रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 19 फरवरी। इस वर्ष छत्तीसगढ़ राज्य के प्रशासन में सात आईएएस रिटायर होने जा रहे हैं । इनमें से एक जीवन किशोर ध्रुव 9 दिनों बाद सेवानिवृत्त हो जाएंगे। पीएससी में सचिव रहे ध्रुव चर्चित 2021 घोटाले में नामजद आरोपी हैं। उनके खिलाफ ईओडब्लू में प्रकरण दर्ज किया जा चुका है। और अब सीबीआई को सौंपा जाना है ।
जीएडी सूत्रों के मुताबिक इस वर्ष रिटायर होने वालों में सभी राप्रसे से आईएएस प्रमोट हुए थे। 29 फरवरी को ध्रुव के बाद जुलाई में रायपुर कमिश्नर डॉ.संजय अलंग, अगस्त में अनुराग पांडे( 09), और आनंद मसीह( 13), सितंबर में रीता शांडिल्य , जी आर चुरेंद्र( 03), शारदा वर्मा (08) दिसंबर में रिटायर होंगीं। इनमें से पांडे उद्योग और वर्मा आदिम जाति कैडर से एलायड सर्विस से प्रमोट हुई हैं। इस कैडर से पिछली अंतिम डीपीसी में वाणिज्यिक कर अधिकारी गोपाल वर्मा आईएएस हुए थे। इस कैडर से भी दो पद रिक्त होंगे।
इनके रिटायर होने से राज्य प्रशासन को एक दर्जन अनुभवी अफसरों की कमी की सामना करना पड़ेगा। क्योंकि बीते तीन वर्षों में करीब आधा दर्जन अफसर रिटायर हो चुके हैं । पद रिक्त होने के बावजूद आईएएस अवार्ड के लिए डीपीसी बीते तीन वर्ष से रूकी पड़ी है। डीपीसी की पिछली बैठक मई- 22 में हुई थी। बड़े ही गोपनीय तरीके से हुई बैठक में निलंबित राप्रसे अफसर सौम्या चौरसिया को प्रमोट करने का प्रस्ताव पास किया गया था। एक जूनियर को प्रमोट करने की सिफारिश को केंद्र ने रोक दिया था। तब से डीपीसी अटकी पड़ी है।
बहरहार इस एक ही वर्ष में सात आईएएस कम होंगे। वैसे अप्रैल में 2023 बैच के चार आईएएस अफसर आ रहे हैं। हालांकि अभी इनका ट्रेनिंग पीरिएड जैसा ही होगा। इनमें दुर्गा प्रसाद अधिकारी, अनुपमा आनंद, एम.भार्गव और तनमई खन्ना शामिल हैं। इन्हें सहायक कलेक्टर के रूप में पदस्थ किया जाना है।