धमतरी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 22 जनवरी। कायाकल्प योजना की टीम के आने की खबर पाकर जिला अस्पताल प्रबंधन ने पहले से ही व्यवस्था को दुरूस्त कर लिया। मरीजों को दिशा-निर्देश दिया गया कि वे अपने साथ सिर्फ एक ही अटेंडर को रखे। बेड से लेकर टायलेट तक की सफाई कर दी गई। और तो और वार्ड ब्वाय, सिक्योरिटी गार्ड और डॉक्टर भी अस्पताल में ड्यूटी करते हुए दिखे। मरीजों को परोसे जाने वाले भोजन की क्वालिटी भी अचानक से सुधर गई।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अंतर्गत हर साल कायाकल्प योजना के तहत प्राथमिक, सामुदायिक और जिला अस्पतालों में सुविधाओं की पड़ताल कर उन्हें रैंकिंग दिया जाता है। रैंकिंग में उत्कृष्ट नंबर आने पर पुरस्कार भी मिलता है। इस कड़ी में शनिवार को दूसरे चरण में राज्य स्तरीय जांच टीम पहुंची। इसके पहले जिला स्तरीय टीम में जिला अस्पताल को 77 अंक मिला था। इसके बाद यहां रायपुर से 5 सदस्यीय टीम में शामिल संयुक्त संचालक संचालनालय डॉ. सुरेन्द्र पामभोई, उप संचालक डॉ. अनिल परसाई, एनएचएम से डॉ. महेश सिंह, संभागीय सलाहकार डॉ. ऋषिकेश रात्रे और प्रोग्राम आफिसर वरुण साहू ने पड़ताल की। यह टीम अलग-अलग बंटकर टीम ने विभिन्न बिन्दुओं पर यहां मौजूद सुविधाओं की क्रास चेकिंग की। उनके साथ सिविल सर्जन डॉ. अरूण टोंडर, आरएमओ डॉ. राकेश सोनी, डॉ. यूएल कौशिक, डॉ. राजेश सूर्यवंशी, डॉ. राकेश थापा मौजूद थे।
इन बिंदुओं पर हुई जांच
कायाकल्प टीम की ओर से हॉस्पिटल अपकिप, सेनेटाइजेशन एंड हाइजीन सपोर्ट सर्विस, वेस्ट मैनेजमेंट,इन्फेक्शन कंट्रोल, हाईजिन प्रमोशन, हॉस्पिटल बाउंड्री, इको फ्रेंडली फैसिलिटी को देखा गया। इसके तहत जिला अस्पताल परिसर में जानवरों की मौजूदगी,प्रवेश द्वार में काऊ केचर, फर्नीचर में दीमक कंट्रोल, मच्छर रहित वातावरण, पार्क, खुला क्षेत्र, पाथ-वे, खुला क्षेत्र, पानी का ठहराव आदि की पड़ताल की गई।
जांच के बाद यदि 70 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त होता है तो धमतरी जिला अस्पताल सांत्वना पुरस्कार की दौड़ में शामिल हो जाएगा। कायाकल्प योजना के तहत प्रथम पुरस्कार 50 लाख, द्वितीय पुरस्कार 25 लाख और सांत्वना पुरस्कार 3 लाख रुपए दिया जाता है। इंफ्रास्ट्रक्चर, सफाई आदि को देखते हुए प्रथम, द्वितीय स्थान आने की संभावना नहीं है। धमतरी को पूर्व में सांत्वना पुरस्कार मिल चुका है।