रायपुर
मातृ शोक के बावजूद शिक्षा मंत्री काम पर लौटे,पापुनि की बैठक ली
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 1 मार्च। मातृ शोक के बावजूदशिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल एक दिन बाद ही फिर काम में लौट आए। कार्यों को लेकर माताजी की प्रेरणा को स्मरण करते हुए उन्होंने कल रात छत्तीसगढ़ पापुनि कार्यकारिणी सभा की 88 वीं बैठक ली। बैठक में उन्होंने मंडल के कामकाज की समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
श्री अग्रवाल ने पापुनि के कामकाज की समीक्षा करते हुए कहा कि छात्रों के लिए गुणवत्तापूर्ण पाठ्य पुस्तकें उपलब्ध कराने के लिए काम करें।
मंत्री श्री अग्रवाल ने कहा कि विद्यार्थियों का सामान्य ज्ञान बढ़ाने और उन्हें देश की महान विभूतियों की जानकारी प्रदान करने के लिए किताबों के शुरुवात और अंत में भारत रत्न और पदमश्री पुरुस्कार से सम्मानित महान हस्तियों का जीवन परिचय प्रकाशित किया जाएगा। साथ ही विद्यार्थियों को राज्य के राज्यपाल, मुख्यमंत्री, मंत्रिमंडल के सदस्यों की फोटो के साथ परिचय प्रकाशित किया जाएगा। पुस्तक मुद्रण में प्रतिवर्ष 5 प्रतिशत वृद्धि की जाती है जिसे वर्तमान सत्र में नहीं करने का निर्देश दिया।
उन्होंने राज्य के सभी 33 जिलों में पापुनि का डिपो स्थापित करने के निर्देश दिए जिससे सभी विद्यालयों तक समय पर पुस्तक पहुंचाया जा सकें। इसके साथ ही छत्तीसगढ़ माशिमं से सम्बद्ध विद्यालयों में छत्तीसगढ़ पापुनि के पुस्तको का उपयोग अनिवार्य किया जाएगा। अन्य शासकीय विभागों एवं उपक्रमों के अधिक से अधिक प्रिंटिंग कार्यादेश प्राप्त करने को कहा है। जिससे निगम की आय में वृद्धि हो और उससे छात्रहित में अधिक से अधिक कार्य किया जा सके। छत्तीसगढ़ संस्कृत विद्या मंडलम से सम्बद्ध सभी संस्कृत विद्यालयों को समय पर पाठ्य पुस्तक उपलब्ध कराने हेतु निर्देशित किया गया है।