धमतरी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कुरुद, 30 जुलाई। सावन में होने वाले धार्मिक आयोजन को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। पहले रामकथा मंडप बनाने नीम पेड़ की कटाई-छंटाई को लेकर कुछ राजनीतिक पर्यावरण प्रेमियों ने शिकायत की थी, अब उन्हीं लोगों ने सावन महोत्सव के पोस्टर फाडऩे की अर्जी थाने में देकर आरोपियों को सजा देने की मांग उठाई है।
गौरतलब है कि 28 जुलाई की रात कुछ असमाजिक तत्वों ने कारगिल चौक में बोल बम सेवा समिति के पोस्टर, जिसमें भगवान शिव एवं कुरुद विधायक एवं समिति संरक्षक अजय चन्द्राकर की फोटो लगी थी, उसे सुनियोजित तरीके से फाड़ दिया था।
अगले दिन विधायक प्रतिनिधि कृष्णकांत साहू एवं भाजयुमो कार्यकर्ताओं ने थाने जाकर अपने नेता एवं भगवान का अनादर करने वालों के खिलाफ शख्त कार्रवाई करने की मांग उठाई । उन्होंने सबूत के तौर पर सीसीटीवी फुटेज भी दिखाया, जिसमें बाईक सवार तीन युवक रात में विधायक का पोस्टर फाड़ते नजऱ आ रहे हैं।
इस मामले को लेकर सोशल मीडिया में भी चर्चा हुई। कुछ ने इस कृत्य की निंदा करते हुए आरोपियों के खिलाफ कारवाई का समर्थन किया। कुछ का मानना था कि पोस्टर फाडऩे की घटनाएं पहले भी होते रही है, गांवों में लगाये जाने वाले पोस्टरों पर ग्रामीण कभी गोबर तो कभी पत्थर फेंक कर अपनी भावनाएं व्यक्त करते रहे हैं।
सावन महोत्सव का पोस्टर फाडऩे की घटना की निंदा करते हुए बोल बम सेवा समिति अध्यक्ष भानु चंद्राकर ने इस घटना के लिए ला एण्ड आर्डर को जिम्मेदार ठहराते हुए पुलिस प्रशासन पर सत्तापक्ष के दबाव में काम करने का आरोप लगाया है। उन्होंने इसके लिए नशाखोरी और राजनीतिक संरक्षण से युवा पीढ़ी को बर्बाद करने की नीति को जिम्मेदार ठहराया। जबकि विधायक श्री चन्द्राकर सोशल मीडिया में अपने पोस्टर फाडऩे वाले युवकों को माफ़ करने की बात कहते हुए किसी भी कार्रवाई से इंकार कर हैं।
ज्ञात हो कि पिछले दिनों नीलम फ्रेंड्स क्लब के बैनर तले आयोजित रामकथा एवं रुद्राभिषेक कार्यक्रम के लिए पुरानी मंडी में मंच तैयार किया जा रहा था। तब मंडप में अड़चन पैदा कर रहे नीम पेड़ की कुछ शाखायें काटी गई थी, जिसका विरोध करते हुए कुछ राजनीतिक पर्यावरण प्रेमियों ने इसकी शिकायत एसडीएम से की थी। इस पर क्या कार्रवाई हुई, इसकी जानकारी तो नहीं मिली, लेकिन शिकायतकर्ताओं ने कथा स्थल जाकर मनोयोग से भगवान राम की कथा सुनी थी। इस मामले में टीआई दीपा केंवट का कहना है कि सीसीटीवी फुटेज की जांच कर पोस्टर फाडऩे के आरोपी युवकों का पता लगाने का काम जारी है।