धमतरी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नगरी, 23 जनवरी। कर्णेश्वर महादेव मंदिर में 5 फरवरी से प्रारंभ हो रहे मेला महोत्सव के लिए मन्दिर परिसर को सजाने सवारने का काम तेजी से हो रहा है। आकर्षक रंग रोगन, चित्रकारी, विद्युत सजावट मेला महोत्सव में आकर्षण का केंद्र होंगे।ग्यारहवीं शताब्दी में राजा कर्णराज द्वारा निर्मित ऐतिहासिक मन्दिर में माँघी पूर्णिमा पर प्रतिवर्ष हजारों श्रद्धालुओं, देवी देवताओं का आगमन दूर-दूर से होता है। रविवार को ट्रस्ट की बैठक में मेला महोत्सव की तैयारियों पर चर्चा हुई।
ट्रस्ट अध्यक्ष विकल गुप्ता ने बताया कि कर्णेश्वर मेला महोत्सव 5 फरवरी से 9 फरवरी तक होगा।इस दौरान प्रतिवर्ष की तरह विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। 4 फरवरी को सारँगपुरी करेहा का रामधूनी झांकी कार्यक्रम का मंचन होगा।5फरवरी को नन्द किशोर साहू बिलासपुर निर्देशित छतीसगढ़ी कार्यक्रम लोक सुर, 6 फरवरी को अनुराग शर्मा, कंचन जोशी नाइट, 7 फरवरी को दुष्यन्त हरमुख भिलाई कृत रंग झरोखा, 8 फरवरी को मावली भाटा ओडिशा की छतीसगढ़ी कार्यक्रम कर्णेश्वर धाम के रंगमंच पर होगी।
चिन्मय पण्डया कर्णेश्वर धाम पहुंचे
कर्णेश्वर धाम में हरिद्वार गायत्री शक्तिपीठ , देव संस्कृति विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ.चिन्मय पण्डया का आगमन हुआ।ट्रस्ट द्वारा उनका आत्मीय स्वागत कर उनसे आशीर्वाद लिया। इस दौरान ट्रस्ट अध्यक्ष विकल गुप्ता, निकेश ठाकुर, ललित शर्मा,पवन भट्ट, रामभरोसा साहू,रवि दुबे,नागेन्द्र शुक्ला, प्रकाश बेस, छबि ठाकुर, भरत निर्मलकर, कलम सिंह पवार, योगेश साहू,सचिन भन्साली, प्रदीप जैन, महेंद्र कोशल,कमल डागा, रवि भट्ट, हनी कश्यप, अंजोर निषाद, दीपक यदु, के एस श्रीमाली, अश्वनी निषाद, राजू सोम,ललित निर्मलकर, रामगोपाल साहू, सुनील निर्मलकर, भानु साहू, के एस आडिल, दुर्गेश साहू,मनोज गुप्ता डोमार मिश्रा , मनोहर मानिकपुरी आदि मौजूद रहे।