धमतरी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कुरुद, 2 मई। पिछले कुछ दिनों से हो रही बेमौसम बरसात के चलते किसानों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। तेज आंधी तूफान के साथ होने वाली बारिश ने अन्नदाताओ की तैयार धान फसल को बर्बाद कर रही है। मौसम की इस तब्दीली ने रेट नहीं बढऩे से परेशान सब्जी उत्पादक किसानों की कमर ही तोड़ दी है।
गौरतलब है कि इस बार अप्रैल में हुई बेमौसम बरसात ने उन्हारी फ़सल लगाये किसानों को जमकर छकाया। जिससे अच्छी खासी गेहूं, चना जैसी दलहन तिलहन की फसल को आखिर में नुकसान उठाना पड़ा। भरदा के पप्पू दाऊ, कुरुद के रमेशर साहू,सिहाद के गंगाराम ने बताया कि उन्हारी फसल में पानी पडऩे से उसकी गुणवत्ता प्रभावित हुईं, जिसके चलते औनेपौने दाम में अपनी फसल बेचना पड़ा। अप्रेल के अंतिम सप्ताह से शुरू हुई बारिश अभी भी थमने का नाम नहीं ले रही है। विगत कुछ दिनों से क्षेत्र में शाम को तेज आंधी तूफान के साथ बरसात हो रही है। जिससे रबि फसल में लगाए गए धान की फसल को काफी नुकसान पहुंच रहा है।
सिलौटी के किसान लेखूराम सिन्हा ने बताया कि क्षेत्र में लगाई गई धान की 70 फीसदी फसल पक कर तैयार है। असमय बारिश से धान की बाली से दाने झडऩे लगा है। ग्राम परखंदा के गुहन राम, बसंत साहू अवध राम आदि किसानों का कहना है कि फसल छति होने की शिकायत कई ग्रामों से मिल रही है, कृषि विभाग तत्काल कृषकों के हित में कदम उठाएं और उन्हें मुआवजा दिलाएं।
किसान नेता लालाराम चन्द्राकर ने बताया कि बेवक्त की वर्षा ने खेतों में पक कर खड़े धान पर कहर ढाने का काम किया है। तेज हवा और पानी से धान के पौधे खेतों में पसर गयें हैं। आर्द्रता बढऩे से भूरा माहू का प्रकोप बढ़ रहा है। जिन किसानों ने फसल काट ली है वे उसे खेत से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं, सरकार और बीमा कंपनी मदद को आगे आए तभी किसानों का कुछ भला होगा।
इसी तरह बड़े पैमाने पर सब्जी फार्मिंग करने वाले भुसरेंगा के हर्षवर्धन चन्द्राकर ने कहा कि इस गर्मी में बेहिसाब पानी गिरने से सब्जियों को काफी तगड़ा नुकसान हो रहा है। ऐसे ही चलते रहा तो कई किसान बर्बाद हो सकते हैं। कुहकुहा के डिगेश निर्मल ने बताया कि इस बार खेतों में टमाटर की फसल लगाई, जैसे ही फल फूल का समय आया ओलावृष्टि और बरसात होने लगी। इस बार गर्मी सीजन में सब्जियों के दाम नहीं बढऩे से सब्जी उत्पादक किसान पहले ही परेशान थे ऐसे में इस मौसम ने फसल बर्बाद कर रही सही कसर भी पूरी कर दी है।