्लेबाज हैं । उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ जुलाई 2012 में ओवल पर नाबाद 311 रन बनाये थे ।
अब अमला दक्षिण अफ्रीका टी20 लीग में मुंबई इंडियंस केपटाउन के बल्लेबाजी कोच के रूप में काम करेंगे । (भाषा)
मेलबर्न, 19 जनवरी | दुनिया की नंबर 5 आर्यना सबालेंका की साल में जीत की शुरूआत गुरुवार को भी जारी रही क्योंकि उन्होंने फ्लोटर शेल्बी रोजर्स को हराकर 2023 आस्ट्रेलियन ओपन के तीसरे दौर में प्रवेश किया। सबालेंका ने रोजर्स पर 6-3, 6-1 से जीत दर्ज कर मेलबर्न में रॉड लेवर एरिना में तीसरे सीधे वर्ष के लिए तीसरे दौर में प्रवेश किया। एक घंटे 27 मिनट तक चले इस मैच में उन्होंने 32 विनर्स लगाए, जो रोजर्स के 17 विनर्स से लगभग दोगुना था।
24 वर्षीय ने साल की शुरूआत 6-0 से की है, उन्होंने इस महीने की शुरूआत में एडिलेड इंटरनेशनल 1 का खिताब जीता था। पिछले तीन वर्षों में यह दूसरी बार है जब सबालेंका ने सीजन के अपने पहले छह मैच जीते हैं, 2021 में भी उन्होंने ऐसा किया था।
दूसरे सेट में, सबालेंका ने बैकहैंड विनर लगाकर ब्रेक प्वाइंट बचाया और 1-1 की बराबरी कर ली। यहां से उन्हें कोई परेशानी नहीं हुई और उन्होंने 6-1 से यह सेट जीतकर अगले दौर में प्रवेश कर लिया। सबालेंका तीसरे दौर में अपने पूर्व नियमित युगल जोड़ीदार, नंबर 26 वरीयता प्राप्त एलिस मर्टेंस से भिड़ेंगी।
बेल्जियम की मर्टेंस ने अमेरिका की लॉरेन डेविस को एक घंटे 12 मिनट में 6-4, 6-3 से हराया। उन्होंने डेविस की आठ मैचों की जीत के क्रम को समाप्त कर दिया, जिसने पिछले सप्ताह क्वालीफायर के रूप में होबार्ट खिताब जीता था।
मर्टेंस ने आस्ट्रेलियन ओपन में अच्छा प्रदर्शन किया है, इस कार्यक्रम में अपने मुख्य ड्रा डेब्यू में वह 2018 के सेमीफाइनल में पहुंच गई। बेल्जियन ने मेलबोर्न में अपने सभी छह मुख्य ड्रा मुकाबलों में तीसरा राउंड या उससे बेहतर प्रदर्शन किया है।
हालांकि, सबालेंका अपनी एकल प्रतिद्वंद्विता में 6-2 से आगे हैं। अपने सबसे हालिया मुकाबले में, सबालेंका ने 2021 यूएस ओपन में राउंड 16 में मर्टेंस को 6-4, 6-1 से हराया था। (आईएएनएस)|
लंदन, 19 जनवरी | दक्षिण अफ्रीका के सलामी बल्लेबाज हाशिम अमला ने क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास लेने की घोषणा की है। 39 वर्षीय दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज ने सरे कंट्री क्लब को सूचित किया है कि वह 2023 काउंटी चैंपियनशिप में नहीं खेलेंगे। अमला ने काउंटी क्लब के साथ अपने अनुबंध के आखिरी सत्र 2022 में सरे को चैंपियनशिप जीतने में मदद करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
अपने दो दशक लंबे करियर में, अमला ने सभी प्रारूपों में 34,104 रन बनाए हैं। 124 टेस्ट में 9,282 रन, जो अपने देश के लिए जैक्स कैलिस के बाद दूसरे सबसे बड़े खिलाड़ी हैं। उन्होंने टेस्ट में 28 शतक लगाए हैं। इसमें 2012 में द ओवल में इंग्लैंड के खिलाफ नाबाद 311 रन की पारी भी शामिल है, जो टेस्ट में दक्षिण अफ्रीका का पहला तिहरा शतक भी था।
अमला सफेद गेंद के क्रिकेट में भी काफी सफल रहे, उन्होंने 181 एकदिवसीय मैचों में 27 शतकों सहित 8113 रन बनाए और 44 टी20 में 1,277 रन बनाए।
कुछ महीने पहले उन्होंने एमआई केप टाउन में चल रहे टी20 में बल्लेबाजी कोच के रूप में शामिल होकर कोचिंग करियर की शुरूआत की। 2019 एकदिवसीय विश्व कप में दक्षिण अफ्रीका के अभियान के समाप्त होने के बाद अमला ने वनडे क्रिकेट को अलविदा कह दिया था।
बुधवार को उन्होंने आधिकारिक तौर पर सरे को सूचित किया कि वह 2022 में जीते गए खिताब की रक्षा करने में उनकी मदद करने के लिए वापस नहीं आएंगे। वो 2019 में सरे में फिर से शामिल हुए, 2013 और 2014 में एक विदेशी खिलाड़ी के रूप में काउंटी का प्रतिनिधित्व भी किया। वह पहले डबीर्शायर, हैम्पशायर, नॉटिंघमशायर और एसेक्स के साथ खेल चुके हैं। उन्होंने आईपीएल में किंग्स इलेवन पंजाब और दक्षिण अफ्रीका की घरेलू प्रतियोगिताओं में क्वा-जुलु नटाल, डॉल्फिन और केप कोबरा का भी प्रतिनिधित्व किया। (आईएएनएस)|
हैदराबाद, 19 जनवरी। न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले वनडे में दोहरा शतक लगाने वाले शुभमन गिल का मानना है कि दूसरे छोर से विकेट गिरते रहने के बावजूद लगातार ढीली गेंदों को नसीहत देने की उनकी रणनीति से ऐसी पारी खेलने में मदद मिली ।
गिल ने 50वें ओवर तक डटे रहकर शानदार दोहरा शतक जमाया । उन्हें दूसरे छोर से सहयोग नहीं मिला लेकिन उन्होंने बीच के ओवरों में चौके छक्के लगाकर रनगति बनाये रखी । उन्होंने अपनी पारी की आखिरी दस गेंदों में छह छक्के लगाये ।
जीत के बाद उन्होंने कहा ,‘‘ यह पारी मेरे लिये काफी मायने रखती है । मैं श्रीलंका के खिलाफ पहले और तीसरे मैच में बड़ी पारी नहीं खेल सका । यहां बड़ा स्कोर बनाना चाहता था ।’’
गिल ने कहा ,‘‘ सर्कल के भीतर बीच के ओवरों में अतिरिक्त फील्डर होने से बीच के ओवरों में दूसरी टीमें भी तेजी से रन बनाने का प्रयास करती है । दूसरे छोर से विकेटों के गिरने के बावजूद मैं गेंदबाजों को अपने इरादे जताना चाहता था क्योंकि ऐसा नहीं करने पर उनके लिये डॉट गेंद डालना आसान हो जाता है ।’’
उन्होंने कहा ,‘‘ इसलिये जब विकेट गिर रहे थे तब भी मेरा इरादा यही था कि ढीली गेंदों को मैं छोड़ूंगा नहीं ।’’
लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे गिल ने इस पर खुशी जताते हुए कहा ,‘‘ निरंतरता मेरे लिये काफी महत्वपूर्ण है । यह सफलता की कुंजी है । एक बल्लेबाज के तौर पर हर प्रारूप में मेरी यही कोशिश रहती है । जब आपकी मेहनत रंग लाती है तो अच्छा लगता है ।’’
दोहरे शतक के बाद उन्होंने अपने पिता और मेंटोर युवराज सिंह के बारे में भी बात की ।
उन्होंने कहा ,‘‘ युवी पाजी मेरे मेंटोर रहे हैं, बड़े भाई की तरह । मैं अपनी बल्लेबाजी के बारे में उनसे बात करता रहता हूं । मेरे पिता मेरे शुरूआती कोच रहे हैं और मुझे खुशी है कि उन्हें गौरवान्वित कर सका।’’ (भाषा)
भारत ने न्यूज़ीलैंड को पहले एकदिवसीय मैच में 12 रनों से हरा दिया है लेकिन मैच के दौरान हार्दिक पंड्या के आउट होने को लेकर अब तक प्रतिक्रियाएं आ रही हैं.
दोनों टीमें बुधवार को हैदराबाद में भारत-न्यूज़ीलैंड के बीच तीन मैचों की सिरीज़ का पहला वन डे खेल रही थीं.
मैच में हार्दिक पंड्या चालीसवें ओवर में 28 रन बनाकर खेल रहे थे. तभी डेरिल मिचेल की गेंद पर खेलते हुए हार्दिक पंड्या आउट हो गए.
गेंद बिना बल्ले से लगे विकेटकीपर के पास पहुंची. इस दौरान ऑफ़ स्टंप की बेल नीचे गिरी और न्यूज़ीलैंड ने आउट की अपील की. इसके बाद थर्ड अंपायर से मदद मांगी गई.
रिप्ले में पता चला कि विकेटकीपर टॉम लेथम ने गेंद को विकेट के ऊपर से लपका, जिस दौरान स्टंप्स की लाइट जली. उनके दस्ताने बेल्स के बहुत पास थे. हालांकि, थर्ड अंपायर को लगा कि हार्दिक पंड्या के आउट होने से लैथम के ग्लव्स का कोई लेना-देना नहीं है और फ़ैसला न्यूज़ीलैंड के पक्ष में दिया.
लेकिन थर्ड अंपायर के इस फ़ैसले से कई दिग्गज क्रिकेटर और सोशल मीडिया यूज़र्स नाखुश दिखे. कमेंट्री करते हुए मोहम्मद कैफ़, संजय बांगड़ भी इससे सहमत नहीं दिखे.
खुद बीसीसीआई ने भी ये वीडियो शेयर कर के पूछा कि हार्दिक पंड्या आउट थे या नहीं.
पूर्व क्रिकेटर वसीम जाफ़र ने ट्वीट किया कि हार्दिक पंड्या के साथ ठीक नहीं हुआ. उन्होंने तीन बिंदुओं में बताया कि बॉल और बेल्स के बीच दूरी साफ़ है, बॉल दस्तानों के अंदर है लेकिन गिल्लियों की लाइट तब भी नहीं जली, दस्तानों के टच होने के बाद बेल्स की लाइट जली.
आर अश्विन ने लिखा, "अलग-अलग स्क्रीन और रिप्ले को भूल जाइए.. शुभमन गिल के कट शॉट से साबित हो गया कि हार्दिक पंड्या साफ़-साफ़ नॉट आउट क्यों थे."
मुनाफ़ पटेल ने भी हार्दिक के आउट होने की तस्वीरें ट्वीट करते हुए सवाल किया कि वो आउट थे या नहीं.
इस मुक़ाबले में भारत ने न्यूज़ीलैंड को 349 रनों का लक्ष्य दिया था, जिसे विपक्षी टीम हासिल नहीं कर सकी.
भारत की ओर से शुभमन गिल ने दोहरा शतक जड़ते हुए एक यादगार पारी खेली. (bbc.com/hindi)
भुवनेश्वर, 18 जनवरी (भाषा)। मुख्य कोच ग्राहम रीड ने बुधवार को कहा कि भारत को एफआईएच पुरूष हॉकी विश्व कप के क्वार्टरफाइनल में सीधे क्वालीफाई करने के लिये वेल्स को बड़े अंतर से हराने की जरूरत होगी लेकिन मेजबान टीम दिमाग में यही सोचकर मुकाबले की शुरूआत नहीं करेगी बल्कि नैसर्गिक खेल खेलेगी।
भारत पूल डी में दो मैचों में चार अंक लेकर दूसरे स्थान पर काबिज है और टीम गुरूवार को यहां अंतिम लीग मैच में वेल्स के सामने होगी। इंग्लैंड की टीम बेहतर गोल अंतर की बदौलत पूल में शीर्ष पर है।
भारत और इंग्लैंड के दो दो मैचों के बाद चार चार अंक हैं। इंग्लैंड की टीम गोल अंतर के हिसाब से भारत से आगे है। उसका गोल अंतर प्लस पांच है जबकि घरेलू टीम के प्लस तीन अंक हैं।
भारत को हालांकि यह फायदा है कि उसे पता है कि अपने पूल डी के अंतिम मैच में क्या करना होगा क्योंकि इससे पहले स्पेन और इंग्लैंड का मुकाबला होगा।
रीड ने मैच पूर्व संध्या पर आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘‘यह (मैच से पहले क्या करना है) जानना ही काफी अच्छा है लेकिन हम शुरू से ही इसके बारे में सोचते हुए नहीं उतरेंगे। ऐसा करना खतरनाक होगा। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम अपना नैसर्गिक खेल खेलेंगे, हम इसे सरल रखेंगे और संयमित बने रहेंगे। हम इसके बाद से तेजी बरत सकते हैं। ’’
भारत ने दो मैचों में केवल दो गोल किये हैं, गोल की कमी के बारे में पूछने पर रीड ने कहा, ‘‘इसके पीछे कोई विशेष कारण नहीं है। मैं तब चिंतित होता जब हम मौके नहीं बना रहे होते। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन हम मौके बना रहे हैं। बस ‘फिनिशिंग’ की कमी है। हम उम्मीद कर रहे हैं कि ऐसा भी होगा। ’’
इस आस्ट्रेलियाई ने हालांकि मिडफील्डर हार्दिक सिंह की चोट पर एमआरआई रिपोर्ट के बारे में जानकारी साझा करने से इनकार कर दिया जो इंग्लैंड के खिलाफ रविवार को गोलरहित ड्रा के दौरान चोटिल हो गये थे जिससे उनका वेल्स के खिलाफ खेलना संदिग्ध है।
रीड ने कहा, ‘‘उसकी एमआरआई रिपोर्ट हमने जो सोचा था, उससे कहीं बेहतर थी। हम उम्मीद कर रहे हैं कि वह टूर्नामेंट में खेलेगा। ’’
यह पूछने पर कि क्या वह टीम में 18 के बजाय केवल 17 खिलाड़ियों का ही चयन करेंगे तो उन्होंने कहा, ‘‘हम कल फैसला करेंगे। ’’
कप्तान हरमनप्रीत सिंह से जब पेनल्टी कॉर्नर हिट नियम में बदलाव करने पर विचार के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि यह अच्छा होगा, अगर पेनल्टी कॉर्नर डिफेंडरों के पास ज्यादा समय होगा। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘इससे पेनल्टी कॉर्नर करने की दर ज्यादा प्रभावित नहीं होगी क्योंकि यह ड्रैग फ्लिकर की टाइमिंग पर निर्भर करता है। ’’
नयी दिल्ली, 18 जनवरी। विनेश फोगाट ने एक चौंकाने वाले खुलासे में बुधवार को रोते हुए आरोप लगाया कि भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह कई वर्षों से महिला पहलवानों का यौन शोषण कर रहे हैं और उन्हें हटाने के लिए प्रधानमंत्री और गृह मंत्री के हस्तक्षेप की मांग की।
विश्व चैंपियनशिप की पदक विजेता और ओलंपियन विनेश ने यह भी दावा किया कि लखनऊ में राष्ट्रीय शिविर में कई कोच ने भी महिला पहलवानों का शोषण किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि शिविर में कुछ महिलाएं हैं जो डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष के कहने पर पहलवानों से संपर्क करती हैं।
इस 28 साल की पहलवान ने हालांकि स्पष्ट किया कि उन्होंने खुद इस तरह के शोषण का सामना नहीं किया है। उन्होंने दावा किया कि उन्हें डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष के इशारे पर उनके करीबी अधिकारियों से जान से मारने की धमकी मिली थी, क्योंकि उन्होंने तोक्यो ओलंपिक खेलों के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के दौरान उनका ध्यान इन मुद्दों पर आकर्षित करने का हिम्मत दिखायी थी।
यहां के जंतर मंतर पर चार घंटे से अधिक समय तक धरने पर बैठने के बाद विनेश ने कहा, ‘‘ मैं कम से कम 10-12 महिला पहलवानों को जानती हूं जिन्होंने मुझे डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष से हुए यौन शोषण के बारे में बताया है। उन्होंने मुझे अपनी कहानियां सुनाईं। मैं अभी उनका नाम नहीं ले सकती लेकिन अगर हम देश के प्रधानमंत्री और गृह मंत्री से मिलें तो मैं नामों का खुलासा जरूर कर सकती हूं।’’
विनेश के साथ बैठे तोक्यो ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता बजरंग पूनिया ने कहा कि महासंघ मनमाने ढंग से चलाया जा रहा है और जब तक डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष को हटाया नहीं जाता तब तक वे किसी अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में हिस्सा नहीं लेंगे
एक अभूतपूर्व कदम में, देश के शीर्ष पहलवान डब्ल्यू अध्यक्ष की ‘तानाशाही’ के विरोध में एकत्रित हुए।
बजरंग, विनेश, रियो ओलंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक, विश्व चैम्पियनशिप पदक विजेता सरिता मोर, संगीता फोगाट, सत्यव्रत मलिक, जितेंद्र किन्हा और राष्ट्रमंडल खेल पदक विजेता सुमित मलिक जंतर मंतर पर धरने पर बैठे 30 पहलवानों में शामिल हैं ।
बजरंग ने पीटीआई से कहा ,‘‘ हमारी लड़ाई सरकार या भारतीय खेल प्राधिकरण के खिलाफ नहीं है । हम डब्ल्यूएफआई के खिलाफ है । हम आज इसका ब्यौरा देंगे । ये तो अब आर पार की लड़ाई है ।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष को हटाए जाने तक हम किसी अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में हिस्सा नहीं लेंगे। यह भारतीय कुश्ती को बचाने की लड़ाई है।’’
बजरंग का सहयोगी स्टाफ भी धरने पर बैठा था जिसमें उनके कोच सुजीत मान और फिजियो आनंद दुबे शामिल हैं ।
एक अन्य पहलवान ने कहा ,‘‘ तानाशाही नहीं चलेगी ।’’
सिंह 2011 से डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष हैं और फरवरी 2019 में लगातार तीसरी बार चुने गए। (भाषा)
भुवनेश्वर, 18 जनवरी। अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ (एफआईएच) सुरक्षा मुद्दों के मद्देनजर पेनल्टी कॉर्नर ड्रैग-फ्लिक में नियमों में बदलाव पर विचार कर सकता है, लेकिन भारतीय खिलाड़ी इस दौरान भारतीय टीम में ज्यादातर मौके पर सबसे पहले दौड़ शुरू करने वाले अमित रोहिदास इससे जुड़े जोखिम को लेकर चिंतित नहीं हैं।
एफआईएच के अध्यक्ष तैयब इकराम ने कुछ दिन पहले विश्व कप के सह-मेजबान शहर राउरकेला में कहा था कि विश्व निकाय उच्च गति की गेंद को रोकने वाले खिलाड़ियों को अधिक सुरक्षा प्रदान करने के लिए पेनल्टी कॉर्नर हिट से संबंधित नियमों में बदलाव पर एक अध्ययन कर रहा था।
इकराम ने हालांकि साफ कर दिया था कि एफआईएच फ्लिक से गेंद की गति कम करने के बारे में नहीं सोच रहा है।
उन्होंने कहा कि गेंद के सर्कल में प्रवेश करने से पहले आक्रमण करने वाली टीम को गेंद पर प्रहार का एक या दो और अधिक मौका देने का समाधान खोजा जा सकता है। इससे टीमों को प्रतिक्रिया देने के लिए अधिक समय मिलेगा।
नियम में संभावित बदलाव के बारे में पूछे जाने पर रोहिदास ने कहा, ‘‘एफआईएच अध्यक्ष ने क्या कहा, मुझे इसकी जानकारी नहीं है।
इस 29 साल के डिफेंडर ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘ मैं भारतीय टीम में सबसे पहले दौड़ने वालों में से एक रहा हूं। टीम जो भी और जब भी चाहे, मैं पहला तेज रनर हो सकता हूं। मुझे कोई समस्या नहीं है।’’
राउरकेला के नये बिरसा मुंडा स्टेडियम में शुरुआती मैच में स्पेन द्वारा लिए गए तीन पेनल्टी कार्नर में रोहिदास पहले भारतीय खिलाड़ियों में दौड़ शुरू करने वाले पहले खिलाड़ी रहे थे। भारत ने पेनल्टी कॉर्नर से कोई गोल नहीं खाया और 2-0 से मैच जीत लिया।
रोहिदास ने इस मैच में एक गोल भी किया था। उन्होंने पेनल्टी कॉर्नर के रिबांउड को गोल में डाल कर टीम को शानदार सफलता दिलायी।
इंग्लैंड के खिलाफ गोलरहित ड्रॉ मैच में भी भारत ने आठ पेनल्टी कॉर्नर का बचाव किया था। इसमें रोहिदास की भूमिका अहम रही।
भारतीय टीम के लिए 133 मैच खेलने वाले रोहिदास ने कहा, ‘‘मेरे लिये यह ज्यादा जोखिम के बारे में नहीं है। हमारे पास घुटने का गार्ड, हाथ का दस्ताना जैसे बचाव के उपकरण होते है। ’’ (भाषा)
नयी दिल्ली, 18 जनवरी। भारत की नंबर एक फर्राटा धाविका दुती चंद टूर्नामेंट से बाहर हुए टेस्ट में प्रतिबंधित अनाबॉलिक स्टेरॉयड के सेवन की दोषी पाई गई हैं और उन पर अस्थायी निलंबन लगा दिया गया है ।
दुती की जांच रिपोर्ट की एक प्रति पीटीआई के पास है, इसके मुताबिक इस धाविका के नमूने में एसएआरएमएस (सेंलेक्टिव एंड्रोजन रिसेप्टर मॉड्यूलेटर) के अंश मिले हैं। इसका इस्तेमाल आमतौर पर मांसपेशियों के द्रव्यमान और ताकत बढ़ाने के लिए किया जाता है। यह शरीर में वसा को कम करता है और सहनशक्ति बढ़ता है।
एशियाई खेल 2018 में सौ और दो सौ मीटर दौड़ में दूसरे स्थान पर रही दुती सौ मीटर में मौजूदा राष्ट्रीय चैम्पियन है । राष्ट्रीय डोपिंग निरोधक एजेंसी (नाडा) द्वारा जारी अधिसूचना में कहा गया ,‘‘ दुती चंद को एंडराइन, ओस्टराइन और लिगांड्रोल के सेवन का दोषी पाया गया है ।’’
दुती को तीन जनवरी 2023 करे लिखे पत्र में एएएफ अधिसूचना में कहा गया ,‘‘मैं आपको सूचित करता हूं कि आपके ‘ए’ नमूने की एनडीटीएल (राष्ट्रीय डोप टेस्ट प्रयोगशाला) में वाडा (विश्व डोपिंग निरोधक एजेंसी) की प्रक्रिया के तहत जांच की गई और नतीजा पॉजिटिव आया है ।’’
यह नमूना पिछले साल पांच दिसंबर को टूर्नामेंट से इतर प्रतियोगिता में लिया गया था ।
पत्र में दुती को इसके परिणामों के बारे में भी आगाह किया गया । इसमें कहा गया ,‘‘ पत्र की विषयवस्तु को ध्यान से पढ़े जिसमें इसके परिणामों के बारे में बताया गया है ।’’
पत्र में कहा गया है कि दुती के पास ‘बी’ नमूना परीक्षण के लिए अपील करने के लिए सात कार्य दिवस है, जिसमें विफल रहने पर नाडा मानेगा कि उसने दूसरे नमूने का विश्लेषण करने के अपने अधिकार का इस्तेमाल नहीं करने का फैसला किया।
दुती को तीन जनवरी को नोटिस जारी किया गया था। इसके मुताबिक दुती का ‘बी’ नमूना परीक्षण के लिए अपील करने का समय अब समाप्त हो गया।
दुती ने संपर्क करने पर कहा ,‘‘ मुझे कोई जानकारी नहीं मिली है । मैने कई टेस्ट दिये हैं लेकिन एएफआई ने मुझे कुछ बताया नहीं है । मुझे सोशल मीडिया से ही इसकी जानकारी मिल रही है ।’’
दुती के पास 11.17 सेकंड के समय के साथ 100 मीटर का राष्ट्रीय रिकॉर्ड है, जो उन्होंने 2021 में पटियाला में इंडियन ग्रां प्री चार में बनाया था। वह वर्तमान में राष्ट्रीय शिविर का हिस्सा नहीं हैं और हैदराबाद में भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (एएफआई) के किसी कोच के साथ प्रशिक्षण नहीं ले रही हैं। . वह अपने दम पर प्रशिक्षण लेने के लिए भुवनेश्वर चली गईं।
एएफआई के अध्यक्ष आदिल सुमरिवाला ने कहा कि उन्हें दुती के पॉजिटिव परीक्षण के बारे में कोई खबर नहीं है।
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे उसके पॉजिटिव परीक्षण पर कोई खबर नहीं मिली है। नाडा से पूछें। वे हमें पंजीकृत डाक के माध्यम से परीक्षणों के बारे में सूचित करते हैं, जिसके आने में कुछ दिन लगते हैं। दुती से पूछें कि क्या उन्हें पत्र मिला है?’’
दुती ने 2016 के रियो ओलंपिक में महिलाओं की 100 मीटर स्पर्धा के लिए क्वालीफाई किया था। इस स्पर्धा में उन्होंने भागीदारी के 36 साल के सूखे को खत्म किया था। दिग्गज घाविका और भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) की मौजूदा अध्यक्ष पीटी उषा ने 1980 के मास्को ओलंपिक में भाग लिया था। (भाषा)
जंतर मंतर पर भारतीय कुश्ती संघ के ख़िलाफ़ धरने पर बैठी महिला कुश्ती खिलाड़ियों ने महासंघ के प्रेसीडेंट पर यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए हैं.
कुश्ती खिलाड़ी विनेश फोगाट ने पत्रकारों से कहा, "कोच महिलाओं को परेशान कर रहे हैं और फ़ेडरेशन के चहेते कुछ कोच तो महिला कोचों के साथ भी अभद्रता करते हैं. वे लड़कियों को परेशान करते हैं. भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रेसीडेंट ने कई लड़कियों का यौन उत्पीड़न किया है."
फोगाट ने कहा, "वे हमारी निजी ज़िंदगी में दखल देते हैं और परेशान करते हैं. वे हमारा शोषण कर रहे हैं. जब हम ओलंपिक खेलने जाते हैं तो न तो हमारे पास फीजियो होता है न कोई कोच. जब हमने अपनी आवाज़ उठाई तो उहोंने हमें धमकाना शुरू कर दिया."
विनेश फोगाट 2022 के कॉमन वेल्थ गेम्स में 53 किलोग्राम भार वर्ग में गोल्ड मेडलिस्ट रही हैं.
फोगाट ने कहा कि एक दौर ऐसा भी आया कि इतना मेंटल टॉर्चर हुआ कि मैं खुदकुशी करने की सोचने लगी थी. मैं हर दिन खुदकुशी करने की सोचने लगी थी. हर एथलीट को पता है कि हमारे साथ क्या गुजर रही है.
उन्होंने कहा कि अगर मुझे कुछ हो जाता तो मेरा परिवार क्या करता उसके बाद और कौन लेता इसकी ज़िम्मेदारी.
उन्होंने कहा कि अगर हमारे किसी भी खिलाड़ी को कुछ भी होता है तो उसकी ज़िम्मेदारी हमारे फ़ेडरेशन की होगी. हमारा इतना मेंटल टॉर्चर होता है. मुझे कहा जाता है कि मैं मानसिक रूप से कमज़ोर हूं.
फोगाट पत्रकार वार्ता में भावुक हो गईं और उनकी आंखों में आंसू थे.
भारत के कई दिग्गज पहलवान भारतीय कुश्ती महासंघ के ख़िलाफ़ धरने पर बैठ गए हैं. दिल्ली के जंतर-मंतर पर बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट, साक्षी मलिक समेत कई अन्य खिलाड़ी धरने पर बैठे हुए हैं.
बजरंग पूनिया ने कहा, "हम चाहते हैं कि फेडरेशन का बदलाव हो और रेस्लिंग को भारतीय कुश्ती महासंघ द्वारा पहलवानों को परेशान किया जा रहा है. जो लोग डब्ल्यूएफ़आई का हिस्सा हैं, उन्हें इस खेल के बारे में कुछ नहीं पता है." (bbc.com/hindi)
हैदराबाद में खेले जा रहे न्यूजीलैंड और भारत के पहले एकदिवसीय मैच में रोहित शर्मा की टीम ने मेहमान टीम के सामने 350 रनों का लक्ष्य रखा है.
भारत ने आठ विकेट पर 349 रनों का पहाड़ खड़ा कर दिया है. शुभमन के अलावा रोहित शर्मा 34 रन, विराट कोहली आठ रन, ईशान किशन पांच, सूर्यकुमार यादव ने 31 रन, हार्दिक पंड्या 28 रन, वाशिंगटन सुंदर 12 रन, शार्दुल ठाकुर 3 रन बनाए.
भारत न्यूज़ीलैंड के बीच तीन एकदिवसीय मैचों की सिरीज़ की शुरुआत आज से हो हुई है.
शुभमन गिल बने दोहरे शतकवीर, वनडे क्रिकेट में लगा 10वां दोहरा शतक
भारतीय ओपनर शुभमन गिल ने दोहरा शतक जड़ा है. शुभमन गिल ने 145 गेंदों में दोहरा शतक पूरा किया. हालांकि इसके कुछ देर बाद ही वे 208 रन बनाकर आउट हो गए.
रोहित शर्मा- 264
मार्टिन गुप्टिल- 237*
वीरेंद्र सहवाग- 219
क्रिस गेल- 215
फ़ख़र ज़मा- 210*
ईशान किशन- 210
रोहित शर्मा- 209
रोहित शर्मा- 208*
शुभमन गिल- 208
सचिन तेंदुलकर- 200*
भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृज भूषण सिंह ने महिला खिलाड़ियों के यौन उत्पीड़न के आरोपों का जवाब दिया है.
बृज भूषण सिंह ने कहा, "जैसे ही मुझे पता चला कि दिल्ली में पहलवानों ने फ़ेडरेशन के ख़िलाफ़ धरना दिया तब मैं तुरंत आया. सबसे बड़ा जो आरोप विनेश ने लगाया है पर क्या सामने कोई आया है? जो कह दे कि फ़ेडरेशन के इस खिलाड़ी का शोषण हुआ है? कि फ़ेडरेशन के प्रमुख ने इस पहलवान का शोषण किया है..."
उन्होंने कहा, "यौन उत्पीड़न की कोई घटना नहीं हुई है. अगर ऐसा कुछ हुआ है तो मैं खुद को फांसी लगा लूंगा."
इससे पहले कुश्ती खिलाड़ी विनेश फोगाट ने कहा था, "कोच महिलाओं को परेशान कर रहे हैं और फ़ेडरेशन के चहेते कुछ कोच तो महिला कोचों के साथ भी अभद्रता करते हैं. वे लड़कियों को परेशान करते हैं. भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रेसीडेंट ने कई लड़कियों का यौन उत्पीड़न किया है."
फोगाट ने कहा, "वे हमारी निजी ज़िंदगी में दखल देते हैं और परेशान करते हैं. वे हमारा शोषण कर रहे हैं. जब हम ओलंपिक खेलने जाते हैं तो न तो हमारे पास फीजियो होता है न कोई कोच. जब हमने अपनी आवाज़ उठाई तो उहोंने हमें धमकाना शुरू कर दिया."
इससे पहले रेसलिंग फेडरेडशन ऑफ़ इंडिया के सहायक सचिव विनोद तोमर ने धरने पर बैठे खिलाड़ियों से जाकर मुलाकात की थी. उन्होंने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया था, "हमें प्रदर्शन की सूचना मिली जिसके बाद मैं पहलवानों से पूछने आया हूं कि उन्हें क्या समस्या है. ये लोग एक बार फेडरेशन के सामने आए, उसके बाद इनकी समस्याओं का समाधान किया जाएगा. फेडरेशन के पास अभी तक इनके द्वारा कोई शिकायत नहीं मिली है." (bbc.com/hindi)
-आदेश कुमार गुप्त
इन दिनों दक्षिण अफ़्रीका में आईसीसी अंडर-19 महिला विश्व कप क्रिकेट टूर्नामेंट का पहला संस्करण आयोजित किया जा रहा है.
पहले इस टूर्नामेंट का आयोजन साल 2021 में होना था, लेकिन तब वैश्विक कोविड महामारी की वजह से इसे टाल दिया गया. 14 जनवरी से आरंभ हुए इस टूर्नामेंट में कुल 16 टीमें हिस्सा ले रहीं हैं जिन्हें चार ग्रुप में बाँटा गया है.
यह टूर्नामेंट 20-20 ओवर के प्रारूप में खेला जा रहा है जिसका फ़ाइनल 29 जनवरी को खेला जाएगा.
भारतीय महिला टीम ने भी पहले से ही सीनियर टीम में खेल रही शेफ़ाली वर्मा की कप्तानी में अपनी चुनौती दमदार अंदाज़ में पेश कर दी है.
उनका अंतरराष्ट्रीय स्तर का अनुभव टीम के लिए वरदान साबित हो रहा है. वह ना सिर्फ़ बेहद आक्रामक सलामी बैटर हैं बल्कि उपयोगी ऑफ़ स्पिनर भी हैं.
सुपर सिक्स में पहुँची भारतीय टीम
इस टूर्नामेंट में ग्रुप डी में शामिल भारतीय महिला टीम ने अपनी सलामी जोड़ी कप्तान शेफ़ाली वर्मा और श्वेता सहरावत की तूफ़ानी पारियों की बदौलत अपने दोनों शुरुआती मैच जीतकर सुपर सिक्स के लिए क्वालीफ़ाई कर लिया है.
भारतीय टीम ने पहले मुक़ाबले में मेज़बान दक्षिण अफ़्रीका को बेहद आसानी से सात विकेट से हराया. इस मैच में दक्षिण अफ़्रीका ने निर्धारित 20 ओवर में पाँच विकेट खोकर 166 रन बनाए. जवाब में श्वेता सहरावत और शेफ़ाली वर्मा ने 7.1 ओवर में ही पहले विकेट के लिए 77 रन जोड़कर टीम की जीत की राह आसान कर दी.
श्वेता सहरावत ने केवल 57 गेंदों पर 20 चौकों की मदद से नाबाद 92 रन बनाए तो शेफ़ाली वर्मा ने केवल 16 गेंदों पर 9 चौके और 1 छक्के के सहारे 45 रन बनाए.
भारतीय टीम ने जीत का लक्ष्य 16.3 ओवर में तीन विकेट खोकर हासिल कर लिया. शेफ़ाली वर्मा ने तो गेंदबाज़ी में भी अपने हाथ खोलते हुए 31 रन देकर दो विकेट हासिल किए.
अपने दूसरे मुक़ाबले में भारतीय टीम ने संयुक्त अरब अमीरात को 122 रनों के विशाल अंतर से हराया. बीते सोमवार को खेले गए इस मैच में भारतीय टीम ने निर्धारित 20 ओवर में तीन विकेट खोकर 219 रन बनाए.
शेफ़ाली वर्मा और श्वेता सहरावत का बल्ला एक बार फिर गरजा और दोनों ने मिलकर पहले विकेट के लिए 8.3 ओवर में ही 111 रन जोड़ दिए.
शेफाली वर्मा ने 34 गेंदों पर 12 चौके और चार छक्को की मदद से 78 और श्वेता सहरावत ने भी 49 गेंदों पर 10 चौकों के सहारे नाबाद 74 रन बनाए. विकेटकीपर ऋचा घोष ने भी खुलकर बैटिंग करते हुए 29 गेंदों पर 49 रन बनाए. इसके बाद भारतीय टीम के गेंदबाज़ों ने संयुक्त अरब अमीरात को पाँच विकेट पर 97 रन ही बनाने दिए.
अभी तक खेले गए दोनों मुक़ाबलों में भारतीय टीम की बैटर की पूरी परीक्षा भी नहीं हो पाई है क्योंकि शेफाली वर्मा और श्वेता सहरावत की सलामी जोड़ी ही विरोधी टीमों पर भारी पड़ रही है. इसका फ़ायदा भारत की गेंदबाज़ों को मिल रहा है. शबनम और तीतास साधू अपनी तेज़ गेंदों से टीम को अच्छी शुरुआत दे रही हैं तो मन्नत कश्यप खब्बू लैग स्पिनर है. उनका साथ देने के लिए ऑफ़ स्पिनर अर्चना देवी और ख़ुद कप्तान शेफाली वर्मा हैं.
शेफाली वर्मा भारत के लिए अभी तक दो टेस्ट मैच, 21 एकदिवसीय और 51 ट्वेंटी-ट्वेंटी अंतराष्ट्रीय मुक़ाबले खेल चुकी है. 51 ट्वेंटी-ट्वेंटी मुक़ाबलों में उन्होंने 73 रनों की सर्वोच्च पारी के साथ 1231 रन बनाए हैं.
सभी 16 टीमें चार ग्रुप में
शेफ़ाली वर्मा के अलावा टीम में विकेटकीपर श्वेता सहरावत के अलावा अन्य विकेटकीपर ऋचा घोष भी शामिल हैं. ऋचा घोष भी शेफ़ाली वर्मा की तरह भारतीय महिला टीम के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेल चुकी हैं.
वह भारत के लिए 17 एकदिवसीय और 30 अंतरराष्ट्रीय टी-20 मुक़ाबले खेलने का अनुभव रखती हैं.
गोंगदी त्रिशा, सौम्या तिवारी, सोनिया मेहदिया, हर्ले गाला, ऋषिता बासु , सोनम यादव, मन्नत कश्यप, अर्चना देवी, प्रश्वी चोपड़ा, तीतास साधू, फ़लक नाज़ और शबनम शकील टीम की अन्य खिलाड़ी हैं.
अब भारतीय टीम अपना आख़िरी ग्रुप मैच बुधवार को स्कॉटलैंड के ख़िलाफ खेलेगी. स्कॉटलैंड संयुक्त अरब अमीरात से 6 विकेट और मेज़बान दक्षिण अफ़्रीका से 44 रनों से हार चुकी है.
सुपर सिक्स के लिए अभी तक क्वालिफ़ाई करने वाली टीमों में ग्रुप डी से भारत के अलावा ग्रुप ए से बांग्लादेश भी शामिल हैं.
अंडर- 19 महिला विश्व कप क्रिकेट टूर्नामेंट में भारतीय टीम को ग्रुप डी में मेज़बान दक्षिण अफ़्रीका, संयुक्त अरब अमीरात और स्कॉटलैंड के साथ रखा गया है.
वहीं ग्रुप ए में बांग्लादेश, ऑस्ट्रेलिया, श्रीलंका और अमरीका हैं. ग्रुप बी में इंग्लैंड, पाकिस्तान, रवांडा और ज़िम्बाब्वे शामिल हैं. ग्रुप सी में न्यूज़ीलैंड, वेस्टइंडीज़, आयरलैंड और इंडोनेशिया शामिल हैं.
इस अंडर -19 महिला विश्व कप में शामिल चारों ग्रुप में शीर्ष तीन स्थानों पर रहने वाली टीमें सुपर सिक्स में जगह बनाएँगी. सुपर सिक्स में ग्रुप 1 में A1, A2, A3, D1, D2,D3 और ग्रुप 2 में B1, B2, B3, C1, C2, C3 शामिल होंगी. सुपर सिक्स में दोनों ग्रुप में शीर्ष दो-दो टीमें सेमीफ़ाइनल खेलेंगी.
दूसरी टीमों का प्रदर्शन
बांग्लादेश ने हैरतअंगेज़ प्रदर्शन करते हुए ऑस्ट्रेलिया जैसी मज़बूत मानी जानी वाली टीम को सात विकेट से और श्रीलंका को दस रन से हराकर अपनी दूसरी टीमों को जैसे चेतावनी ही दे दी है.
ग्रुप बी में पाकिस्तान ने रवांडा जैसी नई टीम को आठ विकेट से हराया तो ज़रूर, लेकिन रवांडा ने उसके ख़िलाफ़ सात विकेट पर 106 रन बनाकर सबको चौंकाया.
इस विश्व कप का सबसे हैरतअंगेज़ परिणाम इंग्लैंड और ज़िम्बाब्वे के बीच हुए मैच में देखने को मिला. इंग्लैंड ने पहले बैटिंग करते हुए निर्धारित 20 ओवर में चार विकेट खोकर 199 रन बनाए. जवाब में ज़िम्बाब्वे की पूरी टीम 12 ओवर में केवल 25 रनों पर सिमट गई. इंग्लैंड ने 174 रनों से मैच अपने नाम किया.
ज़िम्बाब्वे की कोई भी खिलाड़ी दहाई तक नहीं पहुँची. सर्वाधिक रनों में अतिरिक्त के पाँच रन के अलावा एक बैटर अदेल ज़िमुनु के भी पाँच रन थे.
ग्रुप सी में वेस्ट इंडीज़ ने आयरलैंड को सात रन से और न्यूज़ीलैंड ने इंडोनेशिया को दस विकेट से हराकर जीत के साथ शुरुआत की है.
अभी तो यह टूर्नामेंट का शुरुआती दौर है. असली मुक़ाबले तो सुपर सिक्स में होंगे. तब तक इंतज़ार करना ही सही है, लेकिन भारतीय टीम शेफ़ाली वर्मा की कप्तानी में सही दिशा में आगे बढ़ रही है. (bbc.com/hindi)