बलौदा बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 26 सितंबर। कसडोल पुलिस ने 4 लाख रुपये की ठगी के दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों में से एक शासकीय प्राथमिक शाला कांटीपारा में पदस्थ शिक्षक अश्विनी कसडोल और दूसरा आरोपी रामलखन ग्राम कोट (कटगी), थाना कसडोल शामिल हैं। रामलखन पहले से ही ठगी के एक अन्य मामले में जेल में बंद था। इन आरोपियों ने सरकारी विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर 4 लाख रुपये की ठगी की है।
पुलिस के अनुसार प्रार्थी, जो कि कृषि विभाग से सेवानिवृत्त कर्मचारी हैं, ने थाना कसडोल में शिकायत दर्ज कराई कि साल 2018 से अश्विनी और रामलखन ने उनके बेटे को हॉस्टल अधीक्षक के पद पर नौकरी दिलाने का झांसा दिया था। इस झूठे वादे के तहत आरोपियों ने कई किश्तों में कुल 4 लाख रुपये की राशि प्राप्त की। प्रार्थी की शिकायत पर थाना कसडोल ने मामला दर्ज कर भारतीय दंड संहिता की धारा 420 और 34 के अंतर्गत विवेचना शुरू की। शिकायत दर्ज होते ही कसडोल पुलिस ने आरोपी अश्विनी और रामलखन को हिरासत में लिया। अश्विनी शासकीय प्राथमिक शाला कांटीपारा में शिक्षक के पद पर कार्यरत है और रामलखन पहले से ही ठगी के एक अन्य मामले में जेल में बंद है। पूछताछ के दौरान अश्विनी ने स्वीकार किया कि उन्होंने रामलखन के साथ मिलकर प्रार्थी के बेटे को नौकरी दिलाने का झांसा देकर 4 लाख रुपये की ठगी की। प्रार्थी ने अपनी शिकायत में बताया कि उनका बेटा एक अच्छी नौकरी की तलाश में था, और इसी का फायदा उठाते हुए आरोपियों ने उसे हॉस्टल अधीक्षक के पद पर नौकरी दिलाने का झूठा वादा किया। दोनों आरोपियों ने इस प्रक्रिया के दौरान कई बार प्रार्थी से धनराशि मांगी और कुल 4 लाख रुपये की ठगी की।
कसडोल पुलिस ने आरोपी अश्विनी को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा। पुलिस अब इस मामले की आगे की जांच में जुटी हुई है ताकि यह पता लगाया जा सके कि आरोपियों ने और किन लोगों को अपने झांसे में लिया है।
सतर्कता की अपील
पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि वे नौकरी दिलाने के नाम पर होने वाली किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी से सावधान रहें और ऐसे किसी भी संदिग्ध मामले की तुरंत पुलिस को सूचना दें।