रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 22 फरवरी। शराब, और कोयला, घोटाले के आरोपियों को सामान्य कैदियों की तरह सामान्य बैरकों में रखा गया है। जेल नियमावली के अनुसार बैरकों में सुविधाएं दी जा रही है। यह जानकारी गृहमंत्री विजय शर्मा ने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में दी।
भाजपा सदस्य राजेश मूणत ने जानना चाहा कि कोयला और शराब घोटाले के आरोपियों, जिन्हें अदालत के आदेश पर सेंट्रल जेल में बंद किया गया है क्या उन्हें सामान्य कैदियों की तरह सामान्य बैरकों में रखा गया है? या फिर किसी प्रकार की विशिष्ट बैरकों में रखते हुए विशेष सुविधाएं दी जा रही है?
गृहमंत्री ने बताया कि बैरकों में कैदियों को सामान्य कैदियों की तरह रखा गया है। शराब घोटाले के आरोपियों में से एक अनवर ढेबर को जेल में रहते हुए चार बार अलग-अलग अस्पतालों में उपचार के लिए भर्ती किया गया। इसी तरह त्रिलोक सिंह ढिल्लन को भी अंबेडकर अस्पताल में भर्ती किया गया था। नितेश पुरोहित का भी जिला अस्पताल, और अंबेडकर अस्पताल में इलाज चला, और वो भी भर्ती रहा।
सूर्यकांत तिवारी भी अलग-अलग अवधि में अंबेडकर अस्पताल, डीकेएस अस्पताल में भर्ती रहा। इसी तरह से सुनील अग्रवाल, और लक्ष्मीकांत तिवारी का भी अलग-अलग समय में भर्ती रहे हैं।