बेमेतरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 22 मई। कलेक्टर रणबीर शर्मा ने अगले माह मानसून के आने की प्रबल संभावना को ध्यान में रखकर बेमेतरा जिले में आपदा प्रबंधन की अग्रिम तैयारी शुरू कर दी है। कलेक्टर शर्मा ने मंगलवार को समय सीमा की बैठक के दौरान अधिकारियों को समय रहते तैयारी करने कहा। बैठक में जिला एवं तहसीलस्तर पर बाढ़ नियंत्रण कक्ष सहित आपदा प्रबंधन के लिए कार्य योजना के संबंध में विस्तार से विचार विमर्श किया गया।
शहर में नाले-नालियों की सफाई युद्धस्तर पर करने के निर्देश
कलेक्टर शर्मा ने आगामी मानसून को ध्यान में रखते हुए सभी जरूरी बचाव एवं राहत संबंधी तैयारियाँ पूरी करने के निर्देश दिए। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को प्राकृतिक विपदाओं से जनजीवन की सुरक्षा तथा राहत एवं बचाव की अग्रिम व्यवस्था करने कहा। उन्होंने शहरों में नाले-नालियों की सफाई युद्धस्तर पर करने के निर्देश दिए। असुरक्षित पेड़ों की कटिंग, खासतौर पर बिजली के तारों के आसपास के, असुरक्षित होडिंग का निरीक्षण कर हटाने के भी निर्देश दिये।
कलेक्टर ने जिला स्तर पर नियंत्रण कक्ष स्थापित करने और हर जिले में जिला एवं तहसील स्तर पर बाढ़ नियंत्रण अधिकारी भी नामांकित करने के निर्देश दिए गए हैं। कलेक्टर यह भी सुनिश्चित करने कहा गया है कि यह कन्ट्रोल रूम 24 घंटे कार्य करें और कन्ट्रोल रूम के दूरभाष की जानकारी आम नागरिकों को उपलब्ध कराने के लिए इसका प्रचार स्थानीय समाचार पत्रों, आकाशवाणी और दूरदर्शन पर किया जाए और सूचना पटल पर भी टेलीफोन नबर प्रदर्शित किया जाए। आपदा कन्ट्रोल रूम 1 जून से 24 घंटे काम करना शुरू कर दें यह भी सुनिश्चित किया जाये। कलेक्टर ने आगामी मानसून के दौरान जिले की नदी के जल स्तर पर बराबर नजर रखने और जल स्तर के खतरे के निशान पर पहुंचने की संभावना होने पर इसकी पूर्व सूचना राज्य स्तरीय कंट्रोल रूम तथा निचले जिलों को लगातार देने की व्यवस्था करने और ऐसी स्थिति से निपटने के लिए तत्काल सुरक्षा उपायों पर अमल सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी कहा गया है।
कि मानसून में आसपास जि़लों के जलाशयों से जल छोडऩे पर विशेष ध्यान रखा जाए। जलाशयों में नियमित रूप से निकासी के प्रयास किए जाएं, ताकि बाढ़ की स्थिति को और बिगडऩे से रोका जा सके। बांधों का जल स्तर बढऩे पर जिले के निचले गाँव को बारह घण्टे पूर्व सूचना दी जाए। बाढ़ से यदि कहीं क्षति होती है तो इसकी जानकारी नियमित रूप से दें।
पुलिस अधीक्षक रामकृष्ण साहू ने कहा कि आपदा हर समय है। गर्मियों में आगजानी, आंधी-अंधड़ में भी जन-धन की हानि होती है। प्राकृतिक आपदा घटना को टाला नहीं जा जा सकता । उन्होंने कहा कि हमारी तैयारी अच्छी हो तो जन-धन हानि को रोका जा सकता है। इसलिए सभी संभावित तैयारिया और जि़मेदारी तय करना अच्छा होता है। समय पर सूचना मिले, फायर ब्रिगेड, एंबुलेंस, गोताखोर,आदि समय पर आपदा घटना स्थल पहुंच सकें। यह तभी संभव है जब आपकी तैयारी पहले से पूरी है। जिला सेनानी होमगार्ड ने अपनी तैयारियों और बचाव राहत सामग्री की जानकारी दी।