धमतरी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नगरी, 8 अगस्त। नौ अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस मनाया जाएगा। समस्त प्रदेश एवं सिहावा विधानसभा क्षेत्रवासियों को विश्व आदिवासी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। विश्व भर के मूल निवासियों को समर्पित यह दिवस अपने संवैधानिक और वैधानिक अधिकारों के प्रति जागरूकता और उसके पालन को सुनिश्चित करने का दिवस है।
परंतु छत्तीसगढ़ जैसे आदिवासी बहुल प्रदेश में आदिवासी समाज पर लगातार हो रहे अत्याचार, भेदभाव, छात्रावास-आश्रम की बालिकाओं का शोषण और दुराचार जैसी घटनाओं पर अपनी कान मूंदकर बैठी भूपेश बघेल की सरकार से निम्न महत्वपूर्ण विषयों पर त्वरित कार्रवाई हेतु मांग पत्र लिखकर भाजपा अजजा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष विकास मरकाम ने आवाज बुलंद करते हुए कहा कि सुकमा के छात्रावास में 6 साल की आदिवासी बच्ची के साथ रेप के मामले ने पूरे छत्तीसगढ़ को शर्मसार कर दिया है।
इसपर कड़ी कार्रवाई की मांग करें साथ ही विगत वर्षों में आदिवासी छात्रावासों और कन्या आश्रमों में बालिकाओं के साथ यौन अपराध बढ़ गए हैं वे असुरक्षित हो गई है। पिछले वर्ष नारायणपुर के ओरछा से 4 बच्चियां लापता हो गई जिन्हे तमिलनाडु से बरामद किया गया। बीजापुर हॉस्टल में आदिवासी छात्रा से मारपीट जैसी कई खबरे मन को व्यथित कर देती है। यदि स्थिति ऐसी ही बनी रही तो कोई भी माता पिता अपनी बेटी को छात्रावास - आश्रम में रखकर पढ़ाने की सोचना बंद कर देंगे।
छत्तीसगढ़ सरकार ने 2022 से बस्तर सरगुजा एवं बिलासपुर संभाग के पांचवी अनुसूची क्षेत्रों में तृतीय और चतुर्थ श्रेणी के स्थानीय भर्ती प्रावधान को समाप्त कर दिया है जिसे तत्काल प्रभाव से लागू किया जाए। यदि यह बहाल नहीं किया जाता तो स्थानीय आदिवासी बच्चे रोजगार से वंचित हो जायेंगे और वन की ओर विमुख हो जायेंगे।
तेंदूपत्ता संग्राहक भाई बहनों का बोनस सहित कई सुविधाएं समाप्त कर दी गई है। लघुवनोपज की खरीदी के लिए कोचियों को खुली छूट दे दी गई है। धर्मांतरण के बढ़ते मामले, मूल आदिवासियों और धर्मांतरित आदिवासियों में बढ़ता संघर्ष आदि विषयों पर सरकार का ध्यानाकर्षण करवाया।