राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 30 जुलाई। संस्काधानी राजनांदगांव में करबला के शहीद हजरत मोहम्मद साहेब के नवासे दुनिया में अमन और शांति का पैगाम देने वाले हजरत इमाम हुसैन की याद में मनाए जाने वाले मोहर्रम पर्व पर राजनांदगांव शहर में भी खुबसूरत ताजिये शनिवार को ठेठवारपारा से गौशालापारा, सिनेमा लाईन, भारत माता चौक, मामा-भांजा मजार होते पुन: दिग्विजय कॉलेज स्थित मजार में मुख्य कार्यक्रम संपन्न हुई।
हजरत इमाम हुसैन की शहादत पर शहर में निकले मोहर्रम की जुलूस में संस्कारधानी एकता और अखंडता की एक अनुठी मिसाल हर साल देखने को मिलती है।
मुस्लिम तेली पंचायत मोहर्रम कमेटी के अध्यक्ष सिकंदर गौरी ने बताया कि राजनांदगांव की गौरवशाली परंपरा के अनुसार हिंदू, मुस्लिम सहित सभी धर्मप्रेमी बंधुओं ने मोहर्रम में शामिल होकर श्रद्धापूर्वक नमन कर प्रसाद व हार चढ़ाकर मन्नतें मांगी।
मोहर्रम के जुलूस में शहर का प्रमुख अखाड़ा हैदरी अखाड़े ने अपनी कलात्मक अंदाज में एक से बढक़र एक कलाबाजियां दिखाई। इसी तरह महाराष्ट्र कामठी की मसहूर मटका पार्टी ने अपनी गायक पप्पू भाई के साथ अपनी अलग एक छटा बिखेरी। करबला के शहीद हजरत इमाम हुसैन की याद में उन्होंने एक से बढक़र एक अच्छी प्रस्तुति प्रस्तुत की। इसी तरह मोहर्रम की जुलूस में लोगों द्वारा लंगर का आयोजन किया गया। जिसमें प्रसाद वितरित किया गया।