धमतरी
छत्तीसगढ़ संवाददाता
धमतरी, 23 जनवरी। खरीफ सीजन में धमतरी जिले में किसानों ने कुल 133 करोड़ रुपए का कर्ज लेकर खेती-किसानी का काम किया था। किसानों ने धान बेचकर भूपेश सरकार को 122 करोड़ रुपए का कर्ज भी चुका दिया। धान बेचने के लिए अब महज 6 कार्यदिवस और बच गया हैं।
जिले में खरीफ सीजन में कुल 48 लाख क्विंटल धान खरीदी का लक्ष्य रखा गया है। 21 जनवरी शनिवार की स्थिति में जिले में अब तक 1 लाख 11 हजार 482 किसानों ने 44 लाख 98 हजार 886 क्विंटल धान बेच दिया हैं। जिले के 97 फीसदी किसानों ने 9 अरब 20 करोड़ 32 लाख रुपए का धान बेचकर राज्य सरकार 1 अरब 22 करोड़ रुपए का कृषि कर्ज भी चुका दिया है। इस तरह राज्य सरकार को धमतरी में अब 10 करोड़ रुपए का और कृषि कर्ज चुकाना शेष हैं। गौरतलब है कि जिले में धान बेचने के लिए अब महज 3 फीसदी किसान अर्थात 3 हजार 761 किसान बच गए हैं। जबकि खरीदी का लक्ष्य को पूरा करने में अभी भी करीब 3 लाख क्विंटल पीछे है। गौरतलब है कि आज की स्थिति में जिले के किसी भी सोसाइटी में धान की आवक अच्छी नहीं है। कई सोसाइटियों में तो सप्ताहभर से गिनती के बोरे में धान आ रहा हैं। इस साल खरीदी का लक्ष्य पूरा करने के साथ ही शासन से लिए गए कृषि कर्ज की भरपाई को लेकर संशय बना हुआ हैं।
1.17 लाख किसानों से 920 करोड़ की धान खरीदी
जिले में पंजीकृत 121260 किसान में से 117482 किसानों ने धान बेचा है। 44 लाख 98 हजार 890 क्विंटल धान खरीदा है, जिसकी कुल कीमत 920 करोड़ 32 लाख 96 हजार है। जिले में 3778 किसान धान बेचने के लिए बाकी है। खरीफ सीजन में 60 हजार 683 किसानों ने 233 करोड़ 44 लाख का कर्ज लिया था। अब तक बैंक के जरिए 220 करोड़ 36 लाख वसूली हो गई है।
राइस मिलर्स धमतरी सहित कोंडागांव, खैरागढ़, मोहला-मानपुर, महासमुंद, राजनांदगांव, कांकेर, गरियाबंद व बालोद से धान उठाव कर रहे हैं। नान व एफसीआई में 18 लाख 68 हजार 410 क्विंटल चावल जमा हुआ है। लोहरसी, सोरम, कसावाही, अछोटा, मारकदोना, सलोनी, कंडेल, देमार, संबलपुर, लिमतरा, घुरावड़, बेलरबाहरा, केरेगांव, सियारीनाला, डोंगरडूला, बोरसी, मगरलोड, करेलीछोटी, बेलरदोना, कपालफोड़ी, अमलीडीह, मुलगांव, करेली, खिसोरा, गाड़ाडीह, चर्रा, सिवनीकला, सिरसिदा, कोकड़ी, मौरीकला, अंवरी, कोड़ेबोड़, कचना, भखारा, बगदेही, कुरमातराई, तरसींवा, पचपेड़ी व जुगदेही केंद्र में 22 जनवरी के लिए टोकन जारी नहीं हुआ है। जिले के 58 केंद्रों में 22 जनवरी को धान खरीदी होगी। इन सभी केंद्रों में धान बेचने 423 किसानों को टोकन जारी की गई। सभी किसानों से 14 हजार 346 क्विंटल धान खरीदने का लक्ष्य हैं। 98 केंद्रों में इस साल 16.97 लाख क्विंटल मोटा, 12.78 लाख क्विंटल पतला व 15.23 लाख क्विंटल सरना धान खरीदी गई। 920 करोड़ 32 लाख 96 हजार 400 रुपए की 44 लाख 98 हजार 886 क्विंटल धान की खरीदी हुई है।