धमतरी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नगरी, 7 मार्च। जिले के नगरी विकासखंड के अंतिम छोर में बसे गांव लिखमा के निवासी योगेश मरकाम (23) पिछले साल भारत भ्रमण सायकल से निकले और उसने 28 राज्य का भ्रमण कर वापस अपने गृह क्षेत्र पहुंचा जहां क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों एवं पत्रकार बंधुओं ने उनका स्वागत सम्मान कर उनका अभिनंदन किया।
सिहावा क्षेत्र का एक आदिवासी अंचल का एक बालक जो कि उड़ीसा बॉर्डर से लगे ग्राम लिखमा का निवासी है। योगेश मरकाम उम्र (23) साल लिखमा (बोराई) कक्षा 12 वीं तक पढ़ाई किया है। योगेश के पिताजी चेतराम मरकाम जो कि एक किसान है मां अनीता बाई मरकाम जो कि एक गृहणी है परिवार में दो छोटी बहन है गीतेशवरी मरकाम खोमेश्वरी मरकाम है।
योगेश साइकिल से यात्रा कर भारत भ्रमण कर एक इतिहास छत्तीसगढ़ के लिए लिख दिया है।
26 मार्च 2022 से यात्रा की शुरुआत की । 1 मार्च को लगभग 1700 किलोमीटर की यात्रा कर नगरी (सिहावा) पहुंचा है। इन्होंने 28 राज्यों का साइकिल से भ्रमण किया है जिसमें से प्रमुख तेलगाना, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, गोवा, महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश बिहार, वेस्ट बंगाल, असम, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, मेघालय, सिक्किम, झारखंड, उड़ीसा होते हुए रायपुर पहुंचा है। रायपुर से अपने गांव की ओर जाते वक्त मंगलवार को नगरी पहुंचने पर भव्य स्वागत कर फूल माला पहनाकर अभिनन्दन किया।
इस अवसर पर पूर्व विधायक सिहावा श्रवण मरकाम, जिला पंचायत सदस्य मनोज साझी, एल्डरमेन भरत निर्मलकर, जनपद अध्यक्ष दिनेश्वरी नेताम, पत्रकार अशोक संचेती, अभिनव अवस्थी, कुलदीप साहू,असत मरकाम, अनित ध्रुव, भानुप्रताप कुंजाम, अंकुश देवांगन सहित नगरवासियों ने बड़ी उत्सुकता के साथ उसका स्वागत किया और उसके साथ तस्वीरें भी ली।
योगेश ने बताया कि वह होटल मैनेजमेंट का काम कर रहा था काम करते करते परेशान हो गया था। मगर मेरे दिमाग में ख्याल आया कि छत्तीसगढ़ में साईकिल से भारत भ्रमण करने नाम किसी का नाम नही है। मैं अपने संकल्प लेकर साइकल में निकल गया और मेप के माध्यम से और पूरे राज्य का भ्रमण किया। असम में करीब 3 महीने तक रहा है वहां के लोगों का अच्छा सहयोग मिला। किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं हुई।
योगेश कहते है यह सफर आसान बिल्कल भी नहीं था, लेकिन जहां चाह होती है वहां राह निकल ही आती है। जिनके जीवन का एक लक्ष्य होता है और वे अपने लक्ष्य के प्रति ईमानदार होते हैं और अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए सच्चा दृढ़संकल्प लेते हैं।
ज्ञात हो कि योगेश मरकाम 22 मार्च 2022 को देउरपारा स्थित कर्णेश्वर धाम से भारत भ्रमण के लिए निकले थे। इस दौरान वे 17000 कि.मी साईकिल चलाकर देश के 28 राज्यों में गए और छत्तीसगढ़ के पर्यटन स्थल के बारे में बताने के साथ-साथ अपने आस-पास सफाई रखने का संदेश दिया।