दुर्ग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
उतई, 26 जुलाई। मेजर जनरल सुधीर शर्मा को रक्षा मंत्रालय द्वारा आई आरआरपीएल (इंडो रशियन राइफल्स प्राइवेट लिमिटेड) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक के रूप में चुना गया है। आईआरआर पी एल भारत और रूस के बीच एक संयुक्त उद्यम है और उत्तर प्रदेश के अमेठी में मेक इन इंडिया कार्यक्रम के तहत भारत में ए के 203 असॉल्ट राइफलें बना रहा है। कंपनी के पास अगले 10 साल में करीब 5300 करोड़ रुपये की लागत से 6 लाख ए के 203 राइफल बनाने का ऑर्डर है। इसमें रूस से प्रौद्योगिकी का हस्तांतरण भी शामिल है।
मेजर जनरल सुधीर शर्मा पाटन से हैं और अश्विनी कुमार मिश्रा और चंपा मिश्रा के पुत्र हैं। वे स्वर्गीय महेश तिवारी (छत्तीसगढ़ विधानसभा में विपक्ष के उपनेता) के दामाद एवं पाटन क्षेत्र के ग्राम धूमा निवासी समाजसेवी शैलेश मिश्रा के चचेरा भाई हैं। वे छत्तीसगढ़ के पहले सेना अधिकारी हैं जो इस उच्च पद पर पहुंचे और 2020-21 में मेरठ में एक इन्फैंट्री डिवीजन की कमान संभाली।
वे 2017-20 के बीच पेरिस, फ्रांस में रक्षा अताशे भी थे जहां वे भारत और फ्रांस के बीच रक्षा संबंधों के लिए जिम्मेदार थे। वर्तमान में, वे सेना मुख्यालय नई दिल्ली में तैनात हैं और इस वर्ष के लिए लगभग 30 हजार करोड़ के बजट के साथ भारतीय सेना के लिए सैन्य सामग्री अधिग्रहण के लिए जिम्मेदार हैं।
यह छत्तीसगढ़ के लिए गर्व की बात है क्योंकि यह पहली बार है कि सेना के किसी जनरल रैंक के अधिकारी को रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण निजी कंपनी का प्रमुख (सीईओ और एमडी) चुना गया है।