रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर/ बलौदाबाजार-भाटापारा, 15 मई। आज मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बलौदाबाजार-भाटापारा जिले के ग्राम कडार में आयोजित भेंट-मुलाकात कार्यक्रम में पहुंचे।
छत्तीसगढ़ महतारी के छायाचित्र में माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलित कर राज्यगीत के साथ उन्होंने कार्यक्रम का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि भेंट-मुलाक़ात आखिरी दौर में है, भाटापारा बहुत जागरूक क्षेत्र है। कऱीब कऱीब सभी विधानसभा क्षेत्र में जनता से मुलाक़ात की। सरकार बनी तो सबसे पहले किसानों का ऋण माफ किया, उनकी समस्याएं सुनी, उसका निराकरण किया।
किसानों को 2500 रुपये प्रति क्विंटल दिए, इस साल का और कुल चार साल की चार किश्त भी किसानों को दिए हैं।
श्री बघेल ने कहा कि किसानों की मांग पर अब प्रति एकड़ 20 क्विंटल धान की खरीदी करेगी। मुख्यमंत्री से बात करते हुए किसान दीपक वर्मा ने बताया कि उनके पास 10 एकड़ की खेती है। एक से सवा लाख रुपए का ऋण माफ हुआ है। 90 हजार रुपए का बोनस मिला।
मुख्यमंत्री ने जब राशन कार्ड के बारे में पूछा तो ग्राम कडार की भुनेश्वरी वर्मा ने बताया कि बहु का राशन कार्ड दूसरे ग्राम पंचायत के सरपँच ने बनाया। भुवनेश्वरी ने अपनी जमीन के सीमांकन न होने की समस्या मुख्यमंत्री के सामने रखी, जिसे सुनकर मुख्यमंत्री ने तत्काल सीमांकन करने के निर्देश दिए।प्रमिला वर्मा ने बताया कि राशन कार्ड बन गया है, चावल, शक्कर, नमक सभी सामग्रियां मिलती हैं।
प्रमिला ने मुख्यमंत्री से अपने गांव जरहागांव में गोठान बनाने की मांग करते हुए कहा कि यहां रूरल इंडस्ट्रियल पार्क बहुत सुंदर बना है। प्रमिला ने खुशी से कहा- तोर भरोसा हे कका।
मुख्यमंत्री ने बात करते हुए शीतला ठाकुर ने बताया कि उनके समूह ने अब तक 14 हजार क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट बनाया है। इससे 2 लाख 85 हजार का लाभ अर्जित किया।
ऋण पुस्तिका की जगह पर सुझाएं दूसरा शब्द, उचित शब्द सुझाने वाले को एक लाख रुपये
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल खेती किसानी से जुड़े शब्दों पर कितने संवेदनशील हैं और हर शब्द की बारीकी पर कितना ध्यान देते हैं। इसकी झलक तब मिली जब उन्होंने मौजूद ग्रामीणों से ही कहा कि आप इसके लिए अच्छा सा सुझाव दें। उपयुक्त सुझाव पर एक लाख रुपये की राशि दी जाएगी।
शब्द बहुत जादुई होते हैं और लोगों की भावनाओं से जुड़े रहते हैं। ये उनके स्वाभिमान से भी जुड़े रहते हैं। ऐसे प्रदेश में जहां मुख्यमंत्री ने शपथ ग्रहण के बाद किसानों की कर्जमाफी की घोषणा की, ऋणपुस्तिका शब्द की जगह दूसरे शब्द का खोजा जाना किसान स्वाभिमान से जुड़ी बात है।