धमतरी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नगरी, 8 अगस्त। कांकेर सांसद मोहन मण्डावी ने नियम 377 के अधीन 7 अगस्त को अविलंबनीय लोक महत्व के विषय का उल्लेख करने की अनुमति उपरांत कांकेर में खनन शोध विश्वविद्यालय खोलने की माँग को लोकसभा में रखा।
सांसद मोहन मण्डावी ने कहा कि संसदीय क्षेत्र कांकेर आदिवासी बाहुल्य तथा वन पहाड़ से आच्छादित है । उ.ब. कांकेर को 1998 में एक नये जिला के रूप में पहचान मिला। कांकेर संसदीय क्षेत्र का जिला उ.ब. कांकेर एक महत्व पूर्ण हिस्सा है। यहाँ कच्चे आरीडोंगरी, हाहालद्दी, मेटाबोदेली, रावघाट, भैंसाकन्हार, चैमल, चारगाँव तथा अन्य गुणवत्तापूर्ण लौह अयस्क की खदानें है, जहाँ उच्च क्वालिटी के लौह अयस्क पाये जाते है। लेकिन यहाँ के लोगों को इसका सीधा लाभ नहीं मिल पा रहा है। तकनीकि जानकारी के अभाव में खदानों का काम भी यहाँ के लोगों की जिस अनुपात में मिलना चाहिए नहीं मिल पाता है।
सांसद ने इस क्षेत्र को खनन के मामले में समृद्ध क्षेत्र होने के कारण कांकेर में खनन शोध विश्वविद्यालय खोलने की माँग की है सांसद ने यह भी कहा कि इस अनुसूचित क्षेत्र में खनन शोध विश्वविद्यालय खुलने से यहाँ के लागों को नई दिशा मिलेगी और अध्ययन शोध के साथ रोजगार के अवसर भी उपलब्ध होंगे ।