रायगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 26 सितंबर। स्टेट हाइवे मुख्य मार्ग पर बीते कुछ महीनों से आवागमन में हो रही असुविधा पर क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों ने महीनों बाद समस्या के समाधन को लेकर तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा है। सौंपे गए ज्ञापन में कहा गया है कि इस मुख्य मार्ग पर आवागमन सुगम न होने पर एक सप्ताह बाद आर्थिक नाकेबन्दी की जाएगी। स्टेट हाइवे मुख्य मार्ग क्रमांक एस एच 18 में छाल एडू के बीच निर्मित एक पुल में महीनों से जलभराव के कारण मार्ग बाधित हो गया है। जिसे लेकर बीते दिन क्षेत्र के जनपद पंचायत सदस्य व गोंडवाना गणतन्त्र पार्टी द्वारा लिखित आवेदन छाल तहसीलदार को सौंपा गया है।
लाफर घाट नामक इस पुल पर पानी ठहराव का मुख्य कारण लात खुली खदान का विस्तारीकरण है, जहां खदान से निकलने वाले (ओबी) मिट्टी को खदान प्रबंधन द्वारा उक्त नाले के मार्ग पर ढेर कर पहाड़ नुमा आकर दे दिया गया है। जिस कारण पानी का सडक़ के दोनों छोर पर भारी मात्रा में ठहराव हो गया है। तेज बारिश के दौरान पानी सडक़ के ऊपर तक आ गया और पानी का निकासी न होने से जल स्तर मार्ग के ऊपर पांच फीट से अधिक भर जाने से मार्ग बंद पड़ा हुआ है। इस रोड से गुजरने वाले कुछ लोग जान जोखिम में डालकर इस पुल को पैदल पार कर रहे हैं।
जिपं सदस्य मालती राठिया ने कहा कि एसईसीएल के अधिकारी कर्मचारी के साथ सिविल इंजीनियर को सडक़ में भरे पानी से मार्ग बाधित होने को लेकर कई बार अवगत कराया जा चुका है। किंतु इनके द्वारा केवल दिन व समय दिया जा रहा है। यदि तत्काल कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की जाती है तो प्रबंधन व पीडब्ल्यूडी विभाग के खिलाफ उग्र आंदोलन किया जाएगा।
जपं सदस्य मीरा खूंटे ने कहा कि उक्त समस्या को लेकर संबंधित विभाग के साथ एसईसीएल को मौखिक रूप से बोलने पर केवल आश्वासन दिया जा रहा है, जिसे लेकर मंगलवार को तहसीलदार को पत्र व्यवहार किया गया है, जिसमें एक सप्ताह के अंदर समस्या का समाधान नहीं हुआ तो आगे उग्र आंदोलन क्षेत्र के हित को लेकर की जाएगी।
भाजपा महामंत्री लालू ठाकुर ने कहा कि स्टेट हाइवे मार्ग बाधित होने को लेकर एसईसीएल प्रबंधन विभागीय अधिकारी व क्षेत्रीय अनुविभागीय अधिकारियों के साथ गुरुवार को एक बैठक आहूत की गई है, जिसमें उक्त समस्या के निराकरण को लेकर चर्चा की जाएगी, प्रबंधन से मिली जानकारी अनुसार करोड़ों रुपये लगाकर पानी निस्तारी का कार्य किया जा रहा है, जोकि बीरबल की खिचड़ी साबित हो रही है। महीनों बीत गए किंतु हासिल कुछ नहीं समस्या ज्यों का त्यों।