रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 17 मई। सीएसईबी कंपनी में कार्यरत इंजीनियर्स को अब टेक्निकल अलॉउंस के रूप में बेसिक सैलरी का तीन प्रतिशत अतिक्ति मिला करेगा। बोर्ड डायरेक्टर की मीटिंग में 4 मई 2023 को इस संबंध में फैसला लिया गया। और 10 मई 2023 को इसके ऑडर भी जारी कर दिए गए। ऑडर के अनुसार कंपनी एई, ईई, एसई, एसीई, सीई, ईडी सहित हायर पे ले जेई को इसका भुगतान करेगी।
वहीं इसे लेकर अब विवाद भी शुरू हो गया है। छत्तीसगढ़ बिजली कर्मचारी महासंघ ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मांग की है कि सभी विद्युत कर्मियों को तीन प्रतिशत टेक्निकल अलाउंस दिया जाए। जनता यूनियन ने भी कंपनी चेयरमैन अंकित आनंद से यही मांग की है।
कर्मचारी महासंघ और जनता यूनियन ने कंपनी में कार्यरत सभी कर्मचारियों को 3 प्रतिशत टेक्निकल अलाउंस देने की मांग की है। अपना पक्ष रखने हुए महासंघ और युनियन का कहना है कि कंपनी में कार्यरत सभी अधिकारी, तृतीय व चतुर्थ कर्मचारी वर्तमान डिग्री के अनुसार टेक्नीकल हैं। ऐसे में सभी 3 प्रतिशित टेक्निकल अलाउंस पाने के हकदार हैं।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नाम से जारी ज्ञापन में छत्तीसगढ़ बिजली कर्मचारी महासंघ ने 3 प्रतिशत टेक्निकल अलाउंस देने के फैसले का स्वागत किया है। वहीं संघ यह भी चाहता है कि विद्युत कंपनी का वास्तविक तकनीकी कार्य, विद्युत उत्पादन, पारेषण और वितरण का कार्य तृतीय और चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों द्वारा किया जाता है। यही कर्मचारी पूर्ण रूप से तकनीकी कार्य की श्रेणी में आते हैं। कई बार विद्युत दुर्घटनाओं में इनकी जान तक चली गई है/जाती है। वहीं सैकड़ों इस दौरान गंभीर रूप से घायल भी हुए हैं। कई ऐसे हैं जो गंभीर घायल होने के बाद काम करने की स्थिति में नहीं हैं। ऐसे में निश्चित तौर पर टेक्निकल अलाउंस पाने के ये भी अधिकारी हैं।
नहीं मिला टेक्निकल अलाउंस तो संघ करेगा आंदोलन
फील्ड व संयंत्र में तकनीकी कार्य क्लास थ्री और क्लास फोर कर्मचारी ही करते हैं। इसी कारण टेक्निकल अलाउंस का हकदार ये वर्ग भी है। वहीं स्थापना कार्य में नियोजित अभियंताओं के समान स्थापना का कार्य करने वाले प्रशासनिक अधिकारी व कर्मचारियों को भी टेक्निकल अलाउंस दिया जाना चाहिए। भारतीय मजदूर संघ के राष्ट्रीय मंत्री राधेश्याम ने सीएम और चेयरमैन को लिखा पत्र लिखा।