जशपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जशपुरनगर, 12 अगस्त। शुक्रवार को जशपुर जिला चिकित्सालय के मातृ एवं शिशु अस्पताल के टॉयलेट के कमोड में नवजात बच्चे का शव मिला। नवजात बालक को किसने टॉयलेट में डाला और क्यों डाला कोतवाली पुलिस जांच में जुटी हुई है।
मिली जानकारी के अनुसार मातृ एवं शिशु अस्पताल के टॉयलेट में नवजात का शव सिर के बल डाला हुआ था। बताया जा रहा है कि किसी बाहरी व्यक्ति द्वारा नवजात को टॉयलेट में डाला गया होगा वहीं यह भी आशंका जताई जा रही है कि अस्पताल में प्रसव के बाद किसी ने ऐसा किया हो हालांकि यह बात पुष्टि नहीं हुई है।
फिलहाल जशपुर पुलिस सीसीटीवी फुटेज व अन्य माध्यमों से पता लगाने का प्रयास कर रही है। सिटी कोतवाली टीआई रविशंकर तिवारी, सीएमएचओ समेत प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंचकर मामले की जांच में जुटा हुआ है।
मामले में सीएमएचओ डॉ रंजीत टोप्पो ने बताया कि घटनास्थल पर वे पुलिस व राजस्व अमले के साथ मौजूद हैं। स्थानीय स्टाफ का बयान लिया जा रहा है। सिविल सर्जन को मौके पर बुलाया गया है। फिलहाल पुलिस सीसीटीवी की मदद से जांच आगे बढ़ाने का प्रयास कर रही है।
देर रात भाजपाईयों ने किया हंगामा
जिला चिकित्सालय के मातृत्व शिशु वार्ड में अज्ञात नवजात शिशु के शव मिलने पर जिला चिकित्सालय में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भाजपाईयों ने देर रात अस्पताल पंहुचकर जमकर हंगामा किया।
जिला पंचायत अध्यक्ष रायमुनी भगत व भाजपा के वरिष्ठ नेता कृष्ण कुमार राय के साथ भाजयुमो कार्यकर्ताओं ने अस्पताल परिसर में ही धरना दे दिया, और कार्रवाई की मांग पर बैठ गए। एसडीएम व तहसीलदार से उनकी तीखी बहस हुई।
कृष्ण कुमार राय ने अस्पताल प्रबंधन की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान उठाया है।श्री राय कहा है कि यहां सुरक्षा के लिहाज से न तो गार्ड दिख रहा है, और न ही अस्पताल में लगे सीसीटीवी चालू हैं जिसके कारण कोई भी अप्रिय घटना कभी भी घटित होने पर उसे रोकने का कोई उपाय नहीं दिख रहा है जो प्रशासन की सबसे बड़ी लापरवाही है।
श्री राय ने सीसीटीवी फुटेज की मांग करते हुवे तत्काल जांच शुरू करने का भी मांग किया है। श्री राय ने घटना का जायजा लेकर इसे जिला चिकित्सालय प्रबंधन की घोर लापरवाही बताया है। श्री राय ने कहा कि सुरक्षा के लिहाज से अस्पताल इस वक्त सुरक्षित नहीं है।
अस्पताल प्रबंधन की इस लापरवाही पर घोर आपत्ति जताते हुए श्री राय ने कहा कि यदि समय पर जांच नहीं होता है तो वे धरना प्रदर्शन पर बैठ जायेंगे।
काफी देर के बाद मामला शांत हुआ और पुख्ता जांच के आश्वासन के बाद कलेक्टर से मिलकर मामले में जांच की मांग करते हुए भाजपा नेताओं ने धरना समाप्त किया।