महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 5 सितंबर। सोमवार को वनांचल ग्राम ढोढरकसा में वर्ष 2011 से संचालित हाईस्कूल में तालाबंदी की गई। यहां 12 वर्ष बीत जाने के बाद शिक्षकों, विषय विशेषज्ञों की कमी बरकरार है। गांव में हाईस्कूल होते हुए भी ग्रामीण अपने बच्चों को दूसरे विद्यालय भेजने मजबूर हंै।
सरपंच महावीर सिदार सहित बोधलाल सिदार, उत्तर प्रधान, नवीन प्रधान, हेमराज प्रधान, नारायण प्रधान, संकीर्तन चौहान, रामलाल बरिहा सहित दर्जनों ग्रामीणों ने बताया कि प्रभारी प्राचार्य बलधर सिदार एवं एक अन्य शिक्षक के सहारे हाईस्कूल संचालित है। वर्तमान शिक्षा सत्र के प्रारंभ में विद्यालय में 80 विद्यार्थी अध्ययनरत थे। लेकिन विषयवार शिक्षक नहीं होने के कारण आधे से ज्यादा विद्यार्थियों ने विद्यालय छोड़ दूसरे विद्यालय में दाखिला ले लिया है।
इस स्कूल में वर्तमान शिक्षा सत्र में कक्षा 9वीं में 13 और 10वीं में 23 कुल 36 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। जबकि संस्कृत विषय के दो शिक्षकों की पदस्थापना है। शेष हिंदी, अंग्रेजी, सामाजिक विज्ञान सहित सभी विषय विशेषज्ञ शिक्षकों कमी पिछले 12 सालों से बरकरार है। गांव में हाई स्कूल होते हुए भी शिक्षकों की कमी के कारण बच्चों को अन्य स्कूलों में भेजने की मजबूरी। शासन ग्रामीणों और पालकों की बात नहीं सुन रही है जिससे ग्रामीणों, विद्यार्थियों में आक्रोश है।
लिहाजा आक्रोशित ग्रामीणों ने दोपहर में तालाबन्दी करत कहा कि शिक्षा विभाग यहां शिक्षकों की व्यवस्था नहीं कर सकता है तो हाई स्कूल बंद कर दिया जाए। दोपहर बाद से हाईस्कूल में ताला जड़ा रहा। किसी भी अधिकारी ने इसका संज्ञान नहीं लिया है। इस संबंध में बीईओ केके ठाकुर ने कहा कि आज जिला स्तरीय छत्तीसगढिय़ा ओलंपिक खेल में नोडल अधिकारी हूं। ढोढरकसा के हाईस्कूल दो कक्षाओं के लिए दो शिक्षक पदस्थ हैं।