रायगढ़
तोडफ़ोड़, गोलीबारी, मारपीट, कई घायल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 6 जुलाई। कोल व्यवसाय में पार्टनरशिप और कोयला परिवहन में अपने वर्चस्व को लेकर गुरुवार शाम दो कोयला कारोबारियों के बीच घंटों विवाद की खबर है।
इस विवाद में रायगढ़ के दो कोल कारोबारियों के नाम सामने आए हैं, जिनमें रायगढ़ के एक पूर्व भाजपा विधायक के बेटे और दूसरा एक अन्य कारोबारी गुप्ता का नाम सामने आ रहा है। आगजनी, गोलाबारी तथा तोडफ़ोड़ की इस घटना में सात घायल हुए हैं, जिनमें एक की हालत गंभीर बताई जा रही है, दो घायलों को रायगढ़ के निजी अस्पताल पहुंचाया गया है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार गुरुवार शाम जिले की सीमा से लगे ओडिशा राज्य में सुंदरगढ़ जिले के गर्जनाबहाल हुई। कोयला कारोबार में छिड़ी इस जंग में कई सौ राउंड फायरिंग होने की भी जानकारी मिल रही है। पुलिस ने इस बात की पुष्टि करते हुए कहा कि दोनों ही गुट रायगढ़ के हैं।
एक अन्य जानकारी के मुताबिक लंबे अर्से से रायगढ़ के दोनों कोल कारोबारियों के बीच ओडिशा के सुन्दरगढ़ जिले में आने वाले गर्जना बहाल में स्थित कोलवाशरी के मालिकाना हक को लेकर विवाद चल रहा था। इसी विवाद के परिणामस्वरूप रायगढ़ के ही एक गुट ने कोलवाशरी में कब्जा जमाकर ताला बंद कर दिया था।
जानकारी मिलने के बाद रायगढ़ के ही दूसरे गुट के लोग गाडिय़ों में भरकर हथियारों से लैस होकर ओडिशा स्थित कोलवाशरी पहुंच गए,जहां ओडिशा के गुर्गों के सहारे एक गुट ने पहले से ही वाशरी पर कब्जा जमा रखा था।
आमने-सामने होने के बाद दोनों ही गुटों में गोलियां चलने लगी, इस पूरी वारदात में सात लोगों के गंभीर रूप से घायल होने की जानकारी मिल रही है। घायलों में से एक ओडिशा निवासी युवक की हालत चिंताजनक बतलाई जा रही है।
सभी घायलों में दो को रायगढ़ के ही एक निजी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। गुरुवार देर रात ओडिशा पुलिस ने दोनों घायलों को हिरासत में लेकर वापस ओडिशा ले गई है।
बहरहाल, ओडिशा की सुंदरगढ़ पुलिस मामले की जांच कर रही है और पुलिस के अधिकारी भी गैंगवार की बात मानते तो हैं, पर आगजनी गोलाबारी पर एफआईआर होने के बाद जांच करने पर जोर देते नजर आए।