रायपुर
नायक परिवार को बधाई देने पहुंचे विधायक विकास उपाध्याय
भाई-बहन भी सफल रहे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 12 मई। छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (सीजीपीएससी) में रायपुर की प्रज्ञा नायक ने पहली रैंक प्राप्त की है।
प्रज्ञा ने बताया कि उन्होंने वर्ष-2020 से लक्ष्य तय कर सिविल सर्विसेस परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी थी। खुद को साबित करने के लिए बिना कोचिंग के घर पर ही रहकर पढ़ाई की। 10 से 11 घंटे तक सेल्फ स्टडी की। जो चीजें समझ नहीं आती उसे बार-बार पढ़तीं। 12वीं में गणित विषय लेकर पढ़ाई की। परिवार के लिए यह दोहरी खुशी का पल है क्योंकि प्रज्ञा के भाई प्रखर नायक ने भी सीजीपीएससी में 20वां रैंक हासिल की है।
प्रज्ञा ने बताया कि पहली बार सीजीपीएससी की परीक्षा में कुछ अंक से ही रह गई। इसके बाद और लगन से तैयारी शुरू कर दी। दूसरी बार में परीक्षा में सफल हो गई हूं, पहली रैंक आना मेरे लिए गौरव की बात है।
उन्होंने बताया कि शाम पांच बजे से परिणाम का इंतजार कर रहे थे। रात में जब परिणाम आया तो सबसे पहले जोर से चीखी और आंसू निकल पड़े। भागते हुए जाकर जब मम्मी-पापा को बताया तो सब खुशी से झूम उठे। पिता महेश नायक स्कूल शिक्षा विभाग में सहायक संचालक और मां ज्योति नायक गृहणी हैं, जिन्होंने हमेशा उनका मार्गदर्शन किया।
राज्य सेवा आयोग की परीक्षा में सब रजिस्ट्रार से डिप्टी कलेक्टर बने रायपुर निवासी शशांक गोयल ने बताया कि वे पिछले छह-सात वर्षों से इसकी तैयारी कर रहे थे। पिछले वर्ष भी उनका चयन हो गया था,लेकिन रैंक ज्यादा आने के कारण उन्हें अच्छी पोस्ट नहीं मिली। इस वर्ष उनकी तैयारी रंग लाई और वे तीसरे स्थान पर रहे।
शशांक गोयल ने बताया कि उन्होंने एनआइटी से इंजीनियरिंग की है और आइआइएम रांची से एमबीए किया है। वर्तमान में वे बिलासपुर में सब रजिस्ट्रार हैं। उनके पिता प्राइवेट नौकरी में हैं और माता हाउस वाइफ है।
रायपुर के प्रखर नायक ने सीजीपीएससी में 20 वीं रैंक हासिल की है। प्रखर ने बताया कि एनआइटी रायपुर से 2028 में पासआउट होने के बाद सिविल सेवा की तैयारी के लिए वे दिल्ली चले गए। दो साल तक दिल्ली में रहकर तैयारी की। इसके बाद घर पर आकर खुद से पढऩा शुरू कर दिया। कोचिंग के दौरान तैयार किए गए नोट्स काम आए।
सीजीपीएससी की तैयारी के दौरान पुराने प्रश्न पत्र भी हल करने का अभ्यास करता रहा। दो बार सीजीपीएससी की परीक्षा दी। इसमें सफल नहीं हुआ, लेकिन जो भी खामियां थी। उसे सुधारता गया आखिकार तीसरे प्रयास में सफलता मिल गई।
सीजीपीएससी में पहला रैंक पाने वाली प्रज्ञा नायक और प्रखर नायक भाई-बहन हैं। प्रखर व प्रज्ञा ने बताया कि परीक्षा की तैयारी के दौरान जो विषय जिसे कठिन लगता दूसरा उसे पढ़ाता। इस तरह से एकदूसरे की खामियों को निखारते गए। साथ मिलकर की गई पढ़ाई काम आई। प्रखर व प्रज्ञा के एक साथ चयन से घर वाले काफी खुश हैं।
भिलाई तालपुरी निवासी दो भाई बहनों ने भी पीएससी की परीक्षा में इतिहास रच दिया। बहन नेहा खलखो ने 13 वीं रैंक हासिल की है, वहीं निखिल 17 वीं रैंक पर रहे। उनके पिता अमृत कुमार खलखो छत्तीसगढ़ शासन में राज्यपाल के सचिव हैं। परिणाम की जानकारी मिलते ही खलखो परिवार में उल्लास का माहौल है।
नेहा व निखिल दोनों ने ही कहा कि बचपन से ही वे अपने पिता अमृत खलखो एवं मां शार्मिला खलखो से प्रभावित थे और जन सेवा का लक्ष्य तय कर पीएसपी की परीक्षा दी थी। तालपुरी ए ब्लाक निवासी नेहा खलखो ने बताया कि उन्होंने 2013 में यूपीएससी की परीक्षा दी थी। इसके बाद से वे बेहतर रैंक लाने लगातार प्रयासरत रहीं। कोरोना काल में उन्होंने ड्राप लेते हुए पीएसपी की तैयारी शुरू की।
उन्होंने बताया कि जीवन में अनुशासन एवं लगन के साथ मेहनत करें तो सफलता मिलनी तय है। परीक्षा में असफल होने पर कभी हार नहीं मानना चाहिए वरन आने वाली परीक्षा के लिए और भी बेहतर तैयारी करनी चाहिए। नेहा ने बताया कि उनके भाई निखिल और वे दोनों ही पीएससी के माध्यम से जन सेवा करने का लक्ष्य बनाकर ही पढ़ाई कर रहे थे और सफलता भी हासिल हुई। उन्होंने युवाओं को अपने संदेश में कहा कि परिश्रम से पीछे नहीं हटना चाहिए।
शादी के 25 दिन बाद ही दी मेन्स की परीक्षा
दूसरे स्थान पर अनन्या अग्रवाल ने जगह बनाई है। इसके अलावा शंशाक गोयल तीसरे और भूमिका कटियार चौथा स्थान मिला है। खास बात ये है कि शंशाक और भूमिका पति-पत्नी है। दोनों साथ में ही इस परीक्षा की तैयारी कर रहे थे।
राजनांदगांव की हेमा साहू का भी में चयन हुआ है। हेमा का डीएसपी के पद पर चयन हुआ है। हेमा के पिता मोहन नगर थाना में सब इंस्पेक्टर है। बता दे की हेमा कौन बनेगा करोड़पति शो में भी शामिल हो चुकी है।
शशांक गोयल को पीएससी में थर्ड रैंक मिली, तो पत्नी भूमिका कटियार ने चौथा पोजिशन हासिल किया। शशांक और भूमिका दोनों बचपन के दोस्त हैं, स्कूलिंग और कॉलेज दोनों साथ ही की। इक्तेफाक से दोनों का सपना भी एडमिस्ट्रेटिव सर्विस में जाने का था, इसलिए साथ ही यूपीएससी की तैयारी शुरू की। इसी बीच 2020 पीएससी में शशांक का सेलेक्शन हो गया। हालांकि रैंक 37 आयी थी। उन्हें सब रजिस्ट्रार पोस्ट मिला और वो अभी बिलासपुर में पोस्टेड हैं।
शशांक और भूमिका दोनों शादी पिछले साल हुई है। भूमिका कटियार हनीमून पर जाने को लेकर पूछे सवाल पर कहती है, कहां जाती घूमने, शादी के 25 दिन बाद ही मेंस की परीक्षा थी, उस वक्त हनीमून के ज्यादा एग्जाम जरूरी था। अब रिजल्ट आया है तो थोड़ा प्लान करते, लेकिन अभी एक एग्जाम का इंटरव्यू हैं। एग्जाम खत्म हो, उसके बाद कुछ प्लान करेंगे। भूमिका कहती है कि वो कॉलेज के बाद से ही तैयारी में जुट गयी थी। 2016 से भूमिका ने यूपीएससी की तैयारी शुरू की, लेकिन पीएसकी तैयारी में वो कोरोना काल में जुटी। भूमिका बताती है कि ये उनका दूसरा प्रयास था, पहली बार में तो भूमिका का प्री भी नहीं निकला था, लेकिन दूसरे प्रयास में उन्होंने ना सिर्फ प्री क्लियर किया, बल्कि मेंस और इंटरव्यू क्लियर कर टॉपर भी बन गयी।