रायपुर

रायगढ़ से नागपुर तक स्टेशनों में रेलवे खोलेगा स्टॉल, बिकेंगे स्थानीय उत्पाद
15-May-2023 4:35 PM
रायगढ़ से नागपुर तक स्टेशनों में रेलवे  खोलेगा स्टॉल, बिकेंगे स्थानीय उत्पाद

छत्तीसगढ़ की लोककला एवं हस्तशिल्प को प्राथमिकता

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 15 मई। 
रेल मंत्रालय ने भारत सरकार के च्वोकल फॉर लोकलज् विजन को बढ़ावा देने स्थानीय/स्वदेशी उत्पादों को एक बाजार प्रदान करने तथा समाज के वंचितों वर्गो के लिए अतिरिक्त आय के अवसर जुटाने के उद्देश्य से भारतीय रेलवे ने च्वन स्टेशन वन प्रोडक्ट (ओएसओपी) योजना शुरू की है । इस योजना के तहत, रेलवे स्टेशनों पर 1 मई से   अनुसार पूरे देश के 21 राज्यों और 3 केंद्र शासित प्रदेशों में 785 ओएसओपी केन्द्रों के साथ 728 स्टेशनों को शामिल किया गया है । 

दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में बिलासपुर, रायपुर व नागपुर रेल मण्डल के 27 स्टेशनों में ‘एक स्टेशन एक उत्पाद’ के 31 बिक्री केन्द्र (स्टॉल) की शुरुआत की गई है । मुख्य रूप से बिलासपुर, रायगढ़, सक्ती, चांपा, जांजगीर-नैला, पेंड्रारोड, कोरबा, अनुपपुर, शहडोल, रायपुर, दुर्ग, भाटापारा, भिलाई पावर हाउस, मरौदा, दल्लीराझरा, राजनांदगांव, डोंगरगढ़ आदि महत्वपूर्ण स्टेशनों में इस व्यवस्था को प्रारम्भ कर दिया गया है। 

स्थानीय हस्तशिल्पियों, कलाकारों, विभिन्न गैर सरकारी संगठनों, स्वयंसेवी संस्थाओं, स्वयं सहायता समूहों तथा अन्य संबन्धित समूहों से समन्वय कर उत्पादों को चिन्हित कर स्थानीय/स्वदेशी उत्पादों के लिए एक बाजार प्रदान करने तथा समाज के वंचितों वर्गो के लिए अतिरिक्त आय के अवसर जुटाने के उद्देश्य से दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में इन्हें एक महत्वपूर्ण प्लेटफार्म उपलब्ध कराने की नीति को क्रियान्वयन किया है । 

रायगढ़ स्टेशन में डोकरा बेल मेटल/रोट आयरन हैंडीक्राफ्ट, बिलासपुर में लेदर प्रॉडक्ट, चांपा में कोसा फैब्रिक, सक्ती में केनवास पेंटिंग, जांजगीर नैला में पैरा आर्ट, उसलापुर तथा कोरबा में हर्बल मेडिसिन, अनूपपुर में गोंडी पेंटिंग, रायपुर में बस्तर तथा तुम्बा आर्ट, दुर्ग, भिलाई, मरोदा तथा दल्ली राजहरा में होम मेड प्रॉडक्ट, होम मेड डेकोरेटिव प्रॉडक्ट, इतवारी, गोंदिया, राजनांदगांव में बैम्बू तथा हैंडीक्राफ्ट/टेक्सटाइल, पेंड्रारोड, नैनपुर, घनसौर तथा शहडोल में फॉरेस्ट प्रॉडक्ट, जिसमें शहद, आंवला, कोदो, कुटकी आदि शामिल है । 

रायगढ़ में अनुभव महिला स्वसहायता समूह, कोरबा में सरोजनी ग्रामीण विकास महिला संगठन, दुर्ग में स्वस्तिक सेल्फहेल्प ग्रुप, भिलाई पावर हाउस में राधेश्याम सेल्फ़हेल्प ग्रुप, मरौदा में जय मां चंडी सेल्फहेल्प ग्रुप आदि ‘वन स्टेशन, वन प्रॉडक्ट’ के अंतर्गत अपने उत्पाद का विक्रय कर रहे है । 
 

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