दुर्ग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
उतई, 22 जुलाई। भाजपा महिला मोर्चा के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य एव सदस्य जिला पंचायत दुर्ग हर्षा चंद्राकर ने विज्ञप्ति जारी कर बताया कि प्रदेश की भूपेश सरकार ने एक बार फिर जनता को छलने का कार्य किया है। इस बार संविदा कर्मचारियों की भावना से खेलने का कार्य किया है, 37 हजार संविदा कर्मचारियों के सपनों को चकनाचूर कर दिया। इस सरकार ने नियमित करने का वायदा कर दोगलेपन का अब तक का अपना ही रिकार्ड तोड़ दिया है।
हर्षा ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पूर्व में किसानों को पूर्ण कर्जमाफी का वादा किया और आधे अधूरे ही कर्ज माफी किया गया, महिला बहनों को पूर्ण शराबबंदी का वादा किया परंतु आज पौने पांच साल से गांव गांव में अवैध शराब की बाढ़ सी आ गई है, कई कई जगह प्रीमियम शराब की दुकानें खोल दी, भूमिहीन खेतिहर मजदूरों को खेती करने के लिए जमीन देने की वादा किया गया था, दोगलापन ऐसा कि उन्हें सात हजार रुपये सालाना लेने पर मजबूर होना पड़ रहा है, पंचायत सचिवों को भी शासकीयकरण करने का वादा कर आज मुकर चुके हंै।
10 लाख बेरोजगारों को सरकार बनते ही बेरोजगारी भत्ता देने का वादा किया गया था, परंतु आज सरकार बनने के साढे चार साल बाद ऐसा नियम लगाया कि केवल एक लाख कुछ हजार लोगों को ही बेरोजगारी भत्ता दिया जा रहा है। विधवा महिला बहनों को पेंशन, साठ साल के ऊपर वालों को 1000 एव 75 साल से ऊपर वालों को 1500 सौ रुपये पेंशन देने का वादा किया था, परंतु आज पौने पांच साल बाद भी सभी के साथ केवल विश्वासघात ही किया है, ऐसी ही कई वर्ग है जिन्हें ये सरकार बार-बार ठगने का प्रयास कर रही है।
चंद्राकर ने कहा कि जनता इतनी भी नादान नहीं है, जो बार-बार कांग्रेस के झांसे में आ जाएगी। अब तो कांग्रेस हार के डर से बार-बार पैंतरे बदल रही है।
आगे कहा कि पार्टी की भीतरी लड़ाई भी अंदर ही अंदर सुलग रही है जब टीएस बाबा को उप मुख्यमंत्री का झांसा देकर उनके कोटे के एक मंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को हटा दिया और अपने इशारों पर नचाने नया प्रदेश अध्यक्ष बना दिया। इतने में जी नहीं भरा तो बाबा के कोटे के हटाए गए मंत्री टेकाम को योजना आयोग थमाकर और उनके करीबी प्रदेश अध्यक्ष मरकाम को मंत्री बनाकर अपने पाले में कर लिया।