दुर्ग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 23 जुलाई। इलाज के दौरान अस्पताल में शुक्रवार की शाम को महिला की मौत हो जाने के बाद भी शनिवार की देर शाम तक जिला अस्पताल के मरच्युरी में शव का पंचनामा व पोस्टमार्टम की कार्रवाई नहीं हो पाई।
शंकराचार्य हॉस्पिटल प्रबंधन की लापरवाही के कारण मोहन नगर पुलिस को देर से सूचना मिली और शाम हो जाने एवं जांच न हो पाने के कारण मृतका का अंतिम संस्कार नहीं हो पाया। इसको लेकर दिनभर मृतका के परिवार वाले मोहन नगर थाना व अस्पताल के चक्कर काटते रहे। वहीं मृतका का अंतिम संस्कार करने के लिए गांव बरबसपुर जिला बालोद में तैयारी पूरी की जा चुकी थी।
इस संबंध में नोबल सिंह ठाकुर ने बताया कि उसकी पत्नी रोशनी ठाकुर चार माह की गर्भवती थी। उसकी तबीयत अचानक खराब होने पर उसे बस स्टैंड के सामने वंदना गुप्ता के अस्पताल में ले जाया गया था। वहां इलाज के बाद वहां से उसे शुक्रवार की सुबह शंकराचार्य हॉस्पिटल जूनवानी में रेफर किया गया।
शाम 5.30 बजे रोशनी ठाकुर ने दम तोड़ दिया। शाम को ही शव को जिला अस्पताल के मर्चुरी में रख दिया गया था। सुबह से परिजन पंचनामा कार्रवाई करवाने के लिए परेशान रहे, परंतु देर शाम तक पंचनामा की कारर्वाई एवं पोस्टमार्टम नहीं हो पाया।
नोबल सिंह ठाकुर ने बताया कि उसके पिता पुलिस से रिटायर्ड कर्मी है। उसका विवाह सात साल पूर्व हुआ था और उसका एक बेटा भी है।